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c304f6e141
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@ -12,3 +12,4 @@ STRs:
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* https://git.door43.org/unfoldingWord/SourceTextRequestForm/issues/728
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* https://git.door43.org/unfoldingWord/SourceTextRequestForm/issues/744
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* https://git.door43.org/unfoldingWord/SourceTextRequestForm/issues/798
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* https://git.door43.org/unfoldingWord/SourceTextRequestForm/issues/833
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@ -3,7 +3,7 @@
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## परिभाषा:
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* “प्रभु भोज” प्रेरित पौलुस इस उक्ति को फसह के भोज के लिए काम में लेता है जो यीशु ने अपने शिष्यों के साथ उस रात खाया था जब यहूदी अगुओं ने उसे बन्दी बनाया था।
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* इस भोजन के समय यीशु ने फसह की रोटी को तोड़कर अपनी देह से कहा जो शीघ्र ही प्रताड़ित की जाएगी और मार डाली जायेगी।
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* इस भोजन के समय यीशु ने फसह की रोटी को तोड़कर अपनी देह की उपमा दी जो शीघ्र ही प्रताड़ित की जाएगी और मार डाली जायेगी।
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* दाखरस के कटोरे को उसने अपना लहू कहा जो शीघ्र ही बहाया जायेगा जब वह पापबलि होकर मरेगा।
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* यीशु ने आज्ञा दी थी कि उसके शिष्य जब भी इस भोज में सहभागी हों तब वे उसकी मृत्यु और पुनरूत्थान को सदैव स्मरण करें।
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* कुरिन्थियों की कलीसिया को लिखे पत्र में प्रेरित पौलुस ने मसीह के विश्वासियों के लिए इस भोज को एक नियमित अभ्यास बना दिया था।
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@ -11,15 +11,15 @@
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## अनुवाद के लिए सुझाव:
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* इस उक्ति का अनुवाद “प्रभु का भोजन” या “हमारे प्रभु यीशु का भोजन” या “प्रभु यीशु को स्मरण करने का भोजन” भी कहा जा सकता है।
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* इस उक्ति का अनुवाद “प्रभु का भोज” या “हमारे प्रभु यीशु का भोज” या “प्रभु यीशु को स्मरण करने का भोज” भी कहा जा सकता है।
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(यह भी देखें: [फसह](../kt/passover.md))
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## बाइबल सन्दर्भ:
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* [1 कुरिन्थियों 11:20-22](rc://*/tn/help/1co/11/20)
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* [1 कुरिन्थियों 11:20](rc://*/tn/help/1co/11/20)
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* [1 कुरिन्थियों 11:25-26](rc://*/tn/help/1co/11/25)
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## शब्द तथ्य:
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* Strong's: G1173, G2960
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* स्ट्रोंग्स: G11730, G29600
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@ -2,24 +2,24 @@
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## तथ्य:
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“सप्ताहों का पर्व” एक यहूदी पर्व है जो फसह के पर्व के पचास दिन बाद मनाया जाता था। जिसे बाद में "पिन्तेकुस्त" कहा जाता था।
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“सप्ताहों का पर्व” एक यहूदी पर्व है जो फसह के पर्व के पचास दिन बाद मनाया जाता था। जिसे बाद में "पिन्तेकुस्त" कहा गया था।
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* सप्ताहों का पर्व, पहले फलों के पर्व के सात सप्ताहों (पचास दिन) बाद मनाया जाता था। नये नियम के युग में इस पर्व को “पिन्तेकुस्त” का पर्व कहते थे जिसके अर्थ में एक भाग “पचास” है।
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* सप्ताहों का पर्व अन्न की कटनी के आरंभ के उत्सव में मनाया जाता था। यह वह समय था जब परमेश्वर ने इस्राएल के लिए सर्वप्रथम पत्थर की तख्तियों पर मूसा को व्यवस्था दी थी।
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* नये नियम में पिन्तेकुस्त का दिन विशेष करके महत्वपूर्ण था क्योंकि उस दिन यीशु पर विश्वास करनेवालों ने एक नए तरीके से पवित्र आत्मा प्राप्त किया था।
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* नये नियम में पिन्तेकुस्त का दिन विशेष करके महत्वपूर्ण था क्योंकि उस दिन यीशु पर विश्वास करनेवालों ने एक नए अनुभव में पवित्र आत्मा प्राप्त किया था।
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(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names))
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(यह भी देखें: [पर्व](../other/festival.md), [पहले फल](../other/firstfruit.md), [फसल](../other/harvest.md), [पवित्र आत्मा](../kt/holyspirit.md), [खड़ा करना](../other/raise.md))
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||||
(यह भी देखें: [पर्व](../other/festival.md), [पहले फल](../other/firstfruit.md), [कटनी](../other/harvest.md), [पवित्र आत्मा](../kt/holyspirit.md), [जीवित करना](../other/raise.md))
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## बाइबल सन्दर्भ:
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* [2 इतिहास 08:12-13](rc://*/tn/help/2ch/08/12)
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* [प्रे.का. 02:1-4](rc://*/tn/help/act/02/01)
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* [2 इतिहास 8:12-13](rc://*/tn/help/2ch/08/12)
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||||
* [प्रे.का. 2:1](rc://*/tn/help/act/02/01)
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||||
* [प्रे.का. 20:15-16](rc://*/tn/help/act/20/15)
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* [व्यवस्थाविवरण 16:16-17](rc://*/tn/help/deu/16/16)
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* [गिनती 28:26-28](rc://*/tn/help/num/28/26)
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* [गिनती 28:26](rc://*/tn/help/num/28/26)
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## शब्द तथ्य:
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* Strong's: H2282, H7620, G4005
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* स्ट्रोंग्स: H2282, H7620, G40050
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@ -1,14 +1,14 @@
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# नियुक्त करना, बांटा, ठहराए, भाग, भागों, फिर दे देना
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# नियुक्त करना, बांटा, काम सौंपना, फिर देना
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## तथ्य:
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“नियुक्त करना” या “बांटा” किसी को कोई विशेष काम देना या एक या अधिक लोगों को किसी कार्य के लिए नियुक्त किया जाना।
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“नियुक्त करना” या “नियुक्त किया” किसी को कोई विशेष काम करने के लिए नियुक्त करना या एक या अधिक लोगों को किसी कार्य को निर्दिष्ट करना
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* भविष्यद्वक्ता शाऊल ने भविष्यद्वाणी की थी कि राजा शाऊल इस्राएल के सर्वोत्तम युवकों को सेना में नियुक्त करेगा।
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||||
* भविष्यद्वक्ता शमूएल ने भविष्यद्वाणी की थी कि राजा शाऊल इस्राएल के सर्वोत्तम युवकों को सेना में नियुक्त करेगा।
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* मूसा ने इस्राएल के प्रत्येक गोत्र को उनके निवास हेतु कनान देश की भूमि बांट दी थी।
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* पुराने नियम की व्यवस्था के अनुसार कुछ गोत्रों को याजक की सेवा, हस्तकारों की सेवा, गीतकारों की सेवा और निर्माण करताओं की सेवा बांट दी गई थी।
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* प्रकरण के अनुसार “नियुक्त करना” का अनुवाद “बांटना” या “काम देना” "कार्य के लिए चुनें" किया जा सकता है।
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||||
* प्रकरण के अनुसार, “बांटना” का अनुवाद “नियुक्त करना” या “काम सौंपना” हो सकता है।
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||||
* “बांटना” का अनुवाद “नियुक्त करना” या “काम सौंपना” हो सकता है।
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(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद](rc://*/ta/man/translate/translate-names))
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@ -16,13 +16,13 @@
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## बाइबल सन्दर्भ:
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* [1 इतिहास 06:48](rc://*/tn/help/1ch/06/48)
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* [दानिय्येल 12:12-13](rc://*/tn/help/dan/12/12)
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||||
* [यिर्मयाह 43:11-13](rc://*/tn/help/jer/43/11)
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||||
* [यहोशू 18:1-2](rc://*/tn/help/jos/18/01)
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||||
* [गिनती 04:27-28](rc://*/tn/help/num/04/27)
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||||
* [भजन संहिता 078:54-55](rc://*/tn/help/psa/078/054)
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||||
* [1 इतिहास 6:48](rc://*/tn/help/1ch/06/48)
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||||
* [दानिय्येल 12:13](rc://*/tn/help/dan/12/13)
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||||
* [यिर्मयाह 43:11](rc://*/tn/help/jer/43/11)
|
||||
* [यहोशू 18:2](rc://*/tn/help/jos/18/02)
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||||
* [गिनती 4:27-28](rc://*/tn/help/num/04/27)
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||||
* [भजन संहिता 78:55](rc://*/tn/help/psa/078/055)
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## शब्द तथ्य:
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* Strong's: H2506, H3335, H4487, H4941, H5157, H5307, H5414, H5596, H5975, H6485, H7760, G3307
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* स्ट्रोंग्स: H2506, H3335, H4487, H4941, H5157, H5307, H5414, H5596, H5975, H6485, H7760, G33070
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@ -1,35 +1,35 @@
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# श्वांस, श्वांस फूंकना, साँस लेता है, श्वांस फूँक दिया, सांस लेना
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# श्वांस, श्वांस फूंकना
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## परिभाषा:
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बाइबल “श्वांस फूंकना” और “श्वांस” प्रायः प्रतीकात्मक रूप में जीवन देना या “जीवन होने के संदर्भ में काम में लिए गए है।
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बाइबल “सांस फूंकना” और “सांस” प्रायः प्रतीकात्मक रूप में जीवन देना या जीवन होने के संदर्भ में काम में लिए गए है।
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* बाइबल में व्यक्त है कि परमेश्वर ने आदम में जीवन का श्वांस फूंका। उसी पल आदम जीवित प्राणी हो गया।
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* जब यीशु ने शिष्यों पर फूंका और उनसे कहा “आत्मा में” तब वह वास्तव में उन पर सांस फूंक रहा था जो उन पर पवित्र आत्मा के अवतरण का प्रतीक था।
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||||
* बाइबल में व्यक्त है कि परमेश्वर ने आदम में जीवन का "सांस फूंका।" उसी पल आदम जीवित प्राणी हो गया।
|
||||
* जब यीशु ने शिष्यों पर फूंका और उनसे कहा “आत्मा लो” तब वह वास्तव में उन पर सांस फूंक रहा था जो उन पर पवित्र आत्मा के अवतरण का प्रतीक था।
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||||
* कभी-कभी “सांस लेना” या “सांस छोड़ना” का संदर्भ उच्चारण करने से भी है।
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||||
* "परमेश्वर का श्वांस” या “यहोवा का श्वांस” इस उक्ति का प्रतीकात्मक अर्थ प्रायः विद्रोही और अभक्त जातियों पर परमेश्वर के प्रकोप में उण्डेले जाना है। इससे उसका सामर्थ्य प्रकट होता है।
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||||
* "परमेश्वर की सांस” या “यहोवा का श्वांस” इस उक्ति का प्रतीकात्मक अर्थ प्रायः विद्रोही और अभक्त जातियों पर परमेश्वर के प्रकोप के उण्डेले जाने से है। इससे उसका सामर्थ्य प्रकट होता है।
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## अनुवाद के सुझाव
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* “अन्तिम सांस लेना” अर्थात मरना। इसका अनुवाद हो सकता है, “उसने अपनी अन्तिम सांस ली” या “उसकी सांस बन्द हो गई और वह मर गया “ या “उसने अन्तिम बार हवा में सांस ली”।
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||||
* धर्मशास्त्र को “परमेश्वर की श्वांस से रचित हैं” इसका अर्थ है कि परमेश्वर ने वचन कहे या प्रेरित किए तब मानवीय लेखकों ने लिखा। यदि संभव हो तो अति उत्तम यही होगा कि “परमेश्वर की खोज” का अनुवाद ज्यों का त्यों ही रहने दिया जाए क्योंकि इसका अनुवाद करना कठिन होगा।
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||||
* यदि “परमेश्वर की श्वांस से रचा गया” को ज्यों का त्यों रखना स्वीकार्य न हो तो इसको अन्य अनुवाद हो सकते हैं, “परमेश्वर प्रेरित” या “परमेश्वर द्वारा रचित” या “परमेश्वर द्वारा उच्चारित” यह भी कहा जा सकता है कि “परमेश्वर ने धर्मशास्त्र के वचनों को श्वांस द्वारा प्रसारित किया”।
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||||
* धर्मशास्त्र को “परमेश्वर की श्वांस से रचित हैं” इसका अर्थ है कि परमेश्वर ने वचन कहे या प्रेरित किए तब मानवीय लेखकों ने लिखा। यदि संभव हो तो अति उत्तम यही होगा कि “परमेश्वर की सांस” का अनुवाद ज्यों का त्यों ही रहने दिया जाए क्योंकि इसका अनुवाद करना कठिन होगा।
|
||||
* यदि “परमेश्वर की सांस से रचा गया” को ज्यों का त्यों रखना स्वीकार्य न हो तो इसको अन्य अनुवाद हो सकते हैं, “परमेश्वर प्रेरित” या “परमेश्वर द्वारा रचित” या “परमेश्वर द्वारा उच्चारित” यह भी कहा जा सकता है कि “परमेश्वर ने धर्मशास्त्र के वचनों को श्वांस द्वारा प्रसारित किया”।
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* “सांस डालना” या “जान फूंकना” या “जीवन देना” का अनुवाद हो सकता है, “सांस लेने योग्य बनाना” या “पुनजीर्वित करना” या “जीने एवं सांस लेने योग्य करना” या “जीवन देना”
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* यदि संभव हो तो “परमेश्वर के श्वांस” को लक्षित भाषा में सांस शब्द ही से अनुवाद करें। यदि परमेश्वर का श्वांस माना नहीं जाता है तो इसका अनुवाद “परमेश्वर का सामर्थ्य” या “परमेश्वर का उच्चारण” करें।
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* “सांस भी लेने (देना)” का अनुवाद “अधिक शान्ति से सांस लेने के लिए विश्राम करना” या “सामान्य रूप से सांस लेने के लिए दौड़ना बंद करो”।
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* “केवल एक सांस है” अर्थात “बहुत कम समय का है”।
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* यदि संभव हो तो “परमेश्वर के श्वांस” को लक्षित भाषा में "सांस" शब्द के लिए प्रयुक्त शब्द ही से अनुवाद करें। यदि परमेश्वर के लिए सांस लेना सांस लेना माना नहीं जाता है तो इसका अनुवाद “परमेश्वर का सामर्थ्य” या “परमेश्वर का उच्चारण” करें।
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||||
* “सांस तो लेने दो” या "सांस लेने का समय देना" का अनुवाद “अधिक शान्ति से सांस लेने के लिए विश्राम करना” या “सामान्य रूप से सांस लेने के लिए दौड़ने थामना”।
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* यह अभिव्यक्ति, “सांस भर का होना” अर्थात “बहुत कम समय का है”।
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||||
* इसी प्रकार, “मनुष्य सांस भर का” होता है अर्थात “मनुष्य बहुत कम समय जीवित रहता है” या “मनुष्यों का जीवन बहुत छोटा है”। या “परमेश्वर की तुलना में मनुष्य का जीवन इतना छोटा है जितनी कि एक सांस होती है”।
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(यह भी देखें: [आदम](../names/adam.md), [पौलुस](../names/paul.md), [परमेश्वर का वचन](../kt/wordofgod.md), [जीवन](../kt/life.md))
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## बाइबल सन्दर्भ:
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* [1 राजा 17:17-18](rc://*/tn/help/1ki/17/17)
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* [सभोपदेशक 08:8-9](rc://*/tn/help/ecc/08/08)
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||||
* [अय्यूब 04:7-9](rc://*/tn/help/job/04/07)
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||||
* [प्रकाशितवाक्य 11:10-12](rc://*/tn/help/rev/11/10)
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||||
* [प्रकाशितवाक्य13:15-17](rc://*/tn/help/rev/13/15)
|
||||
* [1 राजा 17:17](rc://*/tn/help/1ki/17/17)
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||||
* [सभोपदेशक 8:8](rc://*/tn/help/ecc/08/08)
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||||
* [अय्यूब 4:9](rc://*/tn/help/job/04/09)
|
||||
* [प्रकाशितवाक्य 11:11](rc://*/tn/help/rev/11/11)
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||||
* [प्रकाशितवाक्य13:15](rc://*/tn/help/rev/13/15)
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## शब्द तथ्य:
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* Strong's: H3307, H5301, H5396, H5397, H7307, H7309, G1709, G1720, G4157
|
||||
* स्ट्रोंग्स: H3307, H5301, H5396, H5397, H7307, H7309, G17200, G41570
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@ -1,4 +1,4 @@
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# बाँसुरी, बाँसुरी, बाँसुरी, सीटी बजाने का यंत्र
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# बाँसुरी, नर्सीगा
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## परिभाषा:
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@ -6,20 +6,20 @@
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* अधिकांश नलियों में सरकंडे जो मोटे घास के बने थे, हवा फूंकने पर कम्पन उत्पन्न होता था।
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* एक नली जिसमें सरकंडे नहीं होते थे उन्हें बाँसुरी कहते थे।
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||||
* चरवाहे अपनी भेड़ों को शान्ति देने क लिए सीटी बजाते थे।
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||||
* चरवाहे अपनी भेड़ों को शान्ति देने क लिए बांसुरी बजाते थे।
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||||
* इन वाद्यों द्वारा सुख या दुःख का संगीत बजाया जाता था।
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||||
(यह भी देखें: [झुण्ड](../other/flock.md), [चरवाहा](../other/shepherd.md))
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## बाइबल सन्दर्भ:
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||||
* [1 कुरिन्थियों 14:7-9](rc://*/tn/help/1co/14/07)
|
||||
* [1 राजा 01:38-40](rc://*/tn/help/1ki/01/38)
|
||||
* [दानिय्येल 03:3-5](rc://*/tn/help/dan/03/03)
|
||||
* [लूका 07:31-32](rc://*/tn/help/luk/07/31)
|
||||
* [मत्ती 09:23-24](rc://*/tn/help/mat/09/23)
|
||||
* [मत्ती 11:16-17](rc://*/tn/help/mat/11/16)
|
||||
* [1 कुरिन्थियों 14:7](rc://*/tn/help/1co/14/07)
|
||||
* [1 राजा. 1:38-40](rc://*/tn/help/1ki/01/38)
|
||||
* [दानिय्येल 3:3-5](rc://*/tn/help/dan/03/03)
|
||||
* [लूका 7:31-32](rc://*/tn/help/luk/07/31)
|
||||
* [मत्ती 9:23](rc://*/tn/help/mat/09/23)
|
||||
* [मत्ती 11:17](rc://*/tn/help/mat/11/17)
|
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||||
## शब्द तथ्य:
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||||
* Strong's: H4953, H5748, H2485, H2490, G832, G834, G836
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* स्ट्रोंग्स: H4953, H5748, H2485, H2490, G08320, G08340, G08360
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@ -1,4 +1,4 @@
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|||
# अन्यजाति, अन्यजातियां
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# अन्यजाति
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## परिभाषा:
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@ -8,7 +8,7 @@
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* अन्य जातियों के विश्वास में देवी-देवताओं की तथा प्रकृति की पूजा थी।
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* इन अन्य जातियों के धर्म में व्यभिचार या नरबलि आराधना का भाग होता था।
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|
||||
(यह भी देखें: [वेदी](../kt/altar.md), [झूठे देवता](../kt/falsegod.md), [बलिदान](../other/sacrifice.md), [आराधना](../kt/worship.md), [यहोवा](../kt/yahweh.md))
|
||||
(यह भी देखें: [वेदी](../kt/altar.md), [झूठे देवता](../kt/falsegod.md), [बलि](../other/sacrifice.md), [आराधना](../kt/worship.md), [यहोवा](../kt/yahweh.md))
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## बाइबल सन्दर्भ:
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|
@ -19,4 +19,4 @@
|
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## शब्द तथ्य:
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* Strong's: H1471, G1484, G1494
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* Strong's: H1471, G14840
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@ -1,12 +1,12 @@
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|||
# लाठी, छड़ें
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# लाठी
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## परिभाषा:
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“लाठी” एक पतली लम्बी लकड़ी होती है जिसका उपयोग नाना प्रकार से किया जाता है। इसकी लम्बाई लगभग एक मीटर की होती थी
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* चरवाहे हिंसक पशुओं से भेड़ों की रक्षा करने के लिए लाठी साथ रखते थे। लाठी फेंक कर भटकती हुई भेड़ को झुण्ड में लाया जाता था।
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||||
* भजन 23 में राजा दाऊद ने “छड़ी” और “लाठी” शब्दों को काम में लिया हैं जो उसके लोगों के लिए उसके मार्गदर्शन और अनुशासन के रूपक हैं।
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||||
* चरवाहा अपनी लाठी उठाकर भेड़ों की गिनती करता था।
|
||||
* भजन 23 में राजा दाऊद ने “सौंठे” और “लाठी” शब्दों को काम में लिया हैं जो उसके लोगों के लिए उसके मार्गदर्शन और अनुशासन के रूपक हैं।
|
||||
* चरवाहा अपनी लाठी उठाकर भेड़ों की उसके नीचे से निकाल कर उनकी गिनती करता था।
|
||||
* “लोहे का दण्ड” भी परमेश्वर से विमुख काम करने वालों के लिए परमेश्वर के दण्ड का प्रतीक है।
|
||||
* प्राचीन युग में मापदण्ड धातु, लकड़ी या पत्थर के बने होते थे जिनकी सहायता से किसी ईमारत या वस्तु की लम्बाई नापी जाती थी।
|
||||
* बाइबल में लकड़ी की छड़ी बच्चों के अनुशासन के लिए काम में ली जाती थी।
|
||||
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@ -15,12 +15,12 @@
|
|||
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||||
## बाइबल के सन्दर्भ:
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||||
|
||||
* [1 कुरिन्थियों 04:19-21](rc://*/tn/help/1co/04/19)
|
||||
* [1 कुरिन्थियों 4:21](rc://*/tn/help/1co/04/21)
|
||||
* [1 शमूएल 14:43-44](rc://*/tn/help/1sa/14/43)
|
||||
* [प्रे.का. 16:22-24](rc://*/tn/help/act/16/22)
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* [प्रे.का. 16:22](rc://*/tn/help/act/16/23)
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* [निर्गमन 27:9-10](rc://*/tn/help/exo/27/09)
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* [प्रकाशितवाक्य 11:1-2](rc://*/tn/help/rev/11/01)
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* [प्रकाशितवाक्य 11:1](rc://*/tn/help/rev/11/01)
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## शब्द तथ्य:
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* Strong's: H2415, H4294, H4731, H7626, G2563, G4463, G4464
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* स्ट्रोंग्स: H2415, H4294, H4731, H7626, G25630, G44630, G44640
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@ -17,12 +17,12 @@ dublin_core:
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description: 'A basic Bible lexicon that provides translators with clear, concise definitions and translation suggestions for every important word in the Bible. It provides translators and checkers with essential lexical information to help them make the best possible translation decisions.'
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format: 'text/markdown'
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identifier: 'tw'
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issued: '2022-11-26'
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issued: '2023-01-11'
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language:
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identifier: 'hi'
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title: 'हिन्दी, हिंदी (Hindi)'
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modified: '2022-11-26'
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modified: '2023-01-11'
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publisher: 'BCS'
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relation:
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- 'hi/glt'
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@ -41,11 +41,11 @@ dublin_core:
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version: '35.1'
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checking:
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Reference in New Issue