commit b282faa044c3a0688903b88e0273ba1809d1599f Author: Archana Date: Fri Dec 1 13:52:07 2023 +0545 Fri Dec 01 2023 13:51:47 GMT+0545 (Nepal Time) diff --git a/01/01.txt b/01/01.txt new file mode 100644 index 0000000..23268b4 --- /dev/null +++ b/01/01.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 1 परमेश्‍वर अपन सेवकनके अब जल्दी होन बारी बात प्रकट करिभई जा येशू ख्रीष्टको प्रकाश हय। बा अपन स्वर्गदुत पठाएके जा बात अपन सेवक यूहन्‍नाके प्रकट करी । \v 2 परमेश्‍वरको वचनके सम्बन्धमे अपन देखी भई सब बात और येशू ख्रीष्टके बारेमे यूहन्‍ना गवाही दै हय। \v 3 अगमवाणीको जा वचन जौन उँचे स्वरमे पढत हय और सुनत हय और बामे लिखोभव बात पालन करत् हए, बा आदमी धन्यको हय। काहेकी समय जौने हए । \ No newline at end of file diff --git a/01/04.txt b/01/04.txt new file mode 100644 index 0000000..f039592 --- /dev/null +++ b/01/04.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 4 यूहन्‍नासे एशियामे भए सात मण्डलीनकेः जो हए, जो रहए और जो आबैगो, और बासे अनुग्रह और शान्ति, और बाको सिंहासनको अग्गु भए सात आत्मा, \v 5 और येशू ख्रीष्टसे, जो विश्‍वासयोग्य गवाही हय, मरेनके बीचमैसे पहिले जिन्दा भव, और पृथ्वीके राजानके शासक हय, बा जौन हमसे प्रेम करत हय और बाको रगतसे हमके हमर पापसे स्वतन्त्र करदई। \v 6 बा हमके एक राज्य बनाई हय, और बाको पिता और परमेश्‍वरके ताहीं पुजारी, जौनके महिमा और शक्ति सदामान होबए। आमेन। \ No newline at end of file diff --git a/01/07.txt b/01/07.txt new file mode 100644 index 0000000..dec5932 --- /dev/null +++ b/01/07.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 7 देखओ, बा बादरमे आए रहोहए, और हरेक आँखी बाके दिखेहँए, बाके घोंचनबारे फिर। और पृथ्बीके सब कुल बाके कारन बिलाप करेहएँ। अइसी होबए, आमेन। \v 8 "अल्फा और ओमेगा महिं हौं,” सर्वशक्तिमान् परमप्रभु परमेश्‍वर कहात हए, " बा जो हए, जो रहए और जो आनबारो हए।" \ No newline at end of file diff --git a/01/09.txt b/01/09.txt new file mode 100644 index 0000000..c9e0e14 --- /dev/null +++ b/01/09.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 9 मए तुमरो ददा यूहन्‍ना और जौन राज और कष्टमे धैर्यसंग सहनशिलता जौन येशूमे रहय, तुमरसंग परमेश्‍वरको वचन और येशू ख्रीष्टको गवाहीके ताहीं मए पत्मोस कहन बारो टापूमे रहौं। \v 10 प्रभुको दिनमे मए आत्मामे रहौं। और मय मेरो पिच्छु तुरहीको जैसो एक जोणको आवाज सुनो, \v 11 बा कही, "तय जो देखत हय, सो एक किताबमे लिख और सातओं मण्डलीनके औ एफिसस, स्मुर्ना, पर्गामम, थिआटिरा, सार्डिस, फिलाडेल्फिया, और लाउडिकियाके पठा।” \ No newline at end of file diff --git a/01/12.txt b/01/12.txt new file mode 100644 index 0000000..ca55f12 --- /dev/null +++ b/01/12.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 12 कौनको आवाज मिरसंग आयरहो हय कहिके मए पिछु घुमो और मय सात सोनेके सामदान देखो। \v 13 और सामदानके बिचमे आदमीको पुत्र जैसो पओंतक लम्मो कपडा लगाओ भव और छातीके आसपास सोनोको पेटी लगओ भव एक जनी हुँवा रहय। \ No newline at end of file diff --git a/01/14.txt b/01/14.txt new file mode 100644 index 0000000..18c3133 --- /dev/null +++ b/01/14.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 14 बाको मुँड और बार ऊन और पालो जैसो सेतो, और बाको आँखी आगीको ज्वाला जैसी रहएँ। \v 15 बाके पाउँ आगीको भट्टी मे खारके चिल्कन बारो काँसो जैसो रहए, और बाको सोर त लणुरा आन बारो पानीको बाढ जैसो आवाज रहए। \v 16 बाको दहिना हातमे सात तारा रहएँ, और बाको मुहुँसे एक धारबारो दोने पार धार भव तरवार निकरो रहए । बाको मुहूँ दिनको तेज जैसो चमकत रहए। \ No newline at end of file diff --git a/01/17.txt b/01/17.txt new file mode 100644 index 0000000..d0f05dc --- /dev/null +++ b/01/17.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 17 जब मए बाके देखो, तव मए अध्मरा आदमी जईसो हुइके बाके पाओमे पणिगओ। तव बा अपन दहिना हात मिर उपर धरी और कहि, “ मत डराबै ।" सुरु और अन्त महीं हौं । \v 18 मय जिन्दा हौं । मए मरो रहौं, पर देखओ, मए सदाके ताहिँ जिन्दा रहङ्गो, और मृत्यु और पतालके चाबी मिरसंग हए। \ No newline at end of file diff --git a/01/19.txt b/01/19.txt new file mode 100644 index 0000000..09bf87d --- /dev/null +++ b/01/19.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 19 जहेमारे, जो अभे हए, और जाके पिछु जो आबैगो तुम जो देखे हौ, सो लिखओ \v 20 मिर दहिना हातमघेन तुमर देखी भई सात तारा और सात सामदानको बारेमे लुकी भई गुप्त बातको अर्थ सात तारा सात मण्डलीके स्वर्गदुत ओर सात सामदान सात मण्डली हएँ।” \ No newline at end of file diff --git a/02/01.txt b/02/01.txt new file mode 100644 index 0000000..13cb829 --- /dev/null +++ b/02/01.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 1 एफिससके मण्डलीके दुतके लिखः 'जौन अपन दहिना हातमे सात तारा लेन बारो और जो सात सोनोको सामदानके बीचमे नेगन बारोको वचन जेही हएँ। \v 2 तुमर करोभव काम, तुमर कडो परिश्रम, तुमर धैर्य और सहनशिलता मोके पता हए।, और तुम खराब आदमीनके सहे न पात हौ। अपनयके प्रेरित कहिके दाबी करनबारेनके तुम जाँच डारेहओ, पर वास्तवमे बे न हयँ और तुम बिनके झुटे पाए हौ। \ No newline at end of file diff --git a/02/03.txt b/02/03.txt new file mode 100644 index 0000000..b99933e --- /dev/null +++ b/02/03.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 3 मोके पता हय, कि तुममे धर्य सहनशिलता हय, और मिर नाउँके ताहीं तुम बहुत दुःख भोगे हौ तहुँ फिर तुम थके न हौ। \v 4 पर तुमरे बिरुद्धमे मिरसँग बास्तविक बात हएः तुम अपन पहिलो प्रेमके त्याग दए हौ। \v 5 जहेमारे, तुम कहाँसे गिरे हौ, सो सम्झओ। तुम पहिले करेभए काम करओ और पश्‍चाताप करओ। मय तुमरे ठिन आमङ्गो और तुम पश्‍चाताप न करेतक मय तुमरो समदानके बाको ठाउँसे हटाए देहौं। \ No newline at end of file diff --git a/02/06.txt b/02/06.txt new file mode 100644 index 0000000..cf4d778 --- /dev/null +++ b/02/06.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 6 पर तुमरमे जा बात ता हए, कि निकोलाइटसके करो कामके तुम घिणना करे हौ, जौनके मय भी घिणना करत हओं। \v 7 जौनको कान हए, बा सुनए, पवित्रआत्मा मण्डलीसे का कहत हए। जौन जितैगो, बाके मय जीवनको रुखासे खान अनुमति देहौं जोन परमेश्‍वरको स्वर्गलोक हय।" \ No newline at end of file diff --git a/02/08.txt b/02/08.txt new file mode 100644 index 0000000..e97a6a4 --- /dev/null +++ b/02/08.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 8 और स्मुर्नाको मण्डलीके दुतके जा लिख: जो आदि और अन्त्य हए जे वचन बहे के हयँ, जो मरिगव रहए, और जो फिर जिन्दा हुईगव। \v 9 मए तुमर कष्ट और तुमर गरीबी जान्त हौं, पर तुम त धनी हौ। मए बिनसे कहत हौं तुमर निन्दा करनबारे जौन अपनएके यहूदी हौं कहिके दाबी करत हएँ, पर वास्तवमे बे न हयँ। बे त शैतानके सभाघर हएँ। \ No newline at end of file diff --git a/02/10.txt b/02/10.txt new file mode 100644 index 0000000..d015349 --- /dev/null +++ b/02/10.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 10 तुम भोगन लागो कष्टसे मत डरओ। देखओ शैतान तुम मैसे कित्तोनके तुमके जाँचके ताहिँ कैदमे डारनके तयार हए, और तुमके दस दिनके ताहीं कष्ट भोगैगे। मृत्यु तक विश्‍वासयोग्य हुइओ, और मए तुमके जीवनको मुकुट देमङ्गो। \v 11 जौनको कान हए, बा सुनए, पवित्र आत्मा मण्डलीसे का कहत हए। जौन जितैगो, बाके दुसरो मृत्युसे कोइ हानि न हुइहए। \ No newline at end of file diff --git a/02/12.txt b/02/12.txt new file mode 100644 index 0000000..78e169d --- /dev/null +++ b/02/12.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 12 और पर्गाममके मण्डलीके दुतके जा लिख: जा वचन दुईधारबारो पैनो तरवार संगमे होनबारो कहत हए, \v 13 मोके पता हए, तुम कहाँ बैठत हौ, हुवाँए जहाँ शैतानको सिंहासन हए। तहूँ फिर तुम मिर नाउँमे स्थिर बैठे हौ।और शैतान बैठन बारो ठाऊँमे मरो भव मिर विश्‍वासयोग्य साँची एन्टिपासको समयमे फिर तुम मिर उपरको अपन विश्‍वासके इन्कार न करे। \ No newline at end of file diff --git a/02/14.txt b/02/14.txt new file mode 100644 index 0000000..c3bf496 --- /dev/null +++ b/02/14.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 14 पर तुमर विरुध्दमे मिरसंग कुछ बात हए, तुम मैसे कोइ-कोइ इस्राएलके लौणा लौणियानके मूर्तिनको बलिदान करो भव खानु खामएँ और व्यभिचार करएँ कहिके बे लौणा लौणियानके अग्गु ठोकर लागनबारो पत्थरा फेंकन लगानबारो बालाकके सिकान बारो बालामको शिक्षाके कररे से पकडे हयँ। \v 15 अइसी करके, तुमर बीचमे कोई कोई नीकोलाइटसको शिक्षाके पक्को से पालन करन बारे फिर हएँ। \ No newline at end of file diff --git a/02/16.txt b/02/16.txt new file mode 100644 index 0000000..14477d6 --- /dev/null +++ b/02/16.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 16 जहेमारे, पश्‍चाताप करओ। यदि पश्‍चाताप न करैगे तव, मए तुमरे ठिन जल्दी आमंगो, और मिर मुखको तरवारसे तुमर विरुद्दमे संग लडाई करेहौं। \v 17 जौनको कान हए, बा सुनए, पवित्र आत्मा मण्डलीसे का कहत हए। जौन जितैगो, बाके मए गुप्त-मन्‍नको कुछ भाग देहौं, और मए बाके नयाँ नाउँ लिखो एक सेतो पत्थर देहौं, पर बा नाउँ पान बारो बाहेक और कोइ न जान्त हय।" \ No newline at end of file diff --git a/02/18.txt b/02/18.txt new file mode 100644 index 0000000..d08cd66 --- /dev/null +++ b/02/18.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 18 और थिआटीराके मण्डलीके दुतके जा लिख: जा बात परमेश्‍वरको पुत्र कहत हए, जौनक आँखी ज्वाला जैसो और जौनक पाउ चिल्कन बारो काँसो जैसो हए। \v 19 तुमर प्रेम, विश्‍वास, सेवा, और तुमर धिरज से सहन और तुमर करो भव काम मोके पता हए। तुम जो अभे करे हऔ, बा पहिले करे भय काम से बहुत अच्छे हँए। \ No newline at end of file diff --git a/02/20.txt b/02/20.txt new file mode 100644 index 0000000..5207b87 --- /dev/null +++ b/02/20.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 20 पर मिर सँग तुमर विरुध्दमे जा बात हय: तुम ईजेबेल कहन बारी बैयरके सहे हौ। बा अपनएके अगमवादिनी कहत हए। और मिर सेवकनके व्यभिचार करन् और मुर्तिके चढओ खानु खान सिखात हए। \v 21 मए बाके पश्‍चाताप करन के समय दओ, पर बा अपन व्यभिचारसे पश्‍चाताप करन् के इन्कार करी। \ No newline at end of file diff --git a/02/22.txt b/02/22.txt new file mode 100644 index 0000000..5fe148b --- /dev/null +++ b/02/22.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 22 देखओ ! मए बाके रोग-शय्यामे फेंक देहौं, और बाकेसंग व्यभिचार करन् बारेनके बाको करो भव कामके ताहीं पश्‍चाताप न करन तक बडो कष्ट देहौं । \v 23 मए बाके लौणा लौणियानके महामारीसे मारङ्गो, और मए बहे हौं जौन सबको मन और ह्रदय जाँच करत् हौं कहिके सबय मण्डली जानङ्गे। मए हरेकके बाको काम अनुसारको इनाम देमङ्गो । \ No newline at end of file diff --git a/02/24.txt b/02/24.txt new file mode 100644 index 0000000..66ac9bc --- /dev/null +++ b/02/24.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 24 पर तुम थिआटीरामे बाँकी रहेभए हरेक जौन जा शिक्षा न मानत् हयँ, और कित्तो ता शैतानके गहिरी बात न जान्त हयँ, मय तुमसे कहत हौं, कि मए तुमर उपर और कोइ बोझ न बुकय हऔं। \v 25 जैसो समयमे फिर मय न आनतक तुम पक्के से जाके थामे रहीओ । \ No newline at end of file diff --git a/02/26.txt b/02/26.txt new file mode 100644 index 0000000..357996e --- /dev/null +++ b/02/26.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 26 जौन जितैगो और अन्त तक मिर करो काम जौन करैगो, मए बाके जाति-जातिनके उपर अधिकार देहौं, \v 27 कुमणा मट्टीको भाँणानके बा खुद्रा-खुद्रा करके फोरे कता बा लोहेकि डन्डासे बिनके ऊपर शासन करेहए, \v 28 मय मिर पिता से अधिकार पाओ जैसे बाके मय सुबेरेको तारा देहौं। \v 29 जौनको कान हए, बा सुनए, पवित्र आत्मा मण्डलीसे का कहत हए।" \ No newline at end of file diff --git a/03/01.txt b/03/01.txt new file mode 100644 index 0000000..7bbbbb0 --- /dev/null +++ b/03/01.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 1 और सार्डिसके मण्डलीके दुतके जा लिख: 'सात तारा और परमेश्‍वरको सात आत्मा होनबारोको वचन जहे हए। तुमर करेभय काम मोके पता हए। तुम जिन्दा हौ करके नाउँ त् हए, पर तुम मरे हौ। \v 2 उठौ और जगे रहबओ और मरन् लागो बाँकी रही बातनके पक्को बनाओ, पर जा मरन लगो हय, काहेकी मए परमेश्‍वरकि द्धष्टिमे तुमर काम पुरा भव न पाओ हऔं। \ No newline at end of file diff --git a/03/03.txt b/03/03.txt new file mode 100644 index 0000000..09c2b30 --- /dev/null +++ b/03/03.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 3 जहेमारे, तुम जो बात पाए हौ और सुनेहौ, सो सम्झओ, बाके पालन करओ और पश्‍चाताप करओ। पर यदि तुम जागे न रएहौ, तव मए तुमर विरुद्धमे चुट्टा कता अए हौं, और मए कौन बेरा अए हौं, सो तुमके पता न हुइहए। \v 4 पर सार्डिसके आदमीन मे कुछ नाउँ हएँ, जौन अपन लत्ताके घिनौनो न करी हयँ। बे सफेत कुर्ता लगाएके मिर सँग नेगंगे, काहेकी बे योग्यके हँए। \ No newline at end of file diff --git a/03/05.txt b/03/05.txt new file mode 100644 index 0000000..4ffd418 --- /dev/null +++ b/03/05.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 5 जौन जितैगो, बाके सेतो कुर्ता पैधाओ जायहय, और जीवनको पुस्तकसे मय बाको नाउँ कबहु न मिटएहौं, और मए मिर पिता और बाके स्वर्गदुतनके अग्गु बाको नाउँ स्वीकार करेहौं। \v 6 जौनके कान हए, बा सुनए, पवित्र आत्मा मण्डलीसे का कहत हए।" \ No newline at end of file diff --git a/03/07.txt b/03/07.txt new file mode 100644 index 0000000..51ccfb6 --- /dev/null +++ b/03/07.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 7 फिलाडेल्फियामे भओ मण्डलीके दुतके जा लिख: जो सत्य और पवित्र हए हए, जे वचन बहेके हयँ, बा दाऊदको कुंजीके लयहए, बा खुलैगो और कोइ फिर बन्द न करपए हए, बा बन्द करेहए और कोई फिर खोल न पए हए। \v 8 मोके तुमर करोभओ काम पता हए। देखओ, मए तुमर अग्गु खुल्ला फाटक करदौ हऔं हौं और बाके कोइ फिर बन्द न कर सकतहए। मोके पता हय, कि तुमर संग थोरी शक्ति हए, तहुँ फिर तुम मिर वचन पालन करे हौ, और मिर नाउँके इन्कार न करे हौ। \ No newline at end of file diff --git a/03/09.txt b/03/09.txt new file mode 100644 index 0000000..82504f5 --- /dev/null +++ b/03/09.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 9 देखओ, जौन अपनयके यहूदी हौं कहिके कहात हयँ पर बे न हयँ, बे शैतानको सभाघर हयँ, पर बे झुट बोलरहे हयँ। मए बिनके तुमर पाउँके अग्गु ढोकन लगामंगो, और मय तुमके प्रेम करत हौं करके बे जनङ्गे। \v 10 तुम मेरो वचन धैर्यसंग पालन करे हौ, बहेमारे पृथ्वीमे जीन बारेनके जाँच आतपेति पुरो संसारमे आनबारी विपत्तिको समयमे परनसे मय फिर तोके बचामङ्गो। \v 11 मए जल्दी आमंगो। तुमरे संग जो हए बाके कसके पकडे रहिओ ताकि तुमरो मुकुट कोइ लइजा ना सकए। \ No newline at end of file diff --git a/03/12.txt b/03/12.txt new file mode 100644 index 0000000..3980bd1 --- /dev/null +++ b/03/12.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 12 जौन जितैगो, बाके मए मिर परमेश्‍वरको मन्दिरमे एक खम्मा बनामंगो, और बा बासे कबहू बाहिर न निकरैगो । मए बामे मिर परमेश्‍वरको सहेरको नाउँ, मिर परमेश्‍वरको नाउँ, ( नयाँ यरुशलेम , जोन मिर परमेश्‍वरसे स्वर्गसे तरे आत हए ), और मेरो नयाँ नाउँ मए लिखदेमङ्गो। \v 13 जौनको कान हए, बा सुनए, पवित्र आत्मा मण्डलीसे का कहत हए।" \ No newline at end of file diff --git a/03/14.txt b/03/14.txt new file mode 100644 index 0000000..6a4b3e6 --- /dev/null +++ b/03/14.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 14 और लाउडिकियाके मण्डलीके दुतके जा लिख: परमेश्‍वरको सृष्टि ऊपरको शासनकर्ता जो विश्‍वासयोग्य और सच्चो साँची, 'जे वचन आमेनके हएँ। \v 15 मोके तुमर काम पता हए। कि तुम नत् तत्तो नत् जुणे हऔ। तुम कि त तत्ते या जुणे होनके मय चाँहत रहऔं \v 16 तहिमारे, तुम गुन्गुने हौ, नत् जुणे नत् तत्ते हऔ। जहेमारे, मए तुमके मिर मुहुँसे ऊगलन डटो हौं। \ No newline at end of file diff --git a/03/17.txt b/03/17.txt new file mode 100644 index 0000000..1b1981f --- /dev/null +++ b/03/17.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 17 "“मए धनी हौं, और मिर संग धन-सम्पति हए, और मोके कोइ बात कि कमि न हय" कहिके तुम कहत हौ, पर तुमके पतए न हय कि तुम दु:खी, दयनीय, गरीब,, अन्धरा और नङ्गे हौ। " \v 18 मिर सल्लाहके ध्यान देओः आगीसे शुद्ध करो भओ सोनो मोसे खरदीओ ताकि तुम धनी होन सकौ, और तुमर नङ्गोपनको शर्म तोपन चम्किलो सेतो कुर्ता लगाबौ और तुमर नङ्गोपनको शर्म न होबय और अपन आँखीमे मलहम लगाबौ ताकि तुम देख सकौ। \ No newline at end of file diff --git a/03/19.txt b/03/19.txt new file mode 100644 index 0000000..759b48d --- /dev/null +++ b/03/19.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 19 मिर प्रेम करनबारे हरेकके मय तालिम देत हौं, और बे कइसे जीन पडैगो सो मय बिनके सिकामङ्गो। जहेमारे, पश्‍चाताप करओ और इमानदार होबओ।। \v 20 देखओ, मए फाटकमे ठाणके ढकढकात हौं। यदि कोइ मिर सोर सुनके फाटक खोलैगे तव, मए बाके घरभितर आमङ्गो और बाकेसंग खानु खाए हौं और बा मिर संग खबैगो। \ No newline at end of file diff --git a/03/21.txt b/03/21.txt new file mode 100644 index 0000000..dc853bb --- /dev/null +++ b/03/21.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 21 जौन जितैगो, बाके मिर सिंहासनमे मिर संग बैठनके अधिकार देहौं, जैसी मए फिर जितो और उइसिय मय फिर मिर पिताकेसंग बाको सिंहासनमे बैठो हौं। \v 22 जौनके कान हए, बा सुनए, पवित्र आत्मा मण्डलीनसे का कहत हए। \ No newline at end of file diff --git a/04/01.txt b/04/01.txt new file mode 100644 index 0000000..8677ac6 --- /dev/null +++ b/04/01.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 1 जे बातके पिछु मए देखो, और स्वर्गमे एक फाटक खुलो भओ रहए। मिर सुनो भव तुरहीको जैसो पहिलो आवाजमे मोसे कही- "यितए उपर आ, और जा बातपिछु का होनबारो हय मए तोके दिखामंगो।” \v 2 एकय छिनमे मए आत्मा मे रहौं, और स्वर्गमे एक सिंहासन मय देखो, जौनके उपर कोइ बिराजमान रहए। \v 3 बाके उपर विराजमान होनबारो स्फटिक और लालमणि जैसो दिखात रहए। सिंहासनके आसपास धनकमान रहए। बा धनकमान मोती जैसो चम्किलो दिखात रहय। \ No newline at end of file diff --git a/04/04.txt b/04/04.txt new file mode 100644 index 0000000..92c224b --- /dev/null +++ b/04/04.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 4 बा सिंहासनके आसपास चौबीस सिंहासन रहएँ, और चौबिस जनी एल्डर बिनके मुणमे सोनोको मुकुट लगाय और सेतो कुर्ता पैंधेके बैठे रहयँ। \v 5 सिंहासनसे बिजुलीको चमक और गर्जन निकरके आत रहए, और बिजुली संगय नष्ट हुइगय। सिंहासनके अग्गु सात बत्ती पजरत् रहएँ। बे बत्ती त परमेश्‍वरके सात आत्मा रहएँ। \ No newline at end of file diff --git a/04/06.txt b/04/06.txt new file mode 100644 index 0000000..1c43e2a --- /dev/null +++ b/04/06.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 6 सिंहासनको अग्गु स्फटिक जैसो दिखानबारो काँचको समुन्द्र रहए। सिंहासनके बिचमे और सिंहासन आसपास, अग्गु और पिछु आँखी-आँखीसे भरि चार जिन्दा प्राणी रहयँ। \ No newline at end of file diff --git a/04/07.txt b/04/07.txt new file mode 100644 index 0000000..77c8c62 --- /dev/null +++ b/04/07.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 7 पहिलो जिन्दा प्राणी बग्ठा जैसो रहए, दुसरो जिन्दा प्राणी बछ्रा जैसो रहए, तेस्रो जिन्दा प्राणीको अनुहार आदमीको जैसो रहय और चौथो जिन्दा प्राणी उडरहो चिलहरिया जैसो रहए। \v 8 चारौ जिन्दा प्राणीमैसे हरेकके छए-छए पखना रहएँ और तरे और उपर आँखीआँखी से भरि रहएँ। दिनरात बे “पवित्र, पवित्र, पवित्र सर्वशक्तिमान् परप्रभु परमेश्‍वर जो रहए, और जो हए, और जो आनबारो हए” कहात रहयँ। \ No newline at end of file diff --git a/04/09.txt b/04/09.txt new file mode 100644 index 0000000..3c09bcd --- /dev/null +++ b/04/09.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 9 जब बे जिन्दा प्राणी सिंहासनमे विराजमान होनबारो, और सदामान जिन्दा रहनबारोके महिमा, आदर और धन्यवाद दईं, \v 10 चौबीस जनी एल्डर झुक्के सिंहासनमे बिराजमान होनबारेके अग्गु दण्डवत् करीं। बे सदामान जिन्दा होनबारेके दण्डवत करीं और सिंहासनके अग्गु अपन-अपन मुकुट धरके अइसे कहीं, \v 11 "हमर परमप्रभु और परमेश्‍वर, तुम महिमा, आदर, और शक्ति ग्रहण करन्के योग्य हौ। काहेकी तुम सबय चीज सृष्टि करेहौ, और तुमर इच्छाद्वारा बे अस्तित्वमे आए, और सृष्टि भए।” \ No newline at end of file diff --git a/05/01.txt b/05/01.txt new file mode 100644 index 0000000..b8b9d89 --- /dev/null +++ b/05/01.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 1 तव सिंहासनमे बिराजमान होनबारेके दहिना हातघेन सात मोहर लगाएके बन्द करो भवके अग्गु और पिच्छु लिखो भव एक चर्मपत्रको मुठा मय देखो। \v 2 “जा मुठा खोल्न और जाको मोहर तोणनको योग्य कौन हए ?” कहिके एक जनी शक्तिशाली स्वर्गदूत बडो सोरमे घोषणा करत मय देखो। \ No newline at end of file diff --git a/05/03.txt b/05/03.txt new file mode 100644 index 0000000..d2e4c27 --- /dev/null +++ b/05/03.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 3 स्वर्गमे औ जा पृथ्बीमे और जा पृथ्बी तरे भय कोइ भी जा चर्मपत्रको मुठा खोलन औ जाके पढन न सिकीं। \v 4 मय दुःखित हुएके रोओ, काहेकि जा चर्मपत्रको मुठाके खोलन और पढन योग्यको कोइ न मिलो। \v 5 पर बे एल्डर मैसे एक जनी मोसे कहि, “मत रोबय ! देखओ ! यहूदाको कुलको बग्ठा, दऊदाको मूल विजय पाइ हय। जा मुठा और जा सात मोहर खोलन बा योग्यको हय।" \ No newline at end of file diff --git a/05/06.txt b/05/06.txt new file mode 100644 index 0000000..b3ef790 --- /dev/null +++ b/05/06.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 6 मय सिंहासन और चार जिन्दा प्राणी और एल्डरनके बीचमे मरो भव जैसो दिखानबारो एक थुमाके ठाडो भव देखो। बाके सात सिङ और सात आँखी रहएँ, बे सबय संसार भर पठाए भए परमेश्‍वरके सात आत्मा हएँ। \v 7 बा गओ, और सिंहासनमे विराजमान होनबारेके दाहिना हातसे बा मुठाके लै। \ No newline at end of file diff --git a/05/08.txt b/05/08.txt new file mode 100644 index 0000000..7c4488c --- /dev/null +++ b/05/08.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 8 जब बा जा मुठाके लै, तव बे चारौ जिन्दा प्राणी और चौबीस एल्डर थुमाके अग्गु घुप्टा पणे। बिनके हरेकसंग वीणा और धुपसे भरो सोनोके धुपौरा रहएँ, जौन विश्‍वासिनको प्रार्थना हएँ। \ No newline at end of file diff --git a/05/09.txt b/05/09.txt new file mode 100644 index 0000000..0f063c4 --- /dev/null +++ b/05/09.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 9 बे एक नयाँ गीत गाइँ: "तुम जा खालको पत्रको मुठा लेन और बा मोहर तोणन योग्य हौ काहेकि तुम मारेगए, और तुमर रगतसे हरेक जाति, भाषा, आदमी और राष्‍ट्रनके तुम परमेश्‍वरके ताहीं खरीदे हौ। \v 10 परमेश्‍वरको सेवा करन तुम बिनके राज्य और पुजारी बनाए हओ, और बे पृथ्वीमे राज करङ्‍गे।” \ No newline at end of file diff --git a/05/11.txt b/05/11.txt new file mode 100644 index 0000000..e11883c --- /dev/null +++ b/05/11.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 11 तव मए देखो, और सिंहासन, जिन्दा प्राणी और एल्डरनके आसपास गजम स्वर्गदुतको आवाजके सुनो। बिनको पुरा संख्या दशौं हजार और हजारौं हजार रहए। \v 12 बे वडो आवाजमे अइसे कहीं, शक्ति, धन, बुध्दि, बल, आदर, महिमा,और प्रशँसा पानके योग्य मरो भव थुमा हए।” \ No newline at end of file diff --git a/05/13.txt b/05/13.txt new file mode 100644 index 0000000..12ace72 --- /dev/null +++ b/05/13.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 13 स्वर्गमे, पृथ्‍वीमे, पृथ्‍वी तरे और समुन्दर तरे सृष्‍टि करे भए हरेक चीजनके अइसे कहत मए सुनो, " बा जो सिंहासनमे विराजमान होनबारो और थुमाके प्रशंसा, आदर, महिमा, और राज करन शक्ति सदामान होबए।” \v 14 तव बे चारौ जिन्दा प्राणी कहिँ, “आमेन।” और एल्डर घुप्‍टा पणके सदामान रहनबारेके आराधना करीं। \ No newline at end of file diff --git a/06/01.txt b/06/01.txt new file mode 100644 index 0000000..ce6b9c6 --- /dev/null +++ b/06/01.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 1 जब थुमाके सात मोहर मैसे एकके खोलत मए देखो, और बे चार जिन्दा प्राणी मैसे एक जनी गर्जनको आवाज जैसोमे अइसो कहत मए सुनो, “आओ।” \v 2 और मए देखो और हुँवा एक सेतो घोडा रहय। बाके उपर बैठनबारो एक धनुस पकडे रहए, और बाके एक मुकुट दवगौ। और जीतन जैसो करके बा बिजय होन निकरो। \ No newline at end of file diff --git a/06/03.txt b/06/03.txt new file mode 100644 index 0000000..5c0baf4 --- /dev/null +++ b/06/03.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 3 "जब थुमा दुसरो मोहर खोली, तव बा दुसरो जिन्दा प्राणीके "आओ, काहत मय सुनो। " \v 4 और दुसरो अग्‍निमय लाल घोडा बाहिर निकरके आओ। बामे सवार करनबारेके पृथ्बीसे शान्ति लैके जान अनुमति दव गव रहय। बहेमारे, बे आदमी एक-दुसरेके मारङ्‍गे। जे घोडसवारके एक बणो तरवार फिर दव गव रहय। \ No newline at end of file diff --git a/06/05.txt b/06/05.txt new file mode 100644 index 0000000..bfc5ad7 --- /dev/null +++ b/06/05.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 5 "जब थुमा तिसरो मोहर खोली, तव तिसरो जिन्दा प्राणीके "आओ, काहत मए सुनो। मए एक कारो घोडाके देखो, और घोडा सवार करन् बारोके हातमे एक जोर तखरी के पकडे रहएँ।" \v 6 मय चार जिन्दा प्राणीके बिचमे एक आवाज जैसो दिखानबारो अइसो काहत मए सुनो, "एक दिनको ज्यालामे एक किलो गेहुँ और एक दिनको ज्यालामे तीन किलो जौ, पर तेल और दाखमधके नष्ट मत करिओ।” \ No newline at end of file diff --git a/06/07.txt b/06/07.txt new file mode 100644 index 0000000..9a315b8 --- /dev/null +++ b/06/07.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 7 जब थुमा चौथो मोहर खोली, तव मय चौथो जीवित प्राणीके "आओ" काहत आवाजके सुनो। \v 8 तव मए पेरो घोडाके देखो। बाको घोडासवार करन् बालोको नाउँ "मृत्यु" रहए, और "पताल" बाके पिछु पिछु लागो रहए। और बे पृथ्बीको एक-चौथाइ भाग ऊपर तरवारसे मारन, अनिकाल, रोगन ऊपर, और पृथ्बीके जँगली जनावरनके मारनके अधिकार दवगओ रहए। \ No newline at end of file diff --git a/06/09.txt b/06/09.txt new file mode 100644 index 0000000..f3ce5d0 --- /dev/null +++ b/06/09.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 9 जब थुमा पाँचौ मोहर खोली, तव बेदीके तरे परमेश्‍वरको वचन और बिनको गवाहीके ताहीं मरे भए आत्मनके मय देखो। \v 10 बे ऊँचो सोरमे चिल्लाईं, “ सबयके ऊपरको शासक, पवित्र और सच्चो, कबतक तुम हमर रगतको बदला न लेहौ और पृथ्‍वीमे बचेभयनके न्याय न करहौ ?” \v 11 तव बे हरेकके एक सेतो कुर्ता दैं, और बिनके सहकर्मी सेवकन और बिनके ददा भैयनके और दिदीबहिनियाके बिनके जैसे जो मरे भयनके संख्यामे पुरो न भए तक बिनके ईन्तजार करन कहोगओ। \ No newline at end of file diff --git a/06/12.txt b/06/12.txt new file mode 100644 index 0000000..ce33c86 --- /dev/null +++ b/06/12.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 12 जब थुमा छैटौं मोहर तोडी, तव हुँवा एक बणो हाला चाला गव मय देखो। दिन भाङग्राको कुर्ता जैसो कारो हुइगव, और जोनी पुरा रगत जैसो बनिगओ। \v 13 जैसो अञ्‍जीरको रुखाके आँधी हलातपेति न पके फरा झरे जैसे बादरमे भए तारा पथ्‍वीमे गिरे। \v 14 बादर खालको चिट्ठीको मुठाजैसे बिटके लोप हुइगव, जो बिटाओ गव रहय। हरेक पहाड और टापु बाको ठाउँसे हटके चलेगए। \ No newline at end of file diff --git a/06/15.txt b/06/15.txt new file mode 100644 index 0000000..0f6681b --- /dev/null +++ b/06/15.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 15 तव पृथ्‍वीके राजा और खाश आदमी और सर्व सधारन, धनी, शक्तिशाली, और दास और स्वतन्त्र हरेक आदमी पहाडके चट्टाननके बिचमे और गुफानमे लुके। \v 16 बे पहाड और चट्टानसे कहिँ, “हमर उपर गिर्, और सिंहासनमे विराजमान होनबारेके मुहुँसे, और थुमाको क्रोधसे हमके लुकाबओ। \v 17 काहेकी बाको क्रोधको महान दिन आएगव हए, और हुँवा कौन ठाड सकत हए ?” \ No newline at end of file diff --git a/07/01.txt b/07/01.txt new file mode 100644 index 0000000..7983143 --- /dev/null +++ b/07/01.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 1 तव पिछु पृथ्बीके चारौ कोनेमे चार जनी स्वर्गदुत ठाणे भए मय देखो जौन पृथ्‍वीके चारौघेन आँधीके तगडेसे पकडे रहयँ। जहेमारे कि, पृथ्वी, समुन्दर औ कोइ फिर रुखाके विरुद्धमे कोइ फिर आँधी न चलय। \v 2 तव जिन्दा परमेश्‍वरको मोहर लैके दुसरो स्वर्गदूत अगारसे ऊपर आतय मय देखो, जौन पृथ्‍वी और समुन्द्रके नोकसान करन अनुमति पाएभए चार स्वर्गदुतसे बडो सोरसे चिल्लएके आइसो कही,, \v 3 हमर परमेश्‍वरके सेवकनके माथेमे हम मोहर ना लगानतक पृथ्‍वी समुन्द्र औ रुखनके कोइ खराबी मत करियो।” \ No newline at end of file diff --git a/07/04.txt b/07/04.txt new file mode 100644 index 0000000..4551b6d --- /dev/null +++ b/07/04.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 4 मए मोहर लगाए भए बारेनको संख्या सुनो। बे एक लाख चवालिस हजार रहएँ, जो इस्राएलके आदमिनको हरेक कुलसे छाप लगाए भए रहएँ। \v 5 यहूदाको कुलसे बाह्र हजारके, रुबेनको कुलसे बाह्र हजारके, गादको कुलसे बाह्र हजारके मोहर लगाव गओ रहय। \v 6 अशेरको कुलसे बाह्र हजारके, नप्तालीको कुलसे बाह्र हजारके औृर मनश्‍शेको कुलसे बाह्र हजारके मोहर लगाव गओ रहय। \ No newline at end of file diff --git a/07/07.txt b/07/07.txt new file mode 100644 index 0000000..ecb84d5 --- /dev/null +++ b/07/07.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 7 शिमियोनके कुलसे बाह्र हजारके, लेबीके कुलसे बाह्र हजारके, इस्साखारको कुलसे बाह्र हजारके, \v 8 जबुलूनको कुलसे बाह्र हजारके, योसेफके कुलसे बाह्र हजारके और बेन्यामीनको कुलसे बाह्र हजारके मोहर लगाव गओ रहय। \ No newline at end of file diff --git a/07/09.txt b/07/09.txt new file mode 100644 index 0000000..f66f39f --- /dev/null +++ b/07/09.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 9 जे बातनके पिछु मय देखो, हरेक जाति, कुल, आदमी और भाषाके कोइ फिर गिनन नसिकन बारो एक बहुत भारी भिड सेतो कुर्ता पैंधके और अपन अपन हातमे खजुरीक हाँगा लैके सिंहासन अग्गु और थुमाके जौने ठाणे रहयँ। \v 10 और बे बडो सोरसे बुलान डटे रहयँ,: “सिंहासनमे बिराजमान होनबारो हमर परमेश्‍वर और थुमामे मुक्ति हए।” \ No newline at end of file diff --git a/07/11.txt b/07/11.txt new file mode 100644 index 0000000..86449d5 --- /dev/null +++ b/07/11.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 11 और सबय स्वर्गदूत चार जिन्दा प्राणी, एल्डरनके आसपास और सिंहासनके आसपास ठाडिगए और बे सिंहासनके अग्गु घुप्टा पणके अपन अनुहार झुकाईं। बे अइसे करके परमेश्‍वरके आराधना करीं, \v 12 "आमेन ! हमर परमेश्‍वरको प्रशंसा, महिमा, बुध्दि, धन्यवाद, आदर, शक्ति, और सामर्थ्य सदामान होबए। आमेन ।" \ No newline at end of file diff --git a/07/13.txt b/07/13.txt new file mode 100644 index 0000000..3dc1f6a --- /dev/null +++ b/07/13.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 13 बक पिच्छु एल्डरन मैसे एक जनी मोसे पुँछी, “जे सेतो कुर्ता लागन बारे कौन हए, और बे कहाँसे आए हएँ ?” \v 14 और मए बासे कहो, “हजुर तुमहि के पता हए,” और बा मोसे कहि, 'जे बेहिं हँए, जो महासंकटसे आए हँए, और बे अपन कुर्ताके थुमाके रगतसे धोएके सेतो बनाईं हएँ। \ No newline at end of file diff --git a/07/15.txt b/07/15.txt new file mode 100644 index 0000000..fc4a595 --- /dev/null +++ b/07/15.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 15 जहेमारे, बे परमेश्‍वरको सिंहासनके अग्गु हएँ, और दिनरात बाको मन्दिरमे बाको आराधना करत् हँए। सिंहासनमे बिराजमान होनबारो अपन उपस्थितिमे बिनके शरण देहए। \v 16 बे फिर न भुखाय हयँ और प्यासे न हुइहँए। दिनको राप बिनके उपर न पणेहए, न त कोइ ताप बिनके जलाए हए । \v 17 काहेकि सिंहासनके बीचमे होनबारो थुमा बिनको बाकरेहेरा होबैगो, और बा बिनके जिन्दा पानीको मुहान घेन डुरियाबैगो, और परमेश्‍वर बिनके आँखीसे सब आँसु पछोन देबैगो।” \ No newline at end of file diff --git a/08/01.txt b/08/01.txt new file mode 100644 index 0000000..67fce8a --- /dev/null +++ b/08/01.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 1 जब थुमा सातौं मोहर खोली, तव लगभग आधा घण्टा तक स्वर्गमे सन्‍नाटा छैगौ। \v 2 बक पिच्छु मय परमेश्‍वरके अग्गु ठाणे भए सात स्वर्गदुतनके देखो, और बिनके सात तुरही दौगव। \ No newline at end of file diff --git a/08/03.txt b/08/03.txt new file mode 100644 index 0000000..b0be9f0 --- /dev/null +++ b/08/03.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 3 दुसरो स्वर्गदुत आओ, और सोनोको धुपौरो लैके बेदीके जौने ठाणगओ। सिंहासनके अग्गु सबय विश‍वासिनके प्रार्थनासंगै चढ़ानके ताहिँ बा स्वर्गदूतके बहुत धुप दौगओ। \v 4 विश्‍वासिनके प्राथानासंगै धूपको धुवाँ स्वर्गदुतके हातसे परमेश्‍वरको अग्गु पुगो। \v 5 तव स्वर्गदूत धुपौरो लै और बेदीसे आगी बामे भरी, तब बा बाके पृथ्‍वीमे फेंक दै, और बिजुली, गडगडाहट, बिजुलीको चमक पैदा हुइगओ और हलाचाला आइगौ। \ No newline at end of file diff --git a/08/06.txt b/08/06.txt new file mode 100644 index 0000000..3e78181 --- /dev/null +++ b/08/06.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 6 तब सात तुरही होनबारे सात स्वर्गदुत तुरही फुकन तयारी भए। \v 7 पहिलो स्वर्गदुत अपन तुरही फुँकी, और हुँवा पत्थरा और रगत मिलोभव आगी आई, बाके तरे पृथ्‍वीमे फेंको गओ। जासे पृथ्‍वीको तीन भागको एक तिहाइ भागके जरायदई, तीन भागको एक-तिहाइ रुखानके जरायदई और सबय हरे घाँस फिर डुँगिगए। \ No newline at end of file diff --git a/08/08.txt b/08/08.txt new file mode 100644 index 0000000..24574f2 --- /dev/null +++ b/08/08.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 8 दुसरो स्वर्गदुत अपन तुरही फुँकी, और आगीसे जलरहो एक बणो पहाण जैसो समुन्दरमे गिरो और समुन्दरको एक-तिहाइ भाग रगत बनिगव। \v 9 बक पिच्छु समुन्दरमे भए जिन्दा प्राणी मैसे एक-तिहाई भाग मरिगए, और जहाजनके एक-तिहाइ भाग नष्ट हुइगए। \ No newline at end of file diff --git a/08/10.txt b/08/10.txt new file mode 100644 index 0000000..291d4af --- /dev/null +++ b/08/10.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 10 तिसरो स्वर्गदुत अपन तुरही फुँकी, और बादरसे पजरत ऊँका कता एक बणो तारा नदियानको एक तिहाई भागमे और पानीके मोहानमे गिरो। \v 11 "बा ताराको नाउँ "ऐरेलु" हए, एक-तिहाई भागको पानी तितो हुइगओ, और बा तितो भव पानीके कारन बहुत आदमी मरिगए। \ No newline at end of file diff --git a/08/12.txt b/08/12.txt new file mode 100644 index 0000000..e915126 --- /dev/null +++ b/08/12.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 12 चौथो स्वर्गदुत अपन तुरही फुँकी, और दिनको एक-तिहाइ भाग उपर संगसंगय जोनीको एक-तिहाइ भाग उपर और तारानको एक-तिहाइ भाग उपर प्रहार करोगओ और एक-तिहाइ भागनके अन्धियारो हुइगव, और दिनको एक-तिहाइ और रातको एक-तिहाइ भागमे उजियारो न भओ। \ No newline at end of file diff --git a/08/13.txt b/08/13.txt new file mode 100644 index 0000000..bcae33d --- /dev/null +++ b/08/13.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 13 और मए देखो, और बादरके बिचमे उडरहो एक गरुड जोणसे अइसे कहिके चिल्लात सुनो, “बाँकी रहे तीन स्वर्गदुतके फुकनय लागे तुरहीके आवाजको कारन पृथ्‍वीमे बैठनबारे आदमिनके धिक्कार, धिक्कार, धिक्कार ।” \ No newline at end of file diff --git a/09/01.txt b/09/01.txt new file mode 100644 index 0000000..5a583c3 --- /dev/null +++ b/09/01.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 1 बक पिच्छु पाँचौ स्वर्गदुत अपन तुरही फुँकी, और मए स्वर्गसे पृथ्‍वीमे एक तारा गिरत देखो। बा ताराके अतलकुण्डको चाभी दौगओ। \v 2 बा अटलकुण्ड खोली, और बा कुण्डसे आगीको भठ्ठीसे निकरो धुवाँ जैसो उपर जान डटो रहय। और धुवाँ दिन और वायुमण्डलके अँध्यारो बनाएदई। \ No newline at end of file diff --git a/09/03.txt b/09/03.txt new file mode 100644 index 0000000..67605e4 --- /dev/null +++ b/09/03.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 3 बा धुवाँसे पृथ्‍वीमे तिणीदल निकरके आए। और पृथ्‍वीमे बिच्छीनको जैसो शक्ति बिनके दौगओ। \v 4 पृथ्‍वीमे भए घाँस औ कोइ फिर हरि बोट बिरुवा औ रुखानके नुकसान मत करीओ कहिके बिनके कहोगौ। पर बिनके माथे मे परमेश्‍वरको मोहर न भए आदमिनके इकल्लो नुकसान करियो कहिके कहोगऔ । \ No newline at end of file diff --git a/09/05.txt b/09/05.txt new file mode 100644 index 0000000..dce2ca2 --- /dev/null +++ b/09/05.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 5 पर बे आदमिनके मत मरीओ, पर पाँच महिना इकल्लो यातना दिओ, कहिके अनुमति दौगओ। और बिनको पीडा एक जनी आदमीके बिच्छी डसो जैसो होबैगो। \v 6 बे दिनमे आदमी मृत्यु ढुणंगे, पर न पामंगे। बे मरन बडो इच्छा करंगे, पर मृत्यु उन्से भाजैगी। \ No newline at end of file diff --git a/09/07.txt b/09/07.txt new file mode 100644 index 0000000..c1a8480 --- /dev/null +++ b/09/07.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 7 तिणीदल लडाईके ताहिँ तयार करे घोडा जैसे दिखात रहएँ। बिनके मुणमे सोनोको जैसो मुकुट रहए, और बिनको अनुहार आदमीको अनुहार जैसे दिखात रहएँ। \v 8 बिनको बार बैयरनको बार जैसो रहए और बिनको दाँत बाघटाको दाँत जैसो रहए। \v 9 बिनको छाती-पाता, लोहेको छाती-पाता जैसो रहए और बिनको पखनाको आवाज लडाईमे दौरन बारे बहुत रथ और घोडानको जैसे रहएँ। \ No newline at end of file diff --git a/09/10.txt b/09/10.txt new file mode 100644 index 0000000..1c44a70 --- /dev/null +++ b/09/10.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 10 बिनके पुँछ और खिल बिच्छीके जैसे रहएँ, और बिनको पुँछमे पाँच महिनातक आदमीनके कष्ट देनबारो शक्ति रहए। \v 11 गहिरो अतल कुण्डको स्वर्गदूत बिनके राजाजैसो रहए। हिब्रु भाषामे बाको नाउँ एबाड्डोन रहय और ग्रीक भाषामे बाको नाउँ अपोल्लियोन रहए। \v 12 पहिलो विपत्ति बितगव। देखओ, बक पिच्छु दुई विपत्ति आन बाँकीय हएँ। \ No newline at end of file diff --git a/09/13.txt b/09/13.txt new file mode 100644 index 0000000..de60891 --- /dev/null +++ b/09/13.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 13 और छैठौं स्वर्गदूत अपन तुरही फुँकी। और मए परमेश्‍वरके अग्गु भव सोनोको बेदीके सिङसे एक आवाज आत सुनो। \v 14 तुरही लेन बारो छैठौं स्वर्गदुतको आवाज अइसो कही, “बणी नदिया युफ्रेटिसमे बाँधे भए बे चार स्वर्गदूतनके छोणदेव।” \v 15 मानव-जातिको एक-तिहाइ भागके मारनके बहे घणी, बहे महिना और बहे सालके ताहिँ तयार करेभए चार स्वर्गदूत छोडेगए। \ No newline at end of file diff --git a/09/16.txt b/09/16.txt new file mode 100644 index 0000000..fd744c7 --- /dev/null +++ b/09/16.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 16 बे घोडा सवार भए सिपायनको संख्या बिस करोड रहए। मय बिनको संख्या सुनो। \v 17 अइसिय मिर दर्शनमे घोडा और घोडाके उपर सवार होनबारेनके देखो। बिनके छातीके कवज आगीको जैसो लाल, गाढा निलो और गन्धक जैसो पेरो रहए। बे घोडानके मुण बघटानको मुण जैसे रहएँ, और बिनको मुँहूसे आगी, धुवाँ और गन्धक निकरत रहए। \ No newline at end of file diff --git a/09/18.txt b/09/18.txt new file mode 100644 index 0000000..35cdf8a --- /dev/null +++ b/09/18.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 18 बिनके मुँहुसे निकरो आगी, धुवाँ और गन्धकको जे बिपत्तिद्वारा आदमीको एक-तिहाइ भाग मरे। \v 19 काहेकी बे घोडानको शक्ति बिनके मुहूँ और पुँछमे रहए, काहेकी बिनको पुछ साँप जैसो रहएँ, बिनको मुणसे मारके आदमीनके चोट पुगाइ रहएँ। \ No newline at end of file diff --git a/09/20.txt b/09/20.txt new file mode 100644 index 0000000..a49f837 --- /dev/null +++ b/09/20.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 20 बाँकी रहे मानव-जाती जो जा विपत्तिनसे न मरे रहयँ, बे अपन करे कामसे पश्‍चाताप न करीं। बिनके सोनो, चाँदी, काँसो, पत्थरा और कठ्ठा और देखन, सुनन औ नेगन न सिकनबारे चीजनके मुर्तिनके और भूतनके पुजन न छोडीं । \v 21 न त बे अपन करेभए हत्या, जादुगरी, व्यभिचार और चोरी जैसे कामसे पश्‍चाताप करीं। \ No newline at end of file diff --git a/10/01.txt b/10/01.txt new file mode 100644 index 0000000..f589896 --- /dev/null +++ b/10/01.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 1 बक पिच्छु मए स्वर्गसे दुसरो शक्तिशाली स्वर्गदुत उत्तरत देखो। बाके बादर घेरे रहय, और बाके मुणमे धनकमान रहए। बाको मुहुँ दिन जैसो और बाके टाङ आगीके खम्मा जैसो रहएँ। \v 2 बाके हातमे खुलो भव एक छोटो चर्मपत्रको मुठा रहय, और बा अपन दहिना पाँव समुन्द्रमे और अपन दिबरा पाँव पृथ्वीमे धरे रहय। \ No newline at end of file diff --git a/10/03.txt b/10/03.txt new file mode 100644 index 0000000..c9e09f2 --- /dev/null +++ b/10/03.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 3 बक पिच्छु बा बघटा गर्जो हानी जोणसे चिल्लाइ। जब बा चिल्लाई, तव सात गर्जनसे अपन आवाज निकारी। \v 4 जब बा सात गर्जनसे आवाज निकारी, तब मए लिखन लागो रहौं, पर मय स्वर्गसे अइसो कहो भव आवाज सुनो, बे सात मेघ गर्जनको निकरे बात के गुप्त मे धर, जाके मत लिखय। \ No newline at end of file diff --git a/10/05.txt b/10/05.txt new file mode 100644 index 0000000..0ec11a6 --- /dev/null +++ b/10/05.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 5 तव मय स्वर्गघेन अपन दहिना हात उठाए समुन्द्र और पृथ्वीमे ठाणो भव स्वर्गदुतके देखो। \v 6 बक पिच्छु सदामान जिन्दा रहनबारो, जौन स्वर्ग और बामे भए सबय चीज, पृथ्वी और बामे भए सबय चीज, समुन्द्र और बामे भए सबय चीज सृष्टि करनबारेके नाउँमे कसम खाएके स्वर्गदूत कही, "अब हुवाँ देर न हुइहए। \v 7 पर बा दिन सातौं स्वर्गदुत अपन तुरही फुकन लागतय बा दिनमे बाके सेवक अगमवक्तानके घोषणा करो जैसो बा रहस्य परमेश्‍वर पुरा करैगो।" \ No newline at end of file diff --git a/10/08.txt b/10/08.txt new file mode 100644 index 0000000..7ac0a1a --- /dev/null +++ b/10/08.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 8 "तव स्वर्गसे मए सुनो भव आवाज मोसे फिर अइसे कहि, "जा, समुन्द्र और जमीनमे ठाणो स्वर्गदूतको हातमे भव खुला चर्मपत्रको मुठा ले ।” \v 9 जब मय स्वर्गदुत ठिन गओ और बा छोटो चर्मपत्रको मुठा माँगो, तब बा मोसे कहि, चर्मपत्रको मुठा ले, और खा। जा तेरो पेट खट्टो बनाबैगो, पर तिर मुहुँमे जा सहत जैसो मिठो होबैगो।” \ No newline at end of file diff --git a/10/10.txt b/10/10.txt new file mode 100644 index 0000000..09873de --- /dev/null +++ b/10/10.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 10 मए स्वर्गदूतके हातसे बा छोटो चर्मपत्रको मुठा लैलओ, और बाके खाएलओ। मिर मुहूँमे बा सहत जैसो मिठो हुइगओ। पर मय जाके खाएके पिच्छु मिर पेट खट्टो हुइगओ। \v 11 तव मोके कोइ कहि, “ बहुत आदमीनके, जातिनके, भाषानके और राजानके बारेमे फिर तोके अगमवाणी कहन पणैगो।” \ No newline at end of file diff --git a/11/01.txt b/11/01.txt new file mode 100644 index 0000000..fb61e18 --- /dev/null +++ b/11/01.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 1 मोके नापन निगालोको एक टाँगो दौगओ, और अइसो कहोगव, “उठ और परमेश्‍वरको मन्दिर और वेदी, और जौन बामे आराधना करत हयँ बिनको नाप ले। \v 2 पर मन्दिरसे बाहिर चोकको भागके मत नपिये, काहेकि बा गैरयहूदीनके दओगव हए। बे बयालीस महिनातक पवित्र सहेरके कुलचङ्‍गे। \ No newline at end of file diff --git a/11/03.txt b/11/03.txt new file mode 100644 index 0000000..09ff6e4 --- /dev/null +++ b/11/03.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 3 मिर दुई साचीनके मय एक हजार दुई हजार सय साठी ( १२६० ) दिनके ताहीं भाङग्राको कुर्ता लगाएके अगमवाणी करन अधिकार देमङ्गो।” \v 4 जे साची जैतुनको दुई रुखा और दुई सामदान हँए, जो पृथ्वीमे परमेश्-वरके अग्गु ठाडे रहयँ। \v 5 अगर कोइ बिनके नुक्सान करन चाहँत हयँ तव, बिनके मुहूँसे निकरो आगी बिनके शत्रुनके नाश करेहए। कोइ बिनके नुक्सान करन चाहँत हयँ तव, बिनके फिर अइसिय मरन पडहय। \ No newline at end of file diff --git a/11/06.txt b/11/06.txt new file mode 100644 index 0000000..bf9dad4 --- /dev/null +++ b/11/06.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 6 जे साचीनसंग अगमवाणी करो समयमे पानी न पणए कहिके बादर बन्द करन अधिकार रहय। जे साचीनके पानी पाणन सिकन तकको अधिकार बिनके अगमवाणीको समयमे पाइ रहएँ। और पानीके रगतमे बदलन सिकन और पृथ्‍वीके बहुत किसिमको विपत्तिनसे बिनके इच्छा लागो समयमे प्रहार करन शक्ति बिनके संग रहए। \v 7 जब बे अपन गवाहीको काम खतम करङ्‍गे, तब अतल कुण्डसे निकरके आनबारो बा पशु बिनसे युद्ध करैगो। बा बिनके जितैगो और बिनके मरैगो। \ No newline at end of file diff --git a/11/08.txt b/11/08.txt new file mode 100644 index 0000000..f5fd1e9 --- /dev/null +++ b/11/08.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 8 बिनको मरो शरीर बणो सहेरके बाहिर डगरघेन पणे रहमङ्गे, (जौन सहेरके साँकेतिक रुपमे सदोम और मिश्र कहत हँए), जहाँ बिनको प्रभु क्रूसमे टँगो रहए। \v 9 काहेकि साढे तीन दिनतक हरेक राष्‍ट्र, जाति, भाषा और आदमी बिनकि मरी शरीर देखङ्गे। और बे लाहसनके कब्रस्थानमे गाणन अनुमति न देहएँ। \ No newline at end of file diff --git a/11/10.txt b/11/10.txt new file mode 100644 index 0000000..7caa827 --- /dev/null +++ b/11/10.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 10 पृथ्‍वीमे रहनबारे बिनको मृत्युमे आनन्द मनाए हँए और उत्सव मनाय हयँ। बे आपसमे उपहार लेन देन फिर करेहँए। काहेकी बे दुई अगमवक्ता पृथ्‍वीमे रहनबारेनके दुख दै रहएँ। \v 11 पर साढे तीन दिन पिछु परमेश्‍वरसे आओ जीवनको सास बिनके भितर जाबैगो और बे अपन टाँगमे ठाणङ्गे और बिनके देखन बारेनके बहुत डर छाबैगो। \v 12 तब बे स्वर्गसे एक बणो आवाज “यितए उपर आओ।” कहिके बे सुनङ्गे। और बिनके दुश्मन देखतै देखत बे बादर उपर स्वर्गघेन जामङ्गे। \ No newline at end of file diff --git a/11/13.txt b/11/13.txt new file mode 100644 index 0000000..34bab7d --- /dev/null +++ b/11/13.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 13 बहे समयमे हुवाँ बहुत भारी हालाचाला जाबैगो, और सहेरको दशौं भाग पूरा रीतिसे नाश होबैगो, बा हालाचालासे सात हजार आदमी मरङ्गे और बचेभए डराएके स्वर्गको परमेश्‍वरको महिमा देमङ्गे। \v 14 दुसरो बिपत्ति बितगओ, “देखओ, तिसरी विपत्ति जल्दी आए रहो हए। \ No newline at end of file diff --git a/11/15.txt b/11/15.txt new file mode 100644 index 0000000..f69b91a --- /dev/null +++ b/11/15.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 15 तब सातौं स्वर्गदुत अपन तुरही फुँकी, और स्वर्गमे अइसे करके बडो आवाज गुन्जो, “ संसारको राज हमर प्रभु और बाको ख्रीष्टको राज भव हए, और बा सदामान राज करैगो।” \ No newline at end of file diff --git a/11/16.txt b/11/16.txt new file mode 100644 index 0000000..16f7b75 --- /dev/null +++ b/11/16.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 16 बक पिच्छु चौबिस जनी धर्म-गुरु जो बिनके सिंहासन अग्गु अपन-अपन आसनमे परमेश्‍वरके उपस्थितिमे घुप्टा हुइके अनुहार झुकाए बैठे रहयँ, बे परमेश्‍वरके आराधना करीं, \v 17 बे कहान लागे, सर्वशक्तिमान परमप्रभु परमेश्‍वर हम तुमके धन्यबाद देत हँए, जो हए, और जो रहए, काहेकी तुम महान शक्ति हातमे लएहओ और राज करन शुरु करदय हौ। \ No newline at end of file diff --git a/11/18.txt b/11/18.txt new file mode 100644 index 0000000..b2e48c8 --- /dev/null +++ b/11/18.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 18 संसारके राष्ट्र क्रोधित भए रहयँ, पर तुमरो क्रोध प्रकट भओ हय। मरेनको इन्साफ करन समय आएगव हय, और तुमर दास अगमवक्ता, सन्तनके जो विश्‍वासी हयँ, और जो तुमर नाउँमे डरात हयँ, जरुरी न भएबारे और शक्तिशाली दोनोके इनाम देन समय और पृथ्‍वीके बिनास करन बारेनके नाश करन समय आएगव हय।” \ No newline at end of file diff --git a/11/19.txt b/11/19.txt new file mode 100644 index 0000000..bffa6d9 --- /dev/null +++ b/11/19.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 19 तब स्वर्गमे परमेश्‍वरको मन्दिर खुलोगव और मन्दिर भितर बाको करारको सन्दुक दिखानो। हुवाँ ज्योतिके चमकन, गर्जन, बिजुलीको आवाज संगय हालाचाला आओ, और बणे-बणे पत्थरा पणे रहयँ। \ No newline at end of file diff --git a/12/01.txt b/12/01.txt new file mode 100644 index 0000000..470819c --- /dev/null +++ b/12/01.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 1 स्वर्गमे एक बडो चिन्ह दिखानो: दिनके पैंधे और जोनीके अपन पाँव तरे कुचले एक बैयर बाह्र तारा भव मुकुटके लगाए रहए। \v 2 बा गर्भवती रहए, और बालका जन्मानके प्रसव-वेदनामे चिल्लान डटी रहए। \ No newline at end of file diff --git a/12/03.txt b/12/03.txt new file mode 100644 index 0000000..469dd1c --- /dev/null +++ b/12/03.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 3 बक पिच्छु स्वर्गमे दुसरो चिन्ह दिखानो: देखओ ! हुवाँ बडो लाल सात मुण, दस सिङ और बाके मुणमे सात मुकुट लगाए एक बडो लाल अजिङ्गर रहय। \v 4 बाको पुँछसे स्वर्गमे भए एक तिहाइ ताराके समेटके बिनके पृथ्वीमे फेंक दै। बालक जल्मान लागी बा बैयरके अग्गु बा डरौनो पशु ठाडो रहय ताकि बाको बालकाके जल्मात खिनक निल सकय। \ No newline at end of file diff --git a/12/05.txt b/12/05.txt new file mode 100644 index 0000000..285608f --- /dev/null +++ b/12/05.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 5 बा एक बालक जल्माइ, जौन सबय जातिनके उपर लोहाको डन्डासे शासन कर हए। बाको बालकके छिनाएके परमेश्‍वर और बाको सिहासनघेन लैजाओ गओ। \v 6 और बा बैयर उजाड-स्थान भितर भाजी, जहाँ परमेश्‍वर बाके ताहिं ठाउँ तयार करी रहय, ताकि एक हजार दुई सय साठी दिन तक बाके पालनपोषण करन सिंकय। \ No newline at end of file diff --git a/12/07.txt b/12/07.txt new file mode 100644 index 0000000..f7eb0e0 --- /dev/null +++ b/12/07.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 7 और स्वर्गमे लडाई भव। मिखायल और बिनके दूत बा अजिंगरसे युद्ध करीं और अजिंगर और बाके दुत फिर युद्ध करीं। \v 8 पर जितनके ताहिं बा अजिङ्गरसंग बहुत बल न रहय। जहेमारे, स्वर्गमे बाको और बाके दूतनके ताहिं कोइ ठाउँ न भव। \v 9 बा बडो अजिंगर और पुरानो साँप जौनके दुष्‍ट या शैतान कहात रहयँ, जौन सबय संसारके छल करत हय, बाके पृथ्‍वीमे फेंको गव और बाके दुत फिर बाके संगय फेंके गय। \ No newline at end of file diff --git a/12/10.txt b/12/10.txt new file mode 100644 index 0000000..788ddbb --- /dev/null +++ b/12/10.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 10 तव मए स्वर्गमे एक बडो आवाज सुनो, “अब हमर मुक्ति, शक्ति, हमर परमेश्‍वरको राज और ख्रीष्टको अधिकार आओ हए। काहेकी हमर भैयनके दोष लगान बारो फेंको गव हए , जौन परमेश्‍वरके अग्गु बिनके दिनरात दोष लगात रहए। \ No newline at end of file diff --git a/12/11.txt b/12/11.txt new file mode 100644 index 0000000..37075a8 --- /dev/null +++ b/12/11.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 11 बे बाको थुमाको रगतद्वारा और अपन वचनको गवाहीद्वारा जीते हँए, काहेकि बे मृत्यु तक फिर अपन जीवनके माया न रखीं। \v 12 जहेमारे, हे स्वर्ग और बामे रहन बारे तुम सबय आनन्‍द मनाबौ। पर पृथ्वी और समुन्द्रके धिक्कार हए ! काहेकि शैतान तुमर ठिन तरे गव हय। बा बहुत क्रोधसे भरो हए, काहेकि बाकेसंग थोरी इकल्लो समय हए कहिके बाके पता हए । \ No newline at end of file diff --git a/12/13.txt b/12/13.txt new file mode 100644 index 0000000..d597339 --- /dev/null +++ b/12/13.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 13 जब बा अजिंगर अपनएके पृथ्बीमे फिको महसुस करी, तव बा बालक जन्मान बारी बैयरके सताई। \v 14 और साँपको उपस्थिति बाहिर तयार करो भव ठाउँ उजाड-स्थानमे उडके जानके ताहिँ बा स्त्रीके एक बणो गरुणको दुई पखना दौगव। बा बहे ठाउँ रहय जहाँ एक समय, जद्धा समय और आधी समयके ताहीं वास्ता करन सिकते। \ No newline at end of file diff --git a/12/15.txt b/12/15.txt new file mode 100644 index 0000000..704e823 --- /dev/null +++ b/12/15.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 15 बा बैयरके बाढ बहाएके दुर लैजाबए कहिके बा साँप अपन मुहूँसे नदिया जैसो पानी निकारी। \v 16 पर पृथ्बी बा बैयरके सहेता करी, और अजिंगर अपन मुहूँसे निकारी नदियाके पृथ्वी मुहुबाएके घिंचलई। \v 17 बक पिछु बा अजिङ्गर बईयर से क्रोधित भओ और परमेश्‍वरको आज्ञा पालन करन और येशूको बारेमा गवाही देन बाके बाँकी रहे सन्तान सँग लडाई करन गव। \v 18 तव बा अजिङ्गर समुन्दर किनारेको रेता ऊपर ठाडगव। \ No newline at end of file diff --git a/13/01.txt b/13/01.txt new file mode 100644 index 0000000..c5c7412 --- /dev/null +++ b/13/01.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 1 बक पिच्छु मय समुन्द्रसे एक पशु आत देखो। जौनक दश सिङ और सात मुण रहएँ। बाके सीङ उपर दश मुकुट रहएँ, और बाके मुण उपर ईश्‍वर-निन्दाको नाउँ रहए। \v 2 मए देखो बा पशु चितुवा जैसो रहए। बाके टाँग भालुवाको जैसो रहए, और बाको मुहूँ बघटाको जैसो रहए। बाके शासन करनके ताहिं एक अजिंगर अपन शक्ति, अपन सिंहासन और अपन बडो अधिकार दै। \ No newline at end of file diff --git a/13/03.txt b/13/03.txt new file mode 100644 index 0000000..48acfef --- /dev/null +++ b/13/03.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 3 बा पशुके मुणमे गहिरो चोट रहए, जौन मृत्युतक लैजान सिक्तो, पर बाको घाव अच्छो हुइगओ। और सबय पृथ्बीके अचम्मित हुइगए और बे बा पशुके पिछुपिछु लागे। \v 4 बे अजिंगरके फिर पूजा करत् रहएँ, काहेकि बा अपन अधिकार पशुके दै रहए। “जा पशु जैसो और कौन हए ?" और जाके बिरुद्धमे कौन लडाई कर सकत हय ?” कहिके बे बा पशुके आराधना करीं। \ No newline at end of file diff --git a/13/05.txt b/13/05.txt new file mode 100644 index 0000000..849d510 --- /dev/null +++ b/13/05.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 5 बाके मुहूँमे घमण्डके वचन बोलन और ईश्‍वर-निन्दा करनबारो वचन बोलन दौगव। बाके बयालीस महिनाके ताहिं अधिकार चलानके अनुमति दवगओ रहय। \v 6 बहेमारे, परमेश्‍वरको विरुध्दमे ईश्‍वर-निन्दा करन, बाको नाउँ और बाको वासस्थान, और स्वर्गमे बैठन बारेनके विरुद्धमे निन्दा करन बा पशु अपन मुहू खोली। \ No newline at end of file diff --git a/13/07.txt b/13/07.txt new file mode 100644 index 0000000..a07fcf1 --- /dev/null +++ b/13/07.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 7 विश्‍वासिनसंग लडाई करन और बिनके जितन बा पशुके अनुमति दौगव रहय। और हरेक जातिनके, आदमीनके, भाषानके और राष्‍ट्र उपर फिर अधिकार दौगव रहय। \v 8 पृथ्वीमे बैठनबारे सबय आदमी बा पशुको पूजा करेहँए, जौनको नाउँ संसारको सृष्‍टिसे मरो भव थुमाको जीवनको पुस्तकमे लिखो न हय। \ No newline at end of file diff --git a/13/09.txt b/13/09.txt new file mode 100644 index 0000000..ba6061f --- /dev/null +++ b/13/09.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 9 जौनको कान हए बा सुनए। \v 10 कोइके कैदमे लैजान हय तव, बा कैदमे जएहय। यदि कोइ तरवारसे मरन हय कहेसे, बा तरवारैसे मरहय। धीरज, सहनशीलता, और विश्‍वासके ताहिं जो पवित्र हयँ जहेके ताहिं हियाँ बोलाहट हए। \ No newline at end of file diff --git a/13/11.txt b/13/11.txt new file mode 100644 index 0000000..d5e781b --- /dev/null +++ b/13/11.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 11 तब मय पृथ्वीसे आएरहो दुसरो पशु देखो। बाको थुमाको जैसो दुई सिङ रहएँ, और बा अजिंगर जैसो मस्की। \v 12 बा पहिले पशुके उपस्थितिमे सबय शक्तिको अभ्यास करी, और पृथ्वी और हुवाँ बैठनबारे बासिन्दानके बा पहिले पशुको पुजा करन लगात रहए, जौनको गहिरो घाउ अच्छो भव रहए। \ No newline at end of file diff --git a/13/13.txt b/13/13.txt new file mode 100644 index 0000000..88d7a11 --- /dev/null +++ b/13/13.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 13 बा शक्तिशाली अचम्मोको काम फिर दिखाइ। बा आदमीनके अग्गु स्वर्गसे पृथ्वीमे आगी गिरानको काम समेत बा करी। \v 14 शक्तिशाली चिन्हद्वारा जाके चमत्कार दिखानके अनुमति दौगव। दुसरो पशु पृथ्वीके बासिन्दनके बहकाई। बा पहिलो पशुके आदर करनके ताहिं बिनके बाको एक मुर्ति बनान लगाइ। बा पशुके तलवारसे चोट लगो रहय, तब भी बा जिन्दा हुइगओ। \ No newline at end of file diff --git a/13/15.txt b/13/15.txt new file mode 100644 index 0000000..9fc92b8 --- /dev/null +++ b/13/15.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 15 बाके बा पशुको मुर्तिके जिन्दा करन अनुमति दौगव, ताकि बा मुर्ति मस्कन सिकए, और बा पशुको मुर्तिके पुजा करन इन्कार करन बारे मारे जामएँ। \v 16 और बा शक्तिशाली और बिना जरुरीके, धनी और गरीब, स्वतन्त्र और कमैया हरेकके दहिना हात या माथेमे छाप लगान दबाब दव गओ। \v 17 बा पशुको छाप न भए बारेनके ताहिं किनन और बेचन असम्भव हुइतो। बा पशुको छाप बाको नाउँको संख्याके प्रतिनिधित्व करत हए। \ No newline at end of file diff --git a/13/18.txt b/13/18.txt new file mode 100644 index 0000000..6d5f940 --- /dev/null +++ b/13/18.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 18 बा बुद्धिके बुलात हए। जौनको समझ हय, बा पशुको संख्या जोणए, काहेकी बा सङ्ख्या आदमीनकि ताहिं हए। जा संख्या छ सयौ छ्यसट्ठी ( ६६६ ) हए। \ No newline at end of file diff --git a/14/01.txt b/14/01.txt new file mode 100644 index 0000000..0aecd63 --- /dev/null +++ b/14/01.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 1 और मए सियोन डाँगामे थुमा ठाणो रहो देखो। बाके संगमे एक लाख चवालीस हजार रहएं, जौनके माथेमे बाको नाउँ और बाको पिताको नाउँ लिखो रहए। \v 2 और बहुत पानीको आवाज जैसो, और बणो गर्जनको आवाज जैसो स्वर्गसे एक सोर सुनो। मिर सुनो भव बा आवाज बीणा बजानबारे अपन बीणानके बजाय रहे सोर जैसो रहए। \ No newline at end of file diff --git a/14/03.txt b/14/03.txt new file mode 100644 index 0000000..4c571aa --- /dev/null +++ b/14/03.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 3 सिंहासनके और बे चार जीवित प्राणीक और धर्म-गुरुके अग्गु बे एक नयाँ गित गात गाईं। पृथ्बीसे लाए भए एक लाख चवालीस हजार ( १,४४,००० ) बाहेक और कोइ भी बा गित न सिख पात रहएँ। \v 4 बे बैयरनसंग लसपस न करीं रहएँ, और अपनयके चोखो रखे रहएँ। थुमा जितए जात रहए बाके पिछुपिछु लागन बारे जेहिँ हँए। परमेश्‍वर और थुमाके ताहिँ पहिलो फलको रुपमे आदमीनके बीचसे लाई रहँए। \v 5 बिनके मुँहुमे कोइ झुट न पाव गव, बे निष्खोट रहँए। \ No newline at end of file diff --git a/14/06.txt b/14/06.txt new file mode 100644 index 0000000..1f177a6 --- /dev/null +++ b/14/06.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 6 तव मय दुसरो स्वर्गदुतके बादरके बिचमे उणत् देखो। पृथ्बीमे रहन बारे हरेक जाति, कुल, भाषा और आदमीके घोषणा करन अनन्त सुसमाचार बिनके संग रहए। \v 7 बे जोणसे चिल्लाएके कहिँ, “परमेश्‍वरसे डरओ, और बाके महिमा देओ। काहेकी बाको इन्साफको घणी आइ गओ हए।बाके आराधना करओ, जौन स्वर्ग, पृथ्बी, समुन्द्र और पानीके सोतनके बनाई ।” \ No newline at end of file diff --git a/14/08.txt b/14/08.txt new file mode 100644 index 0000000..d3edb85 --- /dev/null +++ b/14/08.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 8 और एक दुसरो स्वर्गदुत अइसे कहत पिछुपिछु लागो, “नाश भव जाति-जातिनके अपनो व्यभिचारको क्रोधको दारु पिआन लगानबारो महान बेबिलोनको नाश भव हय।” \ No newline at end of file diff --git a/14/09.txt b/14/09.txt new file mode 100644 index 0000000..55aaa2b --- /dev/null +++ b/14/09.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 9 और तेसरो स्‍वर्गदूत बडो आवाजमे आइसो काहत बिनके पिछुआओ, “अगर कोइ आदमी बा पशु और बाको मुर्तिनके पूजा कर हय, और माथे या बाके हातमे छाप लगय हय, \v 10 बा फिर परमेश्‍वरको क्रोधको कटोरामैसे कुछ दारु पिहय, जौन बाको क्रोधको कटोरामे अखनाय गव हए, जौन जा पिहय बाके परमेश‍्‍वरको पवित्र स्वर्गदुतन और थुमाके अग्गु आगी और गन्धकमे बाके यातना दौ जाएहय। \ No newline at end of file diff --git a/14/11.txt b/14/11.txt new file mode 100644 index 0000000..93144f8 --- /dev/null +++ b/14/11.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 11 बिनको यातनाको धुवाँ सदामान उपर जात रहए. बे जेहि हँए जौन बा पशु और बाको मुर्तिके पूजा करत हएँ, और बाको नाउँको छाप लेत हएँ। बे दिनरात कबहू आराम न पैंहएँ ।” \v 12 परमेश्‍वरको आज्ञा पालन करन बारे और येशू उपर विश्‍वास करन बारे सन्तके धिरज धरन जहेमे हए। \ No newline at end of file diff --git a/14/13.txt b/14/13.txt new file mode 100644 index 0000000..b2ac731 --- /dev/null +++ b/14/13.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 13 और स्वर्गसे आओ अइसो आवाज मए सुनो, “जा लिख: अब से प्रभुमे मरन बारे धन्यके हँए।” आत्मा कहत हए, “हँ, बे अपन परिश्रमसे आराम पाएहँए, काहेकी बिनको काम बिनके पिछु लगेहए।” \ No newline at end of file diff --git a/14/14.txt b/14/14.txt new file mode 100644 index 0000000..c82b500 --- /dev/null +++ b/14/14.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 14 और मए देखो, और एक सेतो बादल और बाके उपर बैठो भव आदमीक पुत्र जैसो एक जनी देखो, जौनको मुणमे सोनोको मुकुट रहए और हातमे एक पैनो हँसिया रहए। \v 15 दुसरो एक स्वर्गदुत मन्दिरसे बाहिर आओ, और बादर उपर बैठन बारो जोणसे चिल्लाएके कहि, “तुमर हँसिया लेओ, और कटनी करओ, काहेकी कटनीको समय अएगओ हए, काहेकी पृथ्बीको फसल पुराए पकिगव हए।” \v 16 अइसे बादर उपर बैठन बारो अपन हँसिया पृथ्बी उपर चलाई, और पृथ्बीको कटनी भव। \ No newline at end of file diff --git a/14/17.txt b/14/17.txt new file mode 100644 index 0000000..3eea448 --- /dev/null +++ b/14/17.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 17 और स्वर्गमे भव मन्दिरसे एक दुसरो स्वर्गदुत बाहिर आओ। बिनके संग फिर एक पैनो हँसिया रहए। \v 18 और बेदीसे दुसरो स्वर्गदुत आओ, जौनके आगी उपर अधिकार रहए। पैनो हँसिया देनबारो जोणसे चिल्लाएके कहि, “तुमरो पैनो हँसिया चलाओ, और पृथ्बीके अंगुरको झोथा जम्मा करओ, काहेकी पृथ्बीको अंगुर पुराए पकिगव हए।” \ No newline at end of file diff --git a/14/19.txt b/14/19.txt new file mode 100644 index 0000000..467857e --- /dev/null +++ b/14/19.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 19 बे स्वर्गदुत अपनो हँसिया पृथ्बीमे चलाईं, और पृथ्बीको अंगुरको फसल जम्मा करीँ, और बाके परमेश्‍वरको क्रोधको बहुत बडो दाख-कुण्डमे फेक दैं। \v 20 सहेर बाहिरसे दाख-कुण्डसे रगत निकरके बहिगव, काहेकि जा और एक हजार छय सौ किलोमिटर ( १,६०० )तक फैलो रहए। \ No newline at end of file diff --git a/15/01.txt b/15/01.txt new file mode 100644 index 0000000..6d101ce --- /dev/null +++ b/15/01.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 1 मए स्वर्गमे बहुत बडो और अचम्मोको दुसरो एक चिन्ह देखो: सात स्वर्गदुत सात अन्तिम विपत्ति लाई रहएँ, काहेकी बिनमे परमेश्‍वरको क्रोध समाप्त भव रहए। \ No newline at end of file diff --git a/15/02.txt b/15/02.txt new file mode 100644 index 0000000..339f649 --- /dev/null +++ b/15/02.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 2 आगीसे मिलो कटोरा समुन्द्र जैसो मए देखो हुवाँ पशु और बाको मुर्ति उपर अपन नाउँको संख्या उपर बिजय पानबारे अपन हातमे परमेश्‍वरको बीणा लैके बे काँचको समुन्द्रके किनारमे ठाणे रहयँ।| \ No newline at end of file diff --git a/15/03.txt b/15/03.txt new file mode 100644 index 0000000..8a5dfba --- /dev/null +++ b/15/03.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 3 बे अइसे करके परमेश्‍वरको दास मोशाको भजन और थुमाको भजन गात रहएँ, “हे परमप्रभु परमेश्‍वर सर्वशक्तिमान, तुमरो कार्य महान और अचम्मो हए, युग-युगको महाराजा, तुमरे डगर धार्मिक और सत्य हँए। \v 4 और परमप्रभु, तुमरो डर कौन न मान्त हए ? और तुमरो नाउँको महिमा कौन न करत हय ? काहेकी तुम इकल्ले पवित्र हौ। सब जाति आएके तुमके दण्डवत करत् हँए, काहेकी तुमरो धार्मिक कार्य प्रकट भव हए।” \ No newline at end of file diff --git a/15/05.txt b/15/05.txt new file mode 100644 index 0000000..9d82910 --- /dev/null +++ b/15/05.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 5 जे बात पिछु मए देखो, और स्वर्गमे गवाहीको मण्डपको मन्दिर उघरीगव। \v 6 सुतीको चमकनबालो कुरता लगाएके और सोनोको फिता छातीके आसपास बाँधे सात जनी स्वर्गदुत सात विपत्ति लैके बडो पवित्र ठाऊसे बाहिर निकरे। \ No newline at end of file diff --git a/15/07.txt b/15/07.txt new file mode 100644 index 0000000..4a15fd6 --- /dev/null +++ b/15/07.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 7 बे चार जीवित प्राणी मैसे एक सदामान जीवित रहन बारे परमेश्‍वरके क्रोधसे भरे सोनोके सात कटोरा बे सात स्वर्गदुतनके दैं। \v 8 परमेश्‍वरको महिमा और बाको शक्तिसे मन्दिर धुवाँसे भरिगव रहय। बे सात स्वर्गदुतके सात विपत्ति खतम न होनतक कोइ फिर बा भितर घुस न पाइँ। \ No newline at end of file diff --git a/16/01.txt b/16/01.txt new file mode 100644 index 0000000..aca770d --- /dev/null +++ b/16/01.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 1 तव मन्दिरसे आओ एक जोणसे चिल्लान बारो सात स्वर्गदुतसे अइसे कहत मए सुनो: “तुम आओ, और परमेश्‍वरको क्रोधको सात कटोरा पृथ्बी उपर अखनाओ।” \ No newline at end of file diff --git a/16/02.txt b/16/02.txt new file mode 100644 index 0000000..63f6cc6 --- /dev/null +++ b/16/02.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 2 तव पहिलो स्वर्गदुत जाएके अपन कटोरा पृथ्बी उपर अखनाई, और बाके कारन बा पशुको छाप होनबारे और बाको मुर्तिके पूजन बारे आदमीनके घिनौनो लागन बारो और पिरान बारो घाव निकरो।' \ No newline at end of file diff --git a/16/03.txt b/16/03.txt new file mode 100644 index 0000000..cfd9989 --- /dev/null +++ b/16/03.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 3 दुसरो स्वर्गदुत अपन कटोरा समुन्द्रमे अखनाई, और बा मरे भए आदमीको खुन जैसो हुइगव। और समुन्द्रमे भए सब जिन्दा प्राणी मरिगए। \ No newline at end of file diff --git a/16/04.txt b/16/04.txt new file mode 100644 index 0000000..95d4cf8 --- /dev/null +++ b/16/04.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 4 और तिसरो स्वर्गदुत अपन कटोरा नदिया और पानीको मूलमे अखनाई, और बा खुन हुइगव। \v 5 तव पानीको जिम्मा लेनबारो स्वर्गदुत अइसे कहत मए सुनो, “तुम अपन इन्साफमे न्यायी हौ, तुम जो हौ, जो रहौ, हे पवित्र परमेश्‍वर काहेकी अइसी तुम इन्साफ करे हौ। \v 6 काहेकी बे सन्तनको और अगमवक्तानको रगत बहाइ हँए, और तुम बिनके रगत पिनके दए हौ। बा बिनके पिनए पणेहए।” \v 7 तव बेदीके अइसे कहत मए सुनो, “हँ, परमप्रभु परमेश्‍वर सर्वशक्तिमान, तुमरो इन्साफ सच्चो और धार्मिक हए।” \ No newline at end of file diff --git a/16/08.txt b/16/08.txt new file mode 100644 index 0000000..d6e04a3 --- /dev/null +++ b/16/08.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 8 तव पिछु चौथो स्वर्गदुत अपन कटोरा दिनमे अखनाई, और आदमीनके आगीसे डुगन अनुमति दिनके दै। \v 9 आदमी प्रचण्ड तापसे डुँगे, और बे विपत्तिनके ऊपर शक्ति होनबारो परमेश्‍वतरको निन्दा करीं। पर बे पश्‍चाताप न करीं और बाके महिमा देन इन्कार करीं। \ No newline at end of file diff --git a/16/10.txt b/16/10.txt new file mode 100644 index 0000000..ce54544 --- /dev/null +++ b/16/10.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 10 और पाँचौ स्वर्गदुत अपनो कटोरा बा पशुके सिंहासनमे अखनाई, और बाको राज्यमे अन्धकार छैगव, बे कष्टमे अपनी अपनी जीब चबाईं। \v 11 बिनकी कष्ट और घा के कारन बे स्वर्गको परमेश्‍वरको नाऊँको निन्दा करीं, और अभौ फिर बे अपन कुकर्म से पश्‍चाताप करन इन्कार करीं। \ No newline at end of file diff --git a/16/12.txt b/16/12.txt new file mode 100644 index 0000000..2d22604 --- /dev/null +++ b/16/12.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 12 तव छैटो स्वर्गदुत अपन कटोरा महानदी युफ्रेटिसमे अखनाई, और नदीयाको पानी सुखिगव और अगारसे आनबारो राजाके ताहिँ तयार भव। \v 13 तव मए अजिंगरको मुहूसे या पशुके मुँहूसे और झुठे अगमवक्ताको मुँहूसे मुणका जैसो तीन घृणित आत्मा निकरत् देखो। \v 14 बे चमत्कार दिखान बारे दुष्टत्मा हँए। बे पुरे संसारके राजानके ठिन जात रहएँ, और सर्वशक्तिमान परमेश्‍वरको महान दिनमे युद्ध करनके ताहीं बे सँगैसँग इक्ठ्ठा करत हँए। \ No newline at end of file diff --git a/16/15.txt b/16/15.txt new file mode 100644 index 0000000..b8702e7 --- /dev/null +++ b/16/15.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 15 "देखओ, मए चोर जैसो आमंगो। बा धन्य हए, जो जगो रहात हय, और अपन कुरताको रक्षा करत् हए। ताकी बा नँगो बाहिर जान न पडय, और बे बाको शरम देखन न पडय ।" \v 16 बे ऊनके एकय ठाउँमे लाईं जौनके हिब्रु भाषामे आर-मागेड्डोन कहात हँए। \ No newline at end of file diff --git a/16/17.txt b/16/17.txt new file mode 100644 index 0000000..5e1025f --- /dev/null +++ b/16/17.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 17 और सातौ स्वर्गदुत अपनो कटोरा हावामे अखनाई, और मन्दिरको सिंहासनसे अइसो कहत एक जोण से चिल्लात आवाज निकरो, "निफटगव हय|” \v 18 हुँवा बिजुली चमको, आवाज और मेहे गर्जन भव, और बेढम हालाचाला अओ, इतनो भयानक हालाचाला कि पृथ्बीमे आदमीको उत्पति होनेसे अग्गु अइसो कबहू न गओ रहए। \v 19 बा महानगरी तीन भागमे खुद्रा-खुद्रा भओ, और देश-देशके सहेर ध्वंस-विध्वंस हुइगय। और परमेश्‍वरको बा महान बेबिलोन कहिके मनमे बुलाई, और बा अपन क्रोधको भयानक मद्यसे भरो कटोरा सहेरके दै। \ No newline at end of file diff --git a/16/20.txt b/16/20.txt new file mode 100644 index 0000000..f71bf87 --- /dev/null +++ b/16/20.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 20 और हरेक टापू लोप हुइके गए और पहाड बेपता भए। \v 21 बादरसे बडे बडे पत्थर आदमीनके उपर गिरन लागे। पत्थरको विपत्तिके कारन बे परमेश्‍वरके सरापीं, काहेकी बा बिपत्ति गजबय भयानक रहए। \ No newline at end of file diff --git a/17/01.txt b/17/01.txt new file mode 100644 index 0000000..41e4e25 --- /dev/null +++ b/17/01.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 1 बे सात कटोरा लेनबारे सात स्वर्गदुत मैसे एक जनी मेरे ठिन आएके कहि, “इतए आओ, मए तुमके बहुत पानीमे बैठी बा महा वेश्याके दओ इन्साफ दिखमंगो। \v 2 बाके संग पृथ्बीके राजा व्यभिचार करी हँए और पृथ्बीके बासिन्दा बाके व्यभिचारको मद्यसे मते हँए। \ No newline at end of file diff --git a/17/03.txt b/17/03.txt new file mode 100644 index 0000000..aea31b9 --- /dev/null +++ b/17/03.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 3 और बे मोके आत्मामे बोकके एक उजाड-स्थान भितर लैगए। हुवाँ सात मुण और दश सिङ भव ईश्‍वर-निन्दाको पशु उपर बैठी एक बैयर मए देखो। \v 4 बा बैयर बेजनी और चम्कन बारो लाल कपडा लगाए रहए, और बा सोनोको गहना और मोतीसे सिंगार करे रहए, और घिनौनो बात और बक व्यभिचारको अशुध्द बातनसे भरो एक सोनोको कटोरा बा हातमे लए रहए। \v 5 एक गुप्‍तबातको अर्थ बाके माथेमे नाउँ लिखो रहए: पृथ्बीमे भय घिनौनो बात और व्यभिचार करन बारेनकी अइया महान् बेबिलोन।" \ No newline at end of file diff --git a/17/06.txt b/17/06.txt new file mode 100644 index 0000000..669e0c2 --- /dev/null +++ b/17/06.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 6 और मए बा बैयरके सन्तनको रगत और येशूके ताहीं सहिद भयनके रगत पिके मत्तानी देखो। बाके देखके मए गजब अचम्मो मानो। \v 7 पर स्वर्गदुत मोसे कहि, “तुम काहे अचम्मो मान्त हौ ? मय तुमके बा बाइयरऔर बाके बोकन बारे सात मुण और दश सिङ भव पशुके रहस्यको अर्थ तुमके बातमंगो। \ No newline at end of file diff --git a/17/08.txt b/17/08.txt new file mode 100644 index 0000000..ded3666 --- /dev/null +++ b/17/08.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 8 तुम देखे बा पशु एक समय रहए, पर अब न हय, और सर्वनाशमे जान अतल कुण्डसे बा उपर चढ्न लागो हए। और पृथ्बीके बासिन्दनके, जौन नाउँ संसारको उत्पत्तिसे जीवनको पुस्तकमे लिखो न हय, बे बा पशुके देखके अचम्मो मानंगे, काहेकी बा एक समय रहए, अब न हय, पर आन लागो हय। \ No newline at end of file diff --git a/17/09.txt b/17/09.txt new file mode 100644 index 0000000..644f87c --- /dev/null +++ b/17/09.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 9 "बुध्दिमत्ता जहेमे हए: बे सात मुण सात डँगा हएँ, जौन उपर बा बैयर बैठी हए।" \v 10 बे सात राजा फिर हएँ- पाँच जनी राजा नाश हुइगय हएँ, एक जनी अभे हए, और दुसरो अभेतक आओ न हय। जब बा आबैगो, तव कछु समयके ताहिं रयहय। \ No newline at end of file diff --git a/17/11.txt b/17/11.txt new file mode 100644 index 0000000..8ff5196 --- /dev/null +++ b/17/11.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 11 बा पशु, जो एक समय रहए, पर अब न हय, बा अपनय फिर आठौं राजा हए पर बे सात राजा मैसे बा एक हए, पर बा सर्वनाश होन जायरहोहए। \ No newline at end of file diff --git a/17/12.txt b/17/12.txt new file mode 100644 index 0000000..12fee3d --- /dev/null +++ b/17/12.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 12 "तुम देखे बे दश सिङ ता दश राजा हँए, जौन हबए तक राजकीय शक्ति पाई न हयँ। पर बा पशुसंगै बे एक घण्टाके ताहीं राजाको अधिकार पामंगे। " \v 13 यिनको एकय विचार हए, और बे अपन शक्ति और अधिकार बा पशुके सौपंगे। \v 14 बे थुमाके बिरुध्दमे युद्ध करेहँए, और थुमा बिनके जितैगो, काहेकी बा प्रभुनको प्रभु और राजानको राजा हए। बाके संगमे होनबारे बुलाए हँए, चुने भए और विश्‍वासयोग्य हँए।” \ No newline at end of file diff --git a/17/15.txt b/17/15.txt new file mode 100644 index 0000000..c697aa1 --- /dev/null +++ b/17/15.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 15 बे स्वर्गदुत मोसे कहिँ, “तुम देखे भय पानीके ऊपर, जहाँ बा वेश्या बैठी हए, बा पानी आदमीनके, भिणनके, जातिनके और भाषानके हए। \ No newline at end of file diff --git a/17/16.txt b/17/16.txt new file mode 100644 index 0000000..593108f --- /dev/null +++ b/17/16.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 16 और तुम देखे भए दश सिङ और बा पशु बा वेश्याके घिणना करेहए, बे बाके ईकल्लो और नङ्गो करके बाको मासु खएहएँ, और बाके बे आगीमे भस्म करदेहएँ। \v 17 काहेकी परमेश्‍वरको वचन पुरा न होन तक एकय मनको हुइके बे अपनो अधिकार बा पशुके राज करन देन बाके उद्देश्‍य पुरा होन परमेश्‍वर अइसो विचार डारिहय। \ No newline at end of file diff --git a/17/18.txt b/17/18.txt new file mode 100644 index 0000000..2983869 --- /dev/null +++ b/17/18.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 18 तुम देखे भय बा बैयर पृथ्वीके राजानके ऊपर शासन करनबारी महानगरी हए।" \ No newline at end of file diff --git a/18/01.txt b/18/01.txt new file mode 100644 index 0000000..a489491 --- /dev/null +++ b/18/01.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 1 तव पिछु बणो अधिकार भव दुसरो एक स्वर्गदुत स्वर्गसे तरे आत मए देखो। बाको शक्तिसे पृथ्बी उजियारो भव। \v 2 बा अइसे करके शक्तिशाली सोर निकारके चिल्लाई: “महानगरी बेबिलोनको पतन भव, जा महानगरी भुतनके ताहीं रहनबारो, हरेक अशुध्द आत्माके ताहीं वासस्थान और हरेक अशुध्द और घृणित चिरईंयाको एक अखणा भई हय। \v 3 काहेकी सबय जाति बाको अनैतिक व्यभिचारको नसा पिए हएँ। पृथ्बीके राजा बाकेसंग व्यभिचार करी हए। पृथ्बीनके व्यापारी बाके बिलासिताको शक्तिको जीवन यापनसे बहुत धनी भए हँए। \ No newline at end of file diff --git a/18/04.txt b/18/04.txt new file mode 100644 index 0000000..33f5791 --- /dev/null +++ b/18/04.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 4 तव मए स्वर्गसे अइसो कहत दुसरो आवाज सुनो: “ मिर आदमी रेओ, बासे निकरके आओ, नत बाके पापसंग तुम सहाभागी हुइहौ, और बाको कोई भी विपत्ति तुमय भोगन न पडय। \v 5 काहेकी बाके पापनको जमा स्वर्ग तक ऊँचो भव हए, और परमेश्‍वर बाको अधर्म सम्झी हए। \v 6 जैसी बा औरनके दईरहय, उइसिय बाके लौटायदेओ और बा जो करी हय फिर्ता देओ। बा कटोरामे जो भरि रहए, बाके दुगुना होनतक बाके देओ। \ No newline at end of file diff --git a/18/07.txt b/18/07.txt new file mode 100644 index 0000000..b9ce1dc --- /dev/null +++ b/18/07.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 7 जैसी बा अपनयके महिमित करी और सुख विलासमे जिवन विताई रहय। उइसिय बाके यातना और शोक देओ। काहेकी बा अपन मनमे कहत हए, 'महारानी हुइके मए बैठंगो, मए एक बिधुवा न हऔं, और मोके कबहू शोक करन न पणैगो।' \v 8 जहेमारे, एकए दिनमे बाके उपर विपत्ति अबैगो- मृत्यु, शोक और अनिकाल। आगीसे बाके भस्म करदव जाएहय, काहेकीबा बाको इन्साफ करन बारो परमप्रभु परमेश्‍वर शक्तिशाली हए।” \ No newline at end of file diff --git a/18/09.txt b/18/09.txt new file mode 100644 index 0000000..ef64dcc --- /dev/null +++ b/18/09.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 9 बाके संग व्यभिचार करन बारे और सुख-विलासमे रहनबारे पृथ्बीके राजा बाको जलो धुवाँ देखके बाके ताहिँ रोमंगे और बिलौना करेहँए। \v 10 बाको यातनाको डरसे दुरए ठाणके बे अइसे कैहएँ, “हाय, हाय ! तए महानगरी, तए शक्तिशाली सहेर बेबिलोन ! काहेकि एकए छिनमे तेरो न्याय आओ हय।” \ No newline at end of file diff --git a/18/11.txt b/18/11.txt new file mode 100644 index 0000000..aa4e146 --- /dev/null +++ b/18/11.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 11 पृथ्बीके व्यापारी बाके ताहिँ रोमंगे और बिलौना करेहँए, काहेकी फिर बे व्यापारको मालसामान फिर कबहू न किनेहएँ, \v 12 सोनो, चाँदी, महेंगो पत्थरा, मोती, मलमलके कपडा, बैजनी कपडा, रेशम और चम्किलो रंग सबय किसिमको सुगन्ध देनबारो कठ्ठा, हरेक किसिमके हस्ति-हड्डा के भाँडा, हरेक किमती कठ्ठासे बने भाँडा, काँसो, लोहो और सिंगमरमर, \v 13 तेजपत्ता, मसला, सुगन्धित धुप, मुर्र, मद्य, तेल, महिन चुन, गेहुँ, गैयाँ-भैसिया, घोडा और रथ और कमैया और टहलूनिया, और आदमीनको आत्मा। \ No newline at end of file diff --git a/18/14.txt b/18/14.txt new file mode 100644 index 0000000..d46c3d9 --- /dev/null +++ b/18/14.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 14 तिर सबय शक्तिसे तेरो मन चाहो फल तोसे गैभव हए, तिर सबय स्वादिष्ट खानु और सबय चमकदमक तए गुमाए डारो, और बे फिर कबहू न पए हए।” \ No newline at end of file diff --git a/18/15.txt b/18/15.txt new file mode 100644 index 0000000..deba54c --- /dev/null +++ b/18/15.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 15 जा सामनक व्यापारी जौन बा नगरीमे व्यापार करके धन कमाई रहएँ, तव पिछु पणन बारो यातनाके डरसे दुरए ठाणे अइसे कहत बे बणो सोरसे रोइ हँए, और बिलाप करेहँए, \v 16 "हाय महान शहर, तोके धिक्कार, बा जो मलमल बैजनी और चम्किलो लाल कुर्ता लगाएके सोनो,मोती और कीमती गहेनासे सिंगारी रहय। \v 17 एकय घणीमे सबय सम्पत्ति नष्ट भव हए।” हरेक जहाजको कप्तान, हरेक यात्रा करनबारे आदमी, नौवा और समुदरमे व्यापार करनबारे दुरय ठाणे। \ No newline at end of file diff --git a/18/18.txt b/18/18.txt new file mode 100644 index 0000000..ec5515b --- /dev/null +++ b/18/18.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 18 और महानगरी जलके निकरो धुवाँ देखके अइसे करके चिल्लाई, 'बा महानगरी जैसो कौन सहेर रहए ?” \v 19 और बे अपन अपन मुणमे भुवा डारीं रोत और बिलौना करत् अइसे करके चिल्लाईं, “हाय ! हाय ! बा महानगरी जहाँ समुन्द्रमे जहाजमे होनबारे सब जनी बाको सम्पतिसे धनी भए रहएँ एक छिनमे बा नष्ट भव हए |” \v 20 "हे स्वर्ग बाको इन्साफमे रमाओ हे सन्त प्रेरित और अगमवक्ता तुमरे उपर करो अन्यायके ताहिं परमेश्‍वर बाको इन्साफ करी हए।” \ No newline at end of file diff --git a/18/21.txt b/18/21.txt new file mode 100644 index 0000000..79ec1f4 --- /dev/null +++ b/18/21.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 21 तव एक शक्तिशाली स्वर्गदुत बणो चक्किया जैसो एक पत्थर उठाई, और अइसे कहिके बाके समुन्द्रमे फेंकि, “जा किसिमसे महानगरी बेबिलोन, महान सहेर हिंसात्मक तरिकासे तरे फेंकदव जयहय और और बाके फिर कबहू न देख पायहँए। \v 22 बीणा बजान बारे, गानबारे, बाँसुरी बजानबारे और तुरही बजानबारे धुन तोएमे फिर कबहू न सुनहएँ । और कोइ फिर कारीगर तोए मे कबहू न मिलहएँ । कोई भि चक्कियाको आवाज तोए मे न सुनेहएँ। \ No newline at end of file diff --git a/18/23.txt b/18/23.txt new file mode 100644 index 0000000..45b95c4 --- /dev/null +++ b/18/23.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 23 बत्तीको उजियारो तोए मे कबहू न चम्काईगो। दुलहा और दुल्हिन को आवाज फिर तोए मे कबहू न सुनेहयँ, काहेकी तिर व्यापारी पृथ्बीके राजकुमार रहएँ, और तिर मन्त्रतन्त्र द्वारा-जाति छने रहयँ। \v 24 बामे अगमवक्ता और सन्तनको रगत और पृथ्बीमे मरे भयनके सबयको रगत मिलो रहए।” \ No newline at end of file diff --git a/19/01.txt b/19/01.txt new file mode 100644 index 0000000..3a1fb2d --- /dev/null +++ b/19/01.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 1 तव पिछु मए स्वर्गसे एक बणो भीड जोणसे चिल्लात अइसो कहत जैसो सुनो, “हल्लेलुयाह ! मुक्ति, महिमा और शक्ति हमर परमेश्‍वरके हँए। \v 2 काहेकी बाको इन्साफ सच्चो और न्यायसगंत् हए। काहेकि बा महान व्यभिचारीके न्याय करी हय, जौन पृथ्‍विके बाके अनैतिक सम्बन्धसे भ्रष्ट करी हय। बा अपन दासनको रगतके ताहीं बदला लई हए, जो बा अपनय बहाई रहय।” \ No newline at end of file diff --git a/19/03.txt b/19/03.txt new file mode 100644 index 0000000..c08ff0b --- /dev/null +++ b/19/03.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 3 बे फिर एक चोटी जोणसे चिल्लाईके कहि, “हल्लेलुयाह ! बासे सदामानके ताहीं धुवाँ निकरत रहात् हए।” \v 4 तओ बे चौबिसौं जनी एल्डर और बे चार जीवित प्राणी अपनय जमीनतक घुप्टा पड्के सिंहासन मे विराजमान भव परमेश्‍वर दण्डवत् करके आराधना करीं। बे “आमिन, हल्लेलूयाह !” कहात रहयँ। \ No newline at end of file diff --git a/19/05.txt b/19/05.txt new file mode 100644 index 0000000..ebdc60b --- /dev/null +++ b/19/05.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 5 तव सिंहासनसे अइसो कहात एक अवाज आओ, “हमर परमेश्‍वरको प्रशँसा करओ, बाके सब दासओ, जौन बाके भय मानत् हयँ, हमर परमेश्‍वरको प्रशँसा करओ।" \ No newline at end of file diff --git a/19/06.txt b/19/06.txt new file mode 100644 index 0000000..98b4aff --- /dev/null +++ b/19/06.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 6 तवफिर एक बणो भिडको आवाज जैसो अवाज, गजब पानीको आवाज और गर्जन को अवाज जैसो मए सुनो, बे अइसे कहात रहएँ: "हल्लेलूयाह" काहेकी हमर परमप्रभु सर्बशक्तिमान् परमेश्‍वर राज्य करैगो। \ No newline at end of file diff --git a/19/07.txt b/19/07.txt new file mode 100644 index 0000000..e337ce8 --- /dev/null +++ b/19/07.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 7 हम रमामएँ और खुसी होमएँ, और बाके महिमा देमएँ ! काहेकी थुमाको को बेहाको उत्सब मनानको दिन आओ हए, और बाकी दुलहीन अपनयके तयार करी हय। \v 8 बाके चहकिलो और सफा मलमल को कपडा पैंधन बाके दवगव।( चहकिलो मलमलको कपडा बाके पवित्र आदमिनके धार्मिक काम हँए )। \ No newline at end of file diff --git a/19/09.txt b/19/09.txt new file mode 100644 index 0000000..7e3e888 --- /dev/null +++ b/19/09.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 9 स्वर्गदूत मोसे कही, “जा लिखः, थुमाको बेहाको भोजमे निमन्त्रणा करे भय धन्‍यके हँए।” बा फिर मोसे कहि, “परमेश्‍वरके सत्य वचन जेहीं हँए।” \v 10 तव बिनके दण्डवत् करन मए बिनको टांगमें घुप्टा पडो, पर बा मोसे कहीं, “तुम मोके अइसो न करन पए हौ। मए येशूको गवाहीके रखन तुमर भैया और तुमर संगी दास इकल्लो हौं। परमेश्‍वरको आराधना करओ, काहेकी येशूको बारेमे भव गवाही अगमवाणीको आत्मा हए।" \ No newline at end of file diff --git a/19/11.txt b/19/11.txt new file mode 100644 index 0000000..544758c --- /dev/null +++ b/19/11.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 11 "मए स्वर्ग उघ्रो देखो और हुवाँ एक सेतो घोडा रहए। बक उपर सवार होनबारो "बिश्‍वासयोग्य" और "सत्य" कहात रहयँ। बा धर्मिकतामे इन्साफ और युध्द करेहए। \v 12 बाके आँखी आगीके ज्वाला जैसे रहँए, और बक मुणमे गजब राजमुकुट रहँए। बामे एक नाउँ लिखो रहए, जौन बाके बाहेक और कोइके पता न रहए। \v 13 "बा खुनमे डुबओ भव लत्ता पैंधे रहए, और बाको नाउँ "परमेश्‍वरको वचन कहिके बुलात रहएँ।" \ No newline at end of file diff --git a/19/14.txt b/19/14.txt new file mode 100644 index 0000000..e7bdcc1 --- /dev/null +++ b/19/14.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 14 स्वर्गके सेना सेतो और मलमलको कपडा पैंधाएके सेतो घोडामे चढ्के बाके पच्छु पच्छु लगिगए। \v 15 जातिजातिके प्रहार करन बाको मुहुँसे धारिलो तरवार निकरत् रहए, और बा लोहेको डण्डा से बिनके उपर शासन करैगो। सर्ब-शक्तिमान परमेश्‍वरको क्रोधसे दाख-कुण्डके कुल्चैगो। \v 16 "बाको लत्ता और जाँघमे "राजानके राजा और प्रभुनके प्रभु" कहिके एक नाऊँ लिखो हए। " \ No newline at end of file diff --git a/19/17.txt b/19/17.txt new file mode 100644 index 0000000..f6558c9 --- /dev/null +++ b/19/17.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 17 तओ मए एक स्वर्गदूत दिनमे ठाणो भव देखो। बे उपर बादरमे उडनबारे सब चिरैयांनके सबयके बडो सोरसे बुलाई, “आओ, सबय परमेश्‍वरको बडे भोजके ताहीं इकठ्ठा होबओ। \v 18 तुम राजा, कप्तान, शक्तिशाली आदमी और घोडा और बिनके उपर सवार होनबारे, सबय आदमी, दास और फुकुवा दोनो, कमजोर और शक्तिशाली सबयके मासु खाबैगे।” \ No newline at end of file diff --git a/19/19.txt b/19/19.txt new file mode 100644 index 0000000..6c9df48 --- /dev/null +++ b/19/19.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 19 और घोडामे सवार होनबारे और बाके सेनाके बिरुद्द युद्ध करन बा पशु और पृथ्वी के राजा और बिनके सेना इकठ्ठा भए मए देखो। \v 20 तव बा पशु और बाको उपस्थितिमे अचम्मो काम करन बारे झुठो अगमवक्ता दोनए पकणिगए। जे अचम्मके कामसे बा झुटो अगमवक्ता बा पशुको छाप लगान और बाको प्रतिरुपको आराधना करनबारेनके बहकाइ। बिनमैसे दुई जनीके पजरो भओ गन्धकको अग्‍नि-कुण्डमे जिन्दए फेंकदईं। \ No newline at end of file diff --git a/19/21.txt b/19/21.txt new file mode 100644 index 0000000..855842d --- /dev/null +++ b/19/21.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 21 बिनमैसे बाँकी बचे भयनके घोडा उपर सवार भए मुहुँसे निकरो भव तरवारसे मरीगए, बिनको मरी शरीरके सबय चिरैयाँ खाईं। \ No newline at end of file diff --git a/20/01.txt b/20/01.txt new file mode 100644 index 0000000..11971f3 --- /dev/null +++ b/20/01.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 1 तव फिर अतल कुण्डको चाभी और एक बणो साँकर हातमे लओ भओ स्वर्गदूत् स्वर्गसे उतरके आओ मए देखो। \v 2 बे अजिंगर, औ पुरानो साँप, जौन दियाबलास या शैतान हए, बाके पकणी, तओ एक हजार बर्षके ताहीं बाँधके धरीं। \v 3 बे बाके अतल कुण्डमे फेक्दैं, और बा कुण्ड बन्द करके मोहोरा लागए दैं, ताकि एक हजार बर्ष न निभ्टन तक जातिजातीनके बा न बहेकान पाए। तओ फिर कुछ समयके ताहीं बाके छोणन पणेहए। \ No newline at end of file diff --git a/20/04.txt b/20/04.txt new file mode 100644 index 0000000..547412f --- /dev/null +++ b/20/04.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 4 तव मए सिंहासन और बक उपर बैठन बारेके देखो, जौनको इन्साफ करन अधिकार दओ गव रहए। तव येशूको गवाहीके ताहीं और परमेश्‍वरको वचनके ताहीं मुण कटेभए, और बा चिरैयाँ और बाको मुर्तिको पुजा न करन वारे बाको छाप माथो और हातमे न लगानबारे आत्माके मए देखो। बे फिर जिन्दा हुइगए, और बे ख्रीष्ट संग एक हजार बर्षतक राज्य करीं। \ No newline at end of file diff --git a/20/05.txt b/20/05.txt new file mode 100644 index 0000000..5e17fc1 --- /dev/null +++ b/20/05.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 5 और मरेभए, बे एक हजार बर्ष न खतम होनतक जिन्दा न भए। जा सुरुको पुनरुत्थान हए। \v 6 सुरुको पुनरुत्थानमे सहभागी होनबारे धन्य और पवित्र हँए। जिनके दुसरो मृत्यु को शक्ति कछु काम न करन सिकैगो, पर बे परमेश्‍वर और ख्रीष्टके पुजारी हुइके बाके संग एक हजार वर्षतक बाके सँग राज्य करङ्गे। \ No newline at end of file diff --git a/20/07.txt b/20/07.txt new file mode 100644 index 0000000..e92285f --- /dev/null +++ b/20/07.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 7 एक हजार वर्ष खतम हुइके शैतान बक कैद से छुटैगो, \v 8 और पृथ्बीके चारौ दिशामे भए देश-देशके आदमीनके बहाकन, और गोग और मागोगके लडाईके ताहिँ इकठ्ठा करनके निकरके आबैगो। बिनको संख्या समुन्द्रके रेता बराबर हुइहए। \ No newline at end of file diff --git a/20/09.txt b/20/09.txt new file mode 100644 index 0000000..def0727 --- /dev/null +++ b/20/09.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 9 बे सबय पृथ्बीके चारौघेन जाएके सन्तनके मणैयाके आसपास और प्यारो सहेरके घेरीँ, और स्वर्गसे आगी बर्सके बिनके भस्म करी। \v 10 बिनके बहाकन बारे दियाबलस आगी और गन्धकको कुण्डमे फिको, जहाँ पशु और झुटे अगमवक्ता फिर रहँए। हुवाँ बे दिनरात सदामान यातना भोगंगे। \ No newline at end of file diff --git a/20/11.txt b/20/11.txt new file mode 100644 index 0000000..838aac4 --- /dev/null +++ b/20/11.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 11 तव मए एक बहुत बणो सेतो सिहासन और बाके उपर विराजमान होनबारेके देखो। बाके जौनेके पृथ्बी और आकाश भाजिगए, और बिनके ताहिँ कोइ ठाउँ न पाईं। \v 12 मए बणे और छोटे सब मरे भएनके सिंहासनके अग्गु ठाणो देखो, और पुस्तक खोलि। दुसरो एक पुस्तक खोलि, जो जीवनको पुस्तक हए। बा पुस्तकमे लिखो अनुसार, बिनको काम अनुसार मरेनको इन्साफ भव। \ No newline at end of file diff --git a/20/13.txt b/20/13.txt new file mode 100644 index 0000000..bb64ca4 --- /dev/null +++ b/20/13.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 13 समुन्द्रसे मरे भएनके समुन्द्र दै दै, और मृत्यु और पाताल फिर बिनमे भएनके दैदै। बे प्रत्येकको अपन अपन कामअनुसार इन्साफ भव। \v 14 मृत्यु और पाताल अग्‍नि-कुण्डमे फिके| जा अग्‍नी-कुण्ड दुसरो मृत्यू हए। \v 15 जौनको नाउँ जीवनको पुस्तकमे लिखो न पाईं बिनके अग्‍नि-कुण्डमे फेंक दैं। \ No newline at end of file diff --git a/21/01.txt b/21/01.txt new file mode 100644 index 0000000..7f81f3c --- /dev/null +++ b/21/01.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 1 तव मए नयाँ आकाश और पृथ्बी देखो, काहेकी पहिलो आकाश और पहिलो पृथ्बी खतम हुइगव रहए. समुन्द्र त अब रहियाँ नाए. \v 2 और मए परमेश्‍वरको दुलहाके ताहिँ दुलहीन जैसो सजो तयार पारो भव पवित्र सहेर, नयाँ यरुशलेम स्वर्गसे तरे गिरत् मए देखो। \ No newline at end of file diff --git a/21/03.txt b/21/03.txt new file mode 100644 index 0000000..0ccb20f --- /dev/null +++ b/21/03.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 3 सिहासनसे अइसो कहत जोणसे चिल्लात मए सुनो, “देखओ, परमेश्‍वरको बास आदमीनके संग भव हए। बा बिनके संग बास करैगो, और बे बाके प्रजा हुइहँए, और परमेश्‍वर अपनए बिनको परमेश्‍वर हुइके बिनके संग रयहए। \v 4 बा बिनकी आँखीको आँशु पूरा रुपसे पोंछ देहए, औ फिर मृत्यु न हुइहए, औ शोक और पीडा फिर न हुइहए। काहेकी पहिले कि बात खतम हुगैहयँ।” \ No newline at end of file diff --git a/21/05.txt b/21/05.txt new file mode 100644 index 0000000..da24b6c --- /dev/null +++ b/21/05.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 5 सिहासनमे बिराजमान होनबारो मोसे कहि, “देखओ, मए सब बात नयाँ बनामंगो।” बा अइसो फिर कहि, “जा लिख, जा बात पक्की हए और सत्य हए।” \v 6 बा मोसे कहि, “अब खतम हुइगव। मए अल्फा और ओमेगा हौं, आदि और अन्त्य महिं हौं। पिआसेनके जीवनको पानीको भक्भाकासे मए सेतएमे दव हऔं। \ No newline at end of file diff --git a/21/07.txt b/21/07.txt new file mode 100644 index 0000000..8b68094 --- /dev/null +++ b/21/07.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 7 जौन जितैगो बा जा उत्तरअधिकार पाबैगो, और मए बाको परमेश्‍वर होमंगो, और बा मेरो लौणा होबैगो। \v 8 पर डरपोक, अविश्‍वासी, घिनौने भए, हत्यारे, व्यभिचारी, जादुगर, मुर्तिपुजक और झुठ बोलन बारेनको सब हिस्सा आगी और गन्धक दन्कन बारो कुण्डमे होमङ्गे। जो दुसरो मृत्यु हए। \ No newline at end of file diff --git a/21/09.txt b/21/09.txt new file mode 100644 index 0000000..45e8535 --- /dev/null +++ b/21/09.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 9 तव बे सात अन्तिम विपत्तिसे भरे भए सात कटोरा होनबारे सात स्वर्गदुत मैसे एक जनी मोसे अइसे कहि, “आओ, मए तुमके थुमाकी बैयर, बाकी दुल्हीन दिखामंगो।” \v 10 बे मोके पवित्र आत्मामे एक बणो और ऊँचो पहाडमे लैगए, और परमेश्‍वर स्वर्गसे तरे झर्तय पवित्र सहेर यरुशलेम मोके दिखाई। \ No newline at end of file diff --git a/21/11.txt b/21/11.txt new file mode 100644 index 0000000..8e89984 --- /dev/null +++ b/21/11.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 11 बामे परमेश्‍वरको महिमा रहए, और बाको चमक बहुमुल्य गहना जैसो और बिल्लौर स्फटिक जैसो चहकिलो रहए। \v 12 बाके आसपास बडो और उँचो भिता रहए, और बामे बाह्र फाटक रहएँ। फाटक मे बाह्र स्वर्गदुत रहएँ। बे फाटकमे इस्राएलको बाह्र कुलको नाउँ लिखो रहए। \v 13 अगारमे तीन फाटक, सिरेमे तीन, दक्खिनमे तीन और पछारमे तीन फाटक रहएँ। \ No newline at end of file diff --git a/21/14.txt b/21/14.txt new file mode 100644 index 0000000..07afacf --- /dev/null +++ b/21/14.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 14 सहेरको भिताको बाह्र जग रहएँ, और बिनके ऊपर थुमाके बाह्र प्रेरितनको बाह्र नाउँ लिखो रहए। \v 15 सहेर और दिवार नापन ताहीं मोसे बोलन बारो संग एक सोनोको नापन बारी लकणी रहए। \ No newline at end of file diff --git a/21/16.txt b/21/16.txt new file mode 100644 index 0000000..d6cc7a7 --- /dev/null +++ b/21/16.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 16 बा सहेर वर्गाकार रहए। बाको चौडाइ और लम्माइ बराबर रहए। बा लकणीसे नापत सहेर दुई हजार चार सय किलिमिटर रहए। बाको लम्माई चौडाई और उचाई बराबर रहए। \v 17 स्वर्गदुत बा दिवारके फिर नापी, और आदमीको नाप अनुसार बा पैसठ्ठी मिटरको रहए।( जौनके स्वर्गदुत फिर नापी रहयँ )। \ No newline at end of file diff --git a/21/18.txt b/21/18.txt new file mode 100644 index 0000000..33b95c9 --- /dev/null +++ b/21/18.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 18 बा दिवार बिल्लौरसे बनो रहए, और सहेर निखुर सोनोसे बनो रहए और सफा काँच जैसो बा चमकत रहए। \v 19 दिवारको जग अनेक किसिमको किमती गहना से जीणो रहए। पहिलो जग बिल्लौरको, दुसरो नीर, तीसरो हरित गहना, चौथो पन्ना, \v 20 पाँचौ आनिक्स, छैठौं लालमणि, सातौ पीतमणि, आठौं बेरूज, नवौ पुष्पराज, दसौं लसुने, एघारौं नीलमणि, बार्हऔं कटेलाको रहए। \ No newline at end of file diff --git a/21/21.txt b/21/21.txt new file mode 100644 index 0000000..0b00981 --- /dev/null +++ b/21/21.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 21 बे बाह्र फाटकके मोती रहएँ। प्रत्येक फाटक मोतीसे बने रहएँ। बा सहेरके डगर चमकन बारो शिशा जैसो निखुर सोनोको रहएँ। \v 22 मए बा सहेरमे कोइ मन्दिर न देखो, काहेकी हुवाँको मन्दिर स्वयम परमेश्‍वर सर्वशक्तिमान और थुमा रहए। \ No newline at end of file diff --git a/21/23.txt b/21/23.txt new file mode 100644 index 0000000..84e7fc1 --- /dev/null +++ b/21/23.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 23 बा सहेरके उजियारो करन दिन और जोनीको जरुरत न रहय, काहेकी परमेश्‍वरको महिमा बाको उजियारो हए। बाको बत्ती थुमा अपनाए हए। \v 24 बाके उजियारोमे जाति-जाति नेगंगे। पृथ्बीके राजा अपन वैभव बामे लाएहयँ। \v 25 बाके फाटक दिनको समयमे बन्द न हुइहए, और हुवाँ रात न हुइहए। \ No newline at end of file diff --git a/21/26.txt b/21/26.txt new file mode 100644 index 0000000..af23693 --- /dev/null +++ b/21/26.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 26 जाति-जातिके अपन वैभव और सम्मान बा भितर लाएहयँ। \v 27 पर थुमाको जीवनको पुस्तकमे नाउँ लिखे बाहेक कोइ अशुध्द चीज, घृणित काम करन बारे झुट बोलनबारे कोइ किसिमसे फिर बा भितर न घुस पैहएँ। \ No newline at end of file diff --git a/22/01.txt b/22/01.txt new file mode 100644 index 0000000..49ed6cd --- /dev/null +++ b/22/01.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 1 बक पिछु स्वर्गदुत मोके स्फटिक जैसो चहकिलो जीवनको पानीको नदिया दिखाई। बा नदिया परमेश्‍वर और थुमाको सिंहासनसे बहेन डटी रहय। \v 2 बा सहेरको डगरके बीचसे बहात रहए। बा नदियके किनारे जीवनको रुखा रहए, जौन हरेक महिना बाह्रै किसिमके फल देत रहत् रहएँ, रुखाके पत्ता जाति-जातिनके ताहीं अच्छो करन ताहिँ रहएँ। \ No newline at end of file diff --git a/22/03.txt b/22/03.txt new file mode 100644 index 0000000..3e2fe63 --- /dev/null +++ b/22/03.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 3 अबसे हुवाँ कबहू सराप न हुइहए। परमेश्‍वर और थुमाको सिंहासन शहेरमे हुइहए, और बाके दास बाको सेवा करङ्गे। \v 4 बे बाको मुँहु देखंगे, और बाको नाउँ बिनके माथे मे हुइहए। \v 5 हुवाँ फिर रात न हुइहए, बिनके बत्ती और घामुको उजियारो न चाहैगो, काहेकी परमप्रभु परमेश्‍वर बिनको उजियारो हुइहए, और बे सदामान राज्य करेहँए। \ No newline at end of file diff --git a/22/06.txt b/22/06.txt new file mode 100644 index 0000000..44e6dff --- /dev/null +++ b/22/06.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 6 स्वर्गदुत मोसे कहि, “जा वचन विस्वासयोग्य और सत्य हए। अब जल्दी होनबारी बात अपन दासनके दिखान परमप्रभु, अगमवक्तनको आत्माको परमेश्‍वर अपन स्वर्गदुत पठाई।” \v 7 "देखओ, मए जल्दी आमङ्गो।| जा पुस्तकको अगमवाणीको वचन पालन करन बारे धन्यके हएँ।” \ No newline at end of file diff --git a/22/08.txt b/22/08.txt new file mode 100644 index 0000000..d52bcfb --- /dev/null +++ b/22/08.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 8 जा बात सुननबारो और देखनबारो मए यूहन्ना हौं। जब मए जा सुनो और देखो, तव मोके जा बात दिखान बारो स्वर्गदुतको पओं मे दण्डवत् करन मए घुप्टा पणो। \v 9 तव बा मोसे कहि, “आइसो मत करय। मए त तुमरो ददा भईया अगमवक्तन और जा पुस्तकको वचन पालन करनबारेनको संगी-दास इकल्लो हौ। परमेश्‍वरको आराधना कर।" \ No newline at end of file diff --git a/22/10.txt b/22/10.txt new file mode 100644 index 0000000..170462d --- /dev/null +++ b/22/10.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 10 बा मोसे आइसे कहि, “जा पुस्तकको अगमवाणीको वचनमे मोहर न लगाबौ, काहेकी समय ढिंगै हए। \v 11 दुष्ट काम करनबारे दुष्ट काम करत रहँए, अनैतिक काम करनबारे अनैतिक काम करत् रहँए। धर्मात्मा धार्मिक काम करत् रहँए, और जो पवित्र हयँ, बा लगातार पवित्र होत रहएँ।” \ No newline at end of file diff --git a/22/12.txt b/22/12.txt new file mode 100644 index 0000000..5624263 --- /dev/null +++ b/22/12.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 12 "देखओ, मए जल्दी अमंगो। हरेक आदमीनको उनको कामअनुसारको इनाम मिरसंग हए। " \v 13 मए अल्फा और ओमेगा, अग्गु और पिछु, आदि और अन्त महीं हौं। \ No newline at end of file diff --git a/22/14.txt b/22/14.txt new file mode 100644 index 0000000..c04fda8 --- /dev/null +++ b/22/14.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 14 "जीवनको रुखासे खान और सहेरके फाटकनसे भितर घुसन पाओं करके अपन कुरता धोनबारे धन्यके हँए। " \v 15 कुत्ता, मन्त्रतन्त्र करनबारे, व्यभिचारी, हत्यारे, मुर्तिपुजनबारे और झुट बात मन पणान बारे और प्रेम करन मन परानबारे हरेक बाहिर रयहँए। \ No newline at end of file diff --git a/22/16.txt b/22/16.txt new file mode 100644 index 0000000..82a32d4 --- /dev/null +++ b/22/16.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 16 "मए येशू अपन स्वर्गदुतके तुमरे ठिन मण्डलीनके जा बातनके गवाही देन पठाओ हौं।मय दाऊदको बँश और मुल, सुबेरेको चहकिलो तारा हौं।” \ No newline at end of file diff --git a/22/17.txt b/22/17.txt new file mode 100644 index 0000000..f98d32e --- /dev/null +++ b/22/17.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 17 "पवित्र आत्मा और दुलहीन कहत हए, "अबओ।” जौन सुन्त हए बा कहाबए, “अबओ।” जो पियासो हए बाके आन देओ, और जौन जाको इच्छा करत् हए, बा जीवनको पानी सेतएँ मे पिबय।" \ No newline at end of file diff --git a/22/18.txt b/22/18.txt new file mode 100644 index 0000000..c2aa082 --- /dev/null +++ b/22/18.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 18 जा पुस्तकको अगमवाणीको वचन सुननबारे हरेकके मए चिताउनी देत हौं। अगर कोइ बिनमे थपैगो, तव जा पुस्तकमे लिखो विपत्ति परमेश्‍वर बाके उपर थपदेहए। \v 19 यदि कोइ जा अगमवाणीको पुस्तकको वचननसे कोइ घटाबैगो तव, परमेश्‍वर जा पुस्तकमे लिखो जीवनको रुखा और पवित्र सहेरको हिस्सासे निकार देहए। \ No newline at end of file diff --git a/22/20.txt b/22/20.txt new file mode 100644 index 0000000..f79547d --- /dev/null +++ b/22/20.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 20 "जा बातको गवाही देनबारो कहात हए, "हाँ, मए जल्दी अमंगो।” आमेन ! अबओ, हे प्रभु येशू। \v 21 प्रभु येशूको अनुग्रह हरेकके संग रहाबए। आमेन। \ No newline at end of file diff --git a/LICENSE.md b/LICENSE.md new file mode 100644 index 0000000..d31d4f9 --- /dev/null +++ b/LICENSE.md @@ -0,0 +1,39 @@ + +## Creative Commons Attribution-ShareAlike 4.0 International + +### Human-Readable Summary + + +The Creative Commons Attribution-Share Alike 4.0 International License is available at +http://creativecommons.org/licenses/by-sa/4.0/. + +#### This is a human-readable summary of (and not a substitute for) the License. + + +### You are free to: + + +* 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You may do so in any reasonable manner, but not in any way that suggests the licensor endorses you or your use. + +* **ShareAlike** — If you remix, transform, or build upon the material, you must distribute your contributions under the same license as the original. + +* **No additional restrictions** — You may not apply legal terms or technological measures that legally restrict others from doing anything the license permits. + + +### Notices: + +* You do not have to comply with the license for elements of the material in the public domain or where your use is permitted by an applicable exception or limitation. + +* No warranties are given. The license may not give you all of the permissions necessary for your intended use. For example, other rights such as publicity, privacy, or moral rights may limit how you use the material. + + + +This PDF was generated using Prince (https://www.princexml.com/). \ No newline at end of file diff --git a/front/title.txt b/front/title.txt new file mode 100644 index 0000000..8e8f014 --- /dev/null +++ b/front/title.txt @@ -0,0 +1 @@ +Revelation \ No newline at end of file diff --git a/manifest.json b/manifest.json new file mode 100644 index 0000000..a74dfcd --- /dev/null +++ b/manifest.json @@ -0,0 +1,29 @@ +{ + "package_version": 6, + "format": "usfm", + "generator": { + "name": "ts-desktop", + "build": "238" + }, + "target_language": { + "id": "thr", + "name": "Rana Tharu", + "direction": "ltr" + }, + "project": { + "id": "rev", + "name": "Revelation" + }, + "type": { + "id": "text", + "name": "Text" + }, + "resource": { + "id": "ulb", + "name": "Unlocked Literal Bible" + }, + "source_translations": [], + "parent_draft": {}, + "translators": [], + "finished_chunks": [] +} \ No newline at end of file