thr_mrk_text_reg/07/06.txt

1 line
582 B
Plaintext

\v 6 तव बा उनसे कही, “यशैया तुमय कपटीनके बारेमे ठिक अइसे अगमवाणी करी, अइसो लिखो हए, “जा जाति मोके ओठसे इकल्लो आदर करत् हए, और उनको हृदय मोसे दूर हय। \v 7 बे व्यर्थमें मेरो उपासना करत् हएँ, और उनको शिक्षा आदमीक सिकाओ बिधी इकल्लो हए।”