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\v 1 सुबेरे भव खिनक मुखिया पुजारी, धर्म-गुरु, शास्त्री और जम्मए महासभाके आपसमे सल्लाह करके येशूके बाँधके लैगए, और पिलातस ठिन सौंप दैं । \v 2 पिलातस बासे पुँछी, “का तुम यहूदीक राजा हौ ?” बा उनके जबाफ दै, “तुम्हीय अईसे कहत हौं ।" \v 3 मुखिया पुजारी बाके उपर बहुत बातकी दोष लगाई ।