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\v 28 शास्त्री मैसे एक जनी आओ, और बिनके आपसमे बिबाद करत सुनी। येशू आदमीनके ठीक जबाफ दई, देखके बे बासे पुँछीं, “सब आज्ञामे मुख्य कौन हए ?" \v 29 येशू जबाफ दै, “सबसे मुख्य जा हए: हे इस्राएल सुन्, परमप्रभु हमर परमेश्‍वर एकै परमप्रभु हय। \v 30 तए परमप्रभु अपन परमेश्‍वरके तेरो सारे हृदयसे, तेरो सारे प्राणसे, तेरो सारे समझसे, और तेरो सारे शक्तिसे प्रेम करीये।" \v 31 दुसरो जा हए, “तए अपन परोसीके अपने क ता प्रेम कर । 'जा से बडो आज्ञा दुसरो कोई न हय।”