thr_mrk_text_reg/03/31.txt

1 line
435 B
Plaintext

\v 31 बाकी अइया और बक भैइया बाके हुवाँ आए, और बाहिरय ठाड्के बाके बुलान पठाईं। \v 32 भीड़ बाके आसपास बैठीरहए और बे बासे कहीं, “देख तुमर अईया और तुमर भैइया तुमके बाहिर ढुणत हएँ।”