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\v 28 "अञ्‍जीरके रुखासे पाठ सिखओ: बाको हाँगा नरम हुइके पत्ता होन खिनक ग्रीष्म ऋतु जौने हए कहिके तुमके पता हुइजात हय।" \v 29 अइसीय तुम सब घटना होत देखैगे, तव बा जौने हय, फाटक ठिन हए कहिके जानौ।