1 line
760 B
Plaintext
1 line
760 B
Plaintext
\v 8 "तव स्वर्गसे मए सुनो भव आवाज मोसे फिर अइसे कहि, "जा, समुन्द्र और जमीनमे ठाणो स्वर्गदूतको हातमे भव खुला चर्मपत्रको मुठा ले ।” \v 9 जब मय स्वर्गदुत ठिन गओ और बा छोटो चर्मपत्रको मुठा माँगो, तब बा मोसे कहि, चर्मपत्रको मुठा ले, और खा। जा तेरो पेट खट्टो बनाबैगो, पर तिर मुहुँमे जा सहत जैसो मिठो होबैगो।” |