thr_mrk_text_reg/15/16.txt

1 line
578 B
Plaintext

\v 16 सिपईया बाके प्रेटोरियन औ महल भितर लैगए, और जम्मा पल्टनके इकट्ठा कराईं । \v 17 और बे बाके बैगनी ( सुरमाहों ) रङ्गको लत्ता पैंधाएदैं, और काँटोको मुकुट बे बाके मुड़मे लगाए दैं । \v 18 "और "यहूदीनको राजाको जय" कहत् बे खिल्ली उडान लागे।