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23 म परमेसर न गवाह कर क कहऊँ छुं कि म अब तक कुरिन्थुस म ई लियाँ कोनी आयो , कि मौ न थाँ प तरस आ व छो |
24 या कोनी कि म्हे बिश्वास क बारां म थाँ प परभुता जताबो चाहवां छाँ , पर थाँ का आनन्द म सहायक छाँ क्यूंकि थे बिश्वास ही सुँ स्थिर रहवो छो |