\v 1 पौलुस की ओड़ तै जो पणमेशर का दास अर यीशु मसीह का प्रेरित सै, पणमेशर के छाट्टे होए माणसां के बिश्वास अर उस सच की पिच्छाण कै मुताबिक जो भक्ति कै मुताबिक सै, \v 2 उस अनन्त जीवन की आश पै जिसका प्रण पणमेशर नै, जो झूठ बोल न्ही सकदा सनातन तै करी सै, \v 3 पर ठीक बखत पै अपणे वचन नै उस प्रचार के जरिये दिखाया, जो म्हारे उध्दारकर्ता पणमेशर के हुक्म के मुताबिक मेरै ताही सौप्या गयाI