1 line
508 B
Plaintext
1 line
508 B
Plaintext
|
\v 12 उन्नै म्ह तै एक जण्यै नै, जो उन्नै का नब्बी सै, कह्या सै, “क्रेती माणस सदा झूठे, उत डांगर, अर आलसी पेटू हो सैI” \v 13 या गवाही सच सै, इस करकै उन्नै सकताई तै चेतावनी दिया कर के वे बिश्वास म्ह पक्के होज्या,
|