thr_mrk_text_reg/05/30.txt

1 line
637 B
Plaintext

\v 30 अपने मैसे शक्ति बाहिर निकरो झट्टए येशू पता पाएके भीड़में पिच्छु घूमके पूछीं, “कौन मेरो लत्ता छुइहए ?" \v 31 चेला बासे कहिं, “भीड़ ढकेला ढकेली करत तुम देख्तै हौ। और तहूँ फिर तुम कहत् हौ, “कौन मोके छूओ ?" \v 32 बाके छुन बारो कौन हए, करके बा चारऔघेन देखन लागो।