\v 35 और जब दिन बहुत ढरको तव बाके चेला बाके ठीन आएके कहीं, “जा एकान्त ठाउँ हय, और अब दिन बहुत ढरक गओ। \v 36 आदमीनके बिदा देव, और बे आसपासके बस्ती और गाँवमें जाएके अपने ताहिं कुछ खानबारो चीज किनलें मय।”