\v 27 तव सब जनी अचम्मो मानी, और बे अइसे कहत अपनैमे सोधपुँछ करन् लागे, 'जा का हए ? जत् नयाँ शिक्षा हए। जत् अधिकारके संग अशुध्द आत्मनके आज्ञा करत हए, और बे उनको आज्ञा मानत हएँ।" \v 28 और जलदीय येशू को चर्चा गालीलके इलाकाके आसपास चारौ घेन फैल्गओ।