BCS_India_hi_iev_lev_book/lev/2.json

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4.6 KiB
JSON

{
"1": "यदि तुम यहोवा को आटे की भेंट चढ़ाओ तो मैदा चढ़ाया जाए। उसके ऊपर जैतून का तेल और थोड़ी धूप रखी जाए। ",
"2": "उसे याजक को दो और याजक उसका मुट्ठी भर अंश ले कर वेदी पर जलाए। यह यहोवा के सामने हमारी प्रार्थनाओं के पहुँचने का प्रतीक है। उसके उपकारों के लिए धन्यवाद का प्रतीक। ",
"3": "उसका शेष भाग जो जलाया नहीं गया हारून और उसके पुत्रों का होगा। यह यहोवा को चढ़ाई गई भेंटों में से याजकों के लिए अलग किया गया अंश है। ",
"4": "यदि तुम यहोवा को तन्दूर में पकाई गई अन्न-बलि चढ़ाते हो तो वह मैदे की हो। अख़मीरी रोटी में जैतून का तेल डाल कर रोटियाँ बनाई जाएँ या पापड़ जैसी रोटियाँ बना कर उन पर तेल लगा कर लाएँ। वह भी अख़मीरी आटे से बनी हों। ",
"5": "यदि अन्न-बलि तवे पर पकाई गई हो तो वह भी अख़मीरी आटे की हो और उसे जैतून के तेल में गुँधा गया हो। ",
"6": "उसे चूर-चूर करके उस पर जैतून का तेल डालना। यह तुम्हारी अन्न-बलि होगी। ",
"7": "यदि उसे कढ़ाही में पकाया गया हो तो वह जैतून के तेल में गुँधा गया मैदा हो। ",
"8": "यहोवा के लिए लाई गई अन्न-बलि याजक को दी जाए और वह उसे वेदी पर चढ़ाए। ",
"9": "वह उसका एक अंश प्रतीक स्वरूप ले कर वेदी पर जलाए। उसकी सुगन्ध से यहोवा प्रसन्न होंगे। ",
"10": "उस भेंट का शेष भाग जो जलाया नहीं गया हारून और उसके पुत्रों का होगा। यह यहोवा के लिए अलग किया गया अंश ठहरेगा। ",
"11": "अन्न के आटे की बलि जो यहोवा के लिए चढ़ाओ वह सब खमीर रहित हो। याजक जिन बलियों को वेदी पर चढ़ाए उसमें न तो खमीर हो और न ही शहद हो। ",
"12": "तुम यहोवा के लिए अपनी फसल का आरम्भिक भाग भेंट करोगे परन्तु वह यहोवा के लिए सुखदायक सुगन्ध के लिए जलाया नहीं जाए। ",
"13": "अपनी सब अन्न-बलियों पर नमक अवश्य डालना। नमक तुम्हारे साथ बाँधी गई यहोवा की वाचा का प्रतीक है। इसलिए अन्न-बलियों पर नमक डालना कभी मत भूलना। ",
"14": "यदि अपनी फसल के आरम्भिक भाग से भेंट चढ़ाओ तो गेहूँ की बालों को आग में सेंक कर दाने साफ कर लेना। ",
"15": "उस पर जैतून का तेल और धूप रखना। यह तुम्हारी अन्न-बलि होगी। ",
"16": "याजक उसका एक अंश लेगा जो सम्पूर्ण भेंट का प्रतीक होगा कि वह यहोवा के लिए है। याजक उस अंश को वेदी पर जलाएगा। यह यहोवा के लिए हवन होगा।",
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}