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\v 51 और बा उनके सँग नैयाँ भीतर चढिगव, और आँधी थमिगै। और बे एकदम अचम्मित भय, \v 52 काहेकि बे रोटीके बारेमे बात सम्झी न रहयँ, तव बिनको हृदय कठोर हुईगव रहय।