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\v 3 "सुनओ 'देखओ, एक आदमी बीज बोनके निकरो।" \v 4 और बोत पेती कुछ बीज डगर में पडे और बे बीज चिरैचुरगनि आएके खाए डारीं। \v 5 कुई बीज पत्थर बारे ठाँउमें पडे, जहाँ बहुत मट्टी न रहए, और मट्टीकी गहेराई न हुईके, बे जल्दी जमिगए।