# परमेश्वर पिता, स्वर्गीय पिता, पिता # ## तथ्य: ## यह शब्द “पिता परमेश्वर” और “स्वर्गीय पिता” एकमात्र सच्चे परमेश्वर, यहोवा के संदर्भ में हैं। उसी अर्थ के साथ एक और शब्द "पिता" है, जो सबसे अधिक बार प्रयोग किया जाता था जब यीशु उससे बात कर रहा था * परमेश्वर, पिता परमेश्वर, पुत्र परमेश्वर और पवित्र आत्मा परमेश्वर है। हर एक पूर्ण परमेश्वर होते हुए भी तीनों एक ही हैं। यह एक ऐसा भेद है जिसे मनुष्य पूर्णतः समझ नहीं सकता। * पिता परमेश्वर ने पुत्र परमेश्वर (यीशु) को संसार में भेजा और उसने अपने लोगों के लिए पवित्र आत्मा को भेजा। * जो पुत्र परमेश्वर में विश्वास करता है वह पिता परमेश्वर की सन्तान बन जाता है और पवित्र आत्मा परमेश्वर उसमें वास करने लगता है। यह एक और भेद है जिसे मनुष्य पूर्णतः समझ नहीं सकता। ## अनुवाद के सुझाव: ## * “पिता परमेश्वर” का सर्वोत्तम अनुवाद, “पिता” शब्द हो सकता है, उसी शब्द के साथ जो भाषा में स्वाभाविक रूप से एक मानव पिता का उल्लेख करने के लिए उपयोग करता है। * “स्वर्गीय पिता” का अनुवाद हो सकता है, “पिता जो स्वर्ग में है” या “पिता परमेश्वर जो स्वर्ग में है” या “हमारा स्वार्गिक पिता” है। * आमतौर पर जब "पिता" का पूंजीकरण होता है, तो परमेश्वर को संदर्भित करता है। (अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [पूर्वजों](../other/father.md), [परमेश्वर](../kt/god.md), [स्वर्ग](../kt/heaven.md), [पवित्र आत्मा](../kt/holyspirit.md), [यीशु](../kt/jesus.md), [परमेश्वर का पुत्र](../kt/sonofgod.md)) ## बाइबल संदर्भ: ## * [1 कुरिन्थियों 08:4-6](rc://en/tn/help/1co/08/04) * [1 यूह. 02:1-3](rc://en/tn/help/1jn/02/01) [1 यूह. 02:22-23](rc://en/tn/help/1jn/02/22) * [1 यूह. 03:1-3](rc://en/tn/help/1jn/03/01) * [कुलुस्सियों 01: 1-3](rc://en/tn/help/col/01/01) * [इफिसियों 05: 18-21](rc://en/tn/help/eph/05/18) * [लूका 10:22](rc://en/tn/help/luk/10/22) * [मत्ती 05:15-16](rc://en/tn/help/mat/05/15) * [मत्ती 23:8-10](rc://en/tn/help/mat/23/08) ## बाइबल कहानियों के उदाहरण: ## * __[24:09](rc://en/tn/help/obs/24/09)__ केवल एक ही परमेश्वर है। परन्तु जब यूहन्ना ने यीशु को बपतिस्मा दिया, उसने __पिता परमेश्वर__ को कहते सुना, पुत्र परमेश्वर को देखा, और पवित्र आत्मा को भी देखा । * __[29:09](rc://en/tn/help/obs/29/09)__ तब यीशु ने कहा, “इसी प्रकार यदि तुम में से हर एक अपने भाई को मन से क्षमा न करेगा, तो मेरा __पिता जो स्वर्ग में है__ , तुम से भी वैसा ही करेगा" * __[37:09](rc://en/tn/help/obs/37/09)__ फिर यीशु ने स्वर्ग की ओर देखा और कहा, " __पिता__, मुझे सुनने के लिए धन्यवाद।" * __[40:07](rc://en/tn/help/obs/40/07)__ तब यीशु ने रोते हुए कहा, “पूरा हुआ! हे __पिता__, मैं अपनी आत्मा तेरे हाथों में सौंपता हूँ।” * __[42:10](rc://en/tn/help/obs/42/10)__ इसलिये तुम जाओ, सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ और उन्हें __पिता__, और पुत्र, और पवित्र आत्मा के नाम से बपतिस्मा दो, और उन्हें सब बातें जो मैं ने तुम्हें आज्ञा दी है, मानना सिखाओ। " * __[43:08](rc://en/tn/help/obs/43/08)__ “यीशु अब महिमा में __पिता परमेश्वर__ के दाहिनी ओर बैठा है।" * __[50:10](rc://en/tn/help/obs/50/10)__ तब धर्मीलोग अपने __पिता परमेश्वर__ के राज्य में सूर्य के समान चमकेंगे।” ## शब्द तथ्य: ## * स्ट्रांग नंबर: H1, H2, G3962