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\v 13 पिच्छुसे बाके कौन बातमें फसामए कहिके बे फरिसी और हेरोदी मैसे कोइ आदमी बाके ठिन पठाईं। \v 14 बे आएके बासे कहीं, “गुरुजी, हम जानत हएँ, तुम सच्चे हौ, और कोइको ख्याल ना करत हौ, काहेकि तुम मुहुँ देखके काम ना करत हौ और परमेश्‍वरको डगर सच्चो तरिकासे सिखात हौ। तव बताबऔ, कैसरके कर तीरन ठीक हए कि ना ? \v 15 हम कर तिरएँ की ना तिरएँ ? येशू उनको कप्टीपन पता पाएके उनसे कही, “तुम काहे मोके परीक्षा करत हौ ? एक रुपैया लाओ।”