diff --git a/README.md b/README.md index aa39cef..0297653 100644 --- a/README.md +++ b/README.md @@ -10,3 +10,4 @@ STRs: * https://git.door43.org/unfoldingWord/SourceTextRequestForm/issues/635 * https://git.door43.org/unfoldingWord/SourceTextRequestForm/issues/671 * https://git.door43.org/unfoldingWord/SourceTextRequestForm/issues/728 +* https://git.door43.org/unfoldingWord/SourceTextRequestForm/issues/744 diff --git a/bible/names/silas.md b/bible/names/silas.md index 73698c4..9451617 100644 --- a/bible/names/silas.md +++ b/bible/names/silas.md @@ -1,34 +1,34 @@ -# सीलास, सिल्वानुस +# सीलास, सिलवानुस -## तथ्यों: +## तथ्य: सीलास यरूशलेम के मसीही विश्वासियों का अगुआ था। * यरूशलेम की कलीसिया के प्राचीनों ने सीलास को पौलुस और बरनबास के साथ जाने के लिए नियुक्त किया कि अन्ताकिया के लिए पत्र ले जाए। * आगे चलकर सिलास पौलुस के साथ अन्य नगरों में भी यीशु का प्रचार करने के लिए गया था। -* पौलुस और सीलास फिलिप्पी के बन्दीगृह में एक साथ थे। वहां वे परमेश्वर की स्तुति कर रहे थे और परमेश्वर ने उन्हें वहाँ से मुक्ति दिलाई। उनकी गवाही के परिणाम स्वरूप उस बन्दीगृह का अधीक्षक मसीही विश्वासी हो गया। +* पौलुस और सीलास को फिलिप्पी नगर के बन्दीगृह में डाल दिया गया था। वहां वे परमेश्वर की स्तुति कर रहे थे और परमेश्वर ने उन्हें बंदीगृह से मुक्ति दिलाई। उनकी गवाही के परिणाम स्वरूप उस बन्दीगृह का अधीक्षक मसीही विश्वासी हो गया। (अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [अन्ताकिया](../names/antioch.md), [बरनबास](../names/barnabas.md), [यरूशलेम](../names/jerusalem.md), [पौलुस](../names/paul.md), [फिलिप्पुस](../names/philippi.md), [बन्दीगृह](../other/prison.md), [गवाही](../kt/testimony.md)) +(यह भी देखें: [अन्ताकिया](../names/antioch.md), [बरनबास](../names/barnabas.md), [यरूशलेम](../names/jerusalem.md), [पौलुस](../names/paul.md), [फिलिप्पी](../names/philippi.md), [बन्दीगृह](../other/prison.md), [गवाही](../kt/testimony.md)) ## बाइबल के सन्दर्भ: -* [1 पतरस 05:12-14](rc://*/tn/help/1pe/05/12) -* [1 थिस्सलुनीकियों 01:1](rc://*/tn/help/1th/01/01) -* [2 थिस्सलुनीकियों 01:1-2](rc://*/tn/help/2th/01/01) -* [प्रे.का. 15:22-23](rc://*/tn/help/act/15/22) +* [1 पतरस 5:12](rc://*/tn/help/1pe/05/12) +* [1 थिस्सलुनीकियों 1:1](rc://*/tn/help/1th/01/01) +* [2 थिस्सलुनीकियों 1:1](rc://*/tn/help/2th/01/01) +* [प्रे.का. 15:22](rc://*/tn/help/act/15/22) -## बाइबल के कहानियों से उदाहरण: +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[47: 1](rc://*/tn/help/obs/47/01)__ एक दिन, पौलुस और उसका मित्र सिलास फिलिप्पी के शहर में यीशु के बारे में शुभ सन्देश देने के लिए गए। -* __[47:02](rc://*/tn/help/obs/47/02)__ वह (लुदिया ) ने पौलुस और सिलास को अपने घर में रहने के लिए आमंत्रित किया, इसलिए वे उसके और उसके परिवार के साथ रहे। -* __[47:03](rc://*/tn/help/obs/47/03)__ पौलुस और __ सिलास__ अक्सर प्रार्थना के स्थान पर लोगों के साथ मिले। -* __[47:07](rc://*/tn/help/obs/47/07)__ इसलिए गुलाम लड़की के मालिकों ने पौलुस और सिलास को रोमन अधिकारियों के पास ले लिया, जिन्होंने उन्हें मारा और उन्हें जेल में फेंक दिया। -* __[47:08](rc://*/tn/help/obs/47/08)__ उन्होंने पौलुस और सिलास को जेल के सबसे सुरक्षित भाग में रखा और यहां तक कि उनके पैरों को भी बंद कर दिया। -* __[47:11](rc://*/tn/help/obs/47/11)__ जेलर कांपते हुए' पौलुस और सिलास के पास आया और पूछा, "बचने के लिए मुझे क्या करना चाहिए?" -* __[47:13](rc://*/tn/help/obs/47/13)__ अगले दिन शहर के नेताओं ने पौलुस और __ सिलास को जेल से रिहा कर दिया और उन्हें फिलिप्पी छोड़ने के लिए कहा। पौलुस और __ सिलास ने लुदिया और कुछ अन्य दोस्तों सें मिले और फिर शहर छोड़ दिया। +* __[47: 1](rc://*/tn/help/obs/47/01)__ एक दिन, पौलुस और उसका मित्र __ सिलास__ फिलिप्पी के शहर में यीशु के बारे में शुभ सन्देश सुनाने के लिए गए। +* __[47:2](rc://*/tn/help/obs/47/02)__ वह (लुदिया ) ने पौलुस और __ सिलास__ को अपने घर में रहने के लिए आमंत्रित किया, इसलिए वे उसके और उसके साथ उसके परिवार में रहे। +* __[47:3](rc://*/tn/help/obs/47/03)__ पौलुस और __ सिलास__ प्रार्थना के स्थान पर प्रायः लोगों से भेंट करते रहते थे। +* __[47:7](rc://*/tn/help/obs/47/07)__ इसलिए उस दासी के स्वामियों पौलुस और __ सिलास__ को रोमी अधिकारियों के पास ले गए, जिन्होंने उन्हें मारा और उन्हें बंदीगृह में डाल दिया। +* __[47:8](rc://*/tn/help/obs/47/08)__ उन्होंने पौलुस और __ सिलास__ को जेल के सबसे सुरक्षित भाग में रखा और यहां तक कि उनके पैरों को भी बाँध दिया। +* __[47:11](rc://*/tn/help/obs/47/11)__ बंदीगृह का प्रभारी कांपते हुए' पौलुस और __ सिलास__ के पास आया और पूछा, "मोक्ष पाने के लिए मुझे क्या करना चाहिए?" +* __[47:13](rc://*/tn/help/obs/47/13)__ अगले दिन शहर के नेताओं ने पौलुस और __ सिलास__ को बंदीगृह से रिहा कर दिया और उन्हें फिलिप्पी नगर छोड़ने के लिए कहा। पौलुस और __ सिलास__लुदिया और कुछ अन्य मित्रों सें मिले और फिर शहर छोड़ दिया। ## शब्द तथ्य: -* Strong's: G4609, G4610 +* स्ट्रोंग्स: G4609, G4610 diff --git a/bible/other/acknowledge.md b/bible/other/acknowledge.md index 51f7d8a..03cb288 100644 --- a/bible/other/acknowledge.md +++ b/bible/other/acknowledge.md @@ -1,29 +1,29 @@ -# मानना, मान लेता है, मानकर, मान लेता, मान लिया +# मानना, स्वीकार करना, अंगीकार किया ## तथ्य: -“पहचानना” (मानना) अर्थात किसी मनुष्य को या वस्तु को यथा उचित मान देना। +“मानना” (अभिस्वीकार करना) अर्थात किसी मनुष्य को या वस्तु को यथा उचित मान देना। -* परमेश्वर का मानना (पहचानना) में ऐसा आचरण आता है जिससे प्रकट हो कि वह जो कहता है वह सच है। -* परमेश्वर को माननेवाले उसके आज्ञापालन द्वारा प्रकट करते हैं, जिससे उसके नाम का महिमा होती है। +* परमेश्वर का अंगीकार करना में ऐसा आचरण आता है जिससे प्रकट हो कि वह जो कहता है वह सच है। +* परमेश्वर को माननेवाले मनुष्य उसके नाम के महिमान्वन के निमित्त आज्ञापालन द्वारा प्रकट करते हैं। * किसी बात को मानने का अर्थ है कि उसकी सच्चाई को स्वीकार करना, कार्यों एवं शब्दों द्वारा उसकी पुष्टि करना। ## अनुवाद के सुझाव: -* किसी बात की सत्यता के संदर्भ में “मानना” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “स्वीकार करना” या “घोषित करना” या “सत्य का अंगीकार करना” या “विश्वास करना”। +* किसी बात की सत्यता को स्वीकार करने के संदर्भ में “मानना” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “स्वीकार करना” या “घोषित करना” या “सत्य का अंगीकार करना” या “विश्वास करना”। * किसी मनुष्य को मानने (पहचान लो) के संदर्भ में इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “स्वीकार करना” या “के महत्व को पहचानना” या “अन्यों से कहना कि वह विश्वासयोग्य है।” -* इस सन्दर्भ में परमेश्वर को मानना का अनुवाद "परमेश्वर पर विश्वास और उसकी आज्ञापालन करना" या "घोषित करे कि परमेश्वर कौन है" या "अन्य लोगों को बताएं कि परमेश्वर कितना महान है" या "अंगीकार करे की परमेश्वर जो कहता है और करता है सच है।" +* इस सन्दर्भ में परमेश्वर को मानना का अनुवाद होगा, "परमेश्वर पर विश्वास करना और उसका आज्ञापालन करना" या "घोषित करना कि परमेश्वर कौन है" या "अन्य लोगों को बताना कि परमेश्वर कितना महान है" या "अंगीकार करना कि परमेश्वर जो कहता है और करता है सच है।" (यह भी देखें: [आज्ञापालन](../other/obey.md), [महिमा](../kt/glory.md), [उद्धार](../kt/salvation.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: * [दानिय्येल 11:38-39](rc://*/tn/help/dan/11/38) -* [यिर्मयाह 09:4-6](rc://*/tn/help/jer/09/04) +* [यिर्मयाह 9:4-6](rc://*/tn/help/jer/09/04) * [अय्यूब 34:26-28](rc://*/tn/help/job/34/26) -* [लैव्यव्यवस्था 22:31-33](rc://*/tn/help/lev/22/31) -* [भजन 029:1-2](rc://*/tn/help/psa/029/001) +* [लैव्यव्यवस्था 22:32](rc://*/tn/help/lev/22/32) +* [भजन 29:1-2](rc://*/tn/help/psa/029/001) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H3045, H3046, H5046, H5234, H6942, G1492, G1921, G3670 +* स्ट्रोंग्स: H3045, H3046, H5046, H5234, H6942, G14920, G19210, G36700 diff --git a/bible/other/caughtup.md b/bible/other/caughtup.md index 4e2436a..0187e14 100644 --- a/bible/other/caughtup.md +++ b/bible/other/caughtup.md @@ -1,21 +1,21 @@ -# उठा लिया, जा लिया, दौड़ गया +# उठा लिया गया ## परिभाषा: “उठा लिया गया” प्रायः परमेश्वर द्वारा किसी को अकस्मात ही चमत्कारी रूप से स्वर्ग में उठा लेने के संदर्भ में होता है। -* “जा लिया” किसी के निकट शीघ्रता से पहुंचना इसी अर्थ का दूसरा शब्द है, “पड़ेगा” +* “साथ हो लिया” शीग्रता करके किसी के निकट पहुंचना इसी का समानार्थक शब्द है, “आगे निकलना” * प्रेरित पौलुस तीसरे स्वर्ग में “उठा लिए जाने” की चर्चा करता है। इसका अनुवाद “ऊपर ले लेना” भी हो सकता है * पौलुस कहता है कि जब मसीह पुनः आएगा तब विश्वासी उससे आकाश में भेंट करने के लिए “उठा लिए जाएंगे”। -* यह प्रतीकात्मक अभिव्यक्ति “मेरे अधर्म के कामों ने मुझे आ पकड़ा” इसका अनुवाद हो सकता है “मैं अपने पापों का परिणाम भोग रहा हूं” या “मेरे पापों के कारण मैं दुःख उठा रहा हूं” या “मेरे पाप मुझे कष्ट देते हैं”। +* यह प्रतीकात्मक अभिव्यक्ति “मेरे अधर्म के कामों ने मुझे आ पकड़ा” इसका अनुवाद हो सकता है “मैं अपने पापों का परिणाम भोग रहा हूं” या “मेरे पापों के कारण मैं दुःख उठा रहा हूं” या “मेरा पाप मुझे कष्ट दे रहा है।" (देखें: [आश्चर्यकर्म](../kt/miracle.md), [घेरना](../other/overtake.md), [दु:ख उठाना](../other/suffer.md), [समस्या](../other/trouble.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: * [2 कुरिन्थियों 12:1-2](rc://*/tn/help/2co/12/01) -* [प्रे.का. 08:39-40](rc://*/tn/help/act/08/39) +* [प्रे.का. 8:39-40](rc://*/tn/help/act/08/39) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1692, G726 +* स्ट्रोंग्स: H1692, G0726 diff --git a/bible/other/overtake.md b/bible/other/overtake.md index 9f266e5..b98f2c6 100644 --- a/bible/other/overtake.md +++ b/bible/other/overtake.md @@ -1,15 +1,15 @@ -# आ पड़े, पकड़ लेना, आ पकड़ा, पकड़ लिया +# आ पड़े, घेरना ## परिभाषा: -“आ पड़े” और “पकड़ लिया” का संदर्भ किसी मनुष्य या किसी वस्तु को वश में कर लेने से है। इसमें विचार यह है कि पीछा करके पकड़ना। +“आ पड़े” और “घेरना” का संदर्भ किसी मनुष्य या किसी वस्तु को वश में कर लेने से है। इसमें विचार यह है, पीछा करके पहुंचना। * जब सेना किसी और दुश्मन सेना को घेर लेती है तो इसका अर्थ है कि उन्होंने उस सेना को युद्ध में पराजित कर दिया। * जब शिकारी शिकार को घेर लेता है तो इसका अर्थ है कि उसने पीछा करके शिकार को पकड़ लिया। -* यदि किसी पर श्राप आ पड़े तो इसका अर्थ है कि श्राप में जो कुछ कहा गया था वह उसके साथ होगा। -* यदि किसी पर आशिष आती है तो इसका अर्थ है कि उसे आशिष मिलेगी। +* यदि किसी पर श्राप आ पड़े तो इसका अर्थ है कि श्राप में जो कुछ कहा गया था वह उसके साथ होता है । +* यदि मनुष्यों पर आशिष आती है तो इसका अर्थ है कि वे आशीषों का अनुभव कर रहे हैं। * प्रकरण के अनुसार “घेरना” का अनुवाद “जीतना” या “बन्दी बनाना” या “पराजित करना” या “पकड़ लेना” या “पूर्णतः प्रभावित करना” हो सकता है। -* पूर्वकालिक क्रिया “आ पड़ी” का अनुवाद “पकड़ लिया” या “साथ आ गया” या “जीत लिया” या “पराजित कर दिया” या “हानि कर दी” किया जा सकता है। +* पूर्वकालिक क्रिया “आ पड़ी” का अनुवाद इस प्रकार किया जा सकता है, “पकड़ लिया” या “साथ आ गया” या “जीत लिया” या “पराजित कर दिया” या “हानि कर दी।" * जब चेतावनी दी जाए कि अन्धकार या दण्ड या भय मनुष्यों के पापों के कारण आ पड़ेगा तो इसका अर्थ है कि यदि वे पापों से न फिरे तो उन्हें इन नकारात्मक बातों का अनुभव होगा। * “मेरे वचन तुम्हारे पितरों पर आ पड़े है” का अर्थ है कि यहोवा ने उनके पूर्वजों को जो शिक्षाएं दी थी उनके कारण उन्हें दण्ड मिलेगा क्योंकि वे उन शिक्षाओं का पालन करने में असफल रहे। @@ -18,10 +18,8 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: * [2 राजा 25:4-5](rc://*/tn/help/2ki/25/04) -* [यूहन्ना 12:34-36](rc://*/tn/help/jhn/12/34) - -{{tag>publish ktlink} +* [यूहन्ना 12:35](rc://*/tn/help/jhn/12/34) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H579, H935, H1692, H4672, H5066, H5381, G2638, G2983 +* स्ट्रोंग्स: H0579, H0935, H1692, H4672, H5066, H5381, G26380, G29830 diff --git a/manifest.yaml b/manifest.yaml index 46c64a8..6ed3934 100644 --- a/manifest.yaml +++ b/manifest.yaml @@ -17,12 +17,12 @@ dublin_core: description: 'A basic Bible lexicon that provides translators with clear, concise definitions and translation suggestions for every important word in the Bible. 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