\v 11 तैस मन्ज ही जैस मन्ज असै भी तसेरी मनसा सितै जैडा कि अपणी इच्छा रै मताबक सब किछ करदा, पेहलै थऊं ठराई करी मिरासी बणैं। \v 12 कि अहै जिन्यै पैहलै थंऊ ही मसीह पुर उम्मीद रखूरी थी, तसेरी महिमा री स्तूति री वजह बणा