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\v 33 बिनके समझन बारी बा अईसी बहुत कहानी कहिके उनके वचन सुनाई। \v 34 कहानी बिना बा उनसे न बोली, तव अपने चेलनके बा चुप्पए सबको अर्थ खोलदै।