thr_rev_text_reg/08/12.txt

1 line
584 B
Plaintext

\v 12 चौथो स्वर्गदुत अपन तुरही फुँकी, और दिनको एक-तिहाइ भाग उपर संगसंगय जोनीको एक-तिहाइ भाग उपर और तारानको एक-तिहाइ भाग उपर प्रहार करोगओ और एक-तिहाइ भागनके अन्धियारो हुइगव, और दिनको एक-तिहाइ और रातको एक-तिहाइ भागमे उजियारो न भओ।