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\v 17 आदमीन छोडके घर भीतर घुसके पीछू बाके चेला बासे कहानीके बारेमे पूछीं । \v 18 बा उनसे कहि, “क तुम हबाए और न सम्झे हौ ? जो बाहिरसे आदमीके भीतर घुसत् हय बा बाके अशुध्द न करत् हय करके तुम न जानत् हौ ? \v 19 काहेकि बा बाके हृदयमे न, पर पेटभितर घुसत, और बाहिर निकरत हय। आइसे बा सब खानु शुध्द हए करके बताएदै।