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"content": "1 पौलूस रसूल इस ख़त का मुसन्निफ़ है, यह इब्तिदाई कलीसिया की एक ज़बान रखने वाली कलीसिया थी। पौलूस ने जुनूबी गलतिया की कलीसिया को तब लिखा जब उन्होंने उस के पहले मिश्नरी सफ़र में जो एशिया माइनर की तरफ़ तै की थी उस का साथ दिया था। गलतिया, रोम या कुरिन्थ की तरह एक शहर नहीं था बल्कि एक रोमी रियासत था जिस के कई एक शहर थे और कसीर ता‘दाद में कलीसियाएं थीं। गलतिया के लोग जिन्हें पौलूस ने ख़त लिखे थे वह पौलूस ही के ज़रिए मसीह में आये थे।"
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