diff --git a/README.md b/README.md index 2216765..71cdd71 100644 --- a/README.md +++ b/README.md @@ -9,3 +9,4 @@ * https://git.door43.org/unfoldingWord/SourceTextRequestForm/issues/510 * https://git.door43.org/unfoldingWord/SourceTextRequestForm/issues/519 * https://git.door43.org/unfoldingWord/SourceTextRequestForm/issues/548 +* https://git.door43.org/unfoldingWord/SourceTextRequestForm/issues/635 diff --git a/bible/kt/abomination.md b/bible/kt/abomination.md index f9101f9..38adc62 100644 --- a/bible/kt/abomination.md +++ b/bible/kt/abomination.md @@ -1,29 +1,29 @@ -# घृणा, घिनौने, घिनौना +# घृणा, घृणित ## परिभाषा: -“घृणा” शब्द का अर्थ है ग्लानि और अरूचि उत्पन्न करनेवाली बात। +“घृणा” शब्द उस वास्तु के सन्दर्भ में काम में लिया जाता है जिससे घृणा उत्पान हो या असीम वैमनस्य उपजे। * मिस्री लोग इब्रानियों को "घृणित" मानते थे। इसका अर्थ है कि मिस्री लोग इब्रानियों को पसन्द नहीं करते थे और उनके साथ संबन्ध नहीं रखना चाहते थे वरन उनके निकट भी नहीं आना चाहते थे। -* बाइबल में "परमेश्वर के लिए घृणित" बातें हैं। झूठ, घमण्ड, नरबलि, मूर्तिपूजा, हत्या, व्यभिचार का पाप, समलैंगिक संबन्ध। +* बाइबल में कुछ बातें "यहोवा के लिए घृणित" हैं। झूठ, घमण्ड, नरबलि, मूर्तिपूजा, हत्या, यौनाचार के पाप जैसे व्यभिचार और समलैंगिक संबन्ध। * अपने शिष्यों को अन्त समय की शिक्षा देते समय यीशु ने भविष्यद्वक्ता दानिय्येल की भविष्यद्वाणी का संदर्भ दिया था और जिसमें “उजाड़ने वाली घृणित वस्तु” की चर्चा की गई थी जिसे परमेश्वर से विद्रोह स्वरूप स्थापित करके उसके आराधना स्थल को अशुद्ध किया जाएगा। ## अनुवाद के सुझाव: -* “घृणित वस्तु” का अनुवाद “जिस वस्तु से परमेश्वर घृणा करता है”, या “अरोचक वस्तु” या “घृणित अभ्यास” या “बहुत बुरा काम”। -* प्रकरण के अनुसार इस उक्ति के लिए “घृणित” का अनुवाद होगा, “के लिए अत्यधिक घृणित” या “को अरूचिकर” या “को पूर्णतः अस्वीकार्य” या “गहरी अरूचि उत्पन्न करनेवाली”। -* “उजाड़नेवाली घृणित वस्तु” का अनुवाद “अशुद्ध करनेवाली वस्तु जिससे मनुष्यों की घोर हानि होती है” या “अरूचिकर वस्तु जिसके कारण गहरा दुःख होता है”। +* “घृणित वस्तु” का अनुवाद हो सकता है: “जिस वस्तु से परमेश्वर घृणा करता है”, या “वैमनस्य उत्पादक वस्तु" या “घृणित अभ्यास” या “बहुत बुरा काम”। +* प्रकरण के अनुसार इस उक्ति, "के लिए घृणित है" के अनुवाद रूप हो सकेत हैं: “के लिए अत्यधिक घृणित” या “के लिए वैमनस्यकारी है” या “को पूर्णतः अस्वीकार्य” या “गहरी घृणा उत्पन्न करनेवाली”। +* “उजाड़नेवाली घृणित वस्तु” का अनुवाद हो सकता है: “अशुद्ध करनेवाली वस्तु जिससे मनुष्यों की घोर हानि होती है” या “वैमन्स्यकारी वस्तु जिसके कारण गहरा दुःख होता है”। -(यह भी देखें: [व्यभिचार](../kt/adultery.md), [अशुद्ध करना](../other/desecrate.md), [उजाड़ ](../other/desolate.md), [मूरत](../other/idol.md), [बलिदान](../other/sacrifice.md)) +(यह भी देखें: [व्यभिचार](../kt/adultery.md), [अशुद्ध करना](../other/desecrate.md), [उजाड़](../other/desolate.md), [मूरत](../other/idol.md), [बलिदान](../other/sacrifice.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [एज्रा 09:1-2](rc://*/tn/help/ezr/09/01) -* [उत्पत्ति 46:33-34](rc://*/tn/help/gen/46/33) -* [यशायाह 01:12-13](rc://*/tn/help/isa/01/12) -* [मत्ती 24:15-18](rc://*/tn/help/mat/24/15) -* [नीतिवचन 26:24-26](rc://*/tn/help/pro/26/24) +* [एज्रा 9:1-2](rc://*/tn/help/ezr/09/01) +* [उत्पत्ति 46:34](rc://*/tn/help/gen/46/34 ) +* [यशायाह 1:13](rc://*/tn/help/isa/01/13) +* [मत्ती 24:15](rc://*/tn/help/mat/24/15) +* [नीतिवचन 26:25](rc://*/tn/help/pro/26/25) ## शब्द तथ्य: -* Strongs: * Strongs: H887, H6292, H8251, H8262, H8263, H8441, G946 +* Strongs: H0887, H6292, H8251, H8262, H8263, H8441, G946 diff --git a/bible/kt/adultery.md b/bible/kt/adultery.md index 8708ab8..a1c85db 100644 --- a/bible/kt/adultery.md +++ b/bible/kt/adultery.md @@ -1,38 +1,36 @@ -# व्यभिचार, व्यभिचारी, व्यभिचारी, व्यभिचारिणी, व्यभिचारी,व्यभिचारिणियों +# व्यभिचार, व्यभिचारी, व्यभिचारी, व्यभिचारिणी ## परिभाषा: -“व्यभिचार” अर्थात विवाहित मनुष्य द्वारा विवाह की सीमा के बाहर यौन सम्बन्ध बनाने का पाप। दोनों ही व्यभिचार के दोषी हैं। “व्यभिचारी” ऐसा व्याहार या ऐसा पाप करने वाला मनुष्य। +“व्यभिचार” शब्द उस पाप को संदेभित करता है जब कोई विवाहित मनुष्य किसी ऐसे मनुष्य से शारीरिक सम्बन्ध बनाता है जो उसका जीवन साथी नहीं है| दोनों ही व्यभिचार के दोषी हैं। “व्यभिचारी” शब्द ऐसे व्याहार या ऐसा पाप करने वाले मनुष्य का वर्णन करता है| -* व्यभिचारी सामान्यतः व्यभिचार करनेवाला मनुष्य के सन्दर्भ में है। -* व्यभिचारिणी-व्यभिचार करनेवाली स्त्री के सन्दर्भ में है। -* व्यभिचार में पति-पत्नी द्वारा विवाह की वाचा में की गई प्रतिज्ञाओं को तोड़ना। -* परमेश्वर ने इस्राएलियों को व्यभिचार नहीं करने का आदेश दिया। -* “व्यभिचारिणियों” प्रतीकात्मक रूप में इस्राएल के लिए काम में लिया गया है जब वे परमेश्वर के स्वामीभक्त नहीं होते थे, विशेष करके जब वे छुठे ईश्वर की उपासना करते थे। +* "व्यभिचारी" शब्द सामान्यतः व्यभिचार करनेवाले मनुष्य के सन्दर्भ में काम में लिया जाता है। +* कभी-कभी, "व्यभिचारिणी" शब्द यह निश्चित दर्शाने के लिए काम में लिया जाता है कि व्यभिचार करने वाली स्त्री है| +* व्यभिचार में पति-पत्नी उनके विवाह की वाचा में की गई प्रतिज्ञाओं को तोड़ देते हैं। +* परमेश्वर ने इस्राएलियों को आज्ञा दी है कि वे व्यभिचार नहीं करें| ## अनुवाद के सुझाव: -* यदि लक्षित भाषा में व्यभिचार के अनुवाद हेतु एक शब्द न होते। इसका अनुवाद एक उक्ति में किया जा सकता है, “किसी और की पत्नी के साथ यौन संबन्ध बनाना” या “किसी और के जीवन साथी के साथ अन्तरंग संबन्ध बनाना”। +* यदि लक्षित भाषा में ऐसा कोई शब्द न हो जिसका अर्थ, "व्यभिचार" हो तो इस शब्द का अनुवाद एक ऐसे वाक्यांश से किया जा सकता है जैसे, "किसी और की पत्नी के साथ यौन संबन्ध बनाना” या “किसी और के जीवन साथी के साथ अन्तरंग संबन्ध बनाना”। * कुछ भाषाओं में व्यभिचार को स्पष्ट व्यक्त नहीं किया जाता है जैसे, “किसी और के जीवन साथी के साथ सोना” या “अपनी पत्नी से विश्वासघात करना”। (देखें: [व्यंजना](rc://*/ta/man/translate/figs-euphemism)) -* जब '' व्यभिचारी '' का प्रयोग किसी आलंकारिक अर्थ में किया जाता है, तो अविश्वासी पति / पत्नी के साथ तुलना की जा रही उनके आज्ञा न मानने वाले लोगों के बारे में परमेश्वर के विचारों के बारे में संवाद करने के लिए, यह सबसे अच्छा अनुवाद करना है। अगर यह लक्षित भाषा में सही ढंग से नहीं व्यक्त किया जाए, तो "व्यभिचारी" का आलंकारिक उपयोग "विश्वासघाती" या "अनैतिक" या "विश्वासघाती पति की तरह" के रूप में अनुवाद किया जा सकता है। -(यह भी देखें: [प्रतिबद्ध](../other/commit.md), [वाचा](../kt/covenant.md), [यौन अनैतिकता](../other/fornication.md), [के साथ सोना](../other/sex.md), [विश्वासघाती](../kt/unfaithful.md)) +(यह भी देखें: [करना](../other/commit.md), [वाचा](../kt/covenant.md), [यौन अनैतिकता](../other/fornication.md), [के साथ सोना](../other/sex.md), [विश्वासयोग्य](../kt/unfaithful.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [निर्गमन 20:12-14](rc://*/tn/help/exo/20/12) -* [होशे 04:1-2](rc://*/tn/help/hos/04/01) +* [निर्गमन 20:14](rc://*/tn/help/exo/20/14) +* [होशे 4:1-2](rc://*/tn/help/hos/04/01) * [लूका 16:18](rc://*/tn/help/luk/16/18) -* [मत्ती 05:27-28](rc://*/tn/help/mat/05/27) -* [मत्ती 12:38-40](rc://*/tn/help/mat/12/38) -* [प्रकाशितवाक्य 02:22-23](rc://*/tn/help/rev/02/22) +* [मत्ती 5:28](rc://*/tn/help/mat/05/28) +* [मत्ती 12:39](rc://*/tn/help/mat/12/39) +* [प्रकाशितवाक्य 02:22](rc://*/tn/help/rev/02/22) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[13:06](rc://*/tn/help/obs/13/06)__ "तू __व्यभिचार__ न करना।" -* __[13:06](rc://*/tn/help/obs/28/02)__ __व्यभिचार__ मत करना -* __[34:07](rc://*/tn/help/obs/34/07)__ “धार्मिक अगुवे ने अपने मन में इस तरह प्रार्थना की, ‘हे परमेश्वर मैं तेरा धन्यवाद करता हूँ कि मैं दूसरे मनुष्यों के समान अन्धेर करनेवाला, अन्यायी और __व्यभिचारी__ नहीं, और न इस चुंगी लेने वाले के समान हूँ।’” +* __[13:6](rc://*/tn/help/obs/13/06)__ "तू __व्यभिचार__ न करना।" +* __[28:2](rc://*/tn/help/obs/28/02)__ __व्यभिचार__ मत करना +* __[34:7](rc://*/tn/help/obs/34/07)__ “धार्मिक अगुवे ने अपने मन में इस तरह प्रार्थना की, ‘हे परमेश्वर मैं तेरा धन्यवाद करता हूँ कि मैं दूसरे मनुष्यों के समान अन्धेर करनेवाला, अन्यायी और __व्यभिचारी__ नहीं, और न इस चुंगी लेने वाले के समान हूँ।’” ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H5003, H5004, G3428, G3429, G3430, G3431, G3432 +* स्ट्रोंग्स: H5003, H5004, G34280, G34290, G34300, G34310, G34320 diff --git a/bible/kt/altar.md b/bible/kt/altar.md index f1e4704..c3dbcc9 100644 --- a/bible/kt/altar.md +++ b/bible/kt/altar.md @@ -1,31 +1,31 @@ # वेदी, वेदियों -## परिभाषा: +## परिभाषा -वेदी एक पत्थर निमित ऊंचा स्थान होता था जिस पर इस्राएली परमेश्वर के लिए पशु या अन्न होम करके बलि करते थे। +वेदी एक पत्थर निर्मित ऊंचा स्थान होता था जिस पर इस्राएली परमेश्वर के लिए पशु या अन्न होम करके बलि चढ़ाते थे। -* बाइबल के युग में मिट्टी या बड़े-बड़े पत्थरों को एक साथ रखकर टीला सा बनाया जाता था। +* बाइबल के युग में मिट्टी के गारे से एक छोटा टीला या बड़े-बड़े पत्थरों को एक के ऊपर एक रख स्थिर वेदी बनाई जाती थी। * कुछ विशेष वेदियां लकड़ी के बक्से जैसी बनाई जाती थी जिन पर सोना, पीतल या कांसा चढ़ाया जाता था। -* इस्राएल के पड़ोस की जातियां भी अपने देवताओं के लिए वेदियां बनाती थी। +* इस्राएल की पड़ोस जातियां भी अपने देवताओं के लिए बलि चढ़ाने हेतु वेदियां बनाती थी। -(यह भी देखें: [धूप जलाने की वेदी](../other/altarofincense.md), [झूठे देवता](../kt/falsegod.md), [अन्नबलि](../other/grainoffering.md), [बलिदान](../other/sacrifice.md)) +(यह भी देखें: [धूप जलाने की वेदी](../other/altarofincense.md), [झूठे देवता](../kt/falsegod.md), [अन्नबलि](../other/grainoffering.md), [बलि](../other/sacrifice.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [उत्पत्ति 08:20-22](rc://*/tn/help/gen/08/20) -* [उत्पत्ति 22:9-10](rc://*/tn/help/gen/22/09) -* [याकूब 02:21-24](rc://*/tn/help/jas/02/21) +* [उत्पत्ति 8:20](rc://*/tn/help/gen/08/20) +* [उत्पत्ति 22:9](rc://*/tn/help/gen/22/09) +* [याकूब 2:21](rc://*/tn/help/jas/02/21) * [लूका 11:49-51](rc://*/tn/help/luk/11/49) -* [मत्ती 05:23-24](rc://*/tn/help/mat/05/23) -* [मत्ती 23:18-19](rc://*/tn/help/mat/23/18) +* [मत्ती 05:23](rc://*/tn/help/mat/05/23) +* [मत्ती 23:19](rc://*/tn/help/mat/23/19) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[03:14](rc://*/tn/help/obs/03/14)__ उसने एक __वेदी__ बनाई, जिसे बलिदान के लिये इस्तमाल किया जा सके और सभी तरह के जन्तुओ का बलिदान दिया। -* __[05:08](rc://*/tn/help/obs/05/08)__ जब वे बलिदान की जगह पर पहुंच गए, तो अब्राहम ने अपने पुत्र इसहाक को बांध दिया और उसे __वेदी__ पर रख दिया। -* __[13:09](rc://*/tn/help/obs/13/09)__ एक पुरोहित ने पशु को मारकर उसे __वेदी__ पर जला दिया। -* __[16:06](rc://*/tn/help/obs/16/06)__ उसने(गिदोन) एक नई वेदी बनाई जो परमेश्वर यहोवा के लिए बनाई वह पहिले देवताओं की मूर्ति के वेदी के पास समर्पित किया जाता था और उसमें देवताओं को बलिदान दिया जाता था। +* __[3:14](rc://*/tn/help/obs/03/14)__ नूह जहाज़ से बहार निकल आया, उसने एक __वेदी__ बनाई, और बलि के योग्य प्रत्येक प्रजाति के कुछ पशुओं की बलि चढ़ाई। +* __[5:8](rc://*/tn/help/obs/05/08)__ जब वे बलि चढ़ाने के स्थान पर पहुंच गए, तब अब्राहम ने अपने पुत्र इसहाक को बांध दिया और उसे __वेदी__ पर रख दिया। +* __[13:9](rc://*/tn/help/obs/13/09)__ याजक पशु को मारकर उसे __वेदी__ पर जलाए। +* __[16:6](rc://*/tn/help/obs/16/06)__ उसने(गिदोन ने) मूर्तिओं के लिए बनाई गई __वेदी__जहां होती थी वहाँ उसने (गिदोन ने) परमेश्वर को समर्पित एक नई __वेदी__ बनाई और उस पर परमेश्वर के लिए बलि चढ़ाई। ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H741, H2025, H4056, H4196, G1041, G2379 +* स्ट्रोंग्स: H0741, H2025, H4056, H4196, G10410, G23790 diff --git a/bible/kt/anoint.md b/bible/kt/anoint.md index 554ec30..63b7cea 100644 --- a/bible/kt/anoint.md +++ b/bible/kt/anoint.md @@ -2,37 +2,36 @@ ## परिभाषा: -“अभिषेक करना” शब्द का अर्थ है, किसी मनुष्य या वस्तु पर तेल उण्डेलना। कभी-कभी तेल में मसाले मिलाए जाते थे कि उसमें से सुगन्ध हो। यह शब्द पवित्र आत्मा के लिए प्रतीकात्मक रूप में भी काम में लिया गया है जब वह किसी को चुनकर सामर्थ्य प्रदान करता है। +“अभिषेक करना” इस उक्ति का अर्थ है, किसी मनुष्य पर तेल का अभ्यंजन करना या उस पर तेल उंडेलना| कभी-कभी ऐसे तेल में मसाले मिला दी जाते थे की उसमें मनमोहक, सुगन्धित गंध उठे| बाईबल के युग में, किसी का तेल से अभिषेक करने के अनेक कारण होते थे| -* पुराने नियम में याजकों, राजाओं तथा भविष्यद्वक्ताओं को तेल से अभिषेक किया जाता था कि उन्हें परमेश्वर के लिए एक विशेष सेवा के निमित्त अलग किया जाए। -* वेदी तथा मिलापवाले तम्बू का भी तेल से अभिषेक किया जाता था ताकि प्रकट हो कि वे परमेश्वर की उपासना एवं महिमामय काम लेने के लिए थे। -* नये नियम में रोगियों की चंगाई के लिए तेल से अभिषेक किया जाता था। -* नये नियम में दो बार किसी स्त्री ने उपासना स्वरूप यीशु का सुगन्धित द्रव्य से अभिषेक किया था। एक बार यीशु ने कहा कि ऐसा करके वह स्त्री उसे भावी अन्तिम संस्कार के लिए तैयार कर रही है। -* यीशु की मृत्यु के बाद उसके मित्रों ने उसके शव को दफन के लिए तेल और सुगन्धित द्रव्यों से अभिषेक करके तैयार किया था। +* पुराने नियम में याजकों, राजाओं तथा भविष्यद्वक्ताओं का तेल से अभिषेक किया जाता था कि उन्हें परमेश्वर के लिए एक विशेष सेवा निमित्त अलग किया जाए। +* वेदी तथा मिलापवाले तम्बू का भी तेल से अभिषेक किया जाता था कि प्रकट हो कि वे परमेश्वर की उपासना एवं महिमामय काम लेने के लिए हैं। +* नये नियम में रोगियों की चंगाई के लिए उनका तेल से अभ्यंजन किया जाता था। +* नये नियम में दो बार किसी स्त्री ने उपासना स्वरूप सुगन्धित द्रव्य से यीशु का अभिषेक किया था। एक बार यीशु ने यहाँ तक कह दिया था कि ऐसा करके वह स्त्री उसे भावी अन्तिम संस्कार के लिए तैयार कर रही है। +* यीशु की मृत्यु के बाद उसके मित्रों ने तेल और सुगन्धित द्रव्यों से उसके शव का अभ्यंजन करके दफन के लिए तैयार किया था। * “मसीह” (इब्रानी भाषा) और “ख्रीस्त” (यूनानी भाषा) का अर्थ है, “अभिषिक्त (जन)”। -* मसीह यीशु एक ऐसा मनुष्य था जिसे चुना गया था और भविष्यद्वक्ता, महायाजक एवं राजा स्वरूप उसका अभिषेक किया गया था। - -* बाइबिल के समय में, एक स्कोत्री स्वयं को अधिक आकर्षक बनाने के लिए इत्र से खुद का अभिषेक कर सकती है। +* मसीह यीशु एक ऐसा मनुष्य था जिसे भविष्यद्वक्ता, महायाजक और राजा होने के लिए चुना गया था तथा उसका अभिषेक किया गया था। +* बाईबल के युग में कुछ स्त्रियाँ इत्र से अपना अभ्यंजन करती थीं कि उनका योन आकर्षण प्रकट हो ## अनुवाद के सुझाव: -* प्रकरण के अनुसार “अभिषेक” का अनुवाद “ऊपर तेल डालना” या “तेल उण्डेलना” या “सुगन्धित तेल डालकर अभिषेक करना” हो सकता है। -* “अभिषिक्त होना” का अनुवाद “तेल से अभिषिक्त होना” या “नियुक्त होना” या “अभिषिक्त होना” किया जा सकता है। +* प्रकरण के अनुसार “अभिषेक” शब्द का अनुवाद “ऊपर तेल डालना” या “तेल उण्डेलना” या “सुगन्धित तेल डालकर अभिषेक करना” हो सकता है। +* “अभिषिक्त होना” का अनुवाद “तेल से अभिषिक्त होना” या “नियुक्त होना” या “पवित्र किया जाना” हो सकता है। * कुछ संदर्भों में “अभिषेक” का अनुवाद “नियुक्त” हो सकता है। -* “अभिषिक्त याजक” का अनुवाद “याजक जिसका अभिषेक तेल से किया गया है” या “याजक जो तेल डाल कर अलग किया गया” हो सकता है। +* “अभिषिक्त याजक” का अनुवाद “याजक जिसका अभ्यंजन तेल से किया गया है” या “याजक जो तेल डाल कर अलग किया गया” हो सकता है। -(यह भी देखें: [मसीह](../kt/christ.md), [अभिषेक करना](../kt/consecrate.md), [महा-याजक](../kt/highpriest.md), [यहूदियों का राजा](../kt/kingofthejews.md), [याजक](../kt/priest.md), [भविष्यद्वक्ता](../kt/prophet.md) ) +(यह भी देखें: [मसीह](../kt/christ.md), [अभिषेक करना](../kt/consecrate.md), [महायाजक](../kt/highpriest.md), [यहूदियों का राजा](../kt/kingofthejews.md), [याजक](../kt/priest.md), [भविष्यद्वक्ता](../kt/prophet.md) ) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 यूहन्ना 02:20-21](rc://*/tn/help/1jn/02/20) -* [1 यूहन्ना 02:27-29](rc://*/tn/help/1jn/02/27) +* [1 यूहन्ना 2:20](rc://*/tn/help/1jn/02/20) +* [1 यूहन्ना 2:27](rc://*/tn/help/1jn/02/27) * [1 शमूएल 16:2-3](rc://*/tn/help/1sa/16/02) -* [प्रे.का. 04:27-28](rc://*/tn/help/act/04/27) -* [आमोस 06:5-6](rc://*/tn/help/amo/06/05) +* [प्रे.का. 4:27-28](rc://*/tn/help/act/04/27) +* [आमोस 6:5-6](rc://*/tn/help/amo/06/05) * [निर्गमन 29:5-7](rc://*/tn/help/exo/29/05) -* [याकूब 05:13-15](rc://*/tn/help/jas/05/13) +* [याकूब 5:13-15](rc://*/tn/help/jas/05/13) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H47, H430, H4397, H4398, H8136, G32, G743, H1101, H1878, H3323, H4473, H4886, H4888, H4899, H5480, G218, G1472, G2025, G3462, G5545, G5548 +* स्ट्रोंग्स: H0047, H0430, H1101, H1878, H3323, H4397, H4398, H4473, H4886, H4888, H4899, H5480, H8136, G00320, G02180, G07430, G14720, G20250, G34620, G55450, G55480 diff --git a/bible/kt/antichrist.md b/bible/kt/antichrist.md index dcddd95..a905909 100644 --- a/bible/kt/antichrist.md +++ b/bible/kt/antichrist.md @@ -1,26 +1,26 @@ -# मसीह का विरोधी, मसीह के विरोधी +# मसीह विरोधी, ## परिभाषा: -“मसीह का विरोधी” शब्द का संदर्भ उस व्यक्ति या शिक्षा से है जो मसीह यीशु और उसके काम के विरूद्ध है। संसार में अनेक मसीह के विरोधी हैं। +“मसीह विरोधी” शब्द का संदर्भ उस व्यक्ति या शिक्षा से है जो मसीह यीशु और उसके काम के विरूद्ध है। संसार में अनेक मसीह विरोधी हैं। -* प्रेरित यूहन्ना लिखता है कि यदि कोई यह शिक्षा देकर मनुष्यों को पथ-भ्रष्ट करे कि यीशु मसीह नहीं है या इन्कार करे कि यीशु परमेश्वर एवं मनुष्य दोनों है तो वह मसीह का विरोधी है। -* बाइबल की शिक्षा के अनुसार संसार में मसीह के विरोधी की आत्मा है जो यीशु क काम का विरोध करती है। -* नये नियम की पुस्तक प्रकाशितवाक्य में लिखा हे कि एक पुरूष “मसीह का विरोधी” होगा जो अन्त समय में प्रकट होगा। वह परमेश्वर के लोगों को नष्ट करने का प्रयास करेगा परन्तु वह यीशु द्वारा परास्त किया जाएगा। +* प्रेरित यूहन्ना लिखता है कि यदि कोई यह शिक्षा देकर मनुष्यों को पथ-भ्रष्ट करे कि यीशु मसीह नहीं है या इन्कार करे कि यीशु परमेश्वर एवं मनुष्य दोनों है तो वह मसीह विरोधी है। +* बाइबल की शिक्षा के अनुसार संसार में मसीह विरोधी की आत्मा सार्वलौकिक है जो यीशु के काम का विरोध करती है। +* नये नियम की पुस्तक प्रकाशितवाक्य में लिखा हे कि एक पुरूष “मसीह विरोधी” कहलाएगा जो अन्त समय में प्रकट होगा। वह परमेश्वर के लोगों को नष्ट करने का प्रयास करेगा परन्तु वह यीशु द्वारा परास्त किया जाएगा। ## अनुवाद के सुझाव: -* इस शब्द के अनुवाद हो सकते हैं, ऐसे शब्द या उक्तियां हो सकती हैं जिनका अर्थ हो, “मसीह का विरोधी” या “मसीह का बैरी” या “मसीह का विरोध करनेवाला मनुष्य” -* “मसीह का विरोधी की आत्मा” का अनुवाद हो सकता है, “आत्मा जो मसीह के विरुद्ध है”। या “(कोई) मसीह के बारे झूठी शिक्षा देता है” या “मसीह के बारे में झूठी शिक्षा पर विश्वास करने का रवैया” या “बुरी आत्मा जो मसीह के बारे में झूठ शिक्षा देता है।” +* इस शब्द के अनुवाद करने के लिए ऐसे शब्द या उक्तियां हो सकती हैं जिनका अर्थ हो, “मसीह का विरोधी” या “मसीह का बैरी” या “मसीह का विरोध करनेवाला मनुष्य” +* “मसीह विरोधी की आत्मा” का अनुवाद हो सकता है, “आत्मा जो मसीह के विरुद्ध है”। या “(कोई) मसीह के बारे झूठी शिक्षा देता है” या “मसीह के बारे में झूठी शिक्षा पर विश्वास करने की प्रवृत्ति” या “बुरी आत्मा जो मसीह के बारे में झूठी शिक्षा देता है।” * इस बात का भी ध्यान रखें कि इस शब्द का अनुवाद स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा के बाइबल अनुवाद में कैसा है। (देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://*/ta/man/translate/translate-unknown)) -(यह भी देखें: [मसीह](../kt/christ.md), [रगट करना](../kt/reveal.md), [क्लेश](../other/tribulation.md)) +(यह भी देखें: [मसीह](../kt/christ.md), [अनावरण](../kt/reveal.md), [क्लेश](../other/tribulation.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 यूहन्ना 02:18-19](rc://*/tn/help/1jn/02/18) -* [1 यूहन्ना 04:1-3](rc://*/tn/help/1jn/04/01) -* [2 यूहन्ना 01:7-8](rc://*/tn/help/2jn/01/07) +* [1 यूहन्ना 02:18](rc://*/tn/help/1jn/02/18) +* [1 यूहन्ना 04:3](rc://*/tn/help/1jn/04/03) +* [2 यूहन्ना 01:7](rc://*/tn/help/2jn/01/07) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/kt/appoint.md b/bible/kt/appoint.md index abadf41..6b3deeb 100644 --- a/bible/kt/appoint.md +++ b/bible/kt/appoint.md @@ -2,11 +2,11 @@ ## परिभाषा: -“नियुक्त करना” और “नियुक्त किया” अर्थात किसी को किसी विशेष कार्य या भूमिका के लिए चुनना। +“नियुक्त करना” और “नियुक्त किया” अर्थात किसी को किसी विशेष कार्य को करने या भूमिका को निभाने के लिए चुनना। -* “नियुक्त होना” का संदर्भ “चुना हुआ” होना से भी होता है कि कुछ प्राप्त करे, जैसे  “अनन्त जीवन के लिए ठहराया गया” में है. लोग “अनन्त जीवन के लिए ठहराए गए” थे अर्थात वे अनन्त जीवन के लिए चुने गए थे. +* “नियुक्त होना” का संदर्भ “ठहराया हुआ” से भी होता है कि कुछ प्राप्त करे, जैसे  “अनन्त जीवन के लिए ठहराया गया|” मनुष्य “अनन्त जीवन के लिए ठहराए गए” अर्थात वे अनन्त जीवन के लिए चुने गए थे. * “नियुक्त समय” अर्थात किसी घटना के होने के लिए परमेश्वर का “चुना हुआ समय” या “योजनाबद्ध समय.” -* “ठहराए” शब्द का अर्थ “आज्ञा देना” या किसी को किसी काम के लिए "उत्तरदायित्व सौपना." +* “ठहराए” शब्द का अर्थ “आज्ञा देना” या किसी को किसी काम के लिए "उत्तरदायित्व सौपना." भी हो सकता है| ## अनुवाद के सुझाव: @@ -16,13 +16,13 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 शमूएल 08:11](rc://*/tn/help/1sa/08/11) -* [प्रे.का. 03:20](rc://*/tn/help/act/03/20) -* [प्रे.का. 06:02](rc://*/tn/help/act/06/02) +* [1 शमूएल 8:11](rc://*/tn/help/1sa/08/11) +* [प्रे.का. 3:20](rc://*/tn/help/act/03/20) +* [प्रे.का. 6:02](rc://*/tn/help/act/06/02) * [प्रे.का. 13:48](rc://*/tn/help/act/13/48) * [उत्पत्ति 41: 33-34](rc://*/tn/help/gen/41/33) -* [गिनती 03:9-10](rc://*/tn/help/num/03/09) +* [गिनती 3:9-10](rc://*/tn/help/num/03/09) ## शब्द तथ्य: -* Strong’s: H561, H977, H2163, H2296, H2706, H2708, H2710, H3198, H3245, H3259, H3677, H3983, H4150, H4151, H4152, H4483, H4487, H4662, H5324, H5344, H5414, H5567, H5975, H6310, H6485, H6565, H6635, H6680, H6923, H6942, H6966, H7760, H7896, G322, G606, G1299, G1303, G1935, G2525, G2749, G4287, G4384, G4929, G5021, G5087 +* स्ट्रोंग्स: H0561, H0977, H2163, H2296, H2706, H2708, H2710, H3198, H3245, H3259, H3677, H3983, H4150, H4151, H4152, H4483, H4487, H4662, H5324, H5344, H5414, H5567, H5975, H6310, H6485, H6565, H6635, H6680, H6923, H6942, H6966, H7760, H7896, G03220, G06060, G12990, G13030, G19350, G25250, G27490, G42870, G42960, G43840, G49290, G50210, G50870 diff --git a/bible/kt/atonement.md b/bible/kt/atonement.md index dfd272d..ee3712b 100644 --- a/bible/kt/atonement.md +++ b/bible/kt/atonement.md @@ -14,7 +14,7 @@ * “प्रायश्चित” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “भुगतान” या “पाप का मूल्य चुकाने की बलि” या “क्षमादान का मार्ग उपलब्ध करवाना”। * सुनिश्चित करें कि इस शब्द के अनुवाद में पैसों के भुगतान का भाव व्यक्त न हो। -(यह भी देखें: [प्रायश्चित के ढकने](../kt/atonementlid.md), [क्षमा](../kt/forgive.md), [प्रायश्चित ](../kt/propitiation.md), [मेल-मिलाप](../kt/reconcile.md), [छुटकारा दिलाना](../kt/redeem.md)) +(यह भी देखें: [प्रायश्चित के ढकने](../kt/atonementlid.md), [क्षमा](../kt/forgive.md), [प्रायश्चित](../kt/propitiation.md), [मेल-मिलाप](../kt/reconcile.md), [छुटकारा दिलाना](../kt/redeem.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: diff --git a/bible/kt/atonementlid.md b/bible/kt/atonementlid.md index 3e2a142..a674a71 100644 --- a/bible/kt/atonementlid.md +++ b/bible/kt/atonementlid.md @@ -15,7 +15,7 @@ * इसका अर्थ “प्रसादन का स्थान” भी हो सकता है। * इस शब्द की तुलना “प्रायश्चित”, “मेल” और “मुक्ति” शब्दों के अनुवाद से करें। -(यह भी देखें: [वाचा का सन्दूक](../kt/arkofthecovenant.md), [प्रायश्चित](../kt/atonement.md), [करूबों](../other/cherubim.md), [प्रायश्चित ](../kt/propitiation.md), [छुटकारा दिलाना](../kt/redeem.md)) +(यह भी देखें: [वाचा का सन्दूक](../kt/arkofthecovenant.md), [प्रायश्चित](../kt/atonement.md), [करूबों](../other/cherubim.md), [प्रायश्चित](../kt/propitiation.md), [छुटकारा दिलाना](../kt/redeem.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: diff --git a/bible/kt/authority.md b/bible/kt/authority.md index badaa70..38d6834 100644 --- a/bible/kt/authority.md +++ b/bible/kt/authority.md @@ -19,7 +19,7 @@ * “अपने अधिकार से” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “अगुआई के अपने अधिकार से” या “अपनी योग्यताओं के आधार पर” * अभिव्यक्ति, "अधिकार के अधीन" का अनुवाद किया जा सकता है, "पालन करने के लिए जिम्मेदार" या "अन्य आज्ञाओं का पालन करना"। -(यह भी देखें: [नागरिक](../other/citizen.md), [आदेश](../kt/command.md), [आज्ञा पालन](../other/obey.md), [शक्ति](../kt/power.md), [शासक](../other/ruler.md) +(यह भी देखें: [नागरिक](../other/citizen.md), [आदेश](../kt/command.md), [आज्ञा पालन](../other/obey.md), [शक्ति](../kt/power.md), [शासक](../other/ruler.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: diff --git a/bible/kt/believe.md b/bible/kt/believe.md index 0c2ca94..86673c8 100644 --- a/bible/kt/believe.md +++ b/bible/kt/believe.md @@ -1,74 +1,86 @@ -# विश्वास, विश्वासी, अविश्वास, अविश्वासी +# विश्वास करना, विश्वासी, विश्वास, अविश्वासी, अविश्वास ## परिभाषा: -“विश्वास” और “विश्वास करना” निकट संबन्ध में हैं परन्तु इसके अर्थ में अन्तर बहुत कम है। +“विश्वास करना” और “में विश्वास करना” निकट संबन्ध में हैं परन्तु इसके अर्थ में अन्तर तो है परन्तु बहुत कम है। -## 1\. विश्वास +### 1. विश्वास करना -* किसी पर विश्वास करना अर्थात स्वीकार करना या भरोसा रखना की यह सच है। -* किसी पे विश्वास करना अर्थात यह मानना की उस व्यक्ति ने जो कहा वह सच है। +* किसी बात पर विश्वास करना अर्थात स्वीकार करना या भरोसा रखना की यह सच है। +* किसी पर विश्वास करना अर्थात यह मानना की उस व्यक्ति ने जो कहा वह सच है। -## 2\. विश्वास करने +### 2. में विश्वास करना -* किसी व्यक्ति पर "विश्वास करने" का अर्थ उस व्यक्ति पर "भरोसा" रखना है। भरोसा करने का अर्थ है कि वह व्यक्ति जो कहता है वह हमेशा सच्चाई से बोलता है, और वह करेगा जो उसने करने का वादा किया है। -* जब कोई व्यक्ति वास्तव में किसी चीज़ में विश्वास करता है, तो वह ऐसे तरीके से कार्य करेगा जो इस विश्वास को दर्शाता है। -* वाक्यांश "किसी में विश्वास करना" का अर्थ के रूप में "में विश्वास है।" -* “मसीह पर विश्वास” करने का अर्थ है विश्वास करना कि वह परमेश्वर का पुत्र है, वह स्वयं परमेश्वर है जो मनुष्य बना और हमारे पापों का दण्ड उठाने के लिए मारा गया। इसका अर्थ भरोसा रखना की वे उद्धारक है और ऐसा जीवन जीना जिससे उसका सम्मान हो। +* किसी व्यक्ति पर "विश्वास करने" का अर्थ है, उस व्यक्ति पर "भरोसा" रखना। भरोसा करने का अर्थ है, कोई व्यक्ति वही है जो वह कहता है कि वह है, और कि वह सदा सत्य बोलेगा और वह किसी काम को करने की प्रतिज्ञा करता है तो उसको पूरी करेगा| +* जब कोई व्यक्ति वास्तव में किसी बात में विश्वास करता है, तो उसका व्यवहार ऐसा होगा कि उसका विश्वास प्रकट हो| +* यह वाक्यांश "में विश्वास करना" का अर्थ वही है जो "में विश्वास" का है। +* “मसीह पर विश्वास” करने का अर्थ है विश्वास करना कि वह परमेश्वर का पुत्र है, वह स्वयं परमेश्वर है जो मनुष्य बना और हमारे पापों का दण्ड उठाने के लिए बलि होकर मारा गया। इसका अर्थ है, उस पर भरोसा रखना कि वह उद्धारक है और ऐसा जीवन जीना जिससे उसका सम्मान हो। + +### 3. विश्वासी + +बाईबल में "विश्वासी" शब्द का सन्दर्भ उस मनुष्य से है जो मसीह यीशु में विश्वास रखता है और अपना उद्धारक होने के लिए उस पर भरोसा रखता है| ## अनुवाद के सुझाव: -* “विश्वास करना” का अनुवाद “जानना की सत्य है” या “उचित होने का ज्ञान” किया जा सकता है। -* “में विश्वास करना” का अनुवाद “पूर्ण भरोसा” या “विश्वास करना” एवं “आज्ञा मानना” या “पूर्ण निर्भर होकर अनुसरण करना” हो सकता है। +* “विश्वासी” शब्द का वास्तविक अर्थ है, "विश्वास करने वाला मनुष्य|" +* “मसीही” शब्द अंततः विश्वासियों का पदनाम हो गया क्योंकि इसके द्वारा संकेत मिलता है कि वे मसीह में विश्वास करते हैं और उसकी शिक्षाओं पर चलते हैं| -(यह भी देखें: [विश्वास](../kt/faith.md), प्रेरित, मसीह, शिष्य, [विश्वास](../kt/believer.md), भरोसा) +### 4. अविश्वास + +"अविश्वास शब्द का अर्थ है, किसी मनुष्य या वस्तु पर विश्वास नहीं करना| + +* बाईबल में "अविश्वास" का अर्थ है, यीशु में उद्धारक होने का विश्वास नहीं करना, भरोसा नहीं रखना| +* मनुष्य जो यीशु में विश्वास नहीं करता है उसको "अविश्वासी" कहा जाता है| + +## अनुवाद के सुझाव + +* "विश्वास करना" का नौवाद किया जा सकता है,जानना कि सच है" या "जानना कि न्यायोचित है" +* "में विश्वास करना" का अनुवाद हो सकता है, "पुर्णतः भरोसा रखना" या "भरोसा रखना और आज्ञा मानना" या "पूर्ण निर्भर करना और अनुसरण करना" +* कुछ अनुवादों में "यीशु के विश्वासी" या "मसीह के विश्वासी" कहना वरीयता में रखा गया है| +* इस शब्द का अनुवाद एक ऐसे शब्द या वाक्यांश द्वारा किया जा सकता है जिसका अर्थ हो, "यीशु पर भरोसा रखने वाला मनुष्य" या "मनुष्य जो यीशु को जानता है और उसके लिए जीता है" +* "विश्वासी" शब्द का अनुवाद करने की अन्य विधियां हो सकती हैं, "यीशु का अनुयायी" या "मनुष्य जो यीशु को जानता है और उसका आज्ञाकारी है" +* "विश्वासी" शब्द किसी भी विश्वासी के लिए एक सर्वनिष्ठ शब्द है जबकि "शिष्य" और "प्रेरित" शब्द मुख्यतः उन मनुष्यों के लिए विशिष्टता में काम में लिया गया था जिन्होंने यीशु को उसके पार्थिव जीवन में देखा था| इन शब्दों का अनुवाद अलग-अलग करना ही उचित होगा जिससे कि वे पृथक हों| +* "अविश्वास के अनुवाद के अन्य रूप हो सकते हैं, "विश्वास की कमी" या "विश्वास नहीं करना" +* "अविश्वासी" शब्द का अनुवाद किया जा सकता है, "यीशु में विश्वास नहीं करने वाला मनुष्य" या "यीशु में उद्धारक होने का विश्वास नहीं करने वाला मनुष्य" + +(यह भी देखें: +(यह भी देखें: [विश्वास करना](../kt/believe.md), [प्रेरित](../kt/apostle.md), [मसीही](../kt/christian.md), [शिष्य](../kt/disciple.md), [विश्वास](../kt/faith.md), [भरोसा](../kt/trust.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [उत्पत्ति](rc://*/tn/help/gen/15/06), [15:06](rc://*/tn/help/gen/15/06) -* [उत्पत्ति](rc://*/tn/help/gen/15/06), [45:26](rc://*/tn/help/gen/45/26) -* [अय्यूब](rc://*/tn/help/job/09/16), [09:16-18](rc://*/tn/help/job/09/16) -* [हबक्कूक](rc://*/tn/help/hab/01/05), [01:5-7](rc://*/tn/help/hab/01/05) -* [मरकुस](rc://*/tn/help/mrk/01/14), [06:4-6](rc://*/tn/help/mrk/06/04) -* [मरकुस](rc://*/tn/help/mrk/01/14), [01:14-15](rc://*/tn/help/mrk/01/14) -* [लूका 09:41](rc://*/tn/help/luk/09/41) -* [यूहन्ना](rc://*/tn/help/1jn/03/23), [01:12](rc://*/tn/help/jhn/01/12) -* [प्रे.का.](rc://*/tn/help/act/28/23), [06:05](rc://*/tn/help/act/06/05) -* [प्रे.का.](rc://*/tn/help/act/28/23), [09:42](rc://*/tn/help/act/09/42) -* [प्रे.का.](rc://*/tn/help/act/28/23), [28:23-24](rc://*/tn/help/act/28/23) -* [रोमियों 03:03](rc://*/tn/help/rom/03/03) -* [1 कुरिन्थियों 06:01](rc://*/tn/help/1co/06/01) -* [1 कुरिन्थियों](rc://*/tn/help/1co/06/01), [09:05](rc://*/tn/help/1co/09/05) -* [2](rc://*/tn/help/2co/06/15), [कुरिन्थियों](rc://*/tn/help/1co/06/01) 06:15 -* [इब्रानियों 03:12](rc://*/tn/help/heb/03/12) -* [1 यूहन्ना](rc://*/tn/help/1jn/03/23), [03:23](rc://*/tn/help/1jn/03/23) +* [उत्पत्ति 15:6](rc://*/tn/help/gen/15/06) +* [उत्पत्ति 45:26](rc://*/tn/help/gen/45/26) +* [अय्यूब 9:16-18](rc://*/tn/help/job/09/16) +* [हबक्कूक 1:5-7](rc://*/tn/help/hab/01/05) +* [मरकुस 6:4-6](rc://*/tn/help/mrk/06/04) +* [मरकुस1:14-15](rc://*/tn/help/mrk/01/14) +* [लूका 9:41](rc://*/tn/help/luk/09/41) +* [यूहन्ना 1:12](rc://*/tn/help/jhn/01/12) +* [प्रे.का 6:5](rc://*/tn/help/act/06/05) +* [प्रे.का. 9:42](rc://*/tn/help/act/09/42) +* [प्रे.का. 28:23-24](rc://*/tn/help/act/28/23) +* [रोमियों 3:3](rc://*/tn/help/rom/03/03) +* [1 कुरिन्थियों 6:1](rc://*/tn/help/1co/06/01) +* [1 कुरिन्थियों 9:5](rc://*/tn/help/1co/09/05) +* [2कुरिन्थियों 6:15](rc://*/tn/help/2co/06/15) +* [इब्रानियों 3:12](rc://*/tn/help/heb/03/12) +* [1 यूहन्ना 3:23](rc://*/tn/help/1jn/03/23)##बाईबल की कहानियों के उदाहरण -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: +## बाईबल की कहानियों के उदाहरण: -* **[03:04](rc://*/tn/help/obs/03/04)** नूह ने लोगों को बाढ़ के विषय में चेतावनी दी , और कहा कि परमेश्वर की ओर मन फिराओ पर उन्होंने नूह पर **विश्वास** नहीं किया। - -* **[04:08](rc://*/tn/help/obs/04/08)** अब्राम ने परमेश्वर की वाचा पर **विश्वास** किया। परमेश्वर ने घोषित किया कि अब्राम धर्मी है, क्योंकि उसने परमेश्वर की वाचा पर **विश्वास किया** है। - -* **[11:02](rc://*/tn/help/obs/11/02)** परमेश्वर ने कहा कि, वो मनुष्य जो उस पर **विश्वास करेंगा** वह उसके पहिलौठे पुत्र को बचाएगा। - -* **[11:06](rc://*/tn/help/obs/11/06)** **परन्तु मिस्र के लोग परमेश्वर पर विश्वास नहीं करते थे या उसकी आज्ञा का पालन नहीं करते थे।** - -* **[37:05](rc://*/tn/help/obs/37/05)** यीशु ने उससे कहा, “पुनरुत्थान और जीवन मैं ही हूँ। जो कोई मुझ पर **विश्वास करता** है वह यदि मर भी जाए तौभी जीएगा। और हर कोई जो मुझ पर **विश्वास करता** है वह कभी न मरेंगा। क्या तू इस बात पर **विश्वास करती** है?” - -* **[43:01](rc://*/tn/help/obs/43/01)** **यीशु के स्वर्ग लौटने के बाद, चेले यरूशलेम में ही रहे क्योंकि यीशु ने उन्हें ऐसा करने की आज्ञा दी थी। वहाँ के विश्वासी लगातार प्रार्थना करने के लिए इकट्ठे हुए।** - -* **_*[43:03](rc://*/tn/help/obs/43/03) जब सभी विश्वासी एक साथ थे, अचानक वह घर जहाँ वे थे एक तेज आवाज की वायु से भर गया*_** । उन्हें आग के समान जीभें फटती हुई दिखाई दी और उनमें से हर एक पर आ ठहरी। - -* **[43:13](rc://*/tn/help/obs/43/13) प्रतिदिन, बहुत से लोग विश्वासी बन गये**। - -* **[46:06](rc://*/tn/help/obs/46/06)** **उस दिन से यरूशलेम में बहुत से लोगों ने यीशु के अनुयायियों को सताना शुरू कर दिया, इसलिए विश्वासी अन्य स्थानों पर भाग गए। लेकिन इसके बावजूद, जहाँ भी वे गए उन्होंने यीशु के बारे में प्रचार किया।** - -* **_*[46:01](rc://*/tn/help/obs/46/01)*_** **_शाऊल वह युवक था, जिसने स्तिफनुस की हत्या करने वाले लोगों के परिधानों  पर पहरा दिया था। वह यीशु पर विश्वास नहीं करता था, इसलिए उसने विश्वासियों को सताया।_** - -* **[46:09](rc://*/tn/help/obs/46/09)** कुछ लोग **यरूशलेम के** क्लेश के कारण तितर-बितर हो गए थे, और अन्ताकिया में पहुँच कर यीशु के बारे में प्रचार किया**। यह वही जगह है जहाँ पहली बार यीशु के विश्वासी को** **"मसीह" कहा गया था**। - -* **[47:14](rc://*/tn/help/obs/47/14)** **उन्होंने कलीसियाओं में विश्वासियों को प्रोत्साहित करने और सिखाने के लिए कई पत्र भी लिखे।** +* __[3:4](rc://*/tn/help/obs/03/04)__ नूह ने लोगों को बाढ़ के विषय में चेतावनी दी , और कहा कि परमेश्वर की ओर मन फिराओ पर उन्होंने नूह पर __विश्वास__ नहीं किया। +* __[4:8](rc://*/tn/help/obs/04/08)__ अब्राम ने परमेश्वर की प्रतिज्ञा पर __विश्वास__ किया। परमेश्वर ने घोषित किया कि अब्राम धर्मी है, क्योंकि उसने परमेश्वर की वाचा पर __विश्वास किया__ है। +* __[11:2](rc://*/tn/help/obs/11/02)__ परमेश्वर ने कहा, जो मनुष्य उस पर __विश्वास करेंगा__ उसके पहिलौठे पुत्र को बचाने का का मार्ग उसने तैयार कर दिया है। +* __[11:6](rc://*/tn/help/obs/11/06)__परन्तु मिस्र के लोग परमेश्वर पर__ विश्वास__ नहीं करते थे या उसकी आज्ञा का पालन नहीं करते थे। +* __[37:5](rc://*/tn/help/obs/37/05)__ यीशु ने उससे कहा, “पुनरुत्थान और जीवन मैं ही हूँ। जो कोई मुझ पर __विश्वास करता__ है वह यदि मर भी जाए तौभी जीएगा। और हर कोई जो मुझ पर __विश्वास करता__ है वह कभी न मरेंगा। क्या तू इस बात पर __विश्वास करती__ है?” +* **[43:1](rc://*/tn/help/obs/43/01)** **यीशु के स्वर्ग लौटने के बाद, चेले यरूशलेम में ही रहे क्योंकि यीशु ने उन्हें ऐसा करने की आज्ञा दी थी। वहाँ के**विश्वासी**लगातार प्रार्थना करने के लिए इकट्ठे होते थे।** +* __[43:3](rc://*/tn/help/obs/43/03)__ जब सब __विश्वासी__एक साथ थे, अचानक वह घर जहाँ वे थे एक तेज आवाज की वायु से भर गया। उन्हें आग के समान जीभें फटती हुई दिखाई दी और उनमें से हर एक__विश्वासी__ पर आ ठहरी। +* __[43:13](rc://*/tn/help/obs/43/13)__ प्रतिदिन, बहुत से लोग __विश्वासी__बनते गये। +* __[46:6](rc://*/tn/help/obs/46/06)__ उस दिन से यरूशलेम में बहुत से लोगों ने यीशु के अनुयायियों को सताना शुरू कर दिया, इसलिए __विश्वासी__ अन्य स्थानों पर भाग गए। लेकिन इसके बावजूद, जहाँ भी वे गए उन्होंने यीशु के बारे में प्रचार किया। +* __[46:1](rc://*/tn/help/obs/46/01)__शाऊल वह युवक था, जिसने स्तिफनुस की हत्या करने वाले लोगों के परिधानों  पर पहरा दिया था। वह यीशु पर विश्वास नहीं करता था, इसलिए उसने __विश्वासियों__ को सताया। +* __[46:9](rc://*/tn/help/obs/46/09)__ कुछ __विश्वासी__ यरूशलेम के क्लेश के कारण तितर-बितर हो गए थे, और उन्होंने अन्ताकिया में पहुँच कर यीशु के बारे में प्रचार किया। +* __[47:14](rc://*/tn/help/obs/47/14)__ उन्होंने कलीसियाओं में __विश्वासियों__ को प्रोत्साहित करने और सिखाने के लिए कई पत्र भी लिखे। ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H539, H540, G543, G544, G569, G570, G571, G3982, G4100, G4102, G4103, G4135 +* स्ट्रोंग्स: H0539, H0540, G05430, G05440, G05690, G05700, G05710, G39820, G41000, G41020, G41030, G41350 diff --git a/bible/kt/beloved.md b/bible/kt/beloved.md index d112640..8208a8c 100644 --- a/bible/kt/beloved.md +++ b/bible/kt/beloved.md @@ -2,31 +2,31 @@ ## परिभाषा: -“प्रिय” शब्द प्रीति की अभिव्यक्ति है कि जो ऐसे व्यक्ति का वर्णन करती है जिससे प्रेम किया जाता है और किसी का प्रिय है। +“प्रिय” शब्द प्रीति की अभिव्यक्ति है जो ऐसे व्यक्ति का वर्णन करती है जिससे प्रेम किया जाता है और जो किसी का प्रिय है। * “प्रिय” शब्द का वास्तविक अर्थ है “प्रिय जन” या “जिसे प्रेम किया जाता है” * परमेश्वर ने यीशु के लिए कहा कि वह उसका “प्रिय पुत्र है” -* प्रेरितों द्वारा लिखे मसीह कलीसियाओं के पत्रों में बार-बार सहविश्वासियों को “प्रिय” कहा था। +* प्रेरितों द्वारा मसीह की कलीसियाओं को लिखे गए पत्रों में बार-बार सहविश्वासियों को “प्रिय” कहा था। ## अनुवाद के सुझाव: * इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “स्नेही”, या “प्रिय जन” या “अति प्रिय” या “अति स्नेहमय” -* घनिष्ठ मित्रों के संदर्भ में इसका अनुवाद हो सकता है, “मेरे प्रिय मित्र” या “मेरे घनिष्ठ मित्र” अंग्रेजी भाषा में यह कहना स्वाभाविक है, “मेरे प्रिय मित्र पौलुस” या “पौलुस, मेरे प्रिय मित्र” अन्य भाषाओं में अलग-अलग उक्तियां अधिक स्वाभाविक होंगी। -* ध्यान दें कि “प्रिय” शब्द परमेश्वर के प्रेम से आता है जो शर्तरहित है, निःस्वार्थ और बलिदान का है। +* घनिष्ठ मित्रों के संदर्भ में इसका अनुवाद हो सकता है, “मेरे प्रिय मित्र” या “मेरे घनिष्ठ मित्र” अंग्रेजी भाषा में यह कहना स्वाभाविक है, “मेरे प्रिय मित्र पौलुस” या “पौलुस, मेरे प्रिय मित्र” अन्य भाषाओं में इसको भिन्न रूप से क्रमबद्ध करनाअधिक स्वाभाविक होगा। +* ध्यान दें कि “प्रिय” शब्द उस शब्द से निकलता है जो परमेश्वर के प्रेम का है जो शर्तरहित,निःस्वार्थ से आता है जो शर्तरहित है, निःस्वार्थ और आत्मत्याग का है। (यह भी देखें: [प्रेम](../kt/love.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 कुरिन्थियों 04:14-16](rc://*/tn/help/1co/04/14) -* [1 यूहन्ना 03:1-3](rc://*/tn/help/1jn/03/01) -* [1 यूहन्ना 04:7-8](rc://*/tn/help/1jn/04/07) -* [मरकुस 01:9-11](rc://*/tn/help/mrk/01/09) -* [मरकुस 12:6-7](rc://*/tn/help/mrk/12/06) -* [प्रकाशितवाक्य 20:9-10](rc://*/tn/help/rev/20/09) -* [रोमियो 16:6-8](rc://*/tn/help/rom/16/06) -* [श्रेष्ठगीत 01:12-14](rc://*/tn/help/sng/01/12) +* [1 कुरिन्थियों 4:14-16](rc://*/tn/help/1co/04/14) +* [1 यूहन्ना 3:2](rc://*/tn/help/1jn/03/01) +* [1 यूहन्ना 4:7](rc://*/tn/help/1jn/04/07) +* [मरकुस 1:11](rc://*/tn/help/mrk/01/11) +* [मरकुस 12:6](rc://*/tn/help/mrk/12/06) +* [प्रकाशितवाक्य 20:9](rc://*/tn/help/rev/20/09) +* [रोमियो 16:8](rc://*/tn/help/rom/16/08) +* [श्रेष्ठगीत 1:14](rc://*/tn/help/sng/01/14) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H157, H1730, H2532, H3033, H3039, H4261, G25, G27, G5207 +* Strong's: H157, H1730, H2532, H3033, H3039, H4261, G00250, G00270, G52070 diff --git a/bible/kt/blameless.md b/bible/kt/blameless.md index ab8793a..1f74d82 100644 --- a/bible/kt/blameless.md +++ b/bible/kt/blameless.md @@ -7,7 +7,6 @@ * अब्राहम और नूह परमेश्वर की दृष्टि में निर्दोष थे। * जिस मनुष्य को "निर्दोष" माना जाता है, वह परमेश्वर को आदर देनेवाला आचरण रखता है। * एक बाइबल पद के अनुसार निर्दोष मनुष्य “परमेश्वर का भय मानता है और बुराई से दूर रहता है”। - * अनुवाद के सुझाव: ## ?? diff --git a/bible/kt/blasphemy.md b/bible/kt/blasphemy.md index 25a34a0..cc4317d 100644 --- a/bible/kt/blasphemy.md +++ b/bible/kt/blasphemy.md @@ -1,12 +1,12 @@ -# निन्दा, निन्दा करना, निन्दक +# निंदा, निन्दा करना, निन्दक ## परिभाषा: -बाइबल में “निन्दा” शब्द का अर्थ है परमेश्वर या मनुष्य के प्रति घोर अपमान व्यक्त करना। किसी की “निन्दा” शब्द का अर्थ है किसी के विरूद्ध ऐसी बातें कहना कि सुननेवाला उसके बारे में गलत या बुरा सोचें। +बाइबल में “निन्दा” शब्द का अर्थ है परमेश्वर या मनुष्य के प्रति घोर अपमान के शब्दों का प्रयोग करना| किसी की “निन्दा” करने का अर्थ है किसी के विरूद्ध ऐसी बातें कहना कि सुननेवाला उसके बारे में गलत या बुरा सोचें। -* परमेश्वर की निन्दा करने का अर्थ अधिकतर यह होता था कि परमेश्वर के बारे में असत्य बातें कह कर उसका अपमान करना या परमेश्वर के सम्मान को हानि पहुंचाना या ऐसा अनैतिक व्यवहार करना जिससे परमेश्वर की प्रतिष्ठा गिरे। -* मनुष्य स्वयं को परमेश्वर कहे या अपने आप को भी परमेश्वर के तुल्य एक परमेश्वर कहे तो वह निन्दा है। -* कुछ अंग्रेजी बाइबल संस्करणों में जब मनुष्य के विरूद्ध कुछ कहा जाता है तो वे “मानहानि” (स्लेण्डर) शब्द का उपयोग करते हैं। +* परमेश्वर की निन्दा करने का अर्थ अधिकतर यह होता है कि परमेश्वर के बारे में असत्य बातें कह कर उस पर कलंक लगाना या उसका अपमान करना या अनैतिक व्यवहार करना जिससे परमेश्वर की प्रतिष्ठा गिरे। +* मनुष्य स्वयं को परमेश्वर कहे या दावा करे कि एकमात्र सच्चे परमेश्वर के अतिरिक्त भी कोई परमेश्वर है तो यह निंदा करना है| +* कुछ अंग्रेजी बाइबल संस्करणों में "कलंक" शब्द का उपयोग किया गाया है जब मनुष्यों के विरूद्ध कुछ कहा जाता है| ## अनुवाद के सुझाव: @@ -17,17 +17,17 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 तीमुथियुस 01:12-14](rc://*/tn/help/1ti/01/12) -* [प्रे.का. 06:10-11](rc://*/tn/help/act/06/10) +* [1 तीमुथियुस 1:12-14](rc://*/tn/help/1ti/01/12) +* [प्रे.का. 6:11](rc://*/tn/help/act/06/11) * [प्रे.का. 26:9-11](rc://*/tn/help/act/26/09) * [याकूब 02:5-7](rc://*/tn/help/jas/02/05) * [यूहन्ना 10:32-33](rc://*/tn/help/jhn/10/32) -* [लूका 12:8-10](rc://*/tn/help/luk/12/08) -* [मरकुस 14:63-65](rc://*/tn/help/mrk/14/63) -* [मत्ती 12:31-32](rc://*/tn/help/mat/12/31) -* [मत्ती 26:65-66](rc://*/tn/help/mat/26/65) -* [भजन संहिता 074:9-11](rc://*/tn/help/psa/074/009) +* [लूका 12:10](rc://*/tn/help/luk/12/10) +* [मरकुस 14:64](rc://*/tn/help/mrk/14/64) +* [मत्ती 12:31](rc://*/tn/help/mat/12/31) +* [मत्ती 26:65](rc://*/tn/help/mat/26/65) +* [भजन संहिता 74:10](rc://*/tn/help/psa/074/010) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1288, H1442, H2778, H5006, H5007, H5344, G987, G988, G989 +* स्ट्रोंग्स : H1288, H1442, H2778, H5006, H5007, H5344, G09870, G09880, G09890 diff --git a/bible/kt/bless.md b/bible/kt/bless.md index f27b97f..d8d7140 100644 --- a/bible/kt/bless.md +++ b/bible/kt/bless.md @@ -1,48 +1,48 @@ -# आशीष, धन्य, आशीर्वाद +# आशीष देना, धन्य, आशीर्वाद ## परिभाषा: -किसी को “आशीष” देना अर्थात किसी व्यक्ति या वस्तु के लिए अच्छी एवं लाभकारी बात होने की कामना करना। +किसी को “आशीष” देना अर्थात किसी व्यक्ति या वस्तु के लिए अच्छी एवं लाभकारी बात की कामना करना। -* किसी को आशीष देने का अर्थ उसके प्रति सकारात्मक एवं लाभकारी मनोकामना व्यक्त करना। +* किसी को आशीष देने का अर्थ यह भी हो सकता है, मनुष्य विशेष के लिए अच्छी एवं लाभकारी बात की मनोकामना व्यक्त करना। * बाइबल के युग में पिता प्रायः अपनी सन्तान को विधिवत आशीष देते थे। -* परन्तु मनुष्य जब परमेश्वर को “धन्य”कहता है तब इस शब्द का अभिप्राय है, वे उसका गुणगान कर रहे हैं। -* कभी-कभी “आशीष” शब्द भोजन को खाने से पहले उसे पवित्र करना भी होता है या परमेश्वर को भोजन के लिए धन्यवाद देना और उसका गुणगान करना। +* परन्तु मनुष्य जब परमेश्वर को “धन्य”कहते हैं या इच्छा प्रकट करते हैं किप्रमेश्वर धन्य हो, तो इसका अर्थ है कि वे उसकी स्तुति करते हैं| तब इस शब्द का अभिप्राय है, वे उसका गुणगान कर रहे हैं। +* कभी-कभी “आशीष” शब्द भोजन को खाने से पहले उसे पवित्र करने की प्रक्रिया के लिए या भोजन के लिए परमेश्वर का धन्यवाद करने एवं स्तुति करने के लिए भी काम में लिया जाता है| ## अनुवाद के सुझाव: -* “आशीष” देना का अनुवाद “उदारता से प्रदान करना” या “किसी पर अत्यधिक दया एवं कृपा प्रकट करना” भी हो सकता है। -* “परमेश्वर ने बहुत आशीष दी” का अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर ने बहुत भली वस्तुएँ दी” या “परमेश्वर उसे समृद्धि प्रदान करेगा”। +* “आशीष देना" का अनुवाद “उदारता से प्रदान करना” या किसी "पर अत्यधिक दया एवं कृपा प्रकट करना” भी हो सकता है। +* “परमेश्वर ने बहुत आशीष दी” का अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर ने बहुत भली वस्तुएँ दी” या “परमेश्वर ने बहुतायत से दिया" या "परमेश्वर समृद्धि प्रदान करेगा”। * “वह आशीषित है” इसका अनुवाद हो सकता है, “वह बहुत लाभ उठाएगा” या “वह अच्छी-अच्छी वस्तुएँ प्राप्त करेगा” या “परमेश्वर उसे समृद्धि प्रदान करेगा”। -* “धन्य है वह पुरूष जो” इसका अनुवाद हो सकता है, “कितना धन्य है वह पुरुष जो” -* “धन्य है प्रभु परमेश्वर” ऐसी अभिव्यक्तियों का अनुवाद “प्रभु की स्तुति हो” या “ यहोवा की स्तुति करो” या “मैं परमेश्वर की स्तुति करता हूं”। +* “धन्य है वह पुरूष जो” इसका अनुवाद हो सकता है, “उस मनुष्य के लिए कैसा भला है जो" +* “धन्य है प्रभु परमेश्वर” ऐसी अभिव्यक्तियों का अनुवाद हो सकता है, “प्रभु की स्तुति हो” या “ यहोवा की स्तुति करो” या “मैं परमेश्वर की स्तुति करता हूं”। * भोजन को आशिष देने के संदर्भ में इसका अनुवाद किया जा सकता है, “भोजन के लिए परमेश्वर का धन्यवाद किया” या “भोजन के लिए परमेश्वर का गुणगान किया” या “परमेश्वर की स्तुति करके भोजन को पवित्र किया”। (यह भी देखें: [स्तुति करना](../other/praise.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 कुरिन्थियों 10:14-17](rc://*/tn/help/1co/10/14) -* [प्रे.का. 13:32-34](rc://*/tn/help/act/13/32) -* [इफिसियों 01:3-4](rc://*/tn/help/eph/01/03) -* [उत्पत्ति 14:19-20](rc://*/tn/help/gen/14/19) -* [यशायाह 44: 3-4](rc://*/tn/help/isa/44/03) -* [याकूब 01:22-25](rc://*/tn/help/jas/01/22) -* [लूका 06:20-21](rc://*/tn/help/luk/06/20) +* [1 कुरिन्थियों 10:16](rc://*/tn/help/1co/10/16) +* [प्रे.का. 13:34](rc://*/tn/help/act/13/34) +* [इफिसियों 1:3](rc://*/tn/help/eph/01/03) +* [उत्पत्ति 14:20](rc://*/tn/help/gen/14/20) +* [यशायाह 44: 3](rc://*/tn/help/isa/44/03) +* [याकूब 1:25](rc://*/tn/help/jas/01/25) +* [लूका 6:20](rc://*/tn/help/luk/06/20) * [मत्ती. 26:26](rc://*/tn/help/mat/26/26) -* [नहेम्याह 09:5-6](rc://*/tn/help/neh/09/05) -* [रोमियो 04:9-10](rc://*/tn/help/rom/04/09) +* [नहेम्याह 9:5](rc://*/tn/help/neh/09/05) +* [रोमियो 4:9](rc://*/tn/help/rom/04/09) -## बाइबल कहानियों के उदाहरण: +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[01:07](rc://*/tn/help/obs/01/07)__ परमेश्वर ने देखा कि यह अच्छा था और उसने उन्हें __आशीर्वाद दिया__। -* __[01:15](rc://*/tn/help/obs/01/15)__ परमेश्वर ने अपने स्वरूप में आदम और हव्वा को बनाया। उस ने उन्हें __आशीष दिया__ और उन से कहा, “कई बच्चों और पोतो को पैदा करो और पृथ्वी में भर जाओ!” -* __[01:16](rc://*/tn/help/obs/01/16)__ इसलिये परमेश्वर ने जो कुछ वह कर रहा था उन सब से विश्राम लिया। उस ने सातवें दिन को __आशीष दिया__ और उसे पवित्र किया क्योंकि इस दिन परमेश्वर ने अपने काम से विश्राम लिया था। -* __[04:04](rc://*/tn/help/obs/04/04)__ "मैं तुम्हारा नाम महान करूँगा। मैं __आशीष__ दूँगा उनको जो तुझे आशीर्वाद देगा, और जो तुझे कोसे, उसे मैं शाप दूँगा। पृथ्वी के सभी परिवारों को तेरे कारण __आशीष दिया__ जाएगा। " -* __[04:07](rc://*/tn/help/obs/04/07)__ मलिकिसिदक ने अब्राम को __आशीष दिया__ और कहा, " परमप्रधान परमेश्वर जो स्वर्ग और पृथ्वी का मालिक है अब्राम को आशीष दे।" -* __[07:03](rc://*/tn/help/obs/07/03)__ इसहाक अपनी __आशीष__ एसाव को देना चाहता था। -* __[08:05](rc://*/tn/help/obs/08/05)__ यहां तक कि जेल में, यूसुफ परमेश्वर के प्रति वफादार रहा, और परमेश्वर ने उसे __आशीष दिया__ । +* __[1:7](rc://*/tn/help/obs/01/07)__ परमेश्वर ने देखा कि यह अच्छा है और उसने उन्हें __आशीर्वाद दिया__। +* __[1:15](rc://*/tn/help/obs/01/15)__ परमेश्वर ने अपने स्वरूप में आदम और हव्वा को बनाया। उस ने उन्हें __आशीष दी__ और उन से कहा, “अनेक संतान और पोतो को जन्म देकर पृथ्वी में भर जाओ!” +* __[1:16](rc://*/tn/help/obs/01/16)__ इसलिये परमेश्वर जो कुछ वह कर रहा था उन सब से उसने विश्राम लिया। उस ने सातवें दिन को __आशीष दी__ और उसे पवित्र किया क्योंकि इस दिन परमेश्वर ने अपने काम से विश्राम किया था। +* __[4:4](rc://*/tn/help/obs/04/04)__ "मैं तेरा नाम महान करूँगा। जो तुझे __आशीष__दे, उसको मैं आशीष दूंगा और जो तुझे कोसे, उसे मैं शाप दूँगा। तेरे कारण पृथ्वी के सब कुल __आशीष __ पाएंगे।" +* __[4:7](rc://*/tn/help/obs/04/07)__ मलिकिसिदक ने अब्राम को __आशीष दी__और कहा, "परमप्रधान परमेश्वर जो स्वर्ग और पृथ्वी का स्वामी है, अब्राम को आशीष दे।" +* __[7:3](rc://*/tn/help/obs/07/03)__ इसहाक एसाव को __आशीष__ देना चाहता था। +* __[8:5](rc://*/tn/help/obs/08/05)__ यहां तक कि जेल में भी यूसुफ परमेश्वर के प्रति विश्वासयोग्य रहा, और परमेश्वर ने उसे __आशीष दी__ ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H833, H835, H1288, H1289, H1293, G1757, G2127, G2128, G2129, G3106, G3107, G3108, G6050 +* स्ट्रोंग्स: H0833, H0835, H1288, H1289, H1293, G17570, G21270, G21280, G21290, G31060, G31070, G31080, G60500 diff --git a/bible/kt/blood.md b/bible/kt/blood.md index b636233..53151fe 100644 --- a/bible/kt/blood.md +++ b/bible/kt/blood.md @@ -5,9 +5,7 @@ “लहू” शब्द का अर्थ है, मनुष्य के शरीर में जब चोट लगती है तब उसमें से निकलने वाली लाल रंग का तरल पदार्थ है। लहू मनुष्यों के शरीर में जीवनदायक पोषक तत्त्वों का प्रवाह करता है। लहू जीवन का प्रतीक है और जब वह बहाया जाता है तो इसका अर्थ है जान जाना या मृत्यु। * जब मनुष्य परमेश्वर के लिए बलि चढ़ाते थे तब वे पशु का वध करके उसका लहू वेदी पर उण्डेलते थे। यह पशु के जीवन की बलि द्वारा मनुष्यों के पाप का मूल्य चुकाने का प्रतीक था। - * “मांस और लहू” एक अभिव्यक्ति है जो मनुष्य को संदर्भित करता है। - * “अपना लहू और मांस” मनुष्यों के लहू का संबन्ध दर्शाती है। ## अनुवाद के सुझाव: diff --git a/bible/kt/boast.md b/bible/kt/boast.md index 93b1e5a..50ec80d 100644 --- a/bible/kt/boast.md +++ b/bible/kt/boast.md @@ -5,17 +5,17 @@ “घमण्ड” अर्थात किसी वस्तु या मनुष्य के बारे में गर्व की बातें करना। इसका अर्थ प्रायः स्वयं के बारे में बड़ाई करना होता है। * “घमण्डी” मनुष्य अपने बारे में घमण्ड करता है। -* परमेश्वर ने इस्राएल की मूत्तियों पर घमण्ड करने के लिए झिड़का था। वे सच्चे परमेश्वर के स्थान में मूर्तिपूजा का हठ करते थे। -* बाइबल में लोगों की धन, सम्पदा, शक्ति, अच्छी खेती और नियमों पर घमण्ड करने का उल्लेख किया गया है। इसका अर्थ है कि वे इन बातों पर घमण्ड करते थे और इन सबके दाता परमेश्वर को नहीं मानते थे। -* इसकी अपेक्षा परमेश्वर इस्राएलियों से कहता था कि वे उससे जानने पर घमण्ड करें। -* प्रेरित पौलुस प्रभु में घमण्ड करने की बात कहता है अर्थात परमेश्वर ने जो किया है उसके लिए आनन्दित होकर उसका धन्यवाद करें। +* परमेश्वर ने इस्राएल को मूत्तियों पर घमण्ड करने के लिए झिड़का था। वे सच्चे परमेश्वर के स्थान में मूर्तिपूजा करने का हठ करते थे। +* बाइबल में लोगों के घमंड करने का उल्लेख है. धन-सम्पदा, शक्ति, अच्छी खेती और नियमों आदी पर घमण्ड करने का| इसका अर्थ है कि वे इन बातों पर घमण्ड करते थेऔर स्वीकार नहीं करते थे कि इन सबका दाता तो वास्तव में परमेश्वर ही है| +* परमेश्वर ने इस्राएलियों से कहा, इसकी अपेक्षा उमके लिए "घमंड" करने या गर्व करने का कारण होना चाहिए कि वे उसको जानते हैं| +* प्रेरित पौलुस प्रभु में घमण्ड करने की बात कहता है अर्थात परमेश्वर ने जो कुछ भी उनके लिए किया है उसके लिए आनंद के साथ परमेश्वर के आभारी होना| ## अनुवाद के सुझाव: * “घमण्ड” के अन्य अनुवाद रूप हो सकते है, “बड़ाई करना” या “घमण्ड से कहना” या “घमण्ड करना” * “घमण्डी” शब्द का अनुवाद ऐसे शब्द या उक्ति द्वारा किया जाए जिसका अर्थ हो, “घमण्ड की बातों से भरा” या “घमण्डी” या “स्वयं की बड़ाई करना” -* परमेश्वर को जानने में घमण्ड करने के संदर्भ में अनुवाद हो सकता है, “में घमण्ड करना” या “में बड़ाई करना” के बारे में अत्यधिक प्रसन्न होना” या “के लिए परमेश्वर को धन्यवाद कहना” -* कुछ भाषाओं में “घमण्ड” के दो शब्द हैं, एक नकारात्मक-अभिमान और दूसरा सकारात्मक किसी के कार्य, परिवार और देश पर घमण्ड करना। +* परमेश्वर को जानने में घमण्ड करने के संदर्भ में अनुवाद हो सकता है, “में घमण्ड करना” या “में बड़ाई करना” या "के बारे में अत्यधिक प्रसन्न होना” या “के लिए परमेश्वर को धन्यवाद कहना” +* कुछ भाषाओं में “घमण्ड” के दो शब्द हैं, एक नकारात्मक अर्थात, अभिमान और दूसरा सकारात्मक अर्थात, अपने कार्य, परिवार और देश पर घमण्ड करना। ## अनुवाद के सुझाव: @@ -23,12 +23,12 @@ ## बाइबल संदर्भ: -* [1 राजा 20:11-12](rc://*/tn/help/1ki/20/11) -* [2 तीमुथियुस 03:1-4](rc://*/tn/help/2ti/03/01) -* [याकूब 03:13-14](rc://*/tn/help/jas/03/13) -* [याकूब 04:15-17](rc://*/tn/help/jas/04/15) -* [भजन संहिता 044:7-8](rc://*/tn/help/psa/044/007) +* [1 राजा 20:11](rc://*/tn/help/1ki/20/11) +* [2 तीमुथियुस 3:1-4](rc://*/tn/help/2ti/03/01) +* [याकूब 3:14](rc://*/tn/help/jas/03/14) +* [याकूब 4:15-17](rc://*/tn/help/jas/04/15) +* [भजन संहिता 44:8](rc://*/tn/help/psa/044/008) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1984, H3235, H6286, G212, G213, G2620, G2744, G2745, G2746, G3166 +* Strong's: H1984, H3235, H6286, G02120, G02130, G26200, G27440, G27450, G27460, G31660 diff --git a/bible/kt/body.md b/bible/kt/body.md index a00fa0d..48b35f3 100644 --- a/bible/kt/body.md +++ b/bible/kt/body.md @@ -1,35 +1,36 @@ -# देह, शरीरों +# देह, शरीर ## परिभाषा: -“देह” का सन्दर्भ मनुष्य या पशु का शरीर से है। इस शब्द का उपयोग प्रतीकात्मक रूप में किसी वस्तु या जनसमूह के लिए भी किया गया है। +“देह” का सन्दर्भ मनुष्य या पशु के शरीर से है। इस शब्द का उपयोग लाक्षणिक भाषा में किसी वस्तु या जनसमूह के लिए भी किया गया है। * “देह” शब्द मृतक मनुष्य या मृतक पशु के संदर्भ में भी काम में आता है। कभी ऐसी देह के “मृतक देह” या “लोथ” कहा गया है। * अन्तिम फसह के भोजन के समय यीशु ने रोटी तोड़कर अपने शिष्यों से कहा था, “यह मेरी देह है” तो वह अपने शरीर के बारे में कह रहा था जो उनके पापों के लिए तोड़ (मार डाला) जाएगा। * बाइबल में विश्वासियों के समूह को “मसीह की देह” कहा गया है। * जैसे शरीर के अनेक अंग होते हैं वैसे ही “मसीह की देह” के अनेक सदस्य हैं। -* मसीह की देह में प्रत्येक विश्वासी का अपना एक दायित्व है कि संपूर्ण समूह की सहायता करे कि वह एक साथ परमेश्वर की सेवा करे और उसका महिमान्वन करे। -* यीशु को उसके विश्वासी “देह” का “सिर” भी कहा गया है। जैसे मनुष्य का सिर अपने शरीर को निर्देश देता है कि उसे क्या करना है वैसे ही यीशु विश्वासियों को निर्देश एवं मार्गदर्शन प्रदान करता है कि उसकी “देह” के अंग होने के कारण उन्हें क्या करना है। +* मसीह की देह में प्रत्येक विश्वासी का अपना एक विशेष कार्य है जिससे सम्पूर्ण समुदाय को सहता मिलती है कि परमेश्वर की सेवा और उसके महिमान्वन निमित्त एल्जुत होकर कार्य करें| +* यीशु को उसके विश्वासियों की “देह” का “सिर” (अगुआ) भी कहा गया है। जैसे मनुष्य का सिर अपने शरीर को निर्देश देता है कि उसे क्या करना है वैसे ही यीशु है जो विश्वासियों का, अर्थात उसकी "देह" के अंगों का पथप्रदर्शन करता है और उनको निर्देश देता है| ## अनुवाद के सुझाव: * इस शब्द के सर्वोत्तम अनुवाद हेतु लक्षित भाषा में शरीर के लिए सामान्यतः काम में लिए जाने वाले शब्द का उपयोग किया जाए। सुनिश्चित करें कि जिस शब्द का उपयोग किया गया है वह अस्वीकार्य तो नहीं। -* कुछ भाषाओं में विश्वासियों के समुदाय का सामूहिक संदर्भ देते समय “मसीह की आत्मिक देह” कहना अधिक स्वाभाविक एवं उचित होगा। -* जब यीशु कहता है, “यह मेरी देह” है तो इसे वास्तविक टिप्पणी के साथ ज्यों का त्यों रखना अधिक उचित है। -* कुछ भाषाओं में मृतक देह के लिए एक अलग शब्द प्रयोग में लिया जाता है जैसे मनुष्य के लिए “शव” और पशु के लिए “लोथ।” सुनिश्चित करें कि इस शब्द का अनुवाद संदर्भ में अर्थपूर्ण हो और स्वीकार्य भी हो। +* कुछ भाषाओं में विश्वासियों का सामूहिक संदर्भ देते समय उनको “मसीह की आत्मिक देह” कहना अधिक स्वाभाविक एवं उचित होगा। +* जब यीशु कहता है, “यह मेरी देह है" तो इसका अनुवाद ज्यों का त्यों करना ही अधिक उचित होगा और यदि आवशक हो तो व्याख्या हेतु टिपण्णी दी जाए| +* कुछ भाषाओं में मृतक देह के लिए एक अलग शब्द प्रयोग किया जाता है जैसे मनुष्य के लिए “शव” और पशु के लिए “लोथ।” सुनिश्चित करें कि इस शब्द का अनुवाद संदर्भ में अर्थपूर्ण हो और स्वीकार्य भी हो। -(यह भी देखें: [सिर](../other/head.md), [आत्मा](../kt/spirit.md)) +(यह भी देखें: +[सिर](../other/head.md), [हाथ](../other/hand.md); [मुंह](../other/face.md); [कमर](../other/loins.md); [दाहिना हाथ](../kt/righthand.md); [जीभ](../other/tongue.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 इतिहास 10:11-12](rc://*/tn/help/1ch/10/11) -* [1 कुरिन्थियों 05:3-5](rc://*/tn/help/1co/05/03) -* [इफिसियों 04:4-6](rc://*/tn/help/eph/04/04) -* [न्यायियों 14:7-9](rc://*/tn/help/jdg/14/07) -* [गिनती 06:6-8](rc://*/tn/help/num/06/06) -* [भजन संहिता 031:8-9](rc://*/tn/help/psa/031/008) -* [रोमियो 12:4-5](rc://*/tn/help/rom/12/04) +* [1 इतिहास 10:12](rc://*/tn/help/1ch/10/12) +* [1 कुरिन्थियों 5:5](rc://*/tn/help/1co/05/05) +* [इफिसियों 4:4](rc://*/tn/help/eph/04/04) +* [न्यायियों 14:8](rc://*/tn/help/jdg/14/08) +* [गिनती 6:6-8](rc://*/tn/help/num/06/06) +* [भजन संहिता 31:9](rc://*/tn/help/psa/031/009) +* [रोमियो 12:5](rc://*/tn/help/rom/12/05) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H990, H1320, H1460, H1465, H1472, H1480, H1655, H3409, H4191, H5038, H5085, H5315, H6106, H6297, H7607, G4430, G4954, G4983, G5559 +* स्ट्रोंग्स: H0990, H1320, H1460, H1465, H1472, H1480, H1655, H3409, H4191, H5038, H5085, H5315, H6106, H6297, H7607, G44300, G49540, G49830, G55590 diff --git a/bible/kt/bond.md b/bible/kt/bond.md index b39b87a..f110c98 100644 --- a/bible/kt/bond.md +++ b/bible/kt/bond.md @@ -3,7 +3,6 @@ ## परिभाषा: * “बांधना” अर्थात किसी वस्तु को बांधकर रखना या सुरक्षित बन्धन में रखना। बंधी हुई या संयोजित वस्तुएं “बन्धन” में कहलाती हैं। इस शब्द की भूतकाल क्रिया “बांधा” है - * “बंधा” होने का अर्थ है किसी वस्तु से लिपटा या बंधा होना। * प्रतीकात्मक रूप में मनुष्य किसी शपथ से “बांधा” होता है जिसका अर्थ कि उसने जो प्रण किया है उसे "पूरा करना" उसके लिए अनिवार्य है। * “बंधन” में होना अर्थात किसी भी बांधने वाली वस्तु या सीमाओं में बंधे होना या किसी को बन्दीगृह में डालना। इसका संदर्भ प्रायः जंजीर, बेड़ियों या रस्सी से है जो मनुष्य की स्वतंत्रता को बाधित करती है। diff --git a/bible/kt/brother.md b/bible/kt/brother.md index 767d456..84e6df1 100644 --- a/bible/kt/brother.md +++ b/bible/kt/brother.md @@ -2,32 +2,32 @@ ## परिभाषा: -“भाई” शब्द प्रायः उस पुरुष के संदर्भ में होता है जिसकी माता/पिता किसी और की भी माता/पिता हो। +“भाई” शब्द प्रायः उस पुरुष के संदर्भ में अता है जिसका सम्बन्ध किसी के साथ माता या पिता के द्वारा हो| -* पुराने नियम में, "भाइयों" शब्द का उपयोग रिश्तेदारों या सहयोगियों के सामान्य संदर्भ के रूप में भी किया जाता है, जैसे कि एक ही जनजाति, कबीले, व्यवसाय या लोगों के समूह। जब इस तरह से उपयोग किया जाता है, तो यह शब्द पुरुषों और महिलाओं दोनों को संदर्भित कर सकता है। -* नये नियम में प्रेरित सामान्यतः विश्वासियों को भाई कहते थे, स्त्री-पुरुष दोनों को क्योंकि मसीह में सब विश्वासी एक ही आत्मिक परिवार के सदस्य माने जाते थे जिनका स्वर्गिक पिता परमेश्वर है। -* कभी-कभी प्रेरितों ने विश्वासी स्त्रियों के लिए भी बहन शब्द का उपयोग किया या कि पुरुष और स्त्री दोनों को संबोधित किया जा रहा है। उदाहरण के तौर पर, याकूब जोर देकर सभी विश्वासियों के बारे में बात कर रहा है, जब वह "एक भाई या बहन को भोजन या कपड़ों की ज़रूरत है" कहता है। +* पुराने नियम में, "भाइयों" शब्द का उपयोग परिजनों या साथियों जैसे, एक ही गोत्र, कुल, व्यवसाय या जनजाति के सदस्यों के लिए सर्वनिष्ठ सन्दर्भ हेतु भी काम में लिया गया है| जब इस शब्द का उपयोग इस प्रकार किया जाता है तब इसका सन्दर्भ स्त्री-पुरुष दोनों से हो सकता है| +* नये नियम में प्रेरित सामान्यतः विश्वासियों के लिए "भाई" शब्द का उपयोग करते थे, जिसमे स्त्री-पुरुष दोनों समाहित होते थे| +* कभी-कभी प्रेरितों ने किसी विश्वासी स्त्री के लिए "बहन" शब्द का उपयोग किया है या बलाघात हेतु कि पुरुष और स्त्री दोनों को संबोधित किया जा रहा है। उदाहरण के लिए, याकूब कहता है, "कोई भाई या बहन नंगे-उघाड़े हों और उन्हें प्रतिदिन भोजन की घटी हो" तो उसका बल सब विश्वासियों पर है| ## अनुवाद के सुझाव: -* उचित तो होगा कि इसका अनुवाद लक्षित भाषा के उस शब्द से किया जाए जो सगे भाई शब्द से किया जाए जब तक कि इसका अर्थ गलत न समझा जाए। -* पुराने नियम में विशेष करके “भाइयों” शब्द सामान्यतः एक ही परिवार या एक ही कुल या एक ही जाति के सदस्यों के लिए काम में लिया गया है इसका संभावित अनुवाद हो सकता है “परिजन” या “सगोत्र” या “इस्राएली भाई।” -* मसीह में सह-विश्वासी के लिए इसका अनुवाद हो सकता है “मसीही भाई” या “आत्मिक भाई”। -* यदि स्त्री पुरुष दोनों की चर्चा की जा रही है और भाई शब्द का अर्थ गलत समझा जा सकता है तो संबन्धों के सामान्य शब्द का उपयोग किया जाए जिसमें स्त्री पुरुष दोनों हों। -* इस शब्द का अनुवाद करने के अन्य तरीके स्त्री-पुरुष विश्वासियों के लिए काम में आनेवाला अनुवादित शब्द हो सकता है, “सहविश्वासी” या “मसीही भाई-बहन”। -* यह निर्धारित करने के लिए संदर्भ की जाँच करें कि क्या केवल पुरुषों को संदर्भित किया जा रहा है, या दोनों पुरुषों और स्त्रियों को शामिल किया गया है या नहीं। +* उचित तो यही होगा कि इसका अनुवाद लक्षित भाषा के उस शब्द से किया जाए जो सगे भाई के लिए काम में आने वाला शब्द हो जब तक कि इसका अर्थ गलत न निकले| +* पुराने नियम में विशेष करके “भाइयों” शब्द सामान्यतः एक ही परिवार या एक ही कुल या एक ही जाति के सदस्यों के लिए काम में लिया गया है इसका संभावित अनुवाद हो सकता है “परिजन” या “कुलभ्राता” या “साथी इस्राएली।” +* मसीह में सह-विश्वासी के सन्दर्भ में लिए इसका अनुवाद हो सकता है “मसीह में भाई” या “आत्मिक भाई”। +* यदि स्त्री पुरुष दोनों की चर्चा की जा रही है और "भाई" शब्द का अर्थ गलत समझा जा सकता है तो संबन्धों के सामान्य शब्द का उपयोग किया जाए जिसमें स्त्री पुरुष दोनों हों। +* इस शब्द का अनुवाद करने की अन्य विधियां जिनमें स्त्री-पुरुष विश्वासियों, दोनों को संदर्भित किया जा सकता है, "साथी विश्वासियों" या "मसीही भाइयों और बहनों" +* यह निश्चित करने के लिए संदर्भ की जाँच करें कि क्या केवल पुरुषों को संदर्भित किया जा रहा है, या पुरुषों और स्त्रियों दोनों को समाहित किया गया है| (यह भी देखें: [प्रेरित](../kt/apostle.md), [पिता परमेश्वर](../kt/godthefather.md), [बहन](../other/sister.md), [आत्मा](../kt/spirit.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 07:26-28](rc://*/tn/help/act/07/26) -* [उत्पत्ति 29:9-10](rc://*/tn/help/gen/29/09) -* [लैव्यव्यवस्था 19:17-18](rc://*/tn/help/lev/19/17) -* [नहेम्याह 03:1-2](rc://*/tn/help/neh/03/01) -* [फिलिप्पियों 04: 21-23](rc://*/tn/help/php/04/21) -* [प्रकाशितवाक्य 01:9-11](rc://*/tn/help/rev/01/09) +* [प्रे.का. 7:26](rc://*/tn/help/act/07/26) +* [उत्पत्ति 29:10](rc://*/tn/help/gen/29/10) +* [लैव्यव्यवस्था 19:17](rc://*/tn/help/lev/19/17) +* [नहेम्याह 3:1](rc://*/tn/help/neh/03/01) +* [फिलिप्पियों 4: 21](rc://*/tn/help/php/04/21) +* [प्रकाशितवाक्य 1:9](rc://*/tn/help/rev/01/09) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H251, H252, H264, H1730, H2992, H2993, H2994, H7453, G80, G81, G2385, G2455, G2500, G4613, G5360, G5569 +* स्ट्रोंग्स: H0251, H0252, H0264, H1730, H2992, H2993, H2994, H7453, G00800, G00810, G23850, G24550, G25000, G46130, G53600, G55690 diff --git a/bible/kt/children.md b/bible/kt/children.md index 19e6e7b..0f99bf8 100644 --- a/bible/kt/children.md +++ b/bible/kt/children.md @@ -21,7 +21,7 @@ * पौलुस और यूहन्ना यीशु के विश्वासियों को “बालकों” कहते हैं तो इसका अनुवाद “प्रिय सहविश्वासियों” हो सकता है। * “प्रतिज्ञा की सन्तान” का अनुवाद हो सकता है “परमेश्वर की प्रतिज्ञा प्राप्त किए हुए लोग”। -(यह भी देखें: [वंशज](../other/descendant.md), वंश, [वादा](../kt/promise.md), [पुत्र](../kt/son.md), [आत्मा](../kt/spirit.md), [विश्वास](../kt/believer.md), [प्रिय](../kt/beloved.md) +(यह भी देखें: [वंशज](../other/descendant.md), वंश, [वादा](../kt/promise.md), [पुत्र](../kt/son.md), [आत्मा](../kt/spirit.md), [विश्वास](../kt/believer.md), [प्रिय](../kt/beloved.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: diff --git a/bible/kt/command.md b/bible/kt/command.md index 735a614..0f4bef9 100644 --- a/bible/kt/command.md +++ b/bible/kt/command.md @@ -10,8 +10,6 @@ ## अनुवाद सुझाव: -# ?? - * “व्यवस्था” शब्द का अनुवाद भिन्न अर्थ में किया जाना सबसे अच्छा है। “आदेश” और “विधियों” की परिभाषा से भी इसकी तुलना करें। * कुछ अनुवादक अपनी भाषा में एक ही शब्द द्वारा आज्ञा और ईश्वरीय आज्ञा का अनुवाद करना पसंद कर सकते हैं। * अन्य अनुवादक ईश्वरीय आज्ञा के लिए एक विशेष शब्द का उपयोग करना पसंद कर सकते हैं, जो कि स्थायी, औपचारिक आज्ञाएँ जो परमेश्वर ने बनायीं है। diff --git a/bible/kt/compassion.md b/bible/kt/compassion.md index 0f8b960..efdeaf2 100644 --- a/bible/kt/compassion.md +++ b/bible/kt/compassion.md @@ -10,7 +10,6 @@ ## अनुवाद के सुझाव: * ​“तरस” (करूणा) के अनुवाद के अन्यरूप हैं, “हृदय की गहराई से सुधि लेना” या “सहायक दया” - * “तरस खाने वाला” (दयावान) का अनुवाद “सुधि लेने वाला और सहायता करने वाला” या “गहरा प्रेम एवं दया करने वाला” ## बाइबल सन्दर्भ: diff --git a/bible/kt/consecrate.md b/bible/kt/consecrate.md index 87f8e2b..c683749 100644 --- a/bible/kt/consecrate.md +++ b/bible/kt/consecrate.md @@ -1,13 +1,13 @@ -# पवित्र करना, पवित्र ठहरेगा, संस्कार +# पवित्र करना, पवित्र किया, पवित्रीकरण संस्कार ## परिभाषा: -पवित्र करना का अर्थ है, परमेश्वर की सेवा हेतु किसी वस्तु या मनुष्य को समर्पित करना। जिस मनुष्य या वस्तु को अभिषेक कर दिया गया उसे पवित्र और परमेश्वर के लिए पृथक माना जाता था। +पवित्र करना का अर्थ है, परमेश्वर की सेवा हेतु किसी वस्तु या मनुष्य को समर्पित करना। जिस मनुष्य या वस्तु का पवित्रीकरण संस्कार कर दिया गया उसे पवित्र और परमेश्वर के लिए पृथक माना जाता था। * इस शब्द का अर्थ “पवित्र करने” जैसा ही है परन्तु इसका अतिरिक्त अर्थ है, किसी को विधिवत परमेश्वर की सेवा हेतु पृथक करना। * परमेश्वर के लिए पृथक की गई वस्तुओं में बलि के पशु, होमबलि की वेदी तथा निवास का मण्डप थे। -* परमेश्वर के लिए मनुष्यों का भी अभिषेक किया गया था, याजक, इस्राएली प्रजा तथा पहिलौठा। -* कभी-कभी “अभिषेक” शब्द का अर्थ “शुद्धिकरण” भी होता था। विशेष करके जब मनुष्य या वस्तुओं को परमेश्वर की सेवा के लिए तैयार किया जाता था जिससे कि वे शुद्ध होकर परमेश्वर को ग्रहण योग्य हों। +* परमेश्वर के लिए मनुष्यों का भी पवित्रीकरण संस्कार किया जाता था जिनमें थे, याजक, इस्राएली प्रजा तथा पहिलौठे। +* कभी-कभी “पवित्रीकरण” शब्द का अर्थ “शुद्धिकरण” भी होता था। विशेष करके जब मनुष्य या वस्तुओं को परमेश्वर की सेवा के लिए तैयार किया जाता था जिससे कि वे शुद्ध होकर परमेश्वर को ग्रहण योग्य हों। ## अनुवाद के सुझाव: @@ -18,7 +18,7 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 तीमुथियुस 04:3-5](rc://*/tn/help/1ti/04/03) +* [1 तीमुथियुस 4:3-5](rc://*/tn/help/1ti/04/03) * [2 इतिहास 13:8-9](rc://*/tn/help/2ch/13/08) * [यहेजकेल 44:19](rc://*/tn/help/ezk/44/19) diff --git a/bible/kt/covenant.md b/bible/kt/covenant.md index 0316676..c71f4c4 100644 --- a/bible/kt/covenant.md +++ b/bible/kt/covenant.md @@ -8,7 +8,7 @@ * मनुष्य जब एक दूसरे के साथ वाचा बांधते हैं तब वे कुछ प्रतिज्ञाएं करते हैं और उनका पूरा करना अनिवार्य होता है। * मनुष्यों के मध्य वाचा के उदाहरण हैं, विवाह, व्यापारिक समझौते तथा देशों के मध्य संधि। * संपूर्ण बाइबल में परमेश्वर ने अपने लोगों के साथ अनेक वाचाएं बांधी हैं। -* कुछ वाचाओं में परमेश्वर ने बिना शर्त अपनी भूमिका निभाने की प्रतिज्ञा की है। \* उदाहरणार्थ जब परमेश्वर ने मनुष्यों के साथ बाचा बांधी थी कि वह पृथ्वी को जल प्रलय से कभी नष्ट नहीं करेगा तो उसमें मनुष्यों की कोई भूमिका नहीं थी। +* कुछ वाचाओं में परमेश्वर ने बिना शर्त अपनी भूमिका निभाने की प्रतिज्ञा की है। * उदाहरणार्थ जब परमेश्वर ने मनुष्यों के साथ बाचा बांधी थी कि वह पृथ्वी को जल प्रलय से कभी नष्ट नहीं करेगा तो उसमें मनुष्यों की कोई भूमिका नहीं थी। * अन्य वाचाओं में परमेश्वर ने अपनी भूमिका निभाने की शर्तें रखी थी कि मनुष्य आज्ञाओं को मानें और अपना कर्तव्य निभाएं। शब्द "नई वाचा" परमेश्वर, अपने पुत्र, यीशु के बलिदान के माध्यम से अपने लोगों के साथ की गई प्रतिबद्धता या समझौते को दर्शाता है। diff --git a/bible/kt/curse.md b/bible/kt/curse.md index cc39c13..c46932b 100644 --- a/bible/kt/curse.md +++ b/bible/kt/curse.md @@ -1,44 +1,43 @@ -# श्राप, श्रापित, श्राप दे, कोसता है +# श्राप, श्रापित, श्राप दे रहा ## परिभाषा: -यह शब्द “श्राप” का अर्थ है कि नकारात्मक चीज़े किसी व्यक्ति या चीज़ के साथ हो जिसे श्राप दिया जा रहा है। +“श्राप” शब्द का अर्थ है, जिस मनुष्य या वास्तु को श्राप दिया जा रहा है उसके लिए अनर्थ बातों के होने का कारण बनना । -* श्राप एक उच्चारण है कि किसी की हानि हो। -* किसी को श्राप देना एक अभिव्यक्ति या मनोकामना भी हो सकता है कि उस व्यक्ति के साथ बुरा हो। -* इसका संदर्भ किसी के लिए किसी के द्वारा दण्ड देना या दिया जाना या कुछ अशुभ सोचना होता है। +* श्राप एक उच्चारण है कि किसी , मनुष्य या वास्तु की हानि हो। +* किसी को श्राप देना मन में उत्पन्न बुरे विषार की अभिव्यक्ति भी हो सकता है कि उस व्यक्ति के साथ बुरा हो। +* इसका संदर्भ किसी के लिए किसी के द्वारा दण्ड या अशुभ होने का कारण होना। ## अनुवाद के सुझाव: -* इस शब्द का अनुवाद “अशुभ करवाना” या “अशुभ की घोषणा करना” या “बुरी बातें होने की शपथ खाना”, हो सकता है। -* आज्ञाकारी मनुष्यों पर परमेश्वर के श्राप के संदर्भ में अनुवाद इस प्रकार हो सकता है, “बुराई होने की अनुमति द्वारा दण्ड देना” -* “श्रापित” शब्द जब मनुष्यों के लिए हो तो इसका अनुवाद हो सकता है “(इस व्यक्ति) ज्यादा परेशानी का अनुभव होगा”। -* वाक्यांश "श्रापित होना" का अनुवाद किया जा सकता है, "(उस व्यक्ति) कठिनाइयों का अनुभव हो सकता है।" -* वाक्यांश, "श्रापित भूमि है" का अनुवाद किया जा सकता है, "भूमि उपजाऊ नहीं होगी।" -* “श्रापित हो, जिस दिन मेरा जन्म हुआ" का भी अनुवाद किया जा सकता है, "मैं इतना दुखी हूं, बेहतर होता कि मेरा जन्म ही नहीं होता।" -* हालांकि, यदि लक्षित भाषा में वाक्यांश "श्रापित है" है और इसका अर्थ एक ही है, तो उसी वाक्यांश को रखना अच्छा है। +* इस शब्द का अनुवाद हो सकता है: “किसी के लिए अशुभ करवाना” या “अशुभ की घोषणा करना” या “बुरी बातें होने की शपथ खाना”, हो सकता है। +* परमेश्वर द्वारा उसकी आज्ञा न मानने वाली प्रजा पर भेजे जाने वाले श्राप के संदर्भ में अनुवाद इस प्रकार हो सकता है, “अनर्थ बातों को होने देने के द्वारा दण्ड देना” +* “श्रापित” शब्द जब मनुष्यों का वर्णन कर्ता हो, तो इसका अनुवाद हो सकता है, “(यह व्यक्ति) अमेक कठिनाइयों का अनुभव करेगा”। +* "श्रापित हो" इस उक्ति का अनुवाद किया जा सकता है, "(यह व्यक्ति) कठिनाइयों का अनुभव करे।" +* "श्रापित है वह भूमि" इस उक्ति का अनुवाद किया जा सकता है, "यह भूमि उपजाऊ न हो।" +* तथापि, यदि लक्षित भाषा में यह उक्ति, "श्रापित है" है और इसका अर्थ एक ही है, तो इसी उक्ति को रखना उचित होगा। (यह भी देखें: [आशिष देना](../kt/bless.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: * [1 शमूएल 14:24-26](rc://*/tn/help/1sa/14/24) -* [2 पतरस 02:12-14](rc://*/tn/help/2pe/02/12) -* [गलातियों 03:10-12](rc://*/tn/help/gal/03/10) -* [गलातियों 03:15-16](rc://*/tn/help/gal/03/13) -* [उत्पत्ति 03:14-15](rc://*/tn/help/gen/03/14) -* [उत्पत्ति 03:17-19](rc://*/tn/help/gen/03/17) -* [याकूब 03:9-10](rc://*/tn/help/jas/03/09) -* [गिनती 22:5-6](rc://*/tn/help/num/22/05) -* [भजन संहिता 109:28-29](rc://*/tn/help/psa/109/028) +* [2 पतरस 2:12-14](rc://*/tn/help/2pe/02/12) +* [गलातियों 3:10](rc://*/tn/help/gal/03/10) +* [गलातियों 3:14](rc://*/tn/help/gal/03/14) +* [उत्पत्ति 3:14](rc://*/tn/help/gen/03/14) +* [उत्पत्ति 3:17-19](rc://*/tn/help/gen/03/17) +* [याकूब 3:10](rc://*/tn/help/jas/03/010) +* [गिनती 22:6](rc://*/tn/help/num/22/06) +* [भजन संहिता 109:28](rc://*/tn/help/psa/109/028) ## बाइबल कहानियों से उदाहरण: -* __[02:09](rc://*/tn/help/obs/02/09)__ परमेश्वर ने साँप से कहा, “तुम __शापित__ हों।” -* __[02:11](rc://*/tn/help/obs/02/11)__ “अब भूमि __शापित__ है, और तुम्हें उसकी उपज खाने के लिये कड़ी मेहनत करनी होगी।” -* __[04:04](rc://*/tn/help/obs/04/04)__ “जो तुझे आशीर्वाद देंगे उन्हें मैं आशीष दूँगा और जो तुझे __श्राप__ देंगे उन्हें मैं __श्राप__ दूँगा।” -* __[39:07](rc://*/tn/help/obs/39/07)__ तब पतरस शपथ खाने लगा, “यदि मैं उस व्यक्ति को जानता हूँ तो परमेश्वर मुझे __श्राप__ दे।” -* __[50:16](rc://*/tn/help/obs/50/16)__ क्योंकि आदम और हव्वा ने परमेश्वर की आज्ञा का उलंघन किया और इस दुनिया में पाप को लाए, इसलिये परमेश्वर ने इसे __श्राप दिया__ और इसे नष्ट करने का निर्णय किया। +* __[2:09](rc://*/tn/help/obs/02/09)__ परमेश्वर ने साँप से कहा, “तू __शापित__ है!” +* __[2:11](rc://*/tn/help/obs/02/11)__ “अब भूमि __शापित__ है, और तुम्हें उसकी उपज खाने के लिये कड़ी मेहनत करनी होगी।” +* __[4:4](rc://*/tn/help/obs/04/04)__ “जो तुझे आशीर्वाद दें, उन्हें मैं आशीष दूँगा और जो तुझे __श्राप__ दें उन्हें मैं __श्राप__ दूँगा।” +* __[39:7](rc://*/tn/help/obs/39/07)__ तब पतरस शपथ खाने लगा, “यदि मैं उस व्यक्ति को जानता हूँ तो परमेश्वर मुझे __श्राप__ दे।” +* __[50:16](rc://*/tn/help/obs/50/16)__ क्योंकि आदम और हव्वा ने परमेश्वर की आज्ञा का उलंघन किया और इस दुनिया में पाप को लाए, इसलिये परमेश्वर ने इसे __श्राप दिया__ और इसे नष्ट करने का निर्णय लिया। ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/kt/dayofthelord.md b/bible/kt/dayofthelord.md index d81a3e1..4d3ac68 100644 --- a/bible/kt/dayofthelord.md +++ b/bible/kt/dayofthelord.md @@ -2,27 +2,27 @@ ## वर्णन: -पुराने नियम में “यहोवा का दिन” एक निश्चित समय के संबन्ध में है जब परमेश्वर मनुष्यों को पाप का दण्ड देगा। +पुराने नियम में “यहोवा का दिन” निश्चित समय (समयों) के सन्दर्भ में काम में लिया जाता है जब परमेश्वर मनुष्यों को पाप का दण्ड देगा। -* नये नियम में “प्रभु का दिन” उस समय के संदर्भ में है जब प्रभु यीशु पुनः आएगा और अन्त के समय में मनुष्यों का न्याय करेगा। -* न्याय और पुनरुत्थान का यह अन्तिम भावी समय जिसे “अन्तिम दिन” भी कहते हैं। यह समय तब आरंभ होगा जब प्रभु यीशु पापियों का न्याय करने आएगा और अपना स्थाई राज्य स्थापित करेगा। -* इन उक्तियों में “दिन” कभी-कभी वास्तव में दिन के ही संदर्भ में होता है या यह कभी “समय” या “अवसर” के संदर्भ में हो सकता है जिसकी अवधि दिन से अधिक हो सकती है। -* कभी-कभी दण्ड को “परमेश्वर के क्रोध का पड़ना” भी कहते हैं जो विश्वास नहीं करने वालों पर आएगा। +* नये नियम में “प्रभु का दिन” उस दिन या समय के संदर्भ में है जब प्रभु यीशु समय के अंत में मनुष्यों का न्याय करने के लिए पुनः आएगा। +* न्याय और पुनरुत्थान का यह अन्तिम भावी समय जिसे कभी कभी “अन्तिम दिन” भी कहते हैं। यह समय तब आरंभ होगा जब प्रभु यीशु पापियों का न्याय करने आएगा और अपना स्थाई राज्य स्थापित करेगा। +* इन उक्तियों में “दिन” शब्द कभी-कभी वास्तविक दिन के ही संदर्भ में होता है या यह “समय” या “अवसर” के संदर्भ में हो सकता है जिसकी अवधि दिन से अधिक हो सकती है। +* कभी-कभी दण्ड को “परमेश्वर के क्रोध का उंडेला जाना” भी कहते हैं जो विश्वास नहीं करने वालों पर आएगा। ## अनुवाद के सुझाव: * प्रकरण के आधार पर “यहोवा का दिन” का अनुवाद होगा, “यहोवा का समय” या “वह समय जब यहोवा अपने बैरियों को दण्ड देगा” या “यहोवा के क्रोध का समय." * “प्रभु का दिन” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “प्रभु के न्याय का समय” या “वह समय जब प्रभु यीशु मनुष्यों का न्याय करने आएगा” -(यह भी देखें: [दिन](../other/biblicaltimeday.md), [न्याय का दिन ](../kt/judgmentday.md), [प्रभु](../kt/lordgod.md), [पुनरुत्थान](../kt/resurrection.md), [यहोवा](../kt/yahweh.md)) +(यह भी देखें: [दिन](../other/biblicaltimeday.md), [न्याय का दिन](../kt/judgmentday.md), [प्रभु](../kt/lordgod.md), [पुनरुत्थान](../kt/resurrection.md), [यहोवा](../kt/yahweh.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 कुरिन्थियों 05:3-5](rc://*/tn/help/1co/05/03) -* [1 थिस्सलुनीकियों 05:1-3](rc://*/tn/help/1th/05/01) -* [2 पतरस 03:10](rc://*/tn/help/2pe/03/10) -* [2 थिस्सलुनीकियों 02:1-2](rc://*/tn/help/2th/02/01) -* [प्रे.का. 02:20-21](rc://*/tn/help/act/02/20) +* [1 कुरिन्थियों 5:5](rc://*/tn/help/1co/05/05) +* [1 थिस्सलुनीकियों 5:2](rc://*/tn/help/1th/05/02) +* [2 पतरस 3:10](rc://*/tn/help/2pe/03/10) +* [2 थिस्सलुनीकियों 02:2](rc://*/tn/help/2th/02/02) +* [प्रे.का. 2:20-21](rc://*/tn/help/act/02/20) * [फिलिप्पियों 1: 9-11](rc://*/tn/help/php/01/09) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/kt/exalt.md b/bible/kt/exalt.md index 31c3072..557f5f4 100644 --- a/bible/kt/exalt.md +++ b/bible/kt/exalt.md @@ -1,28 +1,28 @@ -# ऊँचा, ऊँचा किया, बढ़ाता, आनन्द +# ऊँचा करना, ऊँचा किया, प्रशंसा ## परिभाषा: ऊँचा करना किसी की बहुत अधिक प्रशंसा करना और सम्मान देना। इसका अर्थ किसी को ऊँचे स्थान पर रखना भी है। -* बाइबल में ऊँचा करने का अर्थ परमेश्वर को प्रतिष्ठित करना है। -* जब मनुष्य अपनी बड़ाई करता है तब वह घमण्ड करता है और अपने बारे में अभिमानी है। +* बाइबल में "ऊँचा करने" का अर्थ परमेश्वर को प्रतिष्ठित करना है। +* जब मनुष्य अपनी प्रशंसा करता है तब वह घमण्ड करता है और अपने बारे में अभिमानी है। ## अनुवाद के सुझाव: -* “ऊँचा करने” के अनुवाद रूप हो सकता है “बहुत अधिक प्रशंसा” या “अत्यधिक सम्मान देना” या “गुणगान करना” या “किसी के बारे में ऊंचे विचार प्रकट करना”। -* कुछ संदर्भों में इसका अनुवाद ऐसे शब्दों या उक्तियों द्वारा हो सकता है जिन का अर्थ, “ऊंचे स्थान पर रखना” या “अधिक सम्मान देना” या “गर्व से कहना” -* “अपनी बड़ाई मत करो” का अनुवाद “अपने को बड़ा मत समझ” या “अपने मुँह मियां मिट्ठू मत बन”। -* “जो अपने आपको बड़ा समझते हैं” इसका अनुवाद, “जो अपने पर घमण्ड करते हैं” या “जो अभिमानी हैं” +* “ऊँचा करने” के अनुवाद रूप हो सकते हैं “बहुत अधिक प्रशंसा” या “अत्यधिक सम्मान देना” या “गुणगान करना” या “किसी के बारे में ऊंचे विचार प्रकट करना”। +* कुछ संदर्भों में इसका अनुवाद ऐसे शब्दों या उक्तियों द्वारा हो सकता है जिन का अर्थ, “ऊंचे स्थान पर रखना” या “अधिक सम्मान देना” या “ के बारे में गर्व से कहना” +* “अपनी प्रशंसा मत कर” का अनुवाद “अपने को बहुत बड़ा मत समझ” या “अपने मुँह मियां मिट्ठू मत बन”। +* “वे जो अपने आपको बड़ा समझते हैं” इसका अनुवाद हो सकता है, “जो अपने पर घमण्ड करते हैं” या “जो अपने बारे में बड़ी बड़ी बातें करते हैं” (यह भी देखें: [स्तुति](../other/praise.md), [उपासना](../kt/worship.md), [महिमा करना](../kt/glorify.md), [घमण्ड करना](../kt/boast.md), [घमण्डी](../other/proud.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 पतरस 05:5-7](rc://*/tn/help/1pe/05/05) -* [2 शमूएल 22:47-49](rc://*/tn/help/2sa/22/47) -* [प्रे.का. 05:29-32](rc://*/tn/help/act/05/29) -* [फिलिप्पुस 02:9-11](rc://*/tn/help/php/02/09) -* [भजन संहिता 018:46-47](rc://*/tn/help/psa/018/046) +* [1 पतरस 5:5-7](rc://*/tn/help/1pe/05/05) +* [2 शमूएल 22:47](rc://*/tn/help/2sa/22/47) +* [प्रे.का. 5:31](rc://*/tn/help/act/05/31 ) +* [फिलिप्पियों 2:9-11](rc://*/tn/help/php/02/09) +* [भजन संहिता 18:46](rc://*/tn/help/psa/018/046) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/kt/faith.md b/bible/kt/faith.md index 5f9050b..5b1aa2c 100644 --- a/bible/kt/faith.md +++ b/bible/kt/faith.md @@ -14,7 +14,6 @@ * कुछ संदर्भों में “विश्वास” का अनुवाद “आस्था-श्रद्धा” या “अधिकार” या “निश्चिय” या “भरोसा” किया जा सकता है। * कुछ भाषाओं में इन शब्दों का अनुवाद “विश्वास करना” के क्रिया रूपों द्वारा किया जा सकता है। [भाववाचक संज्ञा](rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns)) - * "विश्वास रखना" का अनुवाद "यीशु पर विश्वास करना" या "यीशु पर विश्वास जारी रखें" द्वारा अनुवादित किया जा सकता है। * ये वाक्य "विश्वास की गहरी सच्चाइयों को पकड़ना" का अनुवाद, "उन्हें यीशु के बारे में सारी सच्ची बातें मानना चाहिए जो उन्हें सिखाया गया हैके रूप में किया जा सकता है ।" * "विश्वास में मेरा सच्चा पुत्र" शब्द का अनुवाद "मेरे पुत्र के समान है क्योंकि मैंने उसे यीशु पर विश्वास करने के लिए सिखाया था" या "मेरा सच्चा आध्यात्मिक पुत्र, जो यीशु पर विश्वास करता है" का अनुवाद किया जा सकता है। diff --git a/bible/kt/faithless.md b/bible/kt/faithless.md index 8e25377..626dd6f 100644 --- a/bible/kt/faithless.md +++ b/bible/kt/faithless.md @@ -1,28 +1,38 @@ -# भटकनेवाली, विश्वासघात +# अविश्वास,अनिष्ट, विश्वासघात, ## परिभाषा: -“भटकनेवाली” अर्थात विश्वास से विमुख या विश्वास न करना। +“अविश्वासी” अर्थात विश्वास से रहित रहना या विश्वास न करना। -* इस शब्द द्वारा उन लोगों का वर्णन किया गया है जो परमेश्वर में विश्वास नहीं करते। वे अपने अनैतिक आचरण के द्वारा परमेश्वर में विश्वास नहीं करते है। -* भविष्यद्वक्ता यिर्मयाह ने इस्राएल पर दोष लगाया था कि वे भटकनेवाली कन्या के स्वरूप हैं, वे परमेश्वर की आज्ञा नहीं मानते हैं। -* वे मूर्ति-पूजा करते थे और उन लोगों के सदृश्य परमेश्वर विरोधी काम करते थे जो परमेश्वर की आराधना नहीं करते थे और परमेश्वर की आज्ञा नहीं मानते थे। +* इस शब्द द्वारा उन लोगों का वर्णन किया गया है जो परमेश्वर में विश्वास नहीं करते। उनके द्वारा विश्वास न करना उनके अनैतिक आचरण द्वारा प्रकट होता है। +* भविष्यद्वक्ता यिर्मयाह ने इस्राएल पर दोष लगाया था कि वे विश्वास से विमुख हो गए हैं और परमेश्वर के अवज्ञाकारी हैं। +* वे मूर्ति-पूजा करते थे और उन जातिओं के सदृश्य परमेश्वर विरोधी रीतियों पर चलते थे जो परमेश्कावर की उपासना एवं आज्ञाओं का पालन नहीं करती थीं। + +"अनिष्ट"शब्द उन लोगों का वर्णन करता है जो परमेश्वर की आज्ञाओं के अनुरूप जीवन निवाह नहीं करते हैं| अनिष्ट होने की दशा या अभ्यास को "अविश्वास" कहते हैं| + +* इस्राएलियों को "विश्वास से विमुख"कहा गया था क्योंकि वे मूर्तिपूजा करने लगे थे और नाना प्रकार से परमेश्वर की आज्ञाओं का उल्लंघन कर रहे थे| + +विवाहित जीवन में विश्वासघाती उसको कहा जाता है जो अपने जीवन साथी से विश्वासघात करता है| + +* परमेश्वर ने "विश्वासघात" शब्द का उपयोग इसलिए किया कि इस्राएल के अवज्ञाकारी व्यवहार का वर्णन करे| वे न तो परमेश्वर की आज्ञा मान रहे थे और न ही उसका सम्मान कर रहे थे| ## अनुवाद के सुझाव -* प्रकरण के अनुसार “भटकनेवाली” का अनुवाद “अविश्वासी” या “विश्वास नहीं करने वाले” या “परमेश्वर के अवज्ञाकारी” या “विश्वास से विमुख” किया जा सकता है। +* प्रकरण के अनुसार “अविश्वासी” का अनुवाद “विश्वासघाती” या “विश्वास नहीं करने वाला” या “परमेश्वर का अवज्ञाकारी” या “विश्वास से विमुख” किया जा सकता है। * “अविश्वास” का अनुवाद “विश्वासहीनता” या “अनिष्ठा” या “परमेश्वर से विरोध” किया जा सकता है। +* "विश्वासघाती" शब्द का अनुवाद किया जा सकता है, "मनुष्य जो (परमेश्वर के) निष्ठावान नहीं हैं," या "अनिष्ट जन" या "परमेश्वर की अवज्ञा करनेवाले" या "परमेश्वर से विद्रोह करनेवाले|" +* कुछ भाषाओं में, "विश्वास रहित" का अभिप्राय "अविश्वास" होता है| (यह भी देखें: [नाम कैसे अनुवादित करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [विश्वास नहीं करने वाले](../kt/unbeliever.md), [अविश्वासी](../kt/unfaithful.md), [अवज्ञा](../other/disobey.md)) +(यह भी देखें: [विश्वास करना](../kt/unbeliever.md), [निष्ठावान](../kt/faithful.md), [अवज्ञा](../other/disobey.md), [व्यभिचार](../kt/adultery.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: * [यहेजकेल 43:6-8](rc://*/tn/help/ezk/43/06) -* [एज्रा 09:1-2](rc://*/tn/help/ezr/09/01) -* [यिर्मयाह 02:18-19](rc://*/tn/help/jer/02/18) -* [नीतिवचन 02:20-22](rc://*/tn/help/pro/02/20) +* [एज्रा 9:1-2](rc://*/tn/help/ezr/09/01) +* [यिर्मयाह 2:19](rc://*/tn/help/jer/02/01) +* [नीतिवचन 2:22](rc://*/tn/help/pro/02/22) * [प्रकाशितवाक्य 21:7-8](rc://*/tn/help/rev/21/07) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/kt/favor.md b/bible/kt/favor.md index fdcea82..beeef83 100644 --- a/bible/kt/favor.md +++ b/bible/kt/favor.md @@ -5,20 +5,16 @@ “अनुग्रह” अर्थात चुनना। जब कोई व्यक्ति किसी व्यक्ति का पक्ष लेता है, वह उस व्यक्ति को सकारात्मक रूप में देखता है और उस व्यक्ति को अन्यों के अपेक्षा ज्यादा लाभ देता है। * ​यीशु परमेश्वर और मनुष्यों के “अनुग्रह में” बढ़ता गया। अर्थात उन्होंने उसके चरित्र और आचरण का अनुमोदन किया। - * किसी का “अनुग्रह पात्र होना” का अर्थ है, किसी के द्वारा किसी व्यक्ति का अनुमोदन करना। - * राजा किसी पर अनुग्रह करता है तो उसका अर्थ प्रायः यह होता है कि राजा ने उसकी विनती स्वीकार कर ली है। - * "पक्ष" संकेत या क्रिया है जो किसी अन्य व्यक्ति के लिए लाभदायक हो। - * “विशेष अनुग्रह” का अर्थ है, कुछ लोगों के साथ अन्यों की अपेक्षा पक्षपात करना। इसका अर्थ है जो प्रवृत्ति एक व्यक्ति या वस्तु पर अधिक प्राथमिकता देती है क्योंकि वह व्यक्ति या चीज़ अधिक पसंदीदा है। आम तौर पर, पक्षपात को अनुचित माना जाता है। ## अनुवाद के सुझाव: * “अनुग्रह” के अन्य अनुवाद “आशिष” या “लाभ” हो सकता है। * “यहोवा के प्रसन्न रहने के वर्ष” का अनुवाद “परमेश्वर के अनुग्रह का वर्ष” हो सकता है। -* शब्द "पक्षपात" का अनुवाद "भेदभाव" या "पूर्वाग्रहित" या "अन्यायपूर्ण व्यवहार" के रूप में किया जा सकता है। \* यह शब्द "पसंदीदा" शब्द से संबंधित है, जिसका अर्थ है "जो पसंद किया गया है या सर्वश्रेष्ठ प्यार करता है।" +* शब्द "पक्षपात" का अनुवाद "भेदभाव" या "पूर्वाग्रहित" या "अन्यायपूर्ण व्यवहार" के रूप में किया जा सकता है। * यह शब्द "पसंदीदा" शब्द से संबंधित है, जिसका अर्थ है "जो पसंद किया गया है या सर्वश्रेष्ठ प्यार करता है।" ## बाइबल सन्दर्भ: diff --git a/bible/kt/fulfill.md b/bible/kt/fulfill.md index f5f675c..9c347c3 100644 --- a/bible/kt/fulfill.md +++ b/bible/kt/fulfill.md @@ -1,39 +1,39 @@ -# पूरा कर, पूरा हुआ +# पूरा कर, पूरा हुआ, सिद्ध किया ## परिभाषा: “पूरा कर” अर्थात किसी अपेक्षित कार्य को पूरा करना। -* जब भविष्यद्वाणी पूरी होती है तो इसका अर्थ है कि परमेश्वर ने जिस बात की भविष्यद्वाणी की थी उसे पूरा किया। +* जब भविष्यद्वाणी पूरी होती है तो इसका अर्थ है कि परमेश्वर ने भविष्यद्वाणी में जो कहा था उसे पूरा किया। * यदि मनुष्य अपनी प्रतिज्ञा या शपथ पूरी करता है तो इसका अर्थ है कि उसने जो कहा था उसे निभाया। * उत्तरदायित्व को पूरा करने का अर्थ है किसी दिए गए कार्य या अनिवार्य कार्य को पूरा करना। ## अनुवाद के सुझाव: -* “संपन्न करना” या “समापन करना” या “होने के लिए कुछ करना” या “आज्ञा मानना” या “प्रदर्शन करना” -* “पूरा किया जा चुका” का अनुवाद हो सकता है, “सच हो गया” या “हो चुका है” या “संपन्न हो चुका है” -* “पूरा करना” जैसे “अपनी सेवा पूरी करो” इसका अनुवाद हो सकता है, “पूर्ण करो” या “निभाओ” या “मनुष्यों की सेवा वैसी करो जैसे परमेश्वर ने तुम्हें करने के लिए बुलाया है”। +* प्रकरण के अनुसार, "पूरा करना" का अनुवाद हो सकता है, “संपन्न करना” या “पूर्ण करना” या “सिद्ध होने का कारण उत्पन्न करना" या “आज्ञा मानना” या “क्रियान्वन करना” +* “पूरा किया जा चुका” का अनुवाद हो सकता है, “सच हो गया” या “यथावत हो चुका है” या “संपन्न हो चुका है” +* "अपनी सेवा पूरी करना" के परिप्रेक्ष्य में “पूरा करना” का अनुवाद हो सकता है, "निष्पादन" या "निभाना" या "अभ्यासरत होना" “अपनी सेवा पूरी करो” इसका अनुवाद हो सकता है, “पूर्ण करो” या “निभाओ” या “मनुष्यों की सेवा वैसी करो जैसे परमेश्वर ने तुम्हें करने के लिए बुलाया है”। (यह भी देखें: [भविष्यद्वक्ता](../kt/prophet.md), [मसीह](../kt/christ.md), [सेवक](../kt/minister.md), [बुलाहट](../kt/call.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 राजा 02:26-27](rc://*/tn/help/1ki/02/26) +* [1 राजा 02:26-27](rc://*/tn/help/1ki/02/27) * [प्रे.का. 03:17-18](rc://*/tn/help/act/03/17) * [लैव्यव्यवस्था 22:17-19](rc://*/tn/help/lev/22/17) -* [लूका 04:20-22](rc://*/tn/help/luk/04/20) +* [लूका 04:21](rc://*/tn/help/luk/04/21) * [मत्ती 01:22-23](rc://*/tn/help/mat/01/22) -* [मत्ती 05:17-18](rc://*/tn/help/mat/05/17) +* [मत्ती 05:17](rc://*/tn/help/mat/05/17) * [भजन संहिता 116:12-15](rc://*/tn/help/psa/116/012) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[24:04](rc://*/tn/help/obs/24/04)__ यूहन्ना न वह __पूरा किया__ जो यशायाह भविष्यद्वक्ता की पुस्तक में लिखा था, “देख मैं अपने दूत को तेरे आगे भेजता हूँ, जो तेरे लिए मार्ग सुधारेगा।” -* __[40:03](rc://*/tn/help/obs/40/03)__ सैनिकों ने यीशु के कपड़ों के लिये जुआ खेला। जब उन्होंने ये किया तो उन्होंने यह भविष्यवाणी को __पूरा किया__ कि, “वे मेरे वस्त्र आपस में बाँटते हैं, और मेरे पहिरावे के लिए जुआ खेलते हैं।” -* __[42:07](rc://*/tn/help/obs/42/07)__ यीशु ने कहा, "मैंने तुमसे कहा था कि परमेश्वर के शब्द में मेरे बारे में जो कुछ लिखा हुआ है वह __पूरा होना__ चाहिए।" -* __[43:05](rc://*/tn/help/obs/43/05)__परन्तु यह वह बात है जो योएल भविष्यद्वक्ता के द्वारा कही गई थी। परमेश्वर कहता है कि, “अन्त के दिनों में ऐसा होगा कि मैं अपना आत्मा सब मनुष्यों पर उँडेलूँगा।” -* __[43:07](rc://*/tn/help/obs/43/07)__ “यीशु की मृत्यु हुई परन्तु उसी को परमेश्वर ने मृत्यु के बन्धनों से छुड़ाकर जिलाया, और यह भविष्यद्वाणी की गई थी कि, ‘न तो उसका प्राण अधोलोक में छोड़ा गया और न उसकी देह सड़ने पाई।’ -* __[44:05](rc://*/tn/help/obs/44/05)__ यधपि तुम्हे नहीं पता था कि क्या करते हो, परन्तु परमेश्वर ने तुम्हारे कामो का इस्तेमाल किया भविष्यवाणियों को __पूरा करने __के लिए, कि उसका मसीह दुःख उठाएगा, और मारा जाएँगा। +* __[24:4](rc://*/tn/help/obs/24/04)__ यूहन्ना न वह __पूरा किया__ जो यशायाह भविष्यद्वक्ता की पुस्तक में लिखा था, “देख मैं अपने दूत को तेरे आगे भेजता हूँ, जो तेरे लिए मार्ग सुधारेगा।” +* __[40:3](rc://*/tn/help/obs/40/03)__ सैनिकों ने यीशु के कपड़ों के लिये चिट्ठियाँ डालीं। जब उन्होंने ऐसा किया तो यह भविष्यवाणी __पूरी हुई __ कि, “वे मेरे वस्त्र आपस में बाँटते हैं, और मेरे वस्त्रों के लिए चिट्ठियां डालते हैं।” +* __[42:7](rc://*/tn/help/obs/42/07)__ यीशु ने कहा, "मैंने तुमसे कहा था कि परमेश्वर के वचन में मेरे बारे में जो कुछ लिखा हुआ है वह __पूरा होना__ अवश्य है।" +* __[43:5](rc://*/tn/help/obs/43/05)__ यहाँ योएल भविष्यद्वक्ता द्वारा की गई "भविष्यद्वाण __पूरी होती__ है। परमेश्वर कहता है, “अन्त के दिनों में ऐसा होगा कि मैं अपना आत्मा सब मनुष्यों पर उँडेलूँगा।” +* __[43:7](rc://*/tn/help/obs/43/07)__यह भाविश्द्वानी __पूरी हुई__ ‘न तो उसका प्राण अधोलोक में छोड़ा गया और न उसकी देह सड़ने पाई।’ +* __[44:5](rc://*/tn/help/obs/44/05)__ यधपि तुम जानते नहीं थे कि क्या करते थे, परन्तु परमेश्वर ने तुम्हारे कामो से भविष्यवाणियों को __पूरा किया __ कि उसका मसीह दुःख उठाएगा, और मारा जाएँगा। ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/kt/glorify.md b/bible/kt/glorify.md index aae1c8c..7f9bade 100644 --- a/bible/kt/glorify.md +++ b/bible/kt/glorify.md @@ -16,7 +16,7 @@ * “परमेश्वर की महिमा करना” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर की स्तुति करना” या “परमेश्वर की महानता की चर्चा करना” या “दिखाना कि परमेश्वर कैसा महान है”, या “परमेश्वर को (आज्ञा मानकर)प्रतिष्ठित करना”। * शब्द "महिमा हो" का अनुवाद भी किया जा सकता है, "बहुत महान होना दिखाया जाए" या "स्तुति की जाए" या "ऊंचा हो।" -(यह भी देखें: [बड़ाई करना](../kt/exalt.md), [महिमा](../kt/glory.md), [आज्ञापालन ](../other/obey.md), [स्तुति](../other/praise.md)) +(यह भी देखें: [बड़ाई करना](../kt/exalt.md), [महिमा](../kt/glory.md), [आज्ञापालन](../other/obey.md), [स्तुति](../other/praise.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: diff --git a/bible/kt/godly.md b/bible/kt/godly.md index 06fc097..06a0945 100644 --- a/bible/kt/godly.md +++ b/bible/kt/godly.md @@ -9,7 +9,7 @@ ## अनुवाद के सुझाव -* “ईश्वर-भक्त” का अनुवाद “परमेश्वर परायण लोग” या “परमेश्वर की आज्ञा मानने वाले लोग” (देखें: [नाममात्र](rc://*/ta/man/translate/figs-nominaladj) +* “ईश्वर-भक्त” का अनुवाद “परमेश्वर परायण लोग” या “परमेश्वर की आज्ञा मानने वाले लोग” (देखें: [नाममात्र](rc://*/ta/man/translate/figs-nominaladj)) * विशेषण "ईश्वरीय" का अनुवाद "ईश्वर के आज्ञाकारी" या "धर्मी" या "ईश्वर को प्रसन्न" के रूप में किया जा सकता है। * वाक्यांश "ईश्वरीय ढंग से" का अनुवाद "परमेश्वर की आज्ञा के अनुसार" या "कर्मों और शब्दों से किया गया है जो परमेश्वर को खुश करता है" के रूप में किया जा सकता है। * "भक्ति" का अनुवाद करने के तरीके में "परमेश्वर को प्रसन्न करने वाले तरीके से काम करना" या "परमेश्वर का पालन करना" या "एक धर्मी तरीके से जी रहे" हो सकते हैं। diff --git a/bible/kt/good.md b/bible/kt/good.md index fda0469..e08d119 100644 --- a/bible/kt/good.md +++ b/bible/kt/good.md @@ -38,7 +38,7 @@ * __[01:04](rc://*/tn/help/obs/01/04)__ परमेश्वर ने देखा कि जो सृष्टि उसने की है वह __अच्छी__ है।। * __[01:11](rc://*/tn/help/obs/01/11)__ परमेश्वर ने __अच्छे__ और बुरे के ज्ञान का पेड़ लगाया। * __[01:12](rc://*/tn/help/obs/01/12)__ फिर परमेश्वर ने कहा “आदमी का अकेला रहना __अच्छा__ नहीं है।” -* __ \[02:04](rc://*/tn/help/obs/02/04)__ "परमेश्वर इतना जानता है कि जैसे ही तुम इसे खाते हो, तो तुम परमेश्वर की तरह हो जाओगे और __अच्छा__ और बुरे को समझोगे जैसा वह समझता है।" +* __ [02:04](rc://*/tn/help/obs/02/04)__ "परमेश्वर इतना जानता है कि जैसे ही तुम इसे खाते हो, तो तुम परमेश्वर की तरह हो जाओगे और __अच्छा__ और बुरे को समझोगे जैसा वह समझता है।" * __[08:12](rc://*/tn/help/obs/08/12)__ "आपने दास के रूप में मुझे बेचकर तुमने बुराई करने की कोशिश की, लेकिन परमेश्वर ने __भलाई__ के लिए बुराई का इस्तेमाल किया!" * __[14:15](rc://*/tn/help/obs/14/15)__ यहोशू एक __अच्छा__ अगुआ था क्योंकि वह परमेश्वर पर विश्वास करता था व उसकी आज्ञाओ का पालन करता था। * __[18:13](rc://*/tn/help/obs/18/13)__ कुछ राजा __अच्छे__ मनुष्य भी थे, जिन्होंने उचित रूप से शासन किया और परमेश्वर की उपासना की। diff --git a/bible/kt/guilt.md b/bible/kt/guilt.md index e252b0a..f24fa50 100644 --- a/bible/kt/guilt.md +++ b/bible/kt/guilt.md @@ -1,34 +1,34 @@ -# दोष, दोषी ठहरा +# दोष, दोषी ## परिभाषा: -“दोष” का अर्थ है पाप करने तथा अपराध करने का सत्य। +“दोष” शब्द का संदर्भ पाप करने या अपराध से है। -* “दोषी होना” अर्थात अनैतिक रूप में अनुचित काम करना अर्थात परमेश्वर की आज्ञा का उल्लंघन करना। +* “दोषी होना” अर्थात नैतिकता के क्षत्र में अनुचित काम करना अर्थात परमेश्वर की आज्ञा का उल्लंघन करना। * “दोषी” का विलोम शब्द है “निर्दोष” ## अनुवाद के सुझाव: * कुछ भाषाओं में “दोष” का अनुवाद “पाप का बोझ” या “पाप का गिनना” किया गया है। -* “दोषी होने” की अनुवाद रूप हो सकते हैं, “दोषी होना” या “नैतिकता के आधार पर गलत काम करना” या “पाप करना” +* “दोषी होने” के अनुवाद रूपों में ऐसा शब्द या उक्ति हो सकते हैं जिनके अर्थ हो सकते हैं, “अपराधग्रस्त होना” या “नैतिकता के क्षेत्र में गलत काम करना” या “पाप करना” (यह भी देखें: [निर्दोष](../kt/innocent.md), [अधर्म के काम](../kt/iniquity.md), [दण्ड देना](../other/punish.md), [पाप](../kt/sin.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: * [निर्गमन 28:36-38](rc://*/tn/help/exo/28/36) -* [यशायाह 06:6-7](rc://*/tn/help/isa/06/06) -* [याकूब 02:10-11](rc://*/tn/help/jas/02/10) -* [यूहन्ना 19:4-6](rc://*/tn/help/jhn/19/04) -* [योना 01:14-16](rc://*/tn/help/jon/01/14) +* [यशायाह 6:7](rc://*/tn/help/isa/06/07) +* [याकूब 2:10-11](rc://*/tn/help/jas/02/10) +* [यूहन्ना 19:4](rc://*/tn/help/jhn/19/04) +* [योना 1:14](rc://*/tn/help/jon/01/14) ## बाइबल कहानियों से उदाहरण: -* __[39:02](rc://*/tn/help/obs/39/02)__ वे कई झूठे गवाह लाए जो यीशु के बारे में झूठ बोल रहे थे। हालांकि, उनके बयान एक दूसरे से नहीं मिल रहे थे, इसलिये यहूदी नेता यीशु को __दोषी__ साबित नहीं कर सके। -* __[39:11](rc://*/tn/help/obs/39/11)__ यीशु से बात करने के बाद पिलातुस भीड़ में आया, और कहा, “मैं तो इस व्यक्ति में कोई __दोष__ नहीं पाता।” परन्तु यहूदी गुरुओं ने चिल्लाकर कहा कि, “इसे क्रूस में चढ़ा दो।” पिलातुस ने कहा कि, “मैं इसमें कोई __दोष__ नहीं पाता।” वह और जोर से चिल्लाने लगे। पिलातुस ने तीसरी बार कहा कि “मैं इसमें कोई __दोष__ नहीं पाता।” +* __[39:2](rc://*/tn/help/obs/39/02)__ वे कई झूठे गवाह लाए जो यीशु के बारे में झूठ बोल रहे थे। परन्तु उनके बयान एक दूसरे से नहीं मिल रहे थे, इसलिये यहूदी अगुवे यीशु को __दोषी__ सिद्ध नहीं कर पाए। +* __[39:11](rc://*/tn/help/obs/39/11)__ यीशु से बात करने के बाद पिलातुस भीड़ के सामने आया, और कहा, “मैं तो इस व्यक्ति में कोई __दोष__ नहीं पाता।” परन्तु यहूदी गुरुओं ने चिल्लाकर कहा कि, “इसे क्रूस पर चढ़ा।” पिलातुस ने कहा , “मैं इसमें कोई __दोष__ नहीं पाता।” परन्तु वे और जोर से चिल्लाने लगे। पिलातुस ने तीसरी बार कहा “यह __दोषी__ नहीं है।” * __[40:04](rc://*/tn/help/obs/40/04)__ यीशु को दो डाकुओ के बीच क्रूस पर चढ़ाया गया। उनमें से एक जब यीशु का ठट्ठा उड़ा रहा था तो ,दूसरे ने कहा कि, “क्या तू परमेश्वर से नहीं डरता? हम __अपराधी__ है पर ,यह तो बेगुनाह है।” -* __[49:10](rc://*/tn/help/obs/49/10)__ अपने ही पापों के कारण, तुम __अपराधी__ हो और मृत्यु के योग्य हो। +* __[49:10](rc://*/tn/help/obs/49/10)__ अपने ही पापों के कारण, तुम __दोषी__ हो और मृत्यु के योग्य हो। ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H816, H817, H818, H5352, H5355, G338, G1777, G3784, G5267 +* Strong's: H0816, H0817, H0818, H5352, H5355, G0338, G1777, G3784, G5267 diff --git a/bible/kt/heaven.md b/bible/kt/heaven.md index 995ef47..c96e6ea 100644 --- a/bible/kt/heaven.md +++ b/bible/kt/heaven.md @@ -6,7 +6,6 @@ * “आकाशमण्डल” वह है जिसे हम पृथ्वी पर से देखते हैं, सूर्य, चाँद और सितारे। उसमें आकाशीय पिण्ड भी हैं जिन्हें हम देख नहीं सकते। * “आकाश” वह स्थान है जो नीला है और उसमें श्वास लेने के लिए हवा है। सूर्य और चाँद को सामान्यतः “आकाश में स्थित” मानते हैं। - * बाइबल के कुछ संदर्भों में “स्वर्ग” का अर्थ आकाश या परमेश्वर का निवास स्थान भी होता है। ## अनुवाद के सुझाव: diff --git a/bible/kt/highpriest.md b/bible/kt/highpriest.md index afa7c84..5e9e2a4 100644 --- a/bible/kt/highpriest.md +++ b/bible/kt/highpriest.md @@ -2,43 +2,46 @@ ## परिभाषा: -“महायाजक” वह याजक था जो सब इस्राएली भाषाओं का अगुआ नियुक्त किया जाता था जिसका कार्यकाल एक वर्ष था। +“महायाजक” शब्द उस विशेष याजक के सन्दर्भ में है जिसकी नियुक्ति सब इस्राएली याजकों के ऊपर एक वर्ष की सेवा के लिए की जाती थी। नए नियम के युग में, कुछ ऐसे याजक भी थे जिनको अत्यधिक महत्त्वपूर्ण यहूदी धर्म गुरु माना जाता था| उन्हें अन्य याजकों और मनुष्यों पर अधिकार होता था| ये प्रधान याजक थे| -* महायाजक के विशेष उत्तरदायित्व थे। एकमात्र वही था जो वर्ष में एक बार विशेष बलि चढ़ाने के लिए वर्ष में एक बार मन्दिर के परम-पवित्र स्थान में प्रवेश कर सकता था। +* महायाजक के विशेष उत्तरदायित्व थे। एकमात्र वही था जो वर्ष में एक बार विशेष बलि चढ़ाने के लिए मिलाप वाले तम्बू या मन्दिर के परम-पवित्र स्थान में प्रवेश कर सकता था। * इस्राएल में याजक तो अनेक थे परन्तु एक बार में एक ही महायाजक होता था। -* जब यीशु को बन्दी बनाया गया था तब कैफा अधिकृत महायाजक था। कभी-कभी कैफा के ससुर हन्ना का भी उल्लेख किया गया है, वह पूर्व महायाजक था और संभवतः प्रजा पर उसका सामर्थ्य और अधिकार अब भी था। +* सेवानिवृत हो जाने के बाद भी महायाजक अपनी उपाधि प्रतिधारित रखता था वरन उसके पास कुछ कर्यकारी उत्तरदायित्व भे होते थे| उदाहरणार्थ, हन्ना कैफा के महायाजक होते हुए भी महायाजक कहलाता था| +* प्रधान याजकों का उत्तरदायित्व था कि मंदिर में आराधना के लिए सब आवश्यकताओं की पूर्ती करें| वे मंदिर में दिए जाने वाले पैसों के भी प्रभारी थे| +* प्रधान याजक, पद और अधिकारों में अन्य याजकों से ऊपर थे| उनसे अधिक अधिकार संपन्न केवल महायाजक था| +* ये प्रधान याजक यीशु के बैरियों में से थे और उन्होंने रोमी अधिकारियों को प्रभावित किया कि उसको बंदी बनाकर मृत्यु दंड दें| ## अनुवाद के सुझाव: * “महायाजक” का अनुवाद “ सर्वोच्च याजक” या “सबसे बड़ा याजक” किया जा सकता है। -* सुनिश्चित करें कि इस शब्द का अनुवाद “प्रधान पुरोहित” से भिन्न किया जाए। +* "प्रधान याजक" शब्द का अनुवाद हो सकता है: "प्रमुख याजक" या "अगुवे याजक" या "प्रशासनिक याजक" -(यह भी देखें: [हन्ना](../names/annas.md), [कैफा](../names/caiaphas.md), [प्रधान याजक](../other/chiefpriests.md), [याजक](../kt/priest.md), [मन्दिर](../kt/temple.md)) +(यह भी देखें: [हन्ना](../names/annas.md), [कैफा](../names/caiaphas.md), [याजक](../kt/priest.md), [मन्दिर](../kt/temple.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 05:26-28](rc://*/tn/help/act/05/26) -* [प्रे.का. 07:1-3](rc://*/tn/help/act/07/01) -* [प्रे.का. 09:1-2](rc://*/tn/help/act/09/01) +* [प्रे.का. 5:27](rc://*/tn/help/act/05/27) +* [प्रे.का. 7:1](rc://*/tn/help/act/07/01) +* [प्रे.का. 9:1](rc://*/tn/help/act/09/01) * [निर्गमन 30:10](rc://*/tn/help/exo/30/10) -* [इब्रानियों 06:19-20](rc://*/tn/help/heb/06/19) -* [लैव्यव्यवस्था 16:32-33](rc://*/tn/help/lev/16/32) -* [लूका 03:1-2](rc://*/tn/help/luk/03/01) -* [मरकुस 02:25-26](rc://*/tn/help/mrk/02/25) +* [इब्रानियों 6:19-20](rc://*/tn/help/heb/06/19) +* [लैव्यव्यवस्था 16:32](rc://*/tn/help/lev/16/32) +* [लूका 3:2](rc://*/tn/help/luk/03/02) +* [मरकुस 2:25-26](rc://*/tn/help/mrk/02/25) * [मत्ती 26:3-5](rc://*/tn/help/mat/26/03) * [मत्ती 26:51-54](rc://*/tn/help/mat/26/51) ## बाइबल कहानियों से उदाहरण: -* __[13:08](rc://*/tn/help/obs/13/08)__ केवल __उच्च परोहित__ को ही उन कमरों में जाने की अनुमति थी क्योंकि परमेश्वर उसमे वास करता था। -* __[21:07](rc://*/tn/help/obs/21/07)__ मसीह एक सिद्ध __ उच्च पुरोहित__ होगा जो परमेश्वर के लिए स्वयं का बलिदान देगा। -* __[38:03](rc://*/tn/help/obs/38/03)__ यहूदी गुरुओं ने __प्रधान याजक__ के नेतृत्व में यीशु को धोखा देने के लिये उसे तीस चाँदी के सिक्के तोलकर दे दिए | -* __[39:01](rc://*/tn/help/obs/39/01)__ तब यीशु के पकड़ने वाले उसको__ महा याजक__ के पास ले गए, कि __ वह(महा याजक)__ यीशु से प्रश्न करें। -* __[39:03](rc://*/tn/help/obs/39/03)__ अंत में, __महा याजक__ ने यीशु की ओर देखकर उससे कहा कि, “हमें बता कि क्या तू मसीह है, जीवते परमेश्वर का पुत्र?” -* __[44:07](rc://*/tn/help/obs/44/07)__ दूसरे दिन ऐसा हुआ कि यहूदी याजक पतरस और यूहन्ना को लेकर __महायाजक__ के पास गए। -* __[45:02](rc://*/tn/help/obs/45/02)__ तब स्तिफनुस को पकड़कर महासभा में ले गए और उसे __महायाजक__ और अन्य यहूदी नेताओं के सामने खड़ा किया गया जहाँ कई ओर झूठे गवाहों ने स्तिफनुस के बारे में झूठ बोला। -* __[46:01](rc://*/tn/help/obs/46/01)__ __महायाजक__ ने शाउल को यह अनुमति दी की वह दमिश्क शहर में जाकर वहा के मसीहियों को पकड़कर वापस यरूशलेम ले आए। -* __[48:06](rc://*/tn/help/obs/48/06)__ यीशु सबसे __महान पुरोहित__ है। दूसरे याजकों से भिन्न, उसने अपने आप को उस एकलौते बलिदान के रूप में अर्पण किया जो संसार के सभी मनुष्य के पाप को हटा सकती है। यीशु सबसे उत्तम __महान पुरोहित__ है क्योंकि उसने सभी मनुष्यों के सभी पापों का दण्ड, जो उन्होंने अपने जीवन काल में कभी भी किया हो, अपने ऊपर ले लिया। +* __[13:8](rc://*/tn/help/obs/13/08)__ __महायाजक__की अपेक्षा परदे के पीछे के कक्ष में कोई भी प्रवेश नहीं कर सकता था क्योंकि वहाँ परमेश्वर का निवास था। +* __[21:7](rc://*/tn/help/obs/21/07)__ मसीह जो आएगा वही एकमात्र एक सिद्ध __महायाजक__ होगा जो परमेश्वर के लिए सिद्ध बलि होने के लिए स्वयं को दे देगा। +* __[38:3](rc://*/tn/help/obs/38/03)__ यहूदी गुरुओं ने __प्रधान याजक__ के नेतृत्व में यीशु को धोखा देने के लिये यहूदा को तीस चाँदी के सिक्के तोलकर दे दिए | +* __[39:1](rc://*/tn/help/obs/39/01)__ तब यीशु के पकड़ने वाले उसको__महायाजक__ के घर ले गए, कि __महा याजक__ यीशु से प्रश्न करे। +* __[39:3](rc://*/tn/help/obs/39/03)__ अंत में, __महायाजक__ ने यीशु की ओर सीधा देखकर उससे कहा, “हमें बता कि क्या तू मसीह है, जीवते परमेश्वर का पुत्र?” +* __[44:7](rc://*/tn/help/obs/44/07)__ दूसरे दिन ऐसा हुआ कि यहूदी याजक पतरस और यूहन्ना को लेकर __महायाजक__ और अन्य यहूदी अगुओं के पास गए। +* __[45:2](rc://*/tn/help/obs/45/02)__ तब धर्मगुरुओं ने स्तिफनुस को पकड़ा और महायाजक तथा यहूदियों के अन्य धर्मगुरुओं के पास ले गए जहां और अधिक झूठे गवाहों ने स्तिफनुस के विषय झूठी बातें कहीं। +* __[46:1](rc://*/tn/help/obs/46/01)__ __महायाजक__ ने शाऊल को अनुमति दी कि वह दमिश्क शहर में जाकर वहा के मसीहियों को पकड़कर वापस यरूशलेम ले आए। +* __[48:6](rc://*/tn/help/obs/48/06)__ यीशु एक महान __महायाजक__ है, दूसरे याजकों से भिन्न। उसने अपने आप को उस एकलौते बलिदान के रूप में अर्पण किया जो संसार के सब मनुष्य के पापों को उठा कर ले जा सकता है। यीशु एक सिद्ध __महायाजक__ है क्योंकि उस हर एक पाप का दंड भोगा जो कभी किसी ने किया हो। ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/kt/holyspirit.md b/bible/kt/holyspirit.md index 0f2b196..7d6cb22 100644 --- a/bible/kt/holyspirit.md +++ b/bible/kt/holyspirit.md @@ -15,7 +15,7 @@ * इस शब्द का अनुवाद “पवित्र” और “आत्मा” शब्दों के अनुवाद से किया जा सकता है। * इस शब्द का अनुवाद, “शुद्ध आत्मा”, या “आत्मा जो पवित्र है” या “परमेश्वर जो आत्मा है” हो सकता है। -(यह भी देखें: [पवित्र](../kt/holy.md), [आत्मा](../kt/spirit.md), [परमेश्वर](../kt/god.md), [प्रभु](../kt/lordgod.md), [पिता परमेश्वर](../kt/godthefather.md), [परमेश्वर का पुत्र](../kt/sonofgod.md),[भेंट](../kt/gift.md) +(यह भी देखें: [पवित्र](../kt/holy.md), [आत्मा](../kt/spirit.md), [परमेश्वर](../kt/god.md), [प्रभु](../kt/lordgod.md), [पिता परमेश्वर](../kt/godthefather.md), [परमेश्वर का पुत्र](../kt/sonofgod.md),[भेंट](../kt/gift.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: diff --git a/bible/kt/hope.md b/bible/kt/hope.md index 7759f03..11c0266 100644 --- a/bible/kt/hope.md +++ b/bible/kt/hope.md @@ -18,7 +18,7 @@ * वाक्यांश "मुझे आपके शब्द में आशा मिलती है" अनुवाद "मुझे पूरा भरोसा है कि आपका वचन सत्य है" या "आपका शब्द मुझे आपके अंदर भरोसा करने में मदद करता है" या "जब मैं आपके वचन का पालन करता हूँ, तो मुझे आशीर्वाद मिल जाएगा" के रूप में किया जा सकता है। * "आशा" उक्ति का अनुवाद, "परमेश्वर में भरोसा" या "निश्चित जानना के परमेश्वर ने जो वादा किया है। वह करेगा" या "सुनिश्चित करना के परमेश्वर विश्वासयोग्य है" के रूप में हो सकता है। -(यह भी देखें: [आशीष](../kt/bless.md), [भरोसा](../other/confidence.md), [अच्छा](../kt/good.md), [आज्ञा पालन](../other/obey.md), [भरोसा](../kt/trust.md), [परमेश्वर का वचन](../kt/wordofgod.md) +(यह भी देखें: [आशीष](../kt/bless.md), [भरोसा](../other/confidence.md), [अच्छा](../kt/good.md), [आज्ञा पालन](../other/obey.md), [भरोसा](../kt/trust.md), [परमेश्वर का वचन](../kt/wordofgod.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: diff --git a/bible/kt/houseofgod.md b/bible/kt/houseofgod.md index c6d9b80..b47ef9d 100644 --- a/bible/kt/houseofgod.md +++ b/bible/kt/houseofgod.md @@ -1,28 +1,29 @@ -# परमेश्‍वर के भवन, यहोवा के भवन +# परमेश्‍वर का भवन, यहोवा का भवन, परमेश्वर का मंदिर ## परिभाषा: -बाइबल में “परमेश्वर के भवन” (परमेश्वर का घर) और “यहोवा के भवन (यहोवा का घर) अर्थात परमेश्वर की आराधना का स्थान। +बाइबल में “परमेश्वर के भवन” (परमेश्वर का घर) और “यहोवा के भवन (यहोवा का घर) का सन्दर्भ उस स्थान से है जहां परमेश्वर की आराधना की जाती है। -* यह शब्द अधिक विशिष्टता में मिलापवाले तम्बू या मन्दिर के लिए काम में आता था।कभी-कभी “परमेश्वर का भवन”, परमेश्वर की प्रजा के लिए भी काम में लिया जाता था। +* यह शब्द अधिक विशिष्टता में मिलापवाले तम्बू या मन्दिर के लिए काम में आता था। +* कभी-कभी “परमेश्वर का मंदिर”, परमेश्वर की प्रजा के लिए भी काम में लिया गया है। ## अनुवाद के सुझाव: * आराधना स्थल के संबन्ध में इस उक्ति का अनुवाद “परमेश्वर की आराधना का भवन” या “परमेश्वर की आराधना का स्थान” किया जा सकता है। -* यदि यह मन्दिर का मिलापवाले तम्बू के विषय में है तो इसका अनुवाद “मन्दिर(या मिलापवाले तम्बू)” किया जा सकता है जहाँ परमेश्वर की आराधना की जाती है(या “जहा परमेश्वर उपस्थित” या “जहाँ परमेश्वर अपने लोगों से मिलता है।”) -* शब्द “घर” का अनुवाद में उपयोग करना महत्त्वपूर्ण है ताकि ये व्यक्त कर सकें कि परमेश्वर "निवास" करता है, परमेश्वर की आत्मा अपने लोगों के साथ है जो उसकी आराधना करने की जगह में है। +* यदि यह मन्दिर या मिलापवाले तम्बू के विषय में है तो इसका अनुवाद “मन्दिर(या मिलापवाला तम्बू) जहां परमेश्वर की अराधना की जाती है” किया जा सकता है जहाँ परमेश्वर की आराधना की जाती है(या “जहा परमेश्वर उपस्थित है” या “जहाँ परमेश्वर अपने लोगों से मिलता है।”) +* अनुवाद में "घर" शब्द का उपयोग करना महत्त्वपूर्ण है जिससे कि अर्थ प्रकाशन हो सके कि परमेश्वर वहाँ "निवास" करता है, अर्थात परमेश्वर का आत्मा उस स्थान में है कि उसके लोगों से भेंट करे और उनकी आराधना का आधार हो। (यह भी देखें: [परमेश्‍वर की प्रजा](../kt/peopleofgod.md), [मिलापवाला तम्बू](../kt/tabernacle.md), [मन्दिर](../kt/temple.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 तीमुथियुस 03:14-15](rc://*/tn/help/1ti/03/14) +* [1 तीमुथियुस 3:14-15](rc://*/tn/help/1ti/03/14) * [2 इतिहास 23:8-9](rc://*/tn/help/2ch/23/08) -* [एज्रा 05:12-13](rc://*/tn/help/ezr/05/12) -* [उत्पत्ति 28:16-17](rc://*/tn/help/gen/28/16) +* [एज्रा 5:13](rc://*/tn/help/ezr/05/13) +* [उत्पत्ति 28:17](rc://*/tn/help/gen/28/17) * [न्यायियों 18:30-31](rc://*/tn/help/jdg/18/30) -* [मरकुस 02:25-26](rc://*/tn/help/mrk/02/25) -* [मत्ती 12:3-4](rc://*/tn/help/mat/12/03) +* [मरकुस 2:26](rc://*/tn/help/mrk/02/26) +* [मत्ती 12:4](rc://*/tn/help/mat/12/04) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/kt/imageofgod.md b/bible/kt/imageofgod.md index 93f496e..4414d4f 100644 --- a/bible/kt/imageofgod.md +++ b/bible/kt/imageofgod.md @@ -12,7 +12,7 @@ * जब यीशु को परमेश्वर का प्रतिरूप कहा जाता है तो अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर की यथार्थ समानता में” या “परमेश्वर के तत्त्व में” या “परमेश्वर के अस्तित्व में”। * मनुष्यों के संदर्भ में “परमेश्वर ने उसे अपने स्वरूप में बनाया” का अनुवाद इस प्रकार की उक्तियों से किया जाए जिनका अर्थ है, “परमेश्वर ने उसे अपनी समानता में बनाया” या “परमेश्वर ने उसे अपने जैसे गुणों में बनाया”। -(यह भी देखें: [रूप ](../other/image.md), [परमेश्वर का पुत्र](../kt/sonofgod.md), [परमेश्वर का पुत्र](../kt/sonofgod.md)) +(यह भी देखें: [रूप](../other/image.md), [परमेश्वर का पुत्र](../kt/sonofgod.md), [परमेश्वर का पुत्र](../kt/sonofgod.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: diff --git a/bible/kt/iniquity.md b/bible/kt/iniquity.md index ce4e40f..cfa6ee2 100644 --- a/bible/kt/iniquity.md +++ b/bible/kt/iniquity.md @@ -2,11 +2,11 @@ ## परिभाषा: -"अधर्म" शब्द का अर्थ और "पाप" का अर्थ एक सा ही है परन्तु अपराध का भावार्थ विशेष करके जानबूझ कर या महान दुष्टता से अभिभूत अनुचित कार्य करना। +"अधर्म" शब्द का अर्थ और "पाप" का अर्थ एक सा ही है परन्त अत्यधिक विलक्षनता में इसका संदर्भ सोच-विचार कर किए गए अनुचित कार्य से. या महान दुष्टता से है। -* “अधर्म का काम” का अर्थ वास्तव में है कि (व्यवस्था को) घुमा के विकृत करना। इसका संदर्भ बड़े अन्याय से है। -* अधर्म अन्य लोगों के खिलाफ जानबूझकर, हानिकारक कार्यवाही के रूप में वर्णित किया जा सकता। -* “अधर्म के काम” का अनुवाद हो सकता है, “विकृत आचरण” या “भ्रष्टाचार” इन दोनों शब्दों द्वारा भयानक पाप की दशा प्रकट होती है। +* “अधर्म का काम” का अर्थ वास्तव में है कि (व्यवस्था को) विकृत करना या अनुचित अर्थ निर्धारण करना| इसका सन्दर्भ बड़े अन्याय से है। +* अधर्म के वर्णन में कहा जा सकता है, मनुष्न्ययों के विरुद्ध जानबूझ कर किया गया हानिकारक कार्य। +* “अधर्म के काम” के अन्य अनुवाद हो सकते हैं, “विकृत आचरण” या “भ्रष्टाचार” इन दोनों शब्दों द्वारा भयानक पाप की दशा प्रकट होती है। ## अनुवाद के लिए सुझाव: @@ -17,14 +17,14 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [दानिय्येल 09:12-14](rc://*/tn/help/dan/09/12) +* [दानिय्येल 9:13](rc://*/tn/help/dan/09/13) * [निर्गमन 34: 5-7](rc://*/tn/help/exo/34/05) * [उत्पत्ति 15:14-16](rc://*/tn/help/gen/15/14) -* [उत्पत्ति 44:16-17](rc://*/tn/help/gen/44/16) -* [हबक्कूक 02:12-14](rc://*/tn/help/hab/02/12) -* [मत्ती 13:40-43](rc://*/tn/help/mat/13/40) +* [उत्पत्ति 44:16](rc://*/tn/help/gen/44/16) +* [हबक्कूक 02:12](rc://*/tn/help/hab/02/12) +* [मत्ती 13:41](rc://*/tn/help/mat/13/41) * [मत्ती 23:27-28](rc://*/tn/help/mat/23/27) -* [मीका 03:9-11](rc://*/tn/help/mic/03/09) +* [मीका 03:10](rc://*/tn/help/mic/03/10) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/kt/jew.md b/bible/kt/jew.md index 7a353c4..8a3aa87 100644 --- a/bible/kt/jew.md +++ b/bible/kt/jew.md @@ -9,7 +9,7 @@ * मसीह यीशु यहूदी था। परन्तु यहूदी धर्म के अगुओं ने यीशु का इन्कार किया और उसको मार डालने की मांग की। * “यहूदी शब्द प्रायः यहूदियों के अगुओं के संदर्भ में लिया जाता था, सब यहूदियों के लिए नहीं। इन संदर्भों में कुछ अनुवादों में “के अगुवे” जोड़ा जाता है कि अर्थ स्पष्ट व्यक्त हो। -(यह भी देखें: [अब्राहम ](../names/abraham.md), [याकूब](../names/jacob.md), [इस्राएल](../kt/israel.md), [बाबेल](../names/babylon.md), [यहूदी अगुवे](../other/jewishleaders.md)) +(यह भी देखें: [अब्राहम](../names/abraham.md), [याकूब](../names/jacob.md), [इस्राएल](../kt/israel.md), [बाबेल](../names/babylon.md), [यहूदी अगुवे](../other/jewishleaders.md)) ## बाइबल संदर्भ: diff --git a/bible/kt/kingofthejews.md b/bible/kt/kingofthejews.md index f93a42b..9155911 100644 --- a/bible/kt/kingofthejews.md +++ b/bible/kt/kingofthejews.md @@ -3,7 +3,6 @@ ## परिभाषा: * “यहूदियों का राजा” यीशु मसीह का पदनाम है। - * पहली बार बाइबल में यह पदनाम उस समय आया है जब बैतलहम आनेवाले ज्योतिषियों ने “यहूदियों के राजा” होने वाले शिशु को खोजने के लिए काम में लिया था। * स्वर्गदूत ने मरियम से कहा था कि उसका पुत्र, दाऊद का वंशज एक राजा होगा जिसका राज्य सदाकालीन होगा। * यीशु के क्रूसीकरण से पूर्व रोमी सैनिकों ने ठट्ठा करके यीशु को “यहूदियों का राजा” कहा था। यह पदनाम एक तख्ती पर लिखकर यीशु के क्रूस पर भी लगाया गया था। diff --git a/bible/kt/lamb.md b/bible/kt/lamb.md index 24955ca..bb19c3b 100644 --- a/bible/kt/lamb.md +++ b/bible/kt/lamb.md @@ -2,18 +2,18 @@ ## परिभाषा: -“मेम्ना” भेड़ का बच्चा। भेड़ चौपाया पशु होता है जिसके घने ऊन जैसे बाल होते हैं, और परमेश्वर को उसकी बलि चढ़ाई जाती थी। यीशु को “परमेश्वर का मेम्ना” कहा जाता था क्योंकि उसे मनुष्यों के पापों का मोल चुकाना पड़ा था। +“मेम्ना” भेड़ का बच्चा। भेड़ चौपाया पशु होता है जिसके घने ऊन जैसे बाल होते हैं, परमेश्वर के लिए उसकी बलि चढ़ाई जाती थी। यीशु को “परमेश्वर का मेम्ना” कहा गया है क्योंकि मनुष्यों के पापों का मोल चुकाने के लिए उसे अपनी बलि देनी पढ़ी थी। -* इन पशुओं का आसानी से भटक जाना संभव था अतः उन्हें सुरक्षा की आवश्यकता थी। परमेश्वर मनुष्यों की तुलना भेड़ों से करता है। -* परमेश्वर के निर्देशानुसार इसे भेंट चढ़ाने के लिए भेड़ या मेम्ने को शारीरिक रूप से निष्कलंक होना था। +* इन पशुओं का कोई भीआसानी से भटका सकता था इस कारण उनको सुरक्षा की आवश्यकता होती थी| परमेश्वर मनुष्यों की तुलना भेड़ों से करता है। +* परमेश्वर के निर्देशानुसार उसे भेंट चढ़ाने के लिए भेड़ या मेम्ने को शारीरिक रूप से निष्कलंक होना था। * यीशु को परमेश्वर का मेम्ना कहा गया है, क्योंकि वह मनुष्यों के पापों के लिए बलि चढ़ाया गया था। वह एक सिद्ध निष्कलंक बलिदान था क्योंकि वह पाप से मुक्त था। ## अनुवाद के सुझाव: -* यदि लक्षित भाषा में भेड़ परिचित शब्द है तो उसके बच्चे का नाम के स्थान में अनुवाद किया जाए जैसे “मेम्ना” या “परमेश्वर का मेम्ना” । -* "परमेश्‍वर का मेम्‍ना" का अनुवाद "परमेश्वर का (बलि)मेम्‍ना" या "मेम्ना, परमेश्वर के लिए बलि चढ़ाया गया" या " परमेश्वर की ओर से (बलिदान)मेम्ना" के रूप में किया जा सकता है। -* यदि लक्षित भाषा में भेड़ परिचित शब्द नहीं है तो इस शब्द का अनुवाद "एक भेड़ का बच्चा" किया जा सकता है और पाद टिप्पणी में उस भेड़ का वर्णन करें। टिप्पणी में भेड़ और भेड़ के बच्चों की तुलना पशुओं से किया जाता है जो झुंडों में रहता है, जो कि डरपोक और निराश्रित है, और वह अक्सर भटकते हैं। -* यह भी ध्यान रखें कि इस शब्द का अनुवाद स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा में कैसे किया गया है। +* यदि लक्षित भाषा में भेड़ परिचित शब्द है तो उसके बच्चे का नाम के स्थान में अनुवाद किया जाए जैसे “मेम्ना” या “परमेश्वर का मेम्ना”। +* "परमेश्‍वर का मेम्‍ना" का अनुवाद "परमेश्वर का (बलि)मेम्‍ना" या "मेम्ना, परमेश्वर के लिए बलि चढ़ाया गया" या " परमेश्वर की ओर से (बलिदान का)मेम्ना" के रूप में किया जा सकता है। +* यदि लक्षित भाषा में भेड़ परिचित शब्द नहीं है तो इस शब्द का अनुवाद "एक भेड़ का बच्चा" किया जा सकता है और पाद टिप्पणी में वर्णन किया जाए कि भेड़ क्या होती है। टिप्पणी में भेड़ और भेड़ के बच्चों की तुलना उस क्षेत्र के किसी पशु से की जा सकती है जो झुंड में रहता है, जो भीरू और अरक्षित होता है, और वह प्रायः भटक जाता है। +* यह भी ध्यान रखें कि इस शब्द का अनुवाद निकटवर्ती स्थानीय भाषा में या राष्ट्रीय भाषा में कैसे किया गया है। (देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://*/ta/man/translate/translate-unknown)) @@ -21,25 +21,25 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [2 शमूएल 12:1-3](rc://*/tn/help/2sa/12/01) -* [एज्रा 08:35-36](rc://*/tn/help/ezr/08/35) +* [2 शमूएल 12:3](rc://*/tn/help/2sa/12/03) +* [एज्रा 8:35-36](rc://*/tn/help/ezr/08/35) * [यशायाह 66:3](rc://*/tn/help/isa/66/03) -* [यिर्मयाह 11:18-20](rc://*/tn/help/jer/11/18) +* [यिर्मयाह 11:19](rc://*/tn/help/jer/11/19) * [यूहन्ना 01:29-31](rc://*/tn/help/jhn/01/29) -* [यूहन्ना 01:35-36](rc://*/tn/help/jhn/01/35) +* [यूहन्ना 1:36](rc://*/tn/help/jhn/01/36) * [लैव्यव्यवस्था 14:21-23](rc://*/tn/help/lev/14/21) * [लैव्यव्यवस्था 17:1-4](rc://*/tn/help/lev/17/01) -* [लूका 10:3-4](rc://*/tn/help/luk/10/03) +* [लूका 10:3](rc://*/tn/help/luk/10/03) * [प्रकाशितवाक्य 15:3-4](rc://*/tn/help/rev/15/03) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[05:07](rc://*/tn/help/obs/05/07)__जब अब्राहम और इसहाक बलिदान की जगह की ओर जा रहे थे, इसहाक ने पूछा, " हे मेरे पिता, देख, आग और लकड़ी तो हैं; पर होमबलि के लिए __भेड़__ कहा है?" -* __[11:02](rc://*/tn/help/obs/11/02)__ परमेश्वर ने कहा कि, वो मनुष्य जो उस पर विश्वास करेंगा वह उसके पहिलौठे पुत्र को बचाएगा। हर परिवार एक सिद्ध __मेम्ने__ का बलिदान देंगा। -* __[24:06](rc://*/tn/help/obs/24/06)__ अगले दिन, यीशु यूहन्ना के पास उससे बपतिस्मा लेने को आया | जब यूहन्ना ने उसे देखा, तो कहा, “देख ! यह __परमेश्वर का मेम्ना__ है, जो संसार के पापों को दूर ले जाएगा।” -* __[45:08](rc://*/tn/help/obs/45/08)__ वो पढ़ रहा था, “वह भेड़ के समान वध होने को पहुँचाया गया, और जैसा __मेमना__ अपने ऊन कतरने वालों के सामने चुपचाप रहता है, वैसे ही उसने भी अपना मुँह न खोला। -* __[48:08](rc://*/tn/help/obs/48/08)__ जब परमेश्वर ने अब्राहम से उसके पुत्र इसहाक को बलिदान करने को कहा, तब परमेश्वर ने इसहाक के जगह पर अब्राहम को बलिदान चढ़ाने के लिए एक __भेड़ का बच्चा__ प्रदान किया। हम सब मनुष्य अपने पापों के कारण मृत्यु के योग्य है। परन्तु परमेश्वर ने यीशु को भेजा, परमेश्वर का __मेम्ना__, कि वह हमारे स्थान पर अपने आप को बलिदान करे। -* __[48:09](rc://*/tn/help/obs/48/09)__ जब परमेश्वर ने मिस्र पर अंतिम महामारी भेजी, उसने हर इस्राएली परिवार से कहा कि वह एक सिद्ध __मेम्ने__ का बलिदान दे और उसका लहू अपने द्वार के ऊपर व चारों ओर उंडेले। +* __[5:7](rc://*/tn/help/obs/05/07)__जब अब्राहम और इसहाक बलिदान की जगह की ओर जा रहे थे, इसहाक ने पूछा, " हे मेरे पिता, देख, आग और लकड़ी तो हैं; पर होमबलि के लिए __भेड़__ कहाँ है?" +* __[11:2](rc://*/tn/help/obs/11/02)__ परमेश्वर ने उस में विश्वास करने वाले मनुष्य के पहिलौठे पुत्र को बचाने का मार्ग उपलब्ध करा दिया है। हर परिवार को एक सिद्ध __मेम्ने__ या बकरे का चयन करके उसका वद्ध करना होगा। +* __[24:6](rc://*/tn/help/obs/24/06)__ अगले दिन, यीशु यूहन्ना के पास उससे बपतिस्मा लेने को आया | जब यूहन्ना ने उसे देखा, तो कहा, “देखो ! __परमेश्वर का मेम्ना__ जो संसार के पापों को उठा ले जाता है।” +* __[45:8](rc://*/tn/help/obs/45/08)__ उसने पढ़ा, “वे उसको वध किए जाने वाले __मेम्ने__ के समान ले गए और जैसे __मेम्ना__मूक बना रहता है, उसने एक भी शब्द नहीं कहा। +* __[48:8](rc://*/tn/help/obs/48/08)__ जब परमेश्वर ने अब्राहम से उसके पुत्र इसहाक को बलि माँगी थी तब परमेश्वर ने उसके पुत्र के स्थान में बलि चढ़ाने के लिए एक __मेमने__ का प्रबंध कर दिया था। हम सब मनुष्य अपने पापों के कारण मृत्यु के योग्य हैं! परन्तु परमेश्वर ने यीशु, परमेश्वर का __मेम्ना__,दे दिया कि वह हमारे स्थान में बलि का साधन होकर मर जाए । +* __[48:9](rc://*/tn/help/obs/48/09)__ जब परमेश्वर ने मिस्र पर अंतिम विपत्ति भेजी थी, उसने हर एक इस्राएली परिवार से कहा था कि वह एक सिद्ध __मेम्ने__ का वध करे और उसके लहू को अपने द्वार की चौखटों पर लगाए। ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/kt/lastday.md b/bible/kt/lastday.md index d4df8f6..21d0095 100644 --- a/bible/kt/lastday.md +++ b/bible/kt/lastday.md @@ -1,8 +1,8 @@ -# आखरी दिन, अन्तिम दिनों, अन्त के दिनों +# अन्तिम दिन, उत्तरवर्ती दिन ## परिभाषा: -“अन्तिम दिनों” या “अन्त के दिनों” इस युग के अन्त का संदर्भ देते हैं। +“अन्तिम दिनों” या “उत्तरवर्ती दिन” सामान्यतः इस वर्तमान युग के अन्त के समय का संदर्भ देते हैं। * यह समय अज्ञात अवधि है। * “अन्तिम दिन” न्याय का समय होगा, परमेश्वर से विमुख होने वालों का न्याय। @@ -10,20 +10,20 @@ ## अनुवाद के सुझाव: * अन्तिम दिनों” का अनुवाद हो सकता है, “समापन दिवसों” या “अन्त समय." -* कुछ संदर्भों में, इसका अनुवाद "दुनिया का अंत" या "जब यह संसार समाप्त होता है" के रूप में किया जा सकता है। +* कुछ संदर्भों में, इसका अनुवाद "दुनिया का अंत" या "जब यह संसार समाप्त होगा" के रूप में किया जा सकता है। (यह भी देखें: [प्रभु का दिन](../kt/dayofthelord.md), [न्याय](../kt/judge.md), [फिरे](../other/turn.md), [जगत](../kt/world.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [2 पतरस 03:3-4](rc://*/tn/help/2pe/03/03) +* [2 पतरस 3:3-4](rc://*/tn/help/2pe/03/03) * [दानिय्येल 10:14-15](rc://*/tn/help/dan/10/14) -* [इब्रानियों 01:1-3](rc://*/tn/help/heb/01/01) -* [यशायाह 02:1-2](rc://*/tn/help/isa/02/01) -* [याकूब 05:1-3](rc://*/tn/help/jas/05/01) +* [इब्रानियों 1:2](rc://*/tn/help/heb/01/02) +* [यशायाह 2:2](rc://*/tn/help/isa/02/02) +* [याकूब 5:3](rc://*/tn/help/jas/05/03) * [यिर्मयाह 23:19-20](rc://*/tn/help/jer/23/19) * [यूहन्ना 11:24-26](rc://*/tn/help/jhn/11/24) -* [मीका 04:1](rc://*/tn/help/mic/04/01) +* [मीका 4:1](rc://*/tn/help/mic/04/01) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/kt/lawofmoses.md b/bible/kt/lawofmoses.md index e251fab..7f61e9b 100644 --- a/bible/kt/lawofmoses.md +++ b/bible/kt/lawofmoses.md @@ -36,12 +36,12 @@ ## बाइबल कहानियों से उदाहरण: -* __[13:07](rc://*/tn/help/obs/13/07)__ परमेश्वर ने और भी बहुत सी __व्यवस्थाओं__ व नियमों का पालन करने के लिये कहा। यदि वह लोग इन __व्यवस्थाओं__ का पालन करेंगे, तो परमेश्वर अपनी वाचा के अनुसार उन्हें आशीष और उनकी रक्षा करेंगा। यदि वे इन नियमों का पालन नहीं करेंगे तो वह दण्ड के पात्र बनेंगे।\\ -* __[13:09](rc://*/tn/help/obs/13/09)__ जो कोई भी __परमेश्वर के व्यवस्थाओं__ का उल्लंघन करता है, वह मिलापवाले तम्बू के सामने वेदी पर परमेश्वर के लिये पशु का बलिदान चढ़ाएगा।\\ +* __[13:07](rc://*/tn/help/obs/13/07)__ परमेश्वर ने और भी बहुत सी __व्यवस्थाओं__ व नियमों का पालन करने के लिये कहा। यदि वह लोग इन __व्यवस्थाओं__ का पालन करेंगे, तो परमेश्वर अपनी वाचा के अनुसार उन्हें आशीष और उनकी रक्षा करेंगा। यदि वे इन नियमों का पालन नहीं करेंगे तो वह दण्ड के पात्र बनेंगे। +* __[13:09](rc://*/tn/help/obs/13/09)__ जो कोई भी __परमेश्वर के व्यवस्थाओं__ का उल्लंघन करता है, वह मिलापवाले तम्बू के सामने वेदी पर परमेश्वर के लिये पशु का बलिदान चढ़ाएगा। * __[15:13](rc://*/tn/help/obs/15/13)__ तब यहोशू ने इस्राएलियों को वह वाचा याद दिलाई जो उन्होंने परमेश्वर के साथ सीनै पर्वत पर बाँधी थी, कि वह उसका पालन करेंगे। इस्राएलियों ने वाचा बाँधी थी कि वे परमेश्वर के प्रति निष्ठावान रहेंगे व उसकी __आज्ञाओ__ का पालन करेंगे। -* __[16:01](rc://*/tn/help/obs/16/01)__यहोशू के मरने के बाद, इस्राएलियों ने परमेश्वर की आज्ञा का पालन नहीं किया और न ही __परमेश्वर की व्यवस्थाओं__ का पालन किया और न ही बचे हुए कनानियो को बाहर निकाला।\\ -* __[21:05](rc://*/tn/help/obs/21/05)__ नई वाचा में परमेश्वर अपनी __व्यवस्था__ उनके ह्रदय पर लिखेगा, और लोग परमेश्वर को जानेंगे कि वह परमेश्वर के लोग है, और परमेश्वर उनका अधर्म क्षमा करेगा।\\ -* __[27:01](rc://*/tn/help/obs/27/01)__ यीशु ने उत्तर दिया, “__परमेश्वर की व्यवस्था__ में क्या लिखा है?”\\ +* __[16:01](rc://*/tn/help/obs/16/01)__यहोशू के मरने के बाद, इस्राएलियों ने परमेश्वर की आज्ञा का पालन नहीं किया और न ही __परमेश्वर की व्यवस्थाओं__ का पालन किया और न ही बचे हुए कनानियो को बाहर निकाला। +* __[21:05](rc://*/tn/help/obs/21/05)__ नई वाचा में परमेश्वर अपनी __व्यवस्था__ उनके ह्रदय पर लिखेगा, और लोग परमेश्वर को जानेंगे कि वह परमेश्वर के लोग है, और परमेश्वर उनका अधर्म क्षमा करेगा। +* __[27:01](rc://*/tn/help/obs/27/01)__ यीशु ने उत्तर दिया, “__परमेश्वर की व्यवस्था__ में क्या लिखा है?” * __[28:01](rc://*/tn/help/obs/28/01)__ यीशु ने उससे कहा, “तू मुझे ‘उत्तम’ क्यों कहता है?” जो उत्तम है वह केवल एक ही है, और वह परमेश्वर है। लेकिन यदि तू अनन्त जीवन का वारिस बनना चाहता है, तो __परमेश्वर की आज्ञाओं__ का पालन करना।” ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/kt/lordssupper.md b/bible/kt/lordssupper.md index 375ebd4..6fbaa42 100644 --- a/bible/kt/lordssupper.md +++ b/bible/kt/lordssupper.md @@ -3,7 +3,6 @@ ## परिभाषा: * “प्रभु भोज” प्रेरित पौलुस इस उक्ति को फसह के भोज के लिए काम में लेता है जो यीशु ने अपने शिष्यों के साथ उस रात खाया था जब यहूदी अगुओं ने उसे बन्दी बनाया था। - * इस भोजन के समय यीशु ने फसह की रोटी को तोड़कर अपनी देह से कहा जो शीघ्र ही प्रताड़ित की जाएगी और मार डाली जायेगी। * दाखरस के कटोरे को उसने अपना लहू कहा जो शीघ्र ही बहाया जायेगा जब वह पापबलि होकर मरेगा। * यीशु ने आज्ञा दी थी कि उसके शिष्य जब भी इस भोज में सहभागी हों तब वे उसकी मृत्यु और पुनरूत्थान को सदैव स्मरण करें। diff --git a/bible/kt/manna.md b/bible/kt/manna.md index d07fa9d..62b16c4 100644 --- a/bible/kt/manna.md +++ b/bible/kt/manna.md @@ -13,17 +13,17 @@ ## अनुवाद के सुझाव * इसका अनुवाद इस प्रकार किया जा सकता है, “सफेद रूई जैसा पदार्थ” या “स्वार्गिक भोजन”। -* यह भी ध्यान रखें कि इस शब्द का अनुवाद स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा में कैसे किया गया है। (देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-unknown)) +* यह भी ध्यान रखें कि इस शब्द का अनुवाद स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा की बाईबल में कैसे किया गया है। (देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-unknown)) (यह भी देखें: [रोटी](../other/bread.md), [रेगिस्तान](../other/desert.md), [अन्न](../other/grain.md), [स्वर्ग](../kt/heaven.md), [सब्त](../kt/sabbath.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [व्यवस्थाविवरण 08:3](rc://*/tn/help/deu/08/03) -* [निर्गमन 16:26-27](rc://*/tn/help/exo/16/26) -* [इब्रानियों 09:3-5](rc://*/tn/help/heb/09/03) -* [यूहन्ना 06:30-31](rc://*/tn/help/jhn/06/30) -* [यहोशू 05:12](rc://*/tn/help/jos/05/12) +* [व्यवस्थाविवरण 8:3](rc://*/tn/help/deu/08/03) +* [निर्गमन 16:27](rc://*/tn/help/exo/16/27) +* [इब्रानियों 9:3-5](rc://*/tn/help/heb/09/03) +* [यूहन्ना 6:30-31](rc://*/tn/help/jhn/06/30) +* [यहोशू 5:12](rc://*/tn/help/jos/05/12) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/kt/miracle.md b/bible/kt/miracle.md index 1fac28d..0b8a98e 100644 --- a/bible/kt/miracle.md +++ b/bible/kt/miracle.md @@ -1,14 +1,14 @@ -# चमत्कार, आश्चर्यकर्मों, अद्भुत, आश्चर्य के कामों, चिन्ह, चिन्हों +# चमत्कार, आश्चर्यकर्मों, चिन्ह ## परिभाषा: -“चमत्कार” एक ऐसा अद्भुत कार्य है जो परमेश्वर ने किए जो मनुष्य के लिए संभव नही है। +“चमत्कार” एक ऐसा अद्भुत कार्य है जो परमेश्वर के किए बिना मनुष्य के लिए संभव नही है। * यीशु के आश्चर्यकर्मों में आंधी को शान्त करना, अंधे मनुष्य को दृष्टिदान। -* आश्चर्यकर्मों को अद्भुत काम भी कहा गया है क्योंकि उन्हें देखकर मनुष्य आश्चर्य एवं विस्मय से अभिभूत हो जाता है। -* “अद्भुत काम” का संदर्भ सामान्यतः परमेश्वर के सामर्थ्य आश्चर्यजनक प्रदर्शन से भी है जैसे जब उसने आकाश और पृथ्वी की रचना की। -* आश्चर्यकर्मों को “चिन्ह” भी कहा गया है क्योंकि वे परमेश्वर के सर्वसामर्थी होने का संकेत या प्रमाण हैं, ब्रह्माण्ड पर उसका संपूर्ण अधिकार है। -* कुछ आश्चर्यकर्म परमेश्वर के मुक्ति कार्य है जैसे जब उसने इस्राएलियों को मिस्र के दासत्व में से निकाला था और दानिय्येल को शेरों की हानि से सुरक्षित रखा था। +* आश्चर्यकर्मों को "अद्भुत काम" भी कहा गया है क्योंकि उन्हें देखकर मनुष्य आश्चर्य एवं विस्मय से अभिभूत हो जाता है। +* “अद्भुत काम” का संदर्भ सामान्यतः परमेश्वर के सामर्थ्य केआश्चर्यजनक प्रदर्शन से भी है जैसे, जब उसने आकाश और पृथ्वी की रचना की। +* आश्चर्यकर्मों को “चिन्ह” भी कहा गया है क्योंकि वे संकेत या प्रमाण हैं कि परमेश्वर ही सर्वशक्तिमान है जिसका अधिकार सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड पर है। +* कुछ आश्चर्यकर्म परमेश्वर के मुक्ति कार्य है जैसे, जब उसने इस्राएलियों को मिस्र के दासत्व में से निकाला था और दानिय्येल को शेरों की हानि से सुरक्षित रखा था। * अन्य आश्चर्यकर्म हैं, परमेश्वर का दण्ड जैसे नूह के युग में उसने जलप्रलय भेजा या मूसा के युग में मिस्र पर विपत्तियां डालीं। * परमेश्वर के अन्य अनेक आश्चर्यकर्मों में रोगियों को चंगा करना और मृतकों को जिलाना था। * यीशु द्वारा रोगियों की चंगाई, आंधी शान्त करना, पानी पर चलना, मृतकों को जिलाना परमेश्वर के सामर्थ्य का प्रदर्शन था। यह सब आश्चर्यकर्म थे। @@ -24,23 +24,23 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [2 थिस्सलुनीकियों 02:8-10](rc://*/tn/help/2th/02/08) -* [प्रे.का. 04:15-18](rc://*/tn/help/act/04/15) -* [प्रे.का. 04:21-22](rc://*/tn/help/act/04/21) -* [दानिय्येल 04:1-3](rc://*/tn/help/dan/04/01) -* [व्यवस्थाविवरण 13:1-3](rc://*/tn/help/deu/13/01) -* [निर्गमन 03:19-22](rc://*/tn/help/exo/03/19) -* [यूहन्ना 02:11](rc://*/tn/help/jhn/02/11) -* [मत्ती 13:57-58](rc://*/tn/help/mat/13/57) +* [2 थिस्सलुनीकियों 2:8-10](rc://*/tn/help/2th/02/08) +* [प्रे.का. 04:17](rc://*/tn/help/act/04/17) +* [प्रे.का. 4:22](rc://*/tn/help/act/04/22) +* [दानिय्येल 4:1-3](rc://*/tn/help/dan/04/01) +* [व्यवस्थाविवरण 13:1](rc://*/tn/help/deu/13/01) +* [निर्गमन 3:19-22](rc://*/tn/help/exo/03/19) +* [यूहन्ना 2:11](rc://*/tn/help/jhn/02/11) +* [मत्ती 13:58](rc://*/tn/help/mat/13/58) ## बाइबल कहानियों से उदाहरण: -* __[16:08](rc://*/tn/help/obs/16/08)__ परमेश्वर इस्राएलियों को बचाने के लिए गिदोन का प्रयोग करना चाहता है, इसके लिए उसने परमेश्वर से दो __चिह्न__ पूछे | +* __[16:8](rc://*/tn/help/obs/16/08)__ परमेश्वर इस्राएलियों को बचाने के लिए गिदोन ने परमेश्वर से दो __चिह्न__ मांगे थे कि उसको विश्वास हो जाए कि परमेश्वर उसके द्वारा इस्राएल को मुक्ति दिलाएगा| * __[19:14](rc://*/tn/help/obs/19/14)__ परमेश्वर ने एलीशा के द्वारा बहुत से __चमत्कार__ किए | -* __[37:10](rc://*/tn/help/obs/37/10)__ अनेक यहूदी उसका यह __काम__ देखकर, उस पर विश्वास किया। -* __[43:06](rc://*/tn/help/obs/43/06)__ “हे इस्राएलियो ये बातें सुनो: यीशु नासरी एक मनुष्य था, जिसने परमेश्वर की सामर्थ्य से कई __आश्चर्य के कामों__ और __चिन्हों__ को प्रगट किया, जो परमेश्वर ने तुम्हारे बीच उसके द्वारा कर दिखाए जिसे तुम आप ही जानते हो |” -* __[49:02](rc://*/tn/help/obs/49/02)__ यीशु बहुत से __आश्चर्यकर्म__ किये जो यह सिद्ध करते हैं कि वह परमेश्वर है | वह पानी पर चला, तूफान को शांत किया, बहुत से बीमारों को चंगा किया, दुष्टात्माओं को निकाला, मुर्दों को जीवित किया, और पांच रोटी और दो छोटी मछलियों को इतने भोजन में बदल दिया कि वह 5,000 लोगों के लिए काफी हो | +* __[37:10](rc://*/tn/help/obs/37/10)__ अनेक यहूदीयों ने इस __काम__ को देखकर, यीशु पर विश्वास किया। +* __[43:6](rc://*/tn/help/obs/43/06)__ “हे इस्राएलियो ये बातें सुनो: यीशु नासरी एक मनुष्य था, जिसने परमेश्वर के सामर्थ्य से कई __आश्चर्य के कामों__ और __चिन्हों__ को प्रगट किया, जो परमेश्वर ने तुम्हारे बीच उसके द्वारा कर दिखाए जिसे तुम आप ही जानते हो |” +* __[49:2](rc://*/tn/help/obs/49/02)__ यीशु ने बहुत से __आश्चर्यकर्म__ किये जो यह सिद्ध करते हैं कि वह परमेश्वर है | वह पानी पर चला, आंधी को शांत किया, बहुत से बीमारों को चंगा किया, दुष्टात्माओं को निकाला, मुर्दों को जीवित किया, और पांच रोटी और दो छोटी मछलियों को इतने भोजन में बदल दिया कि वह 5,000 लोगों से अधिक के लिए पर्याप्त हो | ## शब्द तथ्य: -* Strong's: G880, G1213, G1229, G1411, G1569, G1718, G1770, G1839, G2285, G2296, G2297, G3167, G3902, G4591, G4592, G5059, H226, H852, H2368, H2858, H4150, H4159, H4864, H5251, H5824, H5953, H6381, H6382, H6383, H6395, H6725, H7560, H7583, H8047, H8074, H8539, H8540, +* Strong's: H226, H852, H2368, H2858, H4150, H4159, H4864, H5251, H5824, H5953, H6381, H6382, H6383, H6395, H6725, H7560, H7583, H8047, H8074, H8539, H8540,G880, G1213, G1229, G1411, G1569, G1718, G1770, G1839, G2285, G2296, G2297, G3167, G3902, G4591, G4592, G5059, diff --git a/bible/kt/passover.md b/bible/kt/passover.md index e90601c..3d1154c 100644 --- a/bible/kt/passover.md +++ b/bible/kt/passover.md @@ -6,33 +6,33 @@ * इस पर्व का नाम उस तथ्य से आता है कि परमेश्वर इस्राएलियों के घरों से होकर निकला परन्तु उसने उनके पुत्रों का घात नहीं किया जबकि मिस्र के सब पहिलौठे मारे गए थे। * फसह में एक सिद्ध मेमने का मांस भूनकर खाया जाता था और रोटी ख़मीरी नहीं होती थी। इस भोजन से उन्हें उस भोजन का स्मरण होता है जो उनके पूर्वजों ने मिस्र से पलायन करने से पूर्व रात को खाया था। -* परमेश्वर ने इस्राएलियों को आज्ञा दी थी कि वे प्रतिवर्ष ऐसा भोजन खाकर स्मरण करें वरन उत्सव मनाएं कि परमेश्वर कैसे उनके परिवारों में से निकलकर गया और उन्हें दासत्व से मुक्ति दिलाई। +* परमेश्वर ने इस्राएलियों को आज्ञा दी थी कि वे प्रतिवर्ष ऐसा भोजन खाकर स्मरण करें वरन उत्सव मनाएं कि परमेश्वर कैसे उनके परिवारों "को अछूता छोड़कर" निकल गया और उन्हें मिस्र के दासत्व से मुक्ति दिलाई। ## अनुवाद के सुझाव: -फसह का शब्द के अनुवाद में “होकर निकलने” की संधि के शब्द या अन्य समानार्थक शब्दों का संयोजन द्वारा किया जा सकता है। +फसह शब्द के अनुवाद में “पार" और "निकलने” की संधि के सदृश्य शब्द या अन्य समानार्थक शब्दों का संयोजन किया जा सकता है। -* यदि इस पर्व का नाम स्वर्गदूत के द्वारा इस्राएलियों के पुत्रों की हत्या न करते हुए आगे बढना स्पष्ट रूप से दर्शाए तो अति सहायक होगा। +* यदि इस पर्व का नाम उन शब्दों के साथ अर्थगम्य हो जिनके द्वारा इस्राएलियों के पुत्रों का वध न करते हुए स्वर्गदूत का उनके घरों से आगे बढ़ जाने का वर्णन किया गया है। ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 कुरिन्थियों 05:6-8](rc://*/tn/help/1co/05/06) +* [1 कुरिन्थियों 5:7](rc://*/tn/help/1co/05/07 ) * [2 इतिहास 30:13-15](rc://*/tn/help/2ch/30/13) -* [2 राजा 23:21-23](rc://*/tn/help/2ki/23/21) -* [व्यवस्थाविवरण 16:1-2](rc://*/tn/help/deu/16/01) +* [2 राजा 23:23](rc://*/tn/help/2ki/23/23) +* [व्यवस्थाविवरण 16:2](rc://*/tn/help/deu/16/02) * [निर्गमन 12:26-28](rc://*/tn/help/exo/12/26) -* [एज्रा 06:21-22](rc://*/tn/help/ezr/06/21) -* [यूहन्ना 13:1-2](rc://*/tn/help/jhn/13/01) -* [यहोशू 05:10-11](rc://*/tn/help/jos/05/10) +* [एज्रा 6:21-22](rc://*/tn/help/ezr/06/21) +* [यूहन्ना 13:1](rc://*/tn/help/jhn/13/01) +* [यहोशू 5:10-11](rc://*/tn/help/jos/05/10) * [लैव्यव्यवस्था 23:4-6](rc://*/tn/help/lev/23/04) -* [गिनती 09:1-3](rc://*/tn/help/num/09/01) +* [गिनती 09:3](rc://*/tn/help/num/09/03) ## बाइबल कहानियों से उदाहरण: -* __[12:14](rc://*/tn/help/obs/12/14)__ परमेश्वर ने इस्राएलियों को आज्ञा दी कि वह हर साल __फसह__ का पर्व मनाया करे, इस बात को स्मरण करते हुए कि परमेश्वर ने उन्हें मिस्रियो की गुलामी से बचाया व उन्हें मिस्रियो पर विजयी किया | -* __[38:01](rc://*/tn/help/obs/38/01)__ हर साल, यहूदी __फसह__ का पर्व मनाते थे | यह एक उत्सव था, जब वह याद करते थे कि परमेश्वर ने कई सदियों पहले मिस्र की गुलामी से उनके पूर्वजों को बचाया था | -* __[38:04](rc://*/tn/help/obs/38/04)__यीशु यरूशलेम में अपने चेलों के साथ __फसह__ का दिन मना रहा था | -* __[48:09](rc://*/tn/help/obs/48/09)__ जब परमेश्वर ने लहू को देखा तो वह उनके घरों के पास से गुजर गया और उसने उनके जेठे पुत्रों का वध नहीं किया | इस घटना को __फसह__ कहा जाता है | +* __[12:14](rc://*/tn/help/obs/12/14)__ परमेश्वर ने इस्राएलियों को आज्ञा दी कि वे मिस्रियों पर परमेश्वर की विजय और दासत्व से उनकी मुक्ति के स्मरण में प्रतिवर्ष __फसह__ का पर्व मनाया करें | +* __[38:1](rc://*/tn/help/obs/38/01)__ यहूदी प्रतिवर्ष __फसह__ का पर्व मनाते थे | यह एक उत्सव था, जब वह याद करते थे कि परमेश्वर ने कई सदियों पहले मिस्र की गुलामी से उनके पूर्वजों को बचाया था | +* __[38:4](rc://*/tn/help/obs/38/04)__यीशु ने अपने चेलों के साथ __फसह__ का पर्व मनाया था | +* __[48:9](rc://*/tn/help/obs/48/09)__ जब परमेश्वर ने लहू को देखा तो वह उनके घरों के पास से गुजर गया और उसने उनके जेठे पुत्रों का वध नहीं किया | इस घटना को __फसह__ कहा जाता है| * __[48:10](rc://*/tn/help/obs/48/10)__ यीशु हमारा __फसह__ का मेम्ना है | वह सिद्ध और निष्पाप था, और __फसह__ के उत्सव के दिन मारा गया था | ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/kt/priest.md b/bible/kt/priest.md index 1ae0fde..8a7d628 100644 --- a/bible/kt/priest.md +++ b/bible/kt/priest.md @@ -1,13 +1,13 @@ -# याजक, याजकों, याजक पद +# याजक, याजकों, याजकवृति ## परिभाषा: -बाइबल में याजक परमेश्वर की प्रजा की ओर से परमेश्वर के लिए चढ़ते चढ़ावे के लिए चुना गया मनुष्य। “याजक पद” उसके पद भार या उसकी सेवावृत्ति का नाम है। +बाइबल में याजक परमेश्वर की प्रजा की ओर से परमेश्वर के लिए चढ़ावे चढ़ाने के लिए चुना गया मनुष्य। “याजकवृति” उसके पद भार या उसकी सेवावृत्ति का नाम है। * पुराने नियम में परमेश्वर ने हारून और उसके वंश को इस्राएल के लिए याजक होने हेतु चुना था। * “याजक पद” एक अधिकार एवं उत्तरदायित्व था जो लेवियों के गोत्र में पिता से पुत्र को प्राप्त होता था। -* इस्राएल के याजकों का उत्तरदायित्व था कि वे मनुष्यों द्वारा लाए गए बलिदान परमेश्वर को चढ़ाए, इसके साथ मन्दिर के अन्य कार्य भी उनका उत्तरदायित्व थे। -* याजक नियमित प्रार्थनाएं भी परमेश्वर को चढ़ाते थे तथा अन्य धार्मिक अनुष्ठानों को पूरा करते थे। +* इस्राएल के याजकों का उत्तरदायित्व था कि वे मनुष्यों द्वारा लाए गए बलिदान परमेश्वर को चढ़ाएँ , इसके साथ मन्दिर के अन्य कार्य भी उनके उत्तरदायित्व में थे। +* याजक परमेश्वर की प्रज़ा की और से परमेश्वर को नियमित प्रार्थनाएं चढ़ाते थे तथा अन्य धार्मिक अनुष्ठानों को पूरा करते थे। * याजक मनुष्यों को विधिवत आशीर्वाद भी देते थे और उन्हें परमेश्वर की व्यवस्था के बारे में सिखाते थे। * यीशु के युग में याजकों के अलग-अलग स्तर थे जिनमें प्रधान याजक और महायाजक भी थे। * यीशु हमारा “बड़ा महायाजक” है जो परमेश्वर की उपस्थिति में हमारे लिए विनती करता है। उसने स्वयं को पाप की अन्तिम बलि करके चढ़ा दिया। इसका अर्थ है कि याजकों द्वारा चढ़ाए गए बलिदानों की अब आवश्यकता नहीं है। @@ -18,33 +18,33 @@ * प्रकरण के अनुसार “याजक” का अनुवाद “बलि चढ़ानेवाला व्यक्ति” या “परमेश्वर का मध्यस्थ” या “बलि चढ़ानेवाला मध्यस्थ” या “परमेश्वर द्वारा उसका प्रतिनिधित्व करने के लिए नियुक्त मनुष्य”। * “याजक” का अनुवाद “मध्यस्थ” के अनुवाद से भिन्न होना है। -* कुछ अनुवादों में सदैव कहा जाता है, “इस्राएली याजक” या “यहूदी याजक” या “यहोवा का याजक” या “बाल पुजारी” कि सुनिश्चित किया जाए कि वे आज के पुजारियों के समान नहीं थे। -* “याजक” शब्द का अनुवाद करने के लिए प्रयुक्त शब्द “प्रधान याजक” और “महायाजक” और “लेवीय” और “भविष्यद्वक्ता” से भिन्न होना चाहिए। +* कुछ अनुवादों में अधिक उचित माना जाता है कि सदैव इस प्रकार कहा जाए: “इस्राएली याजक” या “यहूदी याजक” या “यहोवा का याजक” या “बाल पुजारी” जिससे कि सुनिश्चित किया जाए कि वे आज के पुजारियों के समान नहीं थे। +* “याजक” शब्द का अनुवाद करने के लिए प्रयुक्त शब्द “प्रधान याजक” और “महायाजक” और “लेवीय” और “भविष्यद्वक्ता” के अनुवादित शब्दों से भिन्न होना चाहिए। (यह भी देखें: [हारून](../names/aaron.md), [प्रधान याजक](../other/chiefpriests.md), [महायाजक](../kt/highpriest.md), [मध्यस्थ](../other/mediator.md), [बलिदान](../other/sacrifice.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [2 इतिहास 06:40-42](rc://*/tn/help/2ch/06/40) +* [2 इतिहास 6:41](rc://*/tn/help/2ch/06/41) * [उत्पत्ति 14:17-18](rc://*/tn/help/gen/14/17) -* [उत्पत्ति 47:20-22](rc://*/tn/help/gen/47/20) -* [यूहन्ना 01:19-21](rc://*/tn/help/jhn/01/19) -* [लूका 10:31-32](rc://*/tn/help/luk/10/31) -* [मरकुस 01:43-44](rc://*/tn/help/mrk/01/43) +* [उत्पत्ति 47:22](rc://*/tn/help/gen/47/22) +* [यूहन्ना 1:19-21](rc://*/tn/help/jhn/01/19) +* [लूका 10:31](rc://*/tn/help/luk/10/31) +* [मरकुस 1:44](rc://*/tn/help/mrk/01/44) * [मरकुस 02:25-26](rc://*/tn/help/mrk/02/25) -* [मत्ती 08:4](rc://*/tn/help/mat/08/04) -* [मत्ती 12:3-4](rc://*/tn/help/mat/12/03) +* [मत्ती 8:4](rc://*/tn/help/mat/08/04) +* [मत्ती 12:4](rc://*/tn/help/mat/12/04) * [मीका 03:9-11](rc://*/tn/help/mic/03/09) * [नहेमायाह 10:28-29](rc://*/tn/help/neh/10/28) * [नहेमायाह 10:34-36](rc://*/tn/help/neh/10/34) -* [प्रकाशितवाक्य 01:4-6](rc://*/tn/help/rev/01/04) +* [प्रकाशितवाक्य 1:6](rc://*/tn/help/rev/01/00) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[04:07](rc://*/tn/help/obs/04/07)__ "मलिकिसिदक, __परमप्रधान परमेश्वर के __ याजक " -* __[13:09](rc://*/tn/help/obs/13/09)__ जो कोई भी परमेश्वर के नियमों का उल्लंघन करता है, वह मिलापवाले तम्बू के सामने वेदी पर परमेश्वर के लिये पशु का बलिदान चढ़ाएगा | एक __याजक__ पशु को मारकर उसे वेदी पर जलाएगा | उस पशु का लहू जिसका बलिदान चढ़ाया गया है, परमेश्वर की दृष्टी में पापी मनुष्य के सभी अपराधों को धो देंगा | परमेश्वर ने मूसा के भाई हारून और हारून के वंश को __याजक__ पद के लिये चुना | -* __[19:07](rc://*/tn/help/obs/19/07)__ तब बाल के __याजकों__ ने उस बछड़े को जो उन्हें दिया गया था, लेकर बलिदान के लिए तैयार किया, परन्तु उमसे आग न लगाई -* __[21:07](rc://*/tn/help/obs/21/07)__ याजक वो है जो लोगों के स्थान पर परमेश्वर के लिए बलिदान चढ़ाता है, जिससे कि परमेश्वर उनके पापों के कारण उन्हें दण्डित न करें | __याजक__ परमेश्वर से लोगों के लिए प्रार्थना भी करते थे | +* __[4:7](rc://*/tn/help/obs/04/07)__ "मलिकिसिदक, __परमप्रधान परमेश्वर के __ याजक " +* __[13:9](rc://*/tn/help/obs/13/09)__ जो परमेश्वर के नियमों का उल्लंघन करता है, वह मिलापवाले तम्बू के सामने वेदी पर परमेश्वर के लिये पशु का बलिदान चढ़ाएगा | __याजक__ पशु को मारकर उसे वेदी पर जलाएगा | उस पशु का लहू जिसका बलिदान चढ़ाया गया है, परमेश्वर की दृष्टी में पापी मनुष्य के सभी अपराधों को ढांक देगा और उस मनुष्य को परमेश्वर की दृष्टि में शुद्ध ठहराएगा | परमेश्वर ने मूसा के भाई हारून और हारून के वंश को __याजक__ पद के लिये चुना | +* __[19:7](rc://*/tn/help/obs/19/07)__ तब बाल के __याजकों__ ने उस बछड़े को जो उन्हें दिया गया था, लेकर बलिदान के लिए तैयार किया, परन्तु उमसे आग न लगाई +* __[21:7](rc://*/tn/help/obs/21/07)__ इस्राएली __याजक__ वह है जो लोगों के पापों के दंड के प्रतिस्थापन में परमेश्वर के लिए बलि चढ़ाता है | __याजक__ परमेश्वर से लोगों के लिए प्रार्थना भी करते थे | ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/kt/propitiation.md b/bible/kt/propitiation.md index 3f97ea0..6769302 100644 --- a/bible/kt/propitiation.md +++ b/bible/kt/propitiation.md @@ -12,7 +12,7 @@ * इस शब्द का अनुवाद “तुष्टीकरण” या “परमेश्वर से पाप क्षमा करवाना तथा मनुष्यों को आग्रह प्रदान करना” हो सकता है। * “प्रायश्चित” शब्द अर्थ में “प्रसादन” के निकट है। इन दोनों शब्दों के उपयोग की तुलना करना महत्वपूर्ण है। -(यह भी देखें: [प्रायश्चित](../kt/atonement.md), [अनन्तकालीन](../kt/eternity.md), [क्षमा](../kt/forgive.md), [बलिदान](../other/sacrifice.md) +(यह भी देखें: [प्रायश्चित](../kt/atonement.md), [अनन्तकालीन](../kt/eternity.md), [क्षमा](../kt/forgive.md), [बलिदान](../other/sacrifice.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: diff --git a/bible/kt/remnant.md b/bible/kt/remnant.md index b446334..f862f4f 100644 --- a/bible/kt/remnant.md +++ b/bible/kt/remnant.md @@ -2,26 +2,26 @@ ## परिभाषा: -शब्द “बचे हुए लोग” वास्तव में बचे हुए लोगों या वस्तुओं के संदर्भ में है। इसका अर्थ बड़ी मात्रा में से छोड़ी गई वस्तु भी है। +शब्द “बचे हुए लोग” वास्तव में बचे हुए लोगों या वस्तुओं के संदर्भ में है। इसका अर्थ बड़ी मात्रा में से छोड़ी गई वस्तु या बड़ी संख्या के समूह के बचे हुए लोग भी है। -* “बचे हुए” प्रायः उन लोगों को व्यक्त करता है जो जान के जोखिम से बच गए या सताव के उपरान्त भी जो मनुष्य परमेश्वर के निष्ठावान रहे। -* यशायाह यहूदियों के एक समूह को बचे हुए लोग कहता है जो शत्रुओं के आक्रमण से बच निकले और प्रतिज्ञा के देश कनान लौटे। +* “बचे हुए” प्रायः उन लोगों को व्यक्त करता है जो जान की जोखिम से बच गए या सताव के उपरान्त भी जो मनुष्य परमेश्वर के निष्ठावान रहे। +* यशायाह यहूदियों के एक समूह को बचे हुए लोग कहता है जो शत्रुओं के आक्रमण से बचे रहेंगे और प्रतिज्ञा के देश कनान लौटेंगे। * पौलुस भी “बचे हुए” लोगों की चर्चा करता है जिन्हें परमेश्वर ने चुना कि उसके अनुग्रह के वारिस हों। -* “बचे हुए” से यह भी अर्थ निकलता है कि कुछ अन्य लोग निष्ठावान नहीं थे, या जो बचे नहीं या जो चुने नहीं गए। +* “बचे हुए” का अभिप्राय यह भी है कि कुछ लोग नहीं बचे या छोड़े नहीं गए। ## अनुवाद के सुझाव: -* “इनमें से बचे हुए लोग” इस उक्ति का अनुवाद, “इन लोगों में से जो बाकी रह गए” या “जो लोग विश्वासी रहे” या “शेष मनुष्य” हो सकता है। +* “इनमें से बचे हुए लोग” इस उक्ति का अनुवाद, “इन लोगों में से जो बाकी रह गए” या “शेष मनुष्य” हो सकता है। * “बाकी सब लोग” का अनुवाद, “शेष सब लोग” या “बचे हुए लोग” हो सकता है। ## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 15:15-18](rc://*/tn/help/act/15/15) -* [आमोस 09:11-12](rc://*/tn/help/amo/09/11) -* [यहेजकेल 06:8-10](rc://*/tn/help/ezk/06/08) -* [उत्पत्ति 45:7-8](rc://*/tn/help/gen/45/07) -* [यशायाह 11:10-11](rc://*/tn/help/isa/11/10) -* [मीका 04:6-8](rc://*/tn/help/mic/04/06) +* [प्रे.का. 15:17](rc://*/tn/help/act/15/17) +* [आमोस 9:12](rc://*/tn/help/amo/09/12) +* [यहेजकेल 6:8-10](rc://*/tn/help/ezk/06/08) +* [उत्पत्ति 45:7](rc://*/tn/help/gen/45/07) +* [यशायाह 11:11](rc://*/tn/help/isa/11/11) +* [मीका 4:6-8](rc://*/tn/help/mic/04/06) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/kt/repent.md b/bible/kt/repent.md index 9bc6eaa..6901766 100644 --- a/bible/kt/repent.md +++ b/bible/kt/repent.md @@ -1,43 +1,42 @@ -# मन फिराकर, पश्चाताप, फिराया, फिराव +# मन फिराना, (पश्चाताप),मन फिराव ## परिभाषा: -“मन फिराकर” और “मन फिराव” का संदर्भ पाप से विमुख होकर परमेश्वर के पास आने से है। +“मन फिराना” और “मन फिराव” का संदर्भ पाप से विमुख होकर परमेश्वर के पास लौट आने से है। -* “मन फिराकर” का मूल अर्थ है, “मन को फेरना” -* बाइबल में “मन फिराने” का अर्थ है मानवीय सोचने और काम करने के पापी स्वभाव विमुख होकर परमेश्वर के सोचने और कार्य करने की विधि अपनाना। +* “मन फिराकर” का मूल अर्थ है, “मनोवृति_चित्वृति का पूर्ण परिवर्तान” +* बाइबल में “मन फिराने” का अर्थ है मनुष्य के सोचने-विचारने और काम करने के पापी स्वभाव से विमुख होकर परमेश्वर के सोचने और कार्य करने की विधि अपनाना। * जब मनुष्य सच में पापों से मन फिराते हैं, तब परमेश्वर उन्हें क्षमा कर देता है और उसके आज्ञा पालन में उनकी सहायता करता है। ## अनुवाद के सुझाव: -* “मन फिराना” का अनुवाद ऐसे एक शब्द या उक्ति द्वारा किया जाए जिसका अर्थ हो, “पीछे मुड़ना(परमेश्वर को)” या “पाप से हटे और परमेश्वर की ओर मुड़ें” या “परमेश्वर की ओर मुड़ें, पाप से दूर।”। -* अक्सर शब्द "फिराव" क्रिया का प्रयोग करके अनुवाद "मन फिराकर"किया जा सकता है। उदाहरण के लिए, "परमेश्वर ने इस्राएल को मन फिराव दिया" का अनुवाद किया जा सकता है "परमेश्वर ने पश्चाताप करने के लिए सक्षम किया है।" -* 'फिराव' का अनुवाद करने के अन्य तरीकों में "पाप से दूर होना" या "परमेश्वर की ओर मुड़कर पाप से दूर" हो सकता है। +* “मन फिराना” का अनुवाद ऐसे एक शब्द या उक्ति द्वारा किया जाए जिसका अर्थ हो, “पीछे मुड़ना(परमेश्वर की ओर)” या “पाप से विमुख होकर परमेश्वर की ओर मुड़ना” या “परमेश्वर की ओर मुड़ें, पाप से दूर।”। +* "मन फिराव" शब्दका अनुवाद प्रायः क्रिया शब्द "मन फिराना" किया जा सकता हैं। उदाहरण के लिए, "परमेश्वर ने इस्राएल को मन फिराव दिया" इसका अनुवाद किया जा सकता है, "परमेश्वर ने इस्राएल को पश्चाताप करने में सक्षम किया है।" +* "मन फिराव" का अनुवाद करने के अन्य रूपों में हैं, "पाप से दूर होना" या "परमेश्वर की ओर मुड़कर पाप से दूर होना।" (यह भी देखें: [क्षमा](../kt/forgive.md), [पाप](../kt/sin.md), [बदलना](../other/turn.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 03:19-20](rc://*/tn/help/act/03/19) -* [लूका 03:3](rc://*/tn/help/luk/03/03) -* [लूका 03:8](rc://*/tn/help/luk/03/08) -* [लूका 05:29-32](rc://*/tn/help/luk/05/29) -* [लूका 24:45-47](rc://*/tn/help/luk/24/45) -* [मरकुस 01:14-15](rc://*/tn/help/mrk/01/14) -* [मत्ती 03:1-3](rc://*/tn/help/mat/03/01) -* [मत्ती 03:10-12](rc://*/tn/help/mat/03/10) +* [प्रे.का. 3:19-20](rc://*/tn/help/act/03/19) +* [लूका 3:3](rc://*/tn/help/luk/03/03) +* [लूका 3:8](rc://*/tn/help/luk/03/08) +* [लूका 5:32](rc://*/tn/help/luk/05/32) +* [लूका 24:47](rc://*/tn/help/luk/24/47) +* [मरकुस 1:14-15](rc://*/tn/help/mrk/01/14) +* [मत्ती 3:3](rc://*/tn/help/mat/03/03) +* [मत्ती 3:11](rc://*/tn/help/mat/03/11) * [मत्ती 04:17](rc://*/tn/help/mat/04/17) -* [रोमियो 02:3-4](rc://*/tn/help/rom/02/03) +* [रोमियो 2:4](rc://*/tn/help/rom/02/04) -## बाइबल कहानियों के उदाहरण: +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[16:02](rc://*/tn/help/obs/16/02)__ कई वर्षों बाद, इस्राएलियों ने __पश्चाताप किया__ और परमेश्वर से कहा कि वह उन्हें बचाए | +* __[16:2](rc://*/tn/help/obs/16/02)__ परमेश्वर की आज्ञान मानने और क्षत्रुओं द्वारा उत्पीडित किए जाने के कई वर्षों बाद, इस्राएलियों ने __पश्चाताप किया__ और परमेश्वर से कहा कि वह उन्हें बचाए | * __[17:13](rc://*/tn/help/obs/17/13)__ दाऊद को अपने किए हुए अपराधों पर __पश्चाताप__ हुआ और परमेश्वर ने उसे क्षमा किया। -* __[19:18](rc://*/tn/help/obs/19/18)__ भविष्यवक्ताओं ने परमेश्वर के बारे में लोगों को बताना निरंतर जारी रखा भले ही लोग उनसे बैर रखते थे | -* __[24:02](rc://*/tn/help/obs/24/02)__ बहुत से आस पास के लोग यूहन्ना को सुनने के लिए बाहर निकल आए | यूहन्ना ने उनसे कहा, “__मन फिराओ__ क्योंकि स्वर्ग का राज्य निकट आ गया है !” -* __[42:08](rc://*/tn/help/obs/42/08)__ “पवित्रशास्त्र में यह भी लिखा था कि मेरे चेले प्रचार करेंगे कि हर एक को पापों की __क्षमा प्राप्त करने__ के लिये पश्चाताप करना चाहिए।” - -“तो अब इसलिये मन फिराओ और परमेश्वर की ओर लौट आओ कि तुम्हारे पाप मिटाए जाएँ |” +* __[19:18](rc://*/tn/help/obs/19/18)__ भविष्यवक्ताओं ने लोगों को चेतावनी दी कि यदि वे __पश्चाताप__ नहीं करेंगे तो परमेश्वर उनको नष्ट कर देगा | +* __[24:2](rc://*/tn/help/obs/24/02)__ बहुत से आस पास के लोग यूहन्ना को सुनने के लिए बाहर जंगल में निकल आए | यूहन्ना ने उनसे कहा, “__मन फिराओ__ क्योंकि स्वर्ग का राज्य निकट आ गया है !” +* __[42:8](rc://*/tn/help/obs/42/08)__ “पवित्रशास्त्र में यह भी लिखा है कि मेरे चेले प्रचार करेंगे कि हर एक को पापों की क्षमा प्राप्त__करने__ के लिये पश्चाताप करना चाहिए।” +* __[44:5](rc://*/tn/help/obs/44/05)__ “तो अब __मन फिराओ__ और परमेश्वर की ओर लौट आओ कि तुम्हारे पाप मिटाए जाएँ |” ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/kt/resurrection.md b/bible/kt/resurrection.md index 924b9e1..7c6e9c2 100644 --- a/bible/kt/resurrection.md +++ b/bible/kt/resurrection.md @@ -1,36 +1,36 @@ -# जी उठने +# पुनरुत्थान ## परिभाषा: -“जी उठने” का अर्थ है मरणोपरान्त पुनः जीवित हो जाना। +“पुनरुत्थान” का अर्थ है मरणोपरान्त पुनः जीवित हो जाना। -* किसी का पुनरूत्थान करना अर्थात उसे मरणोपरान्त पुनः जीवित करना। केवल परमेश्वर के पास ऐसा सामर्थ्य है। -* शब्द "जी उठने" अक्सर यीशु के मरने के बाद पुनः जीवित के लिए संदर्भित करता है। -* यीशु ने कहा, “पुनरूत्थान और जीवन मैं हूं”, तो उसके कहने का अर्थ था कि वह पुनरूत्थान का स्रोत है और वह मनुष्य को पुनजीर्वित करता है। +* किसी का पुनरुत्थान करना अर्थात उसे मरणोपरान्त पुनः जीवित करना। केवल परमेश्वर के पास ऐसा सामर्थ्य है। +* "पुनरुत्थान" यीशु के मरणोपरांत पुनः जीवित हो जाने के लिए सन्दर्भ में प्रयोग किया जाता है। +* यीशु ने कहा, “पुनरुत्थान और जीवन मैं हूं”, तो उसके कहने का अर्थ था कि वह पुनरुत्थान का स्रोत है और वह मनुष्य को पुनर्जीवित करता है। ## अनुवाद के लिए सुझाव: -* “जी उठने” शब्द का अनुवाद, “पुनजीर्वित होना” या “मरणोपरान्त फिर जीवित हो जाना” हो सकता है। -* इस शब्द का वास्तविक अर्थ “ऊँचा उठना” या “उठाए जाना” (मृत्यु से) है। इस शब्द के संभावित अनुवाद, “आन्तरिक नैतिक पथ प्रदर्शन” या “नैतिक विचार” हो सकते हैं +* “पुनरुत्थान” शब्द का अनुवाद, “पुनजीर्वित होना” या “मरणोपरान्त फिर जीवित हो जाना” हो सकता है। +* इस शब्द का वास्तविक अर्थ “खडा होना” या (मृतकों में से) “खड़े किए जाने का कार्य” है। ये इस शब्द के संभावित अनुवाद हो सकते हैं। -(यह भी देखें: [जीवन](../kt/life.md), [मृत्यु](../other/death.md), [खड़ा करना](../other/raise.md) +(यह भी देखें: [जीवन](../kt/life.md), [मृत्यु](../other/death.md), [खड़ा करना](../other/raise.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 कुरिन्थियों 15:12-14](rc://*/tn/help/1co/15/12) -* [1 पतरस 03:21-22](rc://*/tn/help/1pe/03/21) -* [इब्रानियों 11:35-38](rc://*/tn/help/heb/11/35) +* [1 कुरिन्थियों 15:13](rc://*/tn/help/1co/15/13) +* [1 पतरस 3:21](rc://*/tn/help/1pe/03/21) +* [इब्रानियों 11:35](rc://*/tn/help/heb/11/35) * [यूहन्ना 05:28-29](rc://*/tn/help/jhn/05/28) -* [लूका 20:27-28](rc://*/tn/help/luk/20/27) -* [लूका 20:34-36](rc://*/tn/help/luk/20/34) -* [मत्ती 22:23-24](rc://*/tn/help/mat/22/23) -* [मत्ती 22:29-30](rc://*/tn/help/mat/22/29) -* [फिलिप्पियों 03:8-11](rc://*/tn/help/php/03/08) +* [लूका 20:27](rc://*/tn/help/luk/20/27) +* [लूका 20:36](rc://*/tn/help/luk/20/36) +* [मत्ती 22:23](rc://*/tn/help/mat/22/23) +* [मत्ती 22:30](rc://*/tn/help/mat/22/30) +* [फिलिप्पियों 3:11](rc://*/tn/help/php/03/11) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[21:14](rc://*/tn/help/obs/21/14)__ मसीह की मृत्यु और उसके जी उठने के माध्यम से, परमेश्वर अपनी योजना सिद्ध करेंगे और पापियों को बचाने के लिए नई वाचा का आरम्भ करेंगे | -* __[35:05](rc://*/tn/help/obs/37/05)__ यीशु ने उत्तर दिया, "मैं पुनरुत्थान और जीवन हूँ।" जो कोई मुझ पर विशवास करता है वह यदि मर भी जाये, तौभी जीवित रहेगा” +* __[21:14](rc://*/tn/help/obs/21/14)__ मसीह की मृत्यु और उसके __पुनरुत्थान__के द्वारा से, परमेश्वर पापिओं के उद्धार की अपनी योजना सिद्ध करेगा और नई वाचा की स्थापना करेगा | +* __[35:5](rc://*/tn/help/obs/37/05)__ यीशु ने उत्तर दिया, "पुनरुत्थान और जीवन मैं हूँ।" जो कोई मुझ पर विशवास करता है वह यदि मर भी जाये, तौभी जीवित रहेगा” ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/kt/sabbath.md b/bible/kt/sabbath.md index c4527c9..e600a82 100644 --- a/bible/kt/sabbath.md +++ b/bible/kt/sabbath.md @@ -2,7 +2,7 @@ ## परिभाषा: -"सब्त" शब्द का अर्थ है सप्ताह का सातवां दिन, जिसके लिए परमेश्वर ने इस्राएल को आज्ञा दी थी कि उस दिन, विश्राम करें, कोई कार्य नहीं करें। +"सब्त" शब्द का अर्थ है सप्ताह का सातवां दिन, जिसके लिए परमेश्वर ने इस्राएल को आज्ञा दी थी कि उस दिन को विश्राम करने के लिए प्रिथक कर दें, उस दिन कोई कार्य नहीं करें। * परमेश्वर ने छः दिन ब्रह्माण्ड की रचना की, और सातवें दिन विश्राम किया। इसी प्रकार, परमेश्वर ने इस्राएलियों को आज्ञा दी थी कि सातवें दिन को पवित्र मानकर विश्राम का विशेष दिन रखें और उसकी आराधना करें। * "सब्त के दिन को पवित्र रखने" की आज्ञा दस आज्ञाओं में से एक है जिन्हें परमेश्वर ने पत्थर की पट्टियों पर लिखकर मूसा को इस्राएल के लिए दिए थे। @@ -23,20 +23,20 @@ * [2 इतिहास 31:2-3](rc://*/tn/help/2ch/31/02) * [प्रे.का. 13:26-27](rc://*/tn/help/act/13/26) -* [निर्गमन 31:12-15](rc://*/tn/help/exo/31/12) +* [निर्गमन 31:14](rc://*/tn/help/exo/31/14) * [यशायाह 56:6-7](rc://*/tn/help/isa/56/06) -* [विलापगीत 02:5-6](rc://*/tn/help/lam/02/05) -* [लैव्यव्यवस्था 19:1-4](rc://*/tn/help/lev/19/01) -* [लूका 13:12-14](rc://*/tn/help/luk/13/12) -* [मरकुस 02:27-28](rc://*/tn/help/mrk/02/27) -* [मत्ती 12:1-2](rc://*/tn/help/mat/12/01) +* [विलापगीत 2:6](rc://*/tn/help/lam/02/06) +* [लैव्यव्यवस्था 19:3](rc://*/tn/help/lev/19/03) +* [लूका 13:14](rc://*/tn/help/luk/13/14) +* [मरकुस 2:27](rc://*/tn/help/mrk/02/27) +* [मत्ती 12:2](rc://*/tn/help/mat/12/02) * [नहेम्याह 10:32-33](rc://*/tn/help/neh/10/32) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[13:05](rc://*/tn/help/obs/13/05)__"तू __सब्त के दिन__ को पवित्र मानने के लिये स्मरण रखना | छ: दिन तो तू परिश्रम करके अपना सब काम-काज करना, परन्तु सातवा दिन तेरे परमेश्वर यहोवा के लिये विश्रामदिन है |" -* __[26:02](rc://*/tn/help/obs/26/02)__यीशु नासरत शहर के पास गया, जहाँ उसने अपना बचपन बिताया था | __सब्त__ के दिन वह आराधना करने के स्थान पर गया | -* __[41:03](rc://*/tn/help/obs/41/03)__यीशु को दफ़नाने के दिन के बाद __सब्त__ का दिन था, और यहूदियों को उसी दिन कब्र पर जाने की अनुमति नहीं थी| +* __[13:5](rc://*/tn/help/obs/13/05)__"तू __सब्त के दिन__ को पवित्र मानने के लिये स्मरण रखना | छ: दिन तो तू परिश्रम करके अपना सब काम-काज करना, परन्तु सातवा दिन तेरे परमेश्वर यहोवा के लिये विश्रामदिन है |" +* __[26:2](rc://*/tn/help/obs/26/02)__यीशु नासरत शहर के पास गया, जहाँ उसने अपना बचपन बिताया था | __सब्त__ के दिन वह आराधना करने के स्थान पर गया | +* __[41:3](rc://*/tn/help/obs/41/03)__यीशु को दफ़नाने के दिन के बाद __सब्त__ का दिन था, और यहूदियों को उस दिन कब्र पर जाने की अनुमति नहीं थी| ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/kt/sanctuary.md b/bible/kt/sanctuary.md index edc99f6..a5202f4 100644 --- a/bible/kt/sanctuary.md +++ b/bible/kt/sanctuary.md @@ -2,7 +2,7 @@ ## परिभाषा: -"पवित्र-स्थान" का मूल अर्थ है, "पावन स्थल" और इसका संदर्भ उस स्थान से है जिसे परमेश्वर ने पावन एवं पवित्र बनाया। इसका संदर्भ सुरक्षा एवं रक्षा के स्थान से भी हो सकता है। +"पवित्र-स्थान" का मूल अर्थ है, "पावन स्थल" और इसका संदर्भ उस स्थान से है जिसे परमेश्वर ने पावन एवं पवित्र बनाया। इसका संदर्भ सुरक्षा एवं रक्षा प्रदान करने के स्थान से भी हो सकता है। * पुराने नियम में "पवित्र-स्थान" प्रायः निवास के मण्डप या मन्दिर के लिए काम में लिया जाता था जिनमें "पवित्र-स्थान" और "परमपवित्र-स्थान" थे। * परमेश्वर पवित्र-स्थान को अपनी प्रजा इस्राएल के मध्य अपने निवास का स्थान कहता था। @@ -10,22 +10,22 @@ ## अनुवाद के सुझाव: -* इस शब्द में निहितार्थ है, "पवित्र-स्थान" या "वह स्थान जो पृथक किया गया है।" +* इस शब्द का मूल अर्थ है, "पवित्र-स्थान" या "वह स्थान जो पृथक किया गया है।" * प्रकरण के अनुसार "पवित्र-स्थान" शब्द का अनुवाद "पावन स्थल" या "पवित्र भवन" या "परमेश्वर का पवित्र निवास" या "सुरक्षा का पवित्र स्थान" या "सुरक्षा का पावन स्थल" भी किया जा सकता है। -* "पवित्र स्थान का शेकेल" का अनुवाद हो सकता है "निवास के मण्डप के लिए दिए गए शेकेल का प्रकार" या "मन्दिर के रख-रखाव हेतु कर स्वरूप शेकेल।" +* "पवित्र स्थान का शेकेल" का अनुवाद हो सकता है "निवास के मण्डप के लिए दिए गए शेकेल के जैसा" या "मन्दिर के रख-रखाव हेतु कर स्वरूप दिया जाने वाला शेकेल।" * टिप्पणी: सावधान रहें कि इस शब्द का अनुवाद आज के आराधनालय के आराधना स्थल का अर्थ प्रकट न करे। (यह भी देखें: [पवित्र](../kt/holy.md), [पवित्र आत्मा](../kt/holyspirit.md), [पवित्र](../other/sacred.md), [पृथक करना](../kt/setapart.md), [तम्बू](../kt/tabernacle.md), [कर](../other/tax.md), [मन्दिर](../kt/temple.md), ) ## बाइबल के सन्दर्भ: -* [आमोस 07:12-13](rc://*/tn/help/amo/07/12) +* [आमोस 7:12-13](rc://*/tn/help/amo/07/13) * [निर्गमन 25:3-7](rc://*/tn/help/exo/25/03) -* [यहेजकेल 25:3-5](rc://*/tn/help/ezk/25/03) -* [इब्रानियों 08:1-2](rc://*/tn/help/heb/08/01) +* [यहेजकेल 25:3](rc://*/tn/help/ezk/25/03) +* [इब्रानियों 8:1-2](rc://*/tn/help/heb/08/01) * [लूका 11:49-51](rc://*/tn/help/luk/11/49) -* [गिनती 18:1-2](rc://*/tn/help/num/18/01) -* [भजन संहिता 078:67-69](rc://*/tn/help/psa/078/067) +* [गिनती 18:1](rc://*/tn/help/num/18/01) +* [भजन संहिता 78:69](rc://*/tn/help/psa/078/069) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/kt/sign.md b/bible/kt/sign.md index ab3efe1..2e5e73b 100644 --- a/bible/kt/sign.md +++ b/bible/kt/sign.md @@ -2,38 +2,39 @@ ## परिभाषा: -चिन्ह वह वस्तु, घटना या कार्य है जो एक विशेष अर्थ प्रकट करता है। +"चिन्ह" प्रायः उस वस्तु, घटना या कार्य के सन्दर्भ में है जो एक विशेष अर्थ प्रकट करता है। -* "स्मरण कराने वाली बात" ऐसे संकेत हैं जो "याद दिलाने उन्हें याद करने में मदद करते है, जो कुछ वादा किया गया था: -* परमेश्वर ने मेघधनुष स्थापित किया जो इस प्रतिज्ञा को स्मरण कराता है कि परमेश्वर विश्वव्यापी जलप्रलय द्वारा ऐसे मानवजाति को फिर नष्ट नहीं करेगा। -* परमेश्वर ने इस्राएलियों को आज्ञा दी कि वे उसकी वाचा के चिन्ह स्वरूप अपने पुत्रों का खतना करें। +* :बाईबल में "चिन्ह" कभी कभी परमेश्वर द्वारा की गई प्रतिज्ञा या स्थापित वाचा के लिए दिए जाते थे: +* उत्पत्ति के पुस्तक में परमेश्वर द्वारा आकाश में स्थापित मेघधनुष परमेश्वर को स्मरण कराने के लिए एक चिन्ह (स्मारक) है कि उसने प्रतिज्ञा की है कि वह विश्वव्यापी जलप्रलय से जीवन को फिर कभी नष्ट नहीं करेगा। +* उत्पत्ति की पुस्तक में, परमेश्वर ने इस्राएलियों को आज्ञा दी थी कि वे अपने पुत्रों का खतना करें जो उस तथ्य का एक चिन्ह होगा जो उनके साथ बंधी गई परमेश्वर की वाचा का चिन्ह होगा। * चिन्ह किसी बात को प्रकट करते हैं या उसकी ओर संकेत करते हैः -* स्वर्गदूत ने चरवाहों को एक चिन्ह दिया जिसके द्वारा वे बैतलहम में नवजात मसीह को पहचान पाएंगे। -* यहूदा ने यीशु का चुम्बन करके धर्म के अगुओं पर चिन्ह प्रकट किया कि जिसे उन्होंने पकड़ना है वह यीशु यही है। +* लूका के वृतांत में, स्वर्गदूत ने चरवाहों को एक चिन्ह दिया जिसके द्वारा उनको सहायता मिलेगी कि वे बैतलहम में पहचान पाएं कि कौन सा शिशु नवजात मसीह है। +* यहूदा ने यीशु का चुम्बन करके धर्म के अगुओं पर चिन्ह प्रकट किया कि यही यीशु है जिसको उन्हें पकड़ना है। * चिन्ह किसी बात को सच्चा सिद्ध करते है: -* भविष्यद्वक्ताओं और प्रेरितों द्वारा किए गए आश्चर्यकर्म चिन्ह थे कि वे परमेश्वर का सन्देश सुना रहे है। -* यीशु ने जो चमत्कार किए, वे साबित करते है कि वह वास्तव में मसीहा था । +* निर्गमन की पुस्तक में, विपत्तियों ने मिस्र में विनाश ढा दिया था जो एक चिन्ह था कि यहोवा कौन है और उनसे सिद्ध हुआ कि वह फिरौन से और उसके मिस्री देवताओं से अधिक महान है| +* प्रेरितों के काम की पुस्तक में, भविष्यद्वक्ताओं और प्रेरितों द्वारा किए गए आश्चर्यकर्म चिन्ह थे कि वे परमेश्वर का सन्देश सुना रहे है। +* यूहन्ना रचित सुसमाचार में कहा गया है कि यीशु ने जो चमत्कार किए, वे चिन्ह जिनसे सिद्ध होता है कि वह वास्तव में मसीह है। ## (अनुवाद के सुझाव: -* प्रकरण के अनुसार “चिन्ह” का अनुवाद “संकेत” या “प्रतीक” या “पहचान” या “प्रमाण” या “प्रमाण” या “इंगित करना” भी हो सकता है। -* “हाथों से संकेत करना” का अनुवाद “हाथों की गतिविधि” या “हाथों से इंगित करना” या “भाव दर्शाना” भी हो सकता है। -* कुछ भाषाओं में “चिन्ह” जो किसी बात को सिद्ध करता है और आश्चर्यकर्म के लिए चिन्ह का दूसरा शब्द होता है। +* बार-बार आने वाली अभिव्यक्ति, "चिन्ह और चमत्कार" का अनुवाद हो सकता है: "प्रमाण एवं चमत्कार" या "परमेश्वर के सामर्थ्य को सिद्ध करने वाले चमत्कारी कार्य" या “विस्मयकारी आश्चर्यकर्म जिनसे प्रकट होता है कि परमेश्वर कैसा महान है"। +* “हाथों से संकेत करना” का अनुवाद हो सकता है: “हाथों की गतिविधि” या “हाथों से इंगित करना” या “भाव दर्शाना”। +* कुछ भाषाओं में किसी बात को सिद्ध करने के लिए "चिन्ह" शब्द का एक अनुवादित रूप होता है और आश्चर्यकर्म के लिए "चिन्ह" का दूसरा अनुवादित शब्द होता है। (यह भी देखें: [आश्चर्यकर्म](../kt/miracle.md), [प्रेरित](../kt/apostle.md), [मसीह](../kt/christ.md), [वाचा](../kt/covenant.md), [खतना करना](../kt/circumcise.md)) ## बाइबल के सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 02:18-19](rc://*/tn/help/act/02/18) -* [निर्गमन 04:8-9](rc://*/tn/help/exo/04/08) +* [प्रे.का. 2:18-19](rc://*/tn/help/act/02/18) +* [निर्गमन 4:8-9](rc://*/tn/help/exo/04/08) * [निर्गमन 31:12-15](rc://*/tn/help/exo/31/12) -* [उत्पत्ति 01: 14-15](rc://*/tn/help/gen/01/14) -* [उत्पत्ति 09: 11-13](rc://*/tn/help/gen/09/11) -* [यूह. 02:17-19](rc://*/tn/help/jhn/02/17) -* [लूका 02:10-12](rc://*/tn/help/luk/02/10) -* [मार्क. 18:11-13](rc://*/tn/help/mrk/08/11) -* [भजन-संहिता 089:5-6](rc://*/tn/help/psa/089/005) +* [उत्पत्ति 1: 14-15](rc://*/tn/help/gen/01/14) +* [उत्पत्ति 9: 12](rc://*/tn/help/gen/09/12) +* [यूह. 2:18](rc://*/tn/help/jhn/02/18) +* [लूका 2:12](rc://*/tn/help/luk/02/12) +* [मरकुस 18:12](rc://*/tn/help/mrk/08/12) +* [भजन-संहिता 89:5-6](rc://*/tn/help/psa/089/005) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H226, H852, H2368, H2858, H4150, H4159, H4864, H5251, H5824, H6161, H6725, H6734, H7560, G364, G880, G1213, G1229, G1718, G1730, G1732, G1770, G3902, G4102, G4591, G4592, G4953, G4973, G5280 +* Strong's: H0226, H0852, H2368, H2858, H4150, H4159, H4864, H5251, H5824, H6161, H6725, H6734, H7560, G0364, G0880, G1213, G1229, G1718, G1730, G1732, G1770, G3902, G4102, G4591, G4592, G4953, G4973, G5280 diff --git a/bible/kt/soul.md b/bible/kt/soul.md index 677949f..9b5570a 100644 --- a/bible/kt/soul.md +++ b/bible/kt/soul.md @@ -5,11 +5,8 @@ “प्राण” शब्द या तो आम तौर पर किसी व्यक्ति के गैर-भौतिक भाग को संदर्भित कर सकता है या विशेष रूप से दूसरों से अलग व्यक्ति के रूप में खुद के बारे में जागरूकता के लिए विशेष रूप से संदर्भित कर सकता है। * बाइबल में, “प्राण” और “आत्मा” दो भिन्न धारणाएं हैं या वे दो भिन्न शब्द हैं जो एक ही विचार को व्यक्त करते हैं। - * मनुष्य जब मरता है तब उसकी आत्मा देह का त्याग कर देती है। - * शरीर के विपरीत, "प्राण" को उस व्यक्ति के भाग के रूप में बोला जा सकता है जो "परमेश्वर से संबंधित है।" - * “प्राण” शब्द का उपयोग कभी-कभी प्रतीकात्मक रूप में संपूर्ण व्यक्तित्व के लिए किया गया है। उदाहरणार्थ “आत्मा पाप करती है” अर्थात “मनुष्य पाप करता है”, या “मेरी आत्मा थकित है” अर्थात “मैं थका हुआ हूं।” ## अनुवाद के सुझाव: diff --git a/bible/kt/uncircumcised.md b/bible/kt/uncircumcised.md index 1900610..af1ad97 100644 --- a/bible/kt/uncircumcised.md +++ b/bible/kt/uncircumcised.md @@ -14,7 +14,7 @@ * इस शब्द के प्रतीकात्मक अर्थों के अन्य अनुवाद रूप हैं, “परमेश्वर के लोग नहीं” या “उन लोगों के सदृश्य विद्रोही जो परमेश्वर के नहीं” या “वे जिनमें परमेश्वर के होने का कोई लक्षण नहीं है” * “हृदय का खतना” इसका अनुवाद हो सकता है, “हठीले विद्रोही” या “विश्वास से इन्कार करनेवाले”। तथापि, यदि संभव हो इसी उक्ति को काम में लें या ऐसी ही किसी उक्ति को काम में लें क्योंकि आत्मिक खतना एक महत्वपूर्ण विषय है। -(यह भी देखें: [अब्राहम ](../names/abraham.md), [खतना करना](../kt/circumcise.md)) +(यह भी देखें: [अब्राहम](../names/abraham.md), [खतना करना](../kt/circumcise.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: diff --git a/bible/kt/unjust.md b/bible/kt/unjust.md index 4a70d64..431bc1e 100644 --- a/bible/kt/unjust.md +++ b/bible/kt/unjust.md @@ -3,7 +3,6 @@ ## परिभाषा: * “अधर्मी” और “अन्याय से” मनुष्यों के साथ पक्षपात करना, प्रायः हानि के व्यवहार के साथ। - * “अन्याय” किसी मनुष्य के साथ बुरा करना, जबकि वह इस योग्य नहीं। इसका संदर्भ पक्षपाती व्यवहार से है। * कुटिलता का अर्थ यह भी है कि कुछ के साथ बुरा कुछ के साथ अच्छा व्यवहार करना। * जो मनुष्य पक्षपात करता है वह मनुष्यों के साथ समता का व्यवहार नहीं करता है। diff --git a/bible/kt/unlawful.md b/bible/kt/unlawful.md index 97dd683..5a228d7 100644 --- a/bible/kt/unlawful.md +++ b/bible/kt/unlawful.md @@ -3,7 +3,6 @@ ## परिभाषा: * “व्यवस्था विरोधी” नियमों का उल्लंघन करनेवाले कामों का वर्णन करता है। - * नये नियम में “व्यवस्था विरोधी” उक्ति का उपयोग परमेश्वर के नियमों के उल्लंघन ही के लिए नहीं मानव निर्मित यहूदी परम्पराओं के उल्लंघन के लिए भी काम में ली जाती है। * वर्षों के अन्तराल में यहूदियों ने परमेश्वर प्रदत्त व्यवस्था में अपनी परम्पराओं को जोड़ दिया था। यहूदी अगुवे मानव निर्मित परम्पराओं के उल्लंघन को “व्यवस्था विरोधी” कहते थे। * यीशु के शिष्य सब्त के दिन गेहूँ की बालें तोड़ रहे थे तो फरीसियों ने उन्हें व्यवस्था विरोधी काम करने का दोषी ठहराया था क्योंकि वह सब्त के दिन विश्राम करने का यहूदी व्यवस्था का उल्लंघन कर रहा था। diff --git a/bible/kt/unleavenedbread.md b/bible/kt/unleavenedbread.md index fe541eb..67e9f59 100644 --- a/bible/kt/unleavenedbread.md +++ b/bible/kt/unleavenedbread.md @@ -4,8 +4,8 @@ “अखमीरी रोटी” खमीर रहित या खट्टा करने वाले पदार्थ से रहित रोटी। यह रोटी पतली होती है क्योंकि उसे फूलने के लिए उसमें खमीर नहीं होता है। -* जब परमेश्वर ने इस्त्राएलियेां को मिस्र की दासता से छुड़ाया था तब कहा था कि आटे को खमीर होने की प्रतिज्ञा किए बिना वे अतिशीघ्र वहाँ से निकलें। अतः उन्होंने भोजन में अखमीरी रोटी खाई थी। तब से उनके वार्षिक फसह में अखमीरी रोटी का उपयोग किया जाता था कि उन्हें उस समय का स्मरण करवाए। -* कभी-कभी ख़मीर पाप का द्योतक भी कहा गया है, अतः अखमीरी रोटी मनुष्य के जीवन से पाप निवारण को दर्शाती है, अर्थात परमेश्वर को सम्मान देनेवाला जीवन। +* जब परमेश्वर ने इस्त्राएलियेां को मिस्र के दासत्व से छुड़ाया था तब कहा था कि आटे को खमीर होने की प्रतीक्षा किए बिना वे अतिशीघ्र वहाँ से निकलें। अतः उन्होंने भोजन में अखमीरी रोटी खाई थी। तब से उनके वार्षिक फसह में अखमीरी रोटी का उपयोग किया जाता था कि उन्हें उस समय का स्मरण करवाए। +* कभी-कभी ख़मीर पाप का द्योतक भी कहा गया है, अतः "अखमीरी रोटी" मनुष्य के जीवन से पाप निवारण को दर्शाती है, जिअए कि वे परमेश्वर को सम्मान देनेवाला जीवन जिएँ। ## अनुवाद के सुझाव: @@ -17,15 +17,15 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 कुरिन्थियों 05:6-8](rc://*/tn/help/1co/05/06) +* [1 कुरिन्थियों 5:6-8](rc://*/tn/help/1co/05/06) * [2 इतिहास 30:13-15](rc://*/tn/help/2ch/30/13) -* [प्रे.का. 12:3-4](rc://*/tn/help/act/12/03) +* [प्रे.का. 12:3](rc://*/tn/help/act/12/03) * [निर्गमन 23:14-15](rc://*/tn/help/exo/23/14) * [एज्रा 06:21-22](rc://*/tn/help/ezr/06/21) * [उत्पत्ति 19:1-3](rc://*/tn/help/gen/19/01) -* [न्यायियों 06:21](rc://*/tn/help/jdg/06/21) -* [लैव्यव्यवस्था 08:1-3](rc://*/tn/help/lev/08/01) -* [लूका 22:1-2](rc://*/tn/help/luk/22/01) +* [न्यायियों 6:21](rc://*/tn/help/jdg/06/21) +* [लैव्यव्यवस्था 8:1-3](rc://*/tn/help/lev/08/01) +* [लूका 22:1](rc://*/tn/help/luk/22/01) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/kt/vow.md b/bible/kt/vow.md index bddf621..8639c0b 100644 --- a/bible/kt/vow.md +++ b/bible/kt/vow.md @@ -5,9 +5,7 @@ मन्नत एक शपथ है जो मनुष्य परमेश्वर के सम्मुख करता है। * यदि प्राचीन इस्राएल में एक व्यक्ति ने परमेश्वर के लिए मन्नत मानी, तो वह व्यक्ति मन्नत पूरी करने के लिए बाध्य था। प्राचीन इस्राएलियों का मानना था कि परमेश्वर उस व्यक्ति को दंडित कर सकता है जिसने उसके द्वारा मानी गयी मन्नत को पूरा नहीं किया। - * प्राचीन इस्राएल में, कभी-कभी एक व्यक्ति परमेश्वर से उसकी रक्षा करने या मन्नत मांगने के बदले में अपने आप को प्रदान करने के लिए कहता था। हालाँकि, प्राचीन इस्राएलियों को विश्वास नहीं था कि परमेश्वर इन अनुरोधों को पूरा करने के लिए बाध्य है। - * प्रकरण के अनुसार, “मन्नत” का अनुवाद हो सकता है, “पावन प्रतिज्ञा” या “परमेश्वर से की गई प्रतिज्ञा”। (यह भी देखें: [प्रतिज्ञा](../kt/promise.md), [शपथ](../other/oath.md)) diff --git a/bible/kt/wordofgod.md b/bible/kt/wordofgod.md index 3f5ee72..16a2bf7 100644 --- a/bible/kt/wordofgod.md +++ b/bible/kt/wordofgod.md @@ -38,8 +38,6 @@ ## बाइबल कहानियों के उदाहरण: -# ?? - * __[25:07](rc://*/tn/help/obs/25/07)__ परमेश्वर के वचन में वह अपने लोगों को आज्ञा देता है कि 'तू प्रभु अपने परमेश्वर को प्रणाम कर, और केवल उसी की उपासना कर।’” * __[33:06](rc://*/tn/help/obs/33/06)__ तब यीशु ने उन्हें समझाया कि, “बीज __परमेश्वर का वचन__ है । * __[42:03](rc://*/tn/help/obs/42/03)__ फिर यीशु ने उन्हें समझाया कि __परमेश्वर का वचन__ मसीहा के बारे में क्या कहता है diff --git a/bible/kt/yahwehofhosts.md b/bible/kt/yahwehofhosts.md index 631a5e3..c48d970 100644 --- a/bible/kt/yahwehofhosts.md +++ b/bible/kt/yahwehofhosts.md @@ -3,7 +3,6 @@ ## परिभाषा: * “सेनाओं का यहोवा” और “सेनाओं का परमेश्वर” ये पदनाम हजारों स्वर्गदूतों पर परमेश्वर के अधिकार को दर्शाते हैं जो उसकी आज्ञा का पालन करते हैं। - * “सेना” या “सेनाओं” ये शब्द किसी भी बात की बड़ी संख्या को व्यक्त करते हैं जैसे सेना या सितारों की विशाल संख्या। यह बुरी आत्माओं सहित सभी कई आत्माओं के संदर्भ में भी है। संदर्भ यह स्पष्ट करता है कि क्या संदर्भित किया जा रहा है। “स्वर्ग की सेना” सितारों, ग्रहों और अन्य आकाशीय पिण्डों के लिए काम में लिए जाते हैं। * नए नियम में, वाक्यांश, "सेनाओं का प्रभु" का अर्थ "सेनाओं का यहोवा" के समान है, लेकिन इसका इस तरह से अनुवाद नहीं किया जा सकता है क्योंकि "यहोवा" इब्रानी शब्द है नए नियम में प्रयोग नहीं किया गया है। diff --git a/bible/kt/zion.md b/bible/kt/zion.md index e966fc4..66bdf5f 100644 --- a/bible/kt/zion.md +++ b/bible/kt/zion.md @@ -6,17 +6,17 @@ * सिय्योन पर्वत और मोरिय्याह पर्वत वे दो पर्वत थे जिन पर यरूशलेम नगर बसा हुआ था। आगे चलकर “सिय्योन” और “सिय्योन पर्वत” इन पर्वतों और यरूशलेम नगर के उपनाम हुए। कभी-कभी ये शब्द यरूशलेम के मन्दिर के संदर्भ में भी काम में लिए गए हैं। (देखें: [लक्षणालंकार](rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy)) * दाऊद ने सिय्योन या यरूशलेम को “दाऊद नगर” नाम दिया था। यह स्थान दाऊद के अपने स्थान, बैतलहम से भिन्न था जिसे दाऊद नगरी भी कहा गया है। -* “सिय्योन” शब्द के अन्य प्रतीकात्मक रूपों में भी काम में लिया गया है, जैसे इस्राएल के लिए या परमेश्वर के आत्मिक राज्य के लिए या उस नए स्वार्गिक यरूशलेम के लिए जिसे परमेश्वर रचेगा। +* “सिय्योन” शब्द को अन्य प्रतीकात्मक रूपों में भी काम में लिया गया है, जैसे इस्राएल के लिए या परमेश्वर के आत्मिक राज्य के लिए या उस नए स्वार्गिक यरूशलेम के लिए जिसे परमेश्वर रचेगा। -(यह भी देखें: [अब्राहम ](../names/abraham.md), [दाऊद](../names/david.md), [यरूशलेम](../names/jerusalem.md), [बैतलहम](../names/bethlehem.md), [यबूसी](../names/jebusites.md)) +(यह भी देखें: [अब्राहम](../names/abraham.md), [दाऊद](../names/david.md), [यरूशलेम](../names/jerusalem.md), [बैतलहम](../names/bethlehem.md), [यबूसी](../names/jebusites.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 इतिहास 11:4-6](rc://*/tn/help/1ch/11/04) -* [आमोस 01:1-2](rc://*/tn/help/amo/01/01) -* [यिर्मयाह 51:34-35](rc://*/tn/help/jer/51/34) -* [भजन संहिता 076:1-3](rc://*/tn/help/psa/076/001) -* [रोमियो 11:26-27](rc://*/tn/help/rom/11/26) +* [1 इतिहास 11:5](rc://*/tn/help/1ch/11/05) +* [आमोस 01:2](rc://*/tn/help/amo/01/02) +* [यिर्मयाह 51:35](rc://*/tn/help/jer/51/35) +* [भजन संहिता 76:1-3](rc://*/tn/help/psa/076/001) +* [रोमियो 11:26](rc://*/tn/help/rom/11/26) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/aaron.md b/bible/names/aaron.md index 7908cac..dcbbd56 100644 --- a/bible/names/aaron.md +++ b/bible/names/aaron.md @@ -4,9 +4,9 @@ हारून मूसा का बड़ा भाई था। परमेश्वर ने हारून को इस्राएल का प्रथम महायाजक होने के लिए चुना था। -* हारून ने मूसा की सहायता की थी जब वह फिरौन से इस्राएलियों के प्रस्थान की अनुमति मांग रहा था। -* जंगल से यात्रा करते समय हारून से पाप हो गया था और उसने इस्राएलियों की उपासना हेतु एक मूर्ति बना दी थी। -* परमेश्वर ने हारून और उसके वंशजों को [याजक](../kt/priest.md) इस्राएल के याजक के लिए नियुक्त कर दिया था। +* फिरौन से इस्राएलियों के प्रस्थान का आग्रह करते समय फिरौन से बात करने में हारून ने मूसा की सहायता की थी। +* इस्रैलियों की जंगल यात्रा के समय हारून से पाप हो गया था क्योंकि उसने इस्राएलियों की उपासना हेतु एक मूर्ति बना दी थी। +* परमेश्वर ने हारून और उसके वंशजों को [याजक](../kt/priest.md) इस्राएल के याजक होने के लिए नियुक्त कर दिया था। (अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) @@ -14,20 +14,20 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 इतिहास 23:12-14](rc://*/tn/help/1ch/23/12) -* [प्रे.का. 07:38-40](rc://*/tn/help/act/07/38) +* [1 इतिहास 23:14](rc://*/tn/help/1ch/23/14) +* [प्रे.का. 7:38-40](rc://*/tn/help/act/07/38) * [निर्गमन 28:1-3](rc://*/tn/help/exo/28/01) -* [लूका 01:5-7](rc://*/tn/help/luk/01/05) -* [गिनती 16:44-46](rc://*/tn/help/num/16/44) +* [लूका 1:5](rc://*/tn/help/luk/01/05) +* [गिनती 16:45](rc://*/tn/help/num/16/45) ## बाइबल कहानियों से उदाहरण: -* __[09:15](rc://*/tn/help/obs/09/15)__ परमेश्वर ने मूसा और __हारून__ को चेतावनी दी कि फ़िरौन कठोर मनुष्य है। -* __[10:05](rc://*/tn/help/obs/10/05)__ फ़िरौन ने मूसा और __हारून__ को बुलवाकर कहा कि यदि वह इस महामारी को समाप्त कर दे, तो फ़िरौन मिस्र से इस्राएलियों को मुक्त कर देंगा। -* __[13:09](rc://*/tn/help/obs/13/09)__ परमेश्वर ने मूसा के भाई __हारून__ और हारून के वंश को याजक पद के लिये चुना। -* __[13:11](rc://*/tn/help/obs/13/11)__ लोग __हारून__ के पास सोना ले आए और बोले कि हमारे लिये देवता बना! -* __[14:07](rc://*/tn/help/obs/14/07)__ वे लोग मूसा और __हारून__ से क्रोधित होकर कहने लगे, “कि तुम हमे इतनी भीषण जगह क्यों लेकर आए ?” +* __[9:15](rc://*/tn/help/obs/09/15)__ परमेश्वर ने मूसा और __हारून__ को चेतावनी दी कि फ़िरौन कठोर मनुष्य है। +* __[10:5](rc://*/tn/help/obs/10/05)__ फ़िरौन ने मूसा और __हारून__ को बुलवाकर कहा कि यदि वह इस विपत्ति को रोक दे, तो इस्राएली मिस्र से जा सकते हैं। +* __[13:9](rc://*/tn/help/obs/13/09)__ परमेश्वर ने मूसा के भाई __हारून__ और हारून के वंश को अपने याजक होने के लिये चुना। +* __[13:11](rc://*/tn/help/obs/13/11)__ अतः वे (इस्राएली) __हारून__ के पास सोना ले आए और बोले कि हमारे लिये एक देवता बना! +* __[14:7](rc://*/tn/help/obs/14/07)__ वे (इस्राएली) मूसा और __हारून__ से क्रोधित होकर कहने लगे, “कि तुम हमे इतनी भीषण जगह क्यों लेकर आए ?” ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H175, G2 +* Strong's: H175, G0002 diff --git a/bible/names/abraham.md b/bible/names/abraham.md index f9cf29d..75a152c 100644 --- a/bible/names/abraham.md +++ b/bible/names/abraham.md @@ -6,9 +6,9 @@ * “अब्राम” का अर्थ था, “प्रतिष्ठित पिता” * “अब्राहम” का अर्थ था, “अनेकों का पिता” -* परमेश्वर ने अब्राहम से प्रतिज्ञा की थी कि वह अनेकों का पिता होगा, उसके वंशज एक महान जाति होंगे। -* अब्राहम ने परमेश्वर पर विश्वास किया और उसकी आज्ञाओं को माना। परमेश्वर ने अब्राहम को कसदियों के देश से लेकर कनान जाने में अगुआई की। -* कनान में अब्राहम और सारा को बुढ़ापे में इसहाक प्राप्त हुआ था। +* परमेश्वर ने अब्राहम से प्रतिज्ञा की थी कि उसके वंशज अनेक होंगे, जो एक महान जाति बन जाएंगे। +* अब्राहम ने परमेश्वर पर विश्वास किया और उसकी आज्ञाओं को माना। कसदियों के देश से चलकर कनान जाने में परमेश्वर ने अब्राहम की अगुआई की। +* कनान में वास करते समय अब्राहम और सारा को बुढ़ापे में इसहाक प्राप्त हुआ था। (अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) @@ -16,22 +16,22 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [गलातियों 03:6-9](rc://*/tn/help/gal/03/06) +* [गलातियों 03:8](rc://*/tn/help/gal/03/08) * [उत्पत्ति 11:29-30](rc://*/tn/help/gen/11/29) -* [उत्पत्ति 21:1-4](rc://*/tn/help/gen/21/01) -* [उत्पत्ति 22:1-3](rc://*/tn/help/gen/22/01) -* [याकूब 02:21-24](rc://*/tn/help/jas/02/21) -* [मत्ती 01:1-3](rc://*/tn/help/mat/01/01) +* [उत्पत्ति 21:4](rc://*/tn/help/gen/21/04) +* [उत्पत्ति 22:2](rc://*/tn/help/gen/22/02) +* [याकूब 2:23](rc://*/tn/help/jas/02/23) +* [मत्ती 1:2](rc://*/tn/help/mat/01/02) ## बाइबल कहानियों से उदाहरण: -* __[04:06](rc://*/tn/help/obs/04/06)__जब __अब्राम__ कनान देश पहुंचा तब परमेश्वर ने उसे कहा कि, “अपने चारों ओर देख क्योंकि जितनी भूमि तुझे दिखाई देती है, उस सब को मैं तुझे और तेरे वंश को दूँगा” -* __[05:04](rc://*/tn/help/obs/05/04)__ परमेश्वर ने कहा कि अब तेरा नाम अब्राम न होकर अब्राहम होगा, जिसका अर्थ है –“मूलपिता।” -* __[05:05](rc://*/tn/help/obs/05/05)__ लगभग एक साल बाद में, जब __अब्राहम__ सौ वर्ष का हुआ और सारा नब्बे वर्ष की तो, सारा ने अब्राहम के पुत्र को जन्म दिया। -* __[05:06](rc://*/tn/help/obs/05/06)__ जब इसहाक जवान हुआ, परमेश्वर ने __अब्राहम__ से यह कहकर उसकी परीक्षा ली,”अपने एकलौते पुत्र इसहाक को होमबलि करके चढ़ा। -* __[06:01](rc://*/tn/help/obs/06/01)__ जब __अब्राहम__ वृद्ध हो गया था, तो उसका पुत्र इसहाक व्यस्कता की ओर बढ़ता जा रहा था, __अब्राहम__ ने अपने एक दास से कहा, कि तू मेरे देश में मेरे ही कुटुम्बियों के पास जाकर मेरे पुत्र इसहाक के लिये एक पत्नी ले आएगा। -* __[06:04](rc://*/tn/help/obs/06/04)__ एक लंबे समय के बाद __अब्राहम__ की मृत्यु हो गयी, परमेश्वर ने अब्राहम से जो वाचा बाँधी थी उसके अनुसार, परमेश्वर ने इसहाक को आशीष दी। -* __[21:02](rc://*/tn/help/obs/21/02)__ परमेश्वर ने अब्राहम से वाचा बाँधी कि भूमंडल के सारे कुल तेरे द्वारा आशीष पाएँगे। +* __[4:6](rc://*/tn/help/obs/04/06)__जब __अब्राम__ कनान देश पहुंचा तब परमेश्वर ने उसे कहा कि, “अपने चारों ओर देख क्योंकि जितनी भूमि तुझे दिखाई देती है, उस सब को मैं तुझे और तेरे वंश को दूँगा” +* __[5:4](rc://*/tn/help/obs/05/04)__ परमेश्वर ने कहा कि अब तेरा नाम अब्राम न होकर अब्राहम होगा, जिसका अर्थ है –“मूलपिता।” +* __[5:5](rc://*/tn/help/obs/05/05)__ लगभग एक साल बाद, जब __अब्राहम__ सौ वर्ष का हुआ और सारा नब्बे वर्ष की तो, सारा ने अब्राहम के पुत्र को जन्म दिया। +* __[5:6](rc://*/tn/help/obs/05/06)__ जब इसहाक जवान हुआ, परमेश्वर ने __अब्राहम__ से यह कहकर उसकी परीक्षा ली,”अपने एकलौते पुत्र इसहाक को मेरे लिए होमबलि करके चढ़ा।" +* __[6:1](rc://*/tn/help/obs/06/01)__ जब __अब्राहम__ वृद्ध हो गया था, तबउसका पुत्र, इसहाक वयस्क हो चुका था, __अब्राहम__ ने अपने दासों में से एक को अपने परिजनों के देश में भेजा कि वह उसके पुत्र, इसहाक के लिए एक पत्नी ले आएगा। +* __[6:4](rc://*/tn/help/obs/06/04)__ एक लंबे समय के बाद __अब्राहम__ की मृत्यु हो गयी, परमेश्वर ने अब्राहम से जो वाचा बाँधी थी उसमें की गईं परमेश्वर की सब आशीषें इसहाक को मिलीं। +* __[21:2](rc://*/tn/help/obs/21/02)__ परमेश्वर ने अब्राहम से वाचा बाँधी कि भूमंडल के सारे कुल तेरे द्वारा आशीष पाएँगे। ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/ai.md b/bible/names/ai.md index e4bb763..6bf6db7 100644 --- a/bible/names/ai.md +++ b/bible/names/ai.md @@ -1,11 +1,11 @@ -# आई +# ऐ ## तथ्य: -पुराने नियम में एक कनानी नगर था, जो बेतेल के निकट दक्षिण में था और यरीहो से उत्तर पश्चिम में 8 कि.मी. दूर था। +पुराने नियम के युग में ऐ एक कनानी नगर था, जो बेतेल के निकट दक्षिण में था और यरीहो से उत्तर पश्चिम में 8 कि.मी. दूर था। -* यरीहो को जीत लेने के बाद यहोशू ने इस्राएलियों को लेकर आई नगर पर आक्रमण किया। परन्तु इस्राएली आसानी से पराजित हुए क्योंकि परमेश्वर उनसे प्रसन्न नहीं था। -* आकान नामक एक इस्राएली पुरूष ने यरीहो की लूट में से कुछ सामान चुराकर रख लिया था, परमेश्वर ने आज्ञा दी कि वह और उसका परिवार घात किया जाए। तब परमेश्वर ने आई नगर को पराजित करने में इस्राएल की सहायता की थी। +* यरीहो को जीत लेने के बाद यहोशू ने इस्राएलियों को लेकर ऐ नगर पर आक्रमण किया। परन्तु इस्राएली आसानी से पराजित हुए क्योंकि परमेश्वर उनसे प्रसन्न नहीं था। +* आकान नामक एक इस्राएली पुरूष ने यरीहो की लूट में से कुछ सामान चुराकर रख लिया था, परमेश्वर ने आज्ञा दी कि वह और उसका परिवार घात किया जाए। तब परमेश्वर ने ऐ नगर को पराजित करने में इस्राएल की सहायता की थी। (अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) @@ -13,11 +13,11 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [एज्रा 02:27-30](rc://*/tn/help/ezr/02/27) +* [एज्रा 2:27-30](rc://*/tn/help/ezr/02/27) * [उत्पत्ति 12:8-9](rc://*/tn/help/gen/12/08) * [उत्पत्ति 13:3-4](rc://*/tn/help/gen/13/03) -* [यहोशू 07:2-3](rc://*/tn/help/jos/07/02) -* [यहोशू 08:10-12](rc://*/tn/help/jos/08/10) +* [यहोशू 7:3](rc://*/tn/help/jos/07/03) +* [यहोशू 08:12](rc://*/tn/help/jos/08/12) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/ammon.md b/bible/names/ammon.md index 6e71c6c..2282504 100644 --- a/bible/names/ammon.md +++ b/bible/names/ammon.md @@ -1,12 +1,12 @@ -# अम्मोन, अम्मोनी, अम्मोनियों +# अम्मोन, अम्मोनी ## तथ्य: “अम्मोनवासी” या “अम्मोनी” कनान का एक समुदाय है। वे बेनम्मी के वंशज थे जो लूत द्वारा उसकी छोटी पुत्री का पुत्र था। -* अम्मोनी शब्द एक स्त्री अम्मोनी के संदर्भ में है। इसका अनुवाद किया जा सकता है “अम्मोनी स्त्री” -* अम्मोनी यरदन नदी के पूर्व में रहते थे और वे इस्राएल के बैरी थे। -* ये वही लोग हैं जिन्होंने बिलाम नामक नबी को खरीद लिया था कि इस्राएल को श्राप दे, परन्तु परमेश्वर ने ऐसा नहीं होने दिया था। +* उत्पत्ति की पुस्तक से विदित है कि अम्मोंन जाति लूत की छोटी पुत्री से जन्मा पुत्र,बेनम्मी के वंशज थे। +* विशिष्ठता में देखा जाए तो "अम्मोनी"शब्द एक अम्मोनी स्त्री के सन्दर्भ में है| इसका अनुवाद हो सकता है, "अम्मोनी स्त्री"। +* ये वही लोग हैं जिन्होंने एक समय बिलाम नामक नबी को खरीद लिया था कि इस्राएल को श्राप दे, परन्तु परमेश्वर ने ऐसा नहीं होने दिया था। (अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) @@ -15,11 +15,11 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: * [1 इतिहास 19:1-3](rc://*/tn/help/1ch/19/01) -* [यहेजकेल 25:1-2](rc://*/tn/help/ezk/25/01) -* [उत्पत्ति 19:36-38](rc://*/tn/help/gen/19/36) -* [यहोशू 02:14](rc://*/tn/help/jos/12/01) -* [न्यायियों 11:26-28](rc://*/tn/help/jdg/11/26) -* [सपन्याह 02:8-9](rc://*/tn/help/zep/02/08) +* [यहेजकेल 25:2](rc://*/tn/help/ezk/25/02) +* [उत्पत्ति 19:38](rc://*/tn/help/gen/19/38) +* [यहोशू 12:1-2](rc://*/tn/help/jos/12/01) +* [न्यायियों 11:27](rc://*/tn/help/jdg/11/27) +* [सपन्याह 02:8](rc://*/tn/help/zep/02/08) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/amorite.md b/bible/names/amorite.md index 4781d90..9491b1d 100644 --- a/bible/names/amorite.md +++ b/bible/names/amorite.md @@ -2,27 +2,28 @@ ## तथ्य: -एमोरी एक सामर्थी जाति थी जो नूह के पोते कनान की वंशज थी। +एमोरी एक सामर्थी जाति थी जो कनान में, यारदन नदी के दोनों ओर निवास करती थी। -* उनके नाम का अर्थ है, “ऊंचे लोग” जो संभवतः उनके स्थान के पर्वतों के कारण पड़ा था क्योंकि वे कद में लम्बे थे। -* एमोरी यरदन नदी के दोनों ओर बसे हुए थे। * आई नगर एमोरियों का निवास स्थान था। -* परमेश्वर “एमोरियों का पाप” का संदर्भ देता है, उनकी झूठे देवताओं की उपासना से जुड़े हुए पापी व्यवहार भी थे। -* परमेश्वर ने जैसी आज्ञा दी उसी के अनुसार यहोशू ने एमोरियों का सर्वनाश करने के लिए इस्राएली अगुआई की थी। +* उनके नाम का अर्थ है, “ऊंचे लोग” जो संभवतः उनके स्थान के पर्वतों के कारण या उनके लबे कद के कारण पड़ा था। +* उत्पत्ति की पुस्तक से विदित होता है कि एमोरी नूह के पोते, कनान के वंशज थे। +* ऐ नगर में एमोरी बसे हुए थे| +* परमेश्वर “एमोरियों का पाप” के विषय चर्चा करता है- उनकी मूर्तपूजा और उससे जुड़े पापी अभ्यास। +* परमेश्वर ने जैसी आज्ञा दी उसी के अनुसार यहोशू ने एमोरियों का सर्वनाश करने के लिए इस्राएलियों की अगुआई की थी। ## बाइबल सन्दर्भ: -* [आमोस 02:9-10](rc://*/tn/help/amo/02/09) -* [यहेजकेल 16:1-3](rc://*/tn/help/ezk/16/01) -* [उत्पत्ति 10:15-18](rc://*/tn/help/gen/10/15) +* [आमोस 2:9](rc://*/tn/help/amo/02/09) +* [यहेजकेल 16:3](rc://*/tn/help/ezk/16/03) +* [उत्पत्ति 10:16](rc://*/tn/help/gen/10/16) * [उत्पत्ति 15:14-16](rc://*/tn/help/gen/15/14) -* [यहोशू 09:9-10](rc://*/tn/help/jos/09/09) +* [यहोशू 09:10](rc://*/tn/help/jos/09/10) ## बाइबल कहानियों से उदाहरण: -* __[15:07](rc://*/tn/help/obs/15/07)__ कुछ समय बाद, कनान में एक अन्य समूह के राजा, __एमोरियों__ ने जब यह सुना कि गिबोन के निवासियों ने इस्राएलियों से मेल किया और उनके बीच रहने लगे है, तब एमोरी के राजाओ ने अपनी अपनी सेना इकट्ठी करके चढ़ाई कर दी, और गिबोन के सामने डेरे डालकर उस से युद्ध छेड़ दिया। +* __[15:7](rc://*/tn/help/obs/15/07)__ कुछ समय बाद, कनान में एक अन्य जाति, __एमोरियों__ के राजा ने जब यह सुना कि गिबोन के निवासियों ने इस्राएलियों से मेल कर लिया है, तब उसने सब के साथ मिलकर एक विशाल सेना तैयार की और गिब्बोनियों पर आक्रमण कार दिया। * __[15:08](rc://*/tn/help/obs/15/08)__ प्रात:काल उन्होंने __एमोरियों__ की सेना को चकित कर दिया व उन पर हमला कर दिया। -* __[15:09](rc://*/tn/help/obs/15/09)__ उस दिन परमेश्वर इस्राएल के लिए लड़े। परमेश्वर ने एमोरियों को उलझन में डाल दिया, और ओले भेजकर बहुत से एमोरियों को घात किया। -* __[15:10](rc://*/tn/help/obs/15/10)__ उस दिन परमेश्वर ने सूर्य को आकाशमण्डल के बीचोंबीच ठहरा दिया, ताकि इस्राएलियों के पास एमोरियों को पराजित करने के लिए पर्याप्त समय हो। +* __[15:9](rc://*/tn/help/obs/15/09)__ उस दिन परमेश्वर इस्राएल के लिए लड़ा। परमेश्वर ने एमोरियों को उलझन में डाल दिया, और आकाश से पत्थर गिरा कर अनेक एमोरियों को घात किया। +* __[15:10](rc://*/tn/help/obs/15/10)__ उस दिन परमेश्वर ने सूर्य को आकाशमण्डल के बीचोंबीच ठहरा दिया, ताकि इस्राएलियों के पास एमोरियों का सर्पवनाश करने के लिए पर्याप्त समय हो। ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/antioch.md b/bible/names/antioch.md index 5954a4c..521d32a 100644 --- a/bible/names/antioch.md +++ b/bible/names/antioch.md @@ -14,11 +14,11 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [2 तीमुथियुस 03:10-13](rc://*/tn/help/2ti/03/10) -* [प्रे.का. 06:5-6](rc://*/tn/help/act/06/05) +* [2 तीमुथियुस 3:10-13](rc://*/tn/help/2ti/03/10) +* [प्रे.का. 6:5-6](rc://*/tn/help/act/06/05) * [प्रे.का. 11:19-21](rc://*/tn/help/act/11/19) -* [प्रे.का. 11:25-26](rc://*/tn/help/act/11/25) -* [गलातियों 02:11-12](rc://*/tn/help/gal/02/11) +* [प्रे.का. 11:26](rc://*/tn/help/act/11/26) +* [गलातियों 2:11-12](rc://*/tn/help/gal/02/11) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/aquila.md b/bible/names/aquila.md index c313cc9..eb4757d 100644 --- a/bible/names/aquila.md +++ b/bible/names/aquila.md @@ -6,7 +6,7 @@ * अक्विला और प्रिस्किल्ला रोम, इटली में कुछ समय रहे थे तब रोमी सम्राट क्लॉडियस ने सब यहूदियों को रोम से चले जाने का आदेश दिया। * अतः अक्विला और प्रिस्किल्ला कुरिन्थ नगर आ गए जहां उनकी भेंट प्रेरित पौलुस से हुई थी। -* उन्होंने तम्बू बनाने में और प्रचार कार्य में पौलुस के साथ काम किया। +* उन्होंने तम्बू बनाने में पौलुस के साथ काम किया था और इस प्रकार प्रचार कार्य में पौलुस के साथी हुए थे। * अक्विला और प्रिस्किल्ला दोनों विश्वासियों को यीशु के सत्य की शिक्षा देते थे, इन विश्वासियों में एक प्रतिभाशाली शिक्षक अप्पुल्लोस भी था। (अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) @@ -17,8 +17,8 @@ * [1 कुरिन्थियों 16:19-20](rc://*/tn/help/1co/16/19) * [2 तीमुथियुस 04:19-22](rc://*/tn/help/2ti/04/19) -* [प्रे.का. 18:1-3](rc://*/tn/help/act/18/01) -* [प्रे.का. 18:24-26](rc://*/tn/help/act/18/24) +* [प्रे.का. 18:2](rc://*/tn/help/act/18/02) +* [प्रे.का. 18:24](rc://*/tn/help/act/18/24) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/artaxerxes.md b/bible/names/artaxerxes.md index a3ee6f9..750b9a9 100644 --- a/bible/names/artaxerxes.md +++ b/bible/names/artaxerxes.md @@ -2,11 +2,11 @@ ## तथ्य: -अर्तक्षत्र ने फारसी साम्राज्य पर लगभग 464 से 424 ई. पू. तक राज किया था। +राजा अर्तक्षत्र ने फारसी साम्राज्य पर लगभग 464 से 424 ई. पू. तक राज किया था। * अर्तक्षत्र के राज्यकाल में यहूदा के इस्राएली बेबीलोन में बन्धुआई में थे उस समय बेबीलोन फारस के अधीन था। * अर्तक्षत्र ने याजक एज्रा और अन्य यहूदी अगुओं को बेबीलोन से यरूशलेम लौट कर इस्राएलियों को परमेश्वर की व्यवस्था की शिक्षा देने की अनुमति प्रदान कर दी थी। -* इसके बाद अर्तक्षत्र ने अपने पिलानेहारे नहेम्याह को भी यरूशलेम जाने की अनुमति दे दी थी कि वह शहरपनाह का पुनरुद्धार करे। +* इसके बाद अर्तक्षत्र ने अपने पिलानेहारे नहेम्याह को भी यरूशलेम जाने की अनुमति दे दी थी कि वह यहूदिओं को साथ लेकर शहरपनाह का पुनरुद्धार करे। * बेबीलोन फारस के अधीन था इसलिए अर्तक्षत्र को कभी-कभी “बेबीलोन का राजा” भी कहा गया है। * ध्यान दें कि अर्तक्षत्र क्षयर्ष नहीं था। @@ -16,9 +16,9 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [एज्रा 04:7-8](rc://*/tn/help/ezr/04/07) -* [एज्रा 07:1-5](rc://*/tn/help/ezr/07/01) -* [नहेम्याह 02:1-2](rc://*/tn/help/neh/02/01) +* [एज्रा 4:7-8](rc://*/tn/help/ezr/04/07) +* [एज्रा 7:1-5](rc://*/tn/help/ezr/07/01) +* [नहेम्याह 2:1](rc://*/tn/help/neh/02/01) * [नहेम्याह 13:6-7](rc://*/tn/help/neh/13/06) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/asaph.md b/bible/names/asaph.md index 0bdd4c4..514be1e 100644 --- a/bible/names/asaph.md +++ b/bible/names/asaph.md @@ -15,10 +15,10 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 इतिहास 06:39-43](rc://*/tn/help/1ch/06/39) +* [1 इतिहास 6:39-43](rc://*/tn/help/1ch/06/39) * [2 इतिहास 35:15](rc://*/tn/help/2ch/35/15) -* [नहेम्याह 02:7-8](rc://*/tn/help/neh/02/07) -* [भजन 050:1-2](rc://*/tn/help/psa/050/001) +* [नहेम्याह 2:8](rc://*/tn/help/neh/02/08) +* [भजन 50:1-2](rc://*/tn/help/psa/050/001) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/ashdod.md b/bible/names/ashdod.md index 5124c48..b16ecbd 100644 --- a/bible/names/ashdod.md +++ b/bible/names/ashdod.md @@ -2,10 +2,10 @@ ## तथ्य: -अश्दोद पलिश्तियों के पांच प्रमुख नगरों में से एक था। यह दक्षिण-पश्चिम कनान में भूमध्य-सागर के निकट था, गाज़ा और याफा के मध्य स्थित। +अश्दोद पलिश्तियों के पांच प्रमुख नगरों में से एक था। यह दक्षिण-पश्चिम कनान में भूमध्य-सागर के निकट, गाज़ा और याफा के मध्य स्थित था। -* पलिश्तियों के देवता दागोन का मन्दिर वहां था। -* पलिश्तियों द्वारा परमेश्वर की वाचा का सन्दूक लूट ले जाने के कारण परमेश्वर ने अश्दोद वासियों को कठोर दण्ड दिया था क्योंकि उन्होंने उसे अश्दोद में विधर्मी मन्दिर में रखा था। +* पलिश्तियों के मिथ्या देवता दागोन का मन्दिर अश्दोद में था। +* पलिश्तियों ने परमेश्वर की वाचा का सन्दूक ले जाकर अश्दोद के विजातीय मंदिर में रख दिया था, इस कारण परमेश्वर ने अश्दोद वासियों को कठोर दण्ड दिया था क्योंकि उसको विधर्मी मन्दिर में रखा गया था। * इस नगर का यूनानी नाम अज़ोतस था। यह भी उन नगरों में से एक था जहां प्रचारक फिलिप्पुस ने सुसमाचार सुनाया था। (अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) @@ -14,13 +14,11 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 शमूएल 05:1-3](rc://*/tn/help/1sa/05/01) -* [प्रे.का. 08:39-40](rc://*/tn/help/act/08/39) -* [आमोस 01:8](rc://*/tn/help/amo/01/08) +* [1 शमूएल 5:1-3](rc://*/tn/help/1sa/05/01) +* [प्रे.का. 8:40](rc://*/tn/help/act/08/39) +* [आमोस 1:8](rc://*/tn/help/amo/01/08) * [यहोशू 15:45-47](rc://*/tn/help/jos/15/45) -* [जकर्याह 09:5-7](rc://*/tn/help/zec/09/05) - -{{tag>publish ktlink} +* [जकर्याह 9:6](rc://*/tn/help/zec/09/06) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/asia.md b/bible/names/asia.md index 9dde071..f49aa60 100644 --- a/bible/names/asia.md +++ b/bible/names/asia.md @@ -4,7 +4,7 @@ बाइबल के युग में “आसिया” रोमी साम्राज्य के एक क्षेत्र का नाम था। यह स्थान आज के तुर्किस्तान के पश्चिमी भाग में था। -* पौलुस ने आसिया के अनेक स्थानों में सुसमाचार सुनाया था। इन स्थानों में इफिसुस और कुलुस्से थे। +* पौलुस ने आसिया के अनेक स्थानों में यात्रा की और वहाँ अनेक नगरों में सुसमाचार सुनाया था। इन स्थानों में इफिसुस और कुलुस्से थे। * आज के आसिया के भ्रम से बचने के लिए आवश्यक है कि इस शब्द का अनुवाद इस प्रकार किया जाए, “प्राचीन रोमी प्रान्त आसिया” या “आसिया प्रदेश।” * प्रकाशितवाक्य की पुस्तक में जितनी भी कलीसियाओं के नाम हैं, वे सब रोम के आसिया प्रदेश में थी। @@ -15,13 +15,13 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: * [1 कुरिन्थियों 16:19-20](rc://*/tn/help/1co/16/19) -* [1 पतरस 01:1-2](rc://*/tn/help/1pe/01/01) -* [2 तीमुथियुस 01:15-18](rc://*/tn/help/2ti/01/15) +* [1 पतरस 1:1-2](rc://*/tn/help/1pe/01/01) +* [2 तीमुथियुस 1:15-18](rc://*/tn/help/2ti/01/15) * [प्रे.का. 06:8-9](rc://*/tn/help/act/06/08) -* [प्रे.का. 16:6-8](rc://*/tn/help/act/16/06) +* [प्रे.का. 16:7](rc://*/tn/help/act/16/07 ) * [प्रे.का. 27:1-2](rc://*/tn/help/act/27/01) -* [प्रकाशितवाक्य 01:4-6](rc://*/tn/help/rev/01/04) -* [रोमियो 16:3-5](rc://*/tn/help/rom/16/03) +* [प्रकाशितवाक्य 1:4-6](rc://*/tn/help/rev/01/04) +* [रोमियो 16:5](rc://*/tn/help/rom/16/05) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/assyria.md b/bible/names/assyria.md index 9967751..e74820f 100644 --- a/bible/names/assyria.md +++ b/bible/names/assyria.md @@ -1,8 +1,8 @@ -# अश्शूर, अश्शूरी, अश्शूरियों, अश्शूर राज्य +# अश्शूर, अश्शूरी, अश्शूर राज्य ## तथ्य: -अश्शूर देश एक इस्राएल के कनान वास के समय एक शक्तिशाली राज्य था। अश्शूर राज्य विभिन्न देशों का एक समूह था जिस पर अश्शूर राजा राज करता था। +अश्शूर देश एक इस्राएल के कनान वास के समय अश्शूर देश एक शक्तिशाली राज्य था। अश्शूर राज्य विभिन्न जातियों का एक समूह था जिस पर अश्शूर राजा राज करता था। * अश्शूर देश उस स्थान में था जो आज उत्तरी इराक है। * इतिहास में अश्शूरों ने इस्राएल से अनेक युद्ध किए थे। @@ -13,17 +13,17 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [उत्पत्ति 10:11-14](rc://*/tn/help/gen/10/11) +* [उत्पत्ति 10:11](rc://*/tn/help/gen/10/11) * [उत्पत्ति 25:17-18](rc://*/tn/help/gen/25/17) -* [यशायाह 07:16-17](rc://*/tn/help/isa/07/16) -* [यिर्मयाह 50:17-18](rc://*/tn/help/jer/50/17) -* [मीका 07:11-13](rc://*/tn/help/mic/07/11) +* [यशायाह 7:16-17](rc://*/tn/help/isa/07/16) +* [यिर्मयाह 50:17](rc://*/tn/help/jer/50/17) +* [मीका 7:11-13](rc://*/tn/help/mic/07/11) ## बाइबल कहानियों से उदाहरण: * __[20:02](rc://*/tn/help/obs/20/02)__ तब परमेश्वर ने दोनों राज्यों को दण्डित किया और उनके शत्रुओं को यह अनुमति दी कि वह उन राज्यों को नष्ट कर दे। __अश्शूर का राज्य__ एक शक्तिशाली, क्रूर राज्य था, जिसने इस्राएल के राज्य को नष्ट कर दिया। __अश्शूरियों__ ने इस्राएल के बहुत से लोगों को मार गिराया, उनकी मूल्यवान वस्तुओं को छीन लिया और देश का बहुत सा हिस्सा जला दिया। -* __[20:03](rc://*/tn/help/obs/20/03)__ __अश्शूरियों__ ने सभी नेताओं को एकत्र किया, धनवान मनुष्य और योग्य मनुष्य को और वह उन्हें अपने साथ __अश्शूर__ ले आए। -* __[20:04](rc://*/tn/help/obs/20/04)__ तब __अश्शूरियों__ ने अन्यजातियों को उस भूमि पर रहने को कहा जहाँ पर इस्राएली राज्य था। +* __[20:3](rc://*/tn/help/obs/20/03)__ __अश्शूरियों__ ने सभी अगुओं को, धनवान मनुष्य और योग्य मनुष्य को एकत्र किया और उन्हें अपने साथ __अश्शूर__ ले आए। +* __[20:4](rc://*/tn/help/obs/20/04)__ तब __अश्शूरियों__ ने अन्यजातियों को इस्रैल राज्य की उस भूमि पर रहने के लिए ले आए। ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/balaam.md b/bible/names/balaam.md index 619784d..16ae41d 100644 --- a/bible/names/balaam.md +++ b/bible/names/balaam.md @@ -2,13 +2,13 @@ ## तथ्य: -बिलाम एक अन्यजाति भविष्यद्वक्ता था जिसे राजा बालक ने रिश्वत देकर बुलवाया था कि इस्त्राएलियों को श्राप दे क्योंकि वे उत्तरी मोआब में, यरदन के तट पर छावनी डाले हुए कनान में प्रवेश करने की तैयारी में थे। +बिलाम एक अन्यजाति भविष्यद्वक्ता था जिसे राजा बालाक ने रिश्वत देकर बुलवाया था कि इस्त्राएलियों को श्राप दे क्योंकि वे उत्तरी मोआब में, यरदन के तट पर छावनी डाले हुए कनान में प्रवेश करने की तैयारी में थे। * बिलाम पतोर नगर का निवासी था, यह स्थान मोआब से 400 मील दूर फरात नदी के क्षेत्र में था। * मिद्यानी राजा बालाक इस्राएलियों की बड़ी संख्या से डरता था इसलिए उसने बिलाम को बुलाया था कि उन्हें श्राप दे। * जब बिलाम इस्राएलियों की ओर जा रहा था तब परमेश्वर का एक दूत उनका मार्ग अवरूद्ध करके खड़ा हो गया, जिसके कारण बिलाम का गधा रूक गया था। परमेश्वर ने उस गधे को मानवीय भाषा में बिलाम से बोलने की क्षमता प्रदान की। * परमेश्वर ने बिलाम को अनुमति नहीं दी कि वह इस्राएल को श्राप दे परन्तु बिलाम को उन्हें आशिष देने पर विवश किया। -* परन्तु बिलाम ने इस्राएल की बुराई की और उन पर बाल पिओर की पूजा करने का प्रभाव डाला। +* परन्तु बिलाम ने इस्राएल की बुराई की और उन पर झूठे देवता, बाल पिओर की पूजा करने का प्रभाव डाला। (अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) @@ -16,11 +16,11 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [2 पतरस 02:15-16](rc://*/tn/help/2pe/02/15) +* [2 पतरस 2:16](rc://*/tn/help/2pe/02/16) * [व्यवस्थाविवरण 23:3-4](rc://*/tn/help/deu/23/03) * [यहोशू 13:22-23](rc://*/tn/help/jos/13/22) -* [गिनती 22:5-6](rc://*/tn/help/num/22/05) -* [प्रकाशितवाक्य 02:14-15](rc://*/tn/help/rev/02/14) +* [गिनती 22:5](rc://*/tn/help/num/22/05) +* [प्रकाशितवाक्य 2:14](rc://*/tn/help/rev/02/14) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/bashan.md b/bible/names/bashan.md index 930e929..c60974d 100644 --- a/bible/names/bashan.md +++ b/bible/names/bashan.md @@ -2,12 +2,12 @@ ## तथ्य: -बशान गलील सागर के पूर्व का क्षेत्र था। वह क्षेत्र आज के सीरिया और गोलन ऊंचाईयों के क्षेत्र का एक भाग था। +बशान गलील सागर के पूर्व का क्षेत्र था। वह क्षेत्र आज के सीरिया और गोलन ऊंचाईयों के क्षेत्र का एक भाग है। * पुराने नियम का एक शरण नगर, “गोलन” बाशान क्षेत्र में था। -* बाशान एक अत्यधिक उपजाऊ प्रदेश था जो बांज वृक्षों और चारा गाहों के लिए प्रसिद्ध था। +* बाशान एक अत्यधिक उपजाऊ प्रदेश था जो बांज वृक्षों और चारागाहों के लिए प्रसिद्ध था। * उत्पत्ति 14 में लिखा है कि बाशान अनेक राजाओं और उनके देशों में युद्ध का स्थान था। -* मिस्र से पलायन करने के बाद जब जंगल में था तब उन्होंने बाशान के एक भाग पर राज किया था। +* मिस्र से पलायन करने के बाद जब इस्राएल जंगल में था तब उन्होंने बाशान के एक भाग पर अधिकार कर लिया था। * वर्षों बाद राजा सुलैमान उस क्षेत्र से आपूर्ति प्राप्त करता था। (अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) @@ -16,10 +16,10 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 राजा 04:11-14](rc://*/tn/help/1ki/04/11) -* [आमोस 04:1-2](rc://*/tn/help/amo/04/01) -* [यिर्मयाह 20-21](rc://*/tn/help/jer/22/20) -* [यहोशू 09:9-10](rc://*/tn/help/jos/09/09) +* [1 राजा 4:13](rc://*/tn/help/1ki/04/13) +* [आमोस 4:1](rc://*/tn/help/amo/04/01) +* [यिर्मयाह 22:20-21](rc://*/tn/help/jer/22/20) +* [यहोशू 9:10](rc://*/tn/help/jos/09/10) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/beersheba.md b/bible/names/beersheba.md index abd10a9..d30e2e2 100644 --- a/bible/names/beersheba.md +++ b/bible/names/beersheba.md @@ -9,16 +9,16 @@ (अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [अबीमेलेक](../names/abimelech.md), [अब्राहम ](../names/abraham.md), [हाजिरा](../names/hagar.md), [इश्माएल](../names/ishmael.md), [यरूशलेम](../names/jerusalem.md), [शपथ](../other/oath.md)) +(यह भी देखें: [अबीमेलेक](../names/abimelech.md), [अब्राहम](../names/abraham.md), [हाजिरा](../names/hagar.md), [इश्माएल](../names/ishmael.md), [यरूशलेम](../names/jerusalem.md), [शपथ](../other/oath.md)) -===== बाइबल सन्दर्भ: ===== +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 शमूएल 03:19-21](rc://*/tn/help/1sa/03/19) -* [2 शमूएल 17:11-12](rc://*/tn/help/2sa/17/11) -* [उत्पत्ति 21:14-16](rc://*/tn/help/gen/21/14) -* [उत्पत्ति 21:31-32](rc://*/tn/help/gen/21/31) -* [उत्पत्ति 46:1-4](rc://*/tn/help/gen/46/01) -* [नहेम्याह 11:28-30](rc://*/tn/help/neh/11/28) +* [1 शमूएल 3:20](rc://*/tn/help/1sa/03/20) +* [2 शमूएल 17:11](rc://*/tn/help/2sa/17/11) +* [उत्पत्ति 21:14](rc://*/tn/help/gen/21/14) +* [उत्पत्ति 21:31](rc://*/tn/help/gen/21/31) +* [उत्पत्ति 46:1](rc://*/tn/help/gen/46/01) +* [नहेम्याह 11:30](rc://*/tn/help/neh/11/30) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/bethel.md b/bible/names/bethel.md index 8f05371..0467c55 100644 --- a/bible/names/bethel.md +++ b/bible/names/bethel.md @@ -5,20 +5,20 @@ “बेतेल” कनान देश में यरूशलेम के उत्तर में एक नगर था। इसका पूर्व का नाम "लूज" था। * परमेश्वर से पहली बार प्रतिज्ञा प्राप्त करने पर अब्राम (अब्राहम) ने बेतेल के निकट एक वेदी बनाई थी। उस समय इसका नाम बेतेल नहीं था परन्तु इस शब्द को जनमान्य होने के कारण काम में लिया गया है। -* एसाव से डर कर भागते समय याकूब इस नगर के बाहर ही आकाश के नीचे सोया था। उस समय उसने स्वप्न में उसे स्वर्गदूत एक सीढ़ी पर स्वर्ग पर चढ़ते और वहां से उतरते दिखाई दिए थे। -* इस नगर का नाम बेतेल नहीं था जब तक कि याकूब ने इसे "बेतेल" नाम नहीं दिया। इस शब्द को उजागर करने के लिए कुछ अनुवादों में इस स्थान का नाम “लूज(बाद में बेतेल कहलाया)” किया गया है जब तक कि याकूब ने वहां पहुंचकर उस स्थान को बेतेल नाम नहीं दिया। +* एसाव से डर कर भागते समय याकूब इस नगर के बाहर ही आकाश के नीचे सोया था। उस समय स्वप्न में उसे स्वर्गदूत एक सीढ़ी पर स्वर्ग पर चढ़ते और वहां से उतरते दिखाई दिए थे। +* इस नगर का नाम बेतेल नहीं था जब तक कि याकूब ने इसे "बेतेल" नाम नहीं दिया। इस शब्द को उजागर करने के लिए कुछ अनुवादों में इस स्थान का नाम “लूज(बाद में बेतेल कहलाया)” किया गया है जब अब्राहम की चर्चा की गई है तथा याकूब द्वारा उस स्थान का नाम बदल कर बेतेल रखने से पूर्व जब वह वहाँ पहुंचा था। * बेतेल का नाम पुराने नियम में बहुत बार आया है और वहां अनेक महत्त्वपूर्ण घटनाएं भी घटी थी। (अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [अब्राहम ](../names/abraham.md), [वेदी](../kt/altar.md), [याकूब](../names/jacob.md), [यरूशलेम](../names/jerusalem.md)) +(यह भी देखें: [अब्राहम](../names/abraham.md), [वेदी](../kt/altar.md), [याकूब](../names/jacob.md), [यरूशलेम](../names/jerusalem.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: * [उत्पत्ति 12:8-9](rc://*/tn/help/gen/12/08) -* [उत्पत्ति 35: 1-3](rc://*/tn/help/gen/35/01) -* [होशे 10:14-15](rc://*/tn/help/hos/10/14) -* [न्यायियों 01:22-24](rc://*/tn/help/jdg/01/22) +* [उत्पत्ति 35: 1](rc://*/tn/help/gen/35/01) +* [होशे 10:15](rc://*/tn/help/hos/10/15) +* [न्यायियों 01:23](rc://*/tn/help/jdg/01/23) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/canaan.md b/bible/names/canaan.md index f027b92..86a5059 100644 --- a/bible/names/canaan.md +++ b/bible/names/canaan.md @@ -2,10 +2,10 @@ ## तथ्य: -कनान हाम का पुत्र था और हाम नूह का पुत्र था। कनानी लोग कनान के निवासी थे। +कनान हाम का पुत्र था और हाम नूह का पुत्र था। कनानी लोग कनान के वंशज थे। -* “कनान” और “कनान देश” वह क्षेत्र था जो यरदन नदी और भूमध्यसागर के बीच का था। दक्षिण में वह मिस्र की सीमा तक था और उत्तर में सीरिया की सीमा तक। -* इस देश के निवासी कनानी और अन्यजातियां थी। +* “कनान” या “कनान देश” वह क्षेत्र था जो यरदन नदी और भूमध्यसागर के बीच का था। दक्षिण में वह मिस्र की सीमा तक था और उत्तर में सीरिया की सीमा तक। +* इस देश के निवासी कनानी और अन्यजातियां थे। * परमेश्वर ने अब्राहम से प्रतिज्ञा की थी कि वह कनान देश उसे और उसके वंशज, इस्राएलियों को देगा। (अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) @@ -15,19 +15,19 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: * [प्रे.का. 13:19-20](rc://*/tn/help/act/13/19) -* [निर्गमन 03:7-8](rc://*/tn/help/exo/03/07) -* [उत्पत्ति 09:18-19](rc://*/tn/help/gen/09/18) +* [निर्गमन 3:7-8](rc://*/tn/help/exo/03/07) +* [उत्पत्ति 9:18](rc://*/tn/help/gen/09/18) * [उत्पत्ति 10:19-20](rc://*/tn/help/gen/10/19) -* [उत्पत्ति 13:5-7](rc://*/tn/help/gen/13/05) -* [उत्पत्ति 47:1-2](rc://*/tn/help/gen/47/01) +* [उत्पत्ति 13:7](rc://*/tn/help/gen/13/07) +* [उत्पत्ति 47:2](rc://*/tn/help/gen/47/02) ## बाइबल कहानियों से उदाहरण: -* __[04:05](rc://*/tn/help/obs/04/05)__ इस प्रकार अब्राम अपनी पत्नी सारै, और जो धन उन्होंने इकट्ठा किया था, और जो प्राणी उन्होंने हारान में प्राप्त किये थे, सब को लेकर __कनान__ देश में जो परमेश्वर ने उसे दिखाया था जाने को निकल चला; -* __[04:06](rc://*/tn/help/obs/04/06)__ जब अब्राम __कनान__ देश पहुंचा तब परमेश्वर ने उससे कहा कि, "अपने चारों ओर देख क्योंकि जितनी भूमि तुझे दिखाई देती है, उस सब को मैं तुझे और तेरे वंश को दूँगा।" -* __[04:09](rc://*/tn/help/obs/04/09)__ "मैं__कनान__ देश तेरे वंश को दूँगा।" -* __[05:03](rc://*/tn/help/obs/05/03)__ " मैं तुझको, और तेरे पश्चात् तेरे वंश को भी, यह सारा __कनान__ देश दूँगा कि वह उनकी निज भूमि रहेगी, और मैं उनका परमेश्‍वर रहूँगा।" -* __[07:08](rc://*/tn/help/obs/07/08)__ बीस वर्ष तक अपने भवन से, जो __कनान__ में है, दूर रहने के बाद याकूब अपने परिवार, सेवकों, और अपने सारे जानवरों समेत वापस आ गया। +* __[4:5](rc://*/tn/help/obs/04/05)__ इस प्रकार अब्राम अपनी पत्नी सारै, और जो धन उन्होंने इकट्ठा किया था, और जो प्राणी उन्होंने हारान में प्राप्त किये थे, सब को लेकर __कनान__ देश में जो परमेश्वर ने उसे दिखाया था जाने को निकल चला; +* __[4:6](rc://*/tn/help/obs/04/06)__ जब अब्राम __कनान__ देश पहुंचा तब परमेश्वर ने उससे कहा कि, "अपने चारों ओर देख क्योंकि जितनी भूमि तुझे दिखाई देती है, उस सब को मैं तुझे और तेरे वंश को दूँगा।" +* __[4:9](rc://*/tn/help/obs/04/09)__ "मैं__कनान__ देश तेरे वंश को दूँगा।" +* __[5:3](rc://*/tn/help/obs/05/03)__ " मैं तुझको, और तेरे पश्चात् तेरे वंश को भी, यह सारा __कनान__ देश दूँगा कि वह उनकी निज भूमि रहेगी, और मैं उनका परमेश्‍वर रहूँगा।" +* __[7:8](rc://*/tn/help/obs/07/08)__ बीस वर्ष तक अपने घर से, जो __कनान__ में है, दूर रहने के बाद याकूब अपने परिवार, सेवकों, और अपने सारे जानवरों समेत वापस आ गया। ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/chaldeans.md b/bible/names/chaldeans.md index 97c1b96..c96cd02 100644 --- a/bible/names/chaldeans.md +++ b/bible/names/chaldeans.md @@ -4,23 +4,23 @@ कसदी मेसोपोटामिया या बेबीलोन के दक्षिण का भू भाग था। इस क्षेत्र के निवासी कसदियों कहलाते थे। -* ऊर नगर जहां अब्राहम रहता था, वह कसदियों का ही देश था। इसे प्रायः “कसदियों के ऊर” कहा जाता है। +* ऊर नगर जो अब्राहम का जन्मस्थान था, वह कसदियों का ही देश था। इसे प्रायः “कसदियों का ऊर” कहा जाता है। * नबूकदनेस्सर अनेक कसदियों में से एक था जो बेबीलोन पर राजा हुए थे। * अनेक वर्षों बाद लगभग 600 ई.पू. में कसदी देश "बेबीलोन" कहलाया। -* दानिय्येल की पुस्तक में “कसदी” शब्द एक विशेष मानवीय श्रेणी का संदर्भ देता है जो ऊंची शिक्षा प्राप्त मनुष्य थे और सितारों का अध्ययन करते थे। +* दानिय्येल की पुस्तक में “कसदी” शब्द एक विशेष मानवीय वर्ग का संदर्भ देता है जो ऊंची शिक्षा प्राप्त मनुष्य थे और नक्षत्रों का अध्ययन करते थे। (अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [अब्राहम ](../names/abraham.md), [बाबेल](../names/babylon.md), [शिनार](../names/shinar.md), [ऊर](../names/ur.md)) +(यह भी देखें: [अब्राहम](../names/abraham.md), [बाबेल](../names/babylon.md), [शिनार](../names/shinar.md), [ऊर](../names/ur.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 07:4-5](rc://*/tn/help/act/07/04) -* [यहेजकेल 01:1-3](rc://*/tn/help/ezk/01/01) +* [प्रे.का. 7:4-5](rc://*/tn/help/act/07/04) +* [यहेजकेल 1:1](rc://*/tn/help/ezk/01/01) * [उत्पत्ति 11:27-28](rc://*/tn/help/gen/11/27) * [उत्पत्ति 11:31-32](rc://*/tn/help/gen/11/31) * [उत्पत्ति 15:6-8](rc://*/tn/help/gen/15/06) -* [यशायाह 13:19-20](rc://*/tn/help/isa/13/19) +* [यशायाह 13:19](rc://*/tn/help/isa/13/19) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/corinth.md b/bible/names/corinth.md index 1595fd0..316f3d4 100644 --- a/bible/names/corinth.md +++ b/bible/names/corinth.md @@ -6,9 +6,9 @@ * कुरिन्थ नगर आरंभिक कलीसियाओं में से एक का स्थान था। * नये नियम में 1कुरिन्थियों और 2कुरिन्थियों पौलुस द्वारा कुरिन्थ की कलीसिया को लिखे पत्र थे। -* पहली प्रचार यात्रा पौलुस लगभग 18 महीने कुरिन्थ नगर में ठहरा था। +* पहली प्रचार यात्रा में पौलुस लगभग 18 महीने कुरिन्थ नगर में ठहरा था। * कुरिन्थ नगर में पौलुस की भेट दो विश्वासियों, अक्विला और प्रिस्किल्ला से हुई थी। -* कुरिन्थ की कलीसिया से संबन्धित अन्य आरंभिक कलीसियाई अगुवे थे तीमुथियुस, तीतुस, अप्पुलोस और सीलास। +* कुरिन्थ की कलीसिया से संबन्धित आरंभिक कलीसियाई अगुवों में थे तीमुथियुस, तीतुस, अप्पुलोस और सीलास। (अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) @@ -16,10 +16,10 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 कुरिन्थियों 01:1-3](rc://*/tn/help/1co/01/01) -* [2 कुरिन्थियों 01:23-24](rc://*/tn/help/2co/01/23) -* [2 तीमुथियुस 04:19-22](rc://*/tn/help/2ti/04/19) -* [प्रे.का. 18:1-3](rc://*/tn/help/act/18/01) +* [1 कुरिन्थियों 1:3](rc://*/tn/help/1co/01/03) +* [2 कुरिन्थियों 1:23-24](rc://*/tn/help/2co/01/23) +* [2 तीमुथियुस 4:19-22](rc://*/tn/help/2ti/04/19) +* [प्रे.का. 18:1](rc://*/tn/help/act/18/01) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/cyrus.md b/bible/names/cyrus.md index 3730003..ea36dda 100644 --- a/bible/names/cyrus.md +++ b/bible/names/cyrus.md @@ -4,7 +4,7 @@ कुस्रू एक फारसी राजा था जिसने सैनिक अभियान द्वारा 550 ई.पू. में फारसी साम्राज्य की स्थापना की थी। इतिहास में वह कुस्रू महान के नाम से भी जाना जाता है। -* कुस्रू ने बाबेल को जीत लिया था और बन्धुआ इस्राएलियों को मुक्ति का आरंभ हुआ। +* कुस्रू ने बेबीलोन को जीत लिया था, और तब ही से बन्धुआ इस्राएलियों की मुक्ति का आरंभ हुआ। * कुस्रू जीती हुई जातियों के प्रति अपने सहनशील स्वभाव के लिए प्रसिद्ध था। यहूदियों के साथ उसकी उदारता के व्यवहार के कारण ही बन्धुआई के बाद यरूशलेम मन्दिर का पुनः निर्माण हुआ था। * कुस्रू के राज्यकाल में दानिय्येल, एज्रा और नहेम्याह जीवित थे। @@ -14,9 +14,9 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [2 इतिहास 36:22-23](rc://*/tn/help/2ch/36/22) -* [दानिय्येल 01:19-21](rc://*/tn/help/dan/01/19) -* [एज्रा 05:12-13](rc://*/tn/help/ezr/05/12) +* [2 इतिहास 36:23](rc://*/tn/help/2ch/36/23) +* [दानिय्येल 01:21](rc://*/tn/help/dan/01/21) +* [एज्रा 05:13](rc://*/tn/help/ezr/05/13) * [यशायाह 44:28](rc://*/tn/help/isa/44/28) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/darius.md b/bible/names/darius.md index b98d8f5..fe5bd78 100644 --- a/bible/names/darius.md +++ b/bible/names/darius.md @@ -2,9 +2,9 @@ ## तथ्य: -दारा नाम फारस के अनेक राजाओं का था। संभव है कि “दारा” नाम की अपेक्षा उपाधि थी। +दारा नाम फारस के अनेक राजाओं का था। संभव है कि “दारा” नाम की अपेक्षा एक उपाधि थी। -* “दारा मादी” को जाल में फंसा कर दानिय्येल विरोधियों ने दानिय्येल को यहोवा की उपासना के कारण सिंहों की मान्द में डलवा दिया था। +* “मादी दारा” को जाल में फंसा कर दानिय्येल विरोधियों ने दानिय्येल को यहोवा की उपासना के कारण सिंहों की मान्द में डलवा दिया था। * “फारसी दारा” ने एज्रा और नहेम्याह के समय यरूशलेम के मन्दिर के पुनः निर्माण हेतु प्रबन्ध किया था। (अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) @@ -13,10 +13,10 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [एज्रा 04:4-6](rc://*/tn/help/ezr/04/04) -* [हाग्गै 01:1-2](rc://*/tn/help/hag/01/01) -* [नहेम्याह 12:22-23](rc://*/tn/help/neh/12/22) -* [जकर्याह 01:1-3](rc://*/tn/help/zec/01/01) +* [एज्रा 4:4-6](rc://*/tn/help/ezr/04/04) +* [हाग्गै 1:1](rc://*/tn/help/hag/01/01) +* [नहेम्याह 12:22](rc://*/tn/help/neh/12/22) +* [जकर्याह 1:1](rc://*/tn/help/zec/01/01) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/edom.md b/bible/names/edom.md index 40bcba4..a38cf69 100644 --- a/bible/names/edom.md +++ b/bible/names/edom.md @@ -4,11 +4,11 @@ एदोम एसाव का दूसरा नाम था। जिस स्थान में वह बस गया उस स्थान का नाम “एदोम” पड़ गया जो आगे चल कर “इदूमिया” हो गया। “एदोमियों” उसके वंशज थे। -* एदोम क्षेत्र समय के साथ-साथ स्थान बदलता रहा। वह इस्राएल के दक्षिण में था और अन्ततः यहूदा के दक्षिण तक फैल गया। +* एदोम क्षेत्र समय के साथ-साथ स्थान बदलता रहा। वह इस्राएल के दक्षिण में था और विस्तार करते करते अन्त में दक्षिण में यहूदा तक फैल गया। * नये नियम के युग में एदोम यहूदा राज्य का दक्षिणी अर्धभाग हो गया था। यूनानियों ने उसे “इदूमिया” कहा। * एदोम शब्द का अर्थ है “लाल” जो इस तथ्य के संदर्भ में है कि जब एसाव का जन्म हुआ था तब उसके शरीर पर लाल बाल थे। या इसका संदर्भ लाल रंग की उस दाल से भी हो सकता है जिसके बदले में एसाव ने अपने पहिलौठे होने का अधिकार बेच दिया था। * पुराने नियम में एदोम देश को सदैव ही इस्राएल का शत्रु कहा गया है। -* ओबद्याह की संपूर्ण पुस्तक में एदोम के विनाश की भविष्यद्वाणी की गई है। पुराने नियम में भविष्यद्वक्ताओं ने एदोम के विरूद्ध भविष्यद्वाणियां की थी। +* ओबद्याह की संपूर्ण पुस्तक में एदोम के विनाश की भविष्यद्वाणी की गई है। पुराने नियम के अन्य भविष्यद्वक्ताओं ने भी एदोम के विरूद्ध भविष्यद्वाणियां की थी। (अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) @@ -16,12 +16,12 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [उत्पत्ति 25:29-30](rc://*/tn/help/gen/25/29) -* [उत्पत्ति 32:3-5](rc://*/tn/help/gen/32/03) -* [उत्पत्ति 36:1-3](rc://*/tn/help/gen/36/01) +* [उत्पत्ति 25:30](rc://*/tn/help/gen/25/30) +* [उत्पत्ति 32:3](rc://*/tn/help/gen/32/03) +* [उत्पत्ति 36:1](rc://*/tn/help/gen/36/01) * [यशायाह 11:14-15](rc://*/tn/help/isa/11/14) * [यहोशू 11:16-17](rc://*/tn/help/jos/11/16) -* [ओबद्याह 01:1-2](rc://*/tn/help/oba/01/01) +* [ओबद्याह 01:2](rc://*/tn/help/oba/01/02) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/egypt.md b/bible/names/egypt.md index dfc35b5..6dc8e33 100644 --- a/bible/names/egypt.md +++ b/bible/names/egypt.md @@ -7,7 +7,7 @@ * प्राचीन युग में मिस्र एक शक्तिशाली एवं धनी देश था। * प्राचीन मिस्र दो भागों में विभाजित था, निचला मिस्र (उत्तरी भाग जहां से नील नदी बहकर समुद्र में गिरती है) ऊपरी मिस्र (दक्षिणी भाग)। पुराने नियम में इन दोनों भागों को “मिस्र” और “पत्रोस” कहा गया है। * जब कनान में भोजन की कमी होती थी तब इस्राएल के पित्र भोजन खरीदने मिस्र जाया करते थे। -* इस्राएली सैंकड़ों वर्ष मिस्र में दास बन कर रहते थे। +* इस्राएली सैंकड़ों वर्ष मिस्र में दास बन कर रहे थे। * यूसुफ और मरियम भी बालक यीशु को हेरोदेस महान से बचाने के लिए मिस्र चले गए थे। (अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) @@ -16,20 +16,20 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 शमूएल 04:7-9](rc://*/tn/help/1sa/04/07) -* [प्रे.का. 07:9-10](rc://*/tn/help/act/07/09) -* [निर्गमन 03:7-8](rc://*/tn/help/exo/03/07) -* [उत्पत्ति 41:27-29](rc://*/tn/help/gen/41/27) -* [उत्पत्ति 41:55-57](rc://*/tn/help/gen/41/55) -* [मत्ती 02:13-15](rc://*/tn/help/mat/02/13) +* [1 शमूएल 4:7-9](rc://*/tn/help/1sa/04/07) +* [प्रे.का. 7:10](rc://*/tn/help/act/07/10) +* [निर्गमन 3:7](rc://*/tn/help/exo/03/07) +* [उत्पत्ति 41:29](rc://*/tn/help/gen/41/29) +* [उत्पत्ति 41:57](rc://*/tn/help/gen/41/57) +* [मत्ती 2:15](rc://*/tn/help/mat/02/15) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[08:04](rc://*/tn/help/obs/08/04)__ और व्यापारी यूसुफ को __मिस्र__ ले गए। __मिस्र__ नील नदी के किनारे स्थित एक बड़ा, शक्तिशाली देश था। -* __[08:08](rc://*/tn/help/obs/08/08)__ फ़िरौन यूसुफ से बहुत प्रभावित हुआ, और उसे __मिस्र__ का दूसरा सबसे शक्तिशाली आदमी नियुक्त किया। -* __[08:11](rc://*/tn/help/obs/08/11)__ याकूब ने अपने बेटों को __मिस्र__ से अन्न लाने के लिये भेजा। -* __[08:14](rc://*/tn/help/obs/08/14)__ याकूब वृद्ध हो गया था, वह अपने परिवार के साथ __मिस्र__ देश गया और वह सब वहा रहने लगे। -* __[09:01](rc://*/tn/help/obs/09/01)__ यूसुफ की मृत्यु के पश्चात्, उसके सभी कुटुम्बी ने __मिस्र__ में ही वास किया। +* __[8:4](rc://*/tn/help/obs/08/04)__ और व्यापारी यूसुफ को __मिस्र__ ले गए। __मिस्र__ नील नदी के किनारे स्थित एक बड़ा, शक्तिशाली देश था। +* __[8:8](rc://*/tn/help/obs/08/08)__ फ़िरौन यूसुफ से बहुत प्रभावित हुआ, और उसे __मिस्र__ का दूसरा सबसे शक्तिशाली मनुष्य नियुक्त कर दिया। +* __[8:11](rc://*/tn/help/obs/08/11)__ याकूब ने अपने बड़े बेटों को अन्न लाने के लिए __मिस्र__भेजा था। +* __[8:14](rc://*/tn/help/obs/08/14)__ याकूब वृद्ध हो गया था, वह अपने परिवार के साथ __मिस्र__ देश गया और वे सब वहा रहने लगे। +* __[9:1](rc://*/tn/help/obs/09/01)__ यूसुफ की मृत्यु के पश्चात्, उसके कुटुम्बियों ने __मिस्र__ में ही वास किया। ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/ephraim.md b/bible/names/ephraim.md index 48b7f31..90d40dc 100644 --- a/bible/names/ephraim.md +++ b/bible/names/ephraim.md @@ -4,22 +4,22 @@ एप्रैम यूसुफ का दूसरा पुत्र था। उसके वंशज इस्राएल के बारह गोत्रों में से एक हुए। +* एप्रैम नाम उच्चारण में इब्रानी शब्द, के अर्थ, "फलवन्त बनाना" जैसा लगता है। * एप्रैम का गोत्र इस्राएल के उत्तरी भाग में स्थित दस गोत्रों में से एक था। -* बाइबल में कभी-कभी एप्रैम शब्द संपूर्ण उत्तरी राज्य इस्राएल के लिए काम में लिया जाता था। (देखें: [उपलक्षण](rc://*/ta/man/translate/figs-synecdoche)) -* एप्रैम वास्तव में एक पर्वतीय प्रदेश था, जो “एप्रैम का पहाड़ी प्रदेश” या “एप्रैम के पहाड़ों” के संदर्भ पर आधारित हैं। +* बाइबल में कभी-कभी एप्रैम शब्द संपूर्ण उत्तरी राज्य इस्राएल के लिए काम में लिया जाता था। (ठीक वैसे ही जैसे इस्राएल के दक्षिणी राज्य के लिए कभी-कभी यहूदा शब्द काम में लिया जाता था। (अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [इस्राएल का राज्य](../names/kingdomofisrael.md), [इस्राएल के बारह गोत्र](../other/12tribesofisrael.md)) +(यह भी देखें: [यूंसुफ़](../names/josephot.md), [मनश्शे](../names/manasseh.md), [इस्राएल का राज्य](../names/kingdomofisrael.md), [इस्राएल के बारह गोत्र](../other/12tribesofisrael.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 इतिहास 06:66-69](rc://*/tn/help/1ch/06/66) +* [1 इतिहास 6:66-69](rc://*/tn/help/1ch/06/66) * [2 इतिहास 13:4-5](rc://*/tn/help/2ch/13/04) -* [यहेजकेल 37:15-17](rc://*/tn/help/ezk/37/15) -* [उत्पत्ति 41:50-52](rc://*/tn/help/gen/41/50) +* [यहेजकेल 37:16](rc://*/tn/help/ezk/37/16) +* [उत्पत्ति 41:52](rc://*/tn/help/gen/41/52) * [उत्पत्ति 48:1-2](rc://*/tn/help/gen/48/01) -* [यूहन्ना 11:54-55](rc://*/tn/help/jhn/11/54) +* [यूहन्ना 11:54](rc://*/tn/help/jhn/11/54) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/ephrathah.md b/bible/names/ephrathah.md index 53d8dbb..214b096 100644 --- a/bible/names/ephrathah.md +++ b/bible/names/ephrathah.md @@ -5,9 +5,7 @@ "एप्रात" और "एप्राती" शब्द शायद "एप्रैम" नाम से प्राप्त हुए हैं, जो यूसुफ के पुत्रों में से एक थे और इस्राएल की 12 जनजातियों में से एक के कुलपति बन गए। विभिन्न * "एप्रात" उस क्षेत्र का नाम है जहां बेथेल शहर के पास, राहेल की मृत्यु हो गई। - * पुराने नियम में "एप्रात" नाम की एक स्त्री है, जो कालेब की पत्नी थी। - * बेथलहम और किरजथ-जियरिम दोनों शहरों को "एप्राती" भी कहा जाता है, भले ही दोनों शहर ऊपर (बेथेल के पास) की तुलना में एक अलग क्षेत्र में हैं। (अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) diff --git a/bible/names/esau.md b/bible/names/esau.md index d2f8f66..83233b0 100644 --- a/bible/names/esau.md +++ b/bible/names/esau.md @@ -4,31 +4,31 @@ एसाव इसहाक और रिबका के जुड़वा पुत्रों में से एक था। वह पहिलौठा था। याकूब उसका जुड़वा भाई था। -* एसाव ने दाल के एक कटोरे के लिए याकूब को अपना पहिलौठा का अधिकार बेच दिया था। +* एसाव ने दाल के एक कटोरे के लिए याकूब को अपना पहिलौठे का अधिकार बेच दिया था। * एसाव पहिलौठा था, इसलिए इसहाक को उसे विशेष आशिषें देनी थी। परन्तु याकूब ने धोखे से वे आशिषें ले लीं। आरंभ में तो एसाव क्रोध के कारण याकूब की हत्या करना चाहता था परन्तु बाद में उसने याकूब को क्षमा कर दिया। * एसाव की अनेक सन्तान तथा नाती-पोते हुए थे जो कनान में एक जाति होकर बस गए थे। (अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [सदोम](../names/edom.md), [इसहाक](../names/isaac.md), [याकूब](../names/jacob.md), [रिबका](../names/rebekah.md)) +(यह भी देखें: [एदोम](../names/edom.md), [इसहाक](../names/isaac.md), [याकूब](../names/jacob.md), [रिबका](../names/rebekah.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [उत्पत्ति 25:24-26](rc://*/tn/help/gen/25/24) +* [उत्पत्ति 25:24-26](rc://*/tn/help/gen/25/26) * [उत्पत्ति 25:29-30](rc://*/tn/help/gen/25/29) * [उत्पत्ति 26:34-35](rc://*/tn/help/gen/26/34) * [उत्पत्ति 27:11-12](rc://*/tn/help/gen/27/11) -* [उत्पत्ति 32:3-5](rc://*/tn/help/gen/32/03) -* [इब्रानियों 12:14-17](rc://*/tn/help/heb/12/14) -* [रोमियो 09:10-13](rc://*/tn/help/rom/09/10) +* [उत्पत्ति 32:3-5](rc://*/tn/help/gen/32/05) +* [इब्रानियों 12:14-17](rc://*/tn/help/heb/12/17) +* [रोमियो 09:10-13](rc://*/tn/help/rom/09/13) ## बाइबल कहानियों से उदाहरण: -* __[06:07](rc://*/tn/help/obs/06/07)__ जब रिबका के प्रसव का समय आया, पहला जो उत्पन्न हुआ वह लाल निकला, और उसका सारा शरीर कम्बल के समान रोममय था; इसलिये उसका नाम एसाव रखा गया। -* __[07:02](rc://*/tn/help/obs/07/02)__ तो __एसाव__ ने अपने पहिलौठे का अधिकार याकूब के हाथ बेच दिया। -* __[07:04](rc://*/tn/help/obs/07/04)__ जब इसहाक ने उसे टटोलकर देखा और उसके वस्त्रो की सुगन्ध पाकर समझा कि वह एसाव है, तो उसे जी से आशीर्वाद दिया। -* __[07:05](rc://*/tn/help/obs/07/05)__ __एसाव__ ने याकूब से बैर रखा क्योंकि उसने उसके पहिलौठे होने का अधिकार तो छीन ही लिया था साथ ही पिता के दिए हुए आशीर्वाद के कारण भी बैर रखा। -* __[07:10](rc://*/tn/help/obs/07/10)__ परन्तु __एसाव__ याकूब को फहले ही माफ़ कर चुका था, और वह एक दूसरे को देखकर बहुत ही प्रसन्न हुए। +* __[6:7](rc://*/tn/help/obs/06/07)__ जब रिबका के प्रसव का समय आया, पहला जो उत्पन्न हुआ वह लाल निकला, और उसका सारा शरीर कम्बल के समान रोममय था; इसलिये उसका नाम __एसाव__ रखा गया। +* __[7:2](rc://*/tn/help/obs/07/02)__ तो __एसाव__ ने अपने पहिलौठे का अधिकार याकूब के हाथ बेच दिया। +* __[7:4](rc://*/tn/help/obs/07/04)__ जब इसहाक ने उसे टटोलकर देखा और उसके वस्त्रो की सुगन्ध पाकर समझा कि वह __एसाव__ है, तो उसे जी से आशीर्वाद दिया। +* __[7:5](rc://*/tn/help/obs/07/05)__ __एसाव__ ने याकूब से बैर रखा क्योंकि उसने उसके पहिलौठे होने का अधिकार और आशीषों को छीन लिया था। +* __[7:10](rc://*/tn/help/obs/07/10)__ परन्तु __एसाव__ याकूब को पहले ही माफ़ कर चुका था, और वे एक दूसरे को देखकर बहुत ही प्रसन्न हुए। ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/ezra.md b/bible/names/ezra.md index 883a7a6..39d8c97 100644 --- a/bible/names/ezra.md +++ b/bible/names/ezra.md @@ -6,8 +6,8 @@ * एज्रा ने यह इतिहास बाइबल की एज्रा नामक पुस्तक में लिखा है। नहेम्याह नामक पुस्तक भी उसी ने लिखी होगी क्योंकि मूल में ये दोनों पुस्तकें एक ही थी। * यरूशलेम लौटकर उसने व्यवस्था को पुनः लागू किया था, क्योंकि उन्होंने सब्त के नियमों का पालन करना छोड़ दिया था और अन्यजाति स्त्रियों से जो मूर्तिपूजक थी, विवाह कर लिया था। -* एज्रा ने मन्दिर के पुनः निर्माण में भी सहायता की थी जिसे बेबीलोन की सेना ने यरूशलेम पर कब्जा करते वक्त ध्वंस कर दिया था। -* पुराने नियम में एज्रा नामक दो पुरुष हुए हैं। +* एज्रा ने मन्दिर के पुनः निर्माण में भी सहायता की थी जिसे बेबीलोन की सेना ने यरूशलेम पर कब्जा करते समय ध्वंस कर दिया था। +* पुराने नियम में एज्रा नामक दो और पुरुष हुए हैं। (अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) @@ -15,10 +15,10 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [एज्रा 07:6-7](rc://*/tn/help/ezr/07/06) -* [नहेम्याह 08:1-3](rc://*/tn/help/neh/08/01) -* [नहेम्याह 12:1-3](rc://*/tn/help/neh/12/01) +* [एज्रा 7:6](rc://*/tn/help/ezr/07/06) +* [नहेम्याह 8:1-3](rc://*/tn/help/neh/08/01) +* [नहेम्याह 12:1](rc://*/tn/help/neh/12/01) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H250, H5830, H5831, H5834 +* Strong's: H250, H5830, H5831 diff --git a/bible/names/galatia.md b/bible/names/galatia.md index f5401ba..d6eb34f 100644 --- a/bible/names/galatia.md +++ b/bible/names/galatia.md @@ -4,22 +4,22 @@ नए नियम के समय में, गलातिया एक बड़ा रोमी प्रांत था जो आज के तुर्किस्तान के मध्य भाग में स्थित है। -* गलातिया का एक भाग काला सागर के तट पर उत्तर की ओर विस्तृत था। उसकी सीमाओं पर एशिया, बिथुनिया, कप्पदोकिया, किलकिया और पंफूलिया थे। -* प्रेरित पौलुस गलातिया प्रदेश के विश्वासियों को पत्र लिखा था। यह पत्र नये नियम में “गलातियों के नाम पौलुस की पत्री” के नाम से है। -* गलातिया के विश्वासियों को यह पत्र लिखने में पौलुस का एक कारण था कि कर्मों द्वारा नहीं अनुग्रह द्वारा उद्धार पर बल दें। +* गलातिया के एक भाग सीमा,उत्तर में काला सागर के तट पर थी। उसकी सीमाओं पर एशिया, बिथुनिया, कप्पदोकिया, किलकिया और पंफूलिया थे। +* प्रेरित पौलुस ने गलातिया प्रदेश के विश्वासियों को पत्र लिखा था। यह पत्र नये नियम में “गलातियों के नाम पौलुस की पत्री” के नाम से है। +* गलातिया के विश्वासियों को यह पत्र लिखने में पौलुस का एक उद्देश्य था कि वे कर्मों द्वारा नहीं अनुग्रह द्वारा उद्धार पर बल दें। * गलातिया प्रदेश में जो अन्य जाति से आनेवाले विश्वासी थे उन्हें यहूदी मत से आनेवाले विश्वासी शिक्षा दे रहे थे कि विश्वासियों को यहूदी नियमों में से कुछ का पालन करना अनिवार्य था। (अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [आसिया](../names/asia.md), [विश्वास](../kt/believer.md), [किलिकिया ](../names/cilicia.md), [सुसमाचार ](../kt/goodnews.md), [पौलुस](../names/paul.md), [काम](../kt/works.md)) +(यह भी देखें: [आसिया](../names/asia.md), [विश्वास](../kt/believer.md), [किलिकिया](../names/cilicia.md), [सुसमाचार](../kt/goodnews.md), [पौलुस](../names/paul.md), [कर्म](../kt/works.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: * [1 कुरिन्थियों 16:1-2](rc://*/tn/help/1co/16/01) -* [1 पतरस 01:1-2](rc://*/tn/help/1pe/01/01) -* [2 तीमुथियुस 04:9-10](rc://*/tn/help/2ti/04/09) +* [1 पतरस 1:1-2](rc://*/tn/help/1pe/01/01) +* [2 तीमुथियुस 4:9-10](rc://*/tn/help/2ti/04/09) * [प्रे.का. 16:6-8](rc://*/tn/help/act/16/06) -* [गलातियों 01:1-2](rc://*/tn/help/gal/01/01) +* [गलातियों 1:1](rc://*/tn/help/gal/01/01) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/gibeon.md b/bible/names/gibeon.md index 2cc83e1..076e0d7 100644 --- a/bible/names/gibeon.md +++ b/bible/names/gibeon.md @@ -4,24 +4,24 @@ गिबोन एक नगर था जो यरूशलेम के उत्तर-पश्चिम में 13 किलोमीटर दूर था। गिबोन के निवासी गिबोनी कहलाते थे। -* गिबोनियों ने सुना कि इस्राएलियों ने यरीहो और आई नगर का विनाश कर दिया है तो वे डर गए थे। -* अतः वे गिबोनियों में इस्त्राएलियों के अगुओं के पास आए और ऐसा स्वांग रचा कि वे दूर देश के हैं। -* इस्राएल के अगुओं ने धोखा खाकर उनके साथ समझौता कर लिया था कि वे उनकी रक्षा करेंगे और उन्हें नष्ट नहीं करेंगे। +* गिबोनियों ने सुना कि इस्राएलियों ने यरीहो और ऐ नगर का विनाश कर दिया है तो वे डर गए थे। +* अतः गिबोनी इस्त्राएलियों के अगुओं के पास गिलगाल आए और ऐसा स्वांग रचा कि वे दूर देश के हैं। +* इस्राएल के अगुओं ने धोखा खाकर गिबोनियों के साथ समझौता कर लिया था कि वे उनकी रक्षा करेंगे और उन्हें नष्ट नहीं करेंगे। (यह भी देखें: [गिलगाल](../names/gilgal.md), [यरीहो](../names/jericho.md), [यरूशलेम](../names/jerusalem.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 इतिहास 08:29-31](rc://*/tn/help/1ch/08/29) -* [1 राजा 03:4-5](rc://*/tn/help/1ki/03/04) -* [2 शमूएल 02:12-13](rc://*/tn/help/2sa/02/12) -* [यहोशू 09:3-5](rc://*/tn/help/jos/09/03) +* [1 इतिहास 8:29](rc://*/tn/help/1ch/08/29) +* [1 राजा 3:4-5](rc://*/tn/help/1ki/03/04) +* [2 शमूएल 2:12-13](rc://*/tn/help/2sa/02/12) +* [यहोशू 9:3-5](rc://*/tn/help/jos/09/03) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[15:06](rc://*/tn/help/obs/15/06)__ परन्तु कनान निवासियों का एक समूह, जो की __गिबोनियो__ कहलाता है, उन्होंने यहोशू के साथ छल किया और कहा, हम दूर देश से आए है। -* __[15:07](rc://*/tn/help/obs/15/07)__ कुछ समय बाद, कनान में एक अन्य समूह के राजा, एमोरियों ने जब यह सुना कि __गिबोन के निवासियों__ ने इस्राएलियों से मेल किया और उनके बीच रहने लगे है, तब एमोरी के राजाओ ने अपनी अपनी सेना इकट्ठी करके चढ़ाई कर दी, और __गिबोन__ के सामने डेरे डालकर उस से युद्ध छेड़ दिया। -* __[15:08](rc://*/tn/help/obs/15/08)__ तब यहोशू सारे योद्धाओं और शुरवीरों को संग लेकर रातोंरात __गिबोनियों__ तक पहुँचने के लिए चल पड़े। +* __[15:6](rc://*/tn/help/obs/15/06)__ परन्तु कनान निवासियों का एक समूह, जो __गिबोनी__ कहलाता है, उन्होंने यहोशू के साथ छल किया और कहा, हम कनान से दूर एक देश से आए है। +* __[15:7](rc://*/tn/help/obs/15/07)__ कुछ समय बाद, कनान में एक अन्य जाति, एमोरियों के राजा, ने जब यह सुना कि __गिबोन के निवासियों__ ने इस्राएलियों से मेल किया और उनके बीच रहने लगे है, तब सब ने अपनी अपनी सेना इकट्ठी करके एक विशाल सेना तैयार की और __गिबोन__ के सामने डेरे डालकर उस से युद्ध छेड़ दिया। +* __[15:8](rc://*/tn/help/obs/15/08)__ तब यहोशू सारे योद्धाओं और शुरवीरों को संग लेकर रातों रात __गिबोनियों__ तक पहुँचने के लिए चल पड़े। ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/gilead.md b/bible/names/gilead.md index b0ea564..b25f13b 100644 --- a/bible/names/gilead.md +++ b/bible/names/gilead.md @@ -3,7 +3,6 @@ ## परिभाषा: * गिलाद यरदन नदी के पूर्व में एक पर्वतीय प्रदेश है जहां इस्राएली गोत्र गाद, रूबेन, मनश्शे वास करने लगे थे। - * इस क्षेत्र को “गिलाद का पहाड़ी प्रदेश” या “गिलाद पर्वत” भी कहा गया है। * “गिलाद” पुराने नियम में अनेक पुरुषों का नाम भी था। उनमें से एक मनश्शे का पोता भी था। एक और पुरुष जिसका नाम गिलाद था, वह यिप्तह का पिता था। @@ -13,11 +12,11 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 इतिहास 02:21-22](rc://*/tn/help/1ch/02/21) -* [1 शमूएल 11:1-2](rc://*/tn/help/1sa/11/01) -* [आमोस 01:3-4](rc://*/tn/help/amo/01/03) -* [व्यवस्थाविवरण 02:36-37](rc://*/tn/help/deu/02/36) -* [उत्पत्ति 31:19-21](rc://*/tn/help/gen/31/19) +* [1 इतिहास 2:22](rc://*/tn/help/1ch/02/22) +* [1 शमूएल 11:1](rc://*/tn/help/1sa/11/01) +* [आमोस 1:3](rc://*/tn/help/amo/01/03) +* [व्यवस्थाविवरण 2:36-37](rc://*/tn/help/deu/02/36) +* [उत्पत्ति 31:21](rc://*/tn/help/gen/31/21) * [उत्पत्ति 37:25-26](rc://*/tn/help/gen/37/25) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/girgashites.md b/bible/names/girgashites.md index 886ccb9..e329f2c 100644 --- a/bible/names/girgashites.md +++ b/bible/names/girgashites.md @@ -5,8 +5,8 @@ कनान देश में गलील सागर के तट पर रहनेवाली एक जाति को गिर्गाशी कहते थे। * वे हाम के पुत्र कनान के वंशज थे, अतः वे कनानी कहलानेवाली अनेक जातियों में से एक थे। -* परमेश्वर इस्राएलियों से प्रतिज्ञा की थी कि वह गिर्गाशियों तथा अन्य सब कनानी जातियों को हराने में उनकी सहायता करेगा। -* अन्य कनानियों के समान गिर्गाशी भी मूर्तिपूजक थे और मूर्तिपूजा के भाग के रूप में अनैतिक काम किए। +* परमेश्वर ने इस्राएलियों से प्रतिज्ञा की थी कि वह गिर्गाशियों तथा अन्य सब कनानी जातियों को हराने में उनकी सहायता करेगा। +* अन्य कनानियों के समान गिर्गाशी भी मूर्तिपूजक थे और मूर्तिपूजा के भाग के रूप में अनैतिक काम करते थे। (अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) @@ -14,10 +14,10 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 इतिहास 01:13-16](rc://*/tn/help/1ch/01/13) -* [व्यवस्थाविवरण 04:39-40](rc://*/tn/help/deu/07/01) -* [उत्पत्ति 10:15-18](rc://*/tn/help/gen/10/15) -* [यहोशू 03:9-11](rc://*/tn/help/jos/03/09) +* [1 इतिहास 1:14](rc://*/tn/help/1ch/01/14) +* [व्यवस्थाविवरण 7:1](rc://*/tn/help/deu/07/01) +* [उत्पत्ति 10:16](rc://*/tn/help/gen/10/16) +* [यहोशू 3:9-11](rc://*/tn/help/jos/03/09) * [यहोशू 24:11-12](rc://*/tn/help/jos/24/11) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/gomorrah.md b/bible/names/gomorrah.md index 13f6a27..f029e2d 100644 --- a/bible/names/gomorrah.md +++ b/bible/names/gomorrah.md @@ -12,7 +12,7 @@ (अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [अब्राहम ](../names/abraham.md) , [बाबेल](../names/babylon.md), [लूत](../names/lot.md), [खारे ताल](../names/saltsea.md), [सदोम](../names/sodom.md)) +(यह भी देखें: [अब्राहम](../names/abraham.md) , [बाबेल](../names/babylon.md), [लूत](../names/lot.md), [खारे ताल](../names/saltsea.md), [सदोम](../names/sodom.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: diff --git a/bible/names/hagar.md b/bible/names/hagar.md index 26f3dd7..df8acde 100644 --- a/bible/names/hagar.md +++ b/bible/names/hagar.md @@ -10,7 +10,7 @@ (अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [अब्राहम ](../names/abraham.md), [वंशज](../other/descendant.md), [इश्माएल](../names/ishmael.md), [सारा](../names/sarah.md), [सेवक](../other/servant.md)) +(यह भी देखें: [अब्राहम](../names/abraham.md), [वंशज](../other/descendant.md), [इश्माएल](../names/ishmael.md), [सारा](../names/sarah.md), [सेवक](../other/servant.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: diff --git a/bible/names/haggai.md b/bible/names/haggai.md index 39e3fea..b636c67 100644 --- a/bible/names/haggai.md +++ b/bible/names/haggai.md @@ -2,7 +2,7 @@ ## तथ्य: -हाग्गै, बेबीलोन की बन्धुआई से स्वदेश लौट आने के बाद हाग्गै यहूदा में एक भविष्यद्वक्ता था। +बेबीलोन की बन्धुआई से स्वदेश लौट आने के बाद हाग्गै यहूदा में एक भविष्यद्वक्ता था। * हाग्गै की भविष्यद्वाणी के सेवाकाल में उजिय्याह यहूदा का राजा था। * भविष्यद्वक्ता जकर्याह भी इसी समय भविष्यद्वाणी करता था। @@ -10,12 +10,12 @@ (अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [बाबेल](../names/babylon.md), [यहूदा](../names/kingdomofjudah.md), [नबूकदनेस्सर](../names/nebuchadnezzar.md), [उज्जिय्याह](../names/uzziah.md), [जकर्याह (पुराना नियम)](../names/zechariahot.md)) +(यह भी देखें: ([बाबेल](../names/babylon.md), [यहूदा](../names/kingdomofjudah.md), [नबूकदनेस्सर](../names/nebuchadnezzar.md), [उज्जिय्याह](../names/uzziah.md), [जकर्याह (पुराना नियम)](../names/zechariahot.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [एज्रा 05:1-2](rc://*/tn/help/ezr/05/01) -* [एज्रा 06:13-15](rc://*/tn/help/ezr/06/13) +* [एज्रा 5:1-2](rc://*/tn/help/ezr/05/01) +* [एज्रा 6:13-15](rc://*/tn/help/ezr/06/13) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/haran.md b/bible/names/haran.md index ec841b4..d4d1664 100644 --- a/bible/names/haran.md +++ b/bible/names/haran.md @@ -10,7 +10,7 @@ (अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [अब्राहम ](../names/abraham.md), [कालेब](../names/caleb.md), [कनान](../names/canaan.md), [लेवी](../names/levite.md), [लूत](../names/lot.md), [तेरह](../names/terah.md), [ऊर](../names/ur.md)) +(यह भी देखें: [अब्राहम](../names/abraham.md), [कालेब](../names/caleb.md), [कनान](../names/canaan.md), [लेवी](../names/levite.md), [लूत](../names/lot.md), [तेरह](../names/terah.md), [ऊर](../names/ur.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: diff --git a/bible/names/hilkiah.md b/bible/names/hilkiah.md index a30d62e..e934f00 100644 --- a/bible/names/hilkiah.md +++ b/bible/names/hilkiah.md @@ -10,7 +10,7 @@ (अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [एलयाकीम](../names/eliakim.md), [हिजकिय्याह ](../names/hezekiah.md), [महा-याजक](../kt/highpriest.md), [योशियाह](../names/josiah.md), [यहूदा](../names/kingdomofjudah.md), [व्यवस्था](../other/law.md), [आराधना](../kt/worship.md), [यहोवा](../kt/yahweh.md)) +(यह भी देखें: [एलयाकीम](../names/eliakim.md), [हिजकिय्याह](../names/hezekiah.md), [महा-याजक](../kt/highpriest.md), [योशियाह](../names/josiah.md), [यहूदा](../names/kingdomofjudah.md), [व्यवस्था](../other/law.md), [आराधना](../kt/worship.md), [यहोवा](../kt/yahweh.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: diff --git a/bible/names/hittite.md b/bible/names/hittite.md index d9c5673..4eae0ea 100644 --- a/bible/names/hittite.md +++ b/bible/names/hittite.md @@ -2,24 +2,24 @@ ## परिभाषा: -हित्ती कनान से हाम के वंशज थे। वे एक विशाल साम्राज्य बने जो आज के तुर्किस्तान और उत्तरी फिलिस्तीन क्षेत्र में था। +हित्ती कनान से उत्पन्न हाम के वंशज थे। वे एक विशाल साम्राज्य बने जो आज के तुर्किस्तान और उत्तरी फिलिस्तीन क्षेत्र में था। * अब्राहम ने हित्ती एप्रोन से भूमि खरीदी थी कि अपनी पत्नी सारा को वहां दफन करे। अब्राहम और उसके अनेक वंशज भी उस कब्र में दफ़न किए गए थे। * एसाव ने दो हित्ती स्त्रियों से विवाह किया था जिसके कारण उसके माता-पिता दुःखी थे। * दाऊद का भी एक योद्धा हित्ती था जिसका नाम ऊरिय्याह था। -* सुलैमान की परदेशी रानियों में भी हित्ती स्त्रियां थी। इन स्त्रियों ने सुलैमान को अपनी मूर्ति-पूजा में आकर्षित करने के कारण परमेश्वर से दूर कर दिया था। +* सुलैमान की परदेशी रानियों में भी हित्ती स्त्रियां थी। इन स्त्रियों ने सुलैमान को अपनी मूर्ति-पूजा में आकर्षित करके उसके मन को परमेश्वर से दूर कर दिया था। * हित्ती अधिकतर इस्राएल के लिए शारीरिक एवं आत्मिक खतरा बने हुए थे। (यह भी देखें: [वंशज](../other/descendant.md), [एसाव](../names/esau.md), [परदेशी](../other/foreigner.md), [हाम](../names/ham.md), [सामर्थी](../other/mighty.md), [सुलैमान](../names/solomon.md), [ऊरिय्याह](../names/uriah.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 राजा 09:20-21](rc://*/tn/help/1ki/09/20) -* [निर्गमन 03:7-8](rc://*/tn/help/exo/03/07) -* [उत्पत्ति 23:10-11](rc://*/tn/help/gen/23/10) -* [उत्पत्ति 25:9-11](rc://*/tn/help/gen/25/09) -* [यहोशू 01: 4-5](rc://*/tn/help/jos/01/04) -* [नहेम्याह 09:7-8](rc://*/tn/help/neh/09/07) +* [1 राजा 9:20-21](rc://*/tn/help/1ki/09/20) +* [निर्गमन 3:7-8](rc://*/tn/help/exo/03/07) +* [उत्पत्ति 23:11](rc://*/tn/help/gen/23/11) +* [उत्पत्ति 25:10](rc://*/tn/help/gen/25/10) +* [यहोशू 1: 4-5](rc://*/tn/help/jos/01/04) +* [नहेम्याह 9:8](rc://*/tn/help/neh/09/08) * [गिनती 13:27-29](rc://*/tn/help/num/13/27) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/iconium.md b/bible/names/iconium.md index 00f9853..83df2f1 100644 --- a/bible/names/iconium.md +++ b/bible/names/iconium.md @@ -14,8 +14,8 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [2 तीमुथियुस 03:10-13](rc://*/tn/help/2ti/03/10) -* [प्रे.का. 14:1-2](rc://*/tn/help/act/14/01) +* [2 तीमुथियुस 3:10-13](rc://*/tn/help/2ti/03/10) +* [प्रे.का. 14:1](rc://*/tn/help/act/14/01) * [प्रे.का. 14:19-20](rc://*/tn/help/act/14/19) * [प्रे.का. 16:1-3](rc://*/tn/help/act/16/01) diff --git a/bible/names/isaac.md b/bible/names/isaac.md index 668895c..8eb6da0 100644 --- a/bible/names/isaac.md +++ b/bible/names/isaac.md @@ -12,7 +12,7 @@ (अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [अब्राहम ](../names/abraham.md), [वंशज](../other/descendant.md), [सदाकालीन](../kt/forever.md), [पूर्ति](../kt/fulfill.md), [याकूब](../names/jacob.md), [सारा](../names/sarah.md), [इस्राएल के बारह गोत्र](../other/12tribesofisrael.md)) +(यह भी देखें: [अब्राहम](../names/abraham.md), [वंशज](../other/descendant.md), [सदाकालीन](../kt/forever.md), [पूर्ति](../kt/fulfill.md), [याकूब](../names/jacob.md), [सारा](../names/sarah.md), [इस्राएल के बारह गोत्र](../other/12tribesofisrael.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: diff --git a/bible/names/isaiah.md b/bible/names/isaiah.md index 525c5c4..06d98b8 100644 --- a/bible/names/isaiah.md +++ b/bible/names/isaiah.md @@ -12,7 +12,7 @@ (अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [आहाज](../names/ahaz.md), [अश्शूर](../names/assyria.md), [मसीह](../kt/christ.md), [हिजकिय्याह ](../names/hezekiah.md), [योताम](../names/jotham.md), [यहूदा](../names/kingdomofjudah.md), [भविष्यद्वक्ता](../kt/prophet.md), [उज्जिय्याह](../names/uzziah.md)) +(यह भी देखें: [आहाज](../names/ahaz.md), [अश्शूर](../names/assyria.md), [मसीह](../kt/christ.md), [हिजकिय्याह](../names/hezekiah.md), [योताम](../names/jotham.md), [यहूदा](../names/kingdomofjudah.md), [भविष्यद्वक्ता](../kt/prophet.md), [उज्जिय्याह](../names/uzziah.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: diff --git a/bible/names/ishmael.md b/bible/names/ishmael.md index c849cf3..099ca5a 100644 --- a/bible/names/ishmael.md +++ b/bible/names/ishmael.md @@ -13,7 +13,7 @@ (अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [अब्राहम ](../names/abraham.md), [बाबेल](../names/babylon.md), [वाचा](../kt/covenant.md), [रेगिस्तान](../other/desert.md), [मिस्र](../names/egypt.md), [हाजिरा](../names/hagar.md), [इसहाक](../names/isaac.md), [नबूकदनेस्सर](../names/nebuchadnezzar.md), [पारान](../names/paran.md), [सारा](../names/sarah.md)) +(यह भी देखें: [अब्राहम](../names/abraham.md), [बाबेल](../names/babylon.md), [वाचा](../kt/covenant.md), [रेगिस्तान](../other/desert.md), [मिस्र](../names/egypt.md), [हाजिरा](../names/hagar.md), [इसहाक](../names/isaac.md), [नबूकदनेस्सर](../names/nebuchadnezzar.md), [पारान](../names/paran.md), [सारा](../names/sarah.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: diff --git a/bible/names/jacob.md b/bible/names/jacob.md index c312c73..cd5a210 100644 --- a/bible/names/jacob.md +++ b/bible/names/jacob.md @@ -1,14 +1,14 @@ -# इस्राएल, इस्राएली, इस्राएलियों, याकूब +# याकूब, इस्राएल, इस्राएली ## तथ्य: -याकूब इसहाक और रिबका के जुड़वा लड़कों में छोटा था। +याकूब इसहाक और रिबका के जुड़वा लड़कों में छोटा था। परमेश्वर ने उसका नाम बदल कर "इस्राएल" कर दिया था, उसके वंशज इस्राएली जाती हुए| -* याकूब का अर्थ है, “वह एड़ी पकड़ता है” जिसका अर्थ है, “वह छल करता है।” जन्म के समय याकूब अपने जुड़वा भाई एसाव की एड़ी पकड़े हुए था। +याकूब इस्राएली जाती के तीन पितरों में अंतिम था:अब्राहम, इसहाक और याकूब| + +* इब्रानी भाषा में याकूब शब्द उस शब्द के समरूप है जिसका अर्थ है,"एड़ी"| जन्म के समय याकूब अपने जुड़वा भाई एसाव की एड़ी पकड़े हुए था।पुराने युग में शरीर के अंग, एड़ी का अभिप्रेत अर्थ था, वार करना और मनुष्य के शरीर का अधो भाग| इब्रानी नाम याकूब संभवतः किसी पर पीछे से वर करने का अर्थ रखता था| * वर्षों बाद परमेश्वर ने याकूब का नाम बदलकर इस्राएल रखा जिसका अर्थ है, “वह परमेश्वर के साथ संघर्ष करता है।” -* याकूब चतुर और धोखा देने वाला था। उसने अपने बड़े भाई एसाव से उसकी पहलौठे की आशिषें और अधिकार प्राप्त करने की युक्ति खोज ली थी। -* एसाव इस पर बहुत क्रोधित हुआ और उसकी हत्या करने की योजना बनाई, अतः याकूब अपने घर से भाग गया। वर्षों बाद याकूब अपनी पत्नियों एवं सन्तान के साथ कनान लौटा, एसाव भी वहीं रहता था। दोनों के कुटुम्ब शान्ति-पूर्वक रहने लगे। -* याकूब के बारह पुत्र थे। उनके वंशज इस्राएल के बारह गोत्र हुए। +* याकूब ने लाबान की दो पुत्रियों से विवाह किया था जिनके नाम: लिआ और राहेल थे जिनके साथ उनकी सेविकाएँ, जिल्पा और बिल्हा भी थीं। इन चार स्त्रिओं से बारह पुत्र उत्पन्न हुए जो इस्राएल के बारह गोत्रों के पितृ हुए। * मत्ती रचित सुसमाचार में जो वंशावली दी गई है उसमें एक और याकूब का उल्लेख किया गया है, वह यूसुफ का पिता था। (अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) @@ -17,22 +17,22 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 07:11-13](rc://*/tn/help/act/07/11) -* [प्रे.का. 07:44-46](rc://*/tn/help/act/07/44) -* [उत्पत्ति 25:24-26](rc://*/tn/help/gen/25/24) +* [प्रे.का. 7:11](rc://*/tn/help/act/07/11) +* [प्रे.का. 7:46](rc://*/tn/help/act/07/46) +* [उत्पत्ति 25:26](rc://*/tn/help/gen/25/26) * [उत्पत्ति 29:1-3](rc://*/tn/help/gen/29/01) * [उत्पत्ति 32:1-2](rc://*/tn/help/gen/32/01) -* [यूहन्ना 04:4-5](rc://*/tn/help/jhn/04/04) -* [मत्ती 08:11-13](rc://*/tn/help/mat/08/11) -* [मत्ती 22:31-33](rc://*/tn/help/mat/22/31) +* [यूहन्ना 4:4-5](rc://*/tn/help/jhn/04/04) +* [मत्ती 8:11-13](rc://*/tn/help/mat/08/11) +* [मत्ती 22:32](rc://*/tn/help/mat/22/32) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[07:01](rc://*/tn/help/obs/07/01)__फिर वे लड़के बढ़ने लगे, रिबका __याकूब__ से प्रीति रखती थी, लेकिन इसहाक एसाव से प्रीति रखता था। __याकूब__ सीधा मनुष्य था और तम्बुओ में रहा करता था, परन्तु एसाव तो वनवासी होकर चतुर शिकार खेलनेवाला हो गया। -* __[07:07](rc://*/tn/help/obs/07/07)__ जब __याकूब__ वहा था ,उसी दौरान याकूब ने चार स्त्रियों से विवाह किया और उसके बारह पुत्र और एक पुत्री उत्पन्न हुई। परमेश्वर ने उसे बहुत धनवान बनाया। -* __[07:08](rc://*/tn/help/obs/07/08)__ बीस वर्ष तक अपने भवन से, जो कनान में है, दूर रहने के बाद __याकूब__ अपने परिवार, सेवकों, और अपने सारे जानवरों समेत वापस आ गया। -* __[07:10](rc://*/tn/help/obs/07/10)__ परमेश्वर ने अब्राहम की वंशावली के विषय में जो वाचा उससे बाँधी थी, वह अब्राहम से इसहाक और इसहाक से __याकूब__ को दी। -* __[08:01](rc://*/tn/help/obs/08/01)__कई साल बाद, जब __याकूब__ वृद्ध हो गया, तो उसने अपने प्रिय पुत्र यूसुफ को भेजा कि वह जाकर अपने भाइयो को देखे जो भेड़ बकरियों के झुंड की देखभाल कर रहे थे। +* __[7:1](rc://*/tn/help/obs/07/01)__फिर वे लड़के बढ़ने लगे, रिबका __याकूब__ से प्रीति रखती थी, लेकिन इसहाक एसाव से प्रीति रखता था। __याकूब__ सीधा मनुष्य था और तम्बुओ में रहा करता था, परन्तु एसाव तो वनवासी होकर चतुर शिकार खेलनेवाला हो गया। +* __[7:7](rc://*/tn/help/obs/07/07)__ __याकूब__ वर्षों वहाँ रहा,उसी समय याकूब ने विवाह किया और उसके बारह पुत्र और एक पुत्री उत्पन्न हए। परमेश्वर ने उसे बहुत धनवान बनाया। +* __[7:8](rc://*/tn/help/obs/07/08)__ बीस वर्ष तक अपने घर से, जो कनान में है, दूर रहने के बाद __याकूब__ अपने परिवार, सेवकों, और अपने सारे जानवरों समेत वापस आ गया। +* __[7:10](rc://*/tn/help/obs/07/10)__ परमेश्वर ने अब्राहम से,तदोपरांत इसहाक से जो वाचा बाँधी थी, वह अब __याकूब__ की भी हो गई थी। +* __[8:1](rc://*/tn/help/obs/08/01)__वर्षों बाद, जब __याकूब__ वृद्ध हो गया, तो उसने अपने प्रिय पुत्र यूसुफ को भेजा कि वह जाकर अपने भाइयो को देखे जो भेड़ बकरियों के झुंड की देखभाल कर रहे थे। ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/jebusites.md b/bible/names/jebusites.md index 95e570e..474fc0a 100644 --- a/bible/names/jebusites.md +++ b/bible/names/jebusites.md @@ -5,20 +5,20 @@ यबूसी कनान देश में रहनेवाली एक जाति थी। वे हाम के पुत्र कनान के वंशज थे। * यबूसी यबूस नगर के रहनेवाले थे। इस नगर का नाम बदलकर यरूशलेम रखा गया था जब राजा दाऊद ने इसे जीत लिया था। -* मेलिकिसिदक, शालेम का राजा, संभवतः यबूसी मूल का था। +* मलिकिसिदक, शालेम का राजा, संभवतः यबूसी मूल का था। (अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [कनान](../names/canaan.md), [हाम](../names/ham.md), [यरूशलेम](../names/jerusalem.md), [मेलिकिसिदक](../names/melchizedek.md)) +(यह भी देखें: [कनान](../names/canaan.md), [हाम](../names/ham.md), [यरूशलेम](../names/jerusalem.md), [मलिकिसिदक](../names/melchizedek.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 इतिहास 01:13-16](rc://*/tn/help/1ch/01/13) -* [1 राजा 09:20-21](rc://*/tn/help/1ki/09/20) -* [निर्गमन 03:7-8](rc://*/tn/help/exo/03/07) -* [उत्पत्ति 10:15-18](rc://*/tn/help/gen/10/15) -* [यहोशू 03:9-11](rc://*/tn/help/jos/03/09) -* [न्यायियों 01:20-21](rc://*/tn/help/jdg/01/20) +* [1 इतिहास 1:14](rc://*/tn/help/1ch/01/14) +* [1 राजा 9:20-21](rc://*/tn/help/1ki/09/20) +* [निर्गमन 3:7-8](rc://*/tn/help/exo/03/07) +* [उत्पत्ति 10:16](rc://*/tn/help/gen/10/16) +* [यहोशू 3:9-11](rc://*/tn/help/jos/03/09) +* [न्यायियों 1:20-21](rc://*/tn/help/jdg/01/20) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/jehoram.md b/bible/names/jehoram.md index 895ec7c..3b3dea8 100644 --- a/bible/names/jehoram.md +++ b/bible/names/jehoram.md @@ -13,7 +13,7 @@ (अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [अहाब](../names/ahab.md), [यहोशापात](../names/jehoshaphat.md), [योराम ](../names/joram.md), [यहूदा](../names/judah.md), [इस्राएल का राज्य](../names/kingdomofisrael.md), [ओबद्याह](../names/obadiah.md)) +(यह भी देखें: [अहाब](../names/ahab.md), [यहोशापात](../names/jehoshaphat.md), [योराम](../names/joram.md), [यहूदा](../names/judah.md), [इस्राएल का राज्य](../names/kingdomofisrael.md), [ओबद्याह](../names/obadiah.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: diff --git a/bible/names/jeremiah.md b/bible/names/jeremiah.md index 5ead345..84bec9d 100644 --- a/bible/names/jeremiah.md +++ b/bible/names/jeremiah.md @@ -6,24 +6,25 @@ * अन्य भविष्यद्वक्ताओं के सदृश्य यिर्मयाह ने भी इस्राएलियों को चेतावनी दी थी कि परमेश्वर उनके पापों का दण्ड देगा। * यिर्मयाह की भविष्यद्वाणी के अनुवार बेबीलोन, यरूशलेम को बन्दी बनाएगा, इस कारण अनेक यहूदावासी उससे क्रोधित थे। परिणामस्वरूप उन्होंने उसे एक सूखे कूएं में डाल दिया कि वह मर जाए। परन्तु यहूदा के राजा ने अपने सेवकों को आज्ञा देकर उसे कूएं में से निकलवाया। +* अपने लोगों के विद्रोह और कष्टों के निमित्त संताप प्रकट करते हुए यिर्मयाह ने लिखा कि उसकी आंकें "आंसुओं का सोता" बन जाएं| (अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [बाबेल](../names/babylon.md), [यहूदा](../names/kingdomofjudah.md), [भविष्यद्वक्ता](../kt/prophet.md), [बलवा](../other/rebel.md), [दुख उठाना](../other/suffer.md), [कुंआ](../other/well.md)) +(यह भी देखें: [बाबेल](../names/babylon.md), [यहूदा](../names/kingdomofjudah.md), [भविष्यद्वक्ता](../kt/prophet.md), [बलवा](../other/rebel.md), [दुख उठाना](../other/suffer.md), [कुआं](../other/well.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: * [2 इतिहास 35:25](rc://*/tn/help/2ch/35/25) -* [यिर्मयाह 01:1-3](rc://*/tn/help/jer/01/01) -* [यिर्मयाह 11:1-2](rc://*/tn/help/jer/11/01) -* [मत्ती 02:17-18](rc://*/tn/help/mat/02/17) +* [यिर्मयाह 1:2](rc://*/tn/help/jer/01/02) +* [यिर्मयाह 11:1](rc://*/tn/help/jer/11/01) +* [मत्ती 2:18](rc://*/tn/help/mat/02/18) * [मत्ती 16:13-16](rc://*/tn/help/mat/16/13) -* [मत्ती 27:9-10](rc://*/tn/help/mat/27/09) +* [मत्ती 27:10](rc://*/tn/help/mat/27/10) ## बाइबल कहानियों से उदाहरण: -* __[19:17](rc://*/tn/help/obs/19/17)__ एक बार __यिर्मयाह__ भविष्यवक्ता को सूखे कुएँ में डाल दिया और उसे वहाँ मरने के लिए छोड़ दिया। कुएँ में पानी नहीं केवल दलदल थी, और __यिर्मयाह__ कीचड़ में धंस गया, परन्तु तब राजा ने उस पर दया की और उसने अपने सेवकों को आज्ञा दी कि मरने से पहले उसे कुएँ में से निकाल लाए। -* __[21:05](rc://*/tn/help/obs/21/05)__ __यिर्मयाह__ भविष्यद्वक्ता के द्वारा, परमेश्वर ने वादा किया कि वह एक नई वाचा बनाएगा परन्तु वह उस वाचा के समान न होंगी जो परमेश्वर ने इस्राएलियों के साथ सीनै पर्वत पर बाँधी थी। +* __[19:17](rc://*/tn/help/obs/19/17)__ एक बार __यिर्मयाह__ भविष्यवक्ता को सूखे कुएँ में डाल दिया और उसे वहाँ मरने के लिए छोड़ दिया। कुएँ में पानी नहीं केवल दलदल थी, और __यिर्मयाह__ कीचड़ में धंस गया, परन्तु तब राजा ने उस पर दया की और उसने अपने सेवकों को आज्ञा दी कि मरने से पहले उसे कुएँ में से निकाल लाएं। +* __[21:5](rc://*/tn/help/obs/21/05)__ __यिर्मयाह__ भविष्यद्वक्ता के द्वारा, परमेश्वर ने प्रतिज्ञा की थी कि वह एक नई वाचा बांधेगा परन्तु वह उस वाचा के समान नही होंगी जो परमेश्वर ने इस्राएलियों के साथ सीनै पर्वत पर बाँधी थी। ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/jericho.md b/bible/names/jericho.md index cab0a7a..95bd8bd 100644 --- a/bible/names/jericho.md +++ b/bible/names/jericho.md @@ -5,26 +5,26 @@ यरीहो कनान देश में एक शक्तिशाली शहर था। वह यरदन के पश्चिम में और मृत सागर के उत्तर में था। * अन्य सब कनानियों के सदृश्य यरीहोवासी भी मूर्तिपूजक थे। -* यरीहो कनान देश में पहला नगर था, जिसे परमेश्वर ने इस्राएलियों को जीतने के लिए कहा था। -* जब यहोशू ने यरीहो के विरूद्ध इस्राएलियों की अगुआई की तब यरीहो को पराजित करने में परमेश्वर ने चमत्कारी कार्य किया था। +* यरीहो कनान देश में पहला नगर था, जिसे जितने के लिए परमेश्वर ने इस्राएलियों को आज्ञा दी थी। +* जब यहोशू ने यरीहो के विरूद्ध इस्राएलियों की अगुआई की तब यरीहो को पराजित करने में परमेश्वर ने एक महान चमत्कार किया था। (यह भी देखें: [कनान](../names/canaan.md), [यरदन नदी](../names/jordanriver.md), [यहोशू](../names/joshua.md), [आश्चर्यकर्म](../kt/miracle.md), [खारे ताल](../names/saltsea.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 इतिहास 06:77-79](rc://*/tn/help/1ch/06/77) -* [यहोशू 02:1-3](rc://*/tn/help/jos/02/01) -* [यहोशू 07:2-3](rc://*/tn/help/jos/07/02) -* [लूका 18:35-37](rc://*/tn/help/luk/18/35) +* [1 इतिहास 6:78](rc://*/tn/help/1ch/06/78) +* [यहोशू 2:1-3](rc://*/tn/help/jos/02/01) +* [यहोशू 7:2-3](rc://*/tn/help/jos/07/02) +* [लूका 18:35](rc://*/tn/help/luk/18/35) * [मरकुस 10:46-48](rc://*/tn/help/mrk/10/46) * [मत्ती 20:29-31](rc://*/tn/help/mat/20/29) * [गिनती 22:1](rc://*/tn/help/num/22/01) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[15:01](rc://*/tn/help/obs/15/01)__ होशू ने दो भेदियों को कनानियो के शहर __यरीहो__ में भेजा। -* __[15:03](rc://*/tn/help/obs/15/03)__ जब सब इस्राएलियों ने यरदन नदी को पार कर लिया, तब परमेश्वर ने यहोशू को बताया कि किस प्रकार से __यरीहो__ के शक्तिशाली शहर पर आक्रमण करना है। -* __[15:05](rc://*/tn/help/obs/15/05)__ यरीहो की शहरपनाह नींव से गिर पड़ी! तब इस्राएलियों ने परमेश्वर की आज्ञा के अनुसार, जो कुछ उस शहर में था सब कुछ नष्ट कर दिया। +* __[15:1](rc://*/tn/help/obs/15/01)__ यहोशू ने दो भेदियों को कनानियो के शहर __यरीहो__ में भेजा। +* __[15:3](rc://*/tn/help/obs/15/03)__ जब सब इस्राएलियों ने यरदन नदी को पार कर लिया, तब परमेश्वर ने यहोशू को बताया कि किस प्रकार से __यरीहो__ के शक्तिशाली शहर पर आक्रमण करना है। +* __[15:5](rc://*/tn/help/obs/15/05)__ यरीहो की शहरपनाह नींव से गिर पड़ी! तब इस्राएलियों ने परमेश्वर की आज्ञा के अनुसार, जो कुछ उस शहर में था सब कुछ नष्ट कर दिया। ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/jeroboam.md b/bible/names/jeroboam.md index 74c7516..7e83fd5 100644 --- a/bible/names/jeroboam.md +++ b/bible/names/jeroboam.md @@ -3,7 +3,6 @@ ## तथ्य: * नबात का पुत्र यारोबाम उत्तरी राज्य इस्राएल का प्रथम राजा हुआ था, लगभग 900-910 ई.पू. * यारोबाम नामक इस्राएल का एक और राजा हुआ था, वह राजा यहोआश का पुत्र था जिसने 120 वर्ष बाद इस्राएल पर राज्य किया था। - * यहोवा ने नबात के पुत्र यारोबाम को भविष्यद्वाणी में कहा था कि वह सुलैमान के बाद राजा होगा और उसका राज्य दस गोत्रों पर होगा। * सुलैमान के मरणोपरान्त इस्राएल के दस गोत्रों ने सुलैमान के पुत्र रहबाम से विद्रोह करके यारोबाम को अपना राजा घोषित कर दिया। अब रहबाम केवल दक्षिण के दो गोत्रों, यहूदा और बिन्यामीन क्षेत्रों का ही राजा रह गया था। * यारोबाम एक दुष्ट राजा हुआ जिसने प्रजा को यहोवा से विमुख करके उनकी पूजा करने के लिए मूर्तियों को स्थापित किया। इस्राएल के उत्तरकालीन सब राजाओं ने यारोबाम का अनुकरण किया और उसी के तुल्य दुष्ट हुए। diff --git a/bible/names/johnmark.md b/bible/names/johnmark.md index 95afead..c50e99d 100644 --- a/bible/names/johnmark.md +++ b/bible/names/johnmark.md @@ -5,7 +5,7 @@ यूहन्ना मरकुस जो “मरकुस” के नाम से भी जाना जाता है, पौलुस के साथ उसकी प्रचार यात्रा में गया था। अति-संभव है कि मरकुस रचित सुसमाचार का लेखक वही था। * यूहन्ना मरकुस अपने भाई बरनबास और पौलुस के साथ प्रथम प्रचार यात्रा में गया था। -* जब पतरस को यरूशलेम के बन्दीगृह में डाला गया था तब वहां के यूहन्ना मरकुस की माता के घर में एकत्र होकर उसके लिए प्रार्थना कर रहे थे। +* जब पतरस को यरूशलेम के बन्दीगृह में डाला गया था तब वहां के विश्वासी यूहन्ना मरकुस की माता के घर में एकत्र होकर उसके लिए प्रार्थना कर रहे थे। * मरकुस वास्तव में प्रेरित नहीं था परन्तु पौलुस और पतरस की शिक्षाओं में रहकर उनके साथ प्रचार करता था। (अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) @@ -14,13 +14,13 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [2 तीमु. 04:11-13](rc://*/tn/help/2ti/04/11) +* [2 तीमु. 4:11-13](rc://*/tn/help/2ti/04/11) * [प्रे.का. 12:24-25](rc://*/tn/help/act/12/24) -* [प्रे.का. 13:4-5](rc://*/tn/help/act/13/04) -* [प्रे.का. 13:13-15](rc://*/tn/help/act/13/13) +* [प्रे.का. 13:5](rc://*/tn/help/act/13/05) +* [प्रे.का. 13:13](rc://*/tn/help/act/13/13) * [प्रे.का. 15:36-38](rc://*/tn/help/act/15/36) * [प्रे.का. 15:39-41](rc://*/tn/help/act/15/39) -* [कुलुस्सियों 04:10-11](rc://*/tn/help/col/04/10) +* [कुलुस्सियों 4:10-11](rc://*/tn/help/col/04/10) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/johntheapostle.md b/bible/names/johntheapostle.md index 3525a15..3051b7d 100644 --- a/bible/names/johntheapostle.md +++ b/bible/names/johntheapostle.md @@ -23,10 +23,10 @@ ## बाइबल कहानियों से उदाहरण: -* __[36:01](rc://*/tn/help/obs/36/01)__ एक दिन यीशु ने अपने तीन चेलों, पतरस, याकूब और __यूहन्ना__ को अपने साथ लिया। (यीशु का चेला __यूहन्ना__ वह यूहन्ना नहीं था, जिसने यीशु को बपतिस्मा दिया था।) और उन्हें एकान्त में प्रार्थना करने के लिए ऊँचे पहाड़ पर ले गया।\\ -* __[44:01](rc://*/tn/help/obs/44/01)__ एक दिन पतरस और __यूहन्ना__ प्रार्थना करने के लिये मन्दिर में जा रहे थे। तब उन्होंने एक लंगड़े भिखारी को देखा जो पैसों के लिए भीख माँग रहा था।\\ -* __[44:06](rc://*/tn/help/obs/44/06)__ पतरस और __यूहन्ना__ लोगों से जो कह रहे थे, उससे मन्दिर के सरदार उनसे बहुत परेशान थे। तो उन्होंने उन्हें पकड़कर बंदीगृह में डाल दिया। \\ -* __[44:07](rc://*/tn/help/obs/44/07)__ दूसरे दिन ऐसा हुआ कि यहूदी याजक पतरस और __यूहन्ना__ को लेकर महायाजक के पास गए। उन्होंने पतरस और __यूहन्ना__ से पूछा कि, “तुम ने यह काम किस सामर्थ्य से और किस नाम से किया है ?”\\ +* __[36:01](rc://*/tn/help/obs/36/01)__ एक दिन यीशु ने अपने तीन चेलों, पतरस, याकूब और __यूहन्ना__ को अपने साथ लिया। (यीशु का चेला __यूहन्ना__ वह यूहन्ना नहीं था, जिसने यीशु को बपतिस्मा दिया था।) और उन्हें एकान्त में प्रार्थना करने के लिए ऊँचे पहाड़ पर ले गया। +* __[44:01](rc://*/tn/help/obs/44/01)__ एक दिन पतरस और __यूहन्ना__ प्रार्थना करने के लिये मन्दिर में जा रहे थे। तब उन्होंने एक लंगड़े भिखारी को देखा जो पैसों के लिए भीख माँग रहा था। +* __[44:06](rc://*/tn/help/obs/44/06)__ पतरस और __यूहन्ना__ लोगों से जो कह रहे थे, उससे मन्दिर के सरदार उनसे बहुत परेशान थे। तो उन्होंने उन्हें पकड़कर बंदीगृह में डाल दिया। +* __[44:07](rc://*/tn/help/obs/44/07)__ दूसरे दिन ऐसा हुआ कि यहूदी याजक पतरस और __यूहन्ना__ को लेकर महायाजक के पास गए। उन्होंने पतरस और __यूहन्ना__ से पूछा कि, “तुम ने यह काम किस सामर्थ्य से और किस नाम से किया है ?” * __[44:09](rc://*/tn/help/obs/44/09)__ जब उन्होंने पतरस और __यूहन्ना__ का साहस देखा, और यह जाना कि ये अनपढ़ और साधारण मनुष्य है , तो आश्चर्य किया। फिर उनको पहचाना कि ये यीशु के साथ रहे है। तब उन्‍होंने पतरस और __यूहन्ना__ को धमकाकर छोड़ दिया। ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/josephot.md b/bible/names/josephot.md index 12b1b95..4dde9fd 100644 --- a/bible/names/josephot.md +++ b/bible/names/josephot.md @@ -2,17 +2,15 @@ ## तथ्य: -यूसुफ याकूब का ग्यारहवां और माता राहेल का पहला पुत्र था। +यूसुफ याकूब का ग्यारहवां और माता राहेल का पहला पुत्र था। उसके दो पुत्रों,एप्रैम और मनश्शे के वंशज इस्राएल के दो गोत्र हुए| -* यूसुफ अपने पिता का प्रियतम पुत्र था। -* उस कारण उसके भाई उससे डाह करते थे और उसे दास होने के लिए बेच दिया। -* मिस्र देश में यूसुफ पर झूठा दोष लगाकर कारावास में डाल दिया गया। -* सब कष्टों के उपरान्त भी यूसुफ परमेश्वर का निष्ठावान रहा। -* परमेश्वर उसे मिस्र देश में अधिकार के दूसरे सर्वोच्च स्थान पर ले आया और जब भोजन कम था तब उसके द्वारा मनुष्यों को बचाया। मिस्र की प्रजा वरन यूसुफ का अपना परिवार भी भूखें मरने से बचाया गया। +* इब्रानी नाम यूसुफ़ उन दो इब्रानी शब्दों का सा है जिनका अर्थ, "जोड़ना, बढाना" और दूसरा, "एकत्र करना,ले जाना" होता है| +* उत्पत्ति के पुस्तक का एक बड़ा भाग युसूफ की कहानी का है कि वह कैसे अनेक कठिनाइयों में परमेश्वर का निष्ठावान रहा और उसने अपने भाइयों को भी क्षमा कर दिया जिन्होंने उसको मिस्र में दास होने के लिए बेच दिया था| +* अंत में परमेश्वर ने यूसुफ़ को अधिकार में मिस्र का दूसरा सर्वोच्च अधिकारी बना दिया था और उसको मिस्र की प्रजा तथा परिवेश के जातियों को भोजन की कमी होने पर काम में लिया| यूसुफ़ ने अपने परिवार को भी भूखे मरने से बचाया और उनको लाकर अपने पास मिस्र में बसा दिया| (अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [मिस्र](../names/egypt.md), [याकूब](../names/jacob.md)) +(यह भी देखें: [इस्राएल के बारह गोत्र](../other/12tribesofisrael.md), [एप्रैम](../names/ephraim.md), [मनश्शे](../names/manasseh.md), [याकूब](../names/jacob.md), [राहेल](../names/rachel.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: @@ -25,12 +23,12 @@ ## बाइबल कहानियों से उदाहरण: -* __[08:02](rc://*/tn/help/obs/08/02)__ __यूसुफ__ के भाई उससे बैर रखते थे क्योंकि जब यूसुफ के भाइयो ने देखा कि हमारा पिता हम सबसे अधिक उसी से प्रीति रखता है, और यूसुफ ने स्वप्न में देखा था कि वह अपने भाइयो पर राज्य करे। -* __[08:04](rc://*/tn/help/obs/08/04)__ और व्यापारी __यूसुफ__ को मिस्र ले गए। -* __[08:05](rc://*/tn/help/obs/08/05)__ यहाँ तक की बंदीगृह में भी __यूसुफ__ परमेश्वर के प्रति निष्ठावान रहा और परमेश्वर ने उसे आशीष दी। -* __[08:07](rc://*/tn/help/obs/08/07)__ परमेश्वर ने __यूसुफ__ को यह योग्यता दी थी कि वह स्वप्न का अर्थ समझ सके, इसलिये फ़िरौन ने यूसुफ को बंदीगृह से बुलवा भेजा। -* __[08:09](rc://*/tn/help/obs/08/09)__ __यूसुफ__ ने सात वर्ष अच्छी उपज के दिनों में भोजनवस्तुएँ इकट्ठा करने के लिये लोगों से कहा। -* __[09:02](rc://*/tn/help/obs/09/02)__मिस्र वासी अब __यूसुफ__ को भूल गये थे और उन कार्यो को जो उसने उनकी सहायता करने के लिये किये थे। +* __[8:2](rc://*/tn/help/obs/08/02)__ __यूसुफ__ के भाई उससे बैर रखते थे क्योंकि जब यूसुफ के भाइयो ने देखा कि हमारा पिता हम सबसे अधिक उसी से प्रीति रखता है, और यूसुफ ने स्वप्न में देखा था कि वह अपने भाइयो पर राज्य करे। +* __[8:4](rc://*/tn/help/obs/08/04)__ और व्यापारी __यूसुफ__ को मिस्र ले गए। +* __[8:5](rc://*/tn/help/obs/08/05)__ यहाँ तक की बंदीगृह में भी __यूसुफ__ परमेश्वर के प्रति निष्ठावान रहा और परमेश्वर ने उसे आशीष दी। +* __[8:7](rc://*/tn/help/obs/08/07)__ परमेश्वर ने __यूसुफ__ को योग्यता दी थी कि वह स्वप्न का अर्थ समझ सके, इसलिये फ़िरौन ने यूसुफ को बंदीगृह से बुलवा भेजा। +* __[8:9](rc://*/tn/help/obs/08/09)__ __यूसुफ__ ने सात वर्ष अच्छी उपज के दिनों में भोजनवस्तुएँ इकट्ठा करने के लिये लोगों से कहा। +* __[9:2](rc://*/tn/help/obs/09/02)__मिस्र वासी अब __यूसुफ__ को भूल गये थे और उन कार्यो को जो उसने उनकी सहायता करने के लिये किये थे। ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/joshua.md b/bible/names/joshua.md index 130f6c1..e089648 100644 --- a/bible/names/joshua.md +++ b/bible/names/joshua.md @@ -2,13 +2,13 @@ ## तथ्य: -बाइबल में यहोशू नाम के अनेक इस्राएली पुरुष हुए हैं। सबसे अधिक प्रसिद्ध नून का पुत्र यहोशू है, वह मूसा का सहायक था और परमेश्वर की प्रजा का एक महत्वपूर्ण अगुआ हुआ था। +बाइबल में यहोशू नाम के अनेक इस्राएली पुरुष हुए हैं। सबसे अधिक प्रसिद्ध नून का पुत्र यहोशू है, वह मूसा का सहायक था और उसके बाद परमेश्वर की प्रजा का एक महत्वपूर्ण अगुआ हुआ था। * यहोशू उन बारह भेदियों में से एक था जिन्हें मूसा ने प्रतिज्ञा के देश की जानकारी लेने के लिए भेजा था। -* कालेब के साथ यहोशू ने इस्राएलियों से आग्रह किया कि वे परमेश्वर की आज्ञा मानकर प्रतिज्ञा के देश में प्रवेश करके उसे कनानियों से जीत लें। +* कालेब के साथ यहोशू ने इस्राएलियों से आग्रह किया कि वे प्रतिज्ञा के देश में प्रवेश करने के लिए परमेश्वर की आज्ञा का पालन करें और कनानियों को पराजित करें। * वर्षों बाद जब मूसा का स्वर्गवास हो गया तब परमेश्वर ने यहोशू को नियुक्त किया कि वह इस्राएलियों को प्रतिज्ञा के देश में लेकर जाए। * कनानियों के विरूद्ध प्रथम एवं सर्वाधिक प्रसिद्ध युद्ध में यहोशू ने यरीहो को जीतने में इस्राएलियों की अगुआई की थी। -* पुराने नियम में यहोशू की पुस्तक में वर्णन किया गया है कि यहोशू ने प्रतिज्ञा के देश पर अधिकार और इस्राएल के प्रत्येक गोत्र को रहने के लिए भूमि सौंपा था। +* पुराने नियम में यहोशू की पुस्तक में वर्णन किया गया है कि यहोशू ने प्रतिज्ञा के देश पर अधिकार करने में इस्राएलियों की कैसे अगुवाई की थी और फिर इस्राएल के प्रत्येक गोत्र को रहने के लिए भूमि का विभाजान कैसे किया था। * योसादाक का पुत्र यहोशू महायाजक की चर्चा हाग्गै तथा जकर्याह की पुस्तकों में की गई है, उसने यरूशलेम की शहरपनाह के पुनरूद्धार में सहायता की थी। * यहोशू नाम के अन्य अनेक पुरुष हुए हैं जिनका उल्लेख वंशावलियों और बाइबल में अन्य स्थानों में किया गया है। @@ -18,20 +18,20 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 इतिहास 07:25-27](rc://*/tn/help/1ch/07/25) -* [व्यवस्थाविवरण 03:21-22](rc://*/tn/help/deu/03/21) -* [निर्गमन 17:8-10](rc://*/tn/help/exo/17/08) -* [यहोशू 01:1-3](rc://*/tn/help/jos/01/01) -* [गिनती 27:18-19](rc://*/tn/help/num/27/18) +* [1 इतिहास 7:25-27](rc://*/tn/help/1ch/07/25) +* [व्यवस्थाविवरण 3:21](rc://*/tn/help/deu/03/21) +* [निर्गमन 17:10](rc://*/tn/help/exo/17/10) +* [यहोशू 1:3](rc://*/tn/help/jos/01/03) +* [गिनती 27:19](rc://*/tn/help/num/27/19) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[14:04](rc://*/tn/help/obs/14/04)__जब इस्राएली कनान की सीमा पर पहुँचे, तब मूसा ने बारह पुरषों को चुना इस्राएल के हर गोत्र में से उसने उन पुरुषों को आदेश दिया कि जाओ और भूमि का पता लगाओ कि वह कैसी दिखती है। -* __[14:06](rc://*/tn/help/obs/14/06)__ तुरन्त ही कालेब और __यहोशू__, अन्य दो जासूस कहने लगे, "हाँ यह सही है कि कनान के लोग लम्बे और तेजस्वी है , पर हम निश्चित रूप से उन्हें पराजित कर देंगे ! -* __[14:08](rc://*/tn/help/obs/14/08)__ उनमे से कालेब और __यहोशू__ को छोड़ जितने बीस वर्ष के या उससे अधिक आयु के जितने गिने गए थे ,और मुझ पर बुड़बुड़ाते थे, कोई भी उस देश में न जाने पाएगा, जिसके विषय मैं ने शपथ खाई है ,कि तुम को उसमें बसाऊँगा। -* __[14:14](rc://*/tn/help/obs/14/14)__ मूसा बहुत वृद्ध हो गया था, उसकी सहायता करने के लिए परमेश्वर ने __यहोशू__ को चुना जिससे वे लोगों का मार्गदर्शन कर सके। +* __[14:4](rc://*/tn/help/obs/14/04)__जब इस्राएली कनान की सीमा पर पहुँचे, तब मूसा ने बारह पुरषों को चुना, इस्राएल के हर गोत्र में से एक, उसने उन पुरुषों को आदेश दिया कि जाकर उस देश का भेद लें कि वह कैसा है। +* __[14:6](rc://*/tn/help/obs/14/06)__ तुरन्त ही कालेब और __यहोशू__, अन्य दो जासूस कहने लगे, "हाँ यह सही है कि कनान के लोग लम्बे और तेजस्वी है , पर हम निश्चित रूप से उन्हें पराजित कर देंगे ! +* __[14:8](rc://*/tn/help/obs/14/08)__ उनमे से कालेब और __यहोशू__ को छोड़ जितने बीस वर्ष या उससे अधिक आयु के गिने गए थे, वहीं मर जाएंगे, कोई भी उस देश में कभी जाने न पाएगा। +* __[14:14](rc://*/tn/help/obs/14/14)__ मूसा बहुत वृद्ध हो गया था, उसकी सहायता करने के लिए परमेश्वर ने __यहोशू__ को चुना जिससे वे लोगों का मार्गदर्शन करने में उसकी सहायता करे। * __[14:15](rc://*/tn/help/obs/14/15)__ __यहोशू__ एक अच्छा अगुआ था क्योंकि वह परमेश्वर पर विश्वास करता था व उसकी आज्ञाओ का पालन करता था। -* __[15:03](rc://*/tn/help/obs/15/03)__ जब सब इस्राएलियों ने यरदन नदी को पार कर लिया, तब परमेश्वर ने __यहोशू__ को बताया कि किस प्रकार से यरीहो के शक्तिशाली शहर पर आक्रमण करना है। +* __[15:3](rc://*/tn/help/obs/15/03)__ जब सब इस्राएलियों ने यरदन नदी को पार कर लिया, तब परमेश्वर ने __यहोशू__ को बताया कि किस प्रकार से यरीहो के शक्तिशाली शहर पर आक्रमण करना है। ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/judea.md b/bible/names/judea.md index 13e9669..b9772ed 100644 --- a/bible/names/judea.md +++ b/bible/names/judea.md @@ -6,7 +6,7 @@ * संकीर्ण अर्थ में यहूदिया शब्द का संदर्भ प्राचीन इस्राएल, दक्षिणी भाग, मृत-सागर के पश्चिमी क्षेत्र से था। कुछ अनुवादों में इस क्षेत्र को “यहूदा” कहा गया है। * व्यापक अर्थ में यहूदिया शब्द प्राचीन इस्राएल के सब प्रान्तों, गलील, सामरिया, पेरिया, इदुमिया, यहूदिया (यहूदा) आदि सर्वसमाहित क्षेत्रों के संदर्भ में था। -* यदि अनुवादक स्पष्टता को स्पष्ट करना चाहते हैं, तो यहूदिया का व्यापक अर्थ "यहूदी देश" और संकीर्ण अर्थ में यहूदिया शब्द का अनुवाद “यहूदिया प्रान्त” या “यहूदा प्रान्त” किया जा सकता है क्योंकि यह प्राचीन इस्राएल का वह भूभाग था जहां यहूदा का गोत्र वास करता था। +* यदि अनुवादक इस अंतर को स्पष्ट करना चाहते हैं, तो यहूदिया का व्यापक अर्थ "यहूदी देश" और संकीर्ण अर्थ में "यहूदिया प्रदेश" या "यहूदा देश"प्रकट किया जा सकता है क्योंकि यह प्राचीन इस्राएल का वह भूभाग था जहां आरम्भ में यहूदा का गोत्र वास करता था। (अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) @@ -14,21 +14,21 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 थिस्सलुनीकियों 02:14-16](rc://*/tn/help/1th/02/14) -* [प्रे.का. 02:8-11](rc://*/tn/help/act/02/08) -* [प्रे.का. 09:31-32](rc://*/tn/help/act/09/31) -* [प्रे.का. 12:18-19](rc://*/tn/help/act/12/18) -* [यूहन्ना 03:22-24](rc://*/tn/help/jhn/03/22) -* [लूका 01:5-7](rc://*/tn/help/luk/01/05) -* [लूका 04:42-44](rc://*/tn/help/luk/04/42) -* [लूका 05:17](rc://*/tn/help/luk/05/17) +* [1 थिस्सलुनीकियों 2:14](rc://*/tn/help/1th/02/14) +* [प्रे.का. 2:9](rc://*/tn/help/act/02/09) +* [प्रे.का. 9:32](rc://*/tn/help/act/09/32) +* [प्रे.का. 12:19](rc://*/tn/help/act/12/19) +* [यूहन्ना 3:22-24](rc://*/tn/help/jhn/03/22) +* [लूका 1:5](rc://*/tn/help/luk/01/05) +* [लूका 4:44](rc://*/tn/help/luk/04/44) +* [लूका 5:17](rc://*/tn/help/luk/05/17) * [मरकुस 10:1-4](rc://*/tn/help/mrk/10/01) -* [मत्ती 02:1-3](rc://*/tn/help/mat/02/01) -* [मत्ती 02:4-6](rc://*/tn/help/mat/02/04) -* [मत्ती 02:22-23](rc://*/tn/help/mat/02/22) -* [मत्ती 03:1-3](rc://*/tn/help/mat/03/01) -* [मत्ती 19:1-2](rc://*/tn/help/mat/19/01) +* [मत्ती 2:1](rc://*/tn/help/mat/02/01) +* [मत्ती 2:5](rc://*/tn/help/mat/02/05) +* [मत्ती 2:22-23](rc://*/tn/help/mat/02/22) +* [मत्ती 3:1-3](rc://*/tn/help/mat/03/01) +* [मत्ती 19:1](rc://*/tn/help/mat/19/01) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H3061, G2453 +* Strong's: G2453 diff --git a/bible/names/kingdomofisrael.md b/bible/names/kingdomofisrael.md index df7b8be..222d07e 100644 --- a/bible/names/kingdomofisrael.md +++ b/bible/names/kingdomofisrael.md @@ -3,7 +3,6 @@ ## तथ्य: * “इस्राएल के राज्य” जो इस्राएल का उत्तरी भाग था, सुलैमान के मरणोपरान्त इस्राएल के बारह गोत्र दो राज्यों में विभाजित हो गए थे। - * इस्राएल का राज्य उत्तरी राज्य हो गया जिसमें दस गोत्र और दक्षिण में यहूदा राज्य जिसमें दो गोत्र थे। * इस्राएल राज्य की राजधानी सामरिया थी। यहूदा राज्य की राजधानी यरूशलेम से वह नगर 50 कि.मी. दूर था। * इस्राएल राज्य के सभी राजा दुष्ट थे। उन्होंने प्रजा को झूठे देवता की मूर्तिपूजा के लिए प्रभावित किया था। diff --git a/bible/names/lebanon.md b/bible/names/lebanon.md index db48ac3..c7ce045 100644 --- a/bible/names/lebanon.md +++ b/bible/names/lebanon.md @@ -5,7 +5,7 @@ लबानोन एक अति सुंदर पर्वतीय प्रदेश है जो इस्राएल के उत्तर में भूमध्यसागर के तट पर है। बाइबल के युग में यह स्थान सनोवर के देवदारू और सरू के वृक्षों से घिरा हुआ था। * सुलैमान ने लबानोन में श्रमिक भेजे थे कि परमेश्वर के मन्दिर के निर्माण हेतु पेड़ काट कर लाएं। -* प्राचीन लबानोन में फिनिके वासी रहते थे जो पानी के जहाज बनाने में कुशल कारीगर थे, ये जहाज समुद्र में व्यापार के लिए काम में लिए जाते थे। +* प्राचीन लबानोन में फिनिके वासी रहते थे जो पानी के जहाज बनाने में कुशल कारीगर थे, ये जहाज समुद्र में सफल व्यापार के लिए काम में लिए जाते थे। * सूर और सैदा नगर लबानोन ही में थे। इन्हीं नगरों में बहुमूल्य बैंजनी रंग सबसे पहले काम में लिया गया था। (अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) @@ -14,10 +14,10 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 राजा 04:32-34](rc://*/tn/help/1ki/04/32) -* [2 इतिहास 02:8-10](rc://*/tn/help/2ch/02/08) -* [व्यवस्थाविवरण 01:7-8](rc://*/tn/help/deu/01/07) -* [भजन संहिता 029:3-5](rc://*/tn/help/psa/029/003) +* [1 राजा 4:32-34](rc://*/tn/help/1ki/04/32) +* [2 इतिहास 2:8-10](rc://*/tn/help/2ch/02/08) +* [व्यवस्थाविवरण 1:7-8](rc://*/tn/help/deu/01/07) +* [भजन संहिता 29:3-5](rc://*/tn/help/psa/029/003) * [जकर्याह 10:8-10](rc://*/tn/help/zec/10/08) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/levite.md b/bible/names/levite.md index 4f155c2..9ec4b41 100644 --- a/bible/names/levite.md +++ b/bible/names/levite.md @@ -1,25 +1,28 @@ -# लेवी, लेवीय, लेवियों, लेवीय +# लेवी, लेवीय, लेवियों ## परिभाषा: -लेवी याकूब या इस्राएल के बारह पुत्रों में से एक था। “लेवीय” अर्थात इस्राएल के लेवी गोत्र जिसका कुलपति लेवी था, उसका सदस्य। +लेवी याकूब या इस्राएल के बारह पुत्रों में तीसरा था। उसके वंशज इस्राएल का एक गोत्र हुए। -* लेवी मंदिर की देखभाल के उत्तरदायी थे, वे धार्मिक अनुष्ठानों को भी करते थे जिसमें बली चढ़ाना तथा प्रार्थना करना भी था। -* सब यहूदी याजक लेवी थे, लेवी के वंशज और लेवी गोत्र के सदस्य। (तथापि सब लेवी याजक नहीं थे।) -* लेवी याजक मंदिर में परमेश्वर की सेवा के लिए अलग किए गए थे और अभिषिक्त जन थे। +* उसके वंशजों को "लेवी का गोत्र" या "लेविय" कहा गया| +* लेवी नाम इब्रानी के उस शब्द के समरूप है जिसका अर्थ है, "से जुड़ना"| +* अन्य गोत्रों के सदृश्य लेवी गोत्र को कनान में अपना ही एक सम्पूर्ण भाग नहीं मिला था| उनको विभिन्न गोत्रों में यहाँ-वहाँ नगर दी गए थे +* लेवी मिलाप वाले तम्बू (उत्तरकाल में मंदिर) की देखभाल और धार्मिक अनुष्ठानों को करने के उत्तरदायी थे जिसमें बली चढ़ाना तथा लोगों के लिए प्रार्थना करना भी था। +* पुराने नियम में सर्वदा स्पष्ट नहीं है कि "लेवीय" शब्द सामान्य रूप से लेवी के वंशज के लिए काम में लिया गया है या विशिष्ट रूप से उस व्यक्ति के लिए जो याजकों के सहयोग में मंदिर में सेवारत था| +* पुराने नियम की व्यवस्था निर्दिष्ट था कि याजकों को लेवी के गोत्र से ही चुना जाना था| लेवीय याजक पृथक किए गए थे और मंदिर में परमेश्वर की विशिष्ट सेवा निमित्त उनका अभिषेक किया गया था| * लेवी नामक दो पुरुष यीशू के पूर्वजों में थे जिनके नाम लूका रचित सुसमाचार में दी गई वंशावली में हैं। * यीशु का शिष्य मत्ती भी लेवी था। -(यह भी देखें: [मत्ती](../names/matthew.md), [याजक](../kt/priest.md), [बलि](../other/sacrifice.md), [मन्दिर](../kt/temple.md), [इस्राएल के बारह गोत्र](../other/12tribesofisrael.md)) +(यह भी देखें: [इस्राएल के बारह गोत्र](../other/12tribesofisrael.md), [याजक](../kt/priest.md), [बलि](../other/sacrifice.md), [मन्दिर](../kt/temple.md), [याकूब](../names/jacob.md), [लिआ](../names/leah.md), [मत्ती](../names/matthew.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 इतिहास 02:1-2](rc://*/tn/help/1ch/02/01) -* [1 राजा 08:3-5](rc://*/tn/help/1ki/08/03) -* [प्रे.का. 04:36-37](rc://*/tn/help/act/04/36) -* [उत्पत्ति 29:33-34](rc://*/tn/help/gen/29/33) -* [यूहन्ना 01:19-21](rc://*/tn/help/jhn/01/19) -* [लूका 10:31-32](rc://*/tn/help/luk/10/31) +* [1 इतिहास 2:1-2](rc://*/tn/help/1ch/02/01) +* [1 राजा 8:3-5](rc://*/tn/help/1ki/08/03) +* [प्रे.का. 4:36-37](rc://*/tn/help/act/04/36) +* [उत्पत्ति 29:34](rc://*/tn/help/gen/29/34) +* [यूहन्ना 1:19-21](rc://*/tn/help/jhn/01/19) +* [लूका 10:32](rc://*/tn/help/luk/10/32) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/lot.md b/bible/names/lot.md index 2ca3487..03b2a6b 100644 --- a/bible/names/lot.md +++ b/bible/names/lot.md @@ -12,7 +12,7 @@ (अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [अब्राहम ](../names/abraham.md), [अम्मोन](../names/ammon.md), [हारान](../names/haran.md), [मोआब](../names/moab.md), [सदोम](../names/sodom.md)) +(यह भी देखें: [अब्राहम](../names/abraham.md), [अम्मोन](../names/ammon.md), [हारान](../names/haran.md), [मोआब](../names/moab.md), [सदोम](../names/sodom.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: diff --git a/bible/names/luke.md b/bible/names/luke.md index 5bb43ff..3e70a70 100644 --- a/bible/names/luke.md +++ b/bible/names/luke.md @@ -15,8 +15,10 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [2 तीमु. 04:11-13](rc://*/tn/help/2ti/04/11) -* [कुलुस्सियों 04:12-14](rc://*/tn/help/col/04/12) -* [फिलेमोन 01:23-25](rc://*/tn/help/phm/01/23) +* [2 तीमु. 4:11-13](rc://*/tn/help/2ti/04/11) +* [कुलुस्सियों 4:12-14](rc://*/tn/help/col/04/12) +* [फिलेमोन 01:24](rc://*/tn/help/phm/01/24) ## शब्द तथ्य: + +स्ट्रोंग्स: G3065 diff --git a/bible/names/lystra.md b/bible/names/lystra.md index 25011d4..8f44d27 100644 --- a/bible/names/lystra.md +++ b/bible/names/lystra.md @@ -14,9 +14,9 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [2 तीमु. 03:10-13](rc://*/tn/help/2ti/03/10) -* [प्रे.का. 14:5-7](rc://*/tn/help/act/14/05) -* [प्रे.का. 14:8-10](rc://*/tn/help/act/14/08) +* [2 तीमु. 3:10-13](rc://*/tn/help/2ti/03/10) +* [प्रे.का. 14:6](rc://*/tn/help/act/14/06) +* [प्रे.का. 14:8](rc://*/tn/help/act/14/08) * [प्रे.का. 14:21-22](rc://*/tn/help/act/14/21) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/manasseh.md b/bible/names/manasseh.md index e946b80..3314227 100644 --- a/bible/names/manasseh.md +++ b/bible/names/manasseh.md @@ -8,7 +8,6 @@ * मनश्शे और एप्रैम दोनों को यूसुफ के पिता याकूब ने गोद लिया था। जिसके कारण उनके वंशजों को इस्राएल के बारह गोत्रों में गिने जाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। * मनश्शे के वंशज इस्राएल का एक गोत्र हुए। * मनश्शे का गोत्र “मनश्शे का आधा गोत्र” कहलाता था क्योंकि कनान देश में इस गोत्र के एक भाग ने ही निवास किया था, यरदन नदी के पश्चिम में। इस गोत्र का शेष भाग यरदन नदी के पूर्व में बस गया। - * यहूदा के एक राजा का नाम भी मनश्शे था। * मनश्शे एक दुष्ट राजा था जिसने अपने बच्चों को झूठे देवताओं के समक्ष होम बलि चढ़ाया था। * परमेश्वर ने राजा मनश्शे को शत्रु की सेना द्वारा बन्दी बनाये जाने का दण्ड दिया। मनश्शे मन फिराकर परमेश्वर के निकट आया और सब मूर्ति-पूजा की सब वेदियों को नष्ट कर दिया। diff --git a/bible/names/melchizedek.md b/bible/names/melchizedek.md index 6bc7af0..1a1368a 100644 --- a/bible/names/melchizedek.md +++ b/bible/names/melchizedek.md @@ -13,7 +13,7 @@ (अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [अब्राहम ](../names/abraham.md), [अनन्त](../kt/eternity.md), [महा-याजक](../kt/highpriest.md), [यरूशलेम](../names/jerusalem.md), [लेवी](../names/levite.md), [याजक](../kt/priest.md), [धर्मी](../kt/righteous.md)) +(यह भी देखें: [अब्राहम](../names/abraham.md), [अनन्त](../kt/eternity.md), [महा-याजक](../kt/highpriest.md), [यरूशलेम](../names/jerusalem.md), [लेवी](../names/levite.md), [याजक](../kt/priest.md), [धर्मी](../kt/righteous.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: diff --git a/bible/names/midian.md b/bible/names/midian.md index 8bf37fa..49f2ff1 100644 --- a/bible/names/midian.md +++ b/bible/names/midian.md @@ -5,7 +5,6 @@ मिद्यान अब्राहम और उसकी पत्नी कतूरा का पुत्र था। यह एक जाति और स्थान का भी नाम पड़ गया जो कनान के दक्षिण में अरब के रेगिस्तान के उत्तर में था। इस जाति के लोग मिद्यानी थे। * जब मूसा मिस्र से भागा था तब वह मिद्यान देश में ही गया था जहाँ उसकी भेंट यित्रों की पुत्री से हुई थी जिसकी भेड़ों को पानी पिलाने में उसने सहायता की थी। बाद में मूसा ने यित्रों की पुत्रियों में से एक से विवाह कर लिया था। - * यूसुफ को मिद्यानी व्यापारी ही खरीदकर मिस्र ले गए थे। वर्षों बाद मिद्यानियों ने कनान देश में इस्राएलियों पर आक्रमण करके उन्हें लूटा था। गिदोन ने इस्राएलियों को लेकर उन्हें हराया था। diff --git a/bible/names/mizpah.md b/bible/names/mizpah.md index 68131e0..210cfbb 100644 --- a/bible/names/mizpah.md +++ b/bible/names/mizpah.md @@ -4,7 +4,7 @@ मिस्पा पुराने नियम में अनेक नगरों के नाम थे। इसका अर्थ है, “निगरानी का स्थान” या “चौकसी का गुम्मट”। -* जब दाऊद शाऊल से बच कर भाग रहा था तब उसने अपने माता-पिता को मोआब के राजा के क्षेत्र में मिस्पा में रखा था। +* जब शाऊल दाऊद की ख़ोज में लगा हुआ था तब दाऊद ने अपने माता-पिता को मोआब के राजा की शरण में मिस्पा में रखा था। * मिस्पा नामक एक नगर यहूदा और इस्राएल राज्यों की सीमा पर था। वह एक प्रमुख सेना केन्द्र था। (अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) @@ -14,8 +14,8 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: * [1 राजा 15:20-22](rc://*/tn/help/1ki/15/20) -* [1 शमूएल 07:5-6](rc://*/tn/help/1sa/07/05) -* [1 शमूएल 07:10-11](rc://*/tn/help/1sa/07/10) +* [1 शमूएल 7:5-6](rc://*/tn/help/1sa/07/05) +* [1 शमूएल 7:10-11](rc://*/tn/help/1sa/07/10) * [यिर्मयाह 40:5-6](rc://*/tn/help/jer/40/05) * [न्यायियों 10:17-18](rc://*/tn/help/jdg/10/17) diff --git a/bible/names/moab.md b/bible/names/moab.md index 8e5a127..36f13f4 100644 --- a/bible/names/moab.md +++ b/bible/names/moab.md @@ -5,7 +5,6 @@ "मोआब" शब्द एक ऐसे समूह को संदर्भित करता है जो खारे सागर के पूर्व में रहता था। उत्पत्ति की पुस्तक इस व्यक्ति समूह को "मोआब" नामक एक व्यक्ति के वंशज के रूप में वर्णित करती है, जो लूत की बड़ी पुत्री का पुत्र था। * रूथ की पुस्तक में, एलीमेलेक और उसका परिवार बेतलेहेम के आसपास के अकाल के कारण मोआब में रहने के लिए गया। - * बैतलहमवासी रूत को मोआबिन कहते थे क्योंकि वह मोआब देश की थी। इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “मोआबी स्त्री” या “मोआब देश की स्त्री” (अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) diff --git a/bible/names/moses.md b/bible/names/moses.md index 60515b9..ded3258 100644 --- a/bible/names/moses.md +++ b/bible/names/moses.md @@ -2,33 +2,33 @@ ## तथ्य: -मूसा एक भविष्यद्वक्ता और इस्राएलियों का अगुआ था, उसने 40 वर्ष उनकी अगुआई की थी। +मूसा एक भविष्यद्वक्ता और इस्राएलियों का अगुआ था, उसने 40 वर्ष उनकी अगुआई की थी। मिस्र से निर्गमन के समय वह उनका अगुआ था, जैसा निर्गमन की पुस्तक में वर्णन किया गया है। -* शिशु अवस्था में मूसा के माता-पिता ने उसे एक टोकरी में रखकर नील नदी के नरकटों में मध्य छोड़ दिया था, वे उसे मिस्र के फिरौन से सुरक्षित रखना चाहते थे। मूसा की बहन मिर्याम उसकी रखवाली कर रही थी। मूसा की जान बच गई क्योंकि फिरौन की पुत्री उसे अपने महल में ले गई कि अपना पुत्र बनाकर उसका पालन पोषण करे। +* शिशु अवस्था में मूसा के माता-पिता ने उसे एक टोकरी में रखकर नील नदी के नरकटों के मध्य छोड़ दिया था, वे उसे मिस्र के फिरौन से सुरक्षित रखना चाहते थे। मूसा की बहन मिरयम उसकी रखवाली कर रही थी। मूसा की जान बच गई क्योंकि फिरौन की पुत्री उसे अपने महल में ले गई कि अपना पुत्र बनाकर उसका पालन पोषण करे। * परमेश्वर ने मूसा को चुना कि इस्राएलियों को मिस्र के दासत्व से निकाल कर प्रतिज्ञा के देश में ले जाए। * मिस्र से निकलने के बाद जब इस्राएली जंगल में थे तब परमेश्वर ने मूसा को पत्थर की पट्टियों पर लिखकर दस आज्ञाएं दी थी। * अपने जीवन के अन्त में मूसा ने प्रतिज्ञा के देश को तो देखा परन्तु वहाँ प्रवेश नहीं कर पाया क्योंकि उसने परमेश्वर की आज्ञा के अनुसार कार्य नहीं किया था। (अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [मिर्याम](../names/miriam.md), [प्रतिज्ञा का देश](../kt/promisedland.md), [दस आज्ञाओं](../other/tencommandments.md)) +(यह भी देखें: [मिरयम](../names/miriam.md), [प्रतिज्ञा का देश](../kt/promisedland.md), [दस आज्ञाए](../other/tencommandments.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 07:20-21](rc://*/tn/help/act/07/20) -* [प्रे.का. 07:29-30](rc://*/tn/help/act/07/29) -* [निर्गमन 02:9-10](rc://*/tn/help/exo/02/09) -* [निर्गमन 09:1-4](rc://*/tn/help/exo/09/01) -* [मत्ती 17:3-4](rc://*/tn/help/mat/17/03) -* [रोमियो 05:14-15](rc://*/tn/help/rom/05/14) +* [प्रे.का. 7:21](rc://*/tn/help/act/07/21) +* [प्रे.का. 7:30](rc://*/tn/help/act/07/30) +* [निर्गमन 2:10](rc://*/tn/help/exo/02/10) +* [निर्गमन 9:1](rc://*/tn/help/exo/09/01) +* [मत्ती 17:4](rc://*/tn/help/mat/17/04) +* [रोमियो 05:14](rc://*/tn/help/rom/05/14) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[09:12](rc://*/tn/help/obs/09/12)__ एक दिन, __मूसा__ जब अपनी भेड़ो की देख रेख कर रहा था , तब उसने देखा कि किसी झाड़ी में आग लगी है | -* __[12:05](rc://*/tn/help/obs/12/05)__ __मूसा__ ने लोगों से कहा, “डरो मत, परमेश्वर आप ही तुम्हारे लिये लड़ेगा और तुम्हे बचाएगा |” -* __[12:07](rc://*/tn/help/obs/12/07)__ परमेश्वर ने __मूसा__ से कहा कि अपनी लाठी उठाकर अपना हाथ समुद्र के ऊपर बढ़ा और वह दो भाग हो जाएगा | +* __[9:12](rc://*/tn/help/obs/09/12)__ एक दिन, __मूसा__ जब अपनी भेड़ो की देख रेख कर रहा था , तब उसने देखा कि किसी झाड़ी में आग लगी है | +* __[12:5](rc://*/tn/help/obs/12/05)__ __मूसा__ ने लोगों से कहा, “डरो मत, परमेश्वर आप ही तुम्हारे लिये लड़ेगा और तुम्हे बचाएगा |” +* __[12:7](rc://*/tn/help/obs/12/07)__ परमेश्वर ने __मूसा__ से कहा कि अपनी लाठी उठाकर अपना हाथ समुद्र के ऊपर बढ़ा और वह दो भाग हो जाएगा | * __[12:12](rc://*/tn/help/obs/12/12)__ जब इस्राएलियों ने देखा कि मिस्र के लोग मारे गए है, तो उन्होंने परमेश्वर पर भरोसा किया और विश्वास करने लगे कि __मूसा__ परमेश्वर का एक नबी है। -* __[13:07](rc://*/tn/help/obs/13/07)__परमेश्वर ने यह दस आज्ञाएँ __मूसा__ को दो पत्थर की तख्तियों पर लिख के दे दी | +* __[13:7](rc://*/tn/help/obs/13/07)__परमेश्वर ने यह दस आज्ञाएँ __मूसा__ को दो पत्थर की तख्तियों पर लिख के दे दीं | ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/nahor.md b/bible/names/nahor.md index 4eb2ab1..94a9e13 100644 --- a/bible/names/nahor.md +++ b/bible/names/nahor.md @@ -9,7 +9,7 @@ (अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [अब्राहम ](../names/abraham.md), [रिबका](../names/rebekah.md)) +(यह भी देखें: [अब्राहम](../names/abraham.md), [रिबका](../names/rebekah.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: diff --git a/bible/names/negev.md b/bible/names/negev.md index cbf7021..a1c3df7 100644 --- a/bible/names/negev.md +++ b/bible/names/negev.md @@ -2,10 +2,10 @@ ## तथ्य: -दक्षिण देश इस्राएल के दक्षिणी भाग में एक रेगिस्तानी क्षेत्र था जो खारे ताल के दक्षिण में था। +नेगेव इस्राएल के दक्षिणी भाग में एक रेगिस्तानी क्षेत्र था जो खारे ताल के दक्षिणपूर्व में था। -* मूल शब्द का अर्थ है “दक्षिण” कुछ अंग्रेजी अनुवादों में यही अनुवाद किया गया है। -* यह हो सकता है कि "दक्षिण" वहाँ नहीं है, जहां आज नेगेव रेगिस्तान स्थित है। +* मूल शब्द, नेगेव का अर्थ है “दक्षिण” कुछ अंग्रेजी अनुवादों में यही अनुवाद किया गया है। +* हो सकता है कि जहां आज नेगेव रेगिस्तान है वह "दक्षिण" नहीं है| * कादेश में वास करते समय अब्राहम नेगेव या दक्षिणी क्षेत्र में था। * इसहाक नेगेव में ही रहता था जब रिबका यात्रा करके उससे विवाह करने आई थी। * यहूदियों के गोत्र का यूहदा और शमौन इस दक्षिणी भाग में रहते थे। @@ -13,13 +13,13 @@ (अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [अब्राहम ](../names/abraham.md), [बेर्शेबा](../names/beersheba.md), [इस्राएल](../kt/israel.md), [यहूदा](../names/judah.md), [कादेश](../names/kadesh.md), [खारे ताल](../names/saltsea.md), [शमौन](../names/simeon.md)) +(यह भी देखें: [अब्राहम](../names/abraham.md), [बेर्शेबा](../names/beersheba.md), [इस्राएल](../kt/israel.md), [यहूदा](../names/judah.md), [कादेश](../names/kadesh.md), [खारे ताल](../names/saltsea.md), [शमौन](../names/simeon.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [उत्पत्ति 12:8-9](rc://*/tn/help/gen/12/08) +* [उत्पत्ति 12:9](rc://*/tn/help/gen/12/09) * [उत्पत्ति 20:1-3](rc://*/tn/help/gen/20/01) -* [उत्पत्ति 24:61-62](rc://*/tn/help/gen/24/61) +* [उत्पत्ति 24:62](rc://*/tn/help/gen/24/62) * [यहोशू 03:14-16](rc://*/tn/help/jos/03/14) * [गिनती 13:17-20](rc://*/tn/help/num/13/17) diff --git a/bible/names/nehemiah.md b/bible/names/nehemiah.md index 595a007..352c976 100644 --- a/bible/names/nehemiah.md +++ b/bible/names/nehemiah.md @@ -2,11 +2,11 @@ ## तथ्य: -नहेम्याह एक इस्राएली था जिसे मजबूर होकर बेबीलोनियन साम्राज्य में आना पड़ा जब इस्राएलियों और यहूदियों को बेबीलोन की सेना ने बन्दी बना लिया। +नहेम्याह एक इस्राएली था जिसे विवश होकर बेबीलोन साम्राज्य में आना पड़ा जब इस्राएलियों और यहूदियों को बेबीलोन की सेना ने बन्दी बना कर ले गई थी। -* वह फरीसी राजा, अर्तक्षत्र का पिलानेहारा था, उसने यरूशलेम लौट जाने की अनुमति मांगी थी। -* नहेम्याह ने इस्राएलियों को साथ लेकर यरूशलेम की शहरपनाह का पुनः निर्माण किया जिसे बेबीलोन के सैनिकों ने ढा दिया था। -* राजा के महल में लौट आने से पूर्व नहेम्याह बारह वर्ष तक यरूशलेम का अधिपति था। +* वह फरसी राजा, अर्तक्षत्र का पिलानेहारा था, उसने यरूशलेम लौट जाने के लिए राजा से अनुमति मांगी थी। +* नहेम्याह ने यरूशलेम की शहरपनाह का पुनः निर्माण करने में इस्राएलियों की अगुवाई की थी क्योंकिबेबीलोन के सैनिकों ने उस शहरपनाह को ढा दिया था। +* राजा के महल में लौट आने से पूर्व बारह वर्ष तक नहेम्याह यरूशलेम का अधिपति था। * पुराने नियम में नहेम्याह की पुस्तक में नहेम्याह द्वारा शहरपनाह के पुनः निर्माण कार्य तथा यरूशलेम के लोगों पर प्रशासन का वर्णन किया गया है। * पुराने नियम में नहेम्याह नामक अन्य पुरुष भी हैं। यदि किसी नहेम्याह की चर्चा की जाती है तो स्पष्टीकरण हेतु उसके पिता का नाम जोड़ा जाता है। @@ -16,10 +16,10 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [एज्रा 02:1-2](rc://*/tn/help/ezr/02/01) -* [नहेम्याह 01:1-2](rc://*/tn/help/neh/01/01) -* [नहेम्याह 10:1-3](rc://*/tn/help/neh/10/01) -* [नहेम्याह 12:46-47](rc://*/tn/help/neh/12/46) +* [एज्रा 2:1-2](rc://*/tn/help/ezr/02/01) +* [नहेम्याह 1:2](rc://*/tn/help/neh/01/02) +* [नहेम्याह 10:3](rc://*/tn/help/neh/10/03) +* [नहेम्याह 12:46](rc://*/tn/help/neh/12/46) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/obadiah.md b/bible/names/obadiah.md index 6138989..21a3d4d 100644 --- a/bible/names/obadiah.md +++ b/bible/names/obadiah.md @@ -4,22 +4,22 @@ ओबद्याह पुराने नियम का एक भविष्यद्वक्ता था जिसने एदोमियों (एसाव वंशियों) के विरूद्ध भविष्यद्वाणी की थी। पुराने नियम में ओबद्याह नामक अनेक अन्य पुरुष हुए हैं। -* ओबद्याह की पुस्तक पुराने नियम की सबसे छोटी पुस्तक है और उसमें उसे दिए गए परमेश्वर के दर्शन की भविष्यद्वाणी बताई गई हैं। -* ओबद्याह के जीवन और भविष्यद्वाणी की सेवा का समय ज्ञात नहीं है। संभव है कि वह समय यहूदा के राजाओं यहोराम, अहजय्याह, योआश और अतल्याह के राज्यकाल का है। दानिय्येल, यहेजकेल और यिर्मयाह भी इसी युग में कभी भविष्यद्वाणी कर रहे होंगे। -* संभव है कि ओबद्याह उत्तरकालीन समय का था, सिदकिय्याह का राज्यकाल या बेबीलोन की बन्धुवाई के समय का। -* ओबद्याह नाम के अन्य पुरुष वह है शाऊल का वंशज था, गादवासी जो दाऊद का सेवक हो गया था, राजा आहाब के महल का भण्डारी, राजा यहोशापात का एक अधिकारी, राजा योशिय्याह के समय मन्दिर के सुधार कार्य में सहायक एक पुरुष और नहेम्याह के समय में एक लेवी पुरुष जो द्वारपाल था। +* ओबद्याह की पुस्तक पुराने नियम की सबसे छोटी पुस्तक है जिसमें ओबद्याह की भविष्यद्वाणी है जो उसने परमेश्वर प्रदत्त दर्शन में पाई थी। +* ओबद्याह के जीवन काल और भविष्यद्वाणी की सेवा का समय ज्ञात नहीं है। संभव है कि वह समय यहूदा के राजाओं यहोराम, अहजय्याह, योआश और रानी अतल्याह के राज्यकाल का है। दानिय्येल, यहेजकेल और यिर्मयाह भी इसी युग में कभी भविष्यद्वाणी कर रहे होंगे। +* संभव है कि ओबद्याह उत्तरकालीन समय का था, सिदकिय्याह के राज्यकाल या बेबीलोन की बन्धुवाई के समय का। +* ओबद्याह नाम के अन्य पुरुषों में थे,शाऊल का वंशज, एक गादवासी जो दाऊद का सेवक हो गया था, राजा आहाब के महल का भण्डारी, राजा यहोशापात का एक अधिकारी, राजा योशिय्याह के समय मन्दिर के सुधार कार्य में सहायक एक पुरुष और नहेम्याह के समय में एक लेवी पुरुष जो द्वारपाल था। * संभव है कि ओबद्याह की पुस्तक का लेखक इन पुरुषों में से एक हो। (अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [अहाब](../names/ahab.md), [बाबेल](../names/babylon.md), [दाऊद](../names/david.md), [सदोम](../names/edom.md), [एसाव](../names/esau.md), [यहेजकेल](../names/ezekiel.md), [दानिय्येल](../names/daniel.md), [गाद](../names/gad.md), [यहोशापात](../names/jehoshaphat.md), [योशियाह](../names/josiah.md), [लेवी](../names/levite.md), [शाऊल (पुराना नियम)](../names/saul.md), [सिदकिय्याह](../names/zedekiah.md)) +(यह भी देखें: [अहाब](../names/ahab.md), [बाबेल](../names/babylon.md), [दाऊद](../names/david.md), [एदोम](../names/edom.md), [एसाव](../names/esau.md), [यहेजकेल](../names/ezekiel.md), [दानिय्येल](../names/daniel.md), [गाद](../names/gad.md), [यहोशापात](../names/jehoshaphat.md), [योशियाह](../names/josiah.md), [लेवी](../names/levite.md), [शाऊल (पुराना नियम)](../names/saul.md), [सिदकिय्याह](../names/zedekiah.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 इतिहास 03:19-21](rc://*/tn/help/1ch/03/19) -* [1 इतिहास 08:38-40](rc://*/tn/help/1ch/08/38) -* [एज्रा 08:8-11](rc://*/tn/help/ezr/08/08) -* [ओबद्याह 01:1-2](rc://*/tn/help/oba/01/01) +* [1 इतिहास 3:21](rc://*/tn/help/1ch/03/21) +* [1 इतिहास 8:38-40](rc://*/tn/help/1ch/08/38) +* [एज्रा 8:8-11](rc://*/tn/help/ezr/08/08) +* [ओबद्याह 1:2](rc://*/tn/help/oba/01/01) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/paddanaram.md b/bible/names/paddanaram.md index 72b3885..5ddacf7 100644 --- a/bible/names/paddanaram.md +++ b/bible/names/paddanaram.md @@ -11,7 +11,7 @@ (अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [अब्राहम ](../names/abraham.md), [अराम](../names/aram.md), [बेतूएल](../names/bethuel.md), [कनान](../names/canaan.md), [हारान](../names/haran.md), [याकूब](../names/jacob.md), [लाबान](../names/laban.md), [रिबका](../names/rebekah.md), [सीरिया](../names/syria.md)) +(यह भी देखें: [अब्राहम](../names/abraham.md), [अराम](../names/aram.md), [बेतूएल](../names/bethuel.md), [कनान](../names/canaan.md), [हारान](../names/haran.md), [याकूब](../names/jacob.md), [लाबान](../names/laban.md), [रिबका](../names/rebekah.md), [सीरिया](../names/syria.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: diff --git a/bible/names/perizzite.md b/bible/names/perizzite.md index 6f8ba93..30a7a4a 100644 --- a/bible/names/perizzite.md +++ b/bible/names/perizzite.md @@ -2,9 +2,9 @@ ## तथ्य: -​परिज्जी कनान की अनेक जातियों में से एक थी। इस जाति के बारे में अधिक जानकारी नहीं है कि उनके पूर्वज कौन थे और वे कनान के किसी भाग में रहते थे। +​परिज्जी जाति कनान की अनेक जातियों में से एक थी। इस जाति के बारे में अधिक जानकारी नहीं है कि उनके पूर्वज कौन थे और वे कनान के किसी भाग में रहते थे। -* परिज्जियों की चर्चा पुराने नियम की पुस्तक यहोशू में की गई है, वहां लिखा है कि परिज्जियों ने इस्राएलियों से विवाह किया और उन्हें मूर्ति-पूजा के लिए प्रभावित किया। +* परिज्जियों की चर्चा पुराने नियम की पुस्तक यहोशू में बहुत की गई है, वहां लिखा है कि परिज्जियों ने इस्राएलियों से विवाह किया और उन्हें मूर्ति-पूजा के लिए प्रभावित किया। * ध्यान दें कि परेज का कुल जिसे परिज्जी कहा गया है वह परिज्जी जाति से भिन्न है। यहां आवश्यक है कि दोनों की वर्तनियों में अन्तर रखें कि यह भेद स्पष्ट हो। (अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) @@ -13,11 +13,11 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 राजा 09:20-21](rc://*/tn/help/1ki/09/20) -* [2 इतिहास 08:7-8](rc://*/tn/help/2ch/08/07) -* [निर्गमन 03:16-18](rc://*/tn/help/exo/03/16) -* [उत्पत्ति 13:5-7](rc://*/tn/help/gen/13/05) -* [यहोशू 03:9-11](rc://*/tn/help/jos/03/09) +* [1 राजा 9:20-21](rc://*/tn/help/1ki/09/20) +* [2 इतिहास 8:7-8](rc://*/tn/help/2ch/08/07) +* [निर्गमन 3:16-18](rc://*/tn/help/exo/03/16) +* [उत्पत्ति 13:7](rc://*/tn/help/gen/13/07) +* [यहोशू 3:9-11](rc://*/tn/help/jos/03/09) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/pharaoh.md b/bible/names/pharaoh.md index 666db05..80aa82b 100644 --- a/bible/names/pharaoh.md +++ b/bible/names/pharaoh.md @@ -6,8 +6,8 @@ * कुल 300 फ़िरौन हुए थे जिन्होंने मिस्र पर 2000 से अधिक वर्ष राज किया था। * मिस्त्र के ये राजा अति शक्तिशाली एवं धनवान मनुष्य थे। -* बाइबल में भी कुछ फिरौन का नाम आता है। -* अक्सर यह शीर्षक एक शीर्षक के बजाय नाम के रूप में प्रयोग किया जाता है। ऐसी स्थिति में फिरौन शब्द को अंग्रेजी में बड़े “पी” अक्षर से लिखा गया है। +* बाइबल में भी कुछ फिरौन के नाम आते हैं। +* यह पद नाम एक शीर्षक होने की अपेक्षा नाम के रूप में अधिक प्रयोग किया गया है। ऐसी स्थिति में फिरौन शब्द को अंग्रेजी में बड़े “पी” अक्षर से लिखा गया है। (अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) @@ -15,20 +15,20 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 07:9-10](rc://*/tn/help/act/07/09) -* [प्रे.का. 07:43](rc://*/tn/help/act/07/11) -* [प्रे.का. 07:20-21](rc://*/tn/help/act/07/20) -* [उत्पत्ति 12:14-16](rc://*/tn/help/gen/12/14) -* [उत्पत्ति 40:6-8](rc://*/tn/help/gen/40/06) -* [उत्पत्ति 41:25-26](rc://*/tn/help/gen/41/25) +* [प्रे.का. 7:9-10](rc://*/tn/help/act/07/09) +* [प्रे.का. 7:13](rc://*/tn/help/act/07/13) +* [प्रे.का. 7:21](rc://*/tn/help/act/07/21) +* [उत्पत्ति 12:15](rc://*/tn/help/gen/12/15) +* [उत्पत्ति 40:7](rc://*/tn/help/gen/40/07) +* [उत्पत्ति 41:25](rc://*/tn/help/gen/41/25) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[08:06](rc://*/tn/help/obs/08/06)__ एक रात को मिस्र के राजा ने, जिसे __फ़िरौन__ कहते है उसने रात में दो स्वप्न देखे जो उसे निरंतर परेशान कर रहे थे | -* __[08:08](rc://*/tn/help/obs/08/08)__ __फ़िरौन__ यूसुफ से बहुत प्रभावित हुआ, और उसे मिस्र का दूसरा सबसे शक्तिशाली आदमी नियुक्त किया | -* __[09:02](rc://*/tn/help/obs/09/02)__ उस समय जो __फ़िरौन__ मिस्र पर राज्य करता था, इस्राएलियों को मिस्रियो का गुलाम बनाया। -* __[09:13](rc://*/tn/help/obs/09/13)__ इसलिये आ मैं तुझे __फ़िरौन__ के पास भेजता हूँ कि तू मेरी इस्राएली प्रजा को मिस्र में से निकाल ले आए | -* __[10:02](rc://*/tn/help/obs/10/02)__ इन भयानक विपत्तियों के द्वारा परमेश्वर यह दिखाना चाहता था ,कि वह __फ़िरौन__ व मिस्र के देवताओ से कई अधिक शक्तिशाली है। +* __[8:6](rc://*/tn/help/obs/08/06)__ एक रात __फ़िरौन__ जो मिस्री अपने राजा को कहते थे, ने दो स्वप्न देखे जो उसे बहुत परेशान कर रहे थे | +* __[8:8](rc://*/tn/help/obs/08/08)__ __फ़िरौन__ यूसुफ से ऐसा प्रभावित हुआ कि उसने यूसुफ़ को मिस्र का दूसरा सबसे शक्तिशाली मनुष्य नियुक्त कर दिया | +* __[9:2](rc://*/tn/help/obs/09/02)__ उस समय जो __फ़िरौन__ मिस्र पर राज्य करता था, उसने इस्राएलियों को मिस्रियो का दास बनाया। +* __[9:13](rc://*/tn/help/obs/09/13)__ इसलिये आ मैं तुझे __फ़िरौन__ के पास भेजता हूँ कि तू मेरी इस्राएली प्रजा को मिस्रके दासत्व में से निकाल ले आए | +* __[10:2](rc://*/tn/help/obs/10/02)__ इन भयानक विपत्तियों के द्वारा परमेश्वर यह दिखाना चाहता था ,कि वह __फ़िरौन__ व मिस्र के देवताओ से कहीं अधिक शक्तिशाली है। ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/philistines.md b/bible/names/philistines.md index 5bc750f..0f988c0 100644 --- a/bible/names/philistines.md +++ b/bible/names/philistines.md @@ -6,7 +6,7 @@ * पलिश्तियों के पांच मुख्य नगर थे: अश्दोद, अश्कलोन, एक्रोन, गत और गाज़ा। * अश्दोद नगर पलिश्तीन के उत्तर में था और गाज़ा नगर दक्षिण में था। -* पलिश्तियों को इस्राएल के साथ वर्षों युद्ध करने के कारण अच्छे जाना गया था। +* पलिश्ती इस्राएल के साथ वर्षों युद्ध करने के कारण चिरपरिचित हो गए थे। * शिमशोन, एक न्यायी पलिश्तियों से युद्ध करने के लिए प्रसिद्ध था, वह परमेश्वर की अलौकिक शक्ति का उपयोग करता था। * राजा दाऊद ने भी पलिश्तियों के साथ अनेक युद्ध किए थे, उसने अपनी युवावस्था में पलिश्तियों के दानव गोलियत को हराया था। @@ -17,10 +17,10 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: * [1 इतिहास 18:9-11](rc://*/tn/help/1ch/18/09) -* [1 शमूएल 13:3-4](rc://*/tn/help/1sa/13/03) +* [1 शमूएल 13:4](rc://*/tn/help/1sa/13/04) * [2 इतिहास 09:25-26](rc://*/tn/help/2ch/09/25) * [उत्पत्ति 10:11-14](rc://*/tn/help/gen/10/11) -* [भजन संहिता 056:1-2](rc://*/tn/help/psa/056/001) +* [भजन संहिता 56:1-2](rc://*/tn/help/psa/056/001) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/pilate.md b/bible/names/pilate.md index 5e2933e..4b51cff 100644 --- a/bible/names/pilate.md +++ b/bible/names/pilate.md @@ -28,7 +28,7 @@ * **[39:11](rc://*/tn/help/obs/39/11)** यीशु से बात करने के बाद **पिलातुस** भीड़ में आया, और कहा, “मैं तो इस व्यक्ति में कोई दोष नहीं पाता.” परन्तु यहूदी गुरुओं ने और जनसमूह ने चिल्लाकर कहा, “इसे क्रूस पर चढ़ा दे.” **पिलातुस** ने कहा, “यह दोषी नहीं है.” वह और जोर से चिल्लाने लगे. तब **पिलातुस** ने तीसरी बार कहा, “मैं इसमें कोई दोष नहीं पाता.” * **[39:12](rc://*/tn/help/obs/39/12)** **पिलातुस** डर गया कि कही कोलाहल न मच जाए, इसलिये उसने यीशु को क्रूस पर चढ़ाने के लिए सैनिको को सौंप दिया. * **[40:02](rc://*/tn/help/obs/40/02)** \_\_ पिलातुस\_\_ ने आज्ञा दी कि यीशु के सिर से ऊपर क्रूस पर यह लिख कर लगा दिया जाए, “यह यहूदियों का राजा है. ” -* **\[41:02\](rc://*/tn/help/obs/41/02)** **पिलातुस** ने कहा, “कुछ सैनिक लो और जाकर कब्र को जितना अधिक सुरक्शि कर सकते हो कर लो." +* **[41:02](rc://*/tn/help/obs/41/02)** **पिलातुस** ने कहा, “कुछ सैनिक लो और जाकर कब्र को जितना अधिक सुरक्शि कर सकते हो कर लो." ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/priscilla.md b/bible/names/priscilla.md index 69178e6..86b0465 100644 --- a/bible/names/priscilla.md +++ b/bible/names/priscilla.md @@ -17,8 +17,10 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: * [1 कुरिन्थियों 16:19-20](rc://*/tn/help/1co/16/19) -* [2 तीमुथियुस 04:19-22](rc://*/tn/help/2ti/04/19) -* [प्रे.का. 18:1-3](rc://*/tn/help/act/18/01) -* [प्रे.का. 18:24-26](rc://*/tn/help/act/18/24) +* [2 तीमुथियुस 4:19-22](rc://*/tn/help/2ti/04/19) +* [प्रे.का. 18:1](rc://*/tn/help/act/18/01) +* [प्रे.का. 18:24](rc://*/tn/help/act/18/24) ## शब्द तथ्य: + +Strongs: G4252, G4251 diff --git a/bible/names/rahab.md b/bible/names/rahab.md index 1f35607..4b75aed 100644 --- a/bible/names/rahab.md +++ b/bible/names/rahab.md @@ -10,7 +10,7 @@ (अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [इस्राएल](../kt/israel.md), [यरीहो ](../names/jericho.md), [व्यभिचारिणी](../other/prostitute.md)) +(यह भी देखें: [इस्राएल](../kt/israel.md), [यरीहो](../names/jericho.md), [व्यभिचारिणी](../other/prostitute.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: diff --git a/bible/names/ramah.md b/bible/names/ramah.md index 5aed664..c00d789 100644 --- a/bible/names/ramah.md +++ b/bible/names/ramah.md @@ -1,12 +1,12 @@ -# रामाह +# रामा ## तथ्य: -रामाह यरूशलेम से आठ कि.मी. दूर एक प्राचीन इस्राएली नगर था। यह नगर बिन्यामीन गोत्र के प्रदेश में था जहाँ वे रहते थे। +रामा यरूशलेम से आठ कि.मी. दूर एक प्राचीन इस्राएली नगर था। यह नगर उस क्षत्र में था जहां बिन्यामीन गोत्र के लोग रहते थे। -* रामाह में राहेल की मृत्यु हुई थी जब उसने बिन्यामीन को जन्म दिया था। -* बेबीलोन की सेना इस्राएलियों को बन्दी बना कर ले जा रही थी तब वे बेबीलोन पहुंचने से पूर्व रामाह लाए गए थे। -* शमूएल के माता पिता का घर भी रामाह में था। +* रामा में राहेल की मृत्यु हुई थी जब उसने बिन्यामीन को जन्म दिया था। +* बेबीलोन की सेना इस्राएलियों को बन्दी बना कर ले जा रही थी तब वे बेबीलोन पहुंचने से पूर्व रामा लाए गए थे। +* शमूएल के माता पिता का घर भी रामा में था। (अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) @@ -14,8 +14,8 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 इतिहास 27:25-27](rc://*/tn/help/1ch/27/25) -* [1 शमूएल 02:11](rc://*/tn/help/1sa/02/11) +* [1 इतिहास 27:27](rc://*/tn/help/1ch/27/27) +* [1 शमूएल 2:11](rc://*/tn/help/1sa/02/11) * [2 इतिहास 16:1](rc://*/tn/help/2ch/16/01) * [यिर्मयाह 31:15](rc://*/tn/help/jer/31/15) * [यहोशू 18:25-28](rc://*/tn/help/jos/18/25) diff --git a/bible/names/ramoth.md b/bible/names/ramoth.md index aaa465c..1195ae9 100644 --- a/bible/names/ramoth.md +++ b/bible/names/ramoth.md @@ -11,7 +11,7 @@ (अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [अहाब](../names/ahab.md), [अहज्याह](../names/ahaziah.md), [अराम](../names/aram.md), [गाद](../names/gad.md), [यहोशापात](../names/jehoshaphat.md), [येहू](../names/jehu.md), [योराम ](../names/joram.md), [यरदन नदी](../names/jordanriver.md), [यहूदा](../names/kingdomofjudah.md), [शरण](../other/refuge.md)) +(यह भी देखें: [अहाब](../names/ahab.md), [अहज्याह](../names/ahaziah.md), [अराम](../names/aram.md), [गाद](../names/gad.md), [यहोशापात](../names/jehoshaphat.md), [येहू](../names/jehu.md), [योराम](../names/joram.md), [यरदन नदी](../names/jordanriver.md), [यहूदा](../names/kingdomofjudah.md), [शरण](../other/refuge.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: diff --git a/bible/names/rebekah.md b/bible/names/rebekah.md index ab378a2..f9a76fd 100644 --- a/bible/names/rebekah.md +++ b/bible/names/rebekah.md @@ -10,7 +10,7 @@ (अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [अब्राहम ](../names/abraham.md), [अराम](../names/aram.md), [एसाव](../names/esau.md), [इसहाक](../names/isaac.md), [याकूब](../names/jacob.md), [नाहोर](../names/nahor.md), [नेगेब](../names/negev.md)) +(यह भी देखें: [अब्राहम](../names/abraham.md), [अराम](../names/aram.md), [एसाव](../names/esau.md), [इसहाक](../names/isaac.md), [याकूब](../names/jacob.md), [नाहोर](../names/nahor.md), [नेगेब](../names/negev.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: diff --git a/bible/names/redsea.md b/bible/names/redsea.md index 034b0e3..6ab8c9e 100644 --- a/bible/names/redsea.md +++ b/bible/names/redsea.md @@ -1,28 +1,28 @@ -# नड़ सागर, लाल समुद्र +# सरकंडों का सागर, लाल समुद्र ## तथ्य: -“नड़ सागर” मिस्र और अरब के बीच स्थित समुद्र का नाम था। इसे अब लाल सागर कहा जाता है। +“सरकंडों का सागर” मिस्र और अरब के बीच स्थित एक जलाशय का नाम था। इसे अब "लाल सागर" कहा जाता है। * लाल सागर लंबा और संकरा है। यह एक झील या नदी से बड़ा है परन्तु समुद्र से बहुत छोटा है। -* इस्राएलियों को मिस्र से निकलने के बाद लाल सागर पार करना पड़ा था। परमेश्वर ने लाल सागर के जल को विभाजित करके सूखी भूमि प्रकट कर दिया था कि इस्राएली चलकर उसे पार कर लें। +* इस्राएलियों को मिस्र से निकलने के बाद लाल सागर पार करना पड़ा था। परमेश्वर ने लाल सागर के जल को विभाजित करके सूखी भूमि प्रकट कर दी थी कि इस्राएली चलकर उसे पार कर लें। * कनान इस सागर के उत्तर में था। -* इसका अनुवाद “नड़ सागर” भी किया जा सकता है। +* इसका अनुवाद “सरकंडों का सागर” भी किया जा सकता है। (यह भी देखें: [अरब](../names/arabia.md)**.** [कनान](../names/canaan.md), [मिस्र](../names/egypt.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 07:35-37](rc://*/tn/help/act/07/35) +* [प्रे.का. 7:35-37](rc://*/tn/help/act/07/35) * [निर्गमन 13:17-18](rc://*/tn/help/exo/13/17) -* [यहोशू 04:22-24](rc://*/tn/help/jos/04/22) +* [यहोशू 4:22-24](rc://*/tn/help/jos/04/22) * [गिनती 14:23-25](rc://*/tn/help/num/14/23) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[12:04](rc://*/tn/help/obs/12/04)__ जब इस्राएलियों ने देखा कि मिस्र की सेना आ रही है, तो उन्हें एहसास हुआ कि वे फिरौन की सेना और __वे लाल सागर__ के बीच फंस गए थे -* __[12:05](rc://*/tn/help/obs/12/05)__ तब परमेश्वर ने मूसा से कहा, "लोगों को __लाल सागर__ की तरफ जाने के लिए कहो।" -* __[13:01](rc://*/tn/help/obs/13/01)__ के बाद परमेश्वर__लाल सागर__ के माध्यम से इस्राएलियों का नेतृत्व किया, वह उन्हें सीनै नाम की पहाड़ पर जंगल में ले गया। +* [12:4](rc://*/tn/help/obs/12/04) जब इस्राएलियों ने देखा कि मिस्र की सेना आ रही है, तो उन्हें डर लगा कि वे फिरौन की सेना और __लाल सागर__ के बीच फंस गए हैं +* [12:5](rc://*/tn/help/obs/12/05) तब परमेश्वर ने मूसा से कहा, "लोगों को __लाल सागर__ की ओर जाने के लिए कह।" +* [13:1](rc://*/tn/help/obs/13/01) जब परमेश्वर ने इस्राएलियों को__लाल सागर__ पार करा दिया तब वह उनको मरुभूमि में लेकर चलते हुए सीने नमक एक पर्वत तक लाया। ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/rome.md b/bible/names/rome.md index a16a8c7..b3d1dce 100644 --- a/bible/names/rome.md +++ b/bible/names/rome.md @@ -13,17 +13,17 @@ ## बाइबल के सन्दर्भ: -* [2 तीमुथियुस 01:15-18](rc://*/tn/help/2ti/01/15) -* [प्रे.का. 22:25-26](rc://*/tn/help/act/22/25) -* [प्रे.का. 28:13-15](rc://*/tn/help/act/28/13) -* [यूहन्ना 11:47-48](rc://*/tn/help/jhn/11/47) +* [2 तीमुथियुस 1:15-18](rc://*/tn/help/2ti/01/15) +* [प्रे.का. 22:25](rc://*/tn/help/act/22/25) +* [प्रे.का. 28:14](rc://*/tn/help/act/28/14) +* [यूहन्ना 11:48](rc://*/tn/help/jhn/11/48) -## बाइबल के कहानियों से उदाहरण: +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[23:04](rc://*/tn/help/obs/23/04)__ जब मरियम के जनने के दिन पूरे हुए, __रोमन__ साम्राज्य ने कहा कि सब लोग नाम लिखवाने के लिए अपने अपने नगर को जाए | -* __[32:06](rc://*/tn/help/obs/32/06)__ तब यीशु ने उस दुष्टात्मा से पूछा “तेरा क्या नाम है?” उसने उसे कहा “मेरा नाम सेना है: क्योंकि हम बहुत है |” (सेना 6000 सैनिकों का दल होता है |) -* __[39:09](rc://*/tn/help/obs/39/09)__ अगली सुबह यहूदी नेताओ ने यीशु को ले जाकर पिलातुस को सौंप दिया जो एक __रोमन__ राज्यपाल था।अगली सुबह यहूदी नेताओ ने यीशु को ले जाकर पिलातुस को सौंप दिया वे इस आशा में थे कि पिलातुस उसे दोषी ठहरा कर उससे मरवा डाले | -* __[39:12](rc://*/tn/help/obs/39/12)__ __रोमन__ सैनिकों ने यीशु को कोड़े मारे, और शाही बागा पहनाकर काँटों का मुकुट उसके सिर पर रखा | तब उन्होंने यह कहकर यीशु का मज़ाक उड़ाया “यहूदियों का राजा” देखो | +* __[23:4](rc://*/tn/help/obs/23/04)__ जब मरियम के जनने के दिन पूरे हुए, __रोमी__ सरकार ने आज्ञा दी कि सब लोग नाम लिखवाने के लिए अपने अपने नगर को जाए | +* __[32:6](rc://*/tn/help/obs/32/06)__ तब यीशु ने उस दुष्टात्मा से पूछा “तेरा क्या नाम है?” उसने उसे कहा “मेरा नाम सेना है: क्योंकि हम बहुत है |” ("सेना" __रोमी__ सेना में 6000 सैनिकों का दल होता है |) +* __[39:9](rc://*/tn/help/obs/39/09)__ अगली सुबह यहूदी नेताओ ने यीशु को ले जाकर पिलातुस को सौंप दिया जो एक __रोमी__ राज्यपाल था,इस आशा से कि वह मार डाला जाए। +* __[39:12](rc://*/tn/help/obs/39/12)__ __रोमी__ सैनिकों ने यीशु को कोड़े मारे, और राजसी बागा पहनाकर उसके सिर पर काँटों का मुकुट रखा | तब उन्होंने यह कहकर यीशु का मज़ाक उड़ाया,देखो! “यहूदियों का राजा" | ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/ruth.md b/bible/names/ruth.md index 6a0012e..18217ed 100644 --- a/bible/names/ruth.md +++ b/bible/names/ruth.md @@ -5,9 +5,7 @@ रूत एक मोआबी स्त्री थी, जो इस्राएल में न्यायियों के युग में थी। उसने एक इस्राएली से विवाह मोआब में किया था, जब वह अकाल के कारण अपने परिवार के साथ वहां चले गए थे जब न्यायधीश इस्राएल में थे। रूत के पति की मृत्यु हो गई, कुछ समय पश्चात उसकी सास, नाओमी अपने अधिवास बैतलहम लौट रही थी तो उसने भी अपनी सास के साथ जाने का निर्णय लिया। * रूत नाओमी की निष्ठावान रही और उसके लिए भोजन व्यवस्था करती रही। - * वह इस्राएल के एकमात्र सच्चे परमेश्वर की सेवा में समर्पित हो गई थी। - * रूत का विवाह एक इस्राएली पुरुष बोआज़ के साथ हो गया था, उसका पुत्र यीशु के पूर्वज राजा दाऊद का दादा था। क्योंकि राजा दाऊद यीशु मसीह का पूर्वज था इसलिए रूत भी थी। (अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) diff --git a/bible/names/samaria.md b/bible/names/samaria.md index e7e6167..f16c8a2 100644 --- a/bible/names/samaria.md +++ b/bible/names/samaria.md @@ -5,28 +5,28 @@ सामरिया उत्तरी राज्य इस्राएल में एक नगर और उसके आसपास के क्षेत्रों का नाम था। यह स्थान पश्चिम में शारोन के मैदान और पूर्व में यरदन नदी के मध्य था। * पुराने नियम के युग में, सामरिया उत्तरी राज्य इस्राएल की राजधानी थी। उत्तरकाल में इसके आसपास का क्षेत्र भी सामरिया कहलाने लगा था। -* जब अश्शूरों ने उत्तरी राज्य इस्राएल को जीत लिया था और अधिकांश इस्राएलियों को वहां से बलपूर्वक ले जाकर अश्शूर देश के विभिन्न नगरों में बसा दिया था। -* अश्शूर अनेक परदेशियों को वहां इस्राएलियों के स्थान में बसा कर चले गए थे। +* जब अश्शूरों ने उत्तरी राज्य इस्राएल को जीत लिया था और उस पर अधिकार कर लिया था तब उन्होंने अधिकाँश इस्राएलियों को वहां से बलपूर्वक ले जाकर दूर अश्शूर देश के विभिन्न नगरों में बसा दिया था। +* अश्शूर अनेक परदेशियों को वहां सामरिया में लाकर इस्राएलियों के स्थान में बसा कर चले गए थे। * जो इस्राएली वहां रह गए थे उन्होंने उन परदेशियों से विवाह कर लिया था और इस प्रकार उनके वंशज सामरी कहलाए। * यहूदी सामरियों से घृणा करते थे क्योंकि वे आधे यहूदी थे और क्योंकि उनके पूर्वज मूर्ति-पूजक थे। -* नये नियम के युग, सामरिया क्षेत्र उत्तर में गलील क्षेत्र ओर दक्षिण में यहूदिया की सीमाओं से घिरा हुआ था। +* नये नियम के युग में सामरिया क्षेत्र उत्तर में गलील क्षेत्र ओर दक्षिण में यहूदिया की सीमाओं से घिरा हुआ था। (यह भी देखें: [अश्शूर](../names/assyria.md), [गलील](../names/galilee.md), [यहूदिया](../names/judea.md), [शारोन](../names/sharon.md), [इस्राएल का राज्य](../names/kingdomofisrael.md)) ## बाइबल के सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 08:1-3](rc://*/tn/help/act/08/01) -* [प्रे.का. 08:4-5](rc://*/tn/help/act/08/04) -* [यूह. 04:4-5](rc://*/tn/help/jhn/04/04) -* [लूका 09:51-53](rc://*/tn/help/luk/09/51) -* [लूका 10:33-35](rc://*/tn/help/luk/10/33) +* [प्रे.का. 8:1-3](rc://*/tn/help/act/08/01) +* [प्रे.का. 8:5](rc://*/tn/help/act/08/05) +* [यूह. 4:4-5](rc://*/tn/help/jhn/04/04) +* [लूका 9:51-53](rc://*/tn/help/luk/09/51) +* [लूका 10:33](rc://*/tn/help/luk/10/33) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[20:04](rc://*/tn/help/obs/20/04)__ ब अश्शूरियों ने अन्यजातियों को उस भूमि पर रहने को कहा जहाँ पर इस्राएली राज्य था| अन्यजातियों ने उस विनष्ट शहर का पुनर्निर्माण किया, और वहाँ शेष बचे इस्राएलियों से विवाह किया| इस्राएलियों के वह वंशज जिन्होंने अन्यजातियों से विवाह किया वह __सामारी__ कहलाए| -* __[27:08](rc://*/tn/help/obs/27/08)__ "अगला मनुष्य जो वहाँ से जा रहा था वह एक __सामरी__ था| (__सामरी__ यहूदियों के वंश के थे, जिन्होंने अन्य राष्ट्र के लोगों से विवाह करा था | __सामरी__ और यहूदियों को एक दूसरे से नफरत थी।)" -* __[27:09](rc://*/tn/help/obs/27/09)__"__सामरी__ व्यक्ति ने उस घायल व्यक्ति को अपने गधे पर लाध लिया और उसे सड़क के पार एक सराय में ले गया जहाँ उसकी देख-भाल की|" -* __[45:07](rc://*/tn/help/obs/45/07)__ वह (फिलिप्पुस)__सामरिया__ नगर में गया और वहा लोगों को यीशु के बारे में बताया और बहुत से लोगों बचाए गए| +* __[20:4](rc://*/tn/help/obs/20/04)__ तब अश्शूरियों ने इस्राएल राज्य की भूमि पर अन्यजातियों को लाकर बसा दिया | इनअन्यजातियों ने उस नष्टकिए हुए शहर का पुनर्निर्माण किया, और वहाँ बचे हुए इस्राएलियों से विवाह किया| इन इस्राएलियों के वंशज जिन्होंने अन्यजातियों से विवाह किया था __सामारी__ कहलाए| +* __[27:8](rc://*/tn/help/obs/27/08)__ "अगला मनुष्य जो उस मार्सेग से होकर जा रहा था वह एक __सामरी__ था| (__सामरी__ उन यहूदियों के वंश के थे, जिन्होंने अन्यजातियों के लोगों से विवाह किया था| __सामरी__ और यहूदी एक दूसरे से घृणा करते थे।)" +* __[27:9](rc://*/tn/help/obs/27/09)__उस __सामरी__ व्यक्ति ने उस घायल व्यक्ति को अपने गधे पर लाद लिया और उसे सड़क के पार एक सराय में ले गया जहाँ उसकी देख-भाल की|" +* __[4507](rc://*/tn/help/obs/45/07)__ वह (फिलिप्पुस)__सामरिया__ नगर में गया और वहा लोगों को यीशु के बारे में बताया और बहुत से लोग बचाए गए| ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/sarah.md b/bible/names/sarah.md index 819d1f6..e558fce 100644 --- a/bible/names/sarah.md +++ b/bible/names/sarah.md @@ -8,7 +8,7 @@ (अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [अब्राहम ](../names/abraham.md), [इसहाक](../names/isaac.md)) +(यह भी देखें: [अब्राहम](../names/abraham.md), [इसहाक](../names/isaac.md)) ## बाइबल के सन्दर्भ: diff --git a/bible/names/shechem.md b/bible/names/shechem.md index 2e69f9e..43fd161 100644 --- a/bible/names/shechem.md +++ b/bible/names/shechem.md @@ -8,7 +8,7 @@ * याकूब ने शेकेम के हिव्वी हामोर के पुत्रों से भूमि खरीदी जो उनका पारिवारिक कब्रिस्तान हो गया था, वहीं याकूब के पुत्रों ने उसे दफन किया था। * हामोर के पुत्र शेकेम ने याकूब की पुत्री दीना के साथ बलात्कार किया था जिसके परिणाम स्वरूप याकूब के पुत्रों ने शेकेम नगर के सब पुरुषों को मार डाला था। -(अनुवाद के सुझाव: [हामोर](../names/hamor.md) +(अनुवाद के सुझाव: [हामोर](../names/hamor.md)) (यह भी देखें: [कनान](../names/canaan.md), [एसाव](../names/esau.md), [हामोर](../names/hamor.md), [हिव्वी](../names/hivite.md), [याकूब](../names/jacob.md)) diff --git a/bible/names/shem.md b/bible/names/shem.md index 0699210..a6dc96f 100644 --- a/bible/names/shem.md +++ b/bible/names/shem.md @@ -10,7 +10,7 @@ (अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [अब्राहम ](../names/abraham.md), [अरेबिया](../names/arabia.md), [बड़ा जहाज](../kt/ark.md), [प्रलय](../other/flood.md), [नूह](../names/noah.md)) +(यह भी देखें: [अब्राहम](../names/abraham.md), [अरेबिया](../names/arabia.md), [बड़ा जहाज](../kt/ark.md), [प्रलय](../other/flood.md), [नूह](../names/noah.md)) ## बाइबल के सन्दर्भ: diff --git a/bible/names/shinar.md b/bible/names/shinar.md index f76d9c9..f4b6a33 100644 --- a/bible/names/shinar.md +++ b/bible/names/shinar.md @@ -10,7 +10,7 @@ (अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [अब्राहम ](../names/abraham.md), [बाबेल](../names/babel.md), [बेबीलोन](../names/babylon.md), [कसदी](../names/chaldeans.md), [मिसोपोतामिया](../names/mesopotamia.md), [पित्र](../other/patriarchs.md), [ऊर](../names/ur.md)) +(यह भी देखें: [अब्राहम](../names/abraham.md), [बाबेल](../names/babel.md), [बेबीलोन](../names/babylon.md), [कसदी](../names/chaldeans.md), [मिसोपोतामिया](../names/mesopotamia.md), [पित्र](../other/patriarchs.md), [ऊर](../names/ur.md)) ## बाइबल के सन्दर्भ: diff --git a/bible/names/sidon.md b/bible/names/sidon.md index ccd258b..1410759 100644 --- a/bible/names/sidon.md +++ b/bible/names/sidon.md @@ -1,26 +1,26 @@ # सीदोन, सीदोनियों -## तथ्यों: +## तथ्य: सीदोन कनान का सबसे बड़ा पुत्र था। कनानियों के एक नगर का नाम भी सीदोन था, संभवतः कनान के पुत्र के नाम पर। * सीदोन नगर इस्राएल के उत्तर-पश्चिम में भूमध्य सागर के तट पर बसा था जो आज के लबानोन देश का एक भाग है। -* “सीदोनियों” फिनीके के जाति के लोग थे जो प्राचीन सीदोन तथा उसके आसपास के क्षेत्र में निवास करते थे। +* “सीदोनी” फिनीके के जाति के लोग थे जो प्राचीन सीदोन तथा उसके आसपास के क्षेत्र में निवास करते थे। * बाइबल में सीदोन, सोर के निकट संबन्ध में दर्शाया गया है दोनों नगर अपने वैभव और अनैतिक व्यवहार के लिए प्रसिद्ध थे। (अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [कनान](../names/canaan.md), [नूह](../names/noah.md), [फीनीके](../names/phonecia.md), [समुद्र ](../names/mediterranean.md), [सूर](../names/tyre.md)) +(यह भी देखें: [कनान](../names/canaan.md), [नूह](../names/noah.md), [फिनीके](../names/phonecia.md), [समुद्र](../names/mediterranean.md), [सोर](../names/tyre.md)) ## बाइबल के सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 12:20-21](rc://*/tn/help/act/12/20) +* [प्रे.का. 12:20](rc://*/tn/help/act/12/20) * [प्रे.का. 27:3-6](rc://*/tn/help/act/27/03) * [उत्पत्ति 10: 15-18](rc://*/tn/help/gen/10/15) -* [उत्पत्ति 10: 19-20](rc://*/tn/help/gen/10/19) +* [उत्पत्ति 10: 19](rc://*/tn/help/gen/10/19) * [मरकुस 03:7-8](rc://*/tn/help/mrk/03/07) -* [मत्ती 11:20-22](rc://*/tn/help/mat/11/20) -* [मत्ती 15:21-23](rc://*/tn/help/mat/15/21) +* [मत्ती 11:22](rc://*/tn/help/mat/11/22) +* [मत्ती 15:22](rc://*/tn/help/mat/15/22) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/sinai.md b/bible/names/sinai.md index 890d19b..84ec653 100644 --- a/bible/names/sinai.md +++ b/bible/names/sinai.md @@ -1,30 +1,37 @@ -# सीनै, सीनै पर्वत +# सीनै, होरेब ## तथ्यों: -सीनै पर्वत संभवतः एक पर्वत था जो आज के सीनै प्रायद्वीप के दक्षिण में है। यह "होरेब पर्वत" के रूप में भी जाना जाता था। +सीनै पर्वत या होरेब पर्वत एक पर्वत था जो संभवतः आज के सीनै प्रायद्वीप के दक्षिण में है परन्तु इस पर्वत का वास्तविक स्थान अज्ञात है। -* सीनै पर्वत एक विशाल चट्टानी रेगिस्तान का भाग है। -* मिस्र से निकल कर प्रतिज्ञा के देश की यात्रा के समय इस्राएली सीनै पर्वत के निकट पहुँचे थे। -* परमेश्वर ने सीनै पर्वत पर ही मूसा को दस आज्ञाएं दी थी। +* एक संभावना है कि "होरेब" उस पर्वत का वास्तविक नाम है और "सीनै पर्वत"का सरल सा अर्थ है, "सीने का पहाड़" जिसका सन्दर्भ इस तथ्य से है कि होरेब पर्वत सीनै के मरुस्थल में है| +* इस पर्वत को "परमेश्वर का पर्वत" भी कहते हैं। +* यह वही स्थान है जहाँ मूसा ने भेड़ें चराते समय जलती हुई झाड़ी देखी थी। +* यह वही स्थान है जहां परमेश्वर ने इस्राएलियों के साथ वाचा बंधी थी और उनको पत्थर की पट्टियों पर आज्ञाएं लिख कर दी थीं। +* यह वह स्थान भी है जहां परमेश्वर ने मूसा को आज्ञा दी थी कि चट्टान को मार कर पानी निकाले कि मरुस्थल में चलते हुए इस्राएली तृप्त हो जाएं। -(यह भी देखें: [रेगिस्तान](../other/desert.md), [मिस्र](../names/egypt.md), [होरेब](../names/horeb.md), [प्रतिज्ञा का देश](../kt/promisedland.md), [दस आज्ञाओं](../other/tencommandments.md)) +(यह भी देखें: [रेगिस्तान](../other/desert.md), [दस आज्ञाओं](../other/tencommandments.md)) ## बाइबल के सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 07:29-30](rc://*/tn/help/act/07/29) +* [प्रे.का. 7:29-30](rc://*/tn/help/act/07/29) * [निर्गमन 16:1-3](rc://*/tn/help/exo/16/01) -* [गलातियों 04:24-25](rc://*/tn/help/gal/04/24) +* [गलातियों 4:24](rc://*/tn/help/gal/04/24) * [लैव्यव्यवस्था 27:34](rc://*/tn/help/lev/27/34) -* [गिनती 01:17-19](rc://*/tn/help/num/01/17) +* [गिनती 1:17-19](rc://*/tn/help/num/01/17) +* [1 राजा 8:9-11](rc://*/tn/help/1ki/08/09) +* [2इतिहास 5:9-10](rc://*/tn/help/2ch/05/09) +* [व्यवस्थाविवरण 1:2](rc://*/tn/help/deu/01/02) +* [निर्गमन 3:1-3](rc://*/tn/help/exo/03/01) +* [भजन 106:19](rc://*/tn/help/psa/106/019) -## बाइबल के कहानियों से उदाहरण: +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[13:01](rc://*/tn/help/obs/13/01)__ के बाद परमेश्वर लाल सागर के माध्यम से इस्राएलियों का नेतृत्व किया, वह उन्हें __सीनै__ नाम की पहाड़ पर जंगल में ले गया। -* __[13:03](rc://*/tn/help/obs/13/03)__ तीसरे दिन तक, वह अपने आप को आत्मिक रूप से तैयार करे ,जब परमेश्वर __सीनै पर्वत__ पर आया तो बादल गरजने और बिजली चमकने लगी और पर्वत पर काली घटा छा गई फिर नरसिंगे का बड़ा भारी शब्द हुआ | +* __[13:1](rc://*/tn/help/obs/13/01)__ इस्राएलियों को लाल सागर पार कराने के बाद परमेश्वर उनको मरुस्थल से चलाता हुआ __सीनै__ नाम के पहाड़ तक ले गया। +* __[13:3](rc://*/tn/help/obs/13/03)__ तीसरे दिन के बाद, जब लोगों ने अपने आप को आत्मिक रूप से तैयार कर लिया,तब परमेश्वर गर्जन और बिजलियों के चमकने, और धुएं और तुरही के ऊँचे शब्द के साथ __सीनै पर्वत__ पर उतर आया | * __[13:11](rc://*/tn/help/obs/13/11)__ कई दिनों तक मूसा __सीनै पर्वत__ के ऊपर परमेश्वर से बात करता रहा | -* __[15:13](rc://*/tn/help/obs/15/13)__ तब यहोशू ने इस्राएलियों को वह वाचा याद दिलाई जो उन्होंने परमेश्वर के साथ __सीनै पर्वत__ पर बाँधी थी, कि वह उसका पालन करेंगे। +* __[15:13](rc://*/tn/help/obs/15/13)__ तब यहोशू ने इस्राएलियों को वह वाचा याद दिलाई जो परमेश्वर ने उनके साथ __सीनै पर्वत__ पर बाँधी थी, कि वे उसका पालन करने के लिए बाद्य हैं। ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H2022, H5514, G3735, G4614 +* Strong's: H2722, H5514, G3735, G4614 diff --git a/bible/names/solomon.md b/bible/names/solomon.md index 6756311..9908ff9 100644 --- a/bible/names/solomon.md +++ b/bible/names/solomon.md @@ -1,6 +1,6 @@ # सुलैमान -## तथ्यों: +## तथ्य: सुलैमान दाऊद के पुत्रों में से एक था। उसकी माता बतशेबा थी। @@ -11,23 +11,23 @@ (अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [बतशेबा](../names/bathsheba.md), [दाऊद](../names/david.md), [इस्राएल](../kt/israel.md), [यहूदा](../names/kingdomofjudah.md), [इस्राएल का राज्य](../names/kingdomofisrael.md), [मन्दिर](../kt/temple.md)) +(यह भी देखें: [बतशेबा](../names/bathsheba.md), [दाऊद](../names/david.md), [इस्राएल](../kt/israel.md), [यहूदा](../names/kingdomofjudah.md), [इस्राएल राज्य](../names/kingdomofisrael.md), [मन्दिर](../kt/temple.md)) ## बाइबल के सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 07:47-50](rc://*/tn/help/act/07/47) -* [लूका 12:27-28](rc://*/tn/help/luk/12/27) -* [मत्ती. 01:7-8](rc://*/tn/help/mat/01/07) -* [मत्ती. 06:27-29](rc://*/tn/help/mat/06/27) +* [प्रे.का. 7:47-50](rc://*/tn/help/act/07/47) +* [लूका 12:27](rc://*/tn/help/luk/12/27) +* [मत्ती. 1:7-8](rc://*/tn/help/mat/01/07) +* [मत्ती. 6:29](rc://*/tn/help/mat/06/29) * [मत्ती 12:42](rc://*/tn/help/mat/12/42) -## बाइबल के कहानियों से उदाहरण: +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: * __[17:14](rc://*/tn/help/obs/17/14)__ उसके बाद, दाऊद और बतशेबा का एक और पुत्र उत्पन्न हुआ उसका नाम उन्होंने __सुलैमान__ रखा। -* __[18:01](rc://*/tn/help/obs/18/01)__ कई वर्षों बाद, जब दाऊद की मृत्यु हो गई, तब उसके पुत्र __सुलैमान__ ने इस्राएल पर शासन करना आरंभ किया | परमेश्वर ने __सुलैमान__ से बात की और उससे कहा, “जो कुछ तू चाहे कि मैं तुझे दूँ, वह माँग |” जब __सुलैमान__ ने बुद्धि माँगी, परमेश्वर उससे प्रसन्न हुआ और उसे संसार का सबसे बुद्धिमान व्यक्ति बना दिया | परमेश्वर ने उसे बहुत धनवान मनुष्य बनाया | -* __[18:02](rc://*/tn/help/obs/18/02)__ यरुशेलम में, __सुलैमान__ ने अपने पिता की योजना के अनुसार एक भवन बनाने का निर्णय किया और उसके लिए समान एकत्र किया | -* __[18:03](rc://*/tn/help/obs/18/03)__ परन्तु __सुलैमान__ अन्य देशों की महिलाओं से प्रेम करता था |...अत: जब __सुलैमान__ बूढ़ा हुआ तब उसकी स्त्रियों ने उसका मन पराये देवताओं की ओर बहका दिया | -* __[18:04](rc://*/tn/help/obs/18/04)__ तब परमेश्वर ने __सुलैमान__ पर क्रोध किया, और __उसकी__ अधार्मिकता के कारण उसे दंड दिया, और वाचा बाँधी कि __सुलैमान__ की मृत्यु के बाद वह इस्राएल के राज्य को दो भागों में विभाजित कर देंगा। +* __[18:1](rc://*/tn/help/obs/18/01)__ कई वर्षों बाद, जब दाऊद की मृत्यु हो गई, तब उसके पुत्र __सुलैमान__ ने इस्राएल पर शासन करना आरंभ किया | परमेश्वर ने __सुलैमान__ से बात की और उससे कहा, “जो कुछ तू चाहे कि मैं तुझे दूँ, वह माँग |” जब __सुलैमान__ ने बुद्धि माँगी, परमेश्वर उससे प्रसन्न हुआ और उसे संसार का सबसे बुद्धिमान व्यक्ति बना दिया | परमेश्वर ने उसे बहुत धनवान मनुष्य भी बनाया | +* __[18:2](rc://*/tn/help/obs/18/02)__ यरुशेलम में, __सुलैमान__ ने अपने पिता की योजना के अनुसार एक भवन बनाने का निर्णय किया और उसके लिए सामान एकत्र किया | +* __[18:3](rc://*/tn/help/obs/18/03)__ परन्तु __सुलैमान__ अन्य देशों की महिलाओं से प्रेम करता था |...अत: जब __सुलैमान__ बूढ़ा हुआ तब उसकी स्त्रियों ने उसका मन पराये देवताओं की ओर बहका दिया | +* __[18:4](rc://*/tn/help/obs/18/04)__ तब परमेश्वर ने __सुलैमान__ पर क्रोध किया, और __उसकी__ अनिष्ठा के कारण उसे दंड दिया, और वाचा बाँधी कि __सुलैमान__ की मृत्यु के बाद वह इस्राएल के राज्य को दो भागों में विभाजित कर देंगा। ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/tarshish.md b/bible/names/tarshish.md index 24b2ec1..b1973fe 100644 --- a/bible/names/tarshish.md +++ b/bible/names/tarshish.md @@ -5,11 +5,8 @@ बाइबिल के समय में, तर्शीश भूमध्य सागर पर स्थित एक बंदरगाह शहर था। शहर का विशिष्ट स्थान अज्ञात है। साथ ही, पुराने नियम में तर्शीश नाम के दो अलग-अलग पुरुषों का उल्लेख है। * तर्शीश शहर एक बहुत समृद्ध बंदरगाह शहर था, जिनके जहाजों ने बहुमूल्य उत्पादों को खरीदने, बेचने या व्यापार करने के लिए किया था। बाइबल बताती है कि राजा सुलेमान ने तर्शीश में तैनात जहाजों का एक बेड़ा रखा था। - * पुराने नियम योना भविष्यद्वक्ता निनवे में प्रचार करने के लिए परमेश्वर के आदेश का पालन करने के बजाय एक जहाज पर तर्शीश के शहर के लिए निकला। - * येपेत के पौत्रों में से एक का नाम तर्शीश था। - * राजा क्षयर्ष के बुद्धिमान लोगों में से एक का नाम तार्शिश था। (अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) diff --git a/bible/names/tarsus.md b/bible/names/tarsus.md index fb37eb7..e47ba2a 100644 --- a/bible/names/tarsus.md +++ b/bible/names/tarsus.md @@ -10,7 +10,7 @@ (अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [किलिकिया ](../names/cilicia.md), [पौलुस](../names/paul.md), [प्रदेश](../other/province.md), [समुद्र](../names/mediterranean.md)) +(यह भी देखें: [किलिकिया](../names/cilicia.md), [पौलुस](../names/paul.md), [प्रदेश](../other/province.md), [समुद्र](../names/mediterranean.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: diff --git a/bible/names/terah.md b/bible/names/terah.md index b35a6c5..71e450b 100644 --- a/bible/names/terah.md +++ b/bible/names/terah.md @@ -9,7 +9,7 @@ (अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [अब्राहम ](../names/abraham.md), [कनान](../names/canaan.md), [हारान](../names/haran.md), [लूत](../names/lot.md), [मेसोपोटामिया](../names/mesopotamia.md), [नाहोर](../names/nahor.md), [सारा](../names/sarah.md), [शेम](../names/shem.md), [ऊर](../names/ur.md)) +(यह भी देखें: [अब्राहम](../names/abraham.md), [कनान](../names/canaan.md), [हारान](../names/haran.md), [लूत](../names/lot.md), [मेसोपोटामिया](../names/mesopotamia.md), [नाहोर](../names/nahor.md), [सारा](../names/sarah.md), [शेम](../names/shem.md), [ऊर](../names/ur.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: @@ -17,5 +17,3 @@ * [1 इतिहास 01:24-27](rc://*/tn/help/1ch/01/24) * [लूका 03:33-35](rc://*/tn/help/luk/03/33) - -\\ diff --git a/bible/names/thessalonica.md b/bible/names/thessalonica.md index 7337ed6..aa29754 100644 --- a/bible/names/thessalonica.md +++ b/bible/names/thessalonica.md @@ -1,12 +1,12 @@ -# थिस्सलुनीके, थिस्सलुनीकियों, थिस्सलुनीकियों +# थिस्सलुनिके, थिस्सलुनीकियों, थिस्सलुनीकियों ## तथ्य: -नये नियम के युग में थिस्सलोनिके रोमी राज्य की मकिदुनिया की राजधानी थी। उस नगर के लोग “थिस्सलोनिकेवासी” कहलाते थे। +नये नियम के युग में थिस्सलुनिके प्राचीन रोमी राज्य के मकिदुनिया की राजधानी थी। उस नगर के लोग “थिस्सलोनिकेवासी” कहलाते थे। -* थिस्सलोनिके नगर एक महत्वपूर्ण बंदरगाह था और एक प्रमुख मुख्य मार्ग पर स्थित था जिसके द्वारा रोम पूर्वी क्षेत्र से जुड़ता था। +* थिस्सलुनिके नगर एक महत्वपूर्ण बंदरगाह था और एक प्रमुख मुख्य मार्ग पर स्थित था जिसके द्वारा रोम पूर्वी क्षेत्र से जुड़ता था। * सिलास और तीमुथियुस के साथ पौलुस अपनी दूसरी प्रचार यात्रा में इस नगर में गया और वहाँ एक फलवन्त कलीसिया तैयार की। पौलुस ने अपनी तीसरी प्रचार यात्रा में भी इस नगर की कलीसिया से भेंट की थी। -* पौलुस ने थिस्सलोनिके की कलीसिया को दो पत्र लिखे थे। ये दोनों पत्र (पहला थिस्सलुनीकियों और दूसरा थिस्सलुनीकियों) नये नियम में संग्रहित है। +* पौलुस ने थिस्सलुनिके की कलीसिया को दो पत्र लिखे थे। ये दोनों पत्र (पहला थिस्सलुनीकियों और दूसरा थिस्सलुनीकियों) नये नियम में संग्रहित है। (अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) @@ -14,11 +14,11 @@ ## बाइबल के सन्दर्भ: -* [1 थिस्सलुनीकियों 01:1](rc://*/tn/help/1th/01/01) -* [2 थिस्सलुनीकियों 01:1-2](rc://*/tn/help/2th/01/01) -* [2 तीमु. 04:9-10](rc://*/tn/help/2ti/04/09) -* [प्रे.का. 17:1-2](rc://*/tn/help/act/17/01) -* [फिलिप्पियों 04:14-17](rc://*/tn/help/php/04/14) +* [1 थिस्सलुनीकियों 1:1](rc://*/tn/help/1th/011) +* [2 थिस्सलुनीकियों 1:1](rc://*/tn/help/2th/01/01) +* [2 तीमु. 4:9](rc://*/tn/help/2ti/04/09) +* [प्रे.का. 17:1](rc://*/tn/help/act/17/01) +* [फिलिप्पियों 4:14-17](rc://*/tn/help/php/04/14) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/troas.md b/bible/names/troas.md index e389ab5..bb20cca 100644 --- a/bible/names/troas.md +++ b/bible/names/troas.md @@ -2,11 +2,11 @@ ## तथ्य: -त्रोआस बंदरगाह एशिया के प्राचीन रोमी प्रांत के पश्चिमी तट पर बसा था। +त्रोआस नगर एक बंदरगाह था जो प्राचीन रोम के एशिया प्रांत के पश्चिमी तट पर बसा था। * पौलुस सुसमाचार का प्रचार करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों के दौरे के दौरान त्रोआस में कम से कम तीन बार गया था। -* उसी नगर की एक घटना है कि पौलुस देर रात तक प्रचार कर रहा था और एक युवक यूतुखुस को नींद आ गई। वह खिड़की पर बैठा था इसलिए वह बाहर गिर गया और मर गया। परमेश्वर के सामर्थ्य से पौलुस ने उसे पुनः जीवित किया। -* रोम के बन्दीगृह से पौलुस ने तीमुथिमुस को पत्र लिखा था कि वह त्रोआस से उसके कुंडली ग्रन्थ और बागा ले आए, कि जिन्हें वह वहां छोड़ आया था। +* उसी नगर की एक घटना है कि पौलुस देर रात तक प्रचार कर रहा था और एक युवक यूतुखुस को नींद आ गई। वह बहुत ऊंचे पर खिड़की में बैठा था इसलिए वह बाहर गिर गया और मर गया। परमेश्वर के सामर्थ्य से पौलुस ने उसे पुनः जीवित किया। +* जब पौलुस रोम के बन्दीगृह में था तब उस ने तीमुथिमुस को पत्र लिखा था कि वह त्रोआस से उसके कुंडली ग्रन्थ और बागा ले आए, जिन्हें वह वहां छोड़ आया था। (अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) @@ -14,10 +14,10 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [2 कुरिन्थियों 02:12-13](rc://*/tn/help/2co/02/12) +* [2 कुरिन्थियों 2:13](rc://*/tn/help/2co/02/13) * [2 तीमुथियुस 04:11-13](rc://*/tn/help/2ti/04/11) -* [प्रे.का. 16:6-8](rc://*/tn/help/act/16/06) -* [प्रे.का. 20:4-6](rc://*/tn/help/act/20/04) +* [प्रे.का. 16:8](rc://*/tn/help/act/16/08) +* [प्रे.का. 20:5](rc://*/tn/help/act/20/05) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/tyre.md b/bible/names/tyre.md index bb7ff2f..93e905d 100644 --- a/bible/names/tyre.md +++ b/bible/names/tyre.md @@ -2,24 +2,24 @@ ## तथ्य: -सोर नगर कनान का एक प्राचीन नगर था भूमध्यसागर के तट जो आज लबानोन का एक भाग है। इस नगर के लोगों को "सोर के लोग" कहा जाता था। +सोर नगर भूमध्यसागरके तट पर बसा एक प्राचीन जो आज लबानोन का एक भाग है। इस नगर के लोगों को "सोर के लोग" कहा जाता था। -* इस नगर का एक भाग द्वीप पर समुद्र में स्थित थी जो करीब एक किलोमीटर भूमि से दूर थी। -* उसकी भौगोलिक स्थिति और मूल्यवान प्राकृतिक संसाधनों के कारण जैसे की देवदार वृक्ष, सोर का व्यापारिक उद्योग समृद्धि पर था और वह एक धनवान नगर था। +* इस नगर का एक भाग मुख्य भूभाग से एक किलोमेटे दूर एक द्वीप पर भी बसा हुआ था। +* उसकी भौगोलिक स्थिति और मूल्यवान प्राकृतिक संसाधनों जैसे देव्दार वृक्षों के कारण, सोर का व्यापारिक उद्योग समृद्धि पर था और वह एक धनवान नगर था। * सोर के राजा हीराम ने राजा दाऊद के लिए महल बनाने में देवदार वृक्षों की लकड़ी और कुशल श्रमिकों को भेजा था। -* सालों बाद, हीराम ने भी मंदिर बनाने में मदद करने के लिए राजा सुलैमान लकड़ी और कुशल श्रमिकों को भेजा। सुलैमान ने उन्हें बड़ी मात्रा में गेहूं और जैतून का तेल दिया। -* सोर का नाम सदैव ही निकटवर्ती सैदा नगर के साथ आता है। यह कनान के क्षेत्र के सबसे महत्वपूर्ण शहर थे, जिन्हें फीनीके कहा जाता था। +* वर्षों बाद, हीराम ने मंदिर बनाने में मदद करने के लिए राजा सुलैमान के पास लकड़ी और कुशल श्रमिकों को भेजा। सुलैमान ने उन्हें बड़ी मात्रा में गेहूं और जैतून का तेल दिया। +* सोर का नाम प्रायः निकटवर्ती प्राचीन सैदा नगर के साथ आता है। ये दो नगर कनान के क्षेत्र के सबसे महत्वपूर्ण शहर थे, जिन्हें फिनीके कहा जाता था। (अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [कनान](../names/canaan.md), [देवदारू](../other/cedar.md), [इस्राएल](../kt/israel.md), [झील](../names/mediterranean.md), [फीनीके](../names/phonecia.md), [सैदा](../names/sidon.md)) +(यह भी देखें: [कनान](../names/canaan.md), [देवदारू](../other/cedar.md), [इस्राएल](../kt/israel.md), [सागर](../names/mediterranean.md), [फिनीके](../names/phonecia.md), [सैदा](../names/sidon.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 12:20-21](rc://*/tn/help/act/12/20) -* [मरकुस 03:7-8](rc://*/tn/help/mrk/03/07) -* [मत्ती 11:20-22](rc://*/tn/help/mat/11/20) -* [मत्ती 15:21-23](rc://*/tn/help/mat/15/21) +* [प्रे.का. 12:20](rc://*/tn/help/act/12/20) +* [मरकुस 3:7-8](rc://*/tn/help/mrk/03/07) +* [मत्ती 11:22](rc://*/tn/help/mat/11/22) +* [मत्ती 15:22](rc://*/tn/help/mat/15/22) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/ur.md b/bible/names/ur.md index 0e29131..492a8ac 100644 --- a/bible/names/ur.md +++ b/bible/names/ur.md @@ -9,7 +9,7 @@ (अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [अब्राहम ](../names/abraham.md), [कनान](../names/canaan.md), [कसदी](../names/chaldeans.md), [फरात नदी](../names/euphrates.md), [हारान](../names/haran.md), [लूत](../names/lot.md), [मेसोपोटामिया](../names/mesopotamia.md)) +(यह भी देखें: [अब्राहम](../names/abraham.md), [कनान](../names/canaan.md), [कसदी](../names/chaldeans.md), [फरात नदी](../names/euphrates.md), [हारान](../names/haran.md), [लूत](../names/lot.md), [मेसोपोटामिया](../names/mesopotamia.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: diff --git a/bible/names/zechariahnt.md b/bible/names/zechariahnt.md index 9e883e6..45a53eb 100644 --- a/bible/names/zechariahnt.md +++ b/bible/names/zechariahnt.md @@ -5,7 +5,7 @@ जकर्याह एक यहूदी याजक था जो यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले का पिता हुआ। * जकर्याह परमेश्वर से प्रेम करता था और उसकी आज्ञा मानता था। -* जकर्याह और उसकी पत्नी इलीशिबा वर्षों सन्तान प्राप्ति की प्रार्थना की थी परन्तु उन्हें पुत्र प्राप्त नहीं हुआ था। जब वे वृद्धावस्था को प्राप्त हुए तब परमेश्वर ने उनकी प्रार्थना सुनकर उन्हें पुत्र दिया। +* जकर्याह और उसकी पत्नी इलीशिबा ने वर्षों सन्तान प्राप्ति की प्रार्थना की थी परन्तु उन्हें पुत्र प्राप्त नहीं हुआ था। जब वे वृद्धावस्था को प्राप्त हुए तब परमेश्वर ने उनकी प्रार्थना सुनकर उन्हें पुत्र दिया। * जकर्याह ने भविष्यद्वाणी की थी कि उसका पुत्र यूहन्ना एक भविष्यद्वक्ता होगा जो मसीह के लिए मार्ग तैयार करेगा। (अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) @@ -14,17 +14,17 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [लूका 01:5-7](rc://*/tn/help/luk/01/05) -* [लूका 01:21-23](rc://*/tn/help/luk/01/21) -* [लूका 01:39-41](rc://*/tn/help/luk/01/39) -* [लूका 03:1-2](rc://*/tn/help/luk/03/01) +* [लूका 1:5-7](rc://*/tn/help/luk/01/05) +* [लूका 1:21-23](rc://*/tn/help/luk/01/21) +* [लूका 1:39-41](rc://*/tn/help/luk/01/39) +* [लूका 3:1-2](rc://*/tn/help/luk/03/01) ## बाइबल कहानियों से उदाहरण: -* __[22:01](rc://*/tn/help/obs/22/01)__ अचानक एक स्वर्गदूत __जकरयाह__ नामक वृद्ध याजक के पास परमेश्वर का संदेश लेकर आया। __जकरयाह__ और उसकी पत्नी इलीशिबा वे दोनों परमेश्वर के सामने धर्मी थे, और प्रभु की सारी आज्ञाओं और विधियों पर निर्दोष चलने वाले थे। -* __[22:02](rc://*/tn/help/obs/22/02)__ स्वर्गदूत ने जकरयाह से कहा, “तेरी पत्नी इलीशिबा तेरे लिए एक पुत्र जनमेगी। और तू उसका नाम यूहन्ना रखना।” -* __[22:03](rc://*/tn/help/obs/22/03)__ तुरन्त ही, __जकरयाह__ गूंगा हो गया। -* __[22:07](rc://*/tn/help/obs/22/07)__ तब परमेश्वर ने __जकरयाह__ को अनुमति दी और वह फिर से बोलने लगा। +* __[22:1](rc://*/tn/help/obs/22/01)__ अकस्मात् ही एक स्वर्गदूत __जकरयाह__ नामक वृद्ध याजक के पास परमेश्वर का संदेश लेकर आया। __जकरयाह__ और उसकी पत्नी इलीशिबा वे दोनों परमेश्वर के सामने धर्मी थे, परन्तु उसके पास संतान नहीं थी। +* __[22:2](rc://*/tn/help/obs/22/02)__ स्वर्गदूत ने जकरयाह से कहा, “तेरी पत्नी इलीशिबा तेरे लिए एक पुत्र को जन्म देगी। और तू उसका नाम यूहन्ना रखना।” +* __[22:3](rc://*/tn/help/obs/22/03)__ तुरन्त ही, __जकरयाह__ गूंगा हो गया। +* __[22:7](rc://*/tn/help/obs/22/07)__ तब परमेश्वर ने __जकरयाह__ को सक्षम किया और वह फिर से बोलने लगा। ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/zechariahot.md b/bible/names/zechariahot.md index 2334831..eb47704 100644 --- a/bible/names/zechariahot.md +++ b/bible/names/zechariahot.md @@ -1,14 +1,14 @@ -# जकर्याह (पुराना नियम) +# ज़कर्याह (पुराना नियम) ## तथ्य: -जकर्याह फारसी दारा राजा प्रथम के युग में भविष्यद्वाणी करनेवाला भविष्यद्वक्ता था। पुराने नियम में जकर्याह नाम की पुस्तक में उसकी भविष्यद्वाणियां हैं जिसने लौटने वाले बंधुओं को मंदिर के पुन: निर्माण के लिए आग्रह किया। +जकर्याह फारसी राजा, दारा प्रथम के युग में भविष्यद्वाणी करनेवाला एक भविष्यद्वक्ता था। पुराने नियम में जकर्याह नाम की पुस्तक में उसकी भविष्यद्वाणियां हैं जिनमें लौटने वाले निर्वासितों से मंदिर के पुन: निर्माण के लिए आग्रह किया। -* उसका सेवाकाल एज्रा, नहेम्याह, जरूब्बाबेल तथा भविष्यद्वक्ता हागै के समय का है। यीशु द्वारा उसका उल्लेख अंतिम भविष्यवक्ताओं के रूप में हुआ था जिसका पुराने नियम के समय के दौरान हत्या हुई थी। -* जकर्याह नाम का एक और आदमी था जो राजा दाऊद के समय मन्दिर का प्रमुख द्वारपाल था। +* भविष्यद्वक्ता ज़कर्याह, एज्रा, नहेम्याह, जरूब्बाबेल तथा भविष्यद्वक्ता हागै का समकालीन था। यीशु द्वारा उसका उल्लेख यीशु ने उन अंतिम भविष्यवक्ताओं में क्या है जिनको पुराने नियम के समय घात किया गया था। +* जकर्याह नाम का एक और पुरुष था जो राजा दाऊद के समय मिलाप वाले मंदिर का प्रमुख द्वारपाल था। * राजा यहोशापात के पुत्रों में से एक का नाम जकर्याह था जिसकी हत्या उसी के भाई यहोराम ने की थी। -* जकर्याह नाम का एक याजक था जिसने प्रजा को मूर्तिपूजा के लिए फटकारा था और लोगों ने उसे पत्थरवाह कर दिया था। -* राजा जकर्याह यारोबाम का पुत्र था और उसकी हत्या किए जाने के पहले उसने इस्राएल पर केवल छः महीने ही शासन किया। +* जकर्याह नाम का एक याजक भी था जिसने प्रजा को मूर्तिपूजा के लिए फटकारा था और लोगों ने उसे पत्थरवाह कर दिया था। +* राजा जकर्याह यारोबाम का पुत्र था, उसने मात्र छः महीने राज किया था और उसकी हत्या कर दी गई थी। (अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) @@ -16,9 +16,9 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [एज्रा 05:1-2](rc://*/tn/help/ezr/05/01) +* [एज्रा 5:1-2](rc://*/tn/help/ezr/05/01) * [मत्ती 23:34-36](rc://*/tn/help/mat/23/34) -* [जकर्याह 01:1-3](rc://*/tn/help/zec/01/01) +* [जकर्याह 1:1-3](rc://*/tn/help/zec/01/01) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/names/zerubbabel.md b/bible/names/zerubbabel.md index 286ac5c..1b9cec5 100644 --- a/bible/names/zerubbabel.md +++ b/bible/names/zerubbabel.md @@ -2,23 +2,23 @@ ## तथ्य: -जरूब्बाबेल नामक दो पुरुष पुराने नियम के युग में इस्राएल में हुए थे। +पुराने नियम के युग में जरूब्बाबेल नामक दो पुरुष इस्राएल में हुए थे। * इनमें से एक यहोयाकीम और सिदकियाह का वंशज था। -* एक और जरूब्बाबिल, शेलतीएल का पुत्र, वह एज्रा और नहेम्याह के समय यहूदा के गोत्र का प्रधान था जब फारस के राजा कुस्रू ने इस्राएलियों को बेबीलोन की बन्धुआई से मुक्त किया था। +* एक और जरूब्बाबेल, शेलतीएल का पुत्र, एज्रा और नहेम्याह के समय यहूदा के गोत्र का प्रधान था जब फारस के राजा कुस्रू ने इस्राएलियों को बेबीलोन की बन्धुआई से मुक्त किया था। * जरूब्बाबेल और महायाजक येशू उन लोगों में से थे जिन्होंने परमेश्वर के मन्दिर और वेदी के पुनः निर्माण में हाथ बंटाया था। (अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [बाबेल](../names/babylon.md), [बन्दी](../other/captive.md), [कुस्रू](../names/cyrus.md), [एज्रा](../names/ezra.md), [महा-याजक](../kt/highpriest.md), [यहोयाकीम](../names/jehoiakim.md), [यहोशू](../names/joshua.md), [यहूदा](../names/judah.md), [नहेम्याह](../names/nehemiah.md), [फारस](../names/persia.md), [सिदकिय्याह](../names/zedekiah.md)) +(यह भी देखें: [बाबेल](../names/babylon.md), [बन्दी](../other/captive.md), [कुस्रू](../names/cyrus.md), [एज्रा](../names/ezra.md), [महा-याजक](../kt/highpriest.md), [यहोयाकीम](../names/jehoiakim.md), [यहोशू](../names/joshua.md), [यहूदा](../names/judah.md), [नहेम्याह](../names/nehemiah.md), [फारस](../names/persia.md), [सिदकियाह](../names/zedekiah.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 इतिहास 03:19-21](rc://*/tn/help/1ch/03/19) -* [एज्रा 02:1-2](rc://*/tn/help/ezr/02/01) -* [एज्रा 03:8-9](rc://*/tn/help/ezr/03/08) -* [लूका 03:27-29](rc://*/tn/help/luk/03/27) -* [मत्ती 01:12-14](rc://*/tn/help/mat/01/12) +* [1 इतिहास 3:19-21](rc://*/tn/help/1ch/03/19) +* [एज्रा 2:1-2](rc://*/tn/help/ezr/02/01) +* [एज्रा 3:8-9](rc://*/tn/help/ezr/03/08) +* [लूका 3:27-29](rc://*/tn/help/luk/03/27) +* [मत्ती 1:12](rc://*/tn/help/mat/01/12) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/other/adversary.md b/bible/other/adversary.md index 504e66d..48df911 100644 --- a/bible/other/adversary.md +++ b/bible/other/adversary.md @@ -14,10 +14,7 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: * [1 तीमुथियुस 05:14](rc://*/tn/help/1ti/05/14) -* [यशायाह 09:11 - -](rc://*/tn/help/isa/09/11) - +* [यशायाह 09:11](rc://*/tn/help/isa/09/11) * [अय्यूब 06:23](rc://*/tn/help/job/06/23) * [विलाप. 04:12](rc://*/tn/help/lam/04/12) * [लूका 12:59](rc://*/tn/help/luk/12/59) diff --git a/bible/other/ash.md b/bible/other/ash.md index 4027957..9dbec16 100644 --- a/bible/other/ash.md +++ b/bible/other/ash.md @@ -5,13 +5,9 @@ “राख” शब्द उस काले पावडर के संबन्ध में काम में लिया जाता है जो लकड़ी के जलने के बाद रह जाता है। * प्राचीन युग में राख में बैठना दुःख और विलाप का संकेत देता था। विलाप के समय टाट का बना कड़ा चुभनेवाला वस्त्र पहन कर राख में बैठना या सिर में राख डालना होता था। - * सिर में राख डालना अपमान और लज्जा का भी प्रतीक था। - * “राख का ढेर” अर्थात बहुत राख का ढेर पड़ा है। - * बाइबल में कभी-कभी राख के लिए "धूल" शब्द का उपयोग भी किया गया है। इसका संदर्भ सूखी भूमि की मिट्टी से भी है। - * “राख” शब्द का अनुवाद करते समय लक्षित भाषा में ऐसा शब्द काम में लें जो जली लकड़ी के जल जाने के बाद काले चूर्ण को व्यक्त करता है। (यह भी देखें: [आग](../other/fire.md), [टाट](../other/sackcloth.md)) diff --git a/bible/other/barley.md b/bible/other/barley.md index 65716d0..3b45e94 100644 --- a/bible/other/barley.md +++ b/bible/other/barley.md @@ -12,7 +12,7 @@ (यह भी देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://*/ta/man/translate/translate-unknown)) -(यह भी देखें: [अन्न ](../other/grain.md), [दांवना](../other/thresh.md), [गेहूं](../other/wheat.md)) +(यह भी देखें: [अन्न](../other/grain.md), [दांवना](../other/thresh.md), [गेहूं](../other/wheat.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: diff --git a/bible/other/betray.md b/bible/other/betray.md index af0ca8a..3423c23 100644 --- a/bible/other/betray.md +++ b/bible/other/betray.md @@ -1,8 +1,8 @@ -# पकड़वाना, पकड़वानेवाले, पकड़वाया, विश्वासघात किया, पकड़नेवाला, पकड़वानेवाले +# पकड़वाना, पकड़वानेवाला ## परिभाषा: -“पकड़वाना” (धोखा देना) का अर्थ है किसी को धोखा देना या हानि पहुंचाना है। * “पकड़वानेवाला” वह मनुष्य होता है जो विश्वास करने वाले को धोखा दे। +“पकड़वाना” (धोखा देना) का अर्थ है,ऐसा व्यवहार करना जिससे किसी के साथ धोखा हो और उसकी हानि हो। * यहूदा “पकड़वाने वाला” था क्योंकि उसने यहूदी अगुओं को युक्ति सुझाई थी कि यीशु को कैसे पकड़ें। * यहूदा द्वारा विश्वासघात विशेष पाप था, क्योंकि वह यीशु का चेला था और उसने पैसों के बदले में यहूदी अगुओं को जानकारी दी थी जिसका परिणाम यीशु की अन्यायी मृत्यु से हुआ। @@ -16,21 +16,21 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 07:51-53](rc://*/tn/help/act/07/51) -* [यूहन्ना 06:64-65](rc://*/tn/help/jhn/06/64) -* [यूहन्ना 13:21-22](rc://*/tn/help/jhn/13/21) -* [मत्ती 10:2-4](rc://*/tn/help/mat/10/02) -* [मत्ती 26:20-22](rc://*/tn/help/mat/26/20) +* [प्रे.का. 7:52](rc://*/tn/help/act/07/52) +* [यूहन्ना 6:64](rc://*/tn/help/jhn/06/64) +* [यूहन्ना 13:22](rc://*/tn/help/jhn/13/22) +* [मत्ती 10:4](rc://*/tn/help/mat/10/04) +* [मत्ती 26:22](rc://*/tn/help/mat/26/22) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[21:11](rc://*/tn/help/obs/21/11)__ अन्य भविष्यद्वक्ताओं ने पहले से भविष्यवाणी की थी, कि जो लोग मसीह को मारने वाले होंगे वह उसके कपड़ों के लिए जुआ खेलेंगे और उसका परम मित्र उसे __धोखा देगा__। जकर्याह भविष्यवक्ता ने पहले से ही भविष्यवाणी की थी, कि मसीह का ही एक चेला उसे तीस चाँदी के सिक्कों के लिए __धोखा देगा__। -* __[38:02](rc://*/tn/help/obs/38/02)__ यीशु और चेलों के यरूशलेम में पहुँचने के बाद यहूदा यहूदी गुरुओ के पास गया और पैसों के बदले यीशु के साथ __विश्वासघात__ करने का प्रस्ताव रखा। -* __[38:03](rc://*/tn/help/obs/38/03)__यहूदी गुरुओं ने प्रधान याजक के नेतृत्व में यीशु को __धोखा देने__ के लिये उसे तीस चाँदी के सिक्के तोलकर दे दिए। -* __[38:06](rc://*/tn/help/obs/38/06)__ फिर यीशु ने अपने चेलों से कहा, “तुम में से एक मुझे पकड़वाएगा।” यीशु ने कहा कि, “जिसे मैं यह रोटी का टुकड़ा दूँगा वही मेरा __पकड़वाने वाला__ होगा।” -* __[38:13](rc://*/tn/help/obs/38/13)__ जब यीशु तीसरी बार प्रार्थना करके आया तो उसने अपने चेलों से कहा कि, “उठो, मेरे पकड़ने वाले आ गए है।” +* __[21:11](rc://*/tn/help/obs/21/11)__ भविष्यद्वक्ताओं ने पहले से भविष्यवाणी की थी, कि मसीह को मारने वाले उसके कपड़ों के लिए चिट्ठियां डालेंगे और उसका परम मित्र उसे __धोखा देगा__। जकर्याह भविष्यवक्ता ने पहले से ही भविष्यवाणी की थी, कि मसीह का ही एक चेला उसे तीस चाँदी के सिक्कों के लिए __धोखा देगा__। +* __[38:2](rc://*/tn/help/obs/38/02)__ यीशु और चेलों द्वारा यरूशलेम पहुँचने के बाद यहूदा यहूदी गुरुओ के पास गया और पैसों के बदले यीशु के साथ __विश्वासघात__ करने का प्रस्ताव रखा। +* __[38:3](rc://*/tn/help/obs/38/03)__यहूदी गुरुओं ने महायाजक के नेतृत्व में यीशु को __पकडवाने के लिए__ के लिये यहूदा को तीस चाँदी के सिक्के तोलकर दे दिए। +* __[38:6](rc://*/tn/help/obs/38/06)__ फिर यीशु ने अपने चेलों से कहा, “तुम में से एक मुझे __पकड़वाएगा__।” यीशु ने कहा कि, “जिसे मैं यह रोटी का टुकड़ा दूँगा वही मेरा __पकड़वाने वाला__ होगा।” +* __[38:13](rc://*/tn/help/obs/38/13)__ जब यीशु तीसरी बार प्रार्थना करके आया तो उसने अपने चेलों से कहा कि, “उठो, मेरे __पकड़ने वाले__ आ गए है।” * __[38:14](rc://*/tn/help/obs/38/14)__ यीशु ने यहूदा से कहा कि, “ तूने मुझे __पकड़वाने__ के लिए चूमा है।” -* __[39:08](rc://*/tn/help/obs/39/08)__ इसी दौरान जब यहूदा, __विश्वासघाती__, ने देखा कि यहूदी याजक यीशु को अपराधी घोषित कर उसे मारना चाहते है। यह देख यहूदा शोक से भर गया और खुद को मार डाला। +* __[39:8](rc://*/tn/help/obs/39/08)__ __विश्वासघाती__ यहूदा, ने देखा कि यहूदी अगुओं ने यीशु को मृत्यु दंड का दोषी ठहराया है, तो वह शोकातुर हो गया और उसने जाकर आत्महत्या कर ली। ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/other/biblicaltimeday.md b/bible/other/biblicaltimeday.md index 79b385c..8bf47f8 100644 --- a/bible/other/biblicaltimeday.md +++ b/bible/other/biblicaltimeday.md @@ -5,15 +5,12 @@ “दिन” वास्तव में 24 घन्टे का समय होता है जिसका आरंभ सूर्यास्त से होता था। इसका उपयोग प्रतीकात्मक रूप में भी किया जाता था। जो आकाश में प्रकाश और अंधेरे की बारीक अवधि के लिए लगने वाले समय को संदर्भित करता है। हालाँकि, बाइबल में एक ही शब्द का उपयोग अक्सर छोटी अवधि (जैसे सूर्योदय और सूर्यास्त के बीच का समय) या एक लंबी अवधि के लिए किया जाता है, जो अक्सर निर्दिष्ट नहीं होती है। * "दिन" का उपयोग कभी-कभी "रात" के विपरीत किया जाता है। इन मामलों में, शब्द उस समय की अवधि को संदर्भित करता है जब आकाश प्रकाशित होता है। - * यह शब्द किसी विशिष्ट बिंदु को भी संदर्भित कर सकता है, जैसे कि "आज।" - * कभी-कभी “दिन” शब्द का उपयोग रूपक-स्वरूप एक लम्बे समय के लिए भी किया जाता था जैसे “यहोवा का दिन” या “अन्तिम दिनों” कुछ भाषाओं में इन रूपकों के अनुवादों में भिन्न-भिन्न शब्दों का उपयोग करती हैं या “दिन” का अनुवाद रूपक स्वरूप नहीं करती हैं। ## अनुवाद के सुझाव: * इस शब्द का "दिन" या "दिन के समय" के रूप में अनुवाद करना सबसे अच्छा है, अपनी भाषा में उस शब्द का उपयोग करना जो प्रकाश होने पर दिन के हिस्से को संदर्भित करता है। - * “दिन” के अन्य अनुवाद रूप हो सकते हैं, “समय”, “ऋतु” या “अवसर” का “घटना” प्रकरण के अनुसार। (यह भी देखें: [दण्ड के दिन](../kt/judgmentday.md), [अन्तिम दिन](../kt/lastday.md)) diff --git a/bible/other/biblicaltimemonth.md b/bible/other/biblicaltimemonth.md index f0d2203..4d22662 100644 --- a/bible/other/biblicaltimemonth.md +++ b/bible/other/biblicaltimemonth.md @@ -2,18 +2,18 @@ ## परिभाषा: -“महीना” शब्द चार सप्ताहों के समय के संदर्भ में है। प्रत्येक महीने के दिनों में अन्तर तब आ जाता है जब चांद या सूर्य का कैलेण्डर काम में लिया जाता है। +“महीना” शब्द चार सप्ताहों के समय के संदर्भ में है। प्रत्येक महीने के दिनों में अन्तर तब आ जाता है जब चांद या सूर्य पर आधारित कैलेण्डर काम में लिया जाता है। -* चांद के कैलेण्डर में महीने का समय चांद द्वारा पृथ्वी की परिक्रमा के दिनों पर आधारित होता है अर्थात 29 दिन। इस प्रणाली में वर्ष 12 या 13 महीनों का होता है। 12 या 13 महीनों का वर्ष होने के उपरान्त भी प्रथम माह का नाम वही होता है यद्यपि ऋतु अलग होगी। -* “नया चांद” या चांद का आरंभिक चरण-चांदी का सा प्रकाश, चांद के प्रत्येक महीने का आरंभ है। +* चांद आधारित कैलेण्डर में महीने का समय चांद द्वारा पृथ्वी की परिक्रमा के दिनों पर आधारित होता है अर्थात 29 दिन। इस प्रणाली में वर्ष 12 या 13 महीनों का होता है। 12 या 13 महीनों का वर्ष होने के उपरान्त भी प्रथम माह का नाम वही होता है यद्यपि ऋतु अलग होगी। +* “नया चांद” या चांद का आरंभिक चरण-चांदी का सा प्रकाश, चांद आधारित कैलेण्डर के प्रत्येक महीने का आरंभ है। * बाइबल में जिन महीनों का उल्लेख किया गया है वे चन्द्र वर्ष के महीने हैं क्योंकि इस्राएल इसी कैलेण्डर को मानता था। आज के यहूदी धार्मिक उद्देश्यों में इसी कैलेण्डर को मानते हैं। -* आज का प्रचलित कैलेण्डर सौर कैलेण्डर निर्भर करता है कि पृथ्वी सूर्य के परिक्रमा करने में कितने दिन लगाती है (लगभग 365 दिन) इस कैलेण्डर में वर्ष बारह महीनों में विभाजित होता है, प्रत्येक वर्ष 28 से 31 दिन तक का होता है। +* आज का प्रचलित कैलेण्डर सौर कैलेण्डर निर्भर करता है कि पृथ्वी सूर्य की परिक्रमा करने में कितने दिन लगाती है (लगभग 365 दिन) इस कैलेण्डर में वर्ष बारह महीनों में विभाजित होता है, प्रत्येक वर्ष 28 से 31 दिन तक का होता है। ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 शमूएल 20:32-34](rc://*/tn/help/1sa/20/32) +* [1 शमूएल 20:34](rc://*/tn/help/1sa/20/34) * [प्रे.का. 18:9-11](rc://*/tn/help/act/18/09) -* [इब्रानियों 11:23-26](rc://*/tn/help/heb/11/23) +* [इब्रानियों 11:23](rc://*/tn/help/heb/11/23) * [गिनती 10:10](rc://*/tn/help/num/10/10) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/other/blotout.md b/bible/other/blotout.md index 283ab0f..3cd3300 100644 --- a/bible/other/blotout.md +++ b/bible/other/blotout.md @@ -1,12 +1,12 @@ -# मिटा दे, मिटा देता, मिटाया जाता, मिटा डाले, मिटा, मिट गए +# मिटा दे, मिटा देता, मिटाया जाता, मिट गए ## परिभाषा: “मिटा दे” और “मिटा डाले” अर्थात किसी वस्तु को या किसी मनुष्य को पूर्ण रूप से नष्ट कर देना या हटा देना। -* इन शब्दों का उपयोग सकारात्मक रूप में भी किया जाता है जैसे परमेश्वर अपराधों को मिटा डालता है, उन्हें क्षमा करके कभी स्मरण नहीं करता है। -* इसका नकारात्मक उपयोग अधिकतर जातियों को मिटा देने, पाप के कारण उन्हें नष्ट कर देने के लिए भी किया जाता है। -* बाइबल में मनुष्य का नाम परमेश्वर की जीवन की पुस्तक में से “मिटाया जाता” या “मिटा डाले” की चर्चा की गई है, अर्थात उस मनुष्य को अनन्त जीवन प्राप्त नहीं होगा। +* इन शब्दों का उपयोग सकारात्मक रूप में भी किया जाता है जैसे परमेश्वर अपराधों को "मिटा डालता" है, उन्हें क्षमा करके कभी स्मरण नहीं करता है। +* इसका नकारात्मक उपयोग अधिकतर जातियों को "नष्ट कर देने" या पाप के कारण उनका "सर्वनाश" कर देने के लिए भी किया जाता है। +* बाइबल में वर्णन है कि मनुष्य का नाम परमेश्वर की जीवन की पुस्तक में से “मिटाया गया” या “हटा दिया गया” , अर्थात उस मनुष्य को अनन्त जीवन प्राप्त नहीं होगा। ## अनुवाद के सुझाव: @@ -15,11 +15,11 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [व्यवस्थाविवरण 29:20-21](rc://*/tn/help/deu/29/20) +* [व्यवस्थाविवरण 29:20](rc://*/tn/help/deu/29/20) * [निर्गमन 32:30-32](rc://*/tn/help/exo/32/30) -* [उत्पत्ति 07:23-24](rc://*/tn/help/gen/07/23) -* [भजन 051:1-2](rc://*/tn/help/psa/051/001) +* [उत्पत्ति 07:23](rc://*/tn/help/gen/07/23) +* [भजन 51:1](rc://*/tn/help/psa/051/001) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H3971, H4229, G631, G1591, G1813 +* Strong's: H4229, H8045, G1813 diff --git a/bible/other/bowweapon.md b/bible/other/bowweapon.md index 767dc00..dd28eb6 100644 --- a/bible/other/bowweapon.md +++ b/bible/other/bowweapon.md @@ -1,20 +1,20 @@ -# धनुष और तीर, धनुष और तीर +# धनुष और तीर, धनुष ## परिभाषा: यह एक धनुषाकार हथियार से तीर चलानेवाला शस्त्र है। बाइबल के युग में इसका उपयोग बैरी की सेना से लड़ने में किया जाता था और खाने के लिए पशुओं को मारने में भी किया जाता था। -* धनुष लकड़ी, हड्डी, धातु या अन्य कठोर वस्तु से जैसे हिरण मृगश्रृड्ग से बनाया जाता था। वह रस्सी या लता के द्वारा बान्ध कर धनुषाकार बनाया जाता था। +* धनुष लकड़ी, हड्डी, धातु या अन्य कठोर वस्तु से जैसे हिरण मृगश्रृड्ग से बनाया जाता था। वह रस्सी या तांत या लता के द्वारा बान्ध कर धनुषाकार बनाया जाता था। * तीर एक पतली डंडी होता है जिसका एक सिरा नुकीला होता था। प्राचीन युग में तीर विभिन्न वस्तुओं से बनाये जाते थे जैसे लकड़ी, हड्डी, पत्थर या धातु से।धनुष और तीर सामान्यतः शिकारियों तथा योद्धाओं द्वारा काम में लिए जाते थे। -* बाइबल में तीर का उपयोग प्रतीकात्मक रूप में शत्रु के आक्रमण या परमेश्वर के दण्ड के लिए भी किया गया है। +* बाइबल में "तीर" का उपयोग प्रतीकात्मक रूप में शत्रु के आक्रमण या परमेश्वर के दण्ड के लिए भी किया गया है। ## बाइबल सन्दर्भ: -* [उत्पत्ति 21:14-16](rc://*/tn/help/gen/21/14) -* [हबक्कूक 03:9-10](rc://*/tn/help/hab/03/09) +* [उत्पत्ति 21:16](rc://*/tn/help/gen/21/16) +* [हबक्कूक 3:9-10](rc://*/tn/help/hab/03/09) * [अय्यूब 29:20-22](rc://*/tn/help/job/29/20) -* [विलापगीत 02:3-4](rc://*/tn/help/lam/02/03) -* [भजन संहिता 058:6-8](rc://*/tn/help/psa/058/006) +* [विलापगीत 2:4](rc://*/tn/help/lam/02/04) +* [भजन संहिता 58:6-8](rc://*/tn/help/psa/058/006) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/other/bread.md b/bible/other/bread.md index 78f25d3..feed791 100644 --- a/bible/other/bread.md +++ b/bible/other/bread.md @@ -5,7 +5,7 @@ रोटी, आटे में पानी और तेल मिलाकर बनाई जाती है। आटे को बेलकर रोटी का आकार देकर सेंका जाता है। * जब “रोटी” शब्द अकेला हो तो इसका अर्थ है, रोटी। -* रोटी के आटे को फूलाने के लिए उसमें खमीर मिलाया जाता है। रोटी बिना खमीर के भी बनाई जाती है। \* बाइबल में ऐसी रोटी को “अखमीरी रोटी” कहा गया है, यह रोटी यहूदी फसह के पर्व में खाते थे। +* रोटी के आटे को फूलाने के लिए उसमें खमीर मिलाया जाता है। रोटी बिना खमीर के भी बनाई जाती है। * बाइबल में ऐसी रोटी को “अखमीरी रोटी” कहा गया है, यह रोटी यहूदी फसह के पर्व में खाते थे। * रोटी बाइबल के युग में मुख्य भोजन होता था, इसे भोजन के स्थान में भी काम में लिया गया है। (देखें: [उपलक्षण](rc://*/ta/man/translate/figs-synecdoche)) * “भेंट की रोटियां” निवास के मण्डप या मन्दिर में परमेश्वर को अर्पित की गई बारह रोटियां थी जिन्हें एक सोने की मेज पर रखा जाता था। ये रोटियां इस्राएल के बारह गोत्रों का प्रतिनिधित्व करती थी और केवल याजक ही उन्हें खा सकता था। इसका अनुवाद हो सकता है, “उनमें परमेश्वर की उपस्थिति के दर्शन वाली रोटियां।” प्रतीकात्मक शब्द, “स्वर्ग की रोटी” विशेष सफेद रंग की अन्न, मन्ना के संदर्भ में है, परमेश्वर ने इस्राएलियों के लिए जंगल में इसका उल्लेख किया था। * यीशु ने स्वयं को “स्वर्ग से उतरने वाली रोटी” और “जीवन की रोटी” कहा है। यीशु अपने शिष्यों के साथ फसह का भोजन खा रहा था तब उसने अपनी देह को अखमीरी रोटी कहा था जो घायल की जायेगी और अन्त में क्रूस पर मार दी जायेगी। अनेक स्थानों में “रोटी” का अनुवाद “भोजन” किया जा सकता है। diff --git a/bible/other/bronze.md b/bible/other/bronze.md index 003701f..66a8b44 100644 --- a/bible/other/bronze.md +++ b/bible/other/bronze.md @@ -2,7 +2,7 @@ ## परिभाषा: -“पीतल” (कांसा) एक धातु है जिसे तांबा और टिन के मिश्रण से तैयार किया जाता है। इसका रंग हल्की लालिमा लिए भूरा होता है। +“पीतल” (कांसा) एक धातु है जिसे तांबा और टिन के मिश्रण से तैयार किया जाता है। इसका रंग हल्की लालिमा लिए गहरा भूरा होता है। * यह धातु पानी से होने वाली हानि से सुरक्षित रहता है और गर्मी का उत्तम चालक होता है। * प्राचीन युग में पीतल उपकरणों, हथियारों, कलाकृतियों, वेदियों, खाना पकाने के बर्तन, सैनिकों के रक्षा कवच आदि अनेक वस्तुओं के निर्माण में काम आता था। @@ -16,11 +16,11 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 राजा 07:15-17](rc://*/tn/help/1ki/07/15) +* [1 राजा 7:16](rc://*/tn/help/1ki/07/15) * [1 शमूएल 17:37-38](rc://*/tn/help/1sa/17/37) -* [दानिय्येल 02:44-45](rc://*/tn/help/dan/02/44) +* [दानिय्येल 2:44-45](rc://*/tn/help/dan/02/44) * [निर्गमन 25:3-7](rc://*/tn/help/exo/25/03) -* [प्रकाशितवाक्य 01:14-16](rc://*/tn/help/rev/01/14) +* [प्रकाशितवाक्य 1:15](rc://*/tn/help/rev/01/15) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/other/burntoffering.md b/bible/other/burntoffering.md index 26ebaf1..984950e 100644 --- a/bible/other/burntoffering.md +++ b/bible/other/burntoffering.md @@ -1,4 +1,4 @@ -# होमबलि, हवन, अग्निदान +# होमबलि, हवन, ## परिभाषा: @@ -13,10 +13,10 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: * [निर्गमन 40:5-7](rc://*/tn/help/exo/40/05) -* [उत्पत्ति 08:20-22](rc://*/tn/help/gen/08/20) +* [उत्पत्ति 8:20](rc://*/tn/help/gen/08/20) * [उत्पत्ति 22:1-3](rc://*/tn/help/gen/22/01) -* [लैव्यव्यवस्था 03:3-5](rc://*/tn/help/lev/03/03) -* [मरकुस 12:32-34](rc://*/tn/help/mrk/12/32) +* [लैव्यव्यवस्था 3:5](rc://*/tn/help/lev/03/05) +* [मरकुस 12:33](rc://*/tn/help/mrk/12/33) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/other/bury.md b/bible/other/bury.md index 5762e9e..a29bff3 100644 --- a/bible/other/bury.md +++ b/bible/other/bury.md @@ -6,15 +6,10 @@ * अक्सर लोग शव को जमीन में एक गहरे गड्ढ़े में डालकर दफनाते हैं और फिर उसे मिट्टी से ढक देते हैं। * कभी-कभी शव को एक सन्दूक में रखा जाता है जैसे शव-पेटी, फिर गाड़ा जाता है। - * बाइबल के युग में मृतक प्रायः गुफा या गुफा जैसे स्थान में रखे जाते थे। मृत्यु के बाद यीशु का शव कपड़ों में लपेटकर एक गुफा रूपी कब्र में रखा गया था जिसके मुंह पर बड़ा पत्थर लुढ़का दिया गया था। - * “कब्रिस्तान”, “कब्र” या “दफन कक्ष” या “दफन की गुफा” आदि सब शब्द शव को दफनाने के स्थान के संदर्भ में हैं। - * अन्य वस्तुओं को भी गाड़ा जाता था जैसे अकान ने यरीहो से चुराया हुआ सोना एवं अन्य वस्तुओं का गाड़ा था। - * “मुंह ढांपना”“ अर्थात “हाथों से मुंह को छिपाना” - * कभी-कभी “छिपाना” शब्द का अर्थ “गाड़ना” भी होता है जैसे अकान ने यरीहो से चुराई हुई वस्तुओं को भूमि में गाड़ दिया था। अर्थात उसने उन्हें भूमिगत कर दिया था। (यह भी देखें:[यरीहो](../names/jericho.md), [कब्र](../other/tomb.md)) diff --git a/bible/other/camel.md b/bible/other/camel.md index e72ed76..39486f5 100644 --- a/bible/other/camel.md +++ b/bible/other/camel.md @@ -1,4 +1,4 @@ -# ऊँट, ऊँटों +# ऊँट ## परिभाषा: @@ -7,20 +7,20 @@ * बाइबल के समय में, ऊँट इस्राएल और आस-पास के क्षेत्रों में पाए जाने वाले सबसे बड़े जानवर थे। * ऊँट लोग और बोझ भी ले जाने के लिए मुख्य रूप से इस्तेमाल किया जाता था। -* कुछ लोगों के समूहों में ऊँटों को भोजन के लिए इस्तेमाल करते थे लेकिन इस्राएलियों को नहीं, क्योंकि परमेश्वर ने कहा कि ऊँट अशुद्ध थे और खाए नहीं जाते थे। -* ऊँट मूल्यवान थे क्योंकि वे तेजी से रेत में जा सकते थे और कई हफ्तों तक भोजन और पानी के बिना रह सकते थे। +* कुछ जन समुदायों ऊँटों को भोजन के लिए इस्तेमाल करते थे परन्तु इस्राएल में नहीं, क्योंकि परमेश्वर ने कहा कि ऊँट अशुद्ध है इसलिए उसका मांस खाना नहीं है । +* ऊँट मूल्यवान थे क्योंकि वे तेजी से रेत में आसानी से भाग सकते हैं और कई सप्ताह भोजन और पानी के बिना रह सकते थे। -(यह भी देखें: [बोझ](../other/burden.md), [अशुद्ध](../kt/unclean.md)) +(यह भी देखें: [बोझ](../other/burden.md), [शुद्ध](../kt/unclean.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 इतिहास 05:20-22](rc://*/tn/help/1ch/05/20) -* [2 इतिहास 09:1-2](rc://*/tn/help/2ch/09/01) -* [निर्गमन 09:1-4](rc://*/tn/help/exo/09/01) -* [मरकुस 10:23-25](rc://*/tn/help/mrk/10/23) -* [मत्ती 03:4-6](rc://*/tn/help/mat/03/04) +* [1 इतिहास 5:21](rc://*/tn/help/1ch/05/21) +* [2 इतिहास 9:1-2](rc://*/tn/help/2ch/09/01) +* [निर्गमन 9:1-4](rc://*/tn/help/exo/09/01) +* [मरकुस 10:25](rc://*/tn/help/mrk/10/25) +* [मत्ती 3:4](rc://*/tn/help/mat/03/04) * [मत्ती 19:23-24](rc://*/tn/help/mat/19/23) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H327, H1581, G2574 +* Strong's: H1581, G2574 diff --git a/bible/other/captive.md b/bible/other/captive.md index f9ade9f..9b7e923 100644 --- a/bible/other/captive.md +++ b/bible/other/captive.md @@ -1,35 +1,33 @@ -# बन्दी बनाना, बन्दी, वश में करना, मोहित, बँधुआई +# बन्दी, बन्दी बनाना, बन्धुआई, पकड़ना ## परिभाषा: -“बन्दी बनाना” और “बँधुआई” का अर्थ है मनुष्यों को बलपूर्वक बन्दी बनाना और जहां वे नहीं चाहते वहां उन्हें रखना जैसे परदेश में। +“बन्दी” और “बँधुआई” का अर्थ है मनुष्यों को बन्दी बनानाऔर जहां वे नहीं चाहते वहां उन्हें रहने के लिए विवश करना जैसे परदेश में। * यहूदा राज्य के इस्राएलियों को बेबीलोन में 70 वर्ष बँधुआ बनाकर रखा गया था। * बँधुआ लोगों को बन्दी बनाने वाले लोगों या देशों के लिए काम करना पड़ता था। * दानिय्येल और नहेम्याह इस्राएली बँधुआ थे जो बेबीलोन के राजा की सेवा में थे। * “बन्दी बनाना” मनुष्यों का दासत्व में ले जाने के लिए एक और अभिव्यक्ति है। -* “तुम्हें बन्दी बना कर ले जाएंगे” का अनुवाद “तुम्हें बँधुआ होकर रहने के लिए विवश करेंगे” या “तुम्हें परदेश में बन्दी बनाकर रखेंगे” किया जा सकता है। +* “तुम्हें बन्दी बना कर ले जाएंगे,”इसका अनुवाद ऐसे भी हो सकता है, “तुम्हें बँधुआ होकर रहने के लिए विवश करेंगे” या “तुम्हें बन्दी बनाकर परदेश में ले जाएंगे"। * प्रतीकात्मक रूप में प्रेरित पौलुस विश्वासियों से कहता है कि वे प्रत्येक विचार को “बन्दी बना कर” मसीह का आज्ञाकारी बना दें। -* वह यह भी कहता है कि मनुष्य पाप के "दासत्व में" हो जाता है अर्थात पाप के "वश में" होता है। +* वह यह भी कहता है कि मनुष्य पाप के द्वारा कैसे "दासत्व में" ले लिया जाता है अर्थात पाप के "वश में" होता है। ## अनुवाद के सुझाव: -* प्रकरण के अनुसार “बँधुए होकर” शब्द का अनुवाद, “मुक्त होने की अनुमति नहीं है” या “बन्दीगृह में रखा” या “परदेश में रहने के लिए मजबूर किया” हो सकता है। -* “बन्धुए होकर” या “बँधुआई में” इसका अनुवाद “ले लिया” या “कैद” या “परदेश में जाने के लिए मजबूर किया” हो सकता है। - -“बन्दी” का अनुवाद “जो लोग पकड़े गए” या “दास बनाए गए लोग” भी किया जा सकता है। - -* प्रकरण के अनुसार “बँधुआई” शब्द का अनुवाद, “कैद” या “बँधुआई” या “परदेश में रहने के लिए मजबूर किया” हो सकता है। +* प्रकरण के अनुसार “बंदी बनाकर रखा” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “स्वतंत्र रहने न दिया” या “बन्दीगृह में रखा” या “परदेश में रहने के लिए विवश किया।" +* “बन्दी बनाकर ले गए” या “बन्दी बनाया," इनका अनुवाद हो सकता है, "पकड़ लिया" या "कैद कर लिया" या "परदेश जाने के लिए विवश किया।" +* "बंदियों" शब्द का अनुवाद हो सकता है, "वे लोग जो पकडे गए थे" या "दास बनाए गए लोग" +* प्रकरण के अनुसार, "बन्धुआई" का अनुवाद हो सकता है, "कारावास" या "निर्वासन" या "परदेश में बलात आप्रवास" (यह भी देखें: [बाबेल](../names/babylon.md), [बँधुआई](../other/exile.md), [बन्दीगृह](../other/prison.md), [बन्दी बनाना](../other/seize.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [2 कुरिन्थियों 10:5-6](rc://*/tn/help/2co/10/05) -* [यशायाह 20:3-4](rc://*/tn/help/isa/20/03) -* [यिर्मयाह 43:1-3](rc://*/tn/help/jer/43/01) -* [लूका 04:18-19](rc://*/tn/help/luk/04/18) +* [2 कुरिन्थियों 10:5](rc://*/tn/help/2co/10/05) +* [यशायाह 20:4](rc://*/tn/help/isa/20/04) +* [यिर्मयाह 43:3](rc://*/tn/help/jer/43/03) +* [लूका 04:18](rc://*/tn/help/luk/04/18) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1123, H1473, H1540, H1546, H1547, H2925, H6808, H7617, H7622, H7628, H7633, H7686, H7870, G161, G162, G163, G164, G2221 +* Strong's: H1123, H1473, H1540, H1546, H1547, H7617, H7622, H7628, H7633, H7686, G161, G162, G163, G164, G2221 diff --git a/bible/other/cedar.md b/bible/other/cedar.md index 5f94913..9e3fa53 100644 --- a/bible/other/cedar.md +++ b/bible/other/cedar.md @@ -1,10 +1,10 @@ -# देवदारू, देवदारों, देवदारू की लकड़ी +# देवदारू,देवदारू की लकड़ी ## परिभाषा: “देवदारू” एक बड़ा पेड़ होता है जिसकी लकड़ी लाल-भूरे रंग की होती है। अन्य देवदार प्रजाति के वृक्षों के समान इसके नुकीले पत्ते होते हैं और शंकु जैसे फल होते हैं। -* पुराने नियम में लबानोन के संबन्ध में देवदारू वृक्षों की चर्चा की गई है, वहां ये वृक्ष बहुतायत से आते थे। +* पुराने नियम में लबानोन के संबन्ध में देवदारू वृक्षों की चर्चा की गई है, वहां ये वृक्ष बहुतायत से पाए जाते थे। * यरूशलेम के मन्दिर के निर्माण में देवदारू की लकड़ी काम में ली गई थी। * इसका उपयोग बलि चढ़ाने और शुद्धिकरण के चढ़ावों में किया जाता था। @@ -13,9 +13,9 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: * [1 इतिहास 14:1-2](rc://*/tn/help/1ch/14/01) -* [1 राजा 07:1-2](rc://*/tn/help/1ki/07/01) -* [यशायाह 02:12-13](rc://*/tn/help/isa/02/12) -* [जकर्याह 11:1-3](rc://*/tn/help/zec/11/01) +* [1 राजा 7:1-2](rc://*/tn/help/1ki/07/01) +* [यशायाह 2:13](rc://*/tn/help/isa/02/13) +* [जकर्याह 11:2](rc://*/tn/help/zec/11/02) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/other/comfort.md b/bible/other/comfort.md index 66e7232..927a682 100644 --- a/bible/other/comfort.md +++ b/bible/other/comfort.md @@ -13,7 +13,6 @@ ## अनुवाद के सुझाव: * प्रकरण के अनुसार “शान्ति देना” का अनुवाद हो सकता है, “कष्टमोचन” या “या "(किसी को) दु:ख से उबरने में सहायता" या "प्रोत्साहित करते हैं" या "सांत्वना।" - * “हमारी शान्ति ” इस वाक्यांश का अनुवाद हो सकता है, “हमारी प्रोत्साहन” या "हमारी (किसी के) सांत्वना" या "दुःखी होने के समय हमारी सहायता"। * शब्द "शान्ति देनेवाला" का अनुवाद "कोई व्यक्ति शान्ति देता है" या "कोई व्यक्ति जो दर्द को कम करने में सहायता करता है" या "कोई व्यक्ति जो प्रोत्साहित करता है"। * जब पवित्र आत्मा को "शान्ति देनेवाला" कहा गया तो इसका अनुवाद "प्रोत्साहनकर्ता" या "सहायक" या "जो सहायता और मार्गदर्शन करता है।" diff --git a/bible/other/consume.md b/bible/other/consume.md index f6d1f08..d5acbe4 100644 --- a/bible/other/consume.md +++ b/bible/other/consume.md @@ -1,14 +1,14 @@ -# भस्म कर देगा, खाए, भस्म किया, भस्म करती जाएगी +# भस्म कर देगा, खाए, ## परिभाषा: -“भस्म करना” (खा जाना) का मूल अर्थ है, समाप्त करना इसके अनेक प्रतीकात्मक उपयोग हैं। +“भस्म करना” का मूल अर्थ है, उपभोग करके समाप्त करना| इसके अनेक प्रतीकात्मक उपयोग हैं। -* बाइबल में "खाए" शब्द को नष्ट करने के संदर्भ में काम में लिया गया है। +* बाइबल में "खाए" शब्द को वस्तुओं या मनुष्यों को नष्ट करने के संदर्भ में काम में लिया गया है। * आग भस्म करती है अर्थात जलाकर राख कर देती है। * परमेश्वर को “भस्म करने वाली आग” कहा गया है जो पाप के विरूद्ध उसके क्रोध का वर्णन है। उसका क्रोध पश्चातापरहित पापियों को भयानक दण्ड देता है। * भोजन खा जाना अर्थात किसी भोजन वस्तु को खाना-पीना। -* "भूमि को नष्ट करना" का अनुवाद "उसका विनाश करना।" हो सकता है। +* "भूमि को भस्म कर देना" का अनुवाद "उसका विनाश करना।" हो सकता है। ## अनुवाद के सुझाव @@ -16,7 +16,7 @@ * जब संदर्भ आग का हो तो इसका अनुवाद “जलाकर राख कर देना” हो सकता है। * मूसा ने जिस जलती हुई झाड़ी को देखा था वह "भस्म नहीं हो रही थी", इसका अनुवाद हो सकता है, “जल कर राख नहीं हुई” या “जल कर समाप्त नहीं हुई” * भोजन के संदर्भ में "भस्म कर देगा" का अनुवाद हो सकता है, “खाना” या “चट कर जाना” -* किसी की शक्ति के संदर्भ में "भस्म किया" का अनुवाद हो सकता है, उसकी शक्ति “समाप्त हो गई” या “क्षीण हो गई”। +* किसी की शक्ति के संदर्भ में "भस्म होना" का अनुवाद हो सकता है, उसकी शक्ति “समाप्त हो गई” या “क्षीण हो गई”। * “परमेश्वर भस्म करने वाली आग है” इसका अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर ऐसी आग है जो खाक कर देती है” या “परमेश्वर पाप से क्रोधित होकर पापियों को आग की तरह जलाकर राख कर देता है।” (यह भी देखें: [चट कर जाना](../other/devour.md), [क्रोध](../kt/wrath.md)) @@ -26,9 +26,9 @@ * [1 राजा 18:38-40](rc://*/tn/help/1ki/18/38) * [व्यवस्थाविवरण 07:16](rc://*/tn/help/deu/07/16) * [यिर्मयाह 03:23-25](rc://*/tn/help/jer/03/23) -* [अय्यूब 07:8-10](rc://*/tn/help/job/07/08) +* [अय्यूब 7:9](rc://*/tn/help/job/07/09) * [गिनती 11:1-3](rc://*/tn/help/num/11/01) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H398, H402, H1086, H1104, H1197, H1497, H1846, H2000, H2628, H3615, H3617, H3631, H3857, H4127, H4529, H4743, H5486, H5487, H5595, H6244, H6789, H7332, H7646, H7829, H8046, H8552, G355, G1159, G2618, G2654, G2719, G5315, G5723 +* Strong's: H398, H402, H1086, H1104, H1197, H2628, H3615, H3617, H3631, H3857, H4529, H5595,H8046, H8552, G355, G2618, G2654, G2719, G5315, diff --git a/bible/other/courtyard.md b/bible/other/courtyard.md index 07c3c76..754575d 100644 --- a/bible/other/courtyard.md +++ b/bible/other/courtyard.md @@ -1,8 +1,8 @@ -# आँगन, आँगनों, आँगन, आँगनों +# परिसर, आँगन, आँगनों, ## परिभाषा: -“आँगन” और “न्यायालय” अर्थात दीवारों से घिरा खुला स्थान। अंग्रेजी का शब्द “कोर्ट” न्यायालय को भी कहते हैं +“आँगन” और “परिसर” अर्थात दीवारों से घिरा खुला आकाश के नीचे खुला स्थान। अंग्रेजी का शब्द “कोर्ट” न्यायालय को भी कहते हैं * मिलापवाला तम्बू मोटे कपड़े के परदों द्वारा घिरे हुए आँगन के भीतर था। * मन्दिर के तीन भीतरी आँगन थे एक याजकों के लिए, एक यहूदी पुरुषों के लिए और एक यहूदी स्त्रियों के लिए। @@ -14,8 +14,8 @@ ## अनुवाद के सुझाव: * “आँगन” का अनुवाद “संलग्न जगह ” या “दीवारों से घिरा स्थान”, या “मन्दिर का मैदान” या “मन्दिर परिसर” -* कभी-कभी “मन्दिर” शब्द का अनुवाद “मंदिर के आँगनों” या “मन्दिर परिसर” से है ताकि स्पष्ट हो कि संदर्भ प्रांगण से है न कि मन्दिर से। -* “यहोवा के आँगनों” का अनुवाद “यहोवा का निवास स्थान” या “यहोवा का आराधना स्थल” हो सकता है। +* कभी-कभी “मन्दिर” शब्द का अनुवाद “मंदिर के आँगनों” या “मन्दिर परिसर” द्वारा किया जाना होता है ताकि स्पष्ट हो कि संदर्भ प्रांगण से है न कि मन्दिर से। +* “यहोवा के आँगनों” इस अभिव्यक्ति का अनुवाद “यहोवा का निवास स्थान” या “यहोवा का आराधना स्थल” हो सकता है। * “राजा का आँगन” का शब्द यहोवा के आंगन के लिए भी काम में लिया जा सकता है। (यह भी देखें: [अन्य-जाति](../kt/gentile.md), [न्याय](../other/judgeposition.md), [राजा](../other/king.md), [मिलापवाला तम्बू](../kt/tabernacle.md), [मन्दिर](../kt/temple.md)) @@ -23,13 +23,13 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: * [2 राजा 20:4-5](rc://*/tn/help/2ki/20/04) -* [निर्गमन 27:9-10](rc://*/tn/help/exo/27/09) +* [निर्गमन 27:9](rc://*/tn/help/exo/27/09) * [यिर्मयाह 19:14-15](rc://*/tn/help/jer/19/14) -* [लूका 22:54-55](rc://*/tn/help/luk/22/54) +* [लूका 22:55](rc://*/tn/help/luk/22/55) * [मत्ती 26:69-70](rc://*/tn/help/mat/26/69) -* [गिनती 03:24-26](rc://*/tn/help/num/03/24) -* [भजन संहिता 065:4](rc://*/tn/help/psa/065/004) +* [गिनती 3:26](rc://*/tn/help/num/03/26) +* [भजन संहिता 65:4](rc://*/tn/help/psa/065/004) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1004, H1508, G2681, H2691, H5835, H6503, H7339, G833, G933, G4259 +* Strong's: H1004, H1508, H2691, H5835, H7339, H8651, G833, G4259 diff --git a/bible/other/criminal.md b/bible/other/criminal.md index c86222f..7cee1c7 100644 --- a/bible/other/criminal.md +++ b/bible/other/criminal.md @@ -1,10 +1,10 @@ -# दोष, अपराधों, कुकर्मी, कुटिल जन +# अपराध, अपराधी ## परिभाषा: -“दोष” प्रायः पाप का संदर्भ देता है जिसमें देश का नियम तोड़ना भी होता है। “कुकर्मी” अर्थात अपराध करनेवाला। +“अपराध” प्रायः ऐसे अनाचार का संदर्भ देता है जिसमें देश का नियम तोड़ना होता है। “अपराधी” उस मनुष्य के सन्दर्भ में होता है जिसने अपराध किया है। -* अपराध अनेक प्रकार के होते हैं जैसे मनुष्य की हत्या करना या चोरी करना। +* अपराध अनेक प्रकार के होते हैं जैसे मनुष्य की हत्या करना या किसी की संपदा की चोरी करना। * अपराधी को पकड़ कर बन्दी बनाया जाता है और कारावास में रखा जाता है। * बाइबल के युग में कुछ अपराधी भगोड़े होते थे। वे जगह-जगह भागते फिरते थे कि उनके अपराध का बदला लेनेवालों से बचे”। @@ -12,7 +12,7 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [2 तीमुथियुस 02:8-10](rc://*/tn/help/2ti/02/08) +* [2 तीमुथियुस 2:9](rc://*/tn/help/2ti/02/09) * [होशे 06:8-9](rc://*/tn/help/hos/06/08) * [अय्यूब 31:26-28](rc://*/tn/help/job/31/26) * [लूका 23:32](rc://*/tn/help/luk/23/32) @@ -20,4 +20,4 @@ ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H2154, H2400, H4639, H5771, H7563, H7564, G156, G1462, G2556, G2557, G4467 +* Strong's: H2154, H2400, H4639, H5771, H7563, H7564, G2556, G2557, G4467 diff --git a/bible/other/cupbearer.md b/bible/other/cupbearer.md index 39924a4..1d808fa 100644 --- a/bible/other/cupbearer.md +++ b/bible/other/cupbearer.md @@ -1,4 +1,4 @@ -# पिलानेहारा, पिलानेवाले +# पिलानेहारा ## परिभाषा: @@ -7,14 +7,14 @@ * इसका शाब्दिक अर्थ हो सकता है “कटोरा लाने वाला” या “वह जो कटोरा लाता है”। * “पिलानेहारा” विश्वासयोग्य होने और राजा का स्वामी-भक्त होने के लिए जाना जाता था। * उसकी विश्वसनीय स्थिति के कारण पिलानेहारा प्रायः शासक द्वारा लिए गए निर्णय पर प्रभाव डाल सकता था। -* नहेम्याह अर्तक्षत्र राजा का पिलानेहारा था, उस समय भी कुछ इस्राएली बेबीलोन की बन्धुआई में थे। +* नहेम्याह फारस के राजा, अर्तक्षत्र का पिलानेहारा था, उस समय भी कुछ इस्राएली बेबीलोन की बन्धुआई में थे। (यह भी देखें: [अर्तक्षत्र](../names/artaxerxes.md), [बाबेल](../names/babylon.md), [बन्दी](../other/captive.md), [फारस](../names/persia.md), [फिरौन](../names/pharaoh.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: * [1 राजा 10:3-5](rc://*/tn/help/1ki/10/03) -* [नहेम्याह 01:10-11](rc://*/tn/help/neh/01/10) +* [नहेम्याह 01:11](rc://*/tn/help/neh/01/11) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/other/cutoff.md b/bible/other/cutoff.md index 4d78b3b..d50b928 100644 --- a/bible/other/cutoff.md +++ b/bible/other/cutoff.md @@ -1,12 +1,12 @@ -# नाश किया, नाश करे, काटकर +# नाश किया, काटकर गिराया ## परिभाषा: -“काटा जाए” एक मुहावरा है जिसका अर्थ है, मूल समुदाय से अलग किया जाना, देश निकाला देना, या संबन्ध विच्छेद कर देना। इसका संदर्भ पाप के दण्ड के परमेश्वर के कार्य द्वारा घात किया जाना। +“काट दिया जाए” एक मुहावरा है जिसका अर्थ है, मूल समुदाय से अलग किया जाना, देश निकाला देना, या संबन्ध विच्छेद कर देना। इसका संदर्भ पाप के दण्ड के परमेश्वर के कार्य द्वारा घात किया जाना भी हो सकता है। * पुराने नियम में परमेश्वर की आज्ञाएं नहीं मानने का परिणाम होता था काटा जाना या परमेश्वर की प्रजा या उसकी उपस्थिति से अलग कर दिया जाना। * परमेश्वर ने यह भी कहा था कि वह अन्य जातियों को “नाश किया” या नष्ट कर देगा क्योंकि वे उसकी उपासना नहीं करते थे न ही उसकी आज्ञा का पालन करते थे वरन् वे इस्राएल के शत्रु थे। -* “नाश किया” परमेश्वर द्वारा नदी के प्रवाह को रोकने के संदर्भ में भी काम में लिया गया है। +* “रोक दिया” परमेश्वर द्वारा नदी के प्रवाह को रोकने के संदर्भ में भी काम में लिया गया है। ## अनुवाद के सुझाव: @@ -17,10 +17,10 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [उत्पत्ति 17:12-14](rc://*/tn/help/gen/17/12) -* [न्यायियों 21:6-7](rc://*/tn/help/jdg/21/06) -* [नीतिवचन 23:17-18](rc://*/tn/help/pro/23/17) +* [उत्पत्ति 17:14](rc://*/tn/help/gen/17/14) +* [न्यायियों 21:6](rc://*/tn/help/jdg/21/06) +* [नीतिवचन 23:18](rc://*/tn/help/pro/23/18) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: G609, G851, G1581, G2407, G5257, H1214, H1219, H1438, H1468, H1494, H1504, H1629, H1820, H1824, H1826, H2498, H2686, H3582, H3772, H5243, H5352, H6202, H6789, H6990, H7082, H7088, H7096, H7112, H7113 +* Strong's: H1214, H1219, H1438, H1494, H1504, H1629, H1820, H2686, H3582, H3772, H5243, H5352, H6789, H7082, H7088, H7096, H7112, H7113, G609, G851, G1581 diff --git a/bible/other/death.md b/bible/other/death.md index b5f597a..8dcb7f4 100644 --- a/bible/other/death.md +++ b/bible/other/death.md @@ -18,17 +18,11 @@ ## अनुवाद के सुझाव: * इस शब्द का अनुवाद लक्षित भाषा में मृत्यु के लिए प्रचलित शब्द या अभिव्यक्ति द्वारा ही किया जाए। - * कुछ भाषाओं में “मरने” को “जीवित नहीं रहना” व्यक्त किया जाता है। “मृतक” शब्द का अनुवाद “निर्जीव” या “जीवनरहित” या “जीवत न रहना” किया जा सकता है। - * अनेक भाषाओं में मृत्यु को प्रतीकात्मक शब्दों द्वारा व्यक्त किया जाता है जैसे “गुजर गया”। तथापि बाइबल में मृत्यु के लिए प्रचलित शब्द का सीधा उपयोग ही उचित है। - * बाइबल में दैहिक मृत्यु एवं जीवन की तुलना प्रायः आत्मिक जीवन एवं मृत्यु से की गई है। अनुवाद में दैहिक मृत्यु एवं आत्मिक मृत्यु दोनों के लिए एक ही शब्द काम में लेना महत्वपूर्ण है। - * कुछ भाषाओं में “आत्मिक मृत्यु” कहना अधिक स्पष्ट होता है जब प्रकरण में उस अर्थ की आवश्यकता हो। कुछ अनुवादकों के लिए “दैहिक मृत्यु” शब्द का उपयोग सर्वोचित होता है जब इसकी तुलना आत्मिक मृत्यु से होती है। - -* “मृतक” शब्द एक विशेषता है जो मृतकों के संदर्भ में काम में लिया जाता है। कुछ भाषाओं में इसका अनुवाद “मृतक मनुष्यों” या “जो मनुष्य मर गए हैं” किया गया है। (देखें: [नाममात्र विशेषण](rc://*/ta/man/translate/figs-nominaladj) - +* “मृतक” शब्द एक विशेषता है जो मृतकों के संदर्भ में काम में लिया जाता है। कुछ भाषाओं में इसका अनुवाद “मृतक मनुष्यों” या “जो मनुष्य मर गए हैं” किया गया है। (देखें: [नाममात्र विशेषण](rc://*/ta/man/translate/figs-nominaladj)) * “मार डाला जाए” का अनुवाद "मरने" या "हत्या" या "प्राण दण्ड देना" के रूप में भी किया जा सकता है। (यह भी देखें: [विश्वास](../kt/believe.md), [विश्वास](../kt/faith.md), [जीवन](../kt/life.md), [आत्मा](../kt/spirit.md)) diff --git a/bible/other/declare.md b/bible/other/declare.md index 4fa5f61..3e832f9 100644 --- a/bible/other/declare.md +++ b/bible/other/declare.md @@ -5,7 +5,6 @@ “वर्णन” और “वाणी” अर्थात “औपचारिक या सार्वजनिक कथन”, प्रायः किसी बात पर बल देने के लिए। “वाणी” में कही जाने वाली बात के महत्व पर ही बल नहीं दिया जाता है परन्तु इसमें घोषणा करने वाले की ओर भी ध्यान आकर्षित किया जाता है। * एक "घोषणा" न केवल घोषित की जा रही के महत्व पर जोर देती है, बल्कि यह घोषणा करने वाले पर भी ध्यान देती है। - * उदाहरणार्थ, पुराने नियम में परमेश्वर के सन्देश से पूर्व, “यहोवा यों कहता है” या “यहोवा का यह वचन” उक्ति आती है। इस उक्ति से इस बात पर बल दिया जाता है कि इस सन्देश को पहुंचाने वाला यहोवा ही है। यह तथ्य कि सन्देश यहोवा का है दर्शाता है कि सन्देश अत्यधिक महत्वपूर्ण है। ## अनुवाद के सुझाव: diff --git a/bible/other/dedicate.md b/bible/other/dedicate.md index f562c0f..0858f47 100644 --- a/bible/other/dedicate.md +++ b/bible/other/dedicate.md @@ -1,28 +1,28 @@ -# समर्पण करे, समर्पण करना, समर्पित, समर्पण +# समर्पण करना, अर्पण करना, स्थापति, प्राणार्पित ## परिभाषा: -समर्पण करें अर्थात किसी को या किसी वस्तु की विशेष कार्य के लिए पृथक करना या समर्पित करना। +समर्पण करने का अर्थ है, किसी को या किसी वस्तु की विशेष उद्दश्य या कार्य के लिए पृथक करना या प्रतिबद्ध करना। * दाऊद ने अपना सोना-चांदी परमेश्वर को समर्पित कर दिया था। -“समर्पण” शब्द प्रायः विधिवत कार्य या अनुष्ठान का संदर्भ देता है कि किसी विशेष उद्देश्य के निमित्त उसे पृथक कर दिया गया है। +“समर्पण” शब्द का अर्थ प्रायः होता है, किसी विशेष कार्य हेतु किसी वास्तु को पृथक करने का विधिवत कार्य या अनुष्ठान का संदर्भ देता है कि किसी विशेष उद्देश्य के निमित्त उसे पृथक कर दिया गया है। -* वेदी का समर्पण में परमेश्वर के लिए बलि चढ़ाई जाती थी। -* नहेम्याह ने यरूशलेम की दीवारों के पुन: निर्माण के निमित्त इस्राएलियों की समर्पण में अगुआई की थी और केवल यहोवा की सेवा करने की और उसके इस नगर की देखरेख की प्रतिज्ञा की थी। इस घटना में संगीत वाद्यों और संगत के द्वारा परमेश्वर को धन्यवाद दिया गया था। -* “समर्पण करे” शब्द का अनुवाद “विशेष उद्देश्य की विशेष नियुक्ति करना” या “किसी विशेष उपयोग हेतु किसी वस्तु को समर्पित करना” या “किसी विशेष कार्य हेतु किसी का समर्पण करना”। +* वेदी के समर्पण में परमेश्वर के लिए बलि चढ़ाई जाती थी। +* नहेम्याह ने यरूशलेम की पुनरुद्धार की गई शहरपनाह के समर्पण में इस्राएलियों की गुआई की थी और केवल यहोवा की सेवा करने की और उसके इस नगर की देखरेख की प्रतिज्ञा का नवीकरण किया था। इस घटना में संगीत वाद्यों और संगत के द्वारा परमेश्वर को धन्यवाद दिया गया था। +* “समर्पण करना” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “विशेष उद्देश्य की विशेष रूप से नियत करना" या “किसी विशेष उपयोग हेतु किसी वस्तु को समर्पित करना” या “किसी विशेष कार्य हेतु किसी का समर्पण करना”। (यह भी देखें: [प्रतिबद्ध](../other/commit.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: * [1 इतिहास 15:11-12](rc://*/tn/help/1ch/15/11) -* [1 कुरिन्थियों 06:9-11](rc://*/tn/help/1co/06/09) -* [1 राजा 07:51](rc://*/tn/help/1ki/07/51) -* [1 तीमुथियुस 04:3-5](rc://*/tn/help/1ti/04/03) -* [2 इतिहास 02:4-5](rc://*/tn/help/2ch/02/04) +* [1 कुरिन्थियों 6:9-11](rc://*/tn/help/1co/06/09) +* [1 राजा 7:51](rc://*/tn/help/1ki/07/51) +* [1 तीमुथियुस 4:5](rc://*/tn/help/1ti/04/05) +* [2 इतिहास 2:4-5](rc://*/tn/help/2ch/02/04) * [यूहन्ना 17:18-19](rc://*/tn/help/jhn/17/18) -* [लूका 02:22-24](rc://*/tn/help/luk/02/22) +* [लूका 2:22-24](rc://*/tn/help/luk/02/22) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/other/defile.md b/bible/other/defile.md index 8c2e278..2b24765 100644 --- a/bible/other/defile.md +++ b/bible/other/defile.md @@ -1,8 +1,8 @@ -# अशुद्ध, अशुद्ध, अशुद्ध कर डाला, अपवित्र करने, अपवित्र किए, अशुद्ध हुई, अशुद्ध हो गया, अशुद्ध हो गए +# अशुद्ध, अशुद्ध किया, भ्रष्ट करना ## परिभाषा: -“अशुद्ध करना” और “अशुद्ध होना” का संदर्भ दूषित या मैला से है। कोई वस्तु भौतिक, नैतिक या सांसारिक रूप से अशुद्ध हो सकती है। +“अशुद्ध करना” और “अशुद्ध होना” का संदर्भ दूषित या मैला हो जाने से है। कोई वस्तु भौतिक, नैतिक या संस्कारिक रूप से अशुद्ध हो सकती है। * परमेश्वर इस्राएलियों को “अशुद्ध” और “अपवित्र” कही गई वस्तुओं को खाकर या स्पर्श करके अशुद्ध होना स्वीकार नहीं करता था। * शव या संक्रामक रोग परमेश्वर द्वारा अशुद्ध घोषित किए गए थे और उनका स्पर्श मनुष्यों को अशुद्ध कर देता था। @@ -12,22 +12,22 @@ ## अनुवाद के सुझाव: -* “अशुद्ध” का अनुवाद “अशुद्ध होना” या “अधर्मी होना” या “सांसारिक रूप से अस्वीकार्य होना” -* “अशुद्ध होना” का अनुवाद “अस्वच्छ होना” या “नैतिक रूप से अस्वीकार्य होना” या “धार्मिक रूप से अस्वीकार्य होना”। +* “अशुद्ध” का अनुवाद “अशुद्ध होना” या “अधर्मी होना या “संस्कारिक रूप से अस्वीकार्य होना” +* “अशुद्ध होना” का अनुवाद हो सकता है, “अस्वच्छ होना” या “नैतिक रूप से (परमेश्वर को) अस्वीकार्य होना” या “संस्कारिक रूप से अस्वीकार्य होना”। (यह भी देखें: [अशुद्ध](../kt/unclean.md), [शुद्ध](../kt/clean.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [2 राजा 23:8-9](rc://*/tn/help/2ki/23/08) +* [2 राजा 23:8](rc://*/tn/help/2ki/23/08) * [निर्गमन 20:24-26](rc://*/tn/help/exo/20/24) -* [उत्पत्ति 34:27-29](rc://*/tn/help/gen/34/27) -* [उत्पत्ति 49:3-4](rc://*/tn/help/gen/49/03) +* [उत्पत्ति 34:27](rc://*/tn/help/gen/34/27) +* [उत्पत्ति 49:4](rc://*/tn/help/gen/49/04) * [यशायाह 43:27-28](rc://*/tn/help/isa/43/27) * [लैव्यव्यवस्था 11:43-45](rc://*/tn/help/lev/11/43) * [मरकुस 07:14-16](rc://*/tn/help/mrk/07/14) -* [मत्ती 15:10-11](rc://*/tn/help/mat/15/10) +* [मत्ती 15:10](rc://*/tn/help/mat/15/10) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1351, H1352, H1602, H2490, H2491, H2610, H2930, H2931, H2933, H2936, H5953, G733, G2839, G2840, G3392, G3435, G4696, G5351 +* Strong's: H1351, H1352, H1602, H2490, H2491, H2610, H2930, H2931, G2839, G2840, G3392, G3435 diff --git a/bible/other/descendant.md b/bible/other/descendant.md index 15eeb49..d8a763c 100644 --- a/bible/other/descendant.md +++ b/bible/other/descendant.md @@ -1,4 +1,4 @@ -# उतरेगा, ढलान, उतर गया, उतरते, वंश, वंश +# अवतरण, वंश ## परिभाषा: @@ -6,27 +6,27 @@ * उदाहरणार्थ, अब्राहम नूह का वंशज था। * वंशज किसी की सन्तान, पोते, परपोते आदि होते हैं। इस्राएल के बारह गोत्र याकूब के वंशज थे। -* वाक्यांश "से उतरा" के रूप में "के वंश" कहने का एक और तरीका है "अब्राहम नूह का वंशज था।" इसका अनुवाद “परिवार की रेखा से” भी हो सकता है। +* "से उत्पन्न" एक और रूप है जो "का वंश" के लिए काम में लिया जाता है जैसे "अब्राहम नूह का वंशज था।" इसका अनुवाद “पारिवारिक वंशावली” भी हो सकता है। -(यह भी देखें: [अब्राहम ](../names/abraham.md), [पूर्वज](../other/father.md), [याकूब](../names/jacob.md), [नूह](../names/noah.md), [इस्राएल के बारह गोत्र](../other/12tribesofisrael.md)) +(यह भी देखें: [अब्राहम](../names/abraham.md), [पूर्वज](../other/father.md), [याकूब](../names/jacob.md), [नूह](../names/noah.md), [इस्राएल के बारह गोत्र](../other/12tribesofisrael.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: * [1 राजा 09:4-5](rc://*/tn/help/1ki/09/04) -* [प्रे.का. 13:23-25](rc://*/tn/help/act/13/23) -* [व्यवस्थाविवरण 02:20-22](rc://*/tn/help/deu/02/20) +* [प्रे.का. 13:23](rc://*/tn/help/act/13/23) +* [व्यवस्थाविवरण 2:20-22](rc://*/tn/help/deu/02/20) * [उत्पत्ति 10:1](rc://*/tn/help/gen/10/01) * [उत्पत्ति 28:12-13](rc://*/tn/help/gen/28/12) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[02:09](rc://*/tn/help/obs/02/09)__ “औरत का __वंशज__ वह तेरे सिर को कुचल डालेगा, और तू उसकी एड़ी को डसेगा।” -* __[04:09](rc://*/tn/help/obs/04/09)__ “मैं तेरे __वंश__ को कनान देश देता हूँ।” -* __[05:10](rc://*/tn/help/obs/05/10)__ तेरे __वंश__ को आकाश के तारागण के समान अनगिनित करूँगा | -* __[17:07](rc://*/tn/help/obs/17/07)__ तेरे ही वंश में से कोई एक राजा मेरे लोगों पर हमेशा के लिए शासन करेगा, और मसीह भी तुम्हारे __वंश__ से होगा।” -* __[18:13](rc://*/tn/help/obs/18/13)__ यहूदा के राजा दाऊद के __वंशज__ के थे। -* __[21:04](rc://*/tn/help/obs/21/04)__ परमेश्वर ने राजा दाऊद से वादा किया है कि मसीहा दाऊद के अपने __वंश__ में से एक होगा। -* __[48:13](rc://*/tn/help/obs/48/13)__ परमेश्वर ने राजा दाऊद को वायदा किया था कि उसका एक __वंशज__ परमेश्वर के लोगों पर सदा राज्य करता रहेगा। क्योंकि यीशु परमेश्वर का पुत्र है और मसीह है, वह दाऊद का वह विशेष __वंशज__ है जो हमेशा राज्य कर सकता है। +* __[02:9](rc://*/tn/help/obs/02/09)__ “औरत का __वंश__ तेरे सिर को कुचल डालेगा, और तू उसकी एड़ी को डसेगा।” +* __[04:9](rc://*/tn/help/obs/04/09)__ “मैं तेरे __वंश__ को कनान देश देता हूँ।” +* __[5:10](rc://*/tn/help/obs/05/10)__ तेरे __वंश__ को आकाश के तारागण के समान अनगिनित करूँगा | +* __[17:7](rc://*/tn/help/obs/17/07)__ तेरे ही __वंश__ में से एक राजा मेरे लोगों पर हमेशा के लिए शासन करेगा, और मसीह भी तेरे __वंश__ से होगा।” +* __[18:13](rc://*/tn/help/obs/18/13)__ यहूदा के राजा दाऊद के __वंश__ के थे। +* __[21:4](rc://*/tn/help/obs/21/04)__ परमेश्वर ने राजा दाऊद से प्रतिज्ञा की थी कि मसीह दाऊद के अपने __वंश__ में से एक होगा। +* __[48:13](rc://*/tn/help/obs/48/13)__ परमेश्वर ने राजा दाऊद से प्रतिज्ञा की थी कि उसका एक __वंशज__ परमेश्वर के लोगों पर सदा राज्य करता रहेगा। यीशु जो मसीह है, वह दाऊद का वही विशेष __वंशज__ है। ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/other/dishonor.md b/bible/other/dishonor.md index 073b7bb..2ace7ef 100644 --- a/bible/other/dishonor.md +++ b/bible/other/dishonor.md @@ -1,29 +1,29 @@ -# निरादर, अपमान करता, अनादर किया, नीच +# निरादर, अपमान योग्य ## परिभाषा: -“निरादर” का अर्थ है कि किसी की मानहानि का काम करना। इससे उस व्यक्ति के लिए लज्जा और अपमान उत्पन्न होता है। +“निरादर” का अर्थ है कि किसी की मानहानि का काम करना। इससे उस व्यक्ति के लिए लज्जा और अपयश का कारण उत्पन्न होता है। -* “नीच” शब्द का अर्थ है एक लज्जाजनक कार्य या किसी का अपमान करना व्यक्त करता है। -* कभी-कभी निरादर शब्द ऐसी वस्तुओं के लिए भी काम में लिया जाता है जो किसी महत्व के नहीं हैं। -* सन्तानों के लिए आज्ञा है कि वे अपने-अपने माता-पिता का आदर करें और उनकी आज्ञा मानें। * बच्चे अवज्ञा करते हैं तो वे अपने माता-पिता का अनादर करते हैं। वे अपने माता-पिता के साथ ऐसा व्यवहार करते हैं जिससे उनको सम्मान प्राप्त नहीं होता है। -* मूर्तिपूजा करके और अनैतिक आचरण द्वारा इस्राएल यहोवा का अपमान करते थे। +* “निंदनीय” शब्द का अर्थ है, लज्जाजनक कार्य या किसी का अपमान करने का कार्य। +* कभी-कभी निरादर शब्द ऐसी वस्तुओं के लिए भी काम में लिया जाता है जो किसी महत्व की नहीं हैं। +* सन्तानों के लिए आज्ञा है कि वे अपने-अपने माता-पिता का आदर करें और उनकी आज्ञा मानें। बच्चे अवज्ञा करते हैं तो वे अपने माता-पिता का अनादर करते हैं। वे अपने माता-पिता के साथ ऐसा व्यवहार करते हैं जिससे उनको सम्मान प्राप्त नहीं होता है। +* मूर्तिपूजा और अनैतिक आचरण द्वारा इस्राएली यहोवा का अपमान करते थे। * यहूदी यीशु को दुष्टात्माग्रस्त कहकर उसका अपमान करते थे। -* इसका अनुवाद “सम्मान नहीं करना” या “सम्मानपूर्वक व्यवहार” न करना” हो सकता है। +* इसका अनुवाद हो सकता है, “सम्मान नहीं करना” या “सम्मानरहित व्यवहार करना।" * “निरादर” संज्ञा शब्द का अनुवाद “अपमान” या “मानहानि” किया जा सकता है। -* प्रकरण के अनुसार “निरादर” का अनुवाद “आदर नहीं” या “लज्जाजनक” या “महत्वहीन” या “मूल्यवान नहीं” किया जा सकता है। +* प्रकरण के अनुसार “निरादर” का अनुवाद “आदर योग्य नहीं” या “लज्जाजनक” या "माननीय नहीं" या “महत्वहीन” किया जा सकता है। (यह भी देखें: [निरादर](../other/disgrace.md), [आदर](../kt/honor.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 कुरिन्थियों 04:10-11](rc://*/tn/help/1co/04/10) -* [1 शमूएल 20:32-34](rc://*/tn/help/1sa/20/32) -* [2 कुरिन्थियों 06:8-10](rc://*/tn/help/2co/06/08) -* [यहेजकेल 22:6-9](rc://*/tn/help/ezk/22/06) -* [यूहन्ना 08:48-49](rc://*/tn/help/jhn/08/48) -* [लैव्यव्यवस्था 18:6-8](rc://*/tn/help/lev/18/06) +* [1 कुरिन्थियों 4:10](rc://*/tn/help/1co/04/10) +* [1 शमूएल 20:34](rc://*/tn/help/1sa/20/03) +* [2 कुरिन्थियों 6:8-10](rc://*/tn/help/2co/06/08) +* [यहेजकेल 22:7](rc://*/tn/help/ezk/22/07) +* [यूहन्ना 08:48](rc://*/tn/help/jhn/08/48) +* [लैव्यव्यवस्था 18:8](rc://*/tn/help/lev/18/08) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1540, H2490, H2781, H3637, H3639, H5006, H5034, H6172, H6173, H7034, H7036, H7043, G818, G819, G820, G987, G2617 +* Strong's: H1540, H2490, H2781, H3637, H3639, H5006, H5034, H6172, H6173, H7034, H7043, H7043, G818, G819, G820, G2617 diff --git a/bible/other/disperse.md b/bible/other/disperse.md index 7663b20..0f73685 100644 --- a/bible/other/disperse.md +++ b/bible/other/disperse.md @@ -4,19 +4,20 @@ * “छितरा” और “तितर-बितर होकर” मनुष्यों या वस्तुओं का विभिन्न दिशाओं में बिखर जाना। * पुराने नियम में परमेश्वर लोगों को “तितर-बितर” करने की बात कहता है। उन्हें अलग-अलग करके एक दूसरे से दूर अलग अलग स्थानों में कर देगा। उन्हें पाप का दण्ड देने के लिए परमेश्वर ने ऐसा किया था। संभव था कि तितर-बितर होने के कारण वे मन फिराएं और पुनः परमेश्वर की उपासना करने लगें। -* नये नियम में “तितर-बितर” होना, सताव के कारण विश्वासियों को अपना घर त्याग कर विभिन्न स्थानों में चला जाना पड़ा था। +* नये नियम में “तितर-बितर” होना, सताव के कारण विश्वासियों को अपना घर त्याग कर विभिन्न स्थानों में जाना पड़ा था। * “तितर-बितर” का अनुवाद हो सकता है, “विभिन्न स्थानों में विश्वासी” या “विभिन्न देशों में जाकर रहने वाले लोग”। -* “तितर-बितर करना” का अनुवाद “विभिन्न स्थानों में भेजना” या “परदेश में विस्थापित करना” या “विभिन्न देशों में वास करने के लिए विवश करना”। +* “तितर-बितर करना” का अनुवाद “अनेक विभिन्न स्थानों में भेजना” या “परदेश में विस्थापित करना” या “विभिन्न देशों में वास करने के लिए विवश करना”। -(यह भी देखें: [विश्वास](../kt/believer.md), [सताना](../other/persecute.md)) +(यह भी देखें: [विश्वास](../kt/believer.md), [सताना](../other/persecute.md)), +[बंदी](../other/captive.md), [exile](../other/exile.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 पतरस 01:1-2](rc://*/tn/help/1pe/01/01) -* [यहेजकेल 12:14-16](rc://*/tn/help/ezk/12/14) -* [यहेजकेल 30:22-24](rc://*/tn/help/ezk/30/22) -* [भजन संहिता 018:13-14](rc://*/tn/help/psa/018/013) +* [1 पतरस 1:1](rc://*/tn/help/1pe/01/01) +* [यहेजकेल 12:15](rc://*/tn/help/ezk/12/15) +* [यहेजकेल 30:23](rc://*/tn/help/ezk/30/23) +* [भजन संहिता 18:14](rc://*/tn/help/psa/018/014) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H2219, H4127, H5310, H6327, H6340, H6504, H8600, G1287, G1290, G4650 +* Strong's: H2219, H5310, H6327, H6340, H6504, H8600, G1287, G1290, G4650 diff --git a/bible/other/donkey.md b/bible/other/donkey.md index 13111d1..1f31228 100644 --- a/bible/other/donkey.md +++ b/bible/other/donkey.md @@ -6,21 +6,21 @@ * खच्चर घोड़ी और गदहे का बच्चा होता है वह नपुंसक होता है। * खच्चर शक्तिशाली पशु है इसलिए उसे अधिक काम का माना जाता है। -* खच्चर और गदहा मनुष्य और माल दोनों की सवारी में काम में आता है। -* बाइबल के युग में राजा शान्ति के साथ गदहे की सवारी करते थे, न कि घोड़े की क्योंकि घोड़ा युद्ध में काम आता था। +* खच्चर और गदहा, दोनों बोझ उठाने तथा मनुष्य की सवारी में काम में आते है। +* बाइबल के युग में राजा शान्ति के समय गदहे की सवारी करते थे, न कि घोड़े की क्योंकि घोड़ा युद्ध में काम आता था। * यीशु अपने क्रूसीकरण से एक सप्ताह पूर्व युवा गदहे पर बैठकर यरूशलेम में आया था। (यह भी देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://*/ta/man/translate/translate-unknown)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 राजा 01:32-34](rc://*/tn/help/1ki/01/32) -* [1 शमूएल 09:3-4](rc://*/tn/help/1sa/09/03) -* [2 राजा 04:21-22](rc://*/tn/help/2ki/04/21) -* [व्यवस्थाविवरण 05:12-14](rc://*/tn/help/deu/05/12) -* [लूका 13:15-16](rc://*/tn/help/luk/13/15) -* [मत्ती. 21:1-3](rc://*/tn/help/mat/21/01) +* [1 राजा 1:32-34](rc://*/tn/help/1ki/01/32) +* [1 शमूएल 9:4](rc://*/tn/help/1sa/09/04) +* [2 राजा 4:21-22](rc://*/tn/help/2ki/04/21) +* [व्यवस्थाविवरण 5:12-14](rc://*/tn/help/deu/05/12) +* [लूका 13:15](rc://*/tn/help/luk/13/15) +* [मत्ती. 21:2](rc://*/tn/help/mat/21/02) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H860, H2543, H3222, H5895, H6167, H6501, H6505, H6506, H7409, G3678, G3688, G5268 +* Strong's: H860, H2543, H3222, H5895, H6167, H6501, H6505, H6506, G3678, G3688, G5268 diff --git a/bible/other/drinkoffering.md b/bible/other/drinkoffering.md index 9e19087..1253ccc 100644 --- a/bible/other/drinkoffering.md +++ b/bible/other/drinkoffering.md @@ -2,25 +2,25 @@ ## परिभाषा: -अर्घ परमेश्वर के लिए बलिदान या जिसमें वेदी पर दाखमधु उण्डेला जाता था। यह होमबलि और अन्नबलि के साथ चढ़ाया जाता था। +अर्घ परमेश्वर के लिए एक चढ़ावा था जिसमें वेदी पर दाखमधु उण्डेला जाता था। यह होमबलि और अन्नबलि के साथ चढ़ाया जाता था। -* पौलुस अपने जीवन को अर्घ की भांति उण्डेला जा रहा कहता है। इसका अर्थ था कि वह परमेश्वर की सेवा में पूर्णतः समर्पित था कि मनुष्यों में सुसमाचार सुनाए चाहे वह कष्ट उठाए वरन मार डाला जाए। -* क्रूस पर यीशु की मृत्यु अर्घ था क्योंकि हमारे पापों के कारण उसका लहू बहाया गया था। +* पौलुस अपने जीवन के लिए कहता है कि वह अर्घ की भांति उण्डेला जा रहा है। इसका अर्थ है कि वह परमेश्वर की सेवा में पूर्णतः समर्पित था कि मनुष्यों में सुसमाचार सुनाए,जबकी वह जानता था कि वह इस प्रयोजन निमित्त कष्ट उठाएगा वरन मार डाला भी जाएगा। +* क्रूस पर यीशु की मृत्यु परम अर्घ था क्योंकि हमारे पापों के कारण क्रूस पर उसका लहू उंडेला गया था। ## अनुवाद के सुझाव: -* इसका अनुवाद हो सकता है “दाखमधु उण्डेलना” -* पौलुस कहता है कि वह अर्घ के समान उण्डेला जा रहा है तो इसका अनुवाद हो सकता है, “मैं मनुष्यों में परमेश्वर का शुभ सन्देश सुनाने के लिए पूर्णतः समर्पित हूं जैसे दाखमधु को वेदी पर अर्घ करके चढ़ाया जाता है”। +* इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “दाखमधु उण्डेलना” +* पौलुस कहता है कि वह अर्घ के समान उण्डेला जा रहा है तो इसका अनुवाद हो सकता है, “मैं मनुष्यों में परमेश्वर का शुभ सन्देश सुनाने के लिए ठीक वैसे ही पूर्णतः समर्पित हूं जैसे दाखमधु को वेदी पर अर्घ करके चढ़ाया जाता है”। (यह भी देखें: [होमबलि](../other/burntoffering.md), [अन्नबलि](../other/grainoffering.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [निर्गमन 25:28-30](rc://*/tn/help/exo/25/28) +* [निर्गमन 25:29](rc://*/tn/help/exo/25/28) * [यहेजकेल 45:16-17](rc://*/tn/help/ezk/45/16) -* [उत्पत्ति 35:14-15](rc://*/tn/help/gen/35/14) -* [यिर्मयाह 07:16-18](rc://*/tn/help/jer/07/16) -* [गिनती 05:15](rc://*/tn/help/num/05/15) +* [उत्पत्ति 35:14](rc://*/tn/help/gen/35/14) +* [यिर्मयाह 7:16-18](rc://*/tn/help/jer/07/16) +* [गिनती 5:15](rc://*/tn/help/num/05/15) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/other/eagle.md b/bible/other/eagle.md index 03fb9ee..dacd37b 100644 --- a/bible/other/eagle.md +++ b/bible/other/eagle.md @@ -1,12 +1,12 @@ -# उकाब, उकाबों +# उकाब ## परिभाषा: -उकाब एक विशाल पक्षी होता है जो मछली, चूहा, सांप और मुर्गी के बच्चे खाता है। +उकाब एक विशाल पक्षी होता है जो मछली, चूहा, सांप और मुर्गी के बच्चे जैसे छोटे जीव जंतु खाता है। -* बाइबल में सेना की गति और बल की तुलना उकाब की झपटने की फुर्ती से की गई है। +* बाइबल में सेना की गति और बल की तुलना शिकार पर उकाब के झपटने की फुर्ती से की गई है। * यशायाह कहता है कि परमेश्वर का भय माननेवाले उकाब के समान हवा से बातें करेंगे। यह एक रूपक है जिसका अर्थ है परमेश्वर में विश्वास करने और उसकी आज्ञाओं को मानने से स्वतंत्रता और शक्ति प्राप्त होती है। -* दानिय्येल की पुस्तक में राजा नबूकदनेस्सर के बालों की लम्बाई की तुलना उकाब के परों से की गई है, उकाब का पर 50 सेन्टी मीटर से भी लम्बा होता है। +* दानिय्येल की पुस्तक में राजा नबूकदनेस्सर के बालों की लम्बाई की तुलना उकाब के परों से की गई है, उकाब का पर 50 सेन्टी मीटर से भी अधिक लम्बा होता है। (यह भी देखें: [दानिय्येल](../names/daniel.md), [स्वतंत्र](../other/free.md), [नबूकदनेस्सर](../names/nebuchadnezzar.md), [सामर्थ्य](../kt/power.md)) @@ -14,11 +14,11 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [2 शमूएल 01:23-24](rc://*/tn/help/2sa/01/23) -* [दानिय्येल 07:4-5](rc://*/tn/help/dan/07/04) -* [यिर्मयाह 04:13-15](rc://*/tn/help/jer/04/13) +* [2 शमूएल 1:23](rc://*/tn/help/2sa/01/23) +* [दानिय्येल 7:4](rc://*/tn/help/dan/07/04) +* [यिर्मयाह 4:13-15](rc://*/tn/help/jer/04/13) * [लैव्यव्यवस्था 11:13-16](rc://*/tn/help/lev/11/13) -* [प्रका. 04:7-8](rc://*/tn/help/rev/04/07) +* [प्रका. 4:7](rc://*/tn/help/rev/04/07) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/other/family.md b/bible/other/family.md index 3452d11..9d4d725 100644 --- a/bible/other/family.md +++ b/bible/other/family.md @@ -5,9 +5,7 @@ “परिवार” शब्द रक्त संबन्धियों के समूह का संदर्भ देता है, प्रायः माता-पिता और सन्तान। बाइबल में, इस शब्द में अन्य सदस्य भी होते हैं जैसे दादा-दादी, पोता-पोती, चाचा-चाची आदि। * बाइबिल के समय में, आमतौर पर, सबसे बुजुर्ग व्यक्ति एक परिवार का प्रमुख अधिकार होता था। - * परिवार में सेवक, रखेलियाँ और परदेशी भी होते थे। - * कुछ भाषाओं में एक व्यापक शब्द होता है जैसे “कुल” या “कुटुम्ब” जो उन परिप्रेक्षों में अधिक उचित होंगे जहाँ अभिप्राय मात्र माता-पिता और सन्तान से अधिक सदस्यों का हो। * आत्मिकता में संघटित जन जैसे यीशु के विश्वासियों पर परमेश्वर का परिवार ही “घराना” कहलाता था। diff --git a/bible/other/feast.md b/bible/other/feast.md index 286963b..a4e8912 100644 --- a/bible/other/feast.md +++ b/bible/other/feast.md @@ -8,7 +8,6 @@ * परमेश्वर ने यहूदियों को जिन धार्मिक पर्वों को मनाने की आज्ञा दी थी उनमें अधिकतर सहभागिता भोज होते थे। यही कारण है कि उत्सवों को पर्व कहा गया था। * बाइबल के युग में राजा और अन्य धनवान, प्रतिष्ठित जन अपने परिवार या मित्रों का अतिथि सत्कार करने के लिए अधिकतर भोज का आयोजन करते रहते थे। * ऊडा़ऊ पुत्र की कहानी में पिता ने पुत्र के लौट आने के उपलक्ष में विशेष भोज का आयोजन किया था। - * “पर्व मनाना” का अनुवाद हो सकता है, “बहुत अधिक खाना” या “बहुत खाकर उत्सव मनाना” या “विशेष व्यापक भोजन करना।"” * प्रकरण के अनुसार “पर्व” का अनुवाद हो सकता है, “विशाल भोज के साथ उत्सव मनाना” या “नाना विविध व्यंजनों का भोजन करना” या “उत्सव का भोज।” diff --git a/bible/other/festival.md b/bible/other/festival.md index 0c8ebba..617dc7d 100644 --- a/bible/other/festival.md +++ b/bible/other/festival.md @@ -21,11 +21,11 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 इतिहास 23:30-31](rc://*/tn/help/1ch/23/30) -* [2 इतिहास 08:12-13](rc://*/tn/help/2ch/08/12) -* [निर्गमन 05:1-2](rc://*/tn/help/exo/05/01) -* [यूहन्ना 04:43-45](rc://*/tn/help/jhn/04/43) -* [लूका 22:1-2](rc://*/tn/help/luk/22/01) +* [1 इतिहास 23:31](rc://*/tn/help/1ch/23/31) +* [2 इतिहास 8:13](rc://*/tn/help/2ch/08/13) +* [निर्गमन 5:1](rc://*/tn/help/exo/05/01) +* [यूहन्ना 4:45](rc://*/tn/help/jhn/04/45) +* [लूका 22:1](rc://*/tn/help/luk/22/01) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/other/fig.md b/bible/other/fig.md index 574d191..9383f4e 100644 --- a/bible/other/fig.md +++ b/bible/other/fig.md @@ -7,18 +7,18 @@ * अंजीर का पेड़ छः मीटर तक लम्बा हो जाता है और इसके चौड़े पत्तों के कारण पेड़ के नीचे बहुत छाया होती है । इसके फल की लम्बाई 3-5 से.मी. होती है। * आदम और हव्वा ने पाप करने के बाद अंजीर के पत्तों से अपने वस्त्र बनाए थे। * अंजीर का फल खाया जाता है, पकाया जाता है या सुखा कर भी रखा जाता है। लोग उन्हें टुकड़े करके उनकी टिक्कियाँ बनाकर सुखा लेते हैं कि बाद में खाने के काम आए। -* बाइबल के युग में अंजीर खाने के लिए बेचकर पैसा कमाने के लिए महत्त्वपूर्ण थे। +* बाइबल के युग में अंजीर खाने के लिए और बेचकर पैसा कमाने के लिए महत्त्वपूर्ण स्रोत थे। * फलदायक अंजीर के पेड़ की चर्चा बाइबल में बार-बार की गई है। जिसका संदर्भ समृद्धि से है। * यीशु ने भी अनेक बार अंजीर के वृक्षों का उदाहरण देकर आत्मिक सत्यों की व्याख्या की थी। ## बाइबल सन्दर्भ: -* [हबक्कूक 03:17](rc://*/tn/help/hab/03/17) -* [याकूब 03:11-12](rc://*/tn/help/jas/03/11) -* [लूका 13:6-7](rc://*/tn/help/luk/13/06) -* [मरकुस 11:13-14](rc://*/tn/help/mrk/11/13) -* [मत्ती 07:15-17](rc://*/tn/help/mat/07/15) -* [मत्ती 21:18-19](rc://*/tn/help/mat/21/18) +* [हबक्कूक 3:17](rc://*/tn/help/hab/03/17) +* [याकूब 3:12](rc://*/tn/help/jas/03/12) +* [लूका 13:7](rc://*/tn/help/luk/13/07) +* [मरकुस 11:14](rc://*/tn/help/mrk/11/14) +* [मत्ती 7:17](rc://*/tn/help/mat/07/17) +* [मत्ती 21:18](rc://*/tn/help/mat/21/18) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/other/fir.md b/bible/other/fir.md index dac63a7..0212365 100644 --- a/bible/other/fir.md +++ b/bible/other/fir.md @@ -3,7 +3,6 @@ ## परिभाषा: * “सनौबर” एक सदाबहार वृक्ष है जिसमें शंकुओं के अन्दर बीज होते है। - * इन वृक्षों की सदाबहार वृक्ष भी कहते हैं। * प्राचीन युग में सनोवर की लकड़ी संगीतवाद्यों को बनाने में तथा नाव, घर एवं मन्दिर बनाने के लिए प्रयोग किया जाता था। * बाइबल में इस प्रजाति के वृक्षों के नाम है, चीड़, देवदारू, सनौबर, और सदाबहार वृक्ष। diff --git a/bible/other/fire.md b/bible/other/fire.md index 4472db5..8be9ba2 100644 --- a/bible/other/fire.md +++ b/bible/other/fire.md @@ -1,28 +1,29 @@ -# आग, आग, लुकटियों, करछों, चिमनियों, भट्ठा, अंगीठियाँ +# आग, लुकटियों, अग्निपात्र, भट्ठा, अंगीठियाँ ## परिभाषा: -आग, किसी वस्तु के जलने पर उत्पन्न ऊष्मा, प्रकाश और लौ। +आग: किसी वस्तु के जलाने पर उत्पन्न ऊष्मा, प्रकाश और लौ। * लकड़ी आग में जलकर राख हो जाती है। +* आंधी के परिप्रेक्ष्य में आग का सन्दर्भ बिजली से भी होता है या स्वर्ग की अग्नि से। * शब्द“आग” को प्रतीकात्मक रूप में भी काम में लिया गया है, जिसका संदर्भ प्रायः दण्ड और शोधन से है। -* अविश्वासियों का अन्तिम दण्ड नरक की आग में डाला जाता है। -* आग सोने और अन्य धातुओं का शोधन करती है। बाइबल में इस शोधन प्रक्रिया को परमेश्वर द्वारा विपरीत परिस्थितियों से मनुष्य के शोधन को दर्शाने के लिए काम में लिया गया है। -* “आग से बपतिस्मा देना” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है “शुद्ध करने के लिए कष्ट उठाने के लिए बाध्य करना।” +* अविश्वासियों का अन्तिम दण्ड नरक की आग में डाला जाना है। +* आग सोने और अन्य धातुओं का शोधन करती है। बाइबल में इस शोधन प्रक्रिया को परमेश्वर द्वारा मनुष्य की जीवन में कठिन परिस्थितियों द्वारा उसके शोधन को दर्शाने के लिए काम में लिया गया है। +* “आग से बपतिस्मा देना” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है “शुद्ध होने के लिए कष्ट उठाने विवश होना।” (यह भी देखें: [शुद्ध](../kt/purify.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: * [1 राजा 16:18-20](rc://*/tn/help/1ki/16/18) -* [2 राजा 01:9-10](rc://*/tn/help/2ki/01/09) -* [2 थिस्सलुनीकियों 01:6-8](rc://*/tn/help/2th/01/06) -* [प्रे.का. 07:29-30](rc://*/tn/help/act/07/29) -* [यूहन्ना 15:5-7](rc://*/tn/help/jhn/15/05) -* [लूका 03:15-16](rc://*/tn/help/luk/03/15) -* [मत्ती 03:10-12](rc://*/tn/help/mat/03/10) -* [नहेम्याह 01:3](rc://*/tn/help/neh/01/03) +* [2 राजा 1:10](rc://*/tn/help/2ki/01/10) +* [2 थिस्सलुनीकियों 1:8](rc://*/tn/help/2th/01/08) +* [प्रे.का. 7:29-30](rc://*/tn/help/act/07/29) +* [यूहन्ना 15:6](rc://*/tn/help/jhn/15/06) +* [लूका 3:16](rc://*/tn/help/luk/03/16) +* [मत्ती 3:12](rc://*/tn/help/mat/03/12) +* [नहेम्याह 1:3](rc://*/tn/help/neh/01/03) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H215, H217, H398, H784, H800, H801, H1197, H1200, H1513, H2734, H3341, H3857, H4071, H4168, H5135, H6315, H8316, G439, G440, G1067, G2741, G4442, G4443, G4447, G4448, G4451, G5394, G5457 +* Strong's: H0215, H0217, H0398, H0784, H0800, H0801, H1197, H1200, H1513, H2734, H3341, H3857, H4071, H4168, H5135, H6315, H8316, G439, G440, G1067, G2741, G4442, G4443, G4447, G4448, G4451, G5394, G5457 diff --git a/bible/other/firstborn.md b/bible/other/firstborn.md index 6bbe84c..3feaeeb 100644 --- a/bible/other/firstborn.md +++ b/bible/other/firstborn.md @@ -2,31 +2,31 @@ ## परिभाषा: -“पहलौठे” शब्द मनुष्य या पशु के सबसे पहले बच्चे को कहते हैं। +“पहलौठे” शब्द मनुष्य या पशु के सब बच्चों में सबसे पहले जन्मे बच्चे को कहते हैं। * बाइबल में “पहलौठे” का संदर्भ सबसे पहले जन्म लेनेवाले पुत्र से है। * बाइबल के युग में सबसे पहले जन्म लेने वाले पुत्र को प्रमुख स्थान दिया जाता था और माता-पिता की सम्पदा में से अन्य पुत्रों की तुलना में दो गुणा भाग दिया जाता था। -* परमेश्वर के लिए जिस पशु की बली चढ़ाई जाती थी वह पहला नर बच्चा होता था। +* परमेश्वर के लिए जिस पशु की बली चढ़ाई जाती थी वह पशु का पहला नर बच्चा होता था। * इसका उपयोग रूपक स्वरूप भी किया जा सकता है। उदाहरणार्थ, इस्राएल जाति को परमेश्वर का पहलौठा कहा गया है क्योंकि परमेश्वर ने उसे अन्य जातियों की तुलना में विशेष सौभाग्य प्रदान किए हैं। -* परमेश्वर का पुत्र यीशु को पहिलौठा कहा गया है, उसके महत्व और सब मनुष्यों पर उसके अधिकार के कारण। +* परमेश्वर के पुत्र, यीशु को पहिलौठा कहा गया है, उसके महत्व और सब मनुष्यों पर उसके अधिकार के कारण। ## अनुवाद के सुझाव: * यदि पहलौठा अभिलेख में अकेला शब्द है तो इसका अनुवाद हो सकता है, “पहलौठा पुरुष” या “पहलौठा पुत्र” क्योंकि इसका अभिप्राय यही है। (देखें: [ग्रहण ज्ञान और अंतर्निहित सूचना](rc://*/ta/man/translate/figs-explicit)) * इस शब्द के अनुवाद हो सकते हैं, “बेटा जो पहले पैदा हुआ” या “सबसे बड़ा बेटा” या “पहला बेटा”। -* प्रतीकात्मक उपयोग में यीशु, एक शब्द या वाक्यांश के साथ अनुवाद किया जा सकता है जिसका अर्थ है "पुत्र जो सब कुछ पर अधिकार रखता है" या "पुत्र, जो सम्मान में पहला है।" -* सावधान: सुनिश्चित करें कि यीशु शब्द का अनुवाद ऐसा न लगे कि वह बनाया गया था। +* यीशु के लिए लाक्षणिक प्रयोग में इसका अनुवाद, एक ऐसे शब्द या वाक्यांश द्वारा किया जा सकता है जिसका अर्थ हो, "पुत्र जो सब कुछ पर अधिकार रखता है" या "पुत्र, जो सम्मान में पहला है।" +* सावधान: सुनिश्चित करें कि यीशु के सन्दर्भ में इस शब्द के अनुवाद से ऐसा न लगे कि वह सृजा गया था। -(यह भी देखें: [अधिकारी होना](../kt/inherit.md), [बलिदान](../other/sacrifice.md), [पुत्र](../kt/son.md)) +(यह भी देखें: [अधिकारी होना](../kt/inherit.md), [बलि](../other/sacrifice.md), [पुत्र](../kt/son.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [कुलुस्सियों 01: 15-17](rc://*/tn/help/col/01/15) -* [उत्पत्ति 04:3-5](rc://*/tn/help/gen/04/03) +* [कुलुस्सियों 1: 15](rc://*/tn/help/col/01/15) +* [उत्पत्ति 4:3-5](rc://*/tn/help/gen/04/03) * [उत्पत्ति 29:26-27](rc://*/tn/help/gen/29/26) -* [उत्पत्ति 43:32-34](rc://*/tn/help/gen/43/32) -* [लूका 02:6-7](rc://*/tn/help/luk/02/06) -* [प्रकाशितवाक्य 01:4-6](rc://*/tn/help/rev/01/04) +* [उत्पत्ति 43:33](rc://*/tn/help/gen/43/33) +* [लूका 2:6-7](rc://*/tn/help/luk/02/06) +* [प्रकाशितवाक्य 1:5](rc://*/tn/help/rev/01/05) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/other/firstfruit.md b/bible/other/firstfruit.md index dc9a5f0..91d23d7 100644 --- a/bible/other/firstfruit.md +++ b/bible/other/firstfruit.md @@ -2,28 +2,28 @@ ## परिभाषा: -“पहली उपज” अर्थात मौसम के फल और सब्जियों की पहली फसल का एक अंश। +“पहली उपज” अर्थात प्रत्येक मौसम के फल और सब्जियों की पहली फसल का एक अंश। -* इस्राएली परमेश्वर के लिए ये पहले फल भेंट-स्वरूप लाते थे। +* इस्राएली परमेश्वर के लिए ये पहले फल आत्मत्याग की भेंट-स्वरूप लाते थे। * बाइबल में इस उक्ति का उपयोग प्रतीकात्मक रूप में भी किया जाता है, पहलौठा पुत्र परिवार का पहला फल है। क्योंकि वह परिवार में जन्म लेने वाला पहला पुत्र है, वह परिवार का नाम और सम्मान वाहक है। -* यीशु मृतकों में से जी उठा इसलिए वह यीशु के सब विश्वासियों में पहला फल है क्योंकि वे भी एक दिन मृतकों में से जी उठेंगे। -* यीशु के विश्वासियों को भी सृष्टि का “पहली उपज” कहा गया है, यीशु ने जिनका उद्धार किया और अपने लोग होने के लिए बुलाया है उनके विशेष सौभाग्य और पद को दर्शाता है। +* यीशु मृतकों में से जी उठा इसलिए वह अपने सब विश्वासियों में पहला फल है क्योंकि वे भी एक दिन मृतकों में से जी उठेंगे। +* यीशु के विश्वासियों को सम्पूर्ण सृष्टि की “पहली उपज” कहा गया है, यीशु ने जिनका उद्धार किया और अपने लोग होने के लिए बुलाया है उनके विशेष सौभाग्य और पद को इसके द्वारा दर्शाया गया है। ## अनुवाद के सुझाव: * इस उक्ति के यर्थाथ उपयोग का अनुवाद “प्रथम अंश(फसल का)” या "फसल का पहला हिस्सा" किया जा सकता है। -* यदि संभव हो तो, अलग-अलग संदर्भों में अलग-अलग अर्थों की अनुमति देने के लिए, लाक्षणिक उपयोगों का शाब्दिक अनुवाद किया जाना चाहिए। यह शाब्दिक अर्थ और अलंकारिक उपयोगों के बीच के संबंध को भी दिखाएगा। +* यदि संभव हो तो, अलग-अलग संदर्भों में अलग-अलग अर्थों दर्शाने के लिए, लाक्षणिक उपयोगों का शाब्दिक अनुवाद ही किया जाना चाहिए। यह शाब्दिक अर्थ और आलंकारिक उपयोगों के बीच के संबंध को भी दिखाएगा। (यह भी देखें: [पहलौठा](../other/firstborn.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: * [2 इतिहास 31:4-5](rc://*/tn/help/2ch/31/04) -* [2 थिस्सलुनीकियों 02:13-15](rc://*/tn/help/2th/02/13) +* [2 थिस्सलुनीकियों 2:13](rc://*/tn/help/2th/02/13) * [निर्गमन 23:16-17](rc://*/tn/help/exo/23/16) -* [याकूब 01:17-18](rc://*/tn/help/jas/01/17) -* [यिर्मयाह 02:1-3](rc://*/tn/help/jer/02/01) -* [भजन संहिता 105:34-36](rc://*/tn/help/psa/105/034) +* [याकूब 1:18](rc://*/tn/help/jas/01/18) +* [यिर्मयाह 2:3](rc://*/tn/help/jer/02/03) +* [भजन संहिता 105:36](rc://*/tn/help/psa/105/036) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/other/frankincense.md b/bible/other/frankincense.md index a6fd289..82749b2 100644 --- a/bible/other/frankincense.md +++ b/bible/other/frankincense.md @@ -5,17 +5,17 @@ लोबान पेड़ के रस से बना एक सुगंधित द्रव्य है। इससे इत्र और धूप बनाए जाते थे। * बाइबल के युग में शवों को दफन के लिए तैयार करने में लोबान एक अत्यधिक महत्वपूर्ण द्रव्य था। -* यह पदार्थ चंगाई और शक्ति देने के गुणों के लिए मान्यता रखता है। -* जब ज्योतिषी बालक यीशु से भेंट करने पूर्व से चलकर बैतलहम आए थे तब जो उपहार वे लाए थे उनमें लोबान भी था। +* यह पदार्थ चंगाई और शान्ति देने के गुणों के लिए मान्यता रखता है। +* जब ज्योतिषी बालक यीशु से भेंट करने पूर्व से चलकर बैतलहम आए थे तब जो तीन उपहार वे लाए थे उनमें लोबान भी था। (यह भी देखें: [बैतलहम](../names/bethlehem.md), [ज्योतिषी](../other/learnedmen.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 इतिहास 09:28-29](rc://*/tn/help/1ch/09/28) +* [1 इतिहास 9:28-29](rc://*/tn/help/1ch/09/28) * [निर्गमन 30:34-36](rc://*/tn/help/exo/30/34) -* [मत्ती 02:11-12](rc://*/tn/help/mat/02/11) -* [गिनती 05:15](rc://*/tn/help/num/05/15) +* [मत्ती 2:11-12](rc://*/tn/help/mat/02/11) +* [गिनती 5:15](rc://*/tn/help/num/05/15) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/other/freewilloffering.md b/bible/other/freewilloffering.md index 6cbea8e..160c54e 100644 --- a/bible/other/freewilloffering.md +++ b/bible/other/freewilloffering.md @@ -1,4 +1,4 @@ -# स्वेच्छाबलि, स्वेच्छाबलियों +# स्वेच्छाबलि, ## परिभाषा: @@ -7,17 +7,17 @@ * यदि स्वैच्छा बलि में पशु था तो उस पशु में कुछ दोष स्वीकार्य थे क्योंकि वह मनुष्य की अपनी श्रद्धा से थी। * इस्राएली बलि पशु का माँस खाते थे जो पर्व का उत्सव था। * स्वैच्छा बलि इस्राएल के लिए आनन्द का कारण था क्योंकि इसका अर्थ था कि फसल अच्छी हुई है और उनके पास बहुत भोजन सामग्री है -* एज्रा की पुस्तक में एक भिन्न स्वैच्छा बलि है जो मन्दिर के पुनः निर्माण के लिए चढ़ाई गई थी। इस चढ़ावे में सोना-चाँदी तथा सोने चाँदी के पात्र थे। +* एज्रा की पुस्तक में एक भिन्न स्वैच्छा बलि का वर्णन है जो मन्दिर के पुनः निर्माण के लिए चढ़ाई गई थी। इस चढ़ावे में सोना-चाँदी मुद्राएं तथा सोने चाँदी के कटोरे एवं अन्य पात्र थे। (यह भी देखें: [होमबलि](../other/burntoffering.md), [एज्रा](../names/ezra.md), [पर्व](../other/feast.md), [अन्नबलि](../other/grainoffering.md), [दोषबलि](../other/guiltoffering.md), [व्यवस्था](../kt/lawofmoses.md), [पाप बलि](../other/sinoffering.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 इतिहास 29:6-7](rc://*/tn/help/1ch/29/06) +* [1 इतिहास 29:6](rc://*/tn/help/1ch/29/06) * [2 इतिहास 35:7-9](rc://*/tn/help/2ch/35/07) * [व्यवस्थाविवरण 12:17](rc://*/tn/help/deu/12/17) * [निर्गमन 36:2-4](rc://*/tn/help/exo/36/02) -* [लैव्यव्यवस्था 07:15-16](rc://*/tn/help/lev/07/15) +* [लैव्यव्यवस्था 7:15-16](rc://*/tn/help/lev/07/15) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/other/gate.md b/bible/other/gate.md index 456ef7f..0764761 100644 --- a/bible/other/gate.md +++ b/bible/other/gate.md @@ -5,11 +5,8 @@ “फाटक” किसी बाढ़े में या दीवार में जो नगर या घर के चारों ओर से उसमें चूल पर लगी एक बाधा होती है। “बेड़ों” फाटक को बन्द करने के लिए लकड़ी या धातु की सांकल। * नगर के फाटकों को खोला जाता था कि मनुष्य, पशु और सामानवाहक नगर में आ सकें और नगर से जा सकें। - * नगर को सुरक्षित रखने के लिए शहरपनाह और फाटक बहुत मोटे होते थे। फाटकों को सांकलों से बन्द किया जाता था कि शत्रु की सेना का नगर प्रवेश रोका जाए। - * फाटकों के लिए "बेड़ों" एक लकड़ी या धातु की पट्टी को संदर्भित करता है जिसे जगह में ले जाया जा सकता है ताकि फाटक बाहर से नहीं खुल सकें। - * बाइबल के समय में, नगर का फाटक नगर का समाचार एवं सामाजिक केन्द्र होता था। वहां व्यापारिक विनिमय एवं न्याय भी किया जाता था क्योंकि शहरपनाह के मोटे होने के कारण वहां धूप से बचने के लिए पर्याप्त ठंडी छांव होती थी। नागरिकों को उसकी छांव में बैठना मनभावन लगता था कि वहां बैठकर न्याय करें या व्यापार करें। ## अनुवाद के सुझाव: diff --git a/bible/other/gird.md b/bible/other/gird.md index 46f68ac..49add3e 100644 --- a/bible/other/gird.md +++ b/bible/other/gird.md @@ -1,21 +1,21 @@ -# बाँधे, बांधा हुआ +# कमर कसना, कमर कसी, लापता, बांधा हुआ, कटीबन्ध, कटिबन्ध कसना, कटिबन्ध बाँधना ## परिभाषा: -“बाँधे” अर्थात किसी वस्तु पर कुछ बान्धना। इसका अर्थ प्रायः बागा की कमर पर पट्टा बान्धना होता है कि वह अपने स्थान पर रहे। +“बाँधना” अर्थात किसी वस्तु पर कुछ बान्धना। इसका अर्थ प्रायः बागा की कमर पर पट्टा बान्धना होता है कि वह अपने स्थान पर रहे। * “कमर कसना” अर्थात वस्त्र का नीचे का भाग उठाकर कमर में बांधना कि मनुष्य आसानी से काम कर पाए। * इस मुहावरे का अर्थ है "काम करने के लिए तैयार होना" या कठिन काम करने की तैयारी करना। -* “कमर कसना” के अनुवाद में लक्षित भाषा के समानार्थक उक्ति काम में ली जा सकती है। या इसका सरल अनुवाद भी किया जा सकता है, “कार्य करने के लिए तैयार होना” या “तैयार हो जाना।” +* “कमर कस लो” के अनुवाद में लक्षित भाषा की समानार्थक उक्ति काम में ली जा सकती है। या इसका लाक्षणिक अनुवाद भी किया जासकता है, “कार्य करने के लिए तैयार हो जाओ” या “तैयार हो जाओ।” * “लिपटा हुआ” अर्थात “चारों ओर लपेटा हुआ” या “घिरा हुआ” या “बन्धा हुआ” (यह भी देखें: [कमर](../other/loins.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 पतरस 01:13-14](rc://*/tn/help/1pe/01/13) -* [अय्यूब 38:1-3](rc://*/tn/help/job/38/01) +* [1 पतरस 1:13](rc://*/tn/help/1pe/01/13) +* [अय्यूब 38:3](rc://*/tn/help/job/38/03) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H247, H640, H2290, H2296, H8151, G328, G1241, G2224, G4024 +* Strong's: H640, H247, H2290, H2296, H8151, G328, G1241, G2224, G4024 diff --git a/bible/other/goat.md b/bible/other/goat.md index 9e785b4..72b6846 100644 --- a/bible/other/goat.md +++ b/bible/other/goat.md @@ -1,4 +1,4 @@ -# बकरा, बकरियों, बकरियों की खालें, scapegoat, बच्चे +# बकरा-बकरियाँ, बकरियों की खालें, अजाजेल बकरा, बकरी का बच्चा ## परिभाषा: @@ -14,17 +14,17 @@ * पुराने और नये नियम दोनों में बकरी शब्द को अधर्मियों के प्रतीक स्वरूप काम में लिया गया है, संभवतः रखवाले से दूर भागने के उनके स्वभाव के कारण। * इस्राएली बकरे को पाप वाहक के प्रतीक स्वरूप काम में लेते थे। एक बकरे की बलि चढ़ाने के बाद याजक दूसरे बकरे के सिर पर हाथ रखकर उसे रेगिस्तान में भेज देता था जो मनुष्यों का पाप उठा ले जाने वाले का प्रतीक था। -(यह भी देखें: [झुण्ड](../other/flock.md), [बलिदान](../other/sacrifice.md), [भेड़](../other/sheep.md), [अधर्मी](../kt/unrighteous.md), [दाखरस](../other/wine.md)) +(यह भी देखें: [झुण्ड](../other/flock.md), [बलि](../other/sacrifice.md), [भेड़](../other/sheep.md), [अधर्मी](../kt/unrighteous.md), [दाखरस](../other/wine.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: * [निर्गमन 12:3-4](rc://*/tn/help/exo/12/03) -* [उत्पत्ति 30:31-32](rc://*/tn/help/gen/30/31) -* [उत्पत्ति 31:10-11](rc://*/tn/help/gen/31/10) -* [उत्पत्ति 37:31-33](rc://*/tn/help/gen/37/31) -* [लैव्यव्यवस्था 03:12-14](rc://*/tn/help/lev/03/12) -* [मत्ती 25:31-33](rc://*/tn/help/mat/25/31) +* [उत्पत्ति 30:32](rc://*/tn/help/gen/30/31) +* [उत्पत्ति 31:10](rc://*/tn/help/gen/31/10) +* [उत्पत्ति 37:31](rc://*/tn/help/gen/37/31) +* [लैव्यव्यवस्था 3:12-14](rc://*/tn/help/lev/03/12) +* [मत्ती 25:33](rc://*/tn/help/mat/25/31) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H689, H1423, H1429, H1601, H3277, H3629, H5795, H5796, H6260, H6629, H6842, H6939, H7716, H8163, H8166, H8495, G122, G2055, G2056, G5131 +* Strong's: H689, H1423, H1429, H3277, H3629, H5795, H5796, H6260, H6629, H6842, H7716, H8163, H8166, H8495, G122, G2055, G2056, G5131 diff --git a/bible/other/grainoffering.md b/bible/other/grainoffering.md index 2b68b14..8261257 100644 --- a/bible/other/grainoffering.md +++ b/bible/other/grainoffering.md @@ -2,7 +2,7 @@ ## परिभाषा: -अन्नबलि परमेश्वर को चढ़ाई जानेवाली गेहूं या जौ के आटे की भेंट थी जो होमबलि के बाद चढ़ाई जाती थी। +अन्नबलि परमेश्वर को चढ़ाई जानेवाली गेहूं या जौ के आटे की भेंट थी जो प्रायः होमबलि के बाद चढ़ाई जाती थी। * अन्नबलि के लिए काम में लिया गया अन्न बारीक पिसा हुआ होना था। कभी-कभी उसे पका कर भी भेंट चढ़ाई जाती थी और कभी कच्चा भी चढ़ाया जाता था। * अन्न के आटे में तेल और नमक मिलाया जाता था परन्तु खमीर और शहद वर्जित था। @@ -14,8 +14,8 @@ * [1 इतिहास 23:27-29](rc://*/tn/help/1ch/23/27) * [निर्गमन 29:41-42](rc://*/tn/help/exo/29/41) -* [न्यायियों 13:19-20](rc://*/tn/help/jdg/13/19) -* [लैव्यव्यवस्था 02:1-3](rc://*/tn/help/lev/02/01) +* [न्यायियों 13:19](rc://*/tn/help/jdg/13/19) +* [लैव्यव्यवस्था 2:2](rc://*/tn/help/lev/02/02) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/other/grape.md b/bible/other/grape.md index 95e5ea8..fe227a7 100644 --- a/bible/other/grape.md +++ b/bible/other/grape.md @@ -5,8 +5,8 @@ अंगूर (दाख) एक छोटा चिकना गोल फल होता है जो दाखलता में गुच्छों में उगता है। अंगूर का रस मदिरा बनाने के काम में आता है। * अंगूर विभिन्न रंग के होते हैं, जैसे हरे, काले और लाल। -* प्रत्येक अंगूर का आकार एक से तीन सेंटी मीटर का होता है। -* अंगूर के बगीचों को दाख की बारी कहते हैं। दाख की बारी में दाखलताओं की लम्बी कतारें होती हैं। +* एक अंगूर का आकार एक से तीन सेंटी मीटर का होता है। +* अंगूर के बगीचे लगाए जाते हैं जिन्हें दाख की बारी कहते हैं। दाख की बारी में दाखलताओं की लम्बी कतारें होती हैं। * बाइबल के युग में अंगूर एक महत्वपूर्ण भोज्य पदार्थ था और दाख की बारी समृद्धि का प्रतीक था। * अंगूरों को सड़ने से बचाने के लिए उन्हें सुखा लिया जाता है। * सूखे अंगूर किशमिश कहलाते है जिन्हें केक बनाने में काम में लिया जाता है। * यीशु ने अपने शिष्यों को परमेश्वर के राज्य की शिक्षा देने के लिए दाख की बारी का उदाहरण दिया था। @@ -15,13 +15,13 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [व्यवस्थाविवरण 23:24-25](rc://*/tn/help/deu/23/24) -* [होशे 09:10](rc://*/tn/help/hos/09/10) -* [अय्यूब 15:31-33](rc://*/tn/help/job/15/31) -* [लूका 06:43-44](rc://*/tn/help/luk/06/43) -* [मत्ती 07:15-17](rc://*/tn/help/mat/07/15) -* [मत्ती 21:33-34](rc://*/tn/help/mat/21/33) +* [व्यवस्थाविवरण 23:24](rc://*/tn/help/deu/23/24) +* [होशे 9:10](rc://*/tn/help/hos/09/10) +* [अय्यूब 15:33](rc://*/tn/help/job/15/33) +* [लूका 6:43-44](rc://*/tn/help/luk/06/43) +* [मत्ती 7:15-17](rc://*/tn/help/mat/07/15) +* [मत्ती 21:33](rc://*/tn/help/mat/21/33) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H811, H891, H1154, H1155, H1210, H2490, H3196, H5563, H5955, H6025, H6528, G288, G4718 +* Strong's: H811, H891, H1154, H1155, H1210, H3196, H5955, H6025, H6528, G288, G4718 diff --git a/bible/other/hand.md b/bible/other/hand.md index ecd5a56..2afba40 100644 --- a/bible/other/hand.md +++ b/bible/other/hand.md @@ -6,22 +6,13 @@ "हाथ" शब्द के विभिन्न उपयोगों में निम्नलिखित शामिल हैं: -​ - * “हाथ” को बाइबल में विभिन्न प्रतीकात्मक रूपों में काम में लिया गया है जैसे परमेश्वर कहता है, “क्या मैंने अपने हाथों से यह सब नहीं बनाया?” ( देखें: [लक्षणालंकार](rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy)) - * “पकड़वाया जाएगा” या “हाथों में कर दिया जाएगा” का अर्थ है किसी के नियंत्रण या अधिकार में किसी को देना। - * “दाहिने हाथ” अर्थात “पाश्र्व में दाहिनी ओर” या “सीधे हाथ की ओर” - * “हाथ डालना” का अर्थ है "हानि करना"। "किसी के हाथ से बचाने" का अर्थ है किसी व्यक्ति को किसी अन्य व्यक्ति द्वारा नुकसान पहुंचाने से रोकना। - * किसी के “हाथों से” अर्थात उस व्यक्ति “द्वारा” या “माध्यम” से किया गया। उदाहरणार्थ, “परमेश्वर के हाथों की” अर्थात परमेश्वर ने किया कि हो जाए। - * "हाथ में" या "हाथ में देने" जैसी अभिव्यक्तियाँ किसी को किसी अन्य के नियंत्रण या शक्ति के अधीन होने के लिए संदर्भित करती हैं। - * “हाथों के रखने” अर्थात किसी को परमेश्वर की सेवा में समर्पित करने के लिए या चंगाई की प्रार्थना करने के लिए। - * पौलुस कहता है, “पौलुस का अपने हाथ से लिखा हुआ” अर्थात पत्र का वह अंश उसके द्वारा लिखा गया है न कि बोलकर किसी से लिखाया गया। ## अनुवाद के सुझाव diff --git a/bible/other/hard.md b/bible/other/hard.md index 14bdfc1..dd8add0 100644 --- a/bible/other/hard.md +++ b/bible/other/hard.md @@ -3,7 +3,6 @@ ## परिभाषा: * “कठिन” शब्द के अर्थ प्रकरण के अनुसार अनेक हैं। यह शब्द प्रायः किसी कठिन अनवरत या हठीली बात का वर्णन करता है। - * “कठोर हृदय” “हठीला” उन लोगों के संदर्भ में है जो हठ करके पश्चाताप नहीं करते। यह अभिव्यक्ति उन लोगों का वर्णन करती है जो परमेश्वर की आज्ञा न मानने का हठ करते हैं। * प्रतीकात्मक अभिव्यक्ति “हृदयों की कठोरता” और “उनके हृदयों की कठोरता” का संदर्भ भी हठीली अवज्ञा से है। * किसी का हृदय “कठोर” है तो इसका अर्थ है कि ऐसा मनुष्य आज्ञा मानने से इन्कार करता है और मन फिराव नहीं करने का हठ करता है। diff --git a/bible/other/harp.md b/bible/other/harp.md index 58084ae..2889c49 100644 --- a/bible/other/harp.md +++ b/bible/other/harp.md @@ -1,24 +1,24 @@ -# वीणा, वीणाओं, बजानेवाला, वीणा बजानेवाले +# वीणा, वीणाओं, वीणा बजानेवाला ## परिभाषा: -* वीणा, एक तारवाला वाद्य यन्त्र होता था। +वीणा, एक तारवाला वाद्य यन्त्र होता था जिसकी बड़ी चौखट में तार लागे होते थे। -* बाइबल में चीड़ की लकड़ी से वीणा एवं अन्य वाद्ययंत्र बनाए जाते थे। -* वीणा हाथ में उठाकर चलते हुए बजाया जाता था। -* बाइबल में वीणा परमेश्वर की स्तुति एवं उपासना में बजाई जाती थी। -* दाऊद के अनेक भजन वीणा के संगीत पर रचे गए थे। +* बाइबल के युग में सनौवर की लकड़ी से वीणा एवं अन्य वाद्ययंत्र बनाए जाते थे। +* वीणा हाथ में उठाकर चलते हुए बजाई जाती थी। +* बाइबल में अनेक उदाहरणों में वीणा परमेश्वर की स्तुति एवं उपासना में बजाई जाती थी। +* दाऊद के अनेक भजन लिखे जो वीणा के संगीत पर रचे गए थे। * वह राजा शाऊल की परेशान आत्मा को शान्ति देने के लिए भी वीणा बजाता था। -(यह भी देखें: [दाऊद](../names/david.md), [सनौबर](../other/fir.md), [भजन](../kt/psalm.md), [शाऊल (पुराना नियम)](../names/saul.md)) +(यह भी देखें: [दाऊद](../names/david.md), [सनौव्र](../other/fir.md)र, [भजन](../kt/psalm.md), [शाऊल (पुराना नियम)](../names/saul.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: * [1 इतिहास 15:16-18](rc://*/tn/help/1ch/15/16) -* [आमोस 05:23-24](rc://*/tn/help/amo/05/23) -* [दानिय्येल 03:3-5](rc://*/tn/help/dan/03/03) -* [भजन संहिता 033:1-3](rc://*/tn/help/psa/033/001) -* [प्रकाशितवाक्य 05:8](rc://*/tn/help/rev/05/08) +* [आमोस 5:23-24](rc://*/tn/help/amo/05/23) +* [दानिय्येल 3:3-5](rc://*/tn/help/dan/03/05) +* [भजन संहिता 33:1-3](rc://*/tn/help/psa/033/001) +* [प्रकाशितवाक्य 5:8](rc://*/tn/help/rev/05/08) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/other/head.md b/bible/other/head.md index 3e50ec2..294a1e0 100644 --- a/bible/other/head.md +++ b/bible/other/head.md @@ -7,13 +7,9 @@ बाइबल में “सिर” शब्द को विभिन्न प्रतीकात्मक रूपों में काम में लिया गया है। * “उसके सिर पर उस्तरा न चलाया जाए” अर्थात “वह न तो कभी अपने बाल कटवाए और न ही कभी दाढ़ी बनवाए।” - * “इसका खून उसके सिर पर हो” अर्थात उसकी हत्या का उत्तरदायी यही मनुष्य हो और दण्ड पाए। - * अभिव्यक्ति “गेहूं का सिर” अर्थात गेहूं या जौ के पौधे का वह ऊपरी भाग को संदर्भित करता है जिसमें बीज होते हैं। इसी तरह, अभिव्यक्ति "एक पर्वत का सिर" पर्वत के शीर्ष भाग को संदर्भित करता है। - * “सिर” का अर्थ कभी-कभी किसी बात के आरंभिक चरण या स्रोत से होता है जैसे, “मार्ग का सिर (आरंभ)” - * इस शब्द का उपयोग मनुष्यों पर अधिकार रखने वाले के लिए किया गया है। “तूने मुझे जाति-जाति का सिर बनाया है।” इसका अनुवाद हो सकता हैः "तू ने मुझे राजा बनाया है" या “तूने मुझे…. पर अधिकार दिया है।" ## अनुवाद के सुझाव diff --git a/bible/other/horn.md b/bible/other/horn.md index d7df9a7..04522f1 100644 --- a/bible/other/horn.md +++ b/bible/other/horn.md @@ -1,12 +1,12 @@ # सींग, सींगों, सींग वाले -## तथ्य: +## तथ्य -सींग, अनेक पशुओं के सिर पर कठोर नुकीले भाग होते हैं, जैसे मवेशी, भेड़, बकरी, हिरण। +सींग, अनेक पशुओं के सिर पर कठोर नुकीले भाग उग आते हैं, जैसे मवेशी, भेड़, बकरी, हिरण आदि। -* भेढ़े(नर भेड़) की सींग से संगीत वाद्य बनाया जाता था, जिसे “नरसिंगा” या “शोफार” कहता है जिसे खास उत्सव जैसे कि धार्मिक पर्वों पर फूंका जाता था। -* परमेश्वर ने इस्राएलियों को आज्ञा दी थी कि धूप जलाने की और पीतल की वेदियों के चारों कोनों पर सींग जैसी रचना करें। यद्यपि इन रचनाओं को सींग कहते थे, वे वास्तव में पशुओं के सींग नहीं थे। -* सींग कभी-कभी पानी या तेल के पात्र को भी कहा जाता था जिसका आकार सींग जैसा होता था। तेल का ऐसा सींग रूपक पात्र राजा के अभिषेक में काम आता था जैसे शमूएल ने दाऊद का अभिषेक किया था जब उसने काम में लिया था। +* भेढ़े(नर भेड़) की सींग से संगीत वाद्य बनाया जाता था, जिसे “नरसिंगा” या “शोफार” कहते थे जिसे अवसर विशेष पर फूंका जाता था, जैसे धार्मिक पर्वों पर। +* परमेश्वर ने इस्राएलियों को आज्ञा दी थी कि धूप जलाने की और पीतल की वेदियों के चारों कोनों पर सींग जैसे उभार की रचना करें। यद्यपि इन रचनाओं को "सींग" कहते थे, वे वास्तव में पशुओं के सींग नहीं थे। +* "सींग" शब्द कभी-कभी पानी या तेल के "पात्र" के सन्दर्भ में भी काम में लिया जाता था जिसका आकार सींग जैसा होता था और उसमें जल या तेल रखा जाता था। तेल का ऐसा सींग रूपी पात्र राजा के अभिषेक में काम आता था जैसे शमूएल ने दाऊद का अभिषेक में काम में लिया था। * इस शब्द का अनुवाद तुरही शब्द के अनुवाद से एक सर्वथा भिन्न शब्द द्वारा किया जाना चाहिए। * सींग शब्द का प्रतीकात्मक उपयोग शक्ति, सामर्थ्य, अधिकार और वैभव को दर्शाने के लिए भी काम में लिया गया है। @@ -15,11 +15,11 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: * [1 इतिहास 15:27-28](rc://*/tn/help/1ch/15/27) -* [1 राजा 01:38-40](rc://*/tn/help/1ki/01/38) -* [2 शमूएल 22:3-4](rc://*/tn/help/2sa/22/03) -* [यिर्मयाह 17:1-2](rc://*/tn/help/jer/17/01) -* [भजन संहिता 022:20-21](rc://*/tn/help/psa/022/020) +* [1 राजा 1:39](rc://*/tn/help/1ki/01/39) +* [2 शमूएल 22:3](rc://*/tn/help/2sa/22/03) +* [यिर्मयाह 17:1](rc://*/tn/help/jer/17/01) +* [भजन संहिता 022:21](rc://*/tn/help/psa/022/021) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H2689, H3104, H7160, H7161, H7162, H7782, G2768 +* Strong's: H3104, H7160, H7161, H7162, H7782, G2768 diff --git a/bible/other/horsemen.md b/bible/other/horsemen.md index 736375e..cb752cc 100644 --- a/bible/other/horsemen.md +++ b/bible/other/horsemen.md @@ -1,10 +1,10 @@ -# सवार, सवारों +# घुड़सवार ## परिभाषा: -बाइबल के युग में “सवारों” का अर्थ था युद्ध में घोड़े की सवारी करनेवाला। +बाइबल के युग में “घुड़सवारों” का अर्थ था युद्ध में घोड़े की सवारी करनेवाला। -* रथों पर सवारी करनेवाले योद्धाओं को भी “सवारों” कहते थे। जबकि सवार वास्तव में घोड़े की सवारी करनेवाला होता है। +* रथों पर सवारी करनेवाले योद्धाओं को भी “घुड़सवार” कहते थे। जबकि घुड़सवार वास्तव में घोड़े की सवारी करनेवाला होता है। * इस्राएलियों का मानना था कि युद्ध में घोड़े काम में लेना यहोवा की अपेक्षा अपनी शक्ति पर अधिक भरोसा रखना था, अतः वे अधिक शक्ति पर अधिक भरोसा रखना था, अतः वे अधिक घुड़सवारों को नहीं रखते थे। * इसका अनुवाद “घोड़े के सवार” या “घोड़े पर सवार मनुष्य” हो सकता है। @@ -12,7 +12,7 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 राजा 01:5-6](rc://*/tn/help/1ki/01/05) +* [1 राजा 1:5](rc://*/tn/help/1ki/01/05) * [दानिय्येल 11:40-41](rc://*/tn/help/dan/11/40) * [निर्गमन 14:23-25](rc://*/tn/help/exo/14/23) * [उत्पत्ति 50:7-9](rc://*/tn/help/gen/50/07) diff --git a/bible/other/interpret.md b/bible/other/interpret.md index 94bd0c9..70ef034 100644 --- a/bible/other/interpret.md +++ b/bible/other/interpret.md @@ -1,28 +1,26 @@ -# भेद करना, अनुवाद करना, समझा दिया, व्याख्या, अर्थ बताना, व्याख्याओं, फल का बतानेवाला +# अनुवाद करना, व्याख्या, व्याख्याता ## तथ्य: -“भेद करना” और “अर्थ बताना” का अर्थ है किसी अस्पष्ट बात का अर्थ समझाना। +“व्याख्या करना” और “अर्थ बताना” का अर्थ है किसी अस्पष्ट बात का अर्थ समझना और उसकी व्याख्या करना। -* बाइबल में इन शब्दों का संदर्भ स्वप्नों एवं दर्शनों के अर्थ बताने से है। -* बेबीलोन के राजा ने स्वप्न देखा और वह परेशान हो गया तब परमेश्वर ने दानिय्येल की सहायता की कि वह उसका स्वप्न बताए और उसका अर्थ समझाता। -* स्वप्न का “अर्थ” बताना अर्थात उस स्वप्न का समझाना। -* पुराने नियम में परमेश्वर कभी-कभी स्वप्नों द्वारा मनुष्यों को भविष्य की बातें बताता था। अतः उन स्वप्नों का अर्थ भविष्यद्वाणी होता था। - -“अर्थ बताना” अन्य बातों का भेद समझाना भी होता है, जैसे कि यह पता लगाना कि मौसम कितना ठंडा या गर्म है, कैसी हवा है, और आकाश कैसा दिखता है। - -* “अर्थ बताना” का अनुवाद “अर्थ निर्धारण” या “व्याख्या करना” या “अर्थ समझाना” भी हो सकता है। -* “अर्थ बताना” का अनुवाद “व्याख्या” या “अर्थ निर्धारण” भी हो सकता है। +* बाइबल में इन शब्दों का संदर्भ प्रायः स्वप्नों एवं दर्शनों के अर्थ बताने से है। +* जब बेबीलोन के राजा ने बड़े ही परेस्शान करने वाले स्वप्न देखे थे, तब परमेश्वर ने दानिय्येल की सहायता की कि वह उनका अर्थ समझाए और उनका सन्दर्भ स्पष्ट करे। +* स्वप्न का “अर्थ” बताने का तात्पर्य उस स्वप्न की व्याख्या करने से है। +* पुराने नियम में, परमेश्वर कभी-कभी स्वप्नों द्वारा मनुष्यों को भविष्य की घटनाएं बताता था। अतः उन स्वप्नों का अर्थ भाविश्यद्वानियाँ होता था। +* "व्याख्या" शब्द का सन्दर्भ अन्य बातों के अर्थ का अनुमान लगाना भी हो सकता है, जैसे सर्द या गर्म के आधार पर, वायु प्रवाह के आधार पर, और आकाश को देख कर मौसम का निर्धारण करना। +* "व्याख्या" शब्द के अनुवाद रूप हो सकते हैं: "अर्थ का मान निर्धारण करना या "वर्णन करना" या "अर्थ बताना।" +* "व्याख्या" शब्द का अनुवाद ऐसे भी हो सकता है: "वर्णन करना" या "अर्थ निर्धारान।" (यह भी देखें: [बाबेल](../names/babylon.md), [दानिय्येल](../names/daniel.md), [स्वप्न](../other/dream.md), [भविष्यद्वक्ता](../kt/prophet.md), [दर्शन](../other/vision.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 कुरिन्थियों 12:9-11](rc://*/tn/help/1co/12/09) -* [दानिय्येल 04:4-6](rc://*/tn/help/dan/04/04) +* [1 कुरिन्थियों 12:10](rc://*/tn/help/1co/12/10) +* [दानिय्येल 4:4-6](rc://*/tn/help/dan/04/04) * [उत्पत्ति 40:4-5](rc://*/tn/help/gen/40/04) -* [न्यायियों 07:15-16](rc://*/tn/help/jdg/07/15) -* [लूका 12:54-56](rc://*/tn/help/luk/12/54) +* [न्यायियों 7:15-16](rc://*/tn/help/jdg/07/15) +* [लूका 12:56](rc://*/tn/help/luk/12/56) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/other/joy.md b/bible/other/joy.md index 107276b..3c112f0 100644 --- a/bible/other/joy.md +++ b/bible/other/joy.md @@ -19,7 +19,7 @@ * इसका अनुवाद "बहुत खुश होना" या "बहुत प्रसन्न होना" या "आनन्द से भरा होना" हो सकता है। * जब मरियम ने कहा "मेरा प्राण  मेरे उद्धारकर्ता परमेश्वर को आनन्दित करता है," उसका मतलब था "मेरे उद्धारकर्ता परमेश्वर ने मुझे बहुत आनन्दित किया है" या "मेरे उद्धारकर्ता परमेश्वर ने मेरे लिए जो किया है उसके कारण मुझे बहुत आनन्द हो रहा है।" -\* +* ## अनुवाद के सुझाव: diff --git a/bible/other/judgeposition.md b/bible/other/judgeposition.md index 6bd8745..b43895a 100644 --- a/bible/other/judgeposition.md +++ b/bible/other/judgeposition.md @@ -5,21 +5,21 @@ न्यायी वह व्यक्ति है जो सही और गलत का निर्णय लेता है, विशेष करके व्यवस्था संबन्धित विषयों में जब लोगों में मतभेद हो। * बाइबल में परमेश्वर को अधिकतर एक न्यायी कहा गया है क्योंकि वही एकमात्र सिद्ध न्यायी है जो सही या गलत का अन्तिम निर्णय देता है। -* इस्राएल जब कनान में प्रवेश कर गया और उनके राजाओं से पूर्व परमेश्वर उनके लिए अगुवे नियुक्त करता था कि संकट के समय उनकी अगुआई करे इन अगुओं का न्यायी कहा गया है। ये न्यायी अधिकतर सैनिक अगुवे थे जिन्होंने शत्रु को पराजित करके इस्राएलियों का उद्धार किया था। +* इस्राएल जब कनान में प्रवेश कर गया और उनके राजाओं से पूर्व परमेश्वर उनके लिए अगुवे नियुक्त करता था कि संकट के समय उनकी अगुआई करे इन अगुओं को न्यायी कहा गया है। ये न्यायी अधिकतर सैनिक अगुवे थे जिन्होंने शत्रु को पराजित करके इस्राएलियों का उद्धार किया था। * “न्यायी” को “निर्णय लेने वाला” या “अगुआ” या “मुक्तिदाता” या “अधिपति” कह सकते हैं परन्तु प्रकरण के अनुसार। (यह भी देखें: [हाकिम](../other/governor.md), [न्याय](../kt/judge.md), [व्यवस्था](../kt/lawofmoses.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [2 तीमुथियुस 04:6-8](rc://*/tn/help/2ti/04/06) -* [प्रे.का. 07:26-28](rc://*/tn/help/act/07/26) -* [लूका 11:18-20](rc://*/tn/help/luk/11/18) -* [लूका 12:13-15](rc://*/tn/help/luk/12/13) +* [2 तीमुथियुस 4:8](rc://*/tn/help/2ti/04/08) +* [प्रे.का. 7:27](rc://*/tn/help/act/07/27) +* [लूका 11:19](rc://*/tn/help/luk/11/19) +* [लूका 12:14](rc://*/tn/help/luk/12/14) * [लूका 18:1-2](rc://*/tn/help/luk/18/01) -* [मत्ती 05:25-26](rc://*/tn/help/mat/05/25) -* [रूत 01:1-2](rc://*/tn/help/rut/01/01) +* [मत्ती 05:25](rc://*/tn/help/mat/05/25) +* [रूत 1:1](rc://*/tn/help/rut/01/01) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H148, H430, H1777, H1778, H1779, H1780, H1781, H1782, H2940, H4055, H6414, H6415, H6416, H6417, H6419, H8196, H8199, H8201, G350, G1252, G1348, G2919, G2922, G2923 +* Strong's: H148, H430, H1777, H1778, H1779, H1780, H1781, H1782, H6414, H6415, H6416, H6419, H8199, G350, G1252, G1348, G2919, G2922, G2923 diff --git a/bible/other/king.md b/bible/other/king.md index 1d6402b..81334f8 100644 --- a/bible/other/king.md +++ b/bible/other/king.md @@ -5,13 +5,9 @@ बाइबल में, "राजा" शब्द से अभिप्राय उस व्यक्ति से है जो लोगों के किसी विशेष समूह अर्थात नगर, राज्य या देश (या दोनों) का सर्वोच्च शासक है। * बाइबिल के समय में, आमतौर पर एक राजा को पिछले राजा (ओं) के पारिवारिक संबंध के आधार पर शासन करने के लिए चुना जाता था। राजा के मरणोपरांत उसका जेठा पुत्र ही राजा बनता था। - * बाइबल में परमेश्वर को राजा कहा गया है क्योंकि वह अपने लोगों पर राज करता है।“परमेश्वर का राज्य” अर्थात अपने लोगों पर परमेश्वर का राज। - * नये नियम में यीशु को “यहूदियों का राजा”, “इस्राएल का राजा” और “राजाओं का राजा” कहा गया है। - * इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “सर्वोच्च प्रधान” या “परम अगुआ” या “सत्ताधारी शासक” - * “राजाओं का राजा” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “सब राजाओं पर राज करने वाला राजा” या “सर्वोच्च शासक जिसे सब शासकों पर अधिकार है”। (यह भी देखें: [अधिकार](../kt/authority.md), [हेरोदेस अन्तिपास](../names/herodantipas.md), [राज्य](../other/kingdom.md), [परमेश्वर का राज्य](../kt/kingdomofgod.md)) diff --git a/bible/other/lawful.md b/bible/other/lawful.md index 8a9b418..798e3ea 100644 --- a/bible/other/lawful.md +++ b/bible/other/lawful.md @@ -27,7 +27,6 @@ * इस शब्द को "व्यवस्था के विरुद्ध" एक शब्द या अभिव्यक्ति का उपयोग करके अनुवादित किया जाना चाहिए, जिसका अर्थ है "व्यवस्था की रूप से नहीं" या "व्यवस्था तोडना"। * "व्यवस्था के विरुद्ध" का अनुवाद करने के अन्य तरीके "अनुमति नहीं" या "परमेश्वर के नियमों के अनुसार नहीं" या "हमारे व्यवस्था के अनुरूप नहीं हो सकते हैं।" * अभिव्यक्ति "व्यवस्था के खिलाफ" का समान अर्थ "व्यवस्था के विरुद्ध" है। - * "अधर्म" शब्द का अनुवाद "विद्रोही" या "अवज्ञाकारी" या "नियमों की अवहेलना" के रूप में भी किया जा सकता है। * शब्द "अधर्म" का अनुवाद "किसी भी नियमों का पालन नहीं करना" या "विद्रोह (परमेश्वर के नियमों के खिलाफ)" के रूप में किया जा सकता है। * वाक्यांश "अधर्मी पुरुष" का अनुवाद "उस व्यक्ति के रूप में किया जा सकता है जो किसी भी नियमों का पालन नहीं करता है" या "परमेश्वर के नियमों के खिलाफ विद्रोह करने वाले व्यक्ति "। diff --git a/bible/other/lion.md b/bible/other/lion.md index af39382..67717d9 100644 --- a/bible/other/lion.md +++ b/bible/other/lion.md @@ -1,12 +1,12 @@ -# सिंहों, सिंह, सिंहनी, सिंहनी +# सिंहों, सिंहनी ## परिभाषा: -सिंह एक बड़ी बिल्ली जैसा वन पशु है जिसके दांत और नाखून नुकीले होते। जिससे वह अपना शिकार फाड़ता है। +सिंह एक बड़ी बिल्ली जैसा वन पशु है जिसके दांत और नाखून नुकीले होते। जिससे वह अपना शिकार मारता और फाड़ता है। -* सिंह का शरीर शक्तिशाली होता है और उसकी गति अति तीव्र होती है कि शिकार को पकड़ पाए। उसके रोंए सुनहरे भूरे रंग के होते हैं। -* नर सिंह के गले में बालों का केसर होता है। -* शेर मांसाहारी होते हैं, वे मनुष्य के लिए हिंसक भी होते हैं। +* सिंह का शरीर शक्तिशाली होता है और उसकी गति अति तीव्र होती है कि शिकार को पकड़ पाए। उसके रोंए छोटे और सुनहरे भूरे रंग के होते हैं। +* नर सिंह के गले में चारों ओर बालों का केसर होता है। +* शेर मांसाहारी होते हैं और पशुओं को मारकर खाते हैंवे मनुष्य के लिए हिंसक भी होते हैं। * जब राजा दाऊद बालक था उसने अपनी भेड़ों पर आक्रमण करने वाले सिंहों को मारा था। * शिमशोन ने भी निहत्थे सिंह को मारा था। @@ -17,10 +17,10 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: * [1 इतिहास 11:22-23](rc://*/tn/help/1ch/11/22) -* [1 राजा 07:27-29](rc://*/tn/help/1ki/07/27) -* [नीतिवचन 19:11-12](rc://*/tn/help/pro/19/11) -* [भजन संहिता 017:11-12](rc://*/tn/help/psa/017/011) -* [प्रकाशितवाक्य 05:3-5](rc://*/tn/help/rev/05/03) +* [1 राजा 7:29](rc://*/tn/help/1ki/07/29) +* [नीतिवचन 19:12](rc://*/tn/help/pro/19/12) +* [भजन संहिता 17:12](rc://*/tn/help/psa/017/012) +* [प्रकाशितवाक्य 05:5](rc://*/tn/help/rev/05/05) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/other/loins.md b/bible/other/loins.md index f16467b..560bbed 100644 --- a/bible/other/loins.md +++ b/bible/other/loins.md @@ -1,25 +1,25 @@ -# कमर +# कटी, कमर ## परिभाषा: -“कमर” शरीर का वह भाग है जो पसलियों और नितम्बों के मध्य का भाग है जिसे निचले पेट के रूप में भी जाना जाता है। +“कमर” मनुष्य या पशु के शरीर का वह भाग है जो अंतिम पसली और कूल्हे की हड्डी के मध्य का भाग है जिसे निचले पेट के रूप में भी जाना जाता है। -* “कमर कसना” अर्थात् परिश्रम करने के लिए तैयार हो जाओ। यह मुहावरा उस अभ्यास से आता है जब वे अपने बागे के निचले भाग को उठाकर कमर में बांध लेते थे कि चलना फिरना आसान हो जाए। -* “कमर” शब्द बाइबल में प्रायः बलि पशु के पिछले भाग के लिए काम में लिया जाता था। -* बाइबल में “कमर” का प्रतीकात्मक रूप में शिष्टोक्ति रूप में मनुष्य के गुप्तांगों के लिए काम में लिया गया शब्द है। (देखें: [व्यंजना](rc://*/ta/man/translate/figs-euphemism)). -* “से उत्पन्न होना” इसका अनुवाद हो सकता है, “तेरी सन्तान होगी” या “तेरे अंश से उत्पन्न होगा” या “परमेश्वर तुम से उत्पन्न करेगा।” (देखें: [व्यंजना](rc://*/ta/man/translate/figs-euphemism)). -* शरीर के संदर्भ में इसका अनुवाद हो सकता है, “उदर” या “पेट” या “कमर” प्रकरण के अनुसार। +* “कमर कस लो” अर्थात् परिश्रम करने के लिए तैयार हो जाओ। यह मुहावरा उस अभ्यास से आता है जब वे अपने बागे के निचले भाग को उठाकर कटिबन्ध में बांध लेते थे कि चलना फिरना आसान हो जाए। +* “कमर” शब्द बाइबल में प्रायः बलि पशु के पिछले भाग के सन्दर्भ में लिया जाता था। +* बाइबल में “कमर” का प्रतीकात्मक एवं शिष्टोक्ति रूप में मनुष्य के संतानोत्पत्ति के स्रोत, गुप्तांगों के लिए काम में लिया गया शब्द है। (देखें: [शिष्टोक्ति](rc://*/ta/man/translate/figs-euphemism)). +* “तुझ से उत्पन्न होगा” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है: “तेरी सन्तान होगी” या “तेरे अंश से उत्पन्न होगा” या “परमेश्वर तुम से उत्पन्न करेगा।” (देखें: [शिष्टोक्ति](rc://*/ta/man/translate/figs-euphemism)). +* शरीर के किसी अंग के संदर्भ में इसका अनुवाद, प्रकरण के अनुसार हो सकता है: “उदर” या “कूल्हा” या “कमर।" -(यह भी देखें: [वंशज](../other/descendant.md), [नगर बसाना](../other/gird.md), [सन्तान](../other/offspring.md)) +(यह भी देखें: [वंशज](../other/descendant.md), [कमर कसना](../other/gird.md), [सन्तान](../other/offspring.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 पतरस 01:13-14](rc://*/tn/help/1pe/01/13) -* [2 इतिहास 06:7-9](rc://*/tn/help/2ch/06/07) +* [1 पतरस 1:13](rc://*/tn/help/1pe/01/13) +* [2 इतिहास 6:9](rc://*/tn/help/2ch/06/09) * [व्यवस्थाविवरण 33:11](rc://*/tn/help/deu/33/11) -* [उत्पत्ति 37:34-36](rc://*/tn/help/gen/37/34) -* [अय्यूब 15:27-28](rc://*/tn/help/job/15/27) +* [उत्पत्ति 37:34](rc://*/tn/help/gen/37/34) +* [अय्यूब 15:27](rc://*/tn/help/job/15/27) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H2504, H2783, H3409, H3689, H4975, G3751 +* Strong's: H2504, H3409, H3689, H4975, G3751 diff --git a/bible/other/lots.md b/bible/other/lots.md index 24a306d..c48c4cc 100644 --- a/bible/other/lots.md +++ b/bible/other/lots.md @@ -4,14 +4,9 @@ “चिट्ठियाँ” पर्चियों पर नाम लिखे जाते हैं और निर्णय लेने के लिए उनमें से एक उठाई जाती है। “चिट्ठियां डालना” अर्थात चिन्ह डालकर पर्चियों को भूमि पर या अन्य स्थान में डालकर एक उठाना। -​ - * कुछ संस्कृतियों में चिट्ठियां डालने में तिनकों का गट्ठा काम में लिया जाता था। एक मनुष्य उन तिनकों को पकड़ कर रखता था कि कोई देख न पाए कि वे कितने लम्बे हैं। प्रत्येक मनुष्य एक तिनका खींचता था और जिसके पास सबसे लम्बा तिनका आता था (या सबसे छोटा) वही चुना हुआ माना जाता था। - * बाइबिल के समय में, प्रकरण के अनुसार “चिट्ठी” का अनुवाद “अंकित पत्थर” या “मिट्टी के पात्रों के टुकड़ों” या “लकड़ियां” या “तिनके” भी किए जा सकते हैं। - * “चिट्ठियां डालना” का अनुवाद, “पर्चियां डालना” या “पर्ची खींचना” या पर्ची गिराना” भी हो सकता है। “डालना” का अनुवाद ऐसा प्रकट न करे कि चिट्ठियां बहुत दूर तक फेंकी जाती थी। - * यदि “चिट्ठियों” द्वारा निर्णय लिया गया तो उसका अनुवाद “चिट्ठियां डालकर” किया जा सकता है। (यह भी देखें: [इलीशिबा](../names/elizabeth.md), [याजक](../kt/priest.md), [जकर्याह (पुराना नियम)](../names/zechariahot.md), [जकर्याह (नया नियम)](../names/zechariahnt.md)) diff --git a/bible/other/magistrate.md b/bible/other/magistrate.md index 998d506..a290ae7 100644 --- a/bible/other/magistrate.md +++ b/bible/other/magistrate.md @@ -4,18 +4,18 @@ हाकिम नियुक्त अधिकारी होता है जो न्यायाधीश का काम करता है और न्याय के विषयों पर निर्णय देता है। -* बाइबल के युग में हाकिम मतभेदों का निर्णय करता था। -* प्रकरण पर आधारित इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “शास्त्रीय न्यायाधीश” या “वैधानिक अधिकारी” या “नगर का अगुआ”। +* बाइबल के युग में हाकिम मनुष्यों में उत्पन्न मतभेदों का निर्णायक मत देता था। +* प्रकरण पर आधारित इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “प्रशासनिक न्यायाधीश” या “वैधानिक अधिकारी” या “नगर का अगुआ”। -(यह भी देखें: [न्याय](../other/judgeposition.md), [व्यवस्था](../kt/lawofmoses.md)) +(यह भी देखें: [न्यायी](../other/judgeposition.md), [व्यवस्था](../kt/lawofmoses.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 16:19-21](rc://*/tn/help/act/16/19) -* [प्रे.का. 16:35-36](rc://*/tn/help/act/16/35) -* [दानिय्येल 03:1-2](rc://*/tn/help/dan/03/01) -* [लूका 12:57-59](rc://*/tn/help/luk/12/57) +* [प्रे.का. 16:20](rc://*/tn/help/act/16/20) +* [प्रे.का. 16:35](rc://*/tn/help/act/16/35) +* [दानिय्येल 3:1-2](rc://*/tn/help/dan/03/01) +* [लूका 12:58](rc://*/tn/help/luk/12/58) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H6114, H8200, H8614, G758, G3980, G4755 +* Strong's: H8200, H8614, G758, G4755 diff --git a/bible/other/meek.md b/bible/other/meek.md index ae23bc7..92da301 100644 --- a/bible/other/meek.md +++ b/bible/other/meek.md @@ -6,19 +6,19 @@ * नम्रता प्रायः दीनता के साथ जुड़ी रहती है। * इस शब्द का अनुवाद “उदार” या “विनीत” या “मृदुस्वभाव” किया जा सकता है। -* “नम्रता” का अनुवाद “उदारता” या “दीनता” किया जा सकता है। +* “नम्रता” का अनुवाद “सौम्यता” या “विनम्रता” किया जा सकता है। (यह भी देखें: [दीन](../kt/humble.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 पतरस 03:15-17](rc://*/tn/help/1pe/03/15) +* [1 पतरस 3:15-17](rc://*/tn/help/1pe/03/15) * [2 कुरिन्थियों 10:1-2](rc://*/tn/help/2co/10/01) -* [2 तीमुथियुस 02:24-26](rc://*/tn/help/2ti/02/24) -* [मत्ती 05:5-8](rc://*/tn/help/mat/05/05) -* [मत्ती 11:28-30](rc://*/tn/help/mat/11/28) -* [भजन संहिता 037:11-13](rc://*/tn/help/psa/037/011) +* [2 तीमुथियुस 2:25](rc://*/tn/help/2ti/02/25) +* [मत्ती 5:5](rc://*/tn/help/mat/05/05) +* [मत्ती 11:29](rc://*/tn/help/mat/11/29) +* [भजन संहिता 037:11](rc://*/tn/help/psa/037/011) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H6035, H6037, H6038, G4235, G4236, G4239, G4240 +* Strong's: H6035, H6037, G4235, G4236, G4239, G4240 diff --git a/bible/other/messenger.md b/bible/other/messenger.md index 9c3bb00..d772718 100644 --- a/bible/other/messenger.md +++ b/bible/other/messenger.md @@ -1,23 +1,23 @@ -# दूत, दूतों +# दूत ## तथ्य: -“दूत” अर्थात किसी तक सन्देश पहुंचानेवाला। +“दूत” शब्द का सन्दर्भ उस व्यक्ति से है जिसे मनुष्यों को सुनाने के लिए कोई सन्देश दिया जाता है। -* प्राचीन युग में सन्देशवाहक युद्ध क्षेत्र से नगर में मनुष्यों को सन्देश देने भेजा जाता था कि युद्ध का समाचार सुनाए। -* स्वर्गदूत एक विशेष सन्देशवाहक होता था जिसे परमेश्वर मनुष्यों को सन्देश देने भेजता था। कुछ अनुवादों में “स्वर्गदूत” का अनुवाद “दूत” किया गया है। -* यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाला भी एक दूत था जो यीशु के पहले आया कि मसीह के आगमन का समाचार दे और उसे ग्रहण करने के लिए मनुष्यों को तैयार करे। -* प्रेरित उसके दूत थे कि परमेश्वर के राज्य का शुभ सन्देश मनुष्यों को सुनाए। +* प्राचीन युग में सन्देशवाहक को युद्ध क्षेत्र से नगर में भेजा जाता था कि नगर की प्रजा को युद्ध का समाचार सुनाए। +* स्वर्गदूत एक विशेष सन्देशवाहक होता था जिसे परमेश्वर मनुष्यों को सन्देश देने भेजता था। कुछ अनुवादों में “स्वर्गदूत” का अनुवाद “सन्देश वाहक” भी किया गया है। +* यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाला भी दूत कहलाता था जो यीशु के पहले आया कि मसीह के आगमन का समाचार दे और उसे ग्रहण करने के लिए मनुष्यों को तैयार करे। +* यीशु के प्रेरित उसके दूत थे कि परमेश्वर के राज्य का शुभ सन्देश मनुष्यों को सुनाए। (यह भी देखें: [स्वर्गदूत](../kt/angel.md), [प्रेरित](../kt/apostle.md), [यूहन्ना (बपतिस्मा देनेवाला)](../names/johnthebaptist.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: * [1 राजा 19:1-3](rc://*/tn/help/1ki/19/01) -* [1 शमूएल 06:21](rc://*/tn/help/1sa/06/21) -* [2 राजा 01:1-2](rc://*/tn/help/2ki/01/01) -* [लूका 07:27-28](rc://*/tn/help/luk/07/27) -* [मत्ती 11:9-10](rc://*/tn/help/mat/11/09) +* [1 शमूएल 6:21](rc://*/tn/help/1sa/06/21) +* [2 राजा 1:1-2](rc://*/tn/help/2ki/01/01) +* [लूका 7:27](rc://*/tn/help/luk/07/27) +* [मत्ती 11:10](rc://*/tn/help/mat/11/10) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/other/mighty.md b/bible/other/mighty.md index 777946e..c246b7e 100644 --- a/bible/other/mighty.md +++ b/bible/other/mighty.md @@ -19,7 +19,7 @@ * “सामर्थ्य” का अनुवाद “शक्ति” या “महान बल” हो सकता है। * इस शब्द का अंग्रेजी में संभावना सूचक शब्द के साथ भ्रमित न करें जैसे वर्षा हो सकती है। -(यह भी देखें: [सर्वशक्तिमान](../kt/almighty.md), [आश्चर्यकर्म](../kt/miracle.md), [शक्ति](../kt/power.md), [बल](../other/strength.md) +(यह भी देखें: [सर्वशक्तिमान](../kt/almighty.md), [आश्चर्यकर्म](../kt/miracle.md), [शक्ति](../kt/power.md), [बल](../other/strength.md)) ## बाइबल संदर्भ: diff --git a/bible/other/mock.md b/bible/other/mock.md index e905083..d144bd7 100644 --- a/bible/other/mock.md +++ b/bible/other/mock.md @@ -1,35 +1,35 @@ -# निन्दा, ठट्ठा करता, उपहास करके, उपहास, ठट्ठा करनेवाला, ठट्टा करनेवालों, हँसी उड़ाने, कलंक लगाते, उपहास करने लगे, घृणा करते, ठट्ठे में उड़ाया +# निन्दा, ठट्ठा, ठट्ठा करनेवाला, निंदा, हँसी उड़ाना, ताना कसना, उपहास का पात्र ## परिभाषा: -“निन्दा”, “निन्दा करना”, “उपहास करना” अर्थात किसी को निर्दयता से ठट्ठे में उड़ाना । +“ठट्ठा करना”, “निन्दा करना”, “उपहास करना,” इन सब उक्तियों का सन्दर्भ किसी का ठट्ठा करने से है और वह भी निर्दयता से करने से है। -* ठट्ठा करने में किसी के शब्दों एवं अंग-विन्यास की नकल करना कि उसे लज्जित करें या घृणा व्यक्त करें। -* रोमी सैनिकों ने यीशु का ठट्ठा किया था जब उसे राजा का वस्त्र पहना कर उसके साथ उपहास किया था। -* युवकों द्वारा एलीशा का भी ठट्ठा किया या उपहास उड़ाया था, उसके गंजे सिर की हंसी करके। -* किसी विचार को विश्वास के योग्य या महत्त्वपूर्ण न मानना भी “ठट्ठा करना” था। -* एक "ठट्ठा करनेवाला" वह है जो मजाक उड़ाता है और लगातार उपहास करता है। +* ठट्ठा करने में किसी को लज्जित करने या उसके प्रति घृणा प्रकट करने की मंशा से उसके शब्दों या अंग-विन्यास की नकल करना। +* रोमी सैनिकों ने यीशु का ठट्ठा किया था या उसकी निंदा की थी जब उसे राजा का वस्त्र पहना कर उसके साथ राजा का सा व्यवहार किया था। +* युवकों के एक दल ने एलीशा का भी ठट्ठा या उपहास किया था, जब उन्होंने उसके गंजे सिर को नाम देकर हंसी की थी। +* "ठट्ठा करना" का सन्दर्भ किसी ऐसे विचार का उपहास करना भी होता है जिसको विश्वास के योग्य या महत्त्वपूर्ण न समझा जाए। +* "ठट्ठा करनेवाला" वह मनुष्य है जो लगातार ठट्ठा करता और उपहास करता है। ## बाइबल सन्दर्भ: -* [2 पतरस 03:3-4](rc://*/tn/help/2pe/03/03) -* [प्रे.का. 02:34-36](rc://*/tn/help/act/02/12) -* [गलातियों 06:6-8](rc://*/tn/help/gal/06/06) +* [2 पतरस 3:3](rc://*/tn/help/2pe/03/04) +* [प्रे.का. 2:12-13](rc://*/tn/help/act/02/12) +* [गलातियों 6:6-8](rc://*/tn/help/gal/06/06) * [उत्पत्ति 39:13-15](rc://*/tn/help/gen/39/13) * [लूका 22:63-65](rc://*/tn/help/luk/22/63) -* [मरकुस 10:32-34](rc://*/tn/help/mrk/10/32) -* [मत्ती 09:23-24](rc://*/tn/help/mat/09/23) -* [मत्ती 20:17-19](rc://*/tn/help/mat/20/17) -* [मत्ती 27:27-29](rc://*/tn/help/mat/27/27) +* [मरकुस 10:34](rc://*/tn/help/mrk/10/34) +* [मत्ती 9:23-24](rc://*/tn/help/mat/09/23) +* [मत्ती 20:19](rc://*/tn/help/mat/20/19) +* [मत्ती 27:29](rc://*/tn/help/mat/27/29) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: * __[21:12](rc://*/tn/help/obs/21/12)__ यशायाह ने भविष्यवाणी की थी, कि लोग मसीह के ऊपर थूकेंगे, उसको __ठट्ठों में उड़ाएँगे__, और उसे मारेंगे। -* __[39:05](rc://*/tn/help/obs/39/05)__ यहूदी नेताओं ने महा याजक को उत्तर दिया, “यह मरने के योग्य है |” तब उन्होंने यीशु की आँखें ढक दी, उसके मुँह पर थूका और उसे मारा, और उसका __मजाक उड़ाया__ | -* __[39:12](rc://*/tn/help/obs/39/12)__ रोमन सैनिकों ने यीशु को कोड़े मारे, और शाही बागा पहनाकर काँटों का मुकुट उसके सिर पर रखा | तब उन्होंने यह कहकर यीशु का __मज़ाक उड़ाया__ “यहूदियों का राजा” देखो | -* __[40:04](rc://*/tn/help/obs/40/04)__ यीशु को दो डाकुओ के बीच क्रूस पर चढ़ाया गया | उनमें से एक जब यीशु का __ठट्ठा उड़ा रहा था__ तो ,दूसरे ने कहा कि, “क्या तू परमेश्वर से नहीं डरता? -* __[40:05](rc://*/tn/help/obs/40/05)__ यहूदी और अन्य लोग जो भीड़ में थे वह यीशु का __मज़ाक उड़ा रहे थे__ यह कहकर कि, “अगर तू परमेश्वर का पुत्र है तो क्रूस पर से उतर जा, और अपने आप को बचा | तब हम तुझ पर विश्वास करेंगे |” +* __[39:05](rc://*/tn/help/obs/39/05)__ यहूदी अगुवों ने महा याजक को उत्तर दिया, “यह मरने के योग्य है!” तब उन्होंने यीशु की आँखें ढांककर, उसके मुँह पर थूका और उसे मारा, और उसका __ठट्ठा उड़ाया__ | +* __[39:12](rc://*/tn/help/obs/39/12)__ रोमन सैनिकों ने यीशु को कोड़े मारे, और राजसी बागा पहनाकर काँटों का मुकुट उसके सिर पर रखा | तब उन्होंने यह कहकर यीशु का __मज़ाक उड़ाया__ देखो, “यहूदियों का राजा!” +* __[40:4](rc://*/tn/help/obs/40/04)__ यीशु को दो डाकुओ के बीच क्रूस पर चढ़ाया गया | उनमें से एक ने यीशु का __ठट्ठा उड़ाया__ परन्तु दूसरे ने कहा कि, “क्या तू परमेश्वर से नहीं डरता? +* __[40:5](rc://*/tn/help/obs/40/05)__ यहूदी और अन्य लोग जो भीड़ में थे वे यीशु का __ठट्ठा करके__ कहते थे,, “अगर तू परमेश्वर का पुत्र है तो क्रूस पर से उतर आ, और अपने आप को बचा | तब हम तुझ पर विश्वास करेंगे |” ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1422, H2048, H2049, H2778, H2781, H3213, H3887, H3931, H3932, H3933, H3934, H3944, H3945, H4167, H4485, H4912, H5058, H5607, H5953, H6026, H6711, H7046, H7048, H7814, H7832, H8103, H8148, H8437, H8595, G1592, G1701, G1702, G1703, G2301, G2606, G3456, G5512 +* Strong's: H1422, H2048, H2049, H2778, H2781, H3213, H3887, H3931, H3932, H3933, H3934, H3944, H3945, H4167, H4485, H4912, H5058, H5607, H6026, H6711, H7046, H7048, H7814, H7832, H8103, H8148, H8437, H8595, G1592, G1701, G1702, G1703, G2301, G2606, G3456, G5512 diff --git a/bible/other/newmoon.md b/bible/other/newmoon.md index b8866a1..eb91918 100644 --- a/bible/other/newmoon.md +++ b/bible/other/newmoon.md @@ -2,21 +2,21 @@ ## परिभाषा: -“नया चाँद” बाइबल में चाँद के बारे में है जब वह प्रकाश को एक छोटा, अर्धचंद्र-आकार सा दिखाई देता है। सुर्यास्त पर पृथ्वी की परिक्रमा में यह स्थिति चाँद का प्रथम चरण है। यह भी पहले दिन को संदर्भित करता है कि चंद्रमा के कुछ दिनों के लिए अंधेरा होने के बाद एक नया चंद्रमा दिखाई देना चाहिए। +“नया चाँद” शब्द का सन्दर्भ चाँद की उस स्थिति से है जब वह अर्धचंद्र-आकार सा प्रकाश की चमक प्रकट करता। यह सूर्यास्त से आरम्भ होकर पृथ्वी की परिक्रमा में चाँद की प्रथम कला है। इसका सन्दर्भ कुछ दिन की अंधेरी रात के बाद चाँद के प्रकट होने के पहले दिन से है। -* प्राचीन समय में नया चांद समय के आरंभ जैसे महीनों के आरंभ का संकेत माना जाता था। -* इस्राएली नये चांद का पर्व मनाते थे और नरसिंगा फूंकते थे। +* प्राचीन युग में नया चांद निश्चित समयोँ के आरंभ का द्योतक था, जैसे महीनों के आरंभ का। +* इस्राएली नये चांद का पर्व मनाते थे जिसकी पहचान नरसिंगा फूंकने से होती थी। * बाइबल में इस समय को “महीने का आरंभ” माना गया है। (यह भी देखें: [महीने](../other/biblicaltimemonth.md), [पृथ्वी](../other/earth.md), [पर्व](../other/festival.md), [सींग](../other/horn.md), [भेड़](../other/sheep.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 इतिहास 23:30-31](rc://*/tn/help/1ch/23/30) -* [1 शमूएल 20:4-5](rc://*/tn/help/1sa/20/04) -* [2 राजा 04:23-24](rc://*/tn/help/2ki/04/23) +* [1 इतिहास 23:31](rc://*/tn/help/1ch/23/31) +* [1 शमूएल 20:5](rc://*/tn/help/1sa/20/05) +* [2 राजा 4:23-24](rc://*/tn/help/2ki/04/23) * [यहेजकेल 45:16-17](rc://*/tn/help/ezk/45/16) -* [यशायाह 01:12-13](rc://*/tn/help/isa/01/12) +* [यशायाह 1:12-13](rc://*/tn/help/isa/01/12) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/other/oak.md b/bible/other/oak.md index 5f010fb..0936a48 100644 --- a/bible/other/oak.md +++ b/bible/other/oak.md @@ -13,7 +13,6 @@ * कई अनुवादों को "बांज वृक्ष" शब्द का उपयोग करने के बजाय केवल "बांज" शब्द का उपयोग करना महत्वपूर्ण होगा। * यदि लक्षित भाषा के स्थान में बांज वृक्ष नहीं है तो इसका अनुवाद किया जा सकता है, “एक बड़ा बांज का छायादार वृक्ष” और इसके गुणों वाले किसी स्थानीय वृक्ष का नाम दें। - * देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करें](rc://*/ta/man/translate/translate-unknown)) (यह भी देखें: [पवित्र](../kt/holy.md)) diff --git a/bible/other/oath.md b/bible/other/oath.md index 1f18252..170f3e8 100644 --- a/bible/other/oath.md +++ b/bible/other/oath.md @@ -1,23 +1,23 @@ -# शपथ, शपथ, शपथ खा, शपथ खाए, शपथ खाकर, शपथ खाके, की शपथ खाता है +# शपथ, प्रण, शपथ खाना, की शपथ खाना, ## परिभाषा: -बाइबल में “शपथ” का अर्थ है किसी काम को करने की औपचारिक प्रतिज्ञा। शपथ मानने वाले के लिए आवश्यक है कि वह उस प्रतिज्ञा को पूरा करे। शपथ में विश्वासयोग्य एवं सच्चा होने का समर्पण होता है। +बाइबल में “शपथ” का अर्थ है किसी काम को करने की औपचारिक प्रतिज्ञा जो वैधानिक या धार्मिक परिप्रेक्ष्य में होती थी। शपथ मानने वाला यदि शपथ पूरी करने से चूक जाए तो वह उसका लेखादायी होने या दंड का भागी होने के लिए बाध्य होता था। * न्यायलय में गवाह शपथ खाता है कि वह जो भी कहेगा वह सच एवं तथ्य आधारित होगा। +* आज के युग में, "कसम से" एक अर्थ में ओछी या अभद्र भाषा है परन्तु बाईबल में ऐसा कदापि नहीं था| * बाइबल में “शपथ” खाने का अर्थ है अखण्ड प्रतिज्ञा करना। * “की शपथ खाना” अर्थात किसी स्थान या व्यक्ति के नाम को आधार या शक्ति मानना जिसके नाम पर शपथ खाई गई है। * कभी-कभी इन दोनों शब्दों को एक साथ काम में लिया जाता है, “शपथ खिलाई”। * अब्राहम और अबीमेलेक ने शपथ खाई थी जब उन्होंने कुएं को एक साथ उपयोग करने की वाचा बांधी थी। * अब्राहम ने अपने सेवक को शपथ (विधिवत प्रतिज्ञा) खिलाई थी कि वह अब्राहम के परिजनों में से इसहाक के लिए पत्नी लाएगा। -* परमेश्वर भी शपथ खाता था जिसमें वह अपनी प्रजा से प्रतिज्ञा करता था। -* आज इस शब्द का अर्थ है “अभद्र भाषा का उपयोग करना”। बाइबल में ऐसा अर्थ नहीं है। +* परमेश्वर भी शपथ खाता था जिसमें वह अपनी प्रजा से प्रतिघ्याएँ करता था। ## अनुवाद के सुझाव: * प्रकरण के अनुसार “शपथ” का अनुवाद “वचन देना” या “अखण्ड प्रतिज्ञा करना” -* “वचन देना” का अनुवाद “विधिवत प्रतिज्ञा करना” या “प्रण करना” या “किसी काम को करने का समर्पण करना”। -* “मेरे नाम की शपथ खाना” के अन्य अनुवाद रूप हो सकते हैं, “मेरे नाम से दृढ़ करने के लिए प्रतिज्ञा करना” +* “वचन देना” का अनुवाद हो सकता है, “विधिवत प्रतिज्ञा करना” या “प्रण करना” या “किसी काम को करने का समर्पण करना”। +* “मेरे नाम की शपथ खाना” के अन्य अनुवाद रूप हो सकते हैं, “मेरे नाम से प्रतिज्ञा को पक्का करना" * “स्वर्ग और पृथ्वी की शपथ खाना” का अनुवाद “किसी बात की प्रतिज्ञा करके कहना कि आकाश और पृथ्वी उसे दृढ़ करते हैं”। * सुनिश्चित करें कि “शपथ खाना” का अभिप्राय कोसने से न हो। बाइबल में ऐसा कोई आशय नहीं है। @@ -25,15 +25,15 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [उत्पत्ति 21:22-24](rc://*/tn/help/gen/21/22) -* [उत्पत्ति 24:1-4](rc://*/tn/help/gen/24/01) +* [उत्पत्ति 21:23](rc://*/tn/help/gen/21/22) +* [उत्पत्ति 24:3](rc://*/tn/help/gen/24/01) * [उत्पत्ति 31:51-53](rc://*/tn/help/gen/31/51) -* [उत्पत्ति 47:29-31](rc://*/tn/help/gen/47/29) -* [लूका 01:72-75](rc://*/tn/help/luk/01/72) -* [मरकुस 06:26-29](rc://*/tn/help/mrk/06/26) -* [मत्ती 05:36-37](rc://*/tn/help/mat/05/36) +* [उत्पत्ति 47:31](rc://*/tn/help/gen/47/29) +* [लूका 1:73](rc://*/tn/help/luk/01/72) +* [मरकुस 6:26](rc://*/tn/help/mrk/06/26) +* [मत्ती 5:36](rc://*/tn/help/mat/05/36) * [मत्ती 14:6-7](rc://*/tn/help/mat/14/06) -* [मत्ती 26:71-72](rc://*/tn/help/mat/26/71) +* [मत्ती 26:72](rc://*/tn/help/mat/26/71) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/other/oil.md b/bible/other/oil.md index efcd5a9..5cb8903 100644 --- a/bible/other/oil.md +++ b/bible/other/oil.md @@ -5,20 +5,20 @@ तेल एक मोटा तरल पदार्थ है जो पौधों से निकाला जाता है। बाइबल के युग में जैतून का तेल अधिकतर काम में लिया जाता था। * जैतून का तेल पकाने, अभिषेक करने, बलि चढ़ाने, दीपक जलाने और औषधियों के निर्माण में काम में लिया जाता था। -* प्राचीन युग में जैतून के तेल बहुमूल्य था और तेल का संग्रह धन का मापक माना जाता था। -* सुनिश्चित करें कि इस शब्द का अनुवाद पकाने के तेल का अभिप्राय प्रकट करे न कि, गाड़ियों में डालने वाले तेल का। कुछ भाषाओं इन अलग-अलग तेलों के लिए अलग अलग शब्द है। +* प्राचीन युग में जैतून का तेल बहुमूल्य था और तेल का संग्रह धन का मापक माना जाता था। +* सुनिश्चित करें कि इस शब्द का अनुवाद पकाने के तेल का अभिप्राय प्रकट करे न कि, गाड़ियों में डालने वाले तेल का। कुछ भाषाओं अलग-अलग तेलों के लिए अलग अलग शब्द हैं। -(यह भी देखें: [जैतून](../other/olive.md), [बलिदान](../other/sacrifice.md)) +(यह भी देखें: [जैतून](../other/olive.md), [बलि](../other/sacrifice.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [2 शमूएल 01:21-22](rc://*/tn/help/2sa/01/21) -* [निर्गमन 29:1-2](rc://*/tn/help/exo/29/01) -* [लैव्यव्यवस्था 05:11](rc://*/tn/help/lev/05/11) -* [लैव्यव्यवस्था 08:1-3](rc://*/tn/help/lev/08/01) -* [मरकुस 06:12-13](rc://*/tn/help/mrk/06/12) +* [2 शमूएल 1:21](rc://*/tn/help/2sa/01/21) +* [निर्गमन 29:2](rc://*/tn/help/exo/29/01) +* [लैव्यव्यवस्था 5:11](rc://*/tn/help/lev/05/11) +* [लैव्यव्यवस्था 8:1-3](rc://*/tn/help/lev/08/01) +* [मरकुस 6:12-13](rc://*/tn/help/mrk/06/12) * [मत्ती 25:7-9](rc://*/tn/help/mat/25/07) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1880, H2091, H3323, H4887, H6671, H7246, H8081, G1637, G3464 +* Strong's: H2091, H3323, H4887, H6671, H7246, H8081, G1637, G3464 diff --git a/bible/other/olive.md b/bible/other/olive.md index 603f3d4..f8931e8 100644 --- a/bible/other/olive.md +++ b/bible/other/olive.md @@ -2,24 +2,24 @@ ## परिभाषा: -जैतून एक छोटा अण्डाकार फल होता है, यह अधिकतर भूमध्यसागर के परिवेश में उगाया जाता था। +जैतून एक छोटा अण्डाकार फल होता है जो जैतून के वृक्ष में फलता है।यह अधिकतर भूमध्यसागर के परिवेश में उगाया जाता था। -* जैतून के वृक्ष सदाबहार बड़ी झाड़ी होते है, उनके फूल छोटे और सफेद होते हैं। वे गर्म जलवायु में सबसे अच्छे उगते हैं और उन्हें पानी भी बहुत कम चाहिए होता है। -* जैतून का फल हरा होता है और पकने पर काला पड़ जाता है। जैतून भोजन के लिए और उनसे निकाले जाने वाले तेल के लिए उपयोग होता था। +* जैतून के वृक्ष सदाबहार बड़ी झाड़ी होते है, उनके फूल छोटे और सफेद होते हैं। वे गर्म जलवायु में सबसे अच्छे उगते हैं और बहुत कम पानी में भी जीवित रह सकते हैं। +* जैतून के वृक्ष का फल हरा होता है और पकने पर काला पड़ जाता है। जैतून भोजन के लिए और उनसे निकाले जाने वाले तेल के लिए उपयोग होते हैं। * जैतून का तेल पकाने के, दीप जलाने और धार्मिक अनुष्ठानों के लिए काम आता था। -* बाइबल में जैतून के वृक्ष एवं डालियां मनुष्यों के लिए प्रतीकात्मक रूप में काम में लिए जाते थे। +* बाइबल में जैतून के वृक्ष एवं डालियां कभी-कभी मनुष्यों के लिए प्रतीकात्मक रूप में काम में लिए गए हैं। (यह भी देखें: [दीया](../other/lamp.md), [समुद्र](../names/mediterranean.md), [जैतून पर्वत](../names/mountofolives.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: * [1 इतिहास 27:28-29](rc://*/tn/help/1ch/27/28) -* [व्यवस्थाविवरण 06:10-12](rc://*/tn/help/deu/06/10) +* [व्यवस्थाविवरण 6:10-12](rc://*/tn/help/deu/06/10) * [निर्गमन 23:10-11](rc://*/tn/help/exo/23/10) -* [उत्पत्ति 08:10-12](rc://*/tn/help/gen/08/10) -* [याकूब 03:11-12](rc://*/tn/help/jas/03/11) -* [लूका 16:5-7](rc://*/tn/help/luk/16/05) -* [भजन संहिता 052:8-9](rc://*/tn/help/psa/052/008) +* [उत्पत्ति 8:11](rc://*/tn/help/gen/08/11) +* [याकूब 3:12](rc://*/tn/help/jas/03/12) +* [लूका 16:6](rc://*/tn/help/luk/16/06) +* [भजन संहिता 52:8](rc://*/tn/help/psa/052/008) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/other/persecute.md b/bible/other/persecute.md index f79d724..954859c 100644 --- a/bible/other/persecute.md +++ b/bible/other/persecute.md @@ -24,8 +24,8 @@ * [मत्ती 05:10](rc://*/tn/help/mat/05/10) * [मत्ती 05:43-45](rc://*/tn/help/mat/05/43) * [मत्ती 10:22](rc://*/tn/help/mat/10/22) -* \[मत्ती 13:20-21\](rc://*/tn/help/mat/13/20) -* \[फिलिप्पियों 03:06\](rc://*/tn/help/php/03/06) +* [मत्ती 13:20-21](rc://*/tn/help/mat/13/20) +* [फिलिप्पियों 03:06](rc://*/tn/help/php/03/06) ## बाइबल कहानियों से उदाहरण: diff --git a/bible/other/plow.md b/bible/other/plow.md index fe5ea2b..8d84fd6 100644 --- a/bible/other/plow.md +++ b/bible/other/plow.md @@ -8,7 +8,7 @@ * बाइबल के युग में हल बैलों या अन्य पशुओं द्वारा खींचा जाता है। * हल अधिकतर कठोर लकड़ी के होते थे जिनके फल तांबे या लोहे के होते थे। -(यह भी देखें: [तांबा](../other/bronze.md), [बैल](../other/cow.md) +(यह भी देखें: [तांबा](../other/bronze.md), [बैल](../other/cow.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: diff --git a/bible/other/precious.md b/bible/other/precious.md index 53fb5a7..ab4be89 100644 --- a/bible/other/precious.md +++ b/bible/other/precious.md @@ -1,27 +1,27 @@ -# अनमोल +# अनमोल, मूल्यवान, बहुमूल्य, बढ़िया ## तथ्य: -“अनमोल” उन मनुष्यों या वस्तुओं का संदर्भ देता है जिन्हें बहुत अधिक मूल्यवान माना जाता है। +“अनमोल” उन मनुष्यों या वस्तुओं का संदर्भ देता है जिन्हें बहुत अत्यधिक मान का समझा जाता है। -* “अनमोल पत्थर” या “अनमोल मूंगे” उन पट्टानों या लगानों के संदर्भ में काम में लिए जाते है जो रंगीन होते हैं या ऐसे अन्य गुणवान होते हैं जो उन्हें सुंदर या उपयोगी बनाते हैं। +* “अनमोल पत्थर” या “अनमोल मूंगे” उन चट्टानों या खनिजों के संदर्भ में काम में लिए जाते है जो रंगीन होते हैं या ऐसे अन्य गुणवान होते हैं जो उन्हें सुंदर या उपयोगी बनाते हैं। * अनमोल पत्थरों में हैं, हीरे, माणिक और पन्ना। * सोना और चांदी “अनमोल धातु” हैं। -* यहोवा कहता है कि उसकी प्रजा “अनमोल है”। (यशा. 43:4) -* पतरस कहता है, “नम्रता और मन की दीनता परमेश्वर की दृष्टि में इसका मूल्य बड़ा है”। (1पत. 3:4) +* यहोवा कहता है कि उसकी उसकी दृष्टी में उसकी प्रजा “अनमोल है”। (यशा. 43:4) +* पतरस कहता है, "परमेश्वर की दृष्टी नम्रता और मन की दीनता का मूल्य बड़ा है”। (1पत. 3:4) * इसका अनुवाद हो सकता है, “मूल्यवान” या “अतिप्रिय” या “संजोने योग्य” या “अति माननीय”। (यह भी देखें: [सोना](../other/gold.md), [चांदी](../other/silver.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [2 पतरस 01:1-2](rc://*/tn/help/2pe/01/01) +* [2 पतरस 1:1](rc://*/tn/help/2pe/01/01) * [प्रे.का. 20:22-24](rc://*/tn/help/act/20/22) * [दानिय्येल 11:38-39](rc://*/tn/help/dan/11/38) -* [विलापगीत 01:7](rc://*/tn/help/lam/01/07) -* [लूका 07:2-5](rc://*/tn/help/luk/07/02) -* [भजन संहिता 036:7-9](rc://*/tn/help/psa/036/007) +* [विलापगीत 1:7](rc://*/tn/help/lam/01/07) +* [लूका 7:2-5](rc://*/tn/help/luk/07/02) +* [भजन संहिता 36:8](rc://*/tn/help/psa/036/008) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H68, H1431, H2532, H2580, H2667, H2896, H3357, H3365, H3366, H3368, H4022, H4030, H4261, H4262, H4901, H5238, H5730, H8443, G927, G1784, G2472, G4185, G4186, G5092, G5093 +* Strong's: H0068, H1431, H2532, H2667, H2896, H3357, H3365, H3366, H3368, H4022, H4030, H4261, H4262, H5238, H5730, H8443, G927, G1784, G2472, G4185, G4186, G5092, G5093 diff --git a/bible/other/prince.md b/bible/other/prince.md index 3fd528c..f93119e 100644 --- a/bible/other/prince.md +++ b/bible/other/prince.md @@ -18,7 +18,7 @@ * स्वर्गदूतों के संदर्भ में इसका अनुवाद “शासक आत्मा” या “अगुआई करनेवाला स्वर्गदूत” हो सकता है। * शैतान और दुष्टात्माओं के संदर्भ में इस शब्द का अनुवाद “दुष्टात्माओं का शासक” या “सामर्थी आत्मा अगुओं” या “प्रशासक आत्मा” आदि जो प्रकरण पर निर्भर हों। -(यह भी देखें: [स्वर्गदूत](../kt/angel.md), [अधिकार](../kt/authority.md), [मसीह](../kt/christ.md), [दुष्टात्मा](../kt/demon.md), [प्रभु](../kt/lord.md), [सामर्थ्य](../kt/power.md), [शासक](../other/ruler.md), [शैतान](../kt/satan.md), [उद्धारकर्ता ](../kt/savior.md), [आत्मा](../kt/spirit.md)) +(यह भी देखें: [स्वर्गदूत](../kt/angel.md), [अधिकार](../kt/authority.md), [मसीह](../kt/christ.md), [दुष्टात्मा](../kt/demon.md), [प्रभु](../kt/lord.md), [सामर्थ्य](../kt/power.md), [शासक](../other/ruler.md), [शैतान](../kt/satan.md), [उद्धारकर्ता](../kt/savior.md), [आत्मा](../kt/spirit.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: diff --git a/bible/other/punish.md b/bible/other/punish.md index 5c16605..7ae0ac8 100644 --- a/bible/other/punish.md +++ b/bible/other/punish.md @@ -10,7 +10,7 @@ * यीशु को प्रत्येक मनुष्य के सब बुरे कामों का दण्ड मिला। उसने प्रत्येक मनुष्य का दण्ड अपने ऊपर ले लिया जबकि उसने तो कोई भी गलत काम नहीं किया था कि दण्ड भोगे। * “दंडित न होना” या “निर्दोष ठहराना” अर्थात् मनुष्य को अनुचित कार्य का दण्ड न देना। परमेश्वर प्रायः पाप का दण्ड विलम्बित करता है क्योंकि वह मनुष्यों द्वारा मन फिराव की प्रतीक्षा करता है। -(यह भी देखें: [सच्चा](../kt/justice.md), [पश्चाताप](../kt/repent.md), [धर्मी](../kt/righteous.md), [पाप](../kt/sin.md) +(यह भी देखें: [सच्चा](../kt/justice.md), [पश्चाताप](../kt/repent.md), [धर्मी](../kt/righteous.md), [पाप](../kt/sin.md)) ## बाइबल के सन्दर्भ: diff --git a/bible/other/purple.md b/bible/other/purple.md index 05caaae..1400571 100644 --- a/bible/other/purple.md +++ b/bible/other/purple.md @@ -13,7 +13,7 @@ (अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद](rc://*/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [एपोद](../kt/ephod.md), [फिलिप्पी](../names/philippi.md), [शाही](../other/royal.md), [मिलापवाला तम्बू](../kt/tabernacle.md), [मंदिर](../kt/temple.md) +(यह भी देखें: [एपोद](../kt/ephod.md), [फिलिप्पी](../names/philippi.md), [शाही](../other/royal.md), [मिलापवाला तम्बू](../kt/tabernacle.md), [मंदिर](../kt/temple.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: diff --git a/bible/other/refuge.md b/bible/other/refuge.md index 4ba4ded..541b7eb 100644 --- a/bible/other/refuge.md +++ b/bible/other/refuge.md @@ -13,7 +13,6 @@ * “शरण स्थान” का अनुवाद “सुरक्षित स्थान” या “सुरक्षा का स्थान” हो सकता है। * "शरणार्थी" एक खतरनाक स्थिति से बचने के लिए लोग अपने घरों को छोड़ रहे हैं, और उन्हें "विदेशी", "बेघर लोग" या "निर्वासित" के रूप में अनुवादित किया जा सकता है। - * प्रकरण के अनुसार “शरण” का अनुवाद “सुरक्षा देने वाला” या “सुरक्षा” या “सुरक्षित स्थान”। * यदि उसका संदर्भित भौतिक संरचना है तो “शरण” का अनुवाद “सुरक्षित ईमारत” हो सकता है या * “सुरक्षित स्थान में” का अनुवाद “सुरक्षित स्थान में” या “इस स्थान में जहां सुरक्षा प्राप्त होगी” के रूप में हो सकता है। diff --git a/bible/other/reject.md b/bible/other/reject.md index 391dda3..9bc0c4e 100644 --- a/bible/other/reject.md +++ b/bible/other/reject.md @@ -16,7 +16,7 @@ * "राज मिस्रियों ने जिस पत्थर को निकम्मा ठहराया था” या “निकम्मा ठहराया” अर्थात “काम में नहीं लिया” या “स्वीकार नहीं किया” या “फेंक दिया” या “निकम्मा जानकर काम में नहीं लिया”। * मनुष्यों द्वारा परमेश्वर की आज्ञाओं का परित्याग करने के संदर्भ में , परित्याग “आज्ञा मानने से इन्कार करना” या इसका अनुवाद परमेश्वर की व्यवस्था को “हठ करके स्वीकार न करना” के रूप में हो सकता है। -(यह भी देखें: [आज्ञा](../kt/command.md), [अवज्ञा](../other/disobey.md), [पालन](../other/obey.md), [हठी](../other/stiffnecked.md) +(यह भी देखें: [आज्ञा](../kt/command.md), [अवज्ञा](../other/disobey.md), [पालन](../other/obey.md), [हठी](../other/stiffnecked.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: diff --git a/bible/other/rejoice.md b/bible/other/rejoice.md index 2b07da6..2da1fb2 100644 --- a/bible/other/rejoice.md +++ b/bible/other/rejoice.md @@ -8,7 +8,7 @@ * इसका अनुवाद, “अत्यधिक प्रसन्न होना” या “हर्ष से भर जाना” या “खुशी की सीमा न होना” के रूप में हो सकता है। * मरियम ने कहा, "मेरी आत्मा मेरे उद्धारकर्ता परमेश्वर में आनन्दित है," उसका मतलब था "परमेश्वर मेरे उद्धारकर्ता ने मुझे बहुत खुश कर दिया है" या “मैं अपने उद्धारकर्ता परमेश्वर के कार्य से अत्यधिक आनन्दित हूं”। -(यह भी देखें: [आनन्द](../other/joy.md) +(यह भी देखें: [आनन्द](../other/joy.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: diff --git a/bible/other/return.md b/bible/other/return.md index cd8969b..37174ac 100644 --- a/bible/other/return.md +++ b/bible/other/return.md @@ -1,15 +1,15 @@ -# लौट आना, लौट आना, लौटकर, लौट रहे +# लौट आना, विमुख होना, फेर देना ## परिभाषा: “लौट आना” अर्थात पुनः लौट जाना या किसी वस्तु को फेर देना। -* “पर लौट आना” अर्थात पुनः वही काम करना। "लौट आना" किसी स्थान या व्यक्ति की ओर का अर्थ है किसी स्थान या व्यक्ति के पास लौट जाना -* इस्राएली मूर्ति-पूजा में लौट आए, अर्थात उन्होंने मूर्ति पूजा का पुनः आरंभ कर दिया था। -* जब वे यहोवा के पास लौट आए, तो उन्होंने पश्चाताप किया और यहोवा की फिर से उपासना की। -* किसी ली गई भूमि या वस्तु लौटाने का अर्थ था जिसकी वह सम्पदा थी उसको पुनः उसे दे देना। +* “पर लौट आना” अर्थात पुनः वही काम करना। "लौट आना" किसी स्थान या व्यक्ति की ओर का अर्थ है किसी स्थान पर या किसी व्यक्ति के पास लौट जाना +* इस्राएली मूर्ति-पूजा में लौट आए, अर्थात उन्होंने पुनः मूर्ति पूजा आरंभ कर दी थी। +* जब वे यहोवा के पास लौट आए, तो उन्होंने पश्चाताप किया और पुनः यहोवा की उपासना करने लगे थे। +* किसी से ली गई भूमि या वस्तु लौटाने का अर्थ था जिसकी वह सम्पदा थी उसको पुनः उसे दे देना। -(यह भी देखें: [फिरना](../other/turn.md) +(यह भी देखें: [फिरना](../other/turn.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: diff --git a/bible/other/reward.md b/bible/other/reward.md index 7d7d21d..5193bde 100644 --- a/bible/other/reward.md +++ b/bible/other/reward.md @@ -1,25 +1,26 @@ -# प्रतिफल, प्रतिफल, प्रतिफल देना, पुरस्कृत, प्रतिफल देने बाला +# प्रतिफल, पुरस्कृत, योग्य ## परिभाषा: -“प्रतिफल” शब्द का अर्थ है कि किसी व्यक्ति का अच्छा या बुरा किया हुआ कार्य के लिए जो कुछ उसको मिलता है उसको सूचित करता है। “पुरूस्कार” अर्थात् किसी को उसकी योग्यता के लिए कुछ देना। +“प्रतिफल” शब्द का अर्थ है,मनुष्य के कर्मों का फल: अच्छे कामों का या बुरे कामों का| किसी को "प्रतिफल" देने का अर्थ है, मनुष्य को उसकी योग्यता के लिए कुछ देना; परन्तु यह "पारिश्रीमिक" के विचार से सर्वथा भिन्न है क्योंकि उसका अर्थ है भुगतान (प्रायः पैसों में) जो किए गए काम के बदले में होता है। -* प्रतिफल अच्छा और सकारात्मक होता है जिससे भलाई करनेवाला या परमेश्वर की आज्ञा मानने वाला प्राप्त करता है। -* कभी-कभी प्रतिफल नकारात्मक होता है जो बुरे व्यवहार का परिणाम होता है जैसे “दुष्टता का प्रतिफल” इस संदर्भ में “प्रतिफल” नकारात्मक परिणाम या पाप का दण्ड होता है। +* प्रतिफल अच्छा और सकारात्मक होता है जिसे नेक काम करनेवाला या परमेश्वर की आज्ञा मानने वाला प्राप्त करता है। +* कभी-कभी प्रतिफल नकारात्मक बातों अर्थात अनर्थकारी कामों के सन्दर्भ में होता है, जैसे कहा जाता है, “दुष्ट का प्रतिफल” इस संदर्भ में “प्रतिफल” नकारात्मक परिणाम जो उनके पापी व्यवहार के कारण दिया जाता है। ## अनुवाद के सुझाव: -* प्रकरण के अनुसार, “प्रतिफल” का अनुवाद “भुगतान” या “योग्य कोई बात” या “दण्ड” हो सकता है। -* “प्रतिफल देना” का अनुवाद हो सकता है, “बदले में देना” या “जो योग्य है वह देना”। +* प्रकरण के अनुसार, “प्रतिफल” का अनुवाद “भुगतान” या +* “योग्य कोई बात” या “दण्ड” हो सकता है। +* किसी को “प्रतिफल देना” का अनुवाद हो सकता है, “बदले में देना” या "दंड"देना या “जो योग्य है वह देना”। * सुनिश्चित करें कि इस शब्द के अनुवाद का अर्थ मजदूरी न हो। प्रतिफल काम का वेतन नहीं है। (यह भी देखें: [दण्ड](../other/punish.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [व्यवस्थाविवरण 32:5-6](rc://*/tn/help/deu/32/05) -* [यशायाह 40:9-10](rc://*/tn/help/isa/40/09) -* [लूका 06:35-36](rc://*/tn/help/luk/06/35) +* [व्यवस्थाविवरण 32:6](rc://*/tn/help/deu/32/06) +* [यशायाह 40:10](rc://*/tn/help/isa/40/10) +* [लूका 06:35](rc://*/tn/help/luk/06/35) * [मरकुस 09:40-41](rc://*/tn/help/mrk/09/40) * [मत्ती 05:11-12](rc://*/tn/help/mat/05/11) * [मत्ती 06:3-4](rc://*/tn/help/mat/06/03) @@ -28,4 +29,4 @@ ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H319, H866, H868, H1576, H1578, H1580, H4864, H4909, H4991, H5023, H6118, H6468, H6529, H7809, H7810, H7936, H7938, H7939, H7966, H7999, H8011, H8021, G469, G514, G591, G2603, G3405, G3406, G3408 +* Strong's: H319, H866, H868, H1576, H1578, H1580, H4909, H4991, H5023, H6118, H6468, H6529, H7938, H7939, H7999, G469, G514, G591, G2603, G3405, G3406, G3408 diff --git a/bible/other/robe.md b/bible/other/robe.md index f0b8755..793323e 100644 --- a/bible/other/robe.md +++ b/bible/other/robe.md @@ -1,12 +1,12 @@ -# चोगा, वस्त्र, चोगा पहनाना +# बागा, बागा धारण ## परिभाषा: -चोगा लम्बी बांह का बाहरी वस्त्र था जिसे स्त्री-पुरूष दोनों पहनते थे। यह दिखने में कोट के समान होता है। +चोगा लम्बी बांह का बाहरी वस्त्र था जिसे स्त्री-पुरूष दोनों पहनते थे। यह दिखने में अचकन के समान होता है। -* वस्त्र सामने खुल रहे हैं और एक सैश या बेल्ट के साथ बंद हैं। +* बागा सामने खला रहता है और कमरबंदया पट्टे से बंघा होता हैं। * उनकी लम्बाई बड़ी या छोटी होती है। -* बैंगनी रंग का वस्त्र राजा पहनते थे जो सत्ता, वैभव और प्रतिष्ठा का प्रतीक था। +* बैंगनी रंग का बागा राजा पहनते थे जो राजाधिकार, वैभव और प्रतिष्ठा का प्रतीक था। (यह भी देखें: [राजसी](../other/royal.md), [अंगरखा](../other/tunic.md)) @@ -14,10 +14,10 @@ * [निर्गमन 28:4-5](rc://*/tn/help/exo/28/04) * [उत्पत्ति 49:11-12](rc://*/tn/help/gen/49/11) -* [लूका 15:22-24](rc://*/tn/help/luk/15/22) -* [लूका 20:45-47](rc://*/tn/help/luk/20/45) +* [लूका 15:22](rc://*/tn/help/luk/15/22) +* [लूका 20:46](rc://*/tn/help/luk/20/46) * [मत्ती. 27:27-29](rc://*/tn/help/mat/27/27) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H145, H155, H899, H1545, H2436, H2684, H3671, H3801, H3830, H3847, H4060, H4254, H4598, H5497, H5622, H6614, H7640, H7757, H7897, H8071, G1746, G2066, G2067, G2440, G4749, G4016, G5511 +* Strong's: H145, H155, H899, H1545, H2436, H2684, H3671, H3801, H3830, H3847, H4060, H4254, H4598, H5497, H5622, H6614, H7640, H7757, H7897, H8071, G1746,, G2067, G2440, G4749, G4016, G5511 diff --git a/bible/other/sacred.md b/bible/other/sacred.md index f74c4c9..f7a43d6 100644 --- a/bible/other/sacred.md +++ b/bible/other/sacred.md @@ -8,7 +8,7 @@ * "पवित्र भजन" या "पवित्र संगति" उक्तियां परमेश्वर की महिमा के लिए गाया या बजाने हुआ गाना को सूचित करता है। इसका अनुवाद "यहोवा की आराधना में बजाया गया संगीत" या "परमेश्वर की स्तुति के गीत" जैसे हो सकता है। * "पवित्र कर्तव्य" का संदर्भ "धार्मिक कार्यों" या "अनुष्ठान" को सूचित करता जो परमेश्वर की आराधना में मनुष्यों की अगुआई हेतु याजकों द्वारा किए गाया था। इसका संदर्भ मूर्तिपूजा में अन्यजाति पुजारियों द्वारा पूजन कृत्यों से भी होता है। -(यह भी देखें: [पवित्र](../kt/holy.md), [अभिषेक करना](../kt/consecrate.md), [याजक](../kt/priest.md))) +(यह भी देखें: [पवित्र](../kt/holy.md), [अभिषेक करना](../kt/consecrate.md), [याजक](../kt/priest.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: diff --git a/bible/other/scroll.md b/bible/other/scroll.md index 2a0dc7e..cc2076f 100644 --- a/bible/other/scroll.md +++ b/bible/other/scroll.md @@ -1,22 +1,22 @@ -# पुस्तक, दस्तावेज़ों +# कुंडली ग्रन्थ, पुस्तक ## परिभाषा: -प्राचीन युग में, एक पुस्तक पेपीरस घास या चमड़े की बनी एक छोटी चादर होती थी जिस पर लिखकर उसे लपेट लिया जाता था। +प्राचीन युग में, पुस्तक पेपीरस घास या चमड़े की बनी एक छोटी चटाई होती थी जिस पर लिखकर उसे लपेट लिया जाता था। * लिखकर या पढ़ कर उसे पुनः दोनों सिरों पर लगे डंडों पर लपेट दिया जाता था। -* वैध अभिलेखों ओर धर्म-शास्त्रों के लिए पुस्तक काम में लिए जाते थे। -* सन्देशवाहक के हाथ लाए गए उन पुस्तक पर मोम की मुहर लगी होती थी। जब पुस्तक (दस्तावेज़ों) प्राप्त होने पर मोम अभी भी मौजूद था, तो प्राप्तिकर्ता को पता था कि पुस्तक को पढ़ने के लिए कोई भी इसे खोला नहीं था या उस पर लिखने के बाद से इसे सील कर दिया गया था। -* इब्रानी धर्म-शास्त्र के पुस्तक (दस्तावेज़ों) आराधनालयों में पढ़े जाते थे। +* वैध अभिलेखों ओर धर्म-शास्त्रों के लिए वे पुस्तक स्वरुप काम में लिए जाते थे। +* सन्देशवाहक के हाथ लाए गए उन कुंडली ग्रंथों पर मोम की मुहर लगी होती थी। जब पुस्तक (दस्तावेज़ों) प्राप्त होने पर मोम ज्यों का त्यों रहता था, तो प्राप्तिकर्ता को विश्वास हो जाता था कि उसे किसी ने खोल कर नहीं पडा है या उसमें कुछ और लिख दिया है क्योंकि उसकी मोहर अछूती है। +* इब्रानी धर्म-शास्त्र की पुस्तक (कुंडली ग्रन्थ) आराधनालयों में ऊंची आवाज़ मेवं पढी जाती थी । (यह भी देखें: [मुहर](../other/seal.md), [आराधनालय](../kt/synagogue.md), [परमेश्वर का वचन](../kt/wordofgod.md)) ## बाइबल के सन्दर्भ: -* [यिर्मयाह 29:1-3](rc://*/tn/help/jer/29/01) -* [लूका 04:16-17](rc://*/tn/help/luk/04/16) +* [यिर्मयाह 29:3](rc://*/tn/help/jer/29/03) +* [लूका 4:17](rc://*/tn/help/luk/04/17) * [गिनती 21:14-15](rc://*/tn/help/num/21/14) -* [प्रकाशितवाक्य 05:1-2](rc://*/tn/help/rev/05/01) +* [प्रकाशितवाक्य 5:2](rc://*/tn/help/rev/05/02) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/other/seed.md b/bible/other/seed.md index 93b33e6..c972646 100644 --- a/bible/other/seed.md +++ b/bible/other/seed.md @@ -17,7 +17,7 @@ * प्रतीकात्मक उपयोग में जब सन्दर्भ एक ही वंश के पारिवारिक सदसयों से हो तब "बीज" की अपेक्षा "वंशज" या "वंशजों" शब्दों का उपयोग अधिक स्पष्ट होगा। कुछ भाषाओं में ऐसा शब्द भी हो सकता है जिसका अर्थ "सन्तान और नाती-पोते" हो। * स्त्री या पुरुष का "बीज" के लिए देखें कि लक्षित भाषा में इसे किस प्रकार व्यक्त किया जा सकता है जिससे पाठकों को बुरा न लगे या लज्जा का अनुभव न हो। (देखें: [व्यंजना](rc://*/ta/man/translate/figs-euphemism)) -(यह भी देखें: [वंशज](../other/descendant.md), [सन्तान](../other/offspring.md) +(यह भी देखें: [वंशज](../other/descendant.md), [सन्तान](../other/offspring.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: diff --git a/bible/other/sheep.md b/bible/other/sheep.md index e55f83a..03d2edb 100644 --- a/bible/other/sheep.md +++ b/bible/other/sheep.md @@ -1,13 +1,13 @@ -# भेड़, भेड़ें, मेंढ़ा, मेंढ़ा, भेड़, भेड़शाला, भेड़शाला, भेड़-बकरी, भेड़-काज +# भेड़, मेंढ़ा, भेड़शाला, भेड़शाला, भेड़ का ऊंन कतरने वाला, भेड़ की खाल ## परिभाषा: -“भेड़” एक छोटा चैपाया होती है जिसके शरीर पर ऊन होती है। नर भेड़ को मेढ़ा कहते हैं। मादा भेड़ को भेड़ कहते हैं "भेड़" का बहुवचन भी "भेड़" है। +“भेड़” एक छोटा चैपाया होती है जिसके शरीर पर ऊन होता है। नर भेड़ को मेढ़ा कहते हैं। मादा भेड़ को भेड़ कहते हैं "भेड़" का बहुवचन भी "भेड़" है। * भेड़ के बच्चे को मेम्ना कहते हैं। * इस्राएली अधिकतर भेड़ को बलि के लिए काम में लेते थे, विशेष करके नर भेड़ और मेम्ना। -* लोग भेड़ का मांस खाने के लिए और उसके ऊन को वस्त्र और अन्य चीज़े बनाने के लिए उपयोग करते है। -* भेड़ बहुत भरोसेमंद, दुर्बल एवं भीरू प्राणी होता है। वे भटकने के लिए आसानी से प्रभावित हो जाते हैं। उन्हें अगुआई, सुरक्षा, भोजन-पानी एवं रहने के लिए चरवाहे की आवश्यकता होती है। +* लोग भेड़ का मांस खाते हैं और उसके ऊन को वस्त्र और अन्य चीज़े बनाने के लिए उपयोग करते है। +* भेड़ बहुत भरोसा करने वाला, दुर्बल एवं भीरू प्राणी होता है। वे भटकने के लिए आसानी से प्रभावित हो जाते हैं। उन्हें अगुआई, सुरक्षा, भोजन-पानी एवं रहने के लिए चरवाहे की आवश्यकता होती है। * बाइबल में मनुष्य की तुलना भेड़ से की गई है जिनका चरवाहा परमेश्वर है। (अनुवाद के सुझाव: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://*/ta/man/translate/translate-unknown)) @@ -16,22 +16,22 @@ ## बाइबल के सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 08:32-33](rc://*/tn/help/act/08/32) -* [उत्पत्ति 30:31-32](rc://*/tn/help/gen/30/31) -* [यूहन्ना 02:13-14](rc://*/tn/help/jhn/02/13) -* [लूका 15:3-5](rc://*/tn/help/luk/15/03) -* [मरकुस 06:33-34](rc://*/tn/help/mrk/06/33) -* [मत्ती. 09:35-36](rc://*/tn/help/mat/09/35) -* [मत्ती. 10:5-7](rc://*/tn/help/mat/10/05) -* [मत्ती 12:11-12](rc://*/tn/help/mat/12/11) -* [मत्ती 25:31-33](rc://*/tn/help/mat/25/31) +* [प्रे.का. 8:32](rc://*/tn/help/act/08/32) +* [उत्पत्ति 30:32](rc://*/tn/help/gen/30/32) +* [यूहन्ना 2:14](rc://*/tn/help/jhn/02/14) +* [लूका 15:5](rc://*/tn/help/luk/15/05) +* [मरकुस 6:34](rc://*/tn/help/mrk/06/34) +* [मत्ती. 9:36](rc://*/tn/help/mat/09/36) +* [मत्ती. 10:6](rc://*/tn/help/mat/10/06) +* [मत्ती 12:12](rc://*/tn/help/mat/12/12) +* [मत्ती 25:33](rc://*/tn/help/mat/25/33) -## बाइबल के कहानियों से उदाहरण: +## बाइबल के कहानियों के उदाहरण: -* __[09:12](rc://*/tn/help/obs/09/12)__ एक दिन, मूसा जब अपनी __भेड़ो__ की देख रेख कर रहा था , तब उसने देखा कि किसी झाड़ी में आग लगी है | -* __[17:02](rc://*/tn/help/obs/17/02)__बैतलहम नगर में दाऊद एक चरवाहा था | वह अपने पिता की __भेड़ो__ की रखवाली करता था, दाऊद ने अलग-अलग समय पर भालू व शेर दोनों को मार गिराया जिन्होंने भेड़ों पर आक्रमण किया था | -* __[30:03](rc://*/tn/help/obs/30/03)__ यीशु ने लोगों की बड़ी भीड़ देखी और उन पर तरस खाया | क्योंकि वह उन __भेड़ो__ के समान थे जिनका कोई रखवाला न हो | -* __[38:08](rc://*/tn/help/obs/38/08)__ तब यीशु ने उनसे कहा, “तुम सब मुझे छोड़ दोगे, क्योंकि लिखा है: मैं रखवाले को मारूँगा, और __भेड़े__ तितर-बितर हो जाएँगी |” +* __[9:12](rc://*/tn/help/obs/09/12)__ एक दिन, मूसा अपनी __भेड़ो__ की देख रेख कर रहा था , तब उसने देखा कि किसी झाड़ी में आग लगी है | +* __[17:2](rc://*/tn/help/obs/17/02)__बैतलहम नगर में दाऊद एक चरवाहा था | वह अपने पिता की __भेड़ो__ की रखवाली करता था, दाऊद ने अलग-अलग समय पर भालू व शेर दोनों को मार गिराया जिन्होंने __भेड़ों__ पर आक्रमण किया था | +* __[30:3](rc://*/tn/help/obs/30/03)__ यीशु ने लोगों की बड़ी भीड़ देखी और उन पर तरस खाया | क्योंकि वह उन __भेड़ो__ के समान थे जिनका कोई रखवाला न हो | +* __[38:8](rc://*/tn/help/obs/38/08)__ तब यीशु ने उनसे कहा, “तुम सब मुझे छोड़ दोगे, क्योंकि लिखा है: मैं रखवाले को मारूँगा, और __भेड़े__ तितर-बितर हो जाएँगी |” ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/other/shepherd.md b/bible/other/shepherd.md index 6143779..bc4b3be 100644 --- a/bible/other/shepherd.md +++ b/bible/other/shepherd.md @@ -37,7 +37,7 @@ ## बाइबल के कहानियों से उदाहरण: -* __[09:11](rc://*/tn/help/obs/09/11)___ मूसा मिस्र से बहुत दूर जंगल में एक __चरवाहा__ बन गया.के प्रति +* __[09:11](rc://*/tn/help/obs/09/11)__ मूसा मिस्र से बहुत दूर जंगल में एक __चरवाहा__ बन गया.के प्रति * __[17:02](rc://*/tn/help/obs/17/02)__ दाऊद बेथलेहेम के शहर से एक चरवाहा था। अलग-अलग समय में जब वह अपने पिता के __भेड़__ देख रहा था, तब दाऊद ने शेर और एक भालू दोनों को मार दिया था जिसने __भेड़__ पर हमला किया था। * __[23:06](rc://*/tn/help/obs/23/06)__ उस रात, वहाँ कुछ __ चरवाहों __ पास के एक क्षेत्र में उनके झुंड की रक्षा करते थे। * __[23:08](rc://*/tn/help/obs/23/08)__ चरवाहों जल्द ही उस स्थान पर पहुंचे जहां यीशु था और उन्होंने उसे दूध पिलाने लेटा हुआ पाया, जैसे स्वर्गदूत ने उन्हें बताया था। diff --git a/bible/other/sinoffering.md b/bible/other/sinoffering.md index 012bf9b..42b46b5 100644 --- a/bible/other/sinoffering.md +++ b/bible/other/sinoffering.md @@ -6,11 +6,11 @@ * इस बलि में बैल की बलि चढ़ानी होती थी, वेदी पर उसका लहू और चर्बी जलाए जाते थे और पशु की लोथ को इस्राएल की छावनी के बाहर धरती पर जला दिया जाता था। * इस पशु को पूर्णतः भस्म करने का अर्थ था कि परमेश्वर अति पवित्र है और पाप अत्यधिक भयानक है। -* बाइबल की शिक्षा में पाप से शुद्ध होने के लिए पाप का मूल्य चुकाने के लिए लहू का बहाना आवश्यक है। +* बाइबल की शिक्षा में पाप से शुद्ध होने के लिए लहू का बहाया जाना आवश्यक था जो पाप का मूल्य चुकाने का प्रतीक था । * पशुबलि पाप के लिए स्थाई क्षमा नहीं उपलब्ध करवा सकती थी। * क्रूस पर यीशु की मृत्यु ने सदा के लिए पाप का दण्ड चुका दिया। वह एक सिद्ध पापबलि था। -(यह भी देखें: [वेदी](../kt/altar.md), [गाय](../other/cow.md), [क्षमा](../kt/forgive.md), [बलिदान](../other/sacrifice.md), [पाप](../kt/sin.md)) +(यह भी देखें: [वेदी](../kt/altar.md), [गाय](../other/cow.md), [क्षमा](../kt/forgive.md), [बलि](../other/sacrifice.md), [पाप](../kt/sin.md)) ## बाइबल के सन्दर्भ: diff --git a/bible/other/spear.md b/bible/other/spear.md index bf593cb..dad253e 100644 --- a/bible/other/spear.md +++ b/bible/other/spear.md @@ -1,23 +1,23 @@ -# भाला, भाले, भाला धारण करनेवाला सिपाही +# भाला, भाले, कुन्तधारी ## परिभाषा: -भाला एक ऐसा हथियार था जिसके धातु के फल के पीछे लम्बा डंडा लगा होता था और उसे फेंक कर दूर तक वार किया जाता था। +भाला एक ऐसा हथियार होता था जिसके सिरे पर धातु का सां चदाया हुआ फल लगा होता था तथा उसके पीछे पकड़ने हेतु लम्बा डंडा लगा होता था और उसे फेंक कर दूर तक वार किया जाता था। -* बाइबल के युग में युद्ध के लिए भाले काम में आते थे। आज भी कभी-कभी जन समुदायों के झगड़े में भाले काम में लिए जाते हैं। +* बाइबल के युग में युद्ध के लिए भाले काम में लेना एक आम अभ्यास था। आज भी कभी-कभी जन जातियों के झगड़ों में भाले काम में लिए जाते हैं। * यीशु क्रूस पर लटका हुआ था तब एक रोमी सैनिक ने भाले से उसकी पसली को छेदा था । * कभी-कभी लोग मछली या अन्य शिकार को मारने के लिए भाला काम में लेते हैं। * ऐसे ही हथियार “बर्छी” और "शूल” हैं। -* सुनिश्चित करें कि भाले का अनुवाद “तलवार” से भिन्न हो। तलवार भोंकने या घांपने के काम में आती है न कि फेंक कर वार करने के। तलवार का फल लम्बा होता है और पकड़ने के लिए हत्था होता है। जबकि भाले के सिरे पर एक छोटा फल लगा होता है। +* सुनिश्चित करें कि भाले का अनुवाद “तलवार” के अनुवाद से भिन्न हो। तलवार भोंकने या घोंपने के काम में आती है न कि फेंक कर वार करने के। तलवार का फल लम्बा होता है और पकड़ने के लिए हत्था होता है। जबकि भाले में एक लम्बे डंडे के सिरे पर एक छोटा फल लगा होता है। (यह भी देखें: [शिकार](../other/prey.md), [रोम.](../names/rome.md), [तलवार](../other/sword.md), [योद्धा](../other/warrior.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: * [1 शमूएल 13:19-21](rc://*/tn/help/1sa/13/19) -* [2 शमूएल 21:18-19](rc://*/tn/help/2sa/21/18) -* [नहेम्याह 04:12-14](rc://*/tn/help/neh/04/12) -* [भजन संहिता 035:1-3](rc://*/tn/help/psa/035/001) +* [2 शमूएल 21:19](rc://*/tn/help/2sa/21/19) +* [नहेम्याह 4:12-14](rc://*/tn/help/neh/04/12) +* [भजन संहिता 35:3](rc://*/tn/help/psa/035/003) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/other/statute.md b/bible/other/statute.md index 2a24091..11a7836 100644 --- a/bible/other/statute.md +++ b/bible/other/statute.md @@ -1,10 +1,10 @@ -# विधि, विधियां +# विधि ## परिभाषा: -विधि विशेष लिखित नियम है जो मनुष्यों के जीवन के लिए मार्ग स्पष्ट करता है। +विधि विशेष लिखित नियम है जो मनुष्यों के जीवन-आचरण के लिए मार्गदर्शन प्रदान करता है। -* शब्द "क़ानून" "अध्यादेश" और "आज्ञा" और "नियम" और "डिक्री" के समान है। इन सभी शर्तों में उन निर्देशों और आवश्यकताएं शामिल हैं जिनमें परमेश्वर अपने लोगों या शासकों को उनके लोगों को देता है। +* "विधि" शब्द अर्थ में "अध्यादेश" और "आज्ञा" और "नियम" और "आदेश" के समान है। इन सभी शब्दों में वे निर्देश और अनिवार्यताएं हैं जिन्हें परमेश्वर ने अपने लोगों को दिया है या शासक अपनी प्रजा को देता है। * राजा दाऊद कहता था कि वह यहोवा की विधियों से प्रसन्न रहता था। * “विधि” का अनुवाद “विशिष्ट आज्ञाएं” या “विशेष आदेश” रूप मैं किया जा सकता है। @@ -13,10 +13,10 @@ ## बाइबल के सन्दर्भ: * [1 राजा 11:11-13](rc://*/tn/help/1ki/11/11) -* [व्यवस्थाविवरण 06:20-23](rc://*/tn/help/deu/06/20) -* [यहेजकेल 33:14-16](rc://*/tn/help/ezk/33/14) -* [गिनती 19:1-2](rc://*/tn/help/num/19/01) +* [व्यवस्थाविवरण 6:20-23](rc://*/tn/help/deu/06/20) +* [यहेजकेल 33:15](rc://*/tn/help/ezk/33/15) +* [गिनती 19:2](rc://*/tn/help/num/19/02) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H2706, H2708, H6490, H7010 +* Strong's: H2706, H2708, H7010, G 1345 diff --git a/bible/other/stiffnecked.md b/bible/other/stiffnecked.md index b24956f..82b25d1 100644 --- a/bible/other/stiffnecked.md +++ b/bible/other/stiffnecked.md @@ -1,22 +1,22 @@ -# हठीले, हठीला, कठोर होकर, कठोरता +# अकड़ी गर्दन, हठीला, कठोर मन ## परिभाषा: -“हठीले”, बाइबल में इस्तेमाल किया जाने वाली उक्ति है जो उन लोगों के लिए है जो परमेश्वर की आज्ञा न मानते हैं और पश्चाताप करने से इंकार करते हैं। ऐसे लोग बहुत अहंकारी होते है और परमेश्वर के अधिकार के अधीन नहीं होते है। +“हठीले”, शब्द बाइबल में प्रयुक्त एक मुहावरा है जो उन लोगों का वर्णन करता है जो परमेश्वर की आज्ञाओं का उल्लंघन करते रहते हैं और मन फिराने से इन्कार करते हैं। ऐसे लोग बहुत अहंकारी होते है और परमेश्वर के अधिकार के अधीन नहीं होते है। -* इसी प्रकार, "हठीला" शब्द का वर्णन उस व्यक्ति के बारे में किया गया है, जिसने ऐसा करने के लिए कहा जाने पर भी अपना मन या कार्य बदलना नकार दिया है। हठीले लोग अच्छी सलाह या चेतावनी नहीं सुनेंगे जो अन्य लोग उन्हें देते हैं। -* पुराने नियम ने इस्राएलीयों को "कठोर" कहा क्योंकि उन्होंने परमेश्वर के भविष्यद्वक्ताओं से बहुत से संदेश नहीं सुने, जिन्होंने उन्हें पश्चाताप करने और यहोवा के पास वापस लौटने का आग्रह किया। -* यदि एक गर्दन "कठोर" है तो यह आसानी से मुड़ता नहीं । लक्षित भाषा में एक अलग मुहावर हो सकती है जो संचार करता है कि कोई व्यक्ति "असहनीय" है जिसमें वह अपने तरीके को बदलने से इनकार करता है । -* इस शब्द का अनुवाद करने के अन्य तरीकों में "अभिमानी जिद्दी" या "अभिमानी और निराधार" या "परिवर्तन करने से इनकार कर सकते हैं" शामिल हो सकते हैं। +* इसी प्रकार, "हठीला" शब्द उस व्यक्ति का वर्णन करता है जो मन फिराने से और कर्मों से फिर जाने से इन्कार करता है, चाहे उस से कितना भी आग्रह किया जाए| हठीले लोग मनुश्यों द्वारा दिए गए अच्छे परामर्श को या चेतावनी को नहीं मानते हैं। +* पुराने नियम में इस्राएलीयों को "कठोर मन" का कहा गया है क्योंकि उन्होंने परमेश्वर के भविष्यद्वक्ताओं से बहुत से संदेश नहीं सुने, जिन्होंने उनसे पश्चाताप करने और यहोवा के पास वापस लौटने का आग्रह किया। +* यदि एक गर्दन "कठोर" है तो यह आसानी से मुड़ती नहीं। लक्षित भाषा में एक अलग मुहावरा हो सकता है जो संचार करता है कि कोई व्यक्ति "लचीला" नहीं है अर्थात वह अपने तरीके को बदलने से इनकार करता है । +* इस शब्द के अन्य अनुवाद रूप हो सकते हैं, "अभिमानी जिद्दी" या "अभिमानी और न झुकने वाला" या "परिवर्तन से इनकार करने वाला"। (यह भी देखें: [अभिमानी](../other/arrogant.md), [घमण्डी](../other/proud.md), [मन फिराव करना](../kt/repent.md)) ## बाइबल के सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 07:51-53](rc://*/tn/help/act/07/51) -* [व्यवस्थाविवरण 09:13-14](rc://*/tn/help/deu/09/13) +* [प्रे.का. 7:51](rc://*/tn/help/act/07/51) +* [व्यवस्थाविवरण 9:13-14](rc://*/tn/help/deu/09/13) * [निर्गमन 13:14-16](rc://*/tn/help/exo/13/14) -* [यिर्मयाह 03:17-18](rc://*/tn/help/jer/03/17) +* [यिर्मयाह 03:17](rc://*/tn/help/jer/03/17) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/other/storehouse.md b/bible/other/storehouse.md index a90bf43..65317e6 100644 --- a/bible/other/storehouse.md +++ b/bible/other/storehouse.md @@ -2,21 +2,21 @@ ## परिभाषा: -"भण्डार" अन्न और अन्य वस्तुओं को सुरक्षित रखने के लिए बनाये गए विशेष गृह। +"भण्डार गृह" प्रायः अन्न और अन्य वस्तुओं को लम्सुबे समय तक सुरक्षित रखने के लिए बनाई गई बड़ी बड़ी इमारतें होती हैं। -* बाइबल में “भण्डार” प्रायः अतिरिक्त अन्न तथा भोजन सामग्री को भविष्य के लिए सुरक्षित रखा जाता था, जब अकाल के कारण भोजन की कमी हो जाए। +* बाइबल में “भण्डार गृह” प्रायः अतिरिक्त अन्न तथा भोजन सामग्री को भविष्य के लिएअकाल के समय हेतु सुरक्षित रखने के लिए काम में लिए जाते थे। * यह शब्द प्रतीकात्मक रूप में उन सब अच्छी वस्तुओं के लिए भी काम में लिया जाता है जो परमेश्वर अपने लोगों को देना चाहता है। -* मंदिर के भण्डार में मूल्यवान चीजें थीं जो यहोवा को समर्पित थीं, जैसे सोने और चांदी। मंदिर में मरम्मत और रखरखाव करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली इनमें से कुछ चीजों को भी वहां रखा गया था। -* “भण्डार” शब्द के अन्य अनुवाद हो सकते हैं “अन्न भण्डार का गोदाम” या “भोजन संरक्षण का स्थान” या “मूल्यवान वस्तुओं को सुरक्षित रखने का कक्ष”। +* मंदिर के भण्डार में मूल्यवान चीजें थीं जो यहोवा को समर्पित थीं, जैसे सोने और चांदी। मंदिर में मरम्मत और रखरखाव करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली इनमें से कुछ चीजों को भी वहां रखा जाता था। +* “भण्डार” शब्द के अन्य अनुवाद हो सकते हैं, “अन्न भण्डारण का गोदाम” या “भोजन संरक्षण का स्थान” या “मूल्यवान वस्तुओं को सुरक्षित रखने का कक्ष”। (यह भी देखें: [अभिषेक करना](../kt/consecrate.md), [समर्पण करना](../other/dedicate.md), [अकाल](../other/famine.md), [सोना](../other/gold.md), [अन्न](../other/grain.md), [चांदी](../other/silver.md), [मन्दिर](../kt/temple.md)) ## बाइबल के सन्दर्भ: * [2 इतिहास 16:2-3](rc://*/tn/help/2ch/16/02) -* [लूका 03:17](rc://*/tn/help/luk/03/17) -* [मत्ती 03:10-12](rc://*/tn/help/mat/03/10) -* [भजन-संहिता 033:7-9](rc://*/tn/help/psa/033/007) +* [लूका 3:17](rc://*/tn/help/luk/03/17) +* [मत्ती 3:12](rc://*/tn/help/mat/03/12) +* [भजन-संहिता 33:7](rc://*/tn/help/psa/033/007) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/other/strongdrink.md b/bible/other/strongdrink.md index 833af16..4d02a77 100644 --- a/bible/other/strongdrink.md +++ b/bible/other/strongdrink.md @@ -9,7 +9,7 @@ * याजक या नाजीर मनुष्य को किसी भी प्रकार का खमीर किया गया पेय वर्जित था। * इस शब्द को "किण्वित पेय" या "शराबी पेय" के रूप में भी अनुवाद किया जा सकता है। -(यह भी देखें: [अंगूर](../other/grape.md), [नाजीर](../kt/nazirite.md), [मन्नत ](../kt/vow.md), [दाखरस](../other/wine.md)) +(यह भी देखें: [अंगूर](../other/grape.md), [नाजीर](../kt/nazirite.md), [मन्नत](../kt/vow.md), [दाखरस](../other/wine.md)) ## बाइबल के सन्दर्भ: diff --git a/bible/other/suffer.md b/bible/other/suffer.md index 9301275..d086190 100644 --- a/bible/other/suffer.md +++ b/bible/other/suffer.md @@ -1,44 +1,44 @@ -# दुःख उठाए, दुःख उठाना, दुःख उठाया, दुःख उठता, दुःख उठाता +# दुःख उठाना, कष्ट ## परिभाषा: -“दुःख उठाए” और “दुख उठाना” का अर्थ है कष्टकारी अनुभव जैसे रोग, दुखदाई या अन्य कठिनाइयां। +“दुःख उठाना” और “कष्ट भोगना” का सन्दर्भ अनर्थकारी अनुभव से है, जैसे रोग, पीड़ा या अन्य क्लेशों से है। * जब मनुष्यों को सताया जाता है या जब वे रोगी होते हैं तब उन्हें दुख होता है। -* कभी-कभी मनुष्य गलत कामों के कारण भी दुख उठाता है, कभी-कभी संसार में पाप और रोग के कारण मनुष्य दुख उठाता है। +* कभी-कभी मनुष्य अपने गलत कामों के कारण भी दुख उठाता है, कभी-कभी संसार में पाप और रोग के कारण मनुष्य दुख उठाता है। * दुख शारीरिक भी होता है जैसे पीड़ा और रोग। मानसिक दुख भी होता है जैसे भय, उदासी या अकेलापन। * “मुझे सह लो” अर्थात् “मेरे साथ सहनशील रहो” या “मेरी बात सुनो” या “धीरज धरकर सुनो”। ## (अनुवाद के सुझाव: -* “दुख उठाना” का अनुवाद “पीड़ा का अनुभव करना” या “कठिन एवं कष्टकारी अनुभव करना” या "कठिन और दर्दनाक अनुभवों के माध्यम से जाना"। -* संदर्भ के आधार पर, "पीड़ा" का अनुवाद "अत्यंत कठिन परिस्थितियों" या "गंभीर कठिनाइयों" या "कठिनाई का अनुभव" या "दर्दनाक अनुभवों का समय" के रूप में किया जा सकता है। +* “दुख उठाना” का अनुवाद “पीड़ा का अनुभव करना” या “कठिनाइयों का सामना करना" या "क्लेश और कष्टदायक अनुभव होना"। +* संदर्भ के आधार पर, "पीड़ा" का अनुवाद "अत्यंत कठिन परिस्थितियों" या "गंभीर कठिनाइयों" या "कठिनाई क्लेशों का अनुभव" या "दर्दनाक अनुभवों का समय" के रूप में किया जा सकता है। * “प्यास लगना” का अनुवाद “प्यासा होना” या “प्यास के कारण व्याकुल होना” हो सकता है”। * “हिंसा सहना” का अनुवाद “हिंसा का शिकार होना” या “हिंसक कामों से हानि उठाना” ## बाइबल सन्दर्भ: * [1 थिस्सलुनीकियों 02:14-16](rc://*/tn/help/1th/02/14) -* [2 थिस्सलुनीकियों 01:3-5](rc://*/tn/help/2th/01/03) -* [2 तीमुथियुस 01:8-11](rc://*/tn/help/2ti/01/08) -* [प्रे.का. 207:11-13](rc://*/tn/help/act/07/11) -* [यशायाह 53:10-11](rc://*/tn/help/isa/53/10) -* [यिर्मयाह 06:6-8](rc://*/tn/help/jer/06/06) -* [मत्ती. 16:21-23](rc://*/tn/help/mat/16/21) -* [भजन-संहिता 022:24-25](rc://*/tn/help/psa/022/024) -* [प्रकाशितवाक्य 01:9-11](rc://*/tn/help/rev/01/09) +* [2 थिस्सलुनीकियों 1:3-5](rc://*/tn/help/2th/01/03) +* [2 तीमुथियुस 1:8](rc://*/tn/help/2ti/01/08) +* [प्रे.का. 7:11-13](rc://*/tn/help/act/07/11) +* [यशायाह 53:11](rc://*/tn/help/isa/53/11) +* [यिर्मयाह 6:6-8](rc://*/tn/help/jer/06/06) +* [मत्ती. 16:21](rc://*/tn/help/mat/16/21) +* [भजन-संहिता 22:24](rc://*/tn/help/psa/022/024) +* [प्रकाशितवाक्य 01:9](rc://*/tn/help/rev/01/09) * [रोमियो 05:3-5](rc://*/tn/help/rom/05/03) -## बाइबल के कहानियों से उदाहरण: +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: * __[09:13](rc://*/tn/help/obs/09/13)__ परमेश्वर ने कहा, “मैं ने अपनी प्रजा के लोग जो मिस्र में है उनके __दुःख__ को निश्चय देखा है |” -* __[38:12](rc://*/tn/help/obs/38/12)__ यीशु ने तीन बार प्रार्थना की कहा, “हे मेरे पिता, यदि हो सके तो इस __दुःख__ के कटोरे में से मुझे पीने मत देना | -* __[42:03](rc://*/tn/help/obs/42/03)__ उसने(यीशु) उन्हें नबियों ने जो कहा था याद दिलाया कि मसीह __दुःख उठाएगा__ और मारा जाएगा और फिर तीसरे दिन जी उठेगा | -* __[42:07](rc://*/tn/help/obs/42/07)__ उसने(यीशु) कहा कि, “लिखा है कि मसीह __दुःख__ उठाएग, मारा जायेगा और तीसरे दिन मरे हुओ में से जी उठेगा |” -* __[44:05](rc://*/tn/help/obs/44/05)__ यधपि तुम्हे नहीं पता था कि क्या करते हो, परन्तु परमेश्वर ने तुम्हारे कामो का इस्तेमाल किया भविष्यवाणियों को पूरा करने के लिए, कि उसका मसीह __दुःख उठाएगा__, और मारा जाएँगा | -* __[46:04](rc://*/tn/help/obs/46/04)__ प्रभु ने कहा, "तू चला जा क्योंकि वह तो अन्यजातियों और राजाओं के सामने मेरा नाम प्रगट करने के लिये मेरा चुना हुआ पात्र है | और मैं उसे बताऊँगा कि मेरे नाम के लिये उसे कैसा कैसा __दुःख उठाना__ पड़ेगा |” +* __[38:12](rc://*/tn/help/obs/38/12)__ यीशु ने तीन बार प्रार्थना की, “हे मेरे पिता, यदि हो सके तो यह __दुःख__ का कटोरा मुझे न पड़े | +* __[42:3](rc://*/tn/help/obs/42/03)__ उसने(यीशु) उन्हें भविष्यद्वक्ताओं के वचन स्मरण कराए कि मसीह __दुःख उठाएगा__ और मारा जाएगा और फिर तीसरे दिन जी उठेगा | +* __[42:7](rc://*/tn/help/obs/42/07)__ उसने(यीशु) कहा, “लिखा है कि मसीह __दुःख__ उठाएग, मारा जायेगा और तीसरे दिन मरे हुओ में से जी उठेगा |” +* __[44:5](rc://*/tn/help/obs/44/05)__ यधपि तुम जानते नहीं थे कि क्या करते हो, परन्तु परमेश्वर ने तुम्हारे कामो द्वारा ही भविष्यवाणियों को पूरा करने के लिए, कि उसका मसीह __दुःख उठाएगा__, और मारा जाएँगा | +* __[46:4](rc://*/tn/help/obs/46/04)__ प्रभु ने कहा, "तू चला जा क्योंकि वह तो अन्यजातियों और राजाओं के सामने मेरा नाम प्रगट करने के लिये मेरा चुना हुआ पात्र है | और मैं उसे बताऊँगा कि मेरे नाम के लिये उसे कैसा कैसा __दुःख उठाना__ पड़ेगा |” * __[50:17](rc://*/tn/help/obs/50/17)__ वह हर आँसू पोंछ देगा और फिर वहाँ कोई __दुख__, उदासी, रोना, बुराई, दर्द, या मृत्यु नहीं होगी | ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H943, H1741, H1934, H4342, H4531, H4912, H5142, H5254, H5375, H5999, H6031, H6040, H6041, H6064, H6090, H6770, H6869, H6887, H7661, G91, G941, G971, G2210, G2346, G2347, G3804, G3958, G4310, G4778, G4841, G5004, G5723 +* Strong's: H943, H1741, H1934, H4531, H5142, H5254, H5375, H5999, H6031, H6040, H6041, H6064, H6090, H6770, H6869, H6887, H7661, G91, G941, G971, G2210, G2346, G2347, G 2552, G2553, G2561, G3804, G3958, G4310, G4778, G4777, G4841, G5004, diff --git a/bible/other/tax.md b/bible/other/tax.md index 982c5bd..4796368 100644 --- a/bible/other/tax.md +++ b/bible/other/tax.md @@ -1,26 +1,47 @@ -# कर, करों, कर लगाया, कर लगाना, करदाताओं +# कर, लगान,करारोपण, करदाता, कर संग्राहक ## परिभाषा: -“कर” और “करों” अर्थात सत्तावासी सरकार को पैसा या सामान देना। +“कर” और “करों” अर्थात उन पर सत्तावासी सरकार को पैसा या सामान देना। कर संग्राहक एक सरकारी कर्मचारी होता है जिसका उत्तरदायित्व है कि सरकार को दी जाने वाली धनराशी जनता से वसूल करे| * कर का मान निर्धारण किसी वस्तु के मूल्य या मनुष्य की सम्पदा के मूल्य पर किया जाता है। -* जब कर नहीं चुकाया तब सरकार वैधानिक प्रक्रिया द्वारा किसी व्यक्ति या व्यपारिक इकाई के विरुद्ध कार्यवाही कर सकती है कि देय राशि की वसूली की जाए। -* यूसुफ और मरियम, यात्रा करके बैतलहम को गए ताकि जनगणना में गिने जाए,जो कर देने हेतु रोमी साम्राज्य में रहनेवाले हर व्यक्ति के लिए आयोजित किया गया था। +* यीशु और प्रेरितों के युग में, रोमी सरकार रोमी साम्राज्य में रहने वाले हर एक जन से कर वसूलती थी, यहूदिओं से भी| +* यदि कर नहीं चुकाया तब तो सरकार दोषी पर वैधानिक कार्यवाही करके देय राशि की वसूली कर लेती है। +* यूसुफ और मरियम, यात्रा करके बैतलहम को गए ताकि जनगणना में गिने जाए,जो कर देने हेतु रोमी साम्राज्य में रहनेवाले हर व्यक्ति के लिए अनिवार्य थी। * संदर्भ के आधार पर "कर" शब्द का अनुवाद "आवश्यक भुगतान" या "सरकारी धन" या "मंदिर धन" के रूप में भी किया जा सकता है। -* "करों का भुगतान" करने का अनुवाद "सरकार को पैसा" या "सरकार के लिए धन प्राप्त" या "आवश्यक भुगतान करना" के रूप में भी किया जा सकता है। "करों को एकत्र करने" का अनुवाद "सरकार के लिए धन प्राप्त करने के लिए किया जा सकता है" +* "करों का भुगतान" करने का अनुवाद "सरकार को पैसा" या "सरकार के लिए धन संग्रह करना" या "आवश्यक भुगतान करना" के रूप में भी किया जा सकता है। "करों को एकत्र करने" का अनुवाद "सरकार के लिए धन प्राप्त करना" किया जा सकता है" * “चुंगी लेने वाला” सरकारी कर्मचारी है जो मनुष्यों से अनिवार्य धन-राशि एकत्र करता है। +* र्प्मी सरकार के लिए कर वसूली करने वाले प्रायः सरकार द्वारा निर्दिष्ट धनराशी से अधिक वसूली किया करते थे और अतिरिक्त धनराशी अपने पास रख लेते थे| +* क्योंकि कर संग्राहक इस प्रकार जनता को ठगते थे इसलिए यहूदी उनको महा पापी मानते थे| +* यहूदी कर संग्राहकों को देशद्रोही भी मानते थे क्योंकि वे रोमी सर्कार के लिए काम करते थे जो यहूदिओं पर अत्यचार करती थी| +* "चुंगी लेने वाले और पापी"यह उक्ति नए नियम के युग में एक सामान्य अभिव्यक्ति थी जिससे प्रकट होता था कि यहूदी कर संग्रसहकों से कैसी घृणा करते थे -(यह भी देखें: [बैतलहम](../names/bethlehem.md), [नाम लिखाना](../other/census.md), [नागरिकों](../other/citizen.md), [रोम](../names/rome.md), [चुंगी लेनेवाला](../other/taxcollector.md)) +(यह भी देखें: [यहूदी](../kt/jew.md), [रोम](../names/rome.md), [पाप](../kt/sin.md), ## बाइबल सन्दर्भ: * [लूका 20:21-22](rc://*/tn/help/luk/20/21) -* [मरकुस 02:13-14](rc://*/tn/help/mrk/02/13) -* [मत्ती 09:7-9](rc://*/tn/help/mat/09/07) +* [मरकुस 2:13-14](rc://*/tn/help/mrk/02/13) +* [मत्ती 9:7-9](rc://*/tn/help/mat/09/07) * [गिनती 31:28-29](rc://*/tn/help/num/31/28) * [रोमियो 13:6-7](rc://*/tn/help/rom/13/06) +* [लूका 3:12-13](rc://*/tn/help/luk/03/12) +* [लूका 5:27-28](rc://*/tn/halp/luk/05/27) +* [मत्ति 5:46-48](rc://*/tn/help/mat/05/46) +* [मत्ती 9:10-11](rc://*/tn/help/mat/09/10) +* [मत्ती 11:18-19](rc://*/tn/help/mat/mat/11/18) +* [मत्ती 17:26-27](rc://*/tn/help/mat/17/26) +* [मत्ती 18:17](rc://*/tn/help/mat/18/17) + +## बाईबल की कहानियों के उदाहरण + +34:6 उसने कहा, "दो मनुष्य मंदिर में प्रार्थना करने के लिए गए; एक धर्म गुरु (फरीसी) था अनुर दूसरा चुंगी लेने वाला|" +34:7 "धर्म गुरु (फरीसी) ने इस प्रकार प्रार्थना की, 'हे परमेश्वर, मैं तेरा धन्यवाद करता हूँ कि मैं दुसरे मनुष्यों के सदृश्य पापी नहीं हूँ जैसे डाकू,अंधेर करने वाले,व्यभिचारी, और न ही इस चुंगी लेने वाले के सामान हूँ|'" +34:9 "परन्तु चुंगी लेने वाले ने दूर खड़े होकर स्वर्ग के और आँख उठाना भी न चाहा, वरन अपनी छाती पीट पीट कर कहा, 'हे परमेश्वर मुझ पापी पर दया कर|'" +34:10 तब यीशु ने कहा, "मैं तुमसे सच कहता हूँ कि परमेश्वर ने उस चुंगी लेने वाले कि प्रार्थना सुन ली और उसको धर्मी घोषित कर दिया|" +35:1 एक दिन यीशु अनेक चुंगी लेने वालों और पापियों के समूह को शिक्षा दे रहा था| ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H2670, H4060, H4371, H4522, H4864, H6186, G583, G5411 +* कर: Strong's: H2670, H4060, H4371, H4522, H4864, H6186, G1323, G2778, G5055, G5411 G583, G5411 +* कर संग्राहक: Strong's: H5065, H5674, G5057, G5058 diff --git a/bible/other/terror.md b/bible/other/terror.md index 568cda3..bc5e81e 100644 --- a/bible/other/terror.md +++ b/bible/other/terror.md @@ -3,7 +3,6 @@ ## परिभाषा: * “डर” शब्द अत्यंत भय को व्यक्त करता है। किसी को “डराना” अर्थात उसे भयभीत करना। - * “डर” किसी वस्तु या मनुष्य द्वारा उत्पन्न भय भी होता है। डर का एक उदाहरण हमलावर दुश्मन सेना या महामारी या बीमारी है जो व्यापक है, कई लोगों की हत्या कर सकता है। * इन भयावहों को "भयानक" के रूप में वर्णित किया जा सकता है। इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “भय-कारण” या “आतंक-उत्पादक।” * परमेश्वर का न्याय एक दिन मन न फिराने वाले मनुष्यों में जो उसके अनुग्रह को अस्वीकार करते हैं, भय उत्पन्न करेगा। diff --git a/bible/other/thief.md b/bible/other/thief.md index 6b1ecf9..26318f4 100644 --- a/bible/other/thief.md +++ b/bible/other/thief.md @@ -1,24 +1,24 @@ -# चोर, चोर, लूटने, लूटने, लूटने, डाकू, लुटेरे, डकैती, लूट +# चोर, लूटना, लूटेरा, लूटना, डाकू ## तथ्य: -“चोर” या “लुटेरा” वह व्यक्ति है जो मनुष्यों का पैसा या सामान चुराता है। "चोर" का बहुवचन है "चोरों।" शब्द "डाकू" अक्सर एक चोर को दर्शाता है जो शारीरिक रूप से उन लोगों को हानि पहुँचाता या धमकाता है जिससे वह चोरी करता हैं। +“चोर” या “लुटेरा” वह व्यक्ति है जो मनुष्यों का पैसा या सामान चुराता है। "चोर" का बहुवचन है "चोरों।" "डाकू" शब्द अधिकतर एक ऐसे चोर का सन्दर्भ देता है जो लुटने वालों को शारीरिक हानि पहुंचाता है या भयभीत करता है। * यीशु ने एक सामरी का दृष्टान्त सुनाया, जिसने एक यहूदी व्यक्ति का ख्याल रखा जिस पर लुटेरों ने हमला किया था। लुटेरों ने यहूदी व्यक्ति को पीटा और उसके पैसे और कपड़े चोरी करने से पहले उसे घायल कर दिया था। * चोर और लुटेरों दोनों चोरी करने अचानक ही आते है, जब लोग इसकी उम्मीद नहीं करते। वे प्रायः अन्धकार में काम करते हैं कि छिपे रहें। -* नये नियम में शैतान को प्रतीकात्मक रूप में एक चोर कहा गया है जो चोरी करने, हत्या करने और नाश करने आता है। इसका अर्थ है कि शैतान की योजना है कि परमेश्वर के लोगों को भरमाकर उसकी आज्ञा मानने से रोके। अगर शैतान ऐसा करने में सफल हुआ तो लोगों से अच्छी चीजें चोरी कर लेगा जो परमेश्वर ने उनके लिए योजना बनाई है। -* यीशु ने अपने पुनरागमन की तुलना चोर से किया जो अचानक लोगों से चोरी करने आता है। जैसे चोर ऐसे समय आता है जब मनुष्य उसकी प्रतीक्षा में नहीं रहता है वैसे ही यीशु भी अकस्मात ही आ जाएगा जब मनुष्य उसके आगमन के लिए तैयार न हो। +* नये नियम में शैतान को प्रतीकात्मक रूप में एक चोर कहा गया है जो चोरी करने, हत्या करने और नाश करने आता है। इसका अर्थ है कि शैतान की योजना है कि परमेश्वर के लोगों को भरमाकर उसकी आज्ञा मानने से रोके। अगर शैतान ऐसा करने में सफल हुआ तो वह लोगों से उन अच्छी बातों को चुरा जिनकी योजना परमेश्वर ने उनके लिए बनाई है। +* यीशु ने अपने आकस्मिक पुनरागमन की तुलना चोर के अकस्मात् आ जाने से की थी जो की चोरी करने आता है। जैसे चोर ऐसे समय आता है जब मनुष्य उसकी प्रतीक्षा में नहीं रहता है वैसे ही यीशु भी अकस्मात ही आ जाएगा जब मनुष्य उसके आगमन के लिए तैयार न हो। -(यह भी देखें: [आशिष](../kt/bless.md), [अपराध](../other/criminal.md), [क्रूस पर चढ़ाई](../kt/crucify.md), [अन्धकार](../other/darkness.md), [विनाशकारी](../other/destroyer.md), [सामर्थ्य](../kt/power.md), [सामरिया](../names/samaria.md), [शैतान](../kt/satan.md)) +(यह भी देखें: [आशिष देना](../kt/bless.md), [अपराध](../other/criminal.md), [क्रूस पर चढ़ाना](../kt/crucify.md), [अन्धकार](../other/darkness.md), [विनाशक](../other/destroyer.md), [सामर्थ्य](../kt/power.md), [सामरिया](../names/samaria.md), [शैतान](../kt/satan.md)) ## बाइबल के सन्दर्भ: * [2 पतरस 03:10](rc://*/tn/help/2pe/03/10) -* [लूका 12:33-34](rc://*/tn/help/luk/12/33) -* [मरकुस 14:47-50](rc://*/tn/help/mrk/14/47) -* [नीतिवचन 06:30-31](rc://*/tn/help/pro/06/30) -* [प्रकाशितवाक्य 03:3-4](rc://*/tn/help/rev/03/03) +* [लूका 12:33](rc://*/tn/help/luk/12/33) +* [मरकुस 14:48](rc://*/tn/help/mrk/14/48) +* [नीतिवचन 6:30](rc://*/tn/help/pro/06/30) +* [प्रकाशितवाक्य 3:3](rc://*/tn/help/rev/03/03) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1214, H1215, H1416, H1589, H1590, H1980, H6530, H6782, H7703, G727, G1888, G2417, G2812, G3027 +* Strong's: H1214, H1215, H1416, H1589, H1590, H1980, H6530, H7703, G727, G2417, G2812, G3027 diff --git a/bible/other/thorn.md b/bible/other/thorn.md index 6eb1384..429b3bd 100644 --- a/bible/other/thorn.md +++ b/bible/other/thorn.md @@ -10,7 +10,7 @@ * यीशु के क्रूसीकरण से पहले उसके सिर पर कांटों का मुकुट रखा गया है। * यदि संभव हो तो, इन शब्दों का अनुवाद दो अलग-अलग पौधों या झाड़ियों के नाम से किया जाना चाहिए जो कि भाषा क्षेत्र में जाना जाता है। -(यह भी देखें: [मुकुट ](../other/crown.md), [फल](../other/fruit.md), [आत्मा](../kt/spirit.md)) +(यह भी देखें: [मुकुट](../other/crown.md), [फल](../other/fruit.md), [आत्मा](../kt/spirit.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: diff --git a/bible/other/tomb.md b/bible/other/tomb.md index 6765b87..cf94f0f 100644 --- a/bible/other/tomb.md +++ b/bible/other/tomb.md @@ -1,36 +1,35 @@ -# कब्र, मिट्टी देनेवाले, कब्रें, कब्र, कब्रों, कब्रिस्तान +# कब्र, कब्र देनेवाले, कब्रें, कब्रिस्तान ## परिभाषा: -* “कब्र” वह स्थान है जहां मृतक के शव को रखा जाता है। * इसी संदर्भ में “कब्रिस्तान” भी है। - -* यहूदी कभी-कभी गुफाओं में मृतकों को रखते थे। कभी-कभी वे पहाड़ों में गुफा खोदते थे। -* नये नियम के समय ऐसी कब्रों को बन्द करने के लिए उन पर बड़ा पत्थर लुढ़का देना एक आम अभ्यास था। -* यदि कब्र का अर्थ शव को दफन करने के लिए जमीन के नीचे गड्डा हो तो इसका अनुवाद करने के और तरीके “गुफा” या “पहाड़ में छेद करना” हो सकता है। -* प्रतीकात्मक रूप में और अक्सर “कब्र” शब्द मृतक के सदृश्य अवस्था को या मृतकों की आत्माओं के स्थान के लिए काम में आता है। +* “कब्र” वह स्थान है जहां मृतक के शव को रखा जाता है। “कब्रिस्तान” एक अधिक सामान्य शब्द है जो इसके ही सन्दर्भ में काम में अता है। +* यहूदी कभी-कभी प्राकृतिक गुफाओं को कब्रों के लिए काम में लेते थे। कभी-कभी वे पहाड़ों की चट्टानों में गुफा खोदते थे। +* नये नियम के युग में, ऐसी कब्रों को बन्द करने के लिए उन पर बड़ा पत्थर लुढ़का देना एक आम अभ्यास था। +* यदि लक्षित भाषा में कब्र के लिए प्रयुक्त शब्द केवल शव को गाड़ने के लिए धरती में बनाया गया एक छेद के सन्दर्भ में हो तो इसके अनुवाद के अन्य रूप हो सकते हैं: "गुफा" या पहाड़ में किया गया छेद"। +* प्रतीकात्मक रूप में और अक्सर “कब्र” शब्द मृतक अवस्था को दर्शाने या मृतकों की आत्माओं के स्थान के लिए काम में आता है। (यह भी देखें: [दफन करना](../other/bury.md), [मृत्यु](../other/death.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 02:29-31](rc://*/tn/help/act/02/29) -* [उत्पत्ति 23:5-6](rc://*/tn/help/gen/23/05) -* [उत्पत्ति 50:4-6](rc://*/tn/help/gen/50/04) -* [यूहन्ना 19:40-42](rc://*/tn/help/jhn/19/40) -* [लूका 23:52-53](rc://*/tn/help/luk/23/52) -* [मरकुस 05:1-2](rc://*/tn/help/mrk/05/01) -* [मत्ती 27:51-53](rc://*/tn/help/mat/27/51) -* [रोमियो 03:13-14](rc://*/tn/help/rom/03/13) +* [प्रे.का. 2:29-31](rc://*/tn/help/act/02/29) +* [उत्पत्ति 23:5-6](rc://*/tn/help/gen/23/06) +* [उत्पत्ति 50:5](rc://*/tn/help/gen/50/05) +* [यूहन्ना 19:41](rc://*/tn/help/jhn/19/41) +* [लूका 23:53](rc://*/tn/help/luk/23/53) +* [मरकुस 5:1-2](rc://*/tn/help/mrk/05/01) +* [मत्ती 27:53](rc://*/tn/help/mat/27/53) +* [रोमियो 3:13](rc://*/tn/help/rom/03/13) ## बाइबल कहानियों से उदाहरण: -* __[32:04](rc://*/tn/help/obs/32/04)__ वह __कब्रों__ में रहा करता था। वह रात दिन चिल्लाता रहता था | -* __[37:06](rc://*/tn/help/obs/37/06)__ यीशु ने उनसे पूछा “तुमने लाज़र को कहाँ रखा है?” उन्होंने उससे कहा, "__कब्र__ में, आओ और देख लो |” तब यीशु रोया | -* __[37:07](rc://*/tn/help/obs/37/07)__ वो __कब्र__ एक गुफा थी जिसके द्वार पर एक बड़ा पत्थर लगा हुआ था | -* __[40:09](rc://*/tn/help/obs/40/09)__ तब यूसुफ और नीकुदेमुस, दो यहूदी याजक जिन्हें विश्वास था कि यीशु ही मसीह है, पिलातुस के पास जाकर यीशु का शव माँगा | उन्होंने उसके शव को उज्ज्वल चादर में लपेटा, और चट्टान में खुदवाई गई __कब्र__ में रख दिया | तब उन्होंने द्वार पर बड़ा पत्थर लुढ़काकर उसे बन्द कर दिया | -* __[41:04](rc://*/tn/help/obs/41/04)__ उसने कब्र के पत्थर को जो __कब्र__ के द्वार पर लगा था हटा दिया और उस पर बैठ गया, __कब्र__ की रखवाली करने वाले पहरुए काँप उठे और मृतक समान हो गए | -* __[41:05](rc://*/tn/help/obs/41/05)__ जब महिलाएँ __कब्र__ पर पहुँची, स्वर्गदूत ने स्त्रियों से कहा, “मत डरो | यीशु यहाँ नहीं है, परन्तु अपने वचन के अनुसार जी उठा है |" आओ, यह स्थान देखो |” तब सस्त्रियों ने __कब्र__ में और जहा यीशु का शरीर रखा गया था देखा | उसका शरीर वहा नहीं था | +* __[32:4](rc://*/tn/help/obs/32/04)__ वह __कब्रों__ में रहा करता था। वह रात दिन चिल्लाता रहता था| +* __[37:6](rc://*/tn/help/obs/37/06)__ यीशु ने उनसे पूछा “तुमने लाज़र को कहाँ रखा है?” उन्होंने उससे कहा, "__कब्र__ में, आओ और देख लो |” तब यीशु रोया| +* __[37:7](rc://*/tn/help/obs/37/07)__ वो __कब्र__ एक गुफा थी जिसके द्वार पर एक बड़ा पत्थर लुढ़का दिया गया था| +* __[40:9](rc://*/tn/help/obs/40/09)__ तब यूसुफ और नीकुदेमुस, दो यहूदी याजक जिन्हें विश्वास था कि यीशु ही मसीह है, पिलातुस के पास जाकर यीशु का शव माँगा | उन्होंने उसके शव को उज्ज्वल चादर में लपेटा, और चट्टान में खुदवाई गई __कब्र__ में रख दिया | तब उन्होंने द्वार पर बड़ा पत्थर लुढ़काकर उसे बन्द कर दिया| +* __[41:4](rc://*/tn/help/obs/41/04)__ उसने कब्र के पत्थर को जो __कब्र__ के द्वार पर लगा था हटा दिया और उस पर बैठ गया, __कब्र__ की रखवाली करने वाले पहरुए काँप उठे और मृतक समान हो गए| +* __[41:5](rc://*/tn/help/obs/41/05)__ जब महिलाएँ __कब्र__ पर पहुँची, तब स्वर्गदूत ने उन स्त्रियों से कहा, “मत डरो | यीशु यहाँ नहीं है, परन्तु अपने वचन के अनुसार जी उठा है|" आओ, यह स्थान देखो |” तब उन स्त्रियों ने __कब्र__ में देखा और जहा यीशु का शरीर रखा गया था वहाँ देख| उसका शरीर वहा नहीं था| ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1164, H1430, H6900, H6913, H7585, H7845, G86, G2750, G3418, G3419, G5028 +* Strong's: H1430, H6900, H6913, H7585, H7845, G3418, G3419, G5028 diff --git a/bible/other/tribe.md b/bible/other/tribe.md index a3c400b..130e391 100644 --- a/bible/other/tribe.md +++ b/bible/other/tribe.md @@ -1,22 +1,22 @@ -# गोत्र, गोत्रों, गोत्रों, भाइयों +# गोत्र, सगोत्र, गोत्रवासी ## परिभाषा: गोत्र मनुष्यों का वह समूह है जो एक ही पूर्वज से उत्पन्न हुआ है। -* गोत्र का अर्थ है एक ही भाषा और संस्कृति को साझा करते है। -* पुराने नियम में, परमेश्वर ने इस्राएल को 12 गोत्रों में विभाजित किया था। प्रत्येक गोत्र याकूब के एक पुत्र और उसके वंशजों का था। +* एक ही गोत्र के लोग एक ही भाषा एवं संस्कृति को साझा करते है। +* पुराने नियम में, परमेश्वर ने इस्राएल को 12 गोत्रों में विभाजित किया था। प्रत्येक गोत्र याकूब के किसी एक पुत्र या पोते का वंश था। * गोत्र एक जाति से छोटा परन्तु कुल से बड़ा था। -(यह भी देखें: [कुल](../other/clan.md), [जाति](../other/nation.md), [लोग के समूह](../other/peoplegroup.md), [इस्राएल के बारह गोत्र](../other/12tribesofisrael.md)) +(यह भी देखें: [कुल](../other/clan.md), [जाति](../other/nation.md), [समुदाय](../other/peoplegroup.md), [इस्राएल के बारह गोत्र](../other/12tribesofisrael.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 शमूएल 10:17-19](rc://*/tn/help/1sa/10/17) +* [1 शमूएल 10:19](rc://*/tn/help/1sa/10/19) * [2 राजा 17:16-18](rc://*/tn/help/2ki/17/16) -* [उत्पत्ति 25:13-16](rc://*/tn/help/gen/25/13) -* [उत्पत्ति 49:16-18](rc://*/tn/help/gen/49/16) -* [लूका 02:36-38](rc://*/tn/help/luk/02/36) +* [उत्पत्ति 25:16](rc://*/tn/help/gen/25/16) +* [उत्पत्ति 49:17](rc://*/tn/help/gen/49/17) +* [लूका 2:36-38](rc://*/tn/help/luk/02/36) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/other/trouble.md b/bible/other/trouble.md index 4eb838e..fc95ba9 100644 --- a/bible/other/trouble.md +++ b/bible/other/trouble.md @@ -1,16 +1,16 @@ -# दुःख, क्लेश, परेशान होना, सताना, सतानेवाले, उपद्रवी +# दुःख, क्लेश, परेशान होना, सताना, कठिनाइयां, आपदा ## परिभाषा: -“दुःख” जीवन की कठिनाइयों एवं निराशाओं का अनुभव। * “क्लेश” अर्थात् किसी को “परेशान” करना या “कष्ट” देना।“परेशान होना” का अर्थ है किसी बात से घबराना एवं हताश होना। +“दुःख” जीवन का अनुभव है अर्थात कठिन और निराशा का।किसी को “क्लेश” पहुचाना अर्थात् उस मनुष्य को “परेशान” करना या “कष्ट” देना।“परेशान होना” का अर्थ है किसी बात से घबराना एवं हताश होना। -* घबराना, शरीर, भावनाओं या आत्मिक दुःख के कारण हो सकता है। -* बाइबल में परमेश्वर विश्वासियों के विकास एवं परिपक्वता के लिए परखने के ऐसे समय उत्पन्न करता है। -* पुराने नियम में “दुःख” अनैतिक और परमेश्वर का त्याग करनेवाले देशों का दण्ड माना गया है। +* कष्ट, शरीरिक, मानसिक या आत्मिक हो सकता है जिससे मनुष्य आहत होता है। +* बाइबल में, कष्ट परिक्षा के समय होते हैं जिनके द्वारा परमेश्वर विश्वासियों को विश्वास में परिपक्व एवं विकसित होने में सहायता करता है। +* पुराने नियम में “कष्ट” अनैतिक जीवनशैली और परमेश्वर का त्याग करनेवाली जातियों के दण्ड के सन्दर्भ में आया है। ## अनुवाद के सुझाव -* “घबराना” या “क्लेश” का अनुवाद “संकट” या “दुःखदायी घटनाएं”या “उत्पीड़न” या “मुश्किल अनुभव” या “विपत्ति” भी किया जा सकता है। +* “कष्ट” या “क्लेश” का अनुवाद “संकट” या “दुःखदायी घटनाएं”या “उत्पीड़न” या “दुखद अनुभव” या “विपत्ति” भी किया जा सकता है। * “घबराना” का एसे शब्द या उक्ति से अनुवाद किया जा सकता है, जिसका अर्थ हो “कष्टों में होना” या “भयानक कष्ट का अनुभव करना” या “गहरी चिन्ता” या “तनाव” या “विपत्ति” या “भय” या “परेशानी”। * “उसे परेशान मत करो” का अनुवाद हो सकता है, “उसे रहने दो” या “उसकी आलोचना मत करो” * “विपत्ति के दिन” या “विपत्ति के समय” का अनुवाद हो सकता है, “जब तुम कष्टों का अनुभव करो” या “जब तुम्हारे सामने कठिनाइयां आएं” या “जब परमेश्वर विपत्तियां लाए”। @@ -21,11 +21,11 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: * [1 राजा 18:18-19](rc://*/tn/help/1ki/18/18) -* [2 इतिहास 25:18-19](rc://*/tn/help/2ch/25/18) -* [लूका 24:38-40](rc://*/tn/help/luk/24/38) -* [मत्ती 24:6-8](rc://*/tn/help/mat/24/06) +* [2 इतिहास 25:19](rc://*/tn/help/2ch/25/19) +* [लूका 24:38](rc://*/tn/help/luk/24/38) +* [मत्ती 24:6](rc://*/tn/help/mat/24/06) * [मत्ती 26:36-38](rc://*/tn/help/mat/26/36) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H205, H598, H926, H927, H928, H1204, H1205, H1607, H1644, H1804, H1993, H2000, H2113, H2189, H2560, H2960, H4103, H5590, H5753, H5916, H5999, H6031, H6040, H6470, H6696, H6862, H6869, H6887, H7264, H7267, H7451, H7481, H7489, H7515, H7561, H8513, G387, G1298, G1613, G1776, G2346, G2347, G2350, G2360, G2553, G2873, G3636, G3926, G3930, G3986, G4423, G4660, G5015, G5016, G5182 +* Strong's: H205, H926, H927, H1204, H1607, H1644, H1804, H2000, H4103, H5916, H5999, H6031, H6040, H6470, H6696, H6862, H6869, H6887, H7264, H7267, H7451, H7489, H8513, G387, G1613, G1776, G2346, G2347, G2350, G2360, G2873, G3636, G3926, G3930, G3986, G4423, G4660, G5015, G5182 diff --git a/bible/other/trumpet.md b/bible/other/trumpet.md index a41b464..b6f91a1 100644 --- a/bible/other/trumpet.md +++ b/bible/other/trumpet.md @@ -1,23 +1,23 @@ -# तुरही, तुरहियां, तुरही फूँकनेवालों +# तुरही, तुरही फूँकनेवालों ## परिभाषा: “तुरही” संगीत के लिए या लोगों को घोषणा या सभा के लिए एकत्र करने के लिए वाद्ययन्त्र था। * तुरही सामान्यतः धातु, शंख या पशु के सींग से बनाई जाती थी। -* तुरही युद्ध के लिए या इस्राएल की सार्वजनिक सभा के लिए फूंकी जाती थी। -* प्रकाशितवाक्य की पुस्तक में अन्त समय के दृश्य का वर्णन किया गया है जब स्वर्गदूत तुरही फूंकेंगे जो पृथ्वी का परमेश्वर के प्रकोप को उण्डेले जाने का संकेत होगा। +* तुरही सामान्यतः युद्ध के लिए आव्हान या/और इस्राएल की सार्वजनिक सभा के लिए फूंकी जाती थी। +* प्रकाशितवाक्य की पुस्तक में अन्त समय के दृश्य का वर्णन किया गया है जब स्वर्गदूत तुरही फूंकेंगे जो पृथ्वी पर परमेश्वर के प्रकोप को उण्डेले का आरम्भ होने का संकेत होगा। (यह भी देखें: [स्वर्गदूत](../kt/angel.md), [सभा](../other/assembly.md), [पृथ्वी](../other/earth.md), [सींग](../other/horn.md), [इस्राएल](../kt/israel.md), [प्रकोप](../kt/wrath.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: * [1 इतिहास 13:7-8](rc://*/tn/help/1ch/13/07) -* [2 राजा 09:11-13](rc://*/tn/help/2ki/09/11) +* [2 राजा 09:13](rc://*/tn/help/2ki/09/13) * [निर्गमन 19:12-13](rc://*/tn/help/exo/19/12) -* [इब्रानियों 12:18-21](rc://*/tn/help/heb/12/18) -* [मत्ती 06:1-2](rc://*/tn/help/mat/06/01) -* [मत्ती 24:30-31](rc://*/tn/help/mat/24/30) +* [इब्रानियों 12:19](rc://*/tn/help/heb/12/19) +* [मत्ती 6:2](rc://*/tn/help/mat/06/02) +* [मत्ती 24:31](rc://*/tn/help/mat/24/31) ## शब्द तथ्य: diff --git a/bible/other/vineyard.md b/bible/other/vineyard.md index d40cbb2..6ddc592 100644 --- a/bible/other/vineyard.md +++ b/bible/other/vineyard.md @@ -2,22 +2,22 @@ ## परिभाषा: -दाख की बारी एक बड़ा बगीचा क्षेत्र है जहाँ अंगूर उगते हैं और अंगूर की खेती होती है। +दाख की बारी एक बड़ा बागवानी क्षेत्र है जहाँ अंगूर उगाए जाते हैं और अंगूर की खेती होती है। -* दाख की बारी दीवारों से घिरी होती है कि चारों ओर जानवरों से दाख की रक्षा की जाए। -* परमेश्वर इस्राएल की तुलना दाख की बारी से करता है और उसमें अच्छे फल नहीं लगे। (देखें: [उपमा](rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor)) +* दाख की बारी प्रायः दीवारों से घिरी होती है कि चोरों और जानवरों से दाख की रक्षा की जाए। +* परमेश्वर ने इस्राएल की तुलना उस दाख की बारी से की थी जिसमें अच्छे फल नहीं लगे। (देखें: [उपमा](rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor)) * दाख की बारी का अनुवाद किया जा सकता है, “अंगूरों का बगीचा” या “अंगूर की खेती” (यह भी देखें: [अंगूर](../other/grape.md), [इस्राएल](../kt/israel.md), [दाखलता](../other/vine.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [उत्पत्ति 09:20-21](rc://*/tn/help/gen/09/20) -* [लूका 13:6-7](rc://*/tn/help/luk/13/06) -* [लूका 20:15-16](rc://*/tn/help/luk/20/15) -* [मत्ती 20:1-2](rc://*/tn/help/mat/20/01) +* [उत्पत्ति 9:20-21](rc://*/tn/help/gen/09/20) +* [लूका 13:6](rc://*/tn/help/luk/13/06) +* [लूका 20:15](rc://*/tn/help/luk/20/15) +* [मत्ती 20:2](rc://*/tn/help/mat/20/02) * [मत्ती 21:40-41](rc://*/tn/help/mat/21/40) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H64, H1612, H3657, H3661, H3754, H3755, H8284, G289, G290 +* Strong's: H1612, H3754, H3755, H8284, G289, G290 diff --git a/bible/other/voice.md b/bible/other/voice.md index 8ec0b2c..6ee2666 100644 --- a/bible/other/voice.md +++ b/bible/other/voice.md @@ -6,7 +6,6 @@ * परमेश्वर अपने शब्द को कहता है यद्यपि उसका शब्द मनुष्य जैसी नहीं है। * शब्द संपूर्ण मनुष्य का संदर्भ देती है जैसे “जंगल में एक पुकारने वाले का शब्द सुनाई देता है, प्रभु का मार्ग तैयार करो।” इसका अनुवाद हो सकता है, “जंगल में एक मनुष्य की पुकार सुनी जाती है”। (देखें: [उपलक्षण](rc://*/ta/man/translate/figs-synecdoche)) - * “किसी की वाणी सुनना” अर्थात “किसी को बोलते सुनना”। कभी कभी "शब्द" का प्रयोग ऐसी वस्तुओं के लिए भी किया गया है जो बोल नहीं सकती, जैसे दाऊद लिखता है कि परमेश्वर की अद्भुत सृष्टि उसके कामों का वर्णन करती है, अर्थात् उनके शब्द उनकी महानता की घोषणा करती है। इसका अनुवाद हो सकता हैः "उनकी गरिमा परमेश्वर की महिमा का वर्णन कर रही है।" diff --git a/bible/other/warrior.md b/bible/other/warrior.md index 753a648..21dd15a 100644 --- a/bible/other/warrior.md +++ b/bible/other/warrior.md @@ -1,25 +1,28 @@ -# सैनिक, सिपाहियों, योद्धा, शूरवीरों +# सैनिक, योद्धा, ## तथ्य: “योद्धा” और “सैनिक” दोनों शब्द सेना में युद्ध करनेवाले मनुष्य के संदर्भ में हैं। परन्तु इनमें कुछ अन्तर है। -* “योद्धा” एक सामान्य एवं एक व्यापक शब्द है जो युद्ध के राज्य में एक निपुण एवं साहसी मनुष्य होता है। +* “योद्धा” एक सामान्य एवं व्यापक शब्द है जो युद्ध में निपुण एवं साहसी मनुष्य के सन्दर्भ में होता है। * यहोवा को प्रतीकात्मक रूप में “योद्धा” कहा गया है। -* “सैनिक” अर्थात सेना का एक सदस्य जो किसी युद्ध में लड़ता है। -* यरूशलेम में रोमी सैनिक व्यवस्था बनाए रखने और बन्दियों को मृत्युदण्ड देने के लिए नियुक्त किए गए थे। वे यीशु के क्रूसीकरण से पूर्व उसे बन्दी बनाए हुए थे और कुछ को उसकी कब्र पर चौकसी करने के लिए भी रखा गया था। +* “सैनिक” शब्द विशेष करके उस मनुष्य के सन्दर्भ में होता है जो किसी सेना में सेवारत है या युद्ध में लड़ रहा है। +* यरूशलेम में रोमी सैनिक व्यवस्था बनाए रखने और बन्दियों को मृत्युदण्ड देने जैसे उत्तरदायित्वों के निर्वाह हेतु नियुक्त किए गए थे + +। वे यीशु के क्रूसीकरण से पूर्व उसे बन्दी बनाए हुए थे और कुछ को उसकी कब्र पर चौकसी करने के लिए भी रखा गया था। + * अनुवादक को ध्यान देना है कि उसकी भाषा में “योद्धा” और “सैनिक” के लिए दो अलग-अलग शब्द हैं, जिनका अर्थ और उपयोग भी अलग अलग है। (यह भी देखें: [साहस](../other/courage.md), [क्रूस पर चढ़ाना](../kt/crucify.md), [रोम](../names/rome.md), [कब्र](../other/tomb.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 इतिहास 21:4-5](rc://*/tn/help/1ch/21/04) -* [प्रे.का. 21:32-33](rc://*/tn/help/act/21/32) -* [लूका 03:14](rc://*/tn/help/luk/03/14) -* [लूका 23:11-12](rc://*/tn/help/luk/23/11) +* [1 इतिहास 21:5](rc://*/tn/help/1ch/21/05 ) +* [प्रे.का. 21:33](rc://*/tn/help/act/21/333) +* [लूका 3:14](rc://*/tn/help/luk/03/14) +* [लूका 23:11](rc://*/tn/help/luk/23/11) * [मत्ती. 08:8-10](rc://*/tn/help/mat/08/08) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: , H352, H510, H1368, H1416, H1995, H2389, H2428, H2502, H3715, H4421, H5431, H5971, H6518, H6635, H7273, H7916, G4686, G4753, G4754, G4757, G4758, G4961 +* Strong's: , H352, H510, H1368, H1416, H1995, H2389, H2428, H2502, H3715, H4421, H5971, H6518, H6635, H7273, H7916, G4686, G4753, G4754, G4757, G4758, G4961 diff --git a/bible/other/winepress.md b/bible/other/winepress.md index 24920ee..9c95b66 100644 --- a/bible/other/winepress.md +++ b/bible/other/winepress.md @@ -2,21 +2,22 @@ ## परिभाषा: -बाइबल में दाखरस के कुण्ड वह स्थान था जहाँ दाख का रस निकाला जाता था कि दाखरस तैयार किया जाए। +बाइबल के युग में दाखरस के कुण्ड वे वृहत कुंड या खुले स्थान थे जहाँ दाख का रस निकाला जाता था कि दाखरस तैयार किया जाए। -* इस्राएल दाख के ये कुण्ड भूमि में बनाए गए बड़े और चौड़े गड्ढे होते थे। दाख के गुच्छे इन गड्ढों में डालकर पांवों से रौंदे जाते थे कि रस बह निकले। -* आमतौर पर एक दाखरस के कुंड का दो स्तर होता है, शीर्ष स्तर पर अंगूरों को कुचल दिया जाता है, जिससे कि रस निचले स्तर पर चला जाएगा जहां यह एकत्र किया जा सकता है। +* इस्राएल में दाखरस के ये कुण्ड बहुत बड़े होते थे जिनको कठोर चट्टानों में खोद कर बनाया जाता था। दाख के गुच्छे इन गड्ढों के समतल तल पर डाल कर मनुष्यों द्वारा पांवों से रौंदा जाता था कि दाख रस बहकर बाहर निकले। +* आमतौर पर एक दाखरस के कुंड का दो स्तर होता है, शीर्ष स्तर पर अंगूरों को कुचल दिया जाता है, जिससे कि रस निचले स्तर पर चला जाएगा जहां वह एकत्र होगा। +* "दाखरस का कुंड" बाईबल में लाक्षणिक रूप में परमेश्वर के प्रकोप के लिए काम में लिया गया है जो दुष्टों पर उंडेला जाएगा| -यह शब्द प्रतीकात्मक रूप बाइबल में दुष्ट लोगों पर का परमेश्वर के प्रकोप के उण्डेले जाने का संदर्भ भी देता हे। (देखें: [उपमा](rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor)) +(देखें: [रूपक](rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor)) (यह भी देखें: [अंगूर](../other/grape.md), [प्रकोप](../kt/wrath.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [यशायाह 63:1-2](rc://*/tn/help/isa/63/01) -* [मरकुस 12:1-3](rc://*/tn/help/mrk/12/01) -* [मत्ती 21:33-34](rc://*/tn/help/mat/21/33) -* [प्रकाशितवाक्य 14:19-20](rc://*/tn/help/rev/14/19) +* [यशायाह 63:2](rc://*/tn/help/isa/63/02) +* [मरकुस 12:1](rc://*/tn/help/mrk/12/01) +* [मत्ती 21:33](rc://*/tn/help/mat/21/33) +* [प्रकाशितवाक्य 14:20](rc://*/tn/help/rev/14/20) ## शब्द तथ्य: diff --git a/manifest.yaml b/manifest.yaml index 1a78774..e2c3260 100644 --- a/manifest.yaml +++ b/manifest.yaml @@ -1,10 +1,12 @@ dublin_core: conformsto: 'rc0.2' contributor: + - 'Acsah Jacob' - 'Antoney Raj' - 'Cdr. Thomas Mathew' - 'Christopher' - 'Dr. Bobby Chellapan' + - 'Hind Prakash' - 'Jinu Jacob' - 'M.V. Sunny' - 'Rinu John' @@ -15,20 +17,20 @@ dublin_core: description: 'A basic Bible lexicon that provides translators with clear, concise definitions and translation suggestions for every important word in the Bible. It provides translators and checkers with essential lexical information to help them make the best possible translation decisions.' format: 'text/markdown' identifier: 'tw' - issued: '2021-01-18' + issued: '2021-10-19' language: identifier: 'hi' title: 'हिन्दी, हिंदी (Hindi)' direction: 'ltr' - modified: '2021-01-18' + modified: '2021-10-19' publisher: 'BCS' relation: - 'hi/glt' - - 'hi/gst' - - 'hi/udb' - - 'hi/ulb' - 'hi/iev' + - 'hi/gst' - 'hi/irv' + - 'hi/ulb' + - 'hi/udb' - 'hi/ta' - 'hi/tn' - 'hi/tq' @@ -39,11 +41,11 @@ dublin_core: - identifier: 'tw' language: 'en' - version: '16' + version: '24' subject: 'Translation Words' title: 'translationWords' type: 'dict' - version: '16.3' + version: '24.1' checking: checking_entity: