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\v 23 और आसपास देखके येशु अपन चेलनसे कहि, “धनीके परमेश्‍वरके राजमे घुसन कित्तो अग्ठो हय।" \v 24 बाकी कहि भई बातमें चेला अचम्मो मानी। तव येशू फिर उनसे कहि, बालक रेऔ, धन-सम्पति उपर भरोसा करन बारेनके परमेश्‍वरको राज भीतर घुसन कित्तो अग्ठो हय। \v 25 धनी आदमीके परमेश्‍वरके राज भीतर घुसनसेत बलुक सुईंके भारसे ऊँटके छिरन सहज हए।”