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\v 4 और तिसरो स्वर्गदुत अपन कटोरा नदिया और पानीको मूलमे अखनाई, और बा खुन हुइगव। \v 5 तव पानीको जिम्मा लेनबारो स्वर्गदुत अइसे कहत मए सुनो, “तुम अपन इन्साफमे न्यायी हौ, तुम जो हौ, जो रहौ, हे पवित्र परमेश्‍वर काहेकी अइसी तुम इन्साफ करे हौ। \v 6 काहेकी बे सन्तनको और अगमवक्तानको रगत बहाइ हँए, और तुम बिनके रगत पिनके दए हौ। बा बिनके पिनए पणेहए।” \v 7 तव बेदीके अइसे कहत मए सुनो, “हँ, परमप्रभु परमेश्‍वर सर्वशक्तिमान, तुमरो इन्साफ सच्चो और धार्मिक हए।”