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\v 3 बे फिर एक चोटी जोणसे चिल्लाईके कहि, “हल्लेलुयाह ! बासे सदामानके ताहीं धुवाँ निकरत रहात् हए।” \v 4 तओ बे चौबिसौं जनी एल्डर और बे चार जीवित प्राणी अपनय जमीनतक घुप्टा पड्के सिंहासन मे विराजमान भव परमेश्‍वर दण्डवत् करके आराधना करीं। बे “आमिन, हल्लेलूयाह !” कहात रहयँ।