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\v 20 पर मिर सँग तुमर विरुध्दमे जा बात हय: तुम ईजेबेल कहन बारी बैयरके सहे हौ। बा अपनएके अगमवादिनी कहत हए। और मिर सेवकनके व्यभिचार करन् और मुर्तिके चढओ खानु खान सिखात हए। \v 21 मए बाके पश्चाताप करन के समय दओ, पर बा अपन व्यभिचारसे पश्चाताप करन् के इन्कार करी। |