diff --git a/03/01.txt b/03/01.txt index 8b37c68..2b5dd41 100644 --- a/03/01.txt +++ b/03/01.txt @@ -1 +1 @@ -एक घणै बख्त के पाच्छे बहुत से माणस जगत म्ह रहणै लागै थे| वो घणयै दुष्ट अर अपराधी हो गेया सै | वो घणायै बुरे होग्ये | ज्याते पणमेश्वर ने यो फैसला करया कि वो एक बड्डी बाढ़ तै इस सारे जगत को नाश कर देवेगा | \ No newline at end of file +एक घणै बख्त के पाच्छे बहुत से माणस जगत म्ह रहणै लागै थे| वो घणयै दुष्ट अर अपराधी हो गेया सै | वो घणायै बुरे होग्ये | ज्याते पणमेश्वर ने यो फैसला करया कि वो एक बड्डी बाढ़ तै इस सारे जगत को नाश कर देवेगा | \ No newline at end of file diff --git a/03/03.txt b/03/03.txt index dbf29eb..8befc9e 100644 --- a/03/03.txt +++ b/03/03.txt @@ -1,2 +1,2 @@ -पणमेश्वर ने उस्तै कहया कि तै इसै ढंग ते किस्ती बनाणा140 मीटर लम्बी, 23 मीटर चोडी, अरै13.5 मीटर ऊँची बनाणा| पणमेश्वर ने नुह ते कहया कि इस किस्ती को लाकडी ते बनाणा , -अर जहाज म्हैै एक खिड़की बनाणा ,अरै उसके एक हाथ ऊपर ते इसै की छत बनाणा ,अरै जहाज की और एक बारना रखणा; अरै जहाज म्है पहला , दूसरा अर तीसरा खंड बनाणा | पणमेश्वर ने नुह ते कहया की तै अपणा की परिवार गैल्या नाव म्है चढ़णा , अर सारे जिन्दे जिनावरा म्है ते तै एक एक जात के पशु, पक्षियों अर रेंगने आणै नै अपणै गर्त्घ्युजी ल्या जहाज म्है अपणै गल्या जीवित रखणा | \ No newline at end of file +पणमेश्वर ने उस्तै कहया कि तै इसै ढंग ते किस्ती बनाणा140 मीटर लम्बी, 23 मीटर चोडी, अरै13.5 मीटर ऊँची बनाणा| पणमेश्वर ने नुह ते कहया कि इस किस्ती को लाकडी ते बनाणा , +अर जहाज म्हैै एक खिड़की बनाणा ,अरै उसके एक हाथ ऊपर ते इसै की छत बनाणा ,अरै जहाज की और एक बारना रखणा; अरै जहाज म्है पहला , दूसरा अर तीसरा खंड बनाणा | पणमेश्वर ने नुह ते कहया की तै अपणा की परिवार गैल्या नाव म्है चढ़णा , अर सारे जिन्दे जिनावरा म्है ते तै एक एक जात के पशु, पक्षियों अर रेंगने आणै नै अपणै गर्त्घ्युजी ल्या जहाज म्है अपणै गल्या जीवित रखणा | \ No newline at end of file diff --git a/03/06.txt b/03/06.txt index 7e0051d..922e2d3 100644 --- a/03/06.txt +++ b/03/06.txt @@ -1 +1 @@ -पणमेश्वर ने धरती पै रेंगण आणेे पशु अरै पक्षियों के सारै नर अर मादा ने नूह के धोरै जहाज म्है भेजेया जदै की वयो बाडै के पाच्छा बचया रहै सकै | पणमेश्वर ने सारै ढाळ के पशुओं के सात नर अर सात मादा ने भेजेया जिनको बलिदान के खातेर बरता ज्या सकैै | जिब वे सारे जहाज म्ह चढ़ ग्ये फेर पणमेश्वर ने जहाज का किवाड बंद कर दिया | \ No newline at end of file +पणमेश्वर ने धरती पै रेंगण आणेे पशु अरै पक्षियों के सारै नर अर मादा ने नूह के धोरै जहाज म्है भेजेया जदै की वयो बाडै के पाच्छा बचया रहै सकै | पणमेश्वर ने सारै ढाळ के पशुओं के सात नर अर सात मादा ने भेजेया जिनको बलिदान के खातेर बरता ज्या सकैै | जिब वे सारे जहाज म्ह चढ़ ग्ये फेर पणमेश्वर ने जहाज का किवाड बंद कर दिया | \ No newline at end of file diff --git a/03/07.txt b/03/07.txt index 5309bca..6542093 100644 --- a/03/07.txt +++ b/03/07.txt @@ -1 +1 @@ -फेर जल प्रलय का सहरु होया | जल प्रलय धरती पै बिना थमैै चालीस दिन अर चालीस रात तक होंदा रह्या | धरती पे प्रलय होंदा रहया , अरै पाणी बहुत घणा बढता ए गैया | जल धरती पै घणायैै बढ़ गैया , अर अडै तक कि सारी धरती पै जितनै बडे बडे पहाड़ थे, सारै डूब गयै | \ No newline at end of file +फेर जल प्रलय का सहरु होया | जल प्रलय धरती पै बिना थमैै चालीस दिन अर चालीस रात तक होंदा रह्या | धरती पे प्रलय होंदा रहया , अरै पाणी बहुत घणा बढता ए गैया | जल धरती पै घणायैै बढ़ गैया , अर अडै तक कि सारी धरती पै जितनै बडे बडे पहाड़ थे, सारै डूब गयै | \ No newline at end of file diff --git a/07/03.txt b/07/03.txt new file mode 100644 index 0000000..70c0dbc --- /dev/null +++ b/07/03.txt @@ -0,0 +1 @@ +इसहाक घणा बूढया हो गया सै, वह आप अपना आशीर्वाद एसाव को देना चाहता था | पर इससे पहले वह ऐसा करता, रिबका ने याकूब को एसाव के स्थान पर इसहाक के पास भेज दिया | याकूब ने एसाव के सुन्दर वस्त्र पहन लिये और बकरियों के बच्चों की खालों को अपने हाथों और गले में लपेट लिया | \ No newline at end of file