# जूता, जूतियां # ## परिभाषा: ## "जूते" वास्तव में समतल तले की पादुका होती थी जिसे पांवों और टखने पर चमड़े की पट्टी से बांधी जाती थी। स्त्री-पुरूष दोनों ही इन पादुकाओं को पहनते थे। * कभी-कभी पादुकाएं किसी वैधानिक विनिमय की पुष्टि हेतु भी काम में ली जाती थी जैसे कोई अपनी सम्पदा बेचता हो तो वह अपनी पादुका उतार कर खरीददार को दे देगा। एक आदमी एक पादुकाएं ले जाएगा और दूसरे को दे देगा। * अपनी पादुकाएं उतारना सामने वाले के लिए सम्मान एवं श्रद्धा का प्रतीक था, विशेष करके परमेश्वर की उपस्थिति में। * यूहन्ना ने कहा था कि वह यीशु की पादुकाओं (जूतों) के बन्ध खोलने के योग्य भी नहीं है, ऐसा कार्य सामान्यतः निम्न स्तर के मनुष्य या दास का होता था। ## बाइबल के सन्दर्भ: ## * [प्रे.का. 07:33-34](rc://hi/tn/help/act/07/33) * [व्यवस्था विवरण 25:9-10](rc://hi/tn/help/deu/25/09) * [यूह. 01:26-28](rc://hi/tn/help/jhn/01/26) * [यहोशू 05:14-15](rc://hi/tn/help/jos/05/14) * [मरकुस 06:7-9](rc://hi/tn/help/mrk/06/07) ## शब्द तथ्य: ## * Strong's: H5274, H5275, H8288, G4547, G5266