diff --git a/tq_2TH.tsv b/tq_2TH.tsv new file mode 100644 index 0000000..9d40584 --- /dev/null +++ b/tq_2TH.tsv @@ -0,0 +1,32 @@ +Reference ID Tags Quote Occurrence Question Response +1:3 bgsa थिस्सलुनीके में स्थित कलीसिया में पाई जाने वाली किन दो बातों के लिए पौलुस परमेश्वर का धन्यवाद करता है? उनके बढ़ते विश्वास के लिए और एक दूसरे के प्रति उनके प्रेम के लिए पौलुस परमेश्वर का धन्यवाद करता है। +1:4 affh थिस्सलुनीके के विश्वासी लोग किन परिस्थितियों का सामना कर रहे हैं? वे विश्वासी लोग उपद्रवों और क्लेशों का सामना कर रहे हैं। +1:5 iisl वे विश्वासी लोग जिन परिस्थितियों का सामना कर रहे हैं, उनका सकारात्मक परिणाम क्या होगा? वे विश्वासी लोग परमेश्वर के राज्य के योग्य समझे जाएँगे। +1:6-8 f751 विश्वासी लोगों को सताने वालों के साथ परमेश्वर क्या करेगा? विश्वासी लोगों को सताने वालों को परमेश्वर धधकती हुई आग से दण्ड देकर दु:ख देगा। +1:7 au4m विश्वासी लोग अपने क्लेशों से कब चैन मिलेगा? जब यीशु मसीह स्वर्ग से प्रकट होगा उस समय विश्वासी लोगों को चैन मिलेगा। +1:9 mtma जो लोग परमेश्वर को नहीं जानते, उनको कितनी देर तक दण्ड दिया जाएगा? जो परमेश्वर को नहीं जानते उनको अनन्तकाल तक दण्ड मिलेगा। +1:9 zsqw जो लोग परमेश्वर को नहीं जानते, वे उनके दण्ड के भाग के रूप में किस बात से अलग हो गए हैं? जो लोग परमेश्वर को नहीं जानते, वे उनके दण्ड के भाग के रूप में प्रभु की उपस्थिति से अलग हो गए हैं। +1:10 te4i जब विश्वास करने वाले लोग मसीह को उसके दिन में आते हुए देखेंगे तो वे क्या करेंगे? जब मसीह अपने दिन में आएगा तो विश्वास करने वाले लोग उस पर अचम्भा करेंगे। +1:11-12 xhcf विश्वासी लोगों के परमेश्वर की सामर्थ्य में होकर किए गए विश्वास के भले कामों का क्या परिणाम होता है? उनके भले कामों का परिणाम यह होता है कि प्रभु यीशु मसीह के नाम की महिमा होती है। +2:1 ffb9 पौलुस किस बारे में कहता है कि वह अब उस घटना के बारे में लिखने जा रहा है? पौलुस कहता है कि वह अब प्रभु यीशु मसीह के आगमन के बारे में लिखने जा रहा है। +2:2 jca3 पौलुस उनसे किस बात पर विश्वास नहीं करने के लिए कहता है? पौलुस उनसे इस बात पर विश्वास नहीं करने के लिए कहता है कि प्रभु का दिन पहले ही आ चुका है। +2:3 cbj7 पौलुस किसके लिए कहता है कि प्रभु के दिन से पहले उसका आना अवश्य है? प्रभु के दिन से पहले उस अधर्मी पुरुष का गिरना और प्रकट होना अवश्य है। +2:4 aenu वह अधर्मी पुरुष क्या करता है? वह अधर्मी पुरुष विरोध करके स्वयं को परमेश्वर के सामने ऊँचा करता है, एवं परमेश्वर के मन्दिर में बैठकर स्वयं को परमेश्वर के रूप में चित्रित करता है। +2:6-7 m3ei वह अधर्मी पुरुष कब प्रकट होगा? वह अधर्मी पुरुष अपने समय में प्रकट होगा, जब उसे रोकने वाले जन को मार्ग से हटा दिया जाता है। +2:8 v3y7 यीशु के प्रकट होने पर वह उस अधर्मी पुरुष के साथ क्या करेगा? यीशु के प्रकट होने पर वह उस अधर्मी पुरुष को मार डालेगा। +2:9 gek1 उस अधर्मी पुरुष को शक्ति, चिन्ह और झूठे आश्चर्यकर्म देने के लिए उसके साथ कौन काम कर रहा है? उस अधर्मी पुरुष को शक्ति, चिन्ह और झूठे आश्चर्यकर्म देने के लिए उसके साथ शैतान काम कर रहा है। +2:10 fdlk क्यों कुछ लोग अधर्मी पुरुष के बहकावे में आकर नाश हो रहे हैं? कुछ लोग इसलिए बहकावे में आ गए हैं क्योंकि उन्होंने सत्य के प्रेम को ग्रहण नहीं किया कि उनका उद्धार हो। +2:12 oun0 जो लोग बहकावे में आकर नाश हो रहे हैं वे किसमें आनन्दित होते हैं? जो लोग बहकावे में आकर नाश हो रहे हैं वे अधर्म में आनन्दित होते हैं? +2:13-14 mrfp परमेश्वर ने थिस्सलुनीकियों को सुसमाचार के माध्यम से क्या प्राप्त करने के लिए चुना? परमेश्वर ने थिस्सलुनीकियों को सुसमाचार के माध्यम से प्रभु यीशु मसीह की महिमा प्राप्त करने के लिए चुना? +2:15 nrvi पौलुस थिस्सलुनीकियों को अब क्या करने के लिए बुलाता है जब उन्होंने सुसमाचार प्राप्त कर लिया है? पौलुस थिस्सलुनीकियों को दृढ़ रहने और उन परम्पराओं को पकड़े रहने के लिए कहता है जो उन्हें सिखाई गई थीं। +2:17 hvs1 पौलुस किस बात की इच्छा करता है जो थिस्सलुनीके के लोगों के हृदयों में स्थापित हो जाए? पौलुस इच्छा करता है कि थिस्सलुनीके के लोग हर भले काम और वचन में स्थापित हो जाएँ। +3:1 adu1 पौलुस किस बात के लिए चाहता है कि थिस्सलुनीके के लोग प्रभु के वचन के सम्बन्ध में प्रार्थना करें? पौलुस चाहता है कि थिस्सलुनीके के लोग प्रार्थना करें कि प्रभु का वचन तेजी से फैले और महिमा पाए। +3:2 l2h7 पौलुस किससे छुटकारा पाना चाहता है? पौलुस चाहता है कि वह उन दुष्ट और बुरे लोगों से छुटकारा पाए जो विश्वास नहीं रखते। +3:4 ogez पौलुस थिस्सलुनीकियों को क्या करते रहने के लिए कहता है? पौलुस थिस्सलुनीकियों से कहता है कि वे उन्हीं बातों को करते रहें जिनकी आज्ञा उसने उन्हें दी है। +3:6 edcy विश्वास करने वालों को हर उस भाई के साथ कैसा व्यवहार करना चाहिए जो अव्यवस्थित रीति वाली चाल चलता है और उन परम्पराओं के अनुसार नहीं चलता जो उन्हें पौलुस से मिली हैं? विश्वास करने वालों को हर उस भाई से दूर रहना चाहिए जो अव्यवस्थित रीति वाली चाल चलता है और उन परम्पराओं के अनुसार नहीं चलता जो उन्हें पौलुस से मिली हैं। +3:7-8 t5yn अपने काम और सहायता के विषय में पौलुस ने थिस्सलुनीकियों के लिए क्या उदाहरण रखा? पौलुस ने अपने भोजन का दाम चुकाने के लिए रात-दिन परिश्रम किया, और किसी पर भी बोझ नहीं बना। +3:10 ui5r जो व्यक्ति काम नहीं करना चाहता उसके विषय में पौलुस ने क्या आज्ञा दी? पौलुस ने आज्ञा दी कि जो व्यक्ति काम न करना चाहे वह भोजन भी न खाए। +3:12 w1vf पौलुस ऐसे लोगों को आलसी होने के बजाए क्या करने की आज्ञा देता है? पौलुस ऐसे आलसियों को चुपचाप काम करने और अपना ही भोजन खाने की आज्ञा देता है। +3:14 peg1 जो कोई भी इस पत्र में दिए गए पौलुस के निर्देशों का पालन नहीं करता है, उसके साथ भाइयों को क्या करना है? भाइयों को किसी ऐसे व्यक्ति के साथ संगति नहीं करनी है जो इस पत्र में दिए गए पौलुस के निर्देशों का पालन नहीं करता है। +3:16 mux2 पौलुस क्या चाहता है जो प्रभु थिस्सलुनीकियों को प्रदान करे? पौलुस चाहता है कि प्रभु थिस्सलुनीकियों को हर दिन हर प्रकार से शान्ति प्रदान करे। +3:17 g0md पौलुस कैसे प्रकट करता है कि वही इस पत्र का लेखक है? पौलुस ने इस चिन्ह के रूप में अपने हाथ से नमस्कार लिखा कि वही लेखक है।