\v 42 और सब खाईं और तृप्त हुईगय। \v 43 पीछु चेला रोटी और मछ्रीके उबरे ख़ुदरा खुदरी बाहृ डलैया भरके उठाईं। \v 44 रोटी खानबारे लोग पाँच हजार रहयँ।