# परमेश्वर ने दाऊद को आशीष दिया [17-09] # ![Image](https://api.unfoldingword.org/obs/jpg/1/en/360px/obs-en-17-09.jpg) __न्याय और विश्वास__ __योग्यता के साथ दाऊद ने कई सालों तक शासन किया__, और __परमेश्वर ने उसे आशीषित ____किया__ । लेकिन तब भी, अपने जीवन के अंतिम दिनों में उसने परमेश्वर के विरुद्ध भयंकर पाप किये। __महत्वपूर्ण शब्द तथा वाक्यांश____:__ * ____[[:hi:obs:notes:key-terms:david|दाऊद]]____ * ____[[:hi:obs:notes:key-terms:justice|न्याय]]____ * ____[[:hi:obs:notes:key-terms:faithful|विश्वासयोग्यता]]____ * ____[[:hi:obs:notes:key-terms:god|परमेश्वर]]____ * ____[[:hi:obs:notes:key-terms:bless|आशीषें दी]]____ * ____[[:hi:obs:notes:key-terms:sin|पाप किये]]____ __अनुवाद के लिए नोट्स____:__ * __न्याय और विश्वासयोग्यता के साथ दाऊद ने कई सालों तक शासन किया__ - इसके अनुवाद में ऐसे भी लिख सकते हैं, कि "लोगों पर अपने शासनकाल के दौरान, कई सालों तक उसने सही व न्यायसंगत कार्य ही कियें. और परमेश्वर के प्रति विश्वासयोग्य रहा।" * __अपने जीवन के अंतिम दिनों में__ - इसका अनुवाद हम ऐसे भी कर सकते हैं, : "दाऊद जब बूढा हुआ।" * __भयंकर पाप किये__ - अर्थात, "बहुत बुरे - बारे पाप किये।" दाऊद के पाप विशेष रूप से बहुत बुरे थे।