From adf19e523c1f44b8b2cd2e26097ce0955b2f5f89 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Larry Versaw Date: Fri, 15 Oct 2021 10:57:26 -0600 Subject: [PATCH] new articles --- translate/figs-aside/01.md | 47 +++++++++++++++++ translate/figs-aside/sub-title.md | 1 + translate/figs-aside/title.md | 1 + translate/figs-litany/01.md | 61 ++++++++++++++++++++++ translate/figs-litany/sub-title.md | 1 + translate/figs-litany/title.md | 1 + translate/translate-key-terms/01.md | 6 +++ translate/translate-key-terms/sub-title.md | 1 + translate/translate-key-terms/title.md | 1 + 9 files changed, 120 insertions(+) create mode 100644 translate/figs-aside/01.md create mode 100644 translate/figs-aside/sub-title.md create mode 100644 translate/figs-aside/title.md create mode 100644 translate/figs-litany/01.md create mode 100644 translate/figs-litany/sub-title.md create mode 100644 translate/figs-litany/title.md create mode 100644 translate/translate-key-terms/01.md create mode 100644 translate/translate-key-terms/sub-title.md create mode 100644 translate/translate-key-terms/title.md diff --git a/translate/figs-aside/01.md b/translate/figs-aside/01.md new file mode 100644 index 0000000..cff780d --- /dev/null +++ b/translate/figs-aside/01.md @@ -0,0 +1,47 @@ +### परोक्ष टिपण्णी + +परोक्ष टिपण्णी एक रूपक है जिसमें किसी मनुष्य या किसी समूह से वार्तालाप करनेवाला बीच में ही रुक कर स्वयं से या किसी और से श्रोता के विषय कुछ बोलता है| वक्ता उस व्यक्ति विशेष या समूह के बारे में अपनी भावनाओं को या विचारों को प्रबल रूप में व्यक्त करता है| + +#### इसको अनुवाद की समस्या होने का कारण + +अनेक भाषाओं में इस परोक्ष टिपण्णी का उपयोग नहीं किया जाता है और पाठक इसके कारण उलझन में पढ़ सकते हैं| वे आश्चर्य करते हैं कि श्रोता ने अकस्मात् ही श्रोताओं के बारे में स्वयं से या किसी और से बात करना क्यों आरंभ कर दिया है? + +### बाईबल से उदाहरण + +> तेरी वाचा के लोग तुझे सीमा पर ढकेल रहे हैं| +>तेरे साथ शांति बनाए रखने वाले लोग तुझे धोखा दे रहे हैं और तुझ पर प्रबल हो रहे है| +>जो तेरी रोटी खाते हैं तेरे लिए फंदा लगाते हैं +>**उसमें कुछ समझ नहीं है|** (ओबद्ध्याह 1:7 ULT) + +पहली तीन पंक्तिओं में, यहोवा एदोम के के लोगों से कह रहा है कि उन्होंने यहूदा का साथ नहीं दिया है इसलिए उनके साथ क्या होगा| चौथी पंक्ति में यहोवा एदोम के बारे में स्वयं से बात कर रहा है| + +>मैं ने उनको सब अन्यजातियों से शुद्ध किया| और..बारी और काम ठहरा दिया: याजक और लेवीयोँ के लिए, एक-एक को उसका काम और लकड़ी ले आने के निश्चित समय ठहरा दिए; और पहली उपज देने का समय भी निश्चित कर दिया है| **हे मेरे परमेश्वर! मेरे हित के लिए मुझे स्मरण रख|** + +नहेम्याह अपने विवरण के पाठकों से बातें कर रहा है और निर्वासन से लौट कर आने वालों के लिए यहूदा में सच्ची आराधना के पुनः स्थापन में किए गए उसके कामों में से कुछ का उल्लेख कर रहा है| अकस्मात् ही वह हट कर परमेश्वर से परोक्ष बात करता है,वह परमेश्वर से निवेदन करता है कि उसने उन लोगों के लिए जो किया है उसके निमित परमेश्वर उसको, नहेम्याह को आशीष दे| + +### अनुवाद का कौशल + +यदि परोक्ष टिपण्णी आपकी भाषा में स्वाभाविक है और उचित अर्थ व्यक्त करती है तो इसका उपयोग अवश्य करें| यदि इस प्रकार की परोक्ष बातें उनके लिए उलझन उत्पन्न करें तो वक्ता अपने श्रोताओं से ही बात करता रहे परन्तु स्पष्ट करें कि वह अब उनके प्रति अपने विचार और भावनाएं व्यक्त कर रहा है| + +(2) यदि कोई मनुष्य परोक्षरूप में परमेश्वर से प्रार्थना करता है तो आप उस प्रार्थना को उद्धरण चिन्हों में रख सकते हैं जिससे उसका परोक्ष होना प्रकट हो| + +### अनुवाद कौशल की व्यावहारिकता के उदाहरण + +(1) + +> तेरी वाचा के लोग तुझे सीमा पर ढकेल रहे हैं| +तेरे साथ शांति बनाए रखने वाले लोग तुझे धोखा देकर तुझ पर प्रबल हुए हैं| +तेरी रोटी खाने वाले तेरे लिए फंदा लगाते हैं| + +**उनमें कुछ समझ नहीं है|**(ओबद्ध्याह 1:7) + +तेरी वाचा के लोग तुझे सीमा पर ढकेल रहे हैं| +तेरे साथ शान्ति बनाए रखने वाले धोखा देकर तुझ पर प्रबल हुए हैं|. +तेरी रोटी खाने वाले तेरे लिए फंदा लगाते हैं|They of your bread will set a trap under you. + +**उनमें कुछ समझ नहीं है|** + +(2) +>मैं ने उनको सब अन्यजातियों से शुद्ध किया है| मैं ने याजकों और लेविओं के लिए एक-एक करके बारी-बारी से काम ठहरा दिया है; 31 और लकड़ी ले आने के लिए समय निश्चित कर दिया है| और पहली फसल ले आने का भी प्रबंध कर दिया है| **हे परमेश्वर! मेरे हित के लिए मुझे स्मरण कर|** (नहेम्याह 13:30-31 ULT) + +>मैं ने उनको सब अन्यजातियों से शुद्ध किया है|मैं ने याजकों और लेविओं के लिए एक-एक करके बारी-बारी से काम ठहरा दिया है; 31 और लकड़ी ले आने के लिए समय निश्चित कर दिया है| और पहली फसल ले आने का भी प्रबंध कर दिया है| **हे परमेश्वर! मेरे हित के लिए मुझे स्मरण कर|** (नहेम्याह 13:30-31 ULT) diff --git a/translate/figs-aside/sub-title.md b/translate/figs-aside/sub-title.md new file mode 100644 index 0000000..0f3579b --- /dev/null +++ b/translate/figs-aside/sub-title.md @@ -0,0 +1 @@ +परोक्ष टिप्पणी, यह अलंकर वास्तव में क्या है? \ No newline at end of file diff --git a/translate/figs-aside/title.md b/translate/figs-aside/title.md new file mode 100644 index 0000000..69687d4 --- /dev/null +++ b/translate/figs-aside/title.md @@ -0,0 +1 @@ +परोक्ष टिपण्णी \ No newline at end of file diff --git a/translate/figs-litany/01.md b/translate/figs-litany/01.md new file mode 100644 index 0000000..ee33c83 --- /dev/null +++ b/translate/figs-litany/01.md @@ -0,0 +1,61 @@ +### Description + +संभाव्यताओं की माला एक रूपक है जिसमें समरूप कथनों की श्रृंखला की सूची होती है| वक्ता ऐसा इसलिए करता है कि उसकी बात को बिना अपवाद बोध सम्बन्धी स्वीकार किया जाए| + +#### इसका अनुवाद समस्या होने का कारण + +अनेक भाषाओं में संभाव्यताओं की माला का उपयोग नहीं किया जाता है और पाठक उलझन में पढ़ सकते हैं| वे आश्चर्य करते हैं कि वक्ता क्यों एक ही बात को बार-बार कह रहा है? + +### बाईबल से उदाहरण + +> चाहे वे खोदकर अधोलोक में उतर जाएं, तो वहाँ से मैं हाथ बढ़ाकर उंहें लाऊंगा; चाहे वे आकाश पर चढ़ जाएं, तो वहाँ से मैं उन्हें उतार लाऊँगा| चाहे वे कर्म्मेल में छिप जाएं, परन्तु वहाँ भी मैं ढूंढ-ढून्ढ कर पकड़ लूंगा, और चाहे वे समुद्र की थाह में मेरी दृष्टि से ओट हों वहाँ भी मैं सर्प को उन्हें डसने की आज्ञा दूंगा| चाहे क्षत्रु उंहें हांक कर बन्धुआई में ले जाएं, वहाँ भी मैं आज्ञा देकर तलवार से उन्हें घात कराऊंगा| (आमोस 9:2-4 ULT) + +इस गद्यांश में यहोवा इस्राएलियों से कह रहा है कि जब वह उन्हें दंड देगा तब उनमें से कोई भी नहीं बचेगा| + +> परन्तु तुझे उचित नहीं था कि तू अपने भाई के दिन में, अर्थात उसकी विपत्ति के दिन में उसकी ओर देखता रहता, और यहूदियों के विनाश के दिन उसके ऊपर आनंद करता, और उसके संकट के दिन बड़ा बोल बोलता| तुझे उचित नहीं था कि मेरी प्रजा की विपत्ति के दिन तू उसके फाटक में घुसता, और उसकी विपत्ति के दिन उसकी दुर्दशा को देखता रहता, और उसकी विपत्ति के दिन उसकी धन संपत्ति पर हाथ लगाता| तुझे उचित नहीं था कि तिर्मुहाने पर उसके भागनेवालों को मार डालने के लिए खडा होता, और संकट के दिन उसके बचे हुओं को पकडता| (ओबद्ध्याह 1:12–14) + +इस गद्यांश में यहोवा एदोमियों से कह रहा है कि उन्हें यहूदा के लोगों की सहायता करना आवश्यक था जब बेबिलोनियों ने उन्हें पराजीत किया था| + +### अनुवाद का कौशल + +यदि संभाव्यताओं की माला को वैसा ही समझा जाए जैसा ULT में है तो सम्भव्यता के माला को ज्यों का त्यों ही अनुवाद किया जाए| यदि समझ में न आए तो निम्लिखित युक्तिओं में से एक या अधिक का उपयोग किया जाए| + +(1) बाईबल में संभाव्यताओं की माला के आरम्भ या अंत में एक सामान्य कथन होता है जो उसके समग्र अर्थ को संक्षेप में व्यक्त करता है| आप उस वाक्य को इस प्रकार रच सकते हैं कि वह उसका सारांश वाक्य होना दर्शाए जो संभाव्यता माला का अर्थ प्रकट करता हो| + +(2) आप संभाव्यता माला के प्रत्येक वाक्य को एक अलग पंक्ति में रख सकते हैं| यह भी कि यदि संभाव्यता माला के प्रत्येक वाक्य के दो भाग हों तो आप संभाव्यता माला को इस प्रकार रच सकते हैं कि प्रत्येक भाग के समरूप भाग क्रम में हों| इसको या अन्य किसी प्रकार की रचना का उपयोग करें तो प्रत्येक वाक्य द्वारा एक ही अर्थ का प्रबलीकरण हो| + +(3) आप "और," "परन्तु" "या" शब्दों को वाक्यों के आरम्भ से हटा सकते हैं जिससे कि स्पष्ट हो सके कि सम्भाव्यता माला के अवयव सब एक क्रम में सूचीबद्ध किए जा रहे हैं| + +### अनुवाद के कौशल का व्यावहारिक उपयोग + +(1) और (3)का संयोजन: + +संभाव्यता की माला के आरम्भ या अंत में बाईबल में प्रायः एक सामान्य वाक्य होता है जो उसके समग्र अर्थ का सारांश होता है| आप उस वाक्य की रचना इस प्रकार कर सकते हैं कि उससे प्रकट हो कि वह संभाव्यता की माला का सारांश गर्भित वाक्य है| + +आप "और," "परन्तु" तथा "या" जैसे शब्दों को हटा सकते हैं जिसे कि स्पष्ट हो कि संभाव्यता की माला अवयव सब एक क्रमम में आ रहे हैं| + +> > जिस दिन परदेशी लोग उसकी धन संपत्ति छीनकर ले गए और पराए लोगों ने उसके फाटकों से घुस कर यरुशलेम पर चिट्ठी डाली, उस दिन तू भी उन में से एक था: +> +> पर तुझे उचित नहीं था कि तू अपने भाई के दिन में,अर्थात उसकी विपत्ति के दिन में उसकी ओर देखता रहता, और यहूदिओं के विनाश के दिन उसके ऊपर आनंद करता, और उसके संकट के दिन बड़ा बोल बोलता| तुझे उचित नहीं था कि मेरी प्रजा की विपत्ति के दिन तू उसके फाटक में घुसता, और उसकी विपत्ति के दिन उसकी दुर्दशा को देखता रहता, और उसकी विपत्ति के दिन उसकी धन संपत्ति पर हाथ लगाता| तुझे उचित नहीं था कि तिर्मुहाने पर उसके भागनेवालों को मार डालने के लिए खडा होता, और संकट के दिन उसके बचे हुओं को पकडता| (ओब्ध्याह 1:11–14) + +उपरोक्त उदाहरण में, पद 11 संभाव्यता माला जो पद 12-14 में है उसका सारांश और अर्थ पद 11 में प्रकट किया गया है| + +(1) और (2)का संयोजन: + +संभाव्यता की माला के आरम्भ या अंत में बाईबल में प्रायः एक सामान्य वाक्य होता है जो उसके समग्र अर्थ का सारांश होता है| आप उस वाक्य की रचना इस प्रकार कर सकते हैं कि उससे प्रकट हो कि वह संभाव्यता की माला का सारांश गर्भित वाक्य है, जो उसका अर्थ व्यक्त करता है| + +आप संभाव्यता माला के प्रत्येक वाक्य को एक अलग पंक्ति में रख सकते हैं| यह भी कि यदि संभाव्यता माला के प्रत्येक वाक्य के दो भाग हों तो आप संभाव्यता माला को इस प्रकार रच सकते हैं कि प्रत्येक भाग के समरूप भाग क्रम में हों| इसको या अन्य किसी प्रकार की रचना का उपयोग करें तो प्रत्येक वाक्य द्वारा एक ही अर्थ का प्रबलीकरण हो| + +> >उनमें से एक भी न भाग निकलेगा, और जो अपने को बचाए, वह बचने न पाएगा|: +> +> चाहे वे खोदकर अधोलोक में उतर जाएं,,                                 मैं हाथ बढाकर उंहें लाऊँगा + +चाहे वे आकाश पर चढ़ जाएं,                                  वहाँ से मैं उंहें उतार लाऊँगा| + +चाहे वे कर्म्मेल में छिप जाएं l,                        वहाँ भी मैं उन्हें ढूंढ ढूंढकर पकड़ लूंगा,            there I will search and take them. + +चाहे वे समुद्र की थाह में मेरी दृष्टी से ओट हों, वहाँ भी मैं सर्प को उंहें डसने की आज्ञा दूंगा| + +चाहे क्षत्रु उंहें हांककर बंधूआई में ले जाए, वहाँ भी मैं आज्ञा देकर तलवार से उंहें घात कराऊंगा; (आमोस 9:1b–4 ULT) + +उपरोक्त उदाहारण में,सम्भाव्यता माला से पहले का वाक्य समग्र अर्थ व्यक्त करता है| उस वाक्य को प्रस्तावना स्वरूप रखा जा सकता है| प्रत्येक वाक्य के दूसरे भाग को, जैसा ऊपर है, अवतरण सोपान मार्ग स्वरुप या प्रत्येक वाक्य के आरंभिक भाग के सदृश्य क्रमवार प्रस्तुत किया जा सकता है, या किसी और शैली में रखा जा सकता है| जो भी वाक्य रचना दर्शाए कि ये सब वाक्य एक ही सत्य का (कि परमेश्वर से बचना संभव नाहीं) प्रकाशन कर रहे हैं तो उसका प्रयोग करें| diff --git a/translate/figs-litany/sub-title.md b/translate/figs-litany/sub-title.md new file mode 100644 index 0000000..8b1dc7b --- /dev/null +++ b/translate/figs-litany/sub-title.md @@ -0,0 +1 @@ +संभाव्यता  माला  नामक रूपक क्या है? \ No newline at end of file diff --git a/translate/figs-litany/title.md b/translate/figs-litany/title.md new file mode 100644 index 0000000..c49b590 --- /dev/null +++ b/translate/figs-litany/title.md @@ -0,0 +1 @@ +सम्भाव्यता  माला \ No newline at end of file diff --git a/translate/translate-key-terms/01.md b/translate/translate-key-terms/01.md new file mode 100644 index 0000000..497393d --- /dev/null +++ b/translate/translate-key-terms/01.md @@ -0,0 +1,6 @@ +### Making a Key Terms Spreadsheet + +* Make a list of the key terms in the story or Bible passage that you translate, along with the term that you choose for each of them in the target language. It is best if you can do this on a spreadsheet so that you can list the source word or phrase in one column and the target word or phrase in another column. Further columns could list equivalent terms in other languages and the references where these terms occur in the Bible. Make sure that everyone translating Bible books that use these terms has access to the spreadsheet, or a chart on paper, so that you can all use the same words or phrases in your translation. +* Use the list of words and definitions in the unfoldingWord® translation Words resource to help you to make a list of these words and to understand what they mean. The translationStudio tool will show you these words and their definitions as you encounter them in the source text, and the translationWords tool in translationCore will give you a list of all of the key terms in each book of the Bible. +* Each time the key word occurs in the source text, make sure that the term you have chosen for the translation still makes sense in that context. If it does not, discuss the problem with others on the translation team and try to find a solution together. You may need to use a different term, or you may need to use more than one term for the different contexts, or you may need to find another way to communicate the term that includes all of the meanings, such as using a longer phrase. +* When you have decided that you need to use different target language words or phrases to translate one source language word in different contexts, then make a new line on the spreadsheet for each different way that you are translating the source word. Repeat the source term in the source column, and put the new translation in the next column, under the first translation. Share this spreadsheet with everyone on the translation team so that they can choose the right translation for the key term in the context that they are translating. diff --git a/translate/translate-key-terms/sub-title.md b/translate/translate-key-terms/sub-title.md new file mode 100644 index 0000000..bcf4e3e --- /dev/null +++ b/translate/translate-key-terms/sub-title.md @@ -0,0 +1 @@ +How do I make a key terms spreadsheet? \ No newline at end of file diff --git a/translate/translate-key-terms/title.md b/translate/translate-key-terms/title.md new file mode 100644 index 0000000..0848359 --- /dev/null +++ b/translate/translate-key-terms/title.md @@ -0,0 +1 @@ +Making a Key Terms Spreadsheet \ No newline at end of file