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# प्रभु, प्रभुओं, गुरु, स्वामी, स्वामियों, श्रीमान, महोदय #
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## परिभाषा: ##
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“प्रभु” शब्द का अर्थ है अन्य लोगों पर स्वामीत्व या अधिकार रखना।
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* इस शब्द का अनुवाद कभी-कभी “स्वामी” भी किया जाता है जब यीशु कें संदर्भ में हो या दासों के स्वामी के संदर्भ में हो।
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* अंग्रेजी की कुछ बाइबलों में इस शब्द का अनुवाद, “श्रीमान” किया गया है जब कोई किसी ऊंचे पद वाले को विनम्रता-पूर्वक संबोधित कर रहा है।
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## अनुवाद के सुझाव: ##
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* इस शब्द का अनुवाद “स्वामी” शब्द की समानता में किया जा सकता है। जब किसी गुलामों के स्वामी के सन्दर्भ में हो। * एक सेवक भी अपने नियोजक को “स्वामी” कह सकता है।
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* जब यह यीशु को संदर्भित करता है, यदि संदर्भ से पता चलता है कि वक्ता एक धार्मिक शिक्षक के रूप में उसे देखता है, तो इसका अनुवाद एक धार्मिक शिक्षक के लिए सम्मानित रूप से किया जा सकता है, जैसे कि "गुरु।"
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* यदि यीशु से बात करनेवाला व्यक्ति यीशु को नहीं जानता है तो “प्रभु” शब्द का अनुवाद “श्रीमान” किया जाए। यह अनुवाद अन्य प्रकरणों में भी किया जाए जहां किसी के लिए विनीत संबोधन की आवश्यकता हो।।
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* पिता परमेश्वर और यीशु के लिए अंग्रेजी भाषा में "Lord" बड़े अक्षर "L" का अनुवाद “प्रभु” ही करना है।
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(यह भी देखें: [प्रभु])
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## बाइबल संदर्भ: ##
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* [कुलुस्सियों 03:22-25]
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* [इफिसियों 06:9]
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* [उत्पत्ति 39:1-2]
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* [याकूब 02:1-4]
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* [यिर्मयाह 27:1-4]
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* [लूका 16:13]
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* [फिलिप्पुस 02:9-11]
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## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
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* __[25:05]__ यीशु ने उसे पवित्रशास्त्र से उत्तर दिया, उसने कहा, “परमेश्वर के वचन में वह अपने लोगों को आज्ञा देता है कि तू __प्रभु__ अपने परमेश्वर की परीक्षा न करना।’”
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* __ [25:07] __ तब यीशु ने उससे कहा, “हे शैतान दूर हो जा ! परमेश्वर के वचन में वह अपने लोगों को आज्ञा देता है कि 'तू __प्रभु__ अपने परमेश्वर को प्रणाम कर, और केवल उसी की उपासना कर।’”
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* __ [26:03] __ यह __प्रभु__ के कृपा का वर्ष है।
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* __ [27:02] __व्यवस्थापक ने उत्तर दिया, “तू अपने __परमेश्वर__ से अपने सारे ह्रदय, आत्मा, शक्ति और ,मन से प्रेम रखना। और अपने पड़ोसी से अपने समान प्रेम करना।”
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* __ [31:05] __ फिर पतरस ने यीशु से कहा ‘हे __गुरु__’ यदि तू है, तो मुझे भी अपने पास पानी पर चलकर आने की आज्ञा दे”
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* __ [43:09] __ “उसी यीशु को जिसे तुमने क्रूस पर चढ़ाया, परन्तु परमेश्वर ने उसे __प्रभु__ भी ठहराया और मसीह भी।”
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* __ [47: 3] __इस दुष्ट आत्मा के द्वारा वह दूसरों का भावी बताती थी, जिससे अपने __स्वामियों__ के लिये ज्योतिषी के रूप में बहुत धन कमा लाती थी।
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* __ [47:11] __ पौलुस ने उत्तर दिया,"यीशु में विश्वास करो, जो __प्रभु__ है, तो तू और तेरा परिवार बच जाएगा।"
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