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\v 9 जब थुमा पाँचौ मोहर खोली, तव बेदीके तरे परमेश्वरको वचन और बिनको गवाहीके ताहीं मरे भए आत्मनके मय देखो। \v 10 बे ऊँचो सोरमे चिल्लाईं, “ सबयके ऊपरको शासक, पवित्र और सच्चो, कबतक तुम हमर रगतको बदला न लेहौ और पृथ्वीमे बचेभयनके न्याय न करहौ ?” \v 11 तव बे हरेकके एक सेतो कुर्ता दैं, और बिनके सहकर्मी सेवकन और बिनके ददा भैयनके और दिदीबहिनियाके बिनके जैसे जो मरे भयनके संख्यामे पुरो न भए तक बिनके ईन्तजार करन कहोगओ। |