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\v 13 समुन्द्रसे मरे भएनके समुन्द्र दै दै, और मृत्यु और पाताल फिर बिनमे भएनके दैदै। बे प्रत्येकको अपन अपन कामअनुसार इन्साफ भव। \v 14 मृत्यु और पाताल अग्‍नि-कुण्डमे फिके| जा अग्‍नी-कुण्ड दुसरो मृत्यू हए। \v 15 जौनको नाउँ जीवनको पुस्तकमे लिखो न पाईं बिनके अग्‍नि-कुण्डमे फेंक दैं।