ludhiana_cdh_eph_text_reg/02/11.txt

1 line
547 B
Plaintext
Raw Permalink Normal View History

\v 11 अत्ते सूळी पर अपणी मौत रे जरिये नफरत रा खात्मा करी के दोनां जो इक जिस्म बणाई करी परमेश्वर कने फिरी मिलाई देंन। \v 12 उसने आई करी जे परमेश्वर का दूर थिय्ये अत्ते जे तिस का थिय्ये, उन्हा जो सांति रा शुभ-बसेख सुणाया।