thr_rev_text_reg/07/11.txt

1 line
713 B
Plaintext

\v 11 और सबय स्वर्गदूत चार जिन्दा प्राणी, एल्डरनके आसपास और सिंहासनके आसपास ठाडिगए और बे सिंहासनके अग्गु घुप्टा पणके अपन अनुहार झुकाईं। बे अइसे करके परमेश्‍वरके आराधना करीं, \v 12 "आमेन ! हमर परमेश्‍वरको प्रशंसा, महिमा, बुध्दि, धन्यवाद, आदर, शक्ति, और सामर्थ्य सदामान होबए। आमेन ।"