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\v 3 सिहासनसे अइसो कहत जोणसे चिल्लात मए सुनो, “देखओ, परमेश्‍वरको बास आदमीनके संग भव हए। बा बिनके संग बास करैगो, और बे बाके प्रजा हुइहँए, और परमेश्‍वर अपनए बिनको परमेश्‍वर हुइके बिनके संग रयहए। \v 4 बा बिनकी आँखीको आँशु पूरा रुपसे पोंछ देहए, औ फिर मृत्यु न हुइहए, औ शोक और पीडा फिर न हुइहए। काहेकी पहिले कि बात खतम हुगैहयँ।”