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जदै आदम ने उसताही देख्या , वो बोल्या ! आखर म्ह या मेरे जिसी सै वा माणस म्ह तै माणस बणाई गई सै जायतैै उसताही लुगाई केे नां तै जाणया जावैगा |" योहे कारण सै के एक माणस अपणै बाप अर माँ नै छोड़ कै घरआळी की गैल्या एक हो जावै सै |