thr_mrk_text_reg/05/09.txt

1 line
410 B
Plaintext

\v 9 और बा बासे पूँछी, “तेरो नाउँ का हए ?” तव बा कहि, “मेरो नाउँ फौज हए, काहेकी हम बहुत हयँ।" \v 10 तव भुतात्माके बा ईलाका से बाहिर न निकारय करके बे बासे नहोरा पणन लागे।