diff --git a/README.md b/README.md index 0297653..1188ae5 100644 --- a/README.md +++ b/README.md @@ -11,3 +11,5 @@ STRs: * https://git.door43.org/unfoldingWord/SourceTextRequestForm/issues/671 * https://git.door43.org/unfoldingWord/SourceTextRequestForm/issues/728 * https://git.door43.org/unfoldingWord/SourceTextRequestForm/issues/744 +* https://git.door43.org/unfoldingWord/SourceTextRequestForm/issues/798 +* https://git.door43.org/unfoldingWord/SourceTextRequestForm/issues/833 diff --git a/bible/kt/christian.md b/bible/kt/christian.md index 75c64c6..1588461 100644 --- a/bible/kt/christian.md +++ b/bible/kt/christian.md @@ -1,41 +1,41 @@ -# मसीही +# मसीही विश्वासी -## परिभाषा: +## परिभाषा यीशु के स्वर्गारोहण के कुछ समय बाद विश्वासियों को “मसीही” कहा गया जिसका अर्थ है, “मसीह के अनुयायी” * अन्ताकिया नगर में यीशु के अनुयायियों को सबसे पहले “मसीही” कहा गया था। * मसीही जन वह मनुष्य है जो विश्वास करता है कि यीशु परमेश्वर का पुत्र है और यीशु में विश्वास करता है कि उसने उसका पाप मोचन किया। -* आज “मसीही” शब्द मसीही धर्म मानने वाले के संदर्भ में काम में लिया जाता है परन्तु वह व्यक्ति वास्तव में यीशु का अनुसरण नहीं करता है। बाइबल में "मसीही" शब्द का अर्थ यह नहीं है। +* आज, हमारे युग में “मसीही” शब्द अधिकतर मसीही धर्म मानने वाले के अर्थात उससे पहचान बनाने वाले के संदर्भ में काम में लिया जाता है चाहे वह व्यक्ति वास्तव में यीशु का अनुसरण नहीं करता हो। बाइबल में "मसीही" शब्द का अर्थ यह नहीं है। * क्योंकि बाइबल में “मसीही” शब्द सदैव उस मनुष्य के लिए काम में लिया गया है जो वास्तव में यीशु में विश्वास करता है, मसीही जन को "विश्वासी" भी कहते हैं। -## अनुवाद के सुझाव: +## अनुवाद के सुझाव -इस शब्द का अनुवाद “मसीही अनुयायी” या “मसीह का अनुयायी” या “मसीह पुरुष” जैसा। +इस शब्द का अनुवाद “मसीही अनुयायी” या “मसीह का अनुयायी” या संभवतः “मसीह जन” जैसा। * सुनिश्चित करें कि इस शब्द का अनुवाद शिष्य और प्रेरित शब्दों के अनुवाद से भिन्न हो। -* सावधानी-पूर्वक अनुवाद करें कि इस शब्द का अनुवाद यीशु में विश्वास करनेवाले सब जनों के संदर्भ में हो न कि किसी एक समुदाय या जाति से हो। +* सावधानी-पूर्वक अनुवाद करें कि इस शब्द का अनुवाद यीशु में विश्वास करनेवाले सब जनों के संदर्भ में हो न कि किसी एक समुदाय या वर्ग से हो। * यह भी ध्यान रखें कि इस शब्द का अनुवाद स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा में कैसे किया गया है। (देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://*/ta/man/translate/translate-unknown)) (यह भी देखें: [अन्ताकिया](../names/antioch.md), [मसीह](../kt/christ.md), [आराधनालय](../kt/church.md), [चेले](../kt/disciple.md), [विश्वासी](../kt/believer.md), [यीशु](../kt/jesus.md), [परमेश्वर का पुत्र](../kt/sonofgod.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 कुरिन्थियों 06:7-8](rc://*/tn/help/1co/06/07) -* [1 पतरस 04:15-16](rc://*/tn/help/1pe/04/15) -* [प्रे.का. 11:25-26](rc://*/tn/help/act/11/25) -* [प्रे.का. 26:27-29](rc://*/tn/help/act/26/27) +* [1 कुरिन्थियों 6:7-8](rc://*/tn/help/1co/06/07) +* [1 पतरस 4:16](rc://*/tn/help/1pe/04/16) +* [प्रे.का. 11:26](rc://*/tn/help/act/11/26) +* [प्रे.का. 26:28](rc://*/tn/help/act/26/28) ## बाइबल कहानियों से उदाहरण: -* __[46:09](rc://*/tn/help/obs/46/09)__ और चेलें सब से पहले अन्ताकिया ही में "__मसीही__" कहलाए। +* __[46:9](rc://*/tn/help/obs/46/09)__ और चेलें सब से पहले अन्ताकिया ही में "__मसीही__" कहलाए। * __[47:14](rc://*/tn/help/obs/47/14)__ पौलुस और अन्य __मसीही__ अगुवों ने अनेक शहरों में यीशु का प्रचार किया और लोगों को परमेश्वर के वचन की शिक्षा दी। -* __[49:15](rc://*/tn/help/obs/49/15)__ यदि तुम यीशु पर और जो कुछ उसने आपके लिए किया उस पर विश्वास करते हो, तो आप एक __मसीही__ हो! +* __[49:15](rc://*/tn/help/obs/49/15)__ यदि आप यीशु पर और जो कुछ उसने आपके लिए किया उस पर विश्वास करते हो, तो आप एक __मसीही__ हो! * __[49:16](rc://*/tn/help/obs/49/16)__ यदि तुम एक __मसीही__ हो, तो जो कुछ यीशु ने किया उसके कारण परमेश्वर ने तुम्हारे पाप माफ़ कर दिए हैं। -* __[49:17](rc://*/tn/help/obs/49/17)__ यद्यपि आप एक __मसीही__ हैं, फिर भी आप पाप करने की परीक्षा में पड़ोगे। -* __[50:03](rc://*/tn/help/obs/50/03)__ स्वर्ग में वापस जाने से पहले, यीशु ने __मसीहों__ से कहा कि वे उन लोगों को शुभ समाचार सुनाएँ जिन्होंने इसे कभी नहीं सुना। -* __[50:11](rc://*/tn/help/obs/50/11)__ जब यीशु वापस आएगा, तो हर __मसीही__ जो मरा है वह मृतकों में से जी उठेगा और उससे आकाश में मिलेगा। +* __[49:17](rc://*/tn/help/obs/49/17)__ यद्यपि आप एक __मसीही__ हैं, फिर भी आप पाप करने की परीक्षा में पड़ेंगे। +* __[50:3](rc://*/tn/help/obs/50/03)__ स्वर्ग में वापस जाने से पहले, यीशु ने __मसीहों__ से कहा कि वे उन लोगों को शुभ समाचार सुनाएँ जिन्होंने इसे कभी नहीं सुना। +* __[50:11](rc://*/tn/help/obs/50/11)__ जब यीशु वापस आएगा, तो हर __मसीही__ जो मरा गया है वह मृतकों में से जी उठेगा और उससे आकाश में मिलेगा। -## शब्द तथ्य: +## शब्द तथ्य -* Strong's: G5546 +* स्ट्रोंग्स: G 55460 diff --git a/bible/kt/daughterofzion.md b/bible/kt/daughterofzion.md index fb3da90..e8dfbad 100644 --- a/bible/kt/daughterofzion.md +++ b/bible/kt/daughterofzion.md @@ -2,26 +2,26 @@ ## परिभाषा: -“सिय्योन की पुत्री” इस्राएल के लिए प्रभुक्त प्रतीकात्मक अभिव्यक्ति है। इसका उपयोग प्रायः भविष्यद्वाणियों में किया जाता है। +“सिय्योन की बेटी” इस्राएल के लिए प्रयुक्त प्रतीकात्मक अभिव्यक्ति है। इसका उपयोग प्रायः भविष्यद्वाणियों में किया जाता है। -* पुराने नियम में “सिय्योन” शब्द यरूशलेम का दूसरा नाम है। -* “सिय्योन” और “यरूशलेम” दोनों शब्द इस्राएल के लिए काम में लिए गए हैं। -* “पुत्री” शब्द अनुराग और प्रेमपूर्ण शब्द है। यह परमेश्वर द्वारा उसकी प्रजा के प्रति उसके धीरज और देखरेख का एक रूपक है। +* पुराने नियम में “सिय्योन” शब्द यरूशलेम नगर के लिए प्रयोग किया गाया दूसरा नाम है। +* “सिय्योन” और “यरूशलेम” दोनों शब्द इस्राएल को संदर्भित करने के लिए भी काम में लिए गए हैं। +* “बेटी” शब्द ममता और वात्सल्य का शब्द है। यह परमेश्वर द्वारा उसकी प्रजा के प्रति उसके धीरज और देखरेख के लिए एक रूपक है। ## अनुवाद के सुझाव: * इसके अनुवाद रूप हो सकते हैं, “सिय्योन से मेरी पुत्री इस्राएल” या “सिय्योन के लोग जो मेरे लिए पुत्री जैसे हैं” या “सिय्योन मेरे प्रिय जन इस्राएल”। -* “सिय्योन” शब्द को संजोए रखना उचित है क्योंकि बाइबल में उसका अनेक बार उपयोग किया गया है। अनुवाद में एक टिप्पणी लिखी जा सकती है कि उसका प्रतिकात्मक अर्थ और भविष्यद्वाणी का उपयोग स्पष्ट किया जाए। -* “पुत्री” शब्द को भी ज्यों का त्यों रखना उचित है जब तक कि उसका अर्थ समझने में दुविधा न हो। +* इस अभिव्यक्ति में “सिय्योन” शब्द को इसी रूप में रखना उचित है क्योंकि बाइबल में उसका अनेक बार उपयोग किया गया है। अनुवाद में एक टिप्पणी लिखी जा सकती है कि उसका प्रतिकात्मक अर्थ और भविष्यद्वाणी का उपयोग स्पष्ट किया जाए। +* “पुत्री” शब्द को भी इस अभिव्यक्ति के अनुव्वाद में ज्यों का त्यों रखना उचित है जब तक कि उसका अर्थ यथार्त रूप में समझा जाता है। (यह भी देखें: [यरूशलेम](../names/jerusalem.md), [भविष्यद्वक्ता](../kt/prophet.md), [सिय्योन](../kt/zion.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [यिर्मयाह 06:1-3](rc://*/tn/help/jer/06/01) -* [यूहन्ना 12:14-15](rc://*/tn/help/jhn/12/14) -* [मत्ती 21:4-5](rc://*/tn/help/mat/21/04) +* [यिर्मयाह 06:2](rc://*/tn/help/jer/06/02) +* [यूहन्ना 12:15](rc://*/tn/help/jhn/12/15) +* [मत्ती 21:5](rc://*/tn/help/mat/21/05) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1323, H6726 +* स्ट्रोंग्स: H1323, H6726 diff --git a/bible/kt/lament.md b/bible/kt/lament.md index 1830f25..8f12dc6 100644 --- a/bible/kt/lament.md +++ b/bible/kt/lament.md @@ -1,30 +1,30 @@ -# विलाप, विलाप करना, विलाप किया +# विलाप करना, विलाप ## परिभाषा: -“विलाप करना” “विलाप” अर्थात शोक, दुःख या विषाद की प्रबल भावना। +“विलाप करना” “विलाप” शब्द शोक, दुःख या विषाद की प्रबल भावना के सन्दर्भ देते हैं। -कभी-कभी यह पाप का गहन पछतावा या आपदाग्रस्त मनुष्य के प्रति अनुकंपा भी होता है। +कभी-कभी इसमें पाप के लिए गहन पछतावा या आपदाग्रस्त मनुष्य के प्रति अनुकंपा का भाव भी होता है। -* विलाप में कराहना, रोना या रोना-पीटना होता है। +* विलाप में कराहना, रोना या छाती-पीटना हो सकता है। ## अनुवाद के सुझाव: -* “विलाप करना” का अनुवाद “गहन दुख मनाना” या “दुख से रोना पीटना” या “दुःखी होना” हो सकता है। -* "विलाप करना" (या "विलाप") का अनुवाद "जोर से विलाप और रोना" या "गहरी दु: ख" या "शोक में रोना" या "विलापपूर्ण कराहना" के रूप में किया जा सकता है। +* “विलाप करना” का अनुवाद हो सकता है, “गहरा शोक” या “दुख से छाती पीटना” या “दुःखी होना”। +* "विलाप" (या "विलाप करना") का अनुवाद हो सकता है, "चिल्ला-चिल्ला कर रोना और छाती पीटना" या "गहरा दु: ख" या "दुःख भरा रुदन" या "दुःख भारी आहें"। ## बाइबल सन्दर्भ: -* [आमोस 08:9-10](rc://*/tn/help/amo/08/09) +* [आमोस 8:9-10](rc://*/tn/help/amo/08/09) * [यहेजकेल 32:1-2](rc://*/tn/help/ezk/32/01) -* [यिर्मयाह 22:17-19](rc://*/tn/help/jer/22/17) +* [यिर्मयाह 22:18](rc://*/tn/help/jer/22/18) * [अय्यूब 27:15-17](rc://*/tn/help/job/27/15) -* [विलापगीत 02:5-6](rc://*/tn/help/lam/02/05) -* [विलापगीत 02:8-9](rc://*/tn/help/lam/02/08) -* [मीका 02:3-5](rc://*/tn/help/mic/02/03) +* [विलापगीत 2:5-6](rc://*/tn/help/lam/02/05) +* [विलापगीत 2:8](rc://*/tn/help/lam/02/08) +* [मीका 02:4](rc://*/tn/help/mic/02/04) * [भजन संहिता 102:1-2](rc://*/tn/help/psa/102/001) -* [जकर्याह 11:1-3](rc://*/tn/help/zec/11/01) +* [जकर्याह 11:2](rc://*/tn/help/zec/11/02) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H56, H421, H578, H592, H1058, H4553, H5091, H5092, H5594, H6088, H6969, H7015, H8567, G2354, G2355, G2870, G2875 +* स्ट्रोंग्स: H0056, H0421, H0578, H0592, H1058, H4553, H5091, H5092, H5594, H6088, H6969, H7015, H8567, G23540, G23550, G28700, G2875 diff --git a/bible/kt/lordssupper.md b/bible/kt/lordssupper.md index 6fbaa42..51a0bf1 100644 --- a/bible/kt/lordssupper.md +++ b/bible/kt/lordssupper.md @@ -3,7 +3,7 @@ ## परिभाषा: * “प्रभु भोज” प्रेरित पौलुस इस उक्ति को फसह के भोज के लिए काम में लेता है जो यीशु ने अपने शिष्यों के साथ उस रात खाया था जब यहूदी अगुओं ने उसे बन्दी बनाया था। -* इस भोजन के समय यीशु ने फसह की रोटी को तोड़कर अपनी देह से कहा जो शीघ्र ही प्रताड़ित की जाएगी और मार डाली जायेगी। +* इस भोजन के समय यीशु ने फसह की रोटी को तोड़कर अपनी देह की उपमा दी जो शीघ्र ही प्रताड़ित की जाएगी और मार डाली जायेगी। * दाखरस के कटोरे को उसने अपना लहू कहा जो शीघ्र ही बहाया जायेगा जब वह पापबलि होकर मरेगा। * यीशु ने आज्ञा दी थी कि उसके शिष्य जब भी इस भोज में सहभागी हों तब वे उसकी मृत्यु और पुनरूत्थान को सदैव स्मरण करें। * कुरिन्थियों की कलीसिया को लिखे पत्र में प्रेरित पौलुस ने मसीह के विश्वासियों के लिए इस भोज को एक नियमित अभ्यास बना दिया था। @@ -11,15 +11,15 @@ ## अनुवाद के लिए सुझाव: -* इस उक्ति का अनुवाद “प्रभु का भोजन” या “हमारे प्रभु यीशु का भोजन” या “प्रभु यीशु को स्मरण करने का भोजन” भी कहा जा सकता है। +* इस उक्ति का अनुवाद “प्रभु का भोज” या “हमारे प्रभु यीशु का भोज” या “प्रभु यीशु को स्मरण करने का भोज” भी कहा जा सकता है। (यह भी देखें: [फसह](../kt/passover.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 कुरिन्थियों 11:20-22](rc://*/tn/help/1co/11/20) +* [1 कुरिन्थियों 11:20](rc://*/tn/help/1co/11/20) * [1 कुरिन्थियों 11:25-26](rc://*/tn/help/1co/11/25) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: G1173, G2960 +* स्ट्रोंग्स: G11730, G29600 diff --git a/bible/kt/myrrh.md b/bible/kt/myrrh.md index 782e228..4210fef 100644 --- a/bible/kt/myrrh.md +++ b/bible/kt/myrrh.md @@ -2,23 +2,23 @@ ## परिभाषा: -“गन्धरस” एक तेल या मसाला होता था जो मूर के पेड़ से निकाला हुआ गोंद होता था, यह वृक्ष अफ्रीका और एशिया में पाया जाता था यह लोबान का सा ही होता है। +“गन्धरस” एक तेल या मसाला होता था जो मूर के पेड़ से निकाले हुआ गोंद से तैयार किया जाता था, यह वृक्ष अफ्रीका और एशिया में उगता है और लोबान की प्रजाति का है। -गन्धरस धूप, इत्र, और औषधी बनाने तथा शवों को अभ्यंजन में काम आता था। +गन्धरस धूप, इत्र, और औषधी बनाने तथा कब्र में रखने के लिए शवों का अभ्यंजन करने के भी काम में लिया जाता था। * गन्धरस यीशु के जन्म पर ज्योतिषियों द्वारा चढ़ाई गई भेंटों में से एक था। * यीशु जब क्रूस पर लटका हुआ था तब गन्धरस मिश्रित मदिरा उसे दी गई थी कि उसकी पीड़ा कम जो जाए। -(यह भी देखें: [लोबान](../other/frankincense.md), [ज्योतिषी](../other/learnedmen.md)) +(यह भी देखें: [लोबान](../other/frankincense.md), [ज्योतिषियों](../other/learnedmen.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: * [निर्गमन 30:22-25](rc://*/tn/help/exo/30/22) * [उत्पत्ति 37:25-26](rc://*/tn/help/gen/37/25) * [यूहन्ना 11:1-2](rc://*/tn/help/jhn/11/01) -* [मरकुस 15:22-24](rc://*/tn/help/mrk/15/22) -* [मत्ती 02:11-12](rc://*/tn/help/mat/02/11) +* [मरकुस 15:23](rc://*/tn/help/mrk/15/23) +* [मत्ती 2:11-12](rc://*/tn/help/mat/02/11) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H3910, H4753, G3464, G4666, G4669 +* स्ट्रोंग्स: H3910, H4753, G34640, G46660, G46690 diff --git a/bible/kt/pentecost.md b/bible/kt/pentecost.md index 806894a..ac84356 100644 --- a/bible/kt/pentecost.md +++ b/bible/kt/pentecost.md @@ -2,24 +2,24 @@ ## तथ्य: -“सप्ताहों का पर्व” एक यहूदी पर्व है जो फसह के पर्व के पचास दिन बाद मनाया जाता था। जिसे बाद में "पिन्तेकुस्त" कहा जाता था। +“सप्ताहों का पर्व” एक यहूदी पर्व है जो फसह के पर्व के पचास दिन बाद मनाया जाता था। जिसे बाद में "पिन्तेकुस्त" कहा गया था। * सप्ताहों का पर्व, पहले फलों के पर्व के सात सप्ताहों (पचास दिन) बाद मनाया जाता था। नये नियम के युग में इस पर्व को “पिन्तेकुस्त” का पर्व कहते थे जिसके अर्थ में एक भाग “पचास” है। * सप्ताहों का पर्व अन्न की कटनी के आरंभ के उत्सव में मनाया जाता था। यह वह समय था जब परमेश्वर ने इस्राएल के लिए सर्वप्रथम पत्थर की तख्तियों पर मूसा को व्यवस्था दी थी। -* नये नियम में पिन्तेकुस्त का दिन विशेष करके महत्वपूर्ण था क्योंकि उस दिन यीशु पर विश्वास करनेवालों ने एक नए तरीके से पवित्र आत्मा प्राप्त किया था। +* नये नियम में पिन्तेकुस्त का दिन विशेष करके महत्वपूर्ण था क्योंकि उस दिन यीशु पर विश्वास करनेवालों ने एक नए अनुभव में पवित्र आत्मा प्राप्त किया था। (अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [पर्व](../other/festival.md), [पहले फल](../other/firstfruit.md), [फसल](../other/harvest.md), [पवित्र आत्मा](../kt/holyspirit.md), [खड़ा करना](../other/raise.md)) +(यह भी देखें: [पर्व](../other/festival.md), [पहले फल](../other/firstfruit.md), [कटनी](../other/harvest.md), [पवित्र आत्मा](../kt/holyspirit.md), [जीवित करना](../other/raise.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [2 इतिहास 08:12-13](rc://*/tn/help/2ch/08/12) -* [प्रे.का. 02:1-4](rc://*/tn/help/act/02/01) +* [2 इतिहास 8:12-13](rc://*/tn/help/2ch/08/12) +* [प्रे.का. 2:1](rc://*/tn/help/act/02/01) * [प्रे.का. 20:15-16](rc://*/tn/help/act/20/15) * [व्यवस्थाविवरण 16:16-17](rc://*/tn/help/deu/16/16) -* [गिनती 28:26-28](rc://*/tn/help/num/28/26) +* [गिनती 28:26](rc://*/tn/help/num/28/26) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H2282, H7620, G4005 +* स्ट्रोंग्स: H2282, H7620, G40050 diff --git a/bible/kt/rabbi.md b/bible/kt/rabbi.md index a1acbcf..4fdf324 100644 --- a/bible/kt/rabbi.md +++ b/bible/kt/rabbi.md @@ -5,14 +5,14 @@ “रब्बी” शब्द का वास्तविक अर्थ है “मेरा स्वामी” या “मेरा गुरू” * यह एक सम्मानित पदनाम है जो यहूदी धर्मगुरू के लिए काम में लिया जाता था, विशेष करके परमेश्वर की व्यवस्था का शिक्षक। -* यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले को और यीशु को भी कभी-कभी शिष्य “रब्बी” कहते थे। +* यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले को और यीशु को भी शिष्य कभी-कभी “रब्बी” कह कर संबोधित करते थे। ## अनुवाद के सुझाव: -* इस शब्द के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “मेरे गुरू” या “माननीय शिक्षक महोदय” या “धर्म गुरू” कुछ भाषाओं में ऐसे अभिवादन को बड़े अक्षरों में लिखा जाता है तो कुछ में नहीं लिखा जाता है। -* लक्षित भाषा में शिक्षकों को संबोधित करने का एक विशेष तरीका हो सकता हैं। -* परन्तु सुनिश्चित करें कि इस शब्द के ऐसे अनुवाद से यीशु किसी पाठशाला का शिक्षक न समझ में आए। -* उसी भाषा के या राष्ट्रीय भाषा के बाइबल अनुवाद में “रब्बी” के अनुवाद पर भी ध्यान दें। +* इस शब्द के अनुवाद रूप हो सकते हैं, "मेरे स्वामि" या “मेरे गुरू” या “माननीय शिक्षक महोदय” या “धर्म गुरू” कुछ भाषाओं में ऐसे अभिवादन को बड़े अक्षरों में लिखा जाता है तो कुछ में नहीं लिखा जाता है। +* लक्षित भाषा में शिक्षकों को संबोधित करने की अपनी ही कोई विशिष्ट भाषा शैली हो सकती हैं। +* परन्तु सुनिश्चित करें कि इस शब्द के अनुवाद से यीशु को किसी पाठशाला का शिक्षक न समझा आए। +* यह भी अवलोकन करें कि सम्बन्धित भाषा में या राष्ट्रीय भाषा के बाइबल अनुवाद में “रब्बी” शब्द का अनुवाद कैसे किया गया है। देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-unknown) @@ -20,11 +20,11 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [यूहन्ना 01:49-51](rc://*/tn/help/jhn/01/49) -* [यूहन्ना 06:24-25](rc://*/tn/help/jhn/06/24) +* [यूहन्ना 1:49-51](rc://*/tn/help/jhn/01/49) +* [यूहन्ना 6:24-25](rc://*/tn/help/jhn/06/24) * [मरकुस 14:43-46](rc://*/tn/help/mrk/14/43) * [मत्ती 23:8-10](rc://*/tn/help/mat/23/08) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: G4461 +* स्ट्रोंग्स: G44610 diff --git a/bible/names/cana.md b/bible/names/cana.md index b50e381..5fe6499 100644 --- a/bible/names/cana.md +++ b/bible/names/cana.md @@ -5,16 +5,16 @@ काना गलील क्षेत्र में एक गांव या नगर था जो नासरत से लगभग नौ मील उत्तर में बसा हुआ था। * काना नगर बारहों में से एक नतनएल का जन्म स्थान था। -* यीशु काना नगर में एक विवाहोत्सव में गया था जहां उसने अपना पहला आश्चर्यकर्म, पानी को मदिरा बनाना, किया था। +* यीशु काना नगर में एक विवाहोत्सव में गया था जहां उसने पानी को मदिरा में परिणत करके अपना पहला आश्चर्यकर्म किया था। * कुछ समय बाद यीशु काना में पुनः आया था जहां उसकी भेंट कफरनहूम के एक अधिकारी से हुई थी जिसने अपने पुत्र की चंगाई के लिए उससे विनती की थी। (यह भी देखें: [कफरनहूम](../names/capernaum.md), [गलील](../names/galilee.md), [बारहों](../kt/thetwelve.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [यूहन्ना 02:1-2](rc://*/tn/help/jhn/02/01) -* [यूहन्ना 04:46-47](rc://*/tn/help/jhn/04/46) +* [यूहन्ना 2:1-2](rc://*/tn/help/jhn/02/01) +* [यूहन्ना 4:46-47](rc://*/tn/help/jhn/04/46) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: G2580 +* स्ट्रोंग्स: G25800 diff --git a/bible/names/golgotha.md b/bible/names/golgotha.md index 96d5643..59c7715 100644 --- a/bible/names/golgotha.md +++ b/bible/names/golgotha.md @@ -4,20 +4,20 @@ “गुलगुता” उस स्थान का नाम है जहां यीशु को क्रूस पर चढ़ाया गया था। इस शब्द का मूल अरामी भाषा में है जिसका अर्थ है, “खोपड़ी” या “खोपड़ी का स्थान”। -* गुलगुता स्थान यरूशलेम की शहरपनाह के बाहर था परन्तु पास ही में। संभवतः जैतून पर्वत के ढलान पर। -* बाइबल के कुछ अंग्रेजी अनुवादों में गुलगुता का अनुवाद “कलवरी” किया गया है जिसका मूल लतीनी भाषा में है जो “खोपड़ी” शब्द से आता है। -* अनेक बाइबल संस्करणों में ऐसे शब्दों का उपयोग किया गया है जो “गुलगुता” के सदृश्य दिखते हैं या सुनने में आते हैं क्योंकि इस शब्द का अनुवाद बाइबल अभिलेख में किया जा चुका है। +* गुलगुता स्थान यरूशलेम की शहरपनाह के बाहर कहीं निकटवर्ती स्थान था। संभवतः जैतून पर्वत के ढलान पर। +* बाइबल के कुछ प्राचीन अंग्रेजी अनुवादों में गुलगुता का अनुवाद “कलवरी” किया गया है जिसका मूल लातीनी भाषा में है जो “खोपड़ी” शब्द से आता है। +* अनेक बाइबल संस्करणों में ऐसे शब्द का उपयोग किया गया है जो “गुलगुता” के सदृश्य दिखता हैं या सुनाई देता हैं क्योंकि इस शब्द का अनुवाद बाइबल अभिलेख में किया जा चुका है। -(अनुवाद के सुझाव: [नाम कैसे अनुवादित करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव: [नाम का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [अराम](../names/aram.md), [जैतून पर्वत](../names/mountofolives.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [यूहन्ना 19:17-18](rc://*/tn/help/jhn/19/17) -* [मरकुस 15:22-24](rc://*/tn/help/mrk/15/22) -* [मत्ती 27:32-34](rc://*/tn/help/mat/27/32) +* [यूहन्ना 19:17](rc://*/tn/help/jhn/19/17) +* [मरकुस 15:22](rc://*/tn/help/mrk/15/22) +* [मत्ती 27:33](rc://*/tn/help/mat/27/33) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: G1115 +* स्ट्रोंग्स: G11150 diff --git a/bible/names/kidronvalley.md b/bible/names/kidronvalley.md index bed6fc5..89d0861 100644 --- a/bible/names/kidronvalley.md +++ b/bible/names/kidronvalley.md @@ -1,13 +1,13 @@ -# किद्रोन नाले +# किद्रोन नाला ## तथ्य: -किद्रोन नाले यरूशलेम के ठीक बाहर एक गहरी घाटी है, पूर्वी दीवार और जैतून पर्वत के मध्य। +किद्रोन नाला यरूशलेम के ठीक बाहर अर्थात पूर्वी दीवार और जैतून पर्वत के मध्य एक गहरी घाटी है। -* यह घाटी लगभग 1,000 मीटर गहरी और 32 किलोमीटर लम्बी है। -* जब राजा दाऊद अपने पुत्र, अबशालेम से बचकर भागता फिर रहा था तब वह किद्रोन घाटी से होकर जैतून पर्वत पर चढ़ा था। -* यहूदा के राजा आसा और योशिय्याह ने आज्ञा दी थी कि सब ऊंचे स्थान और झूठे देवताओं की वेदियां जला दी जाएं और ध्वंस कर दी जाएं तब उनकी राख किद्रोन घाटी में डाल दी गई थी। -* राजा हिजकिय्याह के राज्यकाल में याजक मन्दिर से निकाली गई किसी भी वस्तु को किद्रोन घाटी में फेंक देते थे। +* यह घाटी 1,000 मीटर से अधिक गहरी और लगभग 32 किलोमीटर लम्बी है। +* जब राजा दाऊद अपने पुत्र, अबशालेम से बचकर भाग रहा था तब वह किद्रोन नाले से होकर जैतून पर्वत पर चढ़ा था। +* यहूदा के राजा आसा और योशिय्याह ने आज्ञा दी थी कि सब ऊंचे स्थान और झूठे देवताओं की वेदियां जला कर ध्वंस कर दी जाएं तब उनकी राख किद्रोन नाले में डाल दी गई थी। +* राजा हिजकिय्याह के राज्यकाल में याजक मन्दिर से निकाली गई किसी भी अशुद्ध वस्तु को किद्रोन घाटी में फेंक देते थे। * दुष्ट रानी अतल्याह इसी घाटी में घात की गई थी क्योंकि उसने बहुत दुष्टता के काम किए थे। (अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) @@ -16,8 +16,8 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [यूहन्ना 18:1-3](rc://*/tn/help/jhn/18/01) +* [यूहन्ना 18:1](rc://*/tn/help/jhn/18/01) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H5674, H6939, G2748, G5493 +* स्ट्रोंग्स: H5674, H6939, G27480, G54930 diff --git a/bible/names/lazarus.md b/bible/names/lazarus.md index 853c714..23d7dbe 100644 --- a/bible/names/lazarus.md +++ b/bible/names/lazarus.md @@ -1,12 +1,12 @@ -# लाज़र +# लाजर ## तथ्य: -लाज़र और उसकी बहनें, मार्था और मरियम यीशु के विशेष मित्र थे। यीशु उनके बैतनिय्याह के घर में प्रायः ठहरा करता था। +लाजर और उसकी बहनें, मार्था और मरियम यीशु के विशेष मित्र थे। यीशु बैतनिय्याह में उनके के घर में प्रायः ठहरा करता था। -* लाज़र इसलिए जाना जाता है कि यीशु ने उसे मरने के बाद फिर जीवित किया था, वह अनेक दिन कब्र में रहा था। -* यहूदी अगुवे यीशु के इस आश्चर्यकर्म से क्रोधित थे वरन् डाह करते थे, अतः वे यीशु और लाज़र दोनों ही की हत्या करने का अवसर खोज रहे थे। -* यीशु ने एक दृष्टान्त भी सुनाया था जिसमें एक गरीब मनुष्य था और एक धनवान मनुष्य था, उस गरीब मनुष्य का नाम भी “लाज़र” था। +* लाजर इसलिए जाना जाता है कि यीशु ने उसे मरने के बाद फिर जीवित किया था, वह अनेक दिन कब्र में रहा था। +* यहूदी अगुवे यीशु के इस आश्चर्यकर्म से क्रोधित थे वरन् डाह करते थे, अतः वे यीशु और लाजर दोनों ही की हत्या करने का अवसर खोज रहे थे। +* यीशु ने एक दृष्टान्त भी सुनाया था जिसमें एक गरीब मनुष्य था और एक धनवान मनुष्य था, उस गरीब मनुष्य का नाम भी “लाजर” था। (अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) @@ -14,21 +14,21 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [यूहन्ना 11:10-11](rc://*/tn/help/jhn/11/10) +* [यूहन्ना 11:11](rc://*/tn/help/jhn/11/11) * [यूहन्ना 12:1-3](rc://*/tn/help/jhn/12/01) -* [लूका 16:19-21](rc://*/tn/help/luk/16/19) +* [लूका 16:21](rc://*/tn/help/luk/16/21) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: +## बाइबल कहानियों के उदाहरण: -* __[37:01](rc://*/tn/help/obs/37/01)__ एक दिन, यीशु को संदेश मिला कि __लाजर__ बहुत बीमार है। __लाजर__ और उसकी दो बहिन, मार्था और मरियम, यीशु के बहुत प्रिय थे। -* __[37:02](rc://*/tn/help/obs/37/02)__ यीशु ने कहा, “हमारा मित्र __लाजर__ सो गया है, परन्तु मैं उसे जगाने जाता हूँ।” -* __[37:03](rc://*/tn/help/obs/37/03)__ यीशु के चेलो ने उत्तर दिया, “हे प्रभु, यदि वह सो गया है, तो स्वस्थ हो जाएगा।” तब यीशु ने उनसे साफ साफ कह दिया, “ लाजर मर गया है” -* __[37:04](rc://*/tn/help/obs/37/04)__जब यीशु __लाज़र__ के गृहनगर पहुँचा, तो लाजर को कब्र में रखे चार दिन हो चुके थे। -* __[37:06](rc://*/tn/help/obs/37/06)__ यीशु ने उनसे पूछा “तुमने __लाज़र__ को कहाँ रखा है?” -* __[37:09](rc://*/tn/help/obs/37/09)__ यह कहकर उसने बड़े शब्द से पुकारा, “हे लाजर निकल आ।” -* __[37:10](rc://*/tn/help/obs/37/10)__ __लाजर__ बाहर निकल आया। वह अभी भी कपड़ो में लिपटा हुआ था। -* __[37:11](rc://*/tn/help/obs/37/11)__परन्तु यहूदियों के धार्मिक गुरु यीशु से ईर्षा रखते थे, इसलिये उन्होंने आपस में मिलकर योजना बनाना चाहा कि कैसे वह यीशु और __लाजर__ को मरवा सके। +* __[37:1](rc://*/tn/help/obs/37/01)__ एक दिन, यीशु को संदेश मिला कि __लाजर__ बहुत बीमार है। __लाजर__ और उसकी दो बहिन, मार्था और मरियम, यीशु को बहुत प्रिय थे। +* __[37:2](rc://*/tn/help/obs/37/02)__ यीशु ने कहा, “हमारा मित्र __लाजर__ सो गया है, परन्तु मैं उसे जगाने जाता हूँ।” +* __[37:3](rc://*/tn/help/obs/37/03)__ यीशु के चेलो ने उत्तर दिया, “हे प्रभु, यदि वह सो गया है, तो स्वस्थ हो जाएगा।” तब यीशु ने उनसे स्पष्ट कह दिया, “ __लाजर__ मर गया है” +* __[37:4](rc://*/tn/help/obs/37/04)__जब यीशु __लाज़र__ के गृहनगर पहुँचा, तो __लाजर__ को कब्र में रखे चार दिन हो चुके थे। +* __[37:6](rc://*/tn/help/obs/37/06)__ यीशु ने उनसे पूछा “तुमने __लाज़र__ को कहाँ रखा है?” +* __[37:9](rc://*/tn/help/obs/37/09)__ यह कहकर उसने बड़े शब्द से पुकारा, “हे __लाजर__ निकल आ।” +* __[37:10](rc://*/tn/help/obs/37/10)__ __लाजर__ बाहर निकल आया। वह अभी भी कफन में लिपटा हुआ था। +* __[37:11](rc://*/tn/help/obs/37/11)__परन्तु यहूदियों के धर्म गुरु यीशु से ईर्षा रखते थे, इसलिये उन्होंने यीशु और __लाजर__ को मार डालने के लिए आपस में योजना बनाना आरम्भ किया। ## शब्द तथ्य: -* Strong's: G2976 +* स्ट्रोंग्स: G29760 diff --git a/bible/names/pontus.md b/bible/names/pontus.md index 7158295..0235213 100644 --- a/bible/names/pontus.md +++ b/bible/names/pontus.md @@ -1,6 +1,6 @@ # पुन्तुस -## तथ्य: +## तथ्य पुन्तुस रोमी साम्राज्य और आरंभिक कलीसिया के समय एक रोमी प्रान्त था। वह काला सागर के दक्षिणी तट पर था जो आज के तुर्किस्तान का उत्तरी भाग था। @@ -12,11 +12,11 @@ (यह भी देखें: [अक्विला](../names/aquila.md), [पिन्तेकुस्त](../kt/pentecost.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: +## बाइबल सन्दर्भ -* [1 पतरस 01:1-2](rc://*/tn/help/1pe/01/01) -* [प्रे.का. 02:8-11](rc://*/tn/help/act/02/08) +* [1 पतरस 1:1-2](rc://*/tn/help/1pe/01/01) +* [प्रे.का. 2:9](rc://*/tn/help/act/02/09) -## शब्द तथ्य: +## शब्द तथ्य -* Strong's: G4193, G4195 +* स्ट्रोंग्स: G41930, G41950 diff --git a/bible/names/sarah.md b/bible/names/sarah.md index e558fce..3c9bd9d 100644 --- a/bible/names/sarah.md +++ b/bible/names/sarah.md @@ -4,26 +4,26 @@ * सारा अब्राहम की पत्नी थी। * उसका मूल नाम "सारै" था परन्तु परमेश्वर ने उसका नाम बदलकर "सारा" रखा। -* सारा ने परमेश्वर की प्रतिज्ञा के अनुसार पुत्र को जन्म दिया। +* सारा ने अब्राहम से की गई परमेश्वर की प्रतिज्ञा के अनुसार पुत्र, इसहाक को जन्म दिया। (अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [अब्राहम](../names/abraham.md), [इसहाक](../names/isaac.md)) -## बाइबल के सन्दर्भ: +## बाइबल के सन्दर्भ -* [उत्पत्ति 11:29-30](rc://*/tn/help/gen/11/29) -* [उत्पत्ति 11:31-32](rc://*/tn/help/gen/11/31) -* [उत्पत्ति 17:15-16](rc://*/tn/help/gen/17/15) +* [उत्पत्ति 11:30](rc://*/tn/help/gen/11/30) +* [उत्पत्ति 11:31](rc://*/tn/help/gen/11/31) +* [उत्पत्ति 17:15](rc://*/tn/help/gen/17/15) * [उत्पत्ति 25:9-11](rc://*/tn/help/gen/25/09) ## बाइबल कहानियों से उदाहरण: -* __[05:01](rc://*/tn/help/obs/05/01)__ तो अब्राम की पत्नी __सारै__, ने उससे कहा, "देख परमेश्वर ने मेरी कोख बन्द कर रखी है, इसलिये मैं तुझ से विनती करती हूँ कि तू मेरी दासी हाजिरा के पास जा | तू उससे विवाह भी करना ताकि, उसके द्वारा मेरी कोख भर सके | -* __[05:04](rc://*/tn/help/obs/05/04)__ "तुम्हारी पत्नी, __सारै__ को एक बेटा होगा--वह प्रतिज्ञा का पुत्र होगा।" -* __[05:04](rc://*/tn/help/obs/05/04)__"परमेश्वर ने __सारै__ का नाम बदलकर __सारा__ रखा, जिसका अर्थ है, "मूलमाता" -* __[05:05](rc://*/tn/help/obs/05/05)__"लगभग एक साल बाद, जब अब्राहम सौ वर्ष का था और __सारा__ नब्बे वर्ष की थी, __सारा__ ने अब्राहम के पुत्र को जन्म दिया| उन्होंने उसका नाम इसहाक रखा, जैसा कि परमेश्वर ने कहा था| +* __[5:01](rc://*/tn/help/obs/05/01)__ तो अब्राम की पत्नी __सारै__, ने उससे कहा, "देख परमेश्वर ने मेरी कोख बन्द कर रखी है, इसलिये मैं तुझ से विनती करती हूँ कि तू मेरी दासी हाजिरा के पास जा | तू उससे विवाह भी करना ताकि, उसके द्वारा मेरी कोख भर सके | +* __[5:4](rc://*/tn/help/obs/05/04)__ "तुम्हारी पत्नी, __सारै__ को एक बेटा होगा--वह प्रतिज्ञा का पुत्र होगा।" +* __[5:4](rc://*/tn/help/obs/05/04)__"परमेश्वर ने __सारै__ का नाम बदलकर __सारा__ रखा, जिसका अर्थ है, "मूलमाता" +* __[5:5](rc://*/tn/help/obs/05/05)__"लगभग एक साल बाद, जब अब्राहम सौ वर्ष का था और __सारा__ नब्बे वर्ष की थी, __सारा__ ने अब्राहम के पुत्र को जन्म दिया| उन्होंने उसका नाम इसहाक रखा, जैसा कि परमेश्वर ने कहा था| -## शब्द तथ्य: +## शब्द तथ्य -* Strong's: H8283, H8297, G4564 +* स्ट्रोंग्स: H8283, H8297, G45640 diff --git a/bible/other/assign.md b/bible/other/assign.md index 0bc3336..e9597b7 100644 --- a/bible/other/assign.md +++ b/bible/other/assign.md @@ -1,14 +1,14 @@ -# नियुक्त करना, बांटा, ठहराए, भाग, भागों, फिर दे देना +# नियुक्त करना, बांटा, काम सौंपना, फिर देना ## तथ्य: -“नियुक्त करना” या “बांटा” किसी को कोई विशेष काम देना या एक या अधिक लोगों को किसी कार्य के लिए नियुक्त किया जाना। +“नियुक्त करना” या “नियुक्त किया” किसी को कोई विशेष काम करने के लिए नियुक्त करना या एक या अधिक लोगों को किसी कार्य को निर्दिष्ट करना -* भविष्यद्वक्ता शाऊल ने भविष्यद्वाणी की थी कि राजा शाऊल इस्राएल के सर्वोत्तम युवकों को सेना में नियुक्त करेगा। +* भविष्यद्वक्ता शमूएल ने भविष्यद्वाणी की थी कि राजा शाऊल इस्राएल के सर्वोत्तम युवकों को सेना में नियुक्त करेगा। * मूसा ने इस्राएल के प्रत्येक गोत्र को उनके निवास हेतु कनान देश की भूमि बांट दी थी। * पुराने नियम की व्यवस्था के अनुसार कुछ गोत्रों को याजक की सेवा, हस्तकारों की सेवा, गीतकारों की सेवा और निर्माण करताओं की सेवा बांट दी गई थी। * प्रकरण के अनुसार “नियुक्त करना” का अनुवाद “बांटना” या “काम देना” "कार्य के लिए चुनें" किया जा सकता है। -* प्रकरण के अनुसार, “बांटना” का अनुवाद “नियुक्त करना” या “काम सौंपना” हो सकता है। +* “बांटना” का अनुवाद “नियुक्त करना” या “काम सौंपना” हो सकता है। (अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) @@ -16,13 +16,13 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 इतिहास 06:48](rc://*/tn/help/1ch/06/48) -* [दानिय्येल 12:12-13](rc://*/tn/help/dan/12/12) -* [यिर्मयाह 43:11-13](rc://*/tn/help/jer/43/11) -* [यहोशू 18:1-2](rc://*/tn/help/jos/18/01) -* [गिनती 04:27-28](rc://*/tn/help/num/04/27) -* [भजन संहिता 078:54-55](rc://*/tn/help/psa/078/054) +* [1 इतिहास 6:48](rc://*/tn/help/1ch/06/48) +* [दानिय्येल 12:13](rc://*/tn/help/dan/12/13) +* [यिर्मयाह 43:11](rc://*/tn/help/jer/43/11) +* [यहोशू 18:2](rc://*/tn/help/jos/18/02) +* [गिनती 4:27-28](rc://*/tn/help/num/04/27) +* [भजन संहिता 78:55](rc://*/tn/help/psa/078/055) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H2506, H3335, H4487, H4941, H5157, H5307, H5414, H5596, H5975, H6485, H7760, G3307 +* स्ट्रोंग्स: H2506, H3335, H4487, H4941, H5157, H5307, H5414, H5596, H5975, H6485, H7760, G33070 diff --git a/bible/other/blemish.md b/bible/other/blemish.md index 622bb90..cfe41d6 100644 --- a/bible/other/blemish.md +++ b/bible/other/blemish.md @@ -1,24 +1,24 @@ -# दोष, दोष, निर्दोष +# दोष, निर्दोष, कलंक -## तथ्य: +## तथ्य -“दोष” अर्थात पशु या मनुष्य में शारीरिक दोष। इसका संदर्भ मनुष्यों में आत्मिक असिद्धता एवं दोष से भी है। +“दोष” अर्थात पशु या मनुष्य में शारीरिक दोष या विकलांगता। इसका संदर्भ मनुष्यों में आत्मिक असिद्धता एवं दोष से भी है। * कुछ बलियों में परमेश्वर की आज्ञा थी कि बलि पशु निर्दोष एवं निष्कलंक हो। -* यह मसीह यीशु का निष्पाप एक निर्दोष बलि होने का चित्रण है। +* यह मसीह यीशु की निष्पाप एवं सिद्ध बलि का चित्रण है। * मसीह के विश्वासी यीशु के लहू द्वारा पापों से शुद्ध किए गए हैं और निष्कलंक माने गए हैं। -* इस शब्द के अनुवाद हो सकते हैं, “दोष” या “असिद्धता” या “पाप” प्रकरण के अनुसार। +* प्रकरण के अनुसार इस शब्द के अनुवाद हो सकते हैं, “दोष” या “असिद्धता” या “पाप”। (यह भी देखें: [विश्वास](../kt/believer.md), [शुद्ध](../kt/clean.md), [बलिदान](../other/sacrifice.md), [पाप](../kt/sin.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: +## बाइबल सन्दर्भ -* [1 पतरस 01:18-19](rc://*/tn/help/1pe/01/18) -* [2 पतरस 02:12-14](rc://*/tn/help/2pe/02/12) +* [1 पतरस 1:19](rc://*/tn/help/1pe/01/19) +* [2 पतरस 2:13](rc://*/tn/help/2pe/02/13) * [व्यवस्थाविवरण 15:19-21](rc://*/tn/help/deu/15/19) -* [गिनती 06:13-15](rc://*/tn/help/num/06/13) -* [श्रेष्ठगीत 04:6-7](rc://*/tn/help/sng/04/06) +* [गिनती 6:13-15](rc://*/tn/help/num/06/13) +* [श्रेष्ठगीत 4:7](rc://*/tn/help/sng/04/07) -## शब्द तथ्य: +## शब्द तथ्य -* Strong's: H3971, H8400, H8549, G3470 +* स्ट्रोंग्स: H3971, H8400, H8549, G34700 diff --git a/bible/other/breath.md b/bible/other/breath.md index 68e4308..2a6c8f5 100644 --- a/bible/other/breath.md +++ b/bible/other/breath.md @@ -1,35 +1,35 @@ -# श्वांस, श्वांस फूंकना, साँस लेता है, श्वांस फूँक दिया, सांस लेना +# श्वांस, श्वांस फूंकना ## परिभाषा: -बाइबल “श्वांस फूंकना” और “श्वांस” प्रायः प्रतीकात्मक रूप में जीवन देना या “जीवन होने के संदर्भ में काम में लिए गए है। +बाइबल “सांस फूंकना” और “सांस” प्रायः प्रतीकात्मक रूप में जीवन देना या जीवन होने के संदर्भ में काम में लिए गए है। -* बाइबल में व्यक्त है कि परमेश्वर ने आदम में जीवन का श्वांस फूंका। उसी पल आदम जीवित प्राणी हो गया। -* जब यीशु ने शिष्यों पर फूंका और उनसे कहा “आत्मा में” तब वह वास्तव में उन पर सांस फूंक रहा था जो उन पर पवित्र आत्मा के अवतरण का प्रतीक था। +* बाइबल में व्यक्त है कि परमेश्वर ने आदम में जीवन का "सांस फूंका।" उसी पल आदम जीवित प्राणी हो गया। +* जब यीशु ने शिष्यों पर फूंका और उनसे कहा “आत्मा लो” तब वह वास्तव में उन पर सांस फूंक रहा था जो उन पर पवित्र आत्मा के अवतरण का प्रतीक था। * कभी-कभी “सांस लेना” या “सांस छोड़ना” का संदर्भ उच्चारण करने से भी है। -* "परमेश्वर का श्वांस” या “यहोवा का श्वांस” इस उक्ति का प्रतीकात्मक अर्थ प्रायः विद्रोही और अभक्त जातियों पर परमेश्वर के प्रकोप में उण्डेले जाना है। इससे उसका सामर्थ्य प्रकट होता है। +* "परमेश्वर की सांस” या “यहोवा का श्वांस” इस उक्ति का प्रतीकात्मक अर्थ प्रायः विद्रोही और अभक्त जातियों पर परमेश्वर के प्रकोप के उण्डेले जाने से है। इससे उसका सामर्थ्य प्रकट होता है। ## अनुवाद के सुझाव * “अन्तिम सांस लेना” अर्थात मरना। इसका अनुवाद हो सकता है, “उसने अपनी अन्तिम सांस ली” या “उसकी सांस बन्द हो गई और वह मर गया “ या “उसने अन्तिम बार हवा में सांस ली”। -* धर्मशास्त्र को “परमेश्वर की श्वांस से रचित हैं” इसका अर्थ है कि परमेश्वर ने वचन कहे या प्रेरित किए तब मानवीय लेखकों ने लिखा। यदि संभव हो तो अति उत्तम यही होगा कि “परमेश्वर की खोज” का अनुवाद ज्यों का त्यों ही रहने दिया जाए क्योंकि इसका अनुवाद करना कठिन होगा। -* यदि “परमेश्वर की श्वांस से रचा गया” को ज्यों का त्यों रखना स्वीकार्य न हो तो इसको अन्य अनुवाद हो सकते हैं, “परमेश्वर प्रेरित” या “परमेश्वर द्वारा रचित” या “परमेश्वर द्वारा उच्चारित” यह भी कहा जा सकता है कि “परमेश्वर ने धर्मशास्त्र के वचनों को श्वांस द्वारा प्रसारित किया”। +* धर्मशास्त्र को “परमेश्वर की श्वांस से रचित हैं” इसका अर्थ है कि परमेश्वर ने वचन कहे या प्रेरित किए तब मानवीय लेखकों ने लिखा। यदि संभव हो तो अति उत्तम यही होगा कि “परमेश्वर की सांस” का अनुवाद ज्यों का त्यों ही रहने दिया जाए क्योंकि इसका अनुवाद करना कठिन होगा। +* यदि “परमेश्वर की सांस से रचा गया” को ज्यों का त्यों रखना स्वीकार्य न हो तो इसको अन्य अनुवाद हो सकते हैं, “परमेश्वर प्रेरित” या “परमेश्वर द्वारा रचित” या “परमेश्वर द्वारा उच्चारित” यह भी कहा जा सकता है कि “परमेश्वर ने धर्मशास्त्र के वचनों को श्वांस द्वारा प्रसारित किया”। * “सांस डालना” या “जान फूंकना” या “जीवन देना” का अनुवाद हो सकता है, “सांस लेने योग्य बनाना” या “पुनजीर्वित करना” या “जीने एवं सांस लेने योग्य करना” या “जीवन देना” -* यदि संभव हो तो “परमेश्वर के श्वांस” को लक्षित भाषा में सांस शब्द ही से अनुवाद करें। यदि परमेश्वर का श्वांस माना नहीं जाता है तो इसका अनुवाद “परमेश्वर का सामर्थ्य” या “परमेश्वर का उच्चारण” करें। -* “सांस भी लेने (देना)” का अनुवाद “अधिक शान्ति से सांस लेने के लिए विश्राम करना” या “सामान्य रूप से सांस लेने के लिए दौड़ना बंद करो”। -* “केवल एक सांस है” अर्थात “बहुत कम समय का है”। +* यदि संभव हो तो “परमेश्वर के श्वांस” को लक्षित भाषा में "सांस" शब्द के लिए प्रयुक्त शब्द ही से अनुवाद करें। यदि परमेश्वर के लिए सांस लेना सांस लेना माना नहीं जाता है तो इसका अनुवाद “परमेश्वर का सामर्थ्य” या “परमेश्वर का उच्चारण” करें। +* “सांस तो लेने दो” या "सांस लेने का समय देना" का अनुवाद “अधिक शान्ति से सांस लेने के लिए विश्राम करना” या “सामान्य रूप से सांस लेने के लिए दौड़ने थामना”। +* यह अभिव्यक्ति, “सांस भर का होना” अर्थात “बहुत कम समय का है”। * इसी प्रकार, “मनुष्य सांस भर का” होता है अर्थात “मनुष्य बहुत कम समय जीवित रहता है” या “मनुष्यों का जीवन बहुत छोटा है”। या “परमेश्वर की तुलना में मनुष्य का जीवन इतना छोटा है जितनी कि एक सांस होती है”। (यह भी देखें: [आदम](../names/adam.md), [पौलुस](../names/paul.md), [परमेश्वर का वचन](../kt/wordofgod.md), [जीवन](../kt/life.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 राजा 17:17-18](rc://*/tn/help/1ki/17/17) -* [सभोपदेशक 08:8-9](rc://*/tn/help/ecc/08/08) -* [अय्यूब 04:7-9](rc://*/tn/help/job/04/07) -* [प्रकाशितवाक्य 11:10-12](rc://*/tn/help/rev/11/10) -* [प्रकाशितवाक्य13:15-17](rc://*/tn/help/rev/13/15) +* [1 राजा 17:17](rc://*/tn/help/1ki/17/17) +* [सभोपदेशक 8:8](rc://*/tn/help/ecc/08/08) +* [अय्यूब 4:9](rc://*/tn/help/job/04/09) +* [प्रकाशितवाक्य 11:11](rc://*/tn/help/rev/11/11) +* [प्रकाशितवाक्य13:15](rc://*/tn/help/rev/13/15) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H3307, H5301, H5396, H5397, H7307, H7309, G1709, G1720, G4157 +* स्ट्रोंग्स: H3307, H5301, H5396, H5397, H7307, H7309, G17200, G41570 diff --git a/bible/other/bride.md b/bible/other/bride.md index 35a3ad9..a4b4456 100644 --- a/bible/other/bride.md +++ b/bible/other/bride.md @@ -2,19 +2,19 @@ ## परिभाषा: -दुल्हन, विवाह के संस्कार में पुरुष से अर्थात दुल्हें से विवाह करने वाली स्त्री। +दुल्हन वह स्त्री होती है जो विवाह के संस्कार में पुरुष से अर्थात दुल्हें से विवाह करती है। -* “दुल्हन” शब्द यीशु के विश्वासियों, कलीसिया के लिए भी रूपक स्वरूप काम में लिया गया शब्द है। +* “दुल्हन” शब्द यीशु के विश्वासियों अर्थात कलीसिया के लिए भी रूपक स्वरूप काम में लिया गया है। * यीशु को प्रतीकात्मक रूप में कलीसिया का दुल्हा कहा गया है। (देखें: [उपमा](rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor)) (यह भी देखें: [दुल्हा](../other/bridegroom.md), [आराधनालय](../kt/church.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [निर्गमन 22:16-17](rc://*/tn/help/exo/22/16) +* [निर्गमन 22:16](rc://*/tn/help/exo/22/16) * [यशायाह 62:5](rc://*/tn/help/isa/62/05) -* [योएल 02:15-16](rc://*/tn/help/jol/02/15) +* [योएल 2:16](rc://*/tn/help/jol/02/16) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H3618, G3565 +* स्ट्रोंग्स: H3618, G35650 diff --git a/bible/other/commander.md b/bible/other/commander.md index 55c77d8..1a560f4 100644 --- a/bible/other/commander.md +++ b/bible/other/commander.md @@ -1,15 +1,15 @@ -# सेनापति, सरदारों +# सेनापति, सरदार ## परिभाषा: -“सेनापति” शब्द सेना के अगुवे को संदर्भित करता है, जो सैनिकों के दल का नेतृत्व करने के लिए जिम्मेदार होता है। +“सेनापति” शब्द सेना के प्रमुख को संदर्भित करता है, जो सैनिकों के दल का नेतृत्व करने और आदेश देने के लिए उत्तरदायी होता है। -* सेनापति एक छोटे दल या एक बड़े समूह का अगुआ हो सकता है, जैसे कि एक हजार पुरुष का समूह। -* यह शब्द यहोवा के संदर्भ में भी उपयोग होता है कि वह स्वर्गदूतों की सेना का अगुआ है। +* सेनापति, सैनिकों के एक छोटे दल का या एक बड़े दल का प्रमुख हो सकता है, जैसे कि एक हजार पुरुष का दल। +* यह शब्द यहोवा के संदर्भ में भी उपयोग होता है कि वह स्वर्गदूतों की सेना का प्रमुख है। सेनापति के अन्य अनुवाद रूप हैं “अगुआ” या “कप्तान” या “अधिकारी” -* सेना को “आज्ञा देना” का अनुवाद “अगुआई करना” या “प्रभारी होना” के रूप में किया जा सकता है। +* सेना को “आदेश देना” के अनुवाद हो सकते हैं, “अगुआई करना” या “प्रभारी होना।" (यह भी देखें: [आदेश](../kt/command.md), [अधिपतियों](../other/ruler.md), [सूबेदार](../kt/centurion.md)) @@ -17,10 +17,10 @@ * [1 इतिहास 11:4-6](rc://*/tn/help/1ch/11/04) * [2 इतिहास 11:11-12](rc://*/tn/help/2ch/11/11) -* [दानिय्येल 02:14-16](rc://*/tn/help/dan/02/14) -* [मरकुस 06:21-22](rc://*/tn/help/mrk/06/21) -* [नीतिवचन 06:6-8](rc://*/tn/help/pro/06/06) +* [दानिय्येल 2:14](rc://*/tn/help/dan/02/14) +* [मरकुस 6:21-22](rc://*/tn/help/mrk/06/21) +* [नीतिवचन 6:7](rc://*/tn/help/pro/06/07) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H2710, H2951, H1169, H4929, H5057, H6346, H7101, H7262, H7218, H7227, H7229, H7990, H8269, G5506 +* स्ट्रोंग्स: H2710, H2951, H1169, H4929, H5057, H6346, H7101, H7262, H7218, H7227, H7229, H7990, H8269, G55060 diff --git a/bible/other/evildoer.md b/bible/other/evildoer.md index c18690c..e6277a4 100644 --- a/bible/other/evildoer.md +++ b/bible/other/evildoer.md @@ -1,22 +1,22 @@ -# कुकर्मी, कुकर्मियों, बुराई +# कुकर्मी, बुराई करने वाला -## परिभाषा: +## परिभाषा “कुकर्मी” शब्द पाप करनेवालों और दुष्टता करनेवालों के लिए यह एक सामान्य शब्द है। -* यह शब्द उन लोगों के लिए एक सामान्य शब्द हो सकता है जो परमेश्वर के आज्ञाओं का पालन नहीं करते। +* यह शब्द उन लोगों के लिए एक सामान्य शब्द हो सकता है जो परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन नहीं करते। * इस शब्द के अनुवाद में “बुरा” और “दुष्ट” के लिए शब्दों के उपयोग द्वारा एक ऐसे शब्द के साथ जो “करना” या “बनाना” या “कारण होना” दर्शाता है, उपयोग किया जा सकता है। (यह भी देखें: [बुराई](../kt/evil.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: +## बाइबल सन्दर्भ -* [1 पतरस 02:13-17](rc://*/tn/help/1pe/02/13) -* [यशायाह 09:16-17](rc://*/tn/help/isa/09/16) +* [1 पतरस 2:13-17](rc://*/tn/help/1pe/02/13) +* [यशायाह 9:16-17](rc://*/tn/help/isa/09/16) * [लूका 13:25-27](rc://*/tn/help/luk/13/25) -* [मलाकी 03:13-15](rc://*/tn/help/mal/03/13) -* [मत्ती 07:21-23](rc://*/tn/help/mat/07/21) +* [मलाकी 3:13-15](rc://*/tn/help/mal/03/13) +* [मत्ती 7:21-23](rc://*/tn/help/mat/07/21) -## शब्द तथ्य: +## शब्द तथ्य -* Strong's: H205, H6213, H6466, H7451, H7489, G93, G458, G2038, G2040 , G2555 +* स्ट्रोंग्स: H0205, H6213, H6466, H7451, H7489, G00930, G04580, G20380, G20400 , G25550 diff --git a/bible/other/flute.md b/bible/other/flute.md index c743e96..20e97ef 100644 --- a/bible/other/flute.md +++ b/bible/other/flute.md @@ -1,4 +1,4 @@ -# बाँसुरी, बाँसुरी, बाँसुरी, सीटी बजाने का यंत्र +# बाँसुरी, नर्सीगा ## परिभाषा: @@ -6,20 +6,20 @@ * अधिकांश नलियों में सरकंडे जो मोटे घास के बने थे, हवा फूंकने पर कम्पन उत्पन्न होता था। * एक नली जिसमें सरकंडे नहीं होते थे उन्हें बाँसुरी कहते थे। -* चरवाहे अपनी भेड़ों को शान्ति देने क लिए सीटी बजाते थे। +* चरवाहे अपनी भेड़ों को शान्ति देने क लिए बांसुरी बजाते थे। * इन वाद्यों द्वारा सुख या दुःख का संगीत बजाया जाता था। (यह भी देखें: [झुण्ड](../other/flock.md), [चरवाहा](../other/shepherd.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 कुरिन्थियों 14:7-9](rc://*/tn/help/1co/14/07) -* [1 राजा 01:38-40](rc://*/tn/help/1ki/01/38) -* [दानिय्येल 03:3-5](rc://*/tn/help/dan/03/03) -* [लूका 07:31-32](rc://*/tn/help/luk/07/31) -* [मत्ती 09:23-24](rc://*/tn/help/mat/09/23) -* [मत्ती 11:16-17](rc://*/tn/help/mat/11/16) +* [1 कुरिन्थियों 14:7](rc://*/tn/help/1co/14/07) +* [1 राजा. 1:38-40](rc://*/tn/help/1ki/01/38) +* [दानिय्येल 3:3-5](rc://*/tn/help/dan/03/03) +* [लूका 7:31-32](rc://*/tn/help/luk/07/31) +* [मत्ती 9:23](rc://*/tn/help/mat/09/23) +* [मत्ती 11:17](rc://*/tn/help/mat/11/17) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H4953, H5748, H2485, H2490, G832, G834, G836 +* स्ट्रोंग्स: H4953, H5748, H2485, H2490, G08320, G08340, G08360 diff --git a/bible/other/pagan.md b/bible/other/pagan.md index 3b376a8..0480ae7 100644 --- a/bible/other/pagan.md +++ b/bible/other/pagan.md @@ -1,4 +1,4 @@ -# अन्यजाति, अन्यजातियां +# अन्यजाति ## परिभाषा: @@ -8,7 +8,7 @@ * अन्य जातियों के विश्वास में देवी-देवताओं की तथा प्रकृति की पूजा थी। * इन अन्य जातियों के धर्म में व्यभिचार या नरबलि आराधना का भाग होता था। -(यह भी देखें: [वेदी](../kt/altar.md), [झूठे देवता](../kt/falsegod.md), [बलिदान](../other/sacrifice.md), [आराधना](../kt/worship.md), [यहोवा](../kt/yahweh.md)) +(यह भी देखें: [वेदी](../kt/altar.md), [झूठे देवता](../kt/falsegod.md), [बलि](../other/sacrifice.md), [आराधना](../kt/worship.md), [यहोवा](../kt/yahweh.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: @@ -19,4 +19,4 @@ ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1471, G1484, G1494 +* Strong's: H1471, G14840 diff --git a/bible/other/palm.md b/bible/other/palm.md index c1082e3..dae3c06 100644 --- a/bible/other/palm.md +++ b/bible/other/palm.md @@ -1,23 +1,23 @@ -# खजूर, हथेलियों +# खजूर ## परिभाषा: -“खजूर”, लम्बा वृक्ष जिसके पत्ते और डालियां तन्मयशील होती हैं और पंखे के सदृश्य दिखाई देती हैं। +“खजूर” एक लम्बा वृक्ष होता है जिसके पत्ते और डालियां तन्मयशील होती हैं और ऊपर ही ऊपर पल्लवित होती है तथा पंखे के सदृश्य दिखाई देती हैं। -* बाइबल में जिस खजूर के पेड़ का उल्लेख किया गया है जिसके फलों को “खजूर” कहते हैं। उसकी पत्तियां पक्षी के पंख जैसी होती हैं। +* बाइबल में जिस खजूर वृक्ष का उल्लेख किया गया है उसके फलों को “खजूर” कहते हैं। उसकी पत्तियां पक्षी के पंख जैसी होती हैं। * खजूर का वृक्ष गर्म नम जलवायु में उगता है। उसकी पत्तियां पुरे वर्ष हरी रहती हैं। * जब यीशु गधे पर सवार होकर यरूशलेम प्रवेश कर रहा था तब लोगों ने उनके सामने मार्ग में खजूर की डालियां बिछा दी थी। -* खजूर की डालियां शान्ति और विजय का प्रतीक हैं। +* खजूर की डालियां शान्ति और विजय के उत्सव का प्रतीक हैं। (यह भी देखें: [गदहे](../other/donkey.md), [यरूशलेम](../names/jerusalem.md), [शान्ति](../other/peace.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 राजा 06:29-30](rc://*/tn/help/1ki/06/29) +* [1 राजा 6:29-30](rc://*/tn/help/1ki/06/29) * [यहेजकेल 40:14-16](rc://*/tn/help/ezk/40/14) * [यूहन्ना 12:12-13](rc://*/tn/help/jhn/12/12) -* [गिनती 33:8-10](rc://*/tn/help/num/33/08) +* [गिनती 33:9](rc://*/tn/help/num/33/09) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H3712, H8558, H8560, H8561, G5404 +* स्ट्रोंग्स: H3712, H8558, H8560, H8561, G54040 diff --git a/bible/other/rod.md b/bible/other/rod.md index f49ca30..55304b6 100644 --- a/bible/other/rod.md +++ b/bible/other/rod.md @@ -1,12 +1,12 @@ -# लाठी, छड़ें +# लाठी ## परिभाषा: “लाठी” एक पतली लम्बी लकड़ी होती है जिसका उपयोग नाना प्रकार से किया जाता है। इसकी लम्बाई लगभग एक मीटर की होती थी * चरवाहे हिंसक पशुओं से भेड़ों की रक्षा करने के लिए लाठी साथ रखते थे। लाठी फेंक कर भटकती हुई भेड़ को झुण्ड में लाया जाता था। -* भजन 23 में राजा दाऊद ने “छड़ी” और “लाठी” शब्दों को काम में लिया हैं जो उसके लोगों के लिए उसके मार्गदर्शन और अनुशासन के रूपक हैं। -* चरवाहा अपनी लाठी उठाकर भेड़ों की गिनती करता था। +* भजन 23 में राजा दाऊद ने “सौंठे” और “लाठी” शब्दों को काम में लिया हैं जो उसके लोगों के लिए उसके मार्गदर्शन और अनुशासन के रूपक हैं। +* चरवाहा अपनी लाठी उठाकर भेड़ों की उसके नीचे से निकाल कर उनकी गिनती करता था। * “लोहे का दण्ड” भी परमेश्वर से विमुख काम करने वालों के लिए परमेश्वर के दण्ड का प्रतीक है। * प्राचीन युग में मापदण्ड धातु, लकड़ी या पत्थर के बने होते थे जिनकी सहायता से किसी ईमारत या वस्तु की लम्बाई नापी जाती थी। * बाइबल में लकड़ी की छड़ी बच्चों के अनुशासन के लिए काम में ली जाती थी। @@ -15,12 +15,12 @@ ## बाइबल के सन्दर्भ: -* [1 कुरिन्थियों 04:19-21](rc://*/tn/help/1co/04/19) +* [1 कुरिन्थियों 4:21](rc://*/tn/help/1co/04/21) * [1 शमूएल 14:43-44](rc://*/tn/help/1sa/14/43) -* [प्रे.का. 16:22-24](rc://*/tn/help/act/16/22) +* [प्रे.का. 16:22](rc://*/tn/help/act/16/23) * [निर्गमन 27:9-10](rc://*/tn/help/exo/27/09) -* [प्रकाशितवाक्य 11:1-2](rc://*/tn/help/rev/11/01) +* [प्रकाशितवाक्य 11:1](rc://*/tn/help/rev/11/01) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H2415, H4294, H4731, H7626, G2563, G4463, G4464 +* स्ट्रोंग्स: H2415, H4294, H4731, H7626, G25630, G44630, G44640 diff --git a/manifest.yaml b/manifest.yaml index 6ed3934..7f61e1b 100644 --- a/manifest.yaml +++ b/manifest.yaml @@ -17,12 +17,12 @@ dublin_core: description: 'A basic Bible lexicon that provides translators with clear, concise definitions and translation suggestions for every important word in the Bible. It provides translators and checkers with essential lexical information to help them make the best possible translation decisions.' format: 'text/markdown' identifier: 'tw' - issued: '2022-07-07' + issued: '2023-01-11' language: identifier: 'hi' title: 'हिन्दी, हिंदी (Hindi)' direction: 'ltr' - modified: '2022-07-07' + modified: '2023-01-11' publisher: 'BCS' relation: - 'hi/glt' @@ -41,11 +41,11 @@ dublin_core: - identifier: 'tw' language: 'en' - version: '27' + version: '35' subject: 'Translation Words' title: 'translationWords' type: 'dict' - version: '27.2' + version: '35.1' checking: checking_entity: