BCS_India_hi_iev_lev_book/lev/9.json

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7.5 KiB
JSON

{
"1": "आठवें दिन मूसा ने इस्राएल के प्रधानों को एकत्र किया। ",
"2": "उसने हारून से कहा, “एक बछड़ा ले कर अपने पापों के लिए बलि चढ़ा और एक मेढ़ा वेदी पर होम-बलि कर। दोनों बलिपशु निर्दोष हों। यहोवा के लिए यह बलि चढ़ा। ",
"3": "तब इस्राएलियों से कह, ‘एक बकरा अपने पापों के लिए बलि करो। एक निर्दोष बछड़ा और एक निर्दोष मेम्ना ले कर वेदी पर होम करो। ",
"4": "एक बैल और मेढ़ा यहोवा के लिए मेल-बलि कर और उसके साथ जैतून के तेल में गुँधा हुआ मैदा चढ़ाओ। ऐसा करो क्योंकि यहोवा आज तुम्हें दर्शन देंगे। ",
"5": "मूसा से निर्देश पा कर इस्राएली इन सब वस्तुओं के साथ पवित्र-तम्बू के सामने आँगन में एकत्र हो गए। ",
"6": "तब मूसा ने उनसे कहा, “यहोवा ने तुम्हें यह आज्ञा इसलिए दी है कि उसकी महिमा का तेज तुम पर प्रकट हो।” ",
"7": "फिर मूसा ने हारून से कहा, “अपने पापों की क्षमा के लिए वेदी के निकट जा कर पाप-बलि के पशु को चढ़ा। वेदी पर पूर्ण होम-बलि का पशु भी ले आ। इन बलियों के द्वारा यहोवा तेरे और इस्राएल के पाप क्षमा कर देगा। यहोवा की आज्ञा के अनुसार ऐसा ही कर। ",
"8": "इसलिए हारून ने वेदी के निकट आकर अपने पापों के लिए बछड़ा बलि दिया। ",
"9": "हारून के पुत्र उसका लहू एक पात्र में ले कर उसके पास आए। हारून ने लहू में अपनी उँगली डुबा कर वेदी के चारों सींगों पर लगाया और शेष लहू को वेदी के आधार पर उण्डेल दिया। ",
"10": "और यहोवा की आज्ञा के अनुसार सारी चर्बी को, कलेजे और गुर्दों को ढाँकने वाली चर्बी को भी वेदी पर जला दिया। ",
"11": "इसके बाद हारून ने बलि-पशु को छावनी के बाहर ले जा कर उसकी खाल समेत जला दिया। ",
"12": "फिर हारून ने होम-बलि के पशु को बलि किया और उसके पुत्रों ने उसका लहू एक पात्र में ले कर उसे दिया जिसे उसने वेदी पर चारों ओर छिड़क दिया। ",
"13": "तब उसके पुत्रों ने बलि-पशु के टुकड़े और सिर उसे दिए और उसने उन्हें वेदी पर पूर्ण रूप से जला दिया। ",
"14": "उसने बलि-पशु के भीतरी अंगों को और टाँगों को धोकर, अन्य टुकड़ों के साथ वेदी पर जला दिया। ",
"15": "तब हारून ने इस्राएलियों द्वारा लाए गए बलि-पशुओं में से एक बकरा ले कर उनके पापों के निमित्त बलि किया। ठीक वैसे ही जैसे उसने अपने पाप-बलि के बकरे को बलि किया था। ",
"16": "फिर उसने होम-बलि के पशु की भी बलि दे कर यहोवा द्वारा निर्देशित विधि के अनुसार चढ़ाई। ",
"17": "उसने मैदे से तैयार की गई अन्न-बलि को भी लिया और उसमें से मुट्ठी भर वेदी पर जला दिया। जैसे उसने प्रातः कालीन बलि के पशु के साथ किया था। ",
"18": "इसके बाद उसने यहोवा के साथ मेल के लिए प्रजा द्वारा लाए गए बैल और मेढ़े को बलि किया। उसके पुत्रों ने लहू का कटोरा उसके हाथों में दिया और उसने वेदी के चारों ओर लहू छिड़का। ",
"19": "और बैल और मेढ़े की चर्बी और मेढ़े की चर्बी वाली पूँछ को रीढ़ की हड्डी के पास से काट कर, गुर्दों और कलेजे की चर्बी के साथ ले कर, ",
"20": "बलि-पशुओं के सीनों पर रख कर जलाने के लिए वेदी के निकट ले गया। ",
"21": "तब मूसा की आज्ञा के अनुसार उसने उन पशुओं का सीना और दाहिना पुट्ठा ऊपर उठाया कि वे दोनों पशु यहोवा के हैं। ",
"22": "फिर हारून ने हाथों को उठा कर यहोवा से प्रजा के लिए आशीष माँगा। ",
"23": "तब हारून और मूसा पवित्र-तम्बू में चले गए। जब वे कुछ समय बाद बाहर आए तब उन्होंने यहोवा के नाम में अपनी प्रजा को आशीष दिया ही था कि यहोवा की महिमा का तेज सम्पूर्ण प्रजा पर प्रकट हुआ। ",
"24": "और यहोवा की उपस्थिति से आग निकली तथा चर्बी तथा होम-बलि के तत्व उससे भस्म हो गए। यह दृश्य देख प्रजा ने आनन्द से भर कर जय का नारा लगाया और भूमि पर गिर कर यहोवा को दण्डवत् किया।",
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