Fri Apr 22 2016 19:16:13 GMT+0530 (India Standard Time)
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पणमेश्वर ने अपणे सरूप म्ह माणस अर लुगाई ताहि बणाया
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पणमेश्वर ने अपणे सरूप म्ह माणस अर लुगाई ताहि बणाया |अर पणमेश्वर ने देख्या के आच्छा सै| उसनैै उन्ताही आशिष दिया अर उनते कह्या "घणै छोरये अर पोतये जाम्मो अर धरती म्ह भर जाओ " या सारी रचना सृष्टि के छट्टे दिन म्ह होया|
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