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\v 3 स्वर्गमे औ जा पृथ्बीमे और जा पृथ्बी तरे भय कोइ भी जा चर्मपत्रको मुठा खोलन औ जाके पढन न सिकीं। \v 4 मय दुःखित हुएके रोओ, काहेकि जा चर्मपत्रको मुठाके खोलन और पढन योग्यको कोइ न मिलो। \v 5 पर बे एल्डर मैसे एक जनी मोसे कहि, “मत रोबय ! देखओ ! यहूदाको कुलको बग्ठा, दऊदाको मूल विजय पाइ हय। जा मुठा और जा सात मोहर खोलन बा योग्यको हय।"