\v 9 नौक्करां नै समझा के अपणे-अपणे माल्लिक कै कहये म्ह रहवै, अर सारी बातां म्ह उसणै राज्जी राख्खै, अर उल्ट कै जवाब ना दे; \v 10 चोरी चलाकी ना करै, पर सारी ढाळ तै पुरे बिश्वासी लिकड़ै के वे सारी बातां म्ह म्हारे उध्दारकर्ता पणमेशर के उपदेश की शान बढ़ावैI